Archive | November 20th, 2010

माननीया मुख्यमन्त्री जी द्वारा स्व0 जमुना प्रसाद निशाद के आश्रितों को पांच लाख रू0 की आर्थिक सहायता

Posted on 20 November 2010 by admin

सड़क दुघZटना में मृत चार अन्य व्यक्तियों के आश्रितों को दो-दो लाख रू0 की आर्थिक सहायता

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने सड़क दुघZटना में दिवंगत पूर्व मन्त्री एवं विधायक स्व0 श्री जमुना प्रसाद निशाद के आश्रितों को पांच लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने सड़क दुघZटना में मृत चार अन्य व्यक्तियों के आश्रितों को दो-दो लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिये जाने के निर्देश दिये हैं। श्री निशाद व चार अन्य व्यक्तियों की कल एक मार्ग दुघZटना में मृत्यु हो गई थी।

ज्ञातव्य है कि माननीया मुख्यमन्त्री जी ने दुघZटना के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त होने के पश्चात कल देर रात डॉ0 राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचकर श्री निशाद के पार्थिव शरीर पर पुश्प अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने स्व0 श्री निशाद सहित सड़क हादसे में मृत हुए अन्य व्यक्तियों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना भी व्यक्त की थी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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कोरियोग्राफी प्रतियोगिता द्वारा `सृजन, त्याग व खुशी´ का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया देश-विदेश के छात्रों ने

Posted on 20 November 2010 by admin

dance1सिटी मान्टेसरी स्कूल, अलीगंज कैम्पस के तत्वावधान में सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में चल रहे पांच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक ओलिम्पयाड `सेलेस्टा-2010´ के चौथे दिन आज श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल व देश के कोने-कोने से पधारे बाल कलाकारों ने आज कोरियोग्राफी प्रतियोगिता के माध्यम से `सृजन, त्याग व खुशी´ का अभूतपूर्व प्रदर्शन कर दिखा दिया कि जीवन में सन्तुलन के लिए इन तीनों का समन्वय नितान्त आवश्यक है और मानव स्वभाव की यह तीनों भावनाएं आध्याित्मक चेतना व चारित्रिक उत्थान से ही वास्तविक रूप में साकार हो सकती हैं। इससे पहले आज प्रात:कालीन सत्र में `सेलेस्टा-2010´ के चौथे दिन का विधिवत उद्घाटन प्रख्यात कोरियोग्राफर सुश्री संगीता शर्मा व सुश्री विधी नागर ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर देश-विदेश से पधारे बाल कलाकारों ने `फीड बैक सेशन´ में अपने विचार व्यक्त करते हुए `सेलेस्टा-2010´ की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि इस आयोजन से प्राप्त विश्व एकता व विश्व शान्ति के विचार वे अपने देश में भी प्रचारित प्रसारित करेंगे।

collage1आज कोरियोग्राफी प्रतियोगता में कुल 24 टीमों ने प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता का विषय था “इनोवेशन, सैक्रिफाइस एण्ड प्लेजर´। इसी विषय को लेकर देश-विदेश की प्रतिभागी टीमों ने अपना मूक नृत्य प्रस्तुत किया और संगीत, नृत्यकला, विषय एवं प्रस्तुति के आधार पर प्रतिभागी टीमों को अंक दिये गये। इस प्रतियोगिता में प्री-रिकाडेZड गाना वर्जित था जबकि प्री-रिकाडेZड वाद्य संगीत का प्रयोग किया गया। इसके अलावा आलाप एवं श्लोक का प्रयोग भी किया गया जिसका प्रस्तुति पर सहज ही प्रभाव देखा जा सकता था। प्रतियोगिता की प्रत्येक टीम में 6 छात्र थे एवं प्रत्येक टीम को 8 मिनट का समय दिया गया। लामार्टिनियर गल्र्स कालेज, लखनऊ की छात्राओं ने `असत्य पर सत्य पर विजय´ को मंच पर जीवन्त किया। इन छात्राओं ने दुगाZजी की स्तुति अत्यन्त ही प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत की। रॉयल इन्स्टीट्यूट, श्रीलंका की छात्राओं ने शान्ति एवं एकता का सन्देश हंस नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। इस नृत्य के माध्यम से श्रीलंकाई छात्राओं ने दर्शाया कि हंस कैसे शान्ति से जल में विचरण कर रहे थे एवं शिकारी आकर उन पर जाल डालकर पकड़ना चाहता है। इस मूक नृत्य में श्रीलंकाई छात्राओं की भावपूर्ण प्रस्तुति वाकई लाजबाब रही जिसका दर्शकों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। इसी प्रकार नेपाल से पधारे पार्टनर्स, नेपाल के प्रतिभागी छात्रों ने पारम्परिक नृत्य अत्यन्त प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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माननीया मुख्यमन्त्री जी द्वारा गुरू नानक जयन्ती व कार्तिक पूिर्णमा पर प्रदेशवासियों को हादिZक शुभकामनाएं

Posted on 20 November 2010 by admin

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने गुरू नानक जयन्ती तथा कार्तिक पूिर्णमा पर प्रदेशवासियों को हादिZक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

एक शुभकामना सन्देश में माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा है कि सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव जी के सर्व-धर्म समभाव एवं सामाजिक सद्भाव के सन्देश में सम्पूर्ण मानवता का कल्याण निहित है। उन्होंने कहा कि गुरू नानक देव जी ने आपसी भाईचारे की भावना को सुदृढ़ करते हुए, धार्मिक आडम्बरों और अंधविश्वासों का प्रतिकार करके समाज को नई दिशा प्रदान की। उन्होंने कहा कि सभी सन्तों, गुरूओं एवं महापुरूषों ने अपने-अपने समय में दीन दुखियों की सेवा तथा उनके उत्थान की अलख जगायी।

सुश्री मायावती जी ने कार्तिक पूिर्णमा पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए शान्ति एवं श्रद्धा से इस पर्व की गरिमा बनाए रखने की अपील की

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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विधान सभा अध्यक्ष, विधान परिषद सभापति और संसदीय कार्य मन्त्री ने श्री निषाद के निधन पर शोक व्यक्त किया

Posted on 20 November 2010 by admin

विधान सभा अध्यक्ष श्री सुखदेव राजभर एवं विधान परिषद सभापति श्री गणेश शंकर पाण्डेय तथा संसदीय कार्य मन्त्री श्री लालजी वर्मा ने प्रदेश के पूर्व मत्स्य राज्य मन्त्री (स्वतन्त्र प्रभार) तथा विधान सभा सदस्य श्री जमुना प्रसाद निषाद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और उनकी दिवंगत आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना की है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मानक संगठन में तकनीकी सेमिनार का आयोजन

Posted on 20 November 2010 by admin

अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन में तकनीकी सेमिनार का आयोजन किया। सेमिनार का उद्घाटन आर.डी.एस.ओ. के महानिदेशक के.बी.एल. मित्तल ने दीप प्रज्वलित कर किया। उद्घाटन के बाद अपर महानिदेशक वी.के. जैन मैग्नेटिक लेवीटेशन पर आधारित मैगलेव रेलगाड़ी प्रचालन पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्हेांने जर्मनी, रूस और अन्य देशों में संचालित हो रही मैग्नेद तकनीक का विस्तृत ब्यौरा रखते हुए कहा कि इस तकनीक से ही 550 किमी से अधिक की गति को हासिल किया जा सकता है। मैग्नेटिक तकनीक पूरी तरह से सुरक्षित है और कम खर्चीली है। इस तकनीक के जरिये रेलगाड़ी के कल पुर्जे भी नही घिसते है। इस तकनीक को अपनाने से भारत में भी उच्च गति की ट्रेन चलायी जा सकेगी। भारत की भौगोलिक और सघन स्थिति को देखते हुए मैग्नेटिक ट्रेन का संचालन पूरी तरह से सुरक्षित है। मैगलेव रेलगाड़ी प्रचालन प्रणाली एक ऐसी प्रौद्योगिकी है जिसमें पूरी रेलगाड़ी जमीन के ऊपर उठ जाती है। उन्होंने विश्व के कुछ देशों द्वारा अपनायी जा रही इस सुविधा को चित्रों के माध्यम से स्लाइड प्रेजेन्टेशन भी किया। इस प्रणाली को लेकर उन्होंने सवालों के जवाब भी दिये। सेमिनार में ही एक्सल पर ए.के. यादव ने व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्हेांने अपने व्याख्यान में डिजिटल एक्सल काउण्टर, कोहरा तकनीक, रडार इमेजिंग टेक्नोलाजी पर विस्तृत चर्चा की। कर्यक्रम में ही वर्तमान रूझानां, जम्मू-श्रीनगर रेल सेक्शन में चिनाव नदी पर निर्मित किये जा रहे महत्वपूर्ण पुल के निर्माण में विभाग की मुख्य भूमिका पर भी व्याख्यान प्रस्तुत किये गये। कार्यक्रम में महानिदेशक के.बी.एल. मित्तल, अपर महानिदेशक वी.के. जैन कार्यकारी निदेशक ए.के. माथुर समेत बड़ी संख्या में प्रतिभागी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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दो दिवसीय नगरीय स्वराज सम्मेलन का आयोजन

Posted on 20 November 2010 by admin

नगरीय क्षेत्रों में भाजपा के जनाधार को कायम रखने की कवायद के तहत राजधानी लखनऊ में दो दिवसीय नगरीय स्वराज सम्मेलन का आयोजन किया गया। आयोजन के दूसरे दिन भाजपा शासित सभी नगर निगमों के महापौरों एवं अन्य राजनीतिक पदाधिकारियों की उपस्थिति में नगरीय सुराज की राश्ट्रीय कन्वेन्शन की संयुक्त बैठक के दौरान  नगरीय सुराज का दस्तावेज प्रस्तुत किया गया। दस्तावेज में  दावा किया गया है कि भारतीय जनता पार्टी स्थानीय लोकतन्त्र के लिए प्रतिबद्ध है और 74वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम के तहत निर्वाचित प्रतिनिधियों और स्थानीय निकायों के दायित्यों, संसाधनों और शक्तियों को निचले स्तर तक हस्तान्तरण के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। जहॉ उचित हो वहॉ 74वें संविधान संशोधन अधिनियम के परे भी कार्य किया जाएगा।

भाजपा का यह विचार है कि राज्य और राश्ट्रीय स्तर पर एक बेहतर शहरी नीति होनी चाहिए। जहा भाजपा सत्ता में है उन रज्यों में भाजपा उपयुक्त शहरी नीति बनाएगी तथा उसके कार्यान्वन पर निगरानी रखेगी।

भाजपा केन्द्र सरकार से एक राश्ट्रीय शहरी नीति बनाने और उस चर्चा करने का अनुरोध करती है।

भाजपा नागरिक उन्मुख, सक्षम, भ्रश्टाचारमुक्त शहरी शासन के लिए (शहरी शासन के सभी पक्षों में नागरिक उन्मुख रखते हुए) कठोर परिश्रम में विश्वास करती है और इन सुधारों के क्रियान्वयन के लिए सभी भाजपा शासित नगर निगमों एवं नगरीय निकायों में निम्नलिखित कदम उठाए जाएगें- ई-गवनेZंस तन्त्र को अपनाना, सहभागी शहरी सुशासन शहरी विकास के लिए अपनाई गई योजना, बजट और नीतियों को लागू करने और उसके निरीक्षण में सभी भागीदारों की सहभागिता, पारदशीZ शासन- राश्ट्रीय और अन्तर्राश्ट्रीय स्तर के मानक अपनाना और जानकारियों को सक्रिय रूप से जनता के लिए उपलब्ध कराना।, जवाबदेह शासन- वित्त और कार्य निश्पादन सम्बंधी मामलों में पारदशीZ स्तर अपनाना और अपनाए गये मानकों के तहत निश्पादन का प्रकटीकरण।

नगरीय सुराज की ऊपर दिये गये रूपरेखा को कार्यरूप में परणित करने के लिए सभी सहभागियों की विस्तृत क्षेमता निर्माण की आवश्यकता है। भाजपा अपने द्वारा शासित सभी राज्यों में 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में प्रिशक्षण केन्द्र की स्थापना करेगी जिसमें आसपास के छोटे नगरीय निकायों के साथ सभी सहभागियों की क्षमता निर्माण का कार्य किया जाएगा। इसी सम्मेलन के दौरान प्रदेश में नगरीय क्षेत्रों के निकायों तथा निगमों के प्रति प्रदेश सरकार द्वारा उनके अधिकारों की कटौती को लेकर डा0 दिनेश शर्मा महापौर लखनऊ द्वारा एक प्रस्ताव पेश किया गया जिसे ध्वनिमत से पारित किया गया। इस प्रस्ताव में प्रदेश की बसपा सरकार के द्वारा की जा रही कार्यगुजारियों को उल्लेखित किया गया है। समारोह के अन्त में एक समिति गठित की गई जो नगरीय क्षेत्रों के लिये भाजपा की नीति और रीति के अनुसार दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान आये प्रस्तावों पर एक रिपोर्ट बनाकर आगे की रणनीति तय करेगी। इस समिति में विवेक शेजबलकर, डा0 दिनेश शर्मा, विनोद चमोली, योगेश लाम्बा, असीम भाई, दयानन्द, अशीश सेलाख, राकेश राठौर रहेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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इण्डोनेशिया और भारत के सम्बंध

Posted on 20 November 2010 by admin

photo-indonesian-ambassador-he-lt-gen-retd-andi-mइण्डोनेशिया और भारत के सम्बंधों महान गर्मी से पहले दशक में चििन्हत किया गया है या तो के बाद दोनों देशों के स्वतन्त्र बन गया. इण्डोनेशियाई पहचान भूमिका जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में भारत ने 1945 से डच और 1949 के बीच औपनिवेशिक शासन को पुनर्जीवित करने के प्रयास के खिलाफ इण्डोनेशिया के संघर्ष की सफलता सुनिश्चित करने में भूमिका निभाई थी. नेहरू और ैवमान्तदवरू इसमें खास रिश्ता है, जो दोनों देशों के करिश्माई नेताओं के बीच अर्द्धशतक में अस्तित्व के बारे में दोनों देशों में कुछ संस्मरण है.

स्वतन्त्र राष्ट्रों के रूप में इण्डोनेशिया और भारत के उद्भव के तुरन्त बाद दोनों देशों के एक साथ काम करने के लिए सह 1955 की बाण्डुंग सम्मेलन के प्रायोजक के रूप में दुनिया के सभी दीन लोगों में स्वतन्त्रता का सन्देश प्रसारित. एक साथ इण्डोनेशिया और भारत गुट निरपेक्ष आन्दोलन, जो मदद निधन उपनिवेशवाद के बारे में लाने के खंभे के रूप में सेवा की. उनके समान दुनिया विचारों के आधार पर दोनों देशों का स्थायी मैत्री और पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग का निर्माण किया.

अपने प्राचीन सांस्—तिक सम्बंधों वाचक, दोनों देशों के रूप में जल्दी 1955, जो द्विपक्षीय सांस्—तिक बातचीत के लिए केन्द्रीय दिशानिर्देश के रूप में काम किया है के रूप में एक सांस्—तिक समझौते पर हस्ताक्षर किए. सांस्—तिक समझौते सांस्—तिक एक्सचेंज (सीईपी) कार्यक्रम है, जो अन्तर - संस्थागत संपर्क और दोनों देशों के बीच सहयोगात्मक अनुसंधान कार्यक्रम में मदद की है के माध्यम से किया गया है नियमित रूप से अपडेट किया गया.
सांस्—तिक गतिविधियों की ज्यादातर या तो प्रायोजित सांस्—तिक सम्बंध की भारतीय परिषद (आईसीसीआर) है, जो अन्य देशों के साथ भारत के सांस्—तिक सम्बंधों की देखरेख के द्वारा किए गए.

आवधिक चर्चा मन्त्रिस्तरीय और सरकारी स्तर पर स्थान ले लिया है करने के लिए इस समझौते की रूपरेखा में आर्थिक और वाणििज्यक सम्बंधों को मजबूत बनाने. श्रठब् ध् व्यापार स्तरीय बैठकें भी समय समय पर है बुलाई गई उच्च स्तरीय यात्राओं के साथ संयोजन के रूप में, विशेष रूप से. दोनों देशों के बीच एक दोहरे कराधान से बचाव पर द्विपक्षीय समझौते पर जनवरी, 1986 में संपन्न किया गया. संवर्धन और निवेश की सुरक्षा के लिए एक समझौते फरवरी, 1999 में हस्ताक्षर किए गए थे, जनवरी 2004 में अस्तित्व में आया. पहले कभी भारत इण्डोनेशिया संयुक्त बैठक आयोग (जेसीएम) ल्वहलंान्तजं में सितम्बर, 2003 में आयोजित किया गया. तब से, जेसीएम सालाना बुलाई है. इण्डोनेशिया और भारत में 2001 में रक्षा के क्षेत्र में सहकारी गतिविधियों पर एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए. जुलाई 2004 में, इण्डोनेशिया और भारत अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवाद का मुकाबला है, जो आतंकवाद पर एक संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) के गठन के लिए प्रदान की पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.

के बाद से एक्सचेंज दोनों देशों के नेताओं के दौरों, प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने अप्रैल, 2005 में इण्डोनेशिया का दौरा किया और महामहिम राष्ट्रपति सुसीलो युधोयोनो ठंउइन्दह नवंबर, 2005 में भारत के लिए एक सरकारी यात्रा का भुगतान किया. 2005 में राष्ट्रपति युधोयोनो की यात्रा, इण्डोनेशिया और भारत के सम्बंधों में एक नया मील का पत्थर ले आया. इस यात्रा के रूप में वास्तव में बनाए रखने के साथ ही दोस्ती और सहयोग है कि दोनों देशों के बीच अधिक से अधिक पांच दशकों के लिए चल रही किया गया है बढ़ाने में किया गया है दोनों देशों की प्रतिबद्धता को मजबूत बनाया. एक संयुक्त घोषणा इण्डोनेशिया और भारत के बीच नई सामरिक भागीदारी स्थापित करने के लिए गया था राष्ट्रपति युधोयोनो और प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने हस्ताक्षर किए. अपने देशों की आम ऐतिहासिक विरासत पर बनाने के लिए और एक उच्च स्तर पर द्विपक्षीय सम्बंधों को बढ़ाने के लिए –ढ़ संकल्प के आधार पर, दोनों नेताओं को अपने देशों के बीच समकालीन वास्तविकताओं के अनुरूप एक नई सामरिक भागीदारी स्थापित करने का फैसला किया.

इस साझेदारी साझा मूल्यों और लोकतान्त्रिक बहुलवाद और कानून के वास्तविक और बहुपक्षवाद मामलों के शासन के प्रति प्रतिबद्धता का एक ठोस आधार प्रदान की है, इण्डोनेशिया और भारत के सम्बंधों के मजबूत आर्थिक और सामाजिक और राजनीतिक आयाम प्रदान करेगा. दोनों देशों के दीघZकालिक हितों का पता, चौतरफा सहयोग में वृद्धि होगी और क्षेत्रीय और वैश्विक शान्ति और स्थिरता के लिए योगदान करते हैं. साझेदारी भी दोनों देशों के अनुकूल है और उनके सम्बंधों तरक्की के लिए वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों पर लेने के लिए कहता है.

आर्थिक, व्यापार और निवेश सम्बंधों की निकटता कि द्विपक्षीय व्यापार अमेरिका से गुलाब 4 अरब ड‚लर (2005) चार वर्ष की अवधि के भीतर यूएसएस को 10,55 (+ 2009) सामरिक भागीदारी पर हस्ताक्षर के बाद का संकेत कर रहे हैं और निवेश का एक बहुत कुछ भारत से आए हैं इण्डोनेशिया करने के लिए. हम विविधता और हमारे व्यापार बढ़ने की जरूरत है और यह एक दो तरह की प्रक्रिया है. भारत इण्डोनेशिया कच्चे पाम तेल के सबसे बड़े खरीदार और उसके खनन, पेट्रोलियम और कागज उत्पादों के एक आयातक है. भारत इण्डोनेशिया करने के लिए परिष्—त पेट्रोलियम उत्पाद, गेहूं, चावल, चीनी और स्टील निर्यात करता है.

तथ्य यह है इण्डोनेशिया और भारत के पड़ोसी हैं और इण्डोनेशिया के दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. भारत और इण्डोनेशिया में अच्छी तरह से कर रहे हैं और आर्थिक संकट के बावजूद बढ़ रहा है. अन्य देशों में सकल घरेलू उत्पाद सिकुड़ रहा है, लेकिन हमारे सकल घरेलू उत्पाद बढ़ रहा है. इस कारोबार के विस्तार के लिए एक अच्छा और आशावादी वातावरण प्रदान करता है. भारत जकार्ता में एक व्यापार मेले धारण कर रहे हैं ष्भारत में निर्मित श्नामक 70 कंपनियों और भारत से व्यापार लोगों के सैकड़ों ने भाग लिया.

इण्डोनेशिया भी आर्थिक और व्यापारिक सम्बंध बढ़ाने वर्तमान में नई निवेश कानून है कि इण्डोनेशिया में एक अनुकूल निवेश वातावरण बनाने यह एक बनाने की दिशा में योगदान करेगा को लागू ष्व्यापार - अनुकूल अर्थव्यवस्था श्इस प्रकार एक और अधिक रोमांचक भारतीय कंपनियों के लिए निवेश गन्तव्य इण्डोनेशिया बना रही है. इण्डोनेशिया आसियान क्षेत्र में सबसे बड़ा देश है और भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार क्षेत्र में यह एक भारत के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में आर्थिक साझेदार की बना रही है.

भारत और इन्डोनेशियाई दोनों के बीच आर्थिक सहयोग के लाभों को अध्ययन करने के बाद संयुक्त अध्ययन समूह (जेएसजी) की सिफारिश की वार्ता का शुभारंभ एक समझौता है कि 2020 से दो रास्ते व्यापार अमेरिका को 20 अरब ड‚लर बढ़ा सकते हैं बातचीत करने के लिए.

करने के लिए द्विपक्षीय सम्बंधों को मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता पहले ही कर दिया गया है दिसम्बर 2008 को इण्डोनेशिया में भारत के राष्ट्रपति की यात्रा
के दौरान दोहराया.

इन्डोनेशियाई प्रतिनिधियों की सूची करने के लिए उत्तर प्रदेश यात्रा

लखनऊ, 21-24 नवम्बर 2010

1. भ्.म्. लेिफ्टनेंट (सेवानिवृत्त) एम जनरल ।दकप गालिब  ,नई दिल्ली में इण्डोनेशिया गणराज्य के राजदूत

2. नई दिल्ली में श्रीमती ।दकप इण्डोनेशिया गणराज्य के राजदूत की पत्नी डनतदपंजप

3. श्री लियोनार्ड एफ भ्नजंइन्तंज, पीएच.डी. इन्डोनेशियाई दूतावास की नई दिल्ली में प्रथम सचिव

4. श्री इन्डोनेशियाई राजदूत एम. साबरी निजी सचिव

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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भारतीय जनता पार्टी के राष्टीय महासचिव और पूर्व मंत्री जगत काश हिमाचल

Posted on 20 November 2010 by admin

भारतीय जनता पार्टी के राष्टीय महासचिव और पूर्व मंत्री जगत काश हिमाचल सब भाजपा के महापौरों और भाजपा के अन्य पदाधिकारी पूरे देश में नागरिक शासन निकायों को दोनों वातावरण हासिल करने पर ध्यान देते हैं, साथ ही ातिक रूप में सांस्तिक- वह शहरी सुशासन पर दो दिवसीय राष्टीय सम्मेलन के समापन सत्र में बोल रहे थे पार्टी के सुशासन यहां सेल द्वारा आज आयोजित की- समापन सत्र की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने आगे कहा कि तिबद्धताओं के चार्टर इस सम्मेलन में तिनिधियों द्वारा अपनाई ंसिपलों मार्गदर्शन के और अगर एक सेट को हकीकत में इन तिबद्धताओं का अनुवाद पार्टी महापौरों यास के उेश्य से सेवा, भाजपा को सफलतापूर्वक विस्तार करने में सक्षम हो जाएगा किया जाना चाहिए इसके शहरी आधार- 114 महापौरों, उप महापौर और अन्य नागरिक अधिकारियों के कुल 13 राज्यों से 34 नगर निगमों का तिनिधित्व इस सुराज संकल्प सम्मेलन के रूप में नाम सम्मेलन में भाग लिया।

भाजपा महासचिव ने कहा कि भाजपा एकमात्र पार्टी है कि शासन की गुणवाा के बारे में इतनी मेहनत करने का यास है- क्या आपने किसी अन्य पार्टी कि तो बहुत सुशासन के लिए उत्सुक है के बारे में सुना? उन्होंने पूछा- उन्होंने यह भी कहा कि हम कोशिश करेंगे और अच्छा है कि अन्य नगर निगमों में हो रहा सभी का अनुकरण करना चाहिए और उन्हें अनुकूलित करने के लिए हमारी आवश्यकताओं को सूट करते हुए उन सफल मडल को लागू-

इससे पहले सम्मेलन को सर्वसम्मति से दो अलग संकल्प किया- पहले 74 संशोधन की भावना का पूरा उल्लंघन में कार्यात्मक शयाेिं के हस्तांतरण के संदर्भ में शहरी निकायों की ओर से उार देश सरकार की उदासीनता के साथ निपटा एक- अलीगढ़ के मेयर डा- आशुतोष वाणेय इस स्ताव जो वाराणसी के मेयर काैालैन्द्र सिंह से सहमत था चले गए- एक दस सूत्री शहरी सुशासन के लिए तिबद्धताओं के चार्टर के कोरबा छाीसगढ़ योगो लांबा महापौर जो गोरखपुर महापौर अंजू चौधरी ने समर्थन किया था द्वारा ले जाया गया था

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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ताज महोत्सव की तैयारियां युद्वस्तर पर करें, मण्डलायुक्त ने महोत्सव के व्यापक प्रचार प्रसार पर दिया बल

Posted on 20 November 2010 by admin

‘‘ताज महोत्सव‘‘ का आयोजन इस र्वा भव्य और यादगार महोत्सव के रूप में किये जाने हेतु तैयारियां प्रारम्भ कर दी गई है। मण्डलायुक्त सुधीर एम- बोबडे ने आज सर्किट हाउस पर आयोजित बैठक में आयोजन के सम्बन्ध में विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने निर्दो दिये कि विभिन्न कार्यो के लिए गठित उप समितियां हर सप्ताह बैठक कर कार्यो को 6 सप्ताह में अंतिम रूप दे दें, ताकि समय से व्यापक प्रचार प्रसार की व्यवस्था सुनिचित हो सके और अधिक से अधिक पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ताज महोत्सव से जोडा जा सकेगा।

commissioner-agra-s-m-bobde-holding-preparatory-meeting-of-taj-mahotsav-2011उन्होंने निर्दो दिये कि इस र्वा ताज महोत्सव आयोजन की थीम चयन हेतु स्थानीय नागरिक संस्थाओं तथा मीडिया का सहयोग लेकर एक माह में थीम चयन करें। सर्वोत्तम थीम के लिए दस हजार रूपये पुरस्कार राा दी जायेगी।

ताज महोत्सव में आगरा के अन्य स्मारकों को भी प्रमोट किया जायेगा। ताज महोत्सव की प्रस्तावित आमदनी का लगभग आधी धनराा सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर व्यय किये जाने का प्रस्ताव है।

ताज महोत्सव के प्रचार हेतु बेबसाइट, फेसबुक, होर्डिग्स, ब्राेार, इलै0 एवं प्रिन्ट मीडिया पार्टनर सहित विभिन्न माध्यमों का उपयोग करने पर सहमति प्रकट की गई।

बैठक में निर्णय लिया गया कि ताज महोत्सव में स्टालों की संख्या लगभग 350 ही निर्धारित रहे। महोत्सव में प्रवो टिकट ाल्पी तथा कामाार्यल स्टाल, फूड स्टालों की संख्या और दरों पर भी चर्चा हुई। कामाार्यल स्टाल की दर गत र्वा की 12 हजार से बढाकर 20 हजार किये जाने पर सहमति प्रकट की। ताज महोत्सव में 44 कामार्यल स्टाल लगते है। फूड स्टाल में ब्राण्डेड के लिए 20 हजार तथा नान ब्राण्डेड के लिए 15 हजार प्रति स्टाल दर पर सहमति प्रकट की गई ।

ताज महोत्सव में प्रवो हेतु टिकिट दरें व्यस्यक हेतु 20 रूपये, 10 र्बा तक के बच्चों के लिए 10 रू0 और 5 र्वा तक के बालकों को प्रवो नि:ाुल्क रहेगा। स्कूलों के ग्रुप की बसों को 150 रूपये प्रति बस की दर पर देना होगा। विदेाी पर्यटकों को टिकट के साथ ब्राेार दिये जायेगे।

जिलाधिकारी अमृत अभिजात ने कहा कि स्थानीय कलाकारों, संस्थाओं और नागरिकों की सहभागिता सुनिचित करने हेतु सार्थक प्रयास हो।

उन्होंने कहा कि पुरातत्व विभाग की सूची में 196 स्मारक दर्ज है। इस महोत्सव के माध्यम से इन्हे भी प्रचारित कराये। ब्राेार, कलैण्डर के साथ डेस्ट कलैन्डर भी प्रकाान का सुझाव दिया। ताज महोत्सव की वेबसाइट के साथ फेस बुक बनाने का भी उन्होंने निर्दो दिये।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आर- के- श्रीवास्तव, नगर आयुक्त विनय ांकर पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी नगर अरूण प्रकाा, पुलिस अधीक्षक यातायात  ए-के- तिवारी, सहायक निदोक पर्यटन अनूप श्रीवास्तव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा पर्यटन संस्थाओं से राजीव तिवारी, राको चौहान, राजीव नारायण आदि उपस्थित थे

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मा0 कांशीराम जी शहरी गरीब नि:शुल्क आवास योजनाओं फेज टू तथा तीन में जनपद में 6500 आवास बनेगें।

Posted on 20 November 2010 by admin

मा0 कांशीराम जी शहरी गरीब नि:शुल्क आवास योजना के फेज-दो और फेज तीन के लिए सर्वे का कार्य तत्परता से पूर्ण करें और गरीब व आश्रयहीन परिवारों को लाभाविन्त करें। जनपद में योजना के प्रथम चरण में निर्मित 1500 भवनों के आबंटन पत्र जारी हो गये है। अब द्वितीय चरण मे 1500 तथा तृतीय चरण  5000 आवास बनाये जायेगें। सर्वे कार्य के लिए क्षेत्रवार 32 समितियां बना दी गई है।

जिलाधिकारी अमृत अभिजात आज कलक्ट्रेट सभागार में मान्यवर कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना में लगे सर्वेक्षण कमेटियों के प्रभारी एवं सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने सर्वे का कार्य एक माह में पूर्ण करलें । इस दौरान हर सप्ताह समीक्षा की जायेगी। उन्होंने कहा कि सर्वे टीम के अलावा डूडा, नगर निगम, कलेक्ट्रेट में प्राप्त आवेदन पत्रों को भी सर्वे टीमों को भेजे।

उन्होंने सचेत किया कि यह योजना प्रदेश सरकार की सर्वोच्चं प्राथमिकताओं में है। योजना को लागू करने में समयवृद्वता और गुणवत्ता का सत्त ध्यान दें।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदीश तथा पी.ओ. डूडा रमेश कर्दम ने प्रगति से अवगत कराया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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