Posted on 25 September 2010 by admin
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी जी दिनांक 25, 26 एवं 27सितम्बर को पश्चिमी उ0प्र0 के बाढ़ प्रभावित विभिन्न जनपदों का दौरा करेंगीं।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कंाग्रेस के मीडिया सचिव विजय सक्सेना ने बताया कि डॉ0 जोशी दिनांक 25सितम्बर को सहारनपुर एवं मुजफ्फरनगर, 26सितम्बर को मोरना, शुक्रताल, मेरठ, बिजनौर एवं 27सितम्बर को मुरादाबाद एवं रामपुर के विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगीं। डॉ0 जोशी के साथ उपरोक्त जनपदों के जिला एवं शहर कंाग्रेस कमेटी के वरिष्ठ कांग्रेसजन भी मौजूद रहेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 25 September 2010 by admin
रामजन्मभूमि-बाबरी मिस्जद विवाद में 24सितम्बर को होने वाले फैसले को रोकने के लिए मा0 उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करने वाले श्री रमेश चन्द्र त्रिपाठी, एडवोकेट न तो कंाग्रेस के सदस्य हैं और न ही कांग्रेस की गतिविधियों में कभी इन्होने हिस्सा लिया।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि कुछ निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा जानबूझकर यह अफवाह फैलायी जा रही है कि श्री रमेश चन्द्र त्रिपाठी द्वारा दायर याचिका के पीछे कांग्रेस का हाथ है जो सच्चाई से परे है। कंाग्रेस पार्टी मा0 न्यायालय के फैसले का हमेशा सम्मान करती रही है और आगे भी करती रहेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 25 September 2010 by admin
युवा घुड़ सवार देश का नाम रौशन करेगी स्थवी की झोली में 18 पदक
न्यूजीलैण्ड के खिलाड़ी मार्क टोण्ड की घुड़सवारी से प्रभावित स्थवी अस्थाना ने अपने जीवन का लक्ष्य ओलिम्पक में भारत के लिए गोल्ड मेडल प्राप्त करना बनाया है। अड़ियल घोड़ों की सवारी का जुनूनी शौक रखने वाली स्थवी सफलताओं की सीढ़ी निरन्तर चढ़ती जा रही है और उसका यह जुनून निश्चित तौर पर उसे ओलिम्पक में गोल्ड मेडल दिलायेगा।
आई.ए.एस. माता-पिता की कम उम्र की इस बच्ची ने लगभग डेढ़ साल पहले इलाहाबाद में पहली बार घोड़े की सवारी की थी। इसके बाद उसे घुड़-सवारी का जो चस्का लगा उसने उसे थोड़े समय में ही 18 पदकों का मालिक बना दिया। उसे मिले पदकों में नौ पदक सोने के, पांच पदक चॉदी के और चार पदक कांस्य के हैं। इस साल दिल्ली में हुये हार्स शो में स्थवी अस्थाना को एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक मिला। दिल्ली में ही हुये एफ.ई.आई. अन्तर्राष्ट्रीय मुकाबले में स्थवी पॉंचवा और ड्रे साज में चौदहवां स्थान लेने वाली महिला खिलाड़ी बन गई। नोएडा में हुये हार्स शो मुकाबले में भी उसे बेस्ट राइडर का खिताब मिला।
युवा घुड़ सवार स्थवी अस्थाना बचपन से ही अडियल घोड़ों की नकेल कसती रही, बावजूद इसके कि उसके पास अपना कोई घोड़ा नहीं रहा। दूसरों के घोड़ों के साथ मैदान पर उतर कर मेडल प्राप्त करना स्थवी की आदत बन गई है। फतेहगढ़ साहिब में भी स्थवी ने मुकाबले से बमुश्किल आधा घण्टे पहले ही मिले एलक्जेण्डर नामक घोड़े के साथ खुद का तालमेल इस तरह बैठाया कि उसे चौथा स्थान हासिल करने में सफलता मिली। फतेहगढ़ साहिब स्थित बाबा बन्दा सिंह बहादुर इंजीनिरिग कालेज में अन्तर्राष्ट्रीय घुड दौड़ मुकाबले के चिल्ड्रन शो मीटिंग में स्थवी के अलावा एक और लड़की शामिल हुई थी। स्थवी ने एलक्जेण्डर नामक जिस घोडे़ पर सवार होकऱ इस मुकाबले में चौथा स्थान लिया था वह घोड़ा बी.एस.एफ. का था। इस चिल्ड्रन शो में गत रविवार को मुकाबले के पॉचवें दिन स्थवी अस्थाना ने बिना किसी पेनाल्टी प्वाइंट के राउण्ड पूरा कर उपस्थित दर्शकों की तालियॉं बटोरी। इस मुकाबले में स्थवी ने लगभग दो महीने के बाद ही घोड़े की लगाम पकड़ी थी। मुकाबले के पहले राउण्ड में 22 खिलाड़ी शामिल थे। इनमेें से मात्र पॉच खिलाड़ी ही दूसरे राउण्ड में पहुंच सके थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 25 September 2010 by admin
उत्तर प्रदेश में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जहां फसल नष्ट हो गई है, उसकी भरपाई के लिए अगेती रबी की फसलों का चयन करें। ज्वार, बाजरा, मक्का, दलहनी एवं तिलहनी फसलों में खेतों में जल भराव न होने दें। अक्टूबर माह में बोई जाने वाली गन्ने की प्रजातियों यथा यू0पी0-9530 एवं को0सा0 96436 को प्राथमिकता दी जाय। वातावरण में नमी की उपस्थिति रहने के कारण कीट के प्रकोप की सम्भावना बनी रहेगी इसलिये सतर्कता रखते हुए रोकथाम का तुरन्त उपाय करें।
फसल सतर्कता समूह के कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार जिन खेतों में पानी कम गहराई का बना हुआ है और वहां ट्रापड्रेसिंग करना सम्भव नहीं है तो 2 प्रतिशत यूरिया का पणीZय छिड़काव करें। प्रत्येक दशा में धान में फूल खिलने एवं दुग्धावस्था में खेतों में नमी बनाये रखना आवश्यक है। खेतों को खरपतवार से मुक्त रखें, जिससे कीट व्याधियों को रोका जा सके तथा पौधों को समुचित पोषक तत्व मिल सके। जल निकासी व्यवस्था वाली भूमियों में मौसम साफ एवं उपयुक्त होने पर तोराई की बुआई करना चाहिये। उन्होंने बताया कि अगेती आलू की बुआई का समय उपयुक्त है। अत: शीत भण्डार से बीज निकाल कर शोधन के अपरान्त ही बुआई करें।
कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि जिन क्षेत्रों में पर्याप्त वषाZ नहीें हो रही है वहां पानी बबाZद न हो, इसके लिए जल संरक्षण के उपाय अपनायें। तिलहनी फसलों में तीन बोरी जिप्सम प्रति हे0 दलहनी फसलों में दो बोरी जिप्सम प्रति हे0 की दर से प्रयोग करें। यह तब ही करें जब बोआई के समय जिप्सम का प्रयोग न किया गया हो। अरहर की फसल एक माह की हो गई है, तो 10 किलो ग्राम यूरिया की प्रति हे0 की दर टाप ड्रेसिंग करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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