Archive | August, 2018

बाढ़ की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त

Posted on 19 August 2018 by admin

उ0प्र0 के कई जनपदों में बाढ़ पर बीजेपी सरकार लापरवाह है बाढ़ की वजह से वहां का जनजीवन अस्त-व्यस्त है, हजारों लोग पलायन करने को मजबूर हैं और कृषि योग्य हजारों हेक्टेयर भूमि पानी से डूब गयी है लेकिन सरकार की तरफ से कोई वैकल्पिक व स्थायी समाधान न करके सिर्फ खोखले दावे किये जा रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि बाढ़ की वजह से उ0प्र0 में 225 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं लेकिन सरकार द्वारा राहत कार्य की बजाय सिर्फ दिन-रात आम चुनाव की तैयारियां की जा रही हैं और घड़ियाली आंसू बहाये जा रहे हैं।
बारिश व नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने की वजह से तराई क्षेत्रों के जनपदों में गांव के गांव डूब गये हैं और गांवों का सम्पर्क तहसील मुख्यालय व जनपद मुख्यालयों से टूट गया है लेकिन योगी आदित्यनाथ की सरकार सिर्फ हवा हवाई दावे कर रही है अभी भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय प्रभावित निवासियों के लिए वैकल्पिक सुविधाएं देने में अक्षम साबित हो रही है।
जनपद लखीमपुर के रमियाबेहड़, धौरहरा, निघासन, नकहा, ईसानगर के दर्जनों गांव बाढ़ के चपेट में हैं और सम्पर्क मार्गों पर जलभराव है।
इससे ज्यादा उ0प्र0 की जनता के साथ भद्दा मजाक क्या हो सकता है कि वर्तमान सरकार की मंत्री श्रीमती स्वाती सिंह बैलगाड़ी से नकहा ब्लाक के गांवों का दौरा तो किया लेकिन उनके जाने के बाद भी स्थिति जस की तस है, और बयान दिया कि बाढ़ एक दैवीय आपदा है इसका कोई स्थायी समाधान नहीं किया जा सकता, उन्होने अपने बयान से आम जनमानस केा निराश किया है।
सीतापुर के तम्बौर, लहरपुर, बिसवां क्षेत्र में भी बाढ़ की वजह से जनजीवन बदहाल है। यही हाल बस्ती के हर्रैया का है, गोण्डा के करनैलगंज में भी नदी का जलस्तर खतरे से ऊपर है।
बलरामपुर जिले मंे राप्ती नदी भी उफान पर है। जनपद के तटवर्ती क्षेत्र के गांवों में पानी भर रहा है लेाग पलायन कर रहे हैं लेकिन विभाग और सरकार के द्वारा प्रयास के नाम पर हवाई दावे किये जा रहे हैं। जनपद महराजगंज में भी बाढ़ की वजह से आम जनजीवन प्रभावित है और सैंकड़ों बीघा फसल पानी मंे है।

जनपद शाहजहांपुर में भी गर्रा नदी उफान पर है इससे वहां के दर्जनों गांव प्रभावित हुए हैं और हजारों बीघा जमीन बाढ़ की भेंट चढ़ गयी है लेकिन सरकार की तरफ से सिर्फ दिखावे के लिए नाममात्र का दौरा ही किया गया है। सरकार इसके प्रति कितना गंभीर है वह सिंचाई मंत्री के बयान से लगता है कि अभी तो यह शुरूआत है आगे पानी और बढ़ेगा, बाढ़ मंत्री ने बयान दिया था कि यूपी में योगी जैसा सदाचारी राजा है इसलिए हानि नहीं हो रही है इस बयान ने उ0प्र0 की जनता के प्रति उनकी संवेदनहीनता और प्रजातंत्र में उनकी राजतंत्र की सोच नजर आती है। क्या वह मंत्री सिर्फ टिप्पणी और समीक्षा करने के लिए बने हैं। इस तरीके का बयान आम जनमानस को ढांढस बांधने के बजाय जख्मों पर नमक रगड़ने जैसा है। आगे प्रत्येक वर्ष बाढ़ के पश्चात भयानक संक्रमण व बीमारी का खतरा रहता है। इसको लेकर भी सरकार की कोई तैयारी नहीं है।
सरकार द्वारा बड़े-बड़े दावे किये जा रहे थे कि सभी अधिकारी सक्रिय होकर काम कर रहे हैं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और नदी के किनारे रहने वालों की सुरक्षा प्रबन्ध किये गये हैं लेकिन हकीकत तो यह है कि बांधों के रखरखाव को लेकर धन आवंटन में जो भ्रष्टाचार हुआ है उसी का दुष्परिणाम उ0प्र0 के बाढ़ प्रभावित 40 जनपदों की जनता भुगत रही है।
सिंचाई मंत्री का दावा था कि बाढ़ से बचाव के लिए चैकियां बनायी गयीं लेकिन सच्चाई यह है कि चैकियों के नाम पर आवंटित सरकारी धन की लूट हुई है।
कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि बाढ़ प्रभावित जनपदों को विशेष पैकेज के तहत धनावंटन किया जाय और बाढ़ से हुए किसानों के नुकसान जिनकी फसल बाढ़ में डूब गयी है उन्हें मुआवजा दिया जाय तथा बाढ़ से उत्पन्न संक्रमण एवं बीमारियों से बचने के लिए तत्काल स्वास्थ्य सम्बन्धी आवश्यक कदम उठाये जायें।

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मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग के कार्मिकों और ठेकेदारों की मिलीभगत से विद्युतीकरण के लिए दी गयी सामग्री व उपकरणों के अनाधिकृृत रूप से बाजार में बेचे जाने के प्रकरण के सम्बन्ध में उच्चस्तरीय बैठक में कृत कार्रवाई की समीक्षा की

Posted on 18 August 2018 by admin

सभी दोषी व्यक्तियों तथा विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों के
विरूद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ आपराधिक मामला पाते ही
उनके विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई अमल में लाने के निर्देशpress-18

स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा जांच की कार्यवाही एक माह में पूर्ण कर ली जाय

उ0प्र0 पावर कारपोरेशन द्वारा एक माह के भीतर अपने सभी
भण्डार गृृहों का विशेष आडिट सुनिश्चित कराया जाय

भण्डार गृहों से जारी की गयी सामग्री के प्रयोग की भी
जांच-पड़ताल एक माह में सुनिश्चित की जाय

खम्भे, ट्रांसफाॅर्मर तथा कंडक्टर आदि की गुणवत्ता जांचने
की वर्तमान प्रणाली को और सुदृढ़ किया जाय

लखनऊ: 18 अगस्त, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने विगत जून माह में विद्युत विभाग के कार्मिकों और ठेकेदारों की मिलीभगत से विद्युतीकरण के लिए दी गयी सामग्री व उपकरणों के अनाधिकृृत रूप से बाजार में बेचे जाने के प्रकरण के सम्बन्ध में आज शास्त्री भवन में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में कृत कार्रवाई की समीक्षा की। इस मामले में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ कई अन्य राज्यों के विद्युत विभाग के भण्डार गृहों से निर्गत की गयी सामग्री निजी व्यक्तियों के गोदामों से बरामद की गयी थी।
मुख्यमंत्री जी ने इस प्रकरण पर चिन्ता व्यक्त की और ऊर्जा तथा गृृह विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिये कि प्रकरण में सर्वोच्च प्राथमिकता पर तत्काल प्रभावी और कठोर कार्रवाई की जाय। सभी दोषी व्यक्तियों तथा विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ आपराधिक मामला पाते ही उनके विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई अमल में लायी जाय ताकि ऐसा सशक्त संदेश जाय कि कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की गतिविधि करने की हिम्मत न कर सके।
बैठक में ऊर्जा विभाग के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि स्पेशल टास्क फोर्स से सूचना मिलते ही मध्यान्चल विद्युत वितरण निगम, लखनऊ एवं दक्षिणान्चल विद्युत वितरण निगम, आगरा द्वारा विशेष जांच दल गठित कर दिये गये थे, जिनकी आख्या के आधार पर तीन अवर अभियन्ताओं तथा दो सहायक भण्डार कीपरों को निलम्बित किया जा चुका है।
प्रकरण में समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए निदेशक (वित्त), उ0प्र0 पावर कारपोरेशन की अध्यक्षता में विशेष कार्यदल गठित कर दिया गया है, जिसमें सतर्कता विंग के पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी के साथ-साथ वित्त एवं तकनीकी क्षमता रखने वाले अन्य अधिकारियों को भी सम्मिलित किया गया है।
बैठक में मुख्यमंत्री जी को यह भी अवगत कराया गया कि उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन द्वारा यह नीति भी कार्यान्वित की गयी है कि कार्यशाला/भंडार इकाईयों में एक निश्चित अवधि से अधिक समय तक तैनात/कार्यरत रहे अधिकारियों/कर्मचारियों को पुनः कार्यशाला तथा भंडार इकाई में तैनात नहीं किया जायेगा। सम्पूर्ण स्टोर प्रणाली को कम्प्यूट्रीकृृत करने के लिए उ0प्र0 पावर कारपोरेशन द्वारा ई0आर0पी0 प्रणाली भी लागू किये जाने की कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी द्वारा यह निर्देश दिये गये कि स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा जांच की कार्यवाही एक माह में पूर्ण कर ली जाय और इसके लिए पुलिस महानिदेशक आवश्यतानुसार एस0आई0टी0 गठित करें। उ0प्र0 पावर कारपोरेशन द्वारा एक माह के भीतर अपने सभी भण्डार गृृहों का विशेष आडिट सुनिश्चित कराया जाय। इसके साथ ही भण्डार गृहों से जारी की गयी सामग्री के प्रयोग की भी जांच-पड़ताल एक माह में सुनिश्चित की जाय।
मुख्यमंत्री जी द्वारा इस बात पर बल दिया गया कि विद्युतीकरण के लिए क्रय की जा रही सामग्री विशेषकर खम्भे, ट्रांसफाॅर्मर तथा कंडक्टर आदि की गुणवत्ता जांचने की वर्तमान प्रणाली को और सुदृढ़ किया जाय। एक माह की अवधि में पावर कारपोरेशन (मुख्यालय) स्तर से छापे मारकर सामग्री के नमूने एकत्रित किये जाएं और उनकी जांच प्रतिष्ठित प्रयोगशालाओं से कराकर, गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर अनुबन्ध (काॅन्ट्रैक्ट) के अन्तर्गत कार्रवाई के साथ-साथ गम्भीर मामलों में आपराधिक प्रकरण भी दर्ज कराया जाय।
बैठक में मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री आलोक कुमार, प्रमुख सचिव गृृह श्री अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, पुलिस महानिदेशक श्री ओ0पी0 सिंह, पुलिस महानिरीक्षक, स्पेशल टास्क फोर्स तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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आपदा की इस घड़ी में उ0प्र0 सरकार एवं राज्य की जनता केरलवासियों के साथ

Posted on 18 August 2018 by admin

भीषण वर्षा एवं बाढ़ से प्रभावित केरल राज्य की जनता को राहत पहुंचाने के लिए
उत्तर प्रदेश 15 करोड़ रु0 का आर्थिक सहयोग देगा: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 से राहत सामग्री एवं औषधियाँ केरल भेजने के निर्देश दिये

लखनऊ: 18 अगस्त, 2018
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने केरल राज्य में भीषण वर्षा एवं बाढ़ से हुई क्षति पर सहानुभूति व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश से राहत सामग्री एवं औषधियाँ केरल भेजने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने केरल राज्य में हुई क्षति से प्रभावित वहां की जनता को राहत पहुंचाने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 15 करोड़ रुपये की धनराशि केरल राज्य के मुख्यमंत्री सहायता कोष में भेजने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने स्वयंसेवी संस्थाओं एवं समाजसेवियों से भी केरल राज्य की प्रभावित जनता को राहत एवं मदद उपलब्ध कराने का आह्वान किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि आपदा की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार एवं राज्य की जनता केरलवासियों के साथ है। उन्होंने कहा है कि केरल राज्य के आपदा प्रभावित लोगों को राहत एवं सहायता करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार कृत संकल्पित है।

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अटल जी के निधन से एक युग का अंत जैसे हो गया है

Posted on 18 August 2018 by admin

लखनऊ 18 अगस्त 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय जी ने कहा कि भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। युगपुरूष अटल जी ने विगत सात दशकों तक उन्होंने भारत की राजनीति को प्रभावित किया और भारत की राजनीति के केन्द्र बिन्दु बने। वह एक कवि हृदय, अद्भुत वक्ता, कुशल प्रशासक और करिश्माई व्यक्तित्व के धनी थे। स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी एक अजात शत्रु और समदर्शी थे। अटल जी जैसी व्यापक, अबाध, र्निविवाद, लोकमान्यता शायद ही देश में किसी को प्राप्त हुई हो। अटल जी के निधन से एक युग का अंत जैसे हो गया है। उनका निधन सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए अपूर्णीय क्षति है।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि कल दिनांक 19 अगस्त को सायंकाल 3 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पर 18 अस्थि कलश लखनऊ आयेंगे। वहां से जनसमूह अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन अस्थि कलशों को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में लाया जायेगा। 20 अगस्त को प्रातः 10 बजे प्रदेश के 18 स्थानों पर प्रदेश में प्रवाहित होने वाली पवित्र नदियों में विसर्जन के लिए कलश यात्रा प्रदेश कार्यालय से रवाना की जायेगी। कलश यात्रा के साथ प्रदेश सरकार के एक मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी यात्रा में साथ जायेंगे। रास्ते में पड़ने वाले जिलों में वहां की जनता अपने श्रद्धासुमन अर्पित करेगी तथा नदी के किनारे घाट पर वहां के गणमान्य नागरिक एवं धर्म गुरू अपने श्रद्धा के पुष्प अर्पित करते हुए अस्थि कलश को प्रवाहित करेंगे।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी जिनका लखनऊ के साथ अटूट रिश्ता रहा है। लखनऊ उनकी भावनात्मक कर्मभूमि रही है। 23 अगस्त को सायंकाल 03 बजे सर्व धर्म, सर्वदलीय श्रद्धांजलि प्रार्थना सभा झूलेलाल पार्क, नदवा कालेज के सामने गोमती नदी के किनारे आयोजित की गई है। डा0 पाण्डेय ने कहा कि इस सभा में सभी धर्मो के गुरू, सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को आमंत्रित किया जायेगा। श्रद्धांजलि सभा में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी का परिवार, देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह जी, प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय योगी आदित्यनाथ जी और लखनऊ महानगर के गणमान्य लोग स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। सायंकाल अस्थि कलश गोमती नदी में प्रवाहित किया जायेगा।
डा0 पाण्डेय ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में दिनांक 25 अगस्त को एवं सभी मण्डल ईकाईयों में दिनांक 27 एवं 28 अगस्त को श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जायंेगी।

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राजभवन में दी गई पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि

Posted on 18 August 2018 by admin

21वीं सदी के महानायक थे अटल जी - श्री नाईक

लखनऊः 18 अगस्त, 2018
011 उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज राजभवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राज्यपाल की पत्नी श्रीमती कुंदा नाईक, पुत्री डाॅ0 निशिगंधा नाईक, प्रमुख सचिव श्री हेमन्त राव, विशेष सचिव डाॅ0 अशोक चन्द्र सहित राजभवन के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे। श्रद्धांजलि सभा में दो मिनट का मौन भी रखा गया।
राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी से उनका 1962 से व्यक्तिगत एवं राजनैतिक संबंध रहा है। अटल जी अपने अद्भुत व्यक्तित्व एवं कृतित्व के कारण न केवल देश बल्कि विश्व की दृष्टि से भी 21वीं सदी की राजनीति के महानायक थे। अटल जी के व्यक्तित्व में हिमालय की ऊंचाई तथा विचारों एवं ज्ञान में समुद्र सी गहराई थी। उनको सरस्वती का वरदान प्राप्त था। वे अपनी उदारता एवं सबको साथ लेकर चलने की राजनीति के लिए जाने जाते थे। राज्यपाल ने कहा कि अटल जी का निधन युगान्त है।
श्री नाईक ने अटल जी के राजनैतिक जीवन में प्रकाश डालते हुए बताया कि 1952 में डाॅ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ अटल जी भी कश्मीर गये थे जहाँ से डाॅ0 मुखर्जी ने उन्हें वापस भेजकर देश में प्रचार करने को कहा। 1957 में प्रथम बार अटल जी द्वारा जनसंघ के प्रत्याशी के रूप में उत्तर प्रदेश के तीन संसदीय क्षेत्रों मथुरा, लखनऊ एवं बलरामपुर से चुनाव लड़ने का भी राज्यपाल ने जिक्र किया। उन दिनों जनसंघ को लोकसभा के लिये उम्मीदवार मिलना भी मुश्किल था। चुनाव का परिणाम आया कि मथुरा से 10 प्रतिशत वोट पाकर जमानत जब्त हुई, लखनऊ से 33 प्रतिशत वोट पाकर जमानत सुरक्षित रही और बलरामपुर से 52 प्रतिशत वोट पाकर वे विजयी हुए। इसके पश्चात् अटल जी का लखनऊ से विशेष लगाव हो गया। उन्होंने लखनऊ को अपनी कर्मभूमि बनाया जहाँ से जीतकर तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे।
राज्यपाल ने अपने संस्मरण साझा करते हुए कहा कि 1980 में जब मैं भारतीय जनता पार्टी का मुंबई अध्यक्ष था तब मुंबई में आयोजित पार्टी के प्रथम अधिवेशन में अटल जी ने कहा था कि ‘अंधेरा छटेगा, सूरज उगेगा और कमल खिलेगा’। इसी अधिवेशन में न्यायमूर्ति छागला जिन्होंने आपातकाल के दिनों में अटल जी की ओर से न्यायालय में वकालत की थी, ने अपार जनसमूह को देखकर अपने सम्बोधन में कहा था कि मेरे सामने ‘मिनी इण्डिया’ है और मेरे दाहिनी ओर बैठे अटल जी में मैं भविष्य का प्रधानमंत्री देख रहा हूँ। राज्यपाल ने कहा कि यह भविष्यवाणी 1996 में साकार हुई।
श्री नाईक ने कहा कि अटल जी में कठिन परिस्थितियों में भी निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता थी। 1998 में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव लाने पर अटल जी ने कहा था कि वे किसी अनुचित प्रकार से वोट नहीं जुटायेंगे, सरकार गिरने की स्थिति में पुनः जनता के समक्ष जायेंगे। 23 पार्टियों के सहयोग से बनी सरकार एक वोट से गिर गयी थी। राजनीति में सात्विकता का ऐसा उदाहरण उनके जैसा विराट व्यक्तित्व ही प्रस्तुत कर सकता था। परमाणु परीक्षण कर अटल जी ने भारत को विश्व में शक्तिशाली देश के रूप में स्थापित किया। अनेक विकसित देशों के कड़े आर्थिक प्रतिबंधों के बावजूद वे झुके नहीं। उन्होंने देशवासियों का आह्वान करते हुए लाल बहादुर शास्त्री जी के 1965 में दिये गये नारे ‘जय जवान-जय किसान’ में ‘जय विज्ञान’ जोड़कर देश को आगे बढ़ाने का कार्य किया।
राज्यपाल ने कहा कि जब वे 1994 में कैंसर रोग से ग्रस्त थे तब अटल जी अनेक बार उनका हाल-चाल जानने मुंबई आवास आये थे। अटल जी ने कहा था कि आपके स्वस्थ होकर पुनः काम शुरू करने पर मैं आपसे मिलने आऊंगा। कैंसर रोग पर विजय प्राप्त करने के पश्चात् पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितम्बर 1994 को आयोजित कार्यवृत्त प्रकाशन के कार्यक्रम में अटल जी आये थे। उन्होंने कहा कि ‘आये हुये जनसमूह को देखकर ईष्र्या होती है कि रामभाऊ कितने लोकप्रिय हैं। आप मृत्यु के दरवाजे से वापस आये हैं। बोनस में मिला जीवन इस बात का संकेत है कि आगे देश और समाज के लिए और काम करना है।’ राज्यपाल ने कहा कि अटल जी के ऐसे वचन सुनकर मैंने ‘पुनश्च हरि ओम्’ कहकर अपना कार्य प्रारम्भ किया।
श्री नाईक ने बताया कि जब वे पेट्रोलियम मंत्री थे तब उनके सुझाव पर कारगिल युद्ध के शहीदों के परिजन के पुनर्वास के लिए पेट्रोल पम्प और गैस एजेन्सी देने के निर्णय को अटल जी ने स्वीकार किया था। राज्यपाल ने कहा कि ऐसा प्रधानमंत्री, ऐसा जनता का नेता भारत में कभी नहीं हुआ। अटल जी ने जो अद्भुत कार्य किये हैं उसी रास्ते पर चलकर हम सभी को जनता की सेवा का दायित्व निभाने, गुणवत्ता से काम करने का संकल्प लेना चाहिए, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
प्रमुख सचिव श्री हेमन्त राव ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अटल जी सरल एवं सहज स्वभाव के थे। उन्होंने देश को कड़ी परीक्षा के बीच से निकाला था। अटल जी का व्यक्तित्व एवं राजनीतिक जीवन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
श्रद्धांजलि सभा का संचालन करते हुए प्रभारी आयुर्वेद चिकित्सालय राजभवन डाॅ0 शिव शंकर त्रिपाठी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर प्रकाश डाला।

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पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी जी की अस्थियां प्रदेश के समस्त जनपदों की मुख्य नदियों में विसर्जित की जाएंगी

Posted on 17 August 2018 by admin

सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊ: 17 अगस्त, 2018*

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश, पूर्व प्रधानमंत्री
श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की कर्मभूमि रहा है। उत्तर प्रदेश के हर क्षेत्र
से श्रद्धेय वाजपेयी जी का गहरा लगाव था। उन्होंने कहा कि जनभावनाओं का सम्मान
करते हुए स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी जी की अस्थियां प्रदेश के समस्त जनपदों की
मुख्य नदियों में प्रवाहित की जाएंगी, ताकि राज्य की जनता को भी उनकी अन्तिम
यात्रा से जुड़ने का अवसर प्राप्त हो सके।
यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश
के जनपद आगरा में यमुना व चम्बल, इलाहाबाद में गंगा, यमुना व टोन्स (तम्सा),
वाराणसी में गंगा, गोमती व वरूणा, लखनऊ में गोमती, गोरखपुर में घाघरा, राप्ती,
रोहिन, कुआनो व आमी, बलरामपुर में राप्ती, कानपुर नगर में गंगा, कानपुर देहात
में यमुना, अलीगढ़ में गंगा व करवन, कासगंज में गंगा, अम्बेडकर नगर में घाघरा व
टोन्स (तम्सा), अमेठी में सई व गोमती, अमरोहा में गंगा व सोत, औरैया में यमुना
व सिंद्धु, आजमगढ़ में घाघरा व टोन्स (तम्सा), बदायूं में गंगा, रामगंगा व सोत,
बागपत में यमुना, हिण्डन व काली नदी, बहराइच में सरयू, घाघरा, करनाली व
सूहेली, बलिया में गंगा, घाघरा, गण्डक व टोन्स (तम्सा), बांदा में केन व
यमुना, बाराबंकी में घाघरा व गोमती, बरेली में रामगंगा व अरिल, बस्ती में
घाघरा, कूआनो व मनोरमा, बिजनौर में गंगा व रामगंगा, बुलन्दशहर व चन्दौली में
गंगा, चित्रकूट में यमुना, देवरिया में गण्डक, घाघरा व राप्ती, एटा में इसान
और इटावा में चम्बल व यमुना नदी में अटल जी की अस्थियां विसर्जित की जाएंगी।
इसी प्रकार जनपद फैजाबाद में घाघरा व टोन्स (तम्सा), फर्रूखाबाद में गंगा व
रामगंगा, फतेहपुर में यमुना व गंगा, फिरोजाबाद में यमुना, गौतमबुद्धनगर और
गाजियाबाद में यमुना व हिण्डन, गाजीपुर में गंगा व गोमती, गोण्डा में घाघरा व
कूआनो, हमीरपुर में यमुना, धसान व केन, हापुड़ में गंगा, हरदोई में रामगंगा व
सई, हाथरस में करबन व संेगर, जालौन में यमुना, सिंद्धु व बेतवा, जौनपुर में सई
व गोमती, झांसी में धसान व बेतवा, कन्नौज में गंगा, कौशाम्बी में गंगा व
यमुना, कुशीनगर में गण्डक व बूढ़ी गण्डक, लखीमपुर खीरी में शारदा, गोमती व
सूहेली और ललितपुर में बेतवा, धसान, जामनी व शहजाद नदी में अटल जी की अस्थियां
प्रवाहित की जाएंगी।
इसी तरह से महराजगंज में गण्डक, छोटी गण्डक, राप्ती व रोहिन, महोबा में धसान,
मैनपुरी में इसान व अरिन्द, मथुरा में यमुना व करवन, मऊ में घाघरा व टोन्स
(तम्सा), मेरठ में गंगा व हिण्डन, मीरजापुर में गंगा, मुरादाबाद में रामगंगा,
मुजफ्फरनगर में गंगा, हिण्डन व काली नदी, पीलीभीत में शारदा, गोमती, व देवहा
(गर्रा), प्रतापगढ़ में सई व गंगा, रायबेरली में सई, गंगा व बकूलाही, रामपुर
में रामगंगा, सहारनपुर में यमुना, हिण्डन व काली नदी, सम्भल में गंगा व अरिल,
संतकबीर नगर में घाघरा, राप्ती व कूआनो, संतरविदास नगर में गंगा व वरुणा,
शाहजहांपुर में रामगंगा, गोमती व गर्रा, शामली में यमुना, श्रावस्ती में
राप्ती, सिद्धार्थनगर में राप्ती, कून्हरा, घोघी व वान गंगा, सीतापुर में
गोमती, घाघरा व शारदा, सोनभद्र में सोन, रेहन्द व कान्हा, सुल्तानपुर में
गोमती एवं उन्नाव में गंगा व सई नदी में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी
वाजपेयी जी की अस्थियां विसर्जित की जाएंगी।

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भारत रत्न श्रद्धेय पं0 अटल बिहारी बाजपेयी जी के निधन पर शोक सभा

Posted on 17 August 2018 by admin

आज दिनांक 17.08.2018 दिन शुक्रवार, को राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान द्वारा भारत के पूर्व प्रधान मंत्री, प्रखर वक्ता, वरिष्ठ पत्रकार एवं श्रेष्ठ कवि भारत रत्न श्रद्धेय पं0 अटल बिहारी बाजपेयी जी के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डाॅ0 रविशंकर पाण्डेय ने की।
संस्थान के पदाधिकारियों द्वारा अटल जी की याद में दो मिनट के मौन के पश्चात उनके जीवन के संघर्ष एवं व्यक्तित्व के विषय में प्रकाश डालते हुए अपनी स्मृतियों को व्यक्त किया गया एवं उनकी आत्मा की शान्ति के लिए कामना की गयी।
सभा में संस्थान के उपाध्यक्ष श्री शीलेन्द्र कुमार सिंह चैहान एवं श्री सुनील कुमार बाजपेयी सहित संस्था के महामंत्री डाॅ0 दिनेश चन्द्र अवस्थी, संगठन मंत्री डाॅ0 शोभा दीक्षित ‘भावना’ डाॅ0 सुनील कुमार, प्रचार मंत्री डाॅ0 रश्मिशील, साहित्य मंत्री डाॅ0 उमेश चन्द्र वर्मा ‘आदित्य’, संयुक्त मंत्री श्री मानस मुकुल त्रिपाठी, बृजेश कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष श्री हरी प्रकाश अग्रवाल ‘हरि’ एवं अंकेक्षक श्री शिवशंकर द्विवेदी सहित लगभग सभी पदाधिकारियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये एवं श्रद्धेय बाजपेयी जी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए दुख व्यक्त किया।

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भारतीय राजनीति के शलाका पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्वेय अटल बिहारी वाजपेयी का निधन भारत की राजनीति के महायुग का अवसान है: मुख्यमंत्री

Posted on 16 August 2018 by admin

सुरेन्द्रअग्निहोत्री, लखनऊ : 16 अगस्त, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि भारत की राजनीति में मूल्यों और आदर्शाें को प्राथमिकता देने वाले, स्वतंत्र भारत के ढांचागत विकास के दूरदृष्टा, भारतीय राजनीति के शलाका पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्वेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन भारत की राजनीति के महायुग का अवसान है।
आज यहां जारी एक शोक संदेश में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि था। राष्ट्र के प्रति श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की सेवाओं के दृष्टिगत उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ प्रदान किया गया था। अटल जी ने डाॅ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं0 दीनदयाल उपाध्याय के मार्गदर्शन में राष्ट्र-सेवा के संस्कार ग्रहण किए थे।atal-bihari-bajpai
अटल जी के व्यक्तित्व को बहुआयामी और प्रेरक बताते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वे लोकप्रिय और सर्वमान्य नेता थे, जिनका सभी सम्मान करते थे। भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में अटल जी जैसा विराट व्यक्तित्व मिलना कठिन है। उनका 6 दशक का निष्कलंक राजनैतिक जीवन हमेशा याद किया जाएगा। अटल जी ने राजनीति को मूल्यों और सिद्धान्तों से जोड़कर देश में सुशासन की आधारशिला रखी थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक ओजस्वी वक्ता और प्रखर सांसद के रूप में अटल जी की विशिष्ट पहचान थी। भारतीय संसद की गौरवशाली परम्पराओं को समृद्ध करने के लिए अटल जी को सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार भी प्रदान किया गया था। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्हें श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ सार्वजनिक जीवन में सहभागी होने और संसद में कार्य करने का सुअवसर प्राप्त हुआ।
उत्तर प्रदेश से श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के निकट सम्बन्ध का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अटल जी की कर्मभूमि रहा है। उनके दादा जनपद आगरा के प्राचीन स्थान बटेश्वर के निवासी थे। अटल जी ने एम0ए0 की शिक्षा डी0ए0वी0 काॅलेज कानपुर में ग्रहण की थी। वर्ष 1957 में बलरामपुर से विजयी होकर वे पहली बार लोकसभा में पहुंचे थे। प्रधानमंत्री के रूप में श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने लोकसभा में लखनऊ संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रदेश और अपने संसदीय क्षेत्र के विकास के लिए अविस्मरणीय कार्य किए थे। अटल जी लोकसभा के लिए लखनऊ से 05 बार सांसद निर्वाचित हुए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने राजनीति को समावेशी स्वरूप प्रदान करते हुए देश में व्याप्त राजनैतिक अस्थिरता के माहौल को स्थायित्व में परिवर्तित किया था। अटल जी ने आधारभूत ढांचे के विकास और भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बहुआयामी कार्य किए। उनका मानना था कि देश के विकास का केन्द्र बिन्दु ग्रामीण भारत ही हो सकता है। अपने प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल के दौरान श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को मूर्तरूप दिया, जिसके कारण देश के ग्रामीण इलाकों को पक्के मार्गों से जोड़ा गया है। उनके द्वारा लागू की गई स्वर्णिम चतुर्भुज योजना ने भारत के विकास के बड़े द्वार खोलने का काम किया। मेट्रो रेल के संचालन में उनके कार्यकाल में नए कीर्तिमान स्थापित किए गए। कनेक्टिविटी के क्षेत्र में श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के योगदान का स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अटल जी को ‘भारत मार्ग विधाता’ बताया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परमाणु शक्ति का परीक्षण कर अटल जी ने भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्र घोषित किया। कारगिल युद्ध के दौरान धैयपूर्वक प्रभावी कार्यवाही करते हुए अटल जी ने भारतीय क्षेत्र को मुक्त कराया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी एक संवेदनशील कवि भी थे। अटल जी के संघर्षमय जीवन, परिवर्तनशील परिस्थितियों, राष्ट्रव्यापी आन्दोलन, जेल-जीवन आदि अनेक आयामों के प्रभाव और अनुभूतियों ने उनकी कविताओं में हमेशा अभिव्यक्ति पायी। राजनीति में आने से पहले अटल जी पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय थे। उन्होंने ‘राष्ट्रधर्म’, ‘पांचजन्य’ और ‘वीर अर्जुन’ आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया। भारत के विदेश मंत्री के रूप में श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में भाषण देकर ऐतिहासिक पहल की थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के स्वर्गवास से भारत माता ने अपना एक महान सपूत खो दिया है। अटल जी के निधन से राष्ट्र को जो क्षति हुई है उसकी भरपायी होना कठिन है। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्होंने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना की है। मुख्यमंत्री जी ने शोक संतप्त परिजनों, शुभचिन्तकों एवं समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
ज्ञातव्य है कि श्री कृष्ण बिहारी वाजपेयी एवं श्रीमती कृष्णा देवी के सन्तान श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बी0ए0 विक्टोरिया काॅलेज (वर्तमान में लक्ष्मीबाई काॅलेज) ग्वालियर तथा एम0ए0 (राजनीति विज्ञान) डी0ए0वी0 काॅलेज, कानपुर से किया था। श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे। वे सन् 1957 में दूसरी लोकसभा में सांसद निर्वाचित हुए और भारतीय जनसंघ संसदीय दल के नेता बने। अटल जी 1962 में राज्य सभा तथा 1967 में चैथी लोकसभा के सांसद निर्वाचित हुए। 1968-73 तक वे भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष रहे। 1971 में पांचवीं लोकसभा तथा 1977 में छठी लोकसभा के लिए वे सांसद निर्वाचित हुए। श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी 1977-79 तक भारत के विदेश मंत्री रहे। वे 1977-80 तक जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे। 1980 में वे सातवीं लोकसभा के लिए सांसद निर्वाचित हुए तथा 1980 से 1986 तक अटल जी भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे। 1991 में दसवीं लोकसभा और 1996 में ग्यारहवीं लोकसभा के लिए वे निर्वाचित हुए।
श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी 16 मई, 1996 से 31 मई, 1996 तक भारत के प्रधानमंत्री तथा 1996-97 में लोकसभा में विपक्ष के नेता रहे। 1998 में बारहवीं लोकसभा के लिए सांसद निर्वाचित होने के बाद वे 1998-99 तक पुनः भारत के प्रधानमंत्री रहे। 1999 में अटल जी तेरहवीं लोकसभा के लिए सांसद निर्वाचित हुए तथा 13 अक्टूबर, 1999 से मई, 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। अटल जी चैदहवीं लोकसभा के लिए वर्ष 2004 में सांसद निर्वाचित हुए।

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शोक संदेश

Posted on 16 August 2018 by admin

लखनऊ 16 अगस्त 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय एवं प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अटल जी ने भारत को एक नई ऊँचाईयों पर पहुंचाने में अपनी अभूतपूर्व भूमिका का निर्वाहन करते हुए विश्व में भारत का मान बढ़ाने का काम किया। अटल जी के निधन से हुई रिक्तता अपूर्णनीय है। भारतीय राजनीति में अटल जी जैसे अजात शत्रु जैसे व्यक्तित्व के धनी, भारतीय राजनीति के युग पुरूष के रूप में याद किये जायेंगे। डा0 पाण्डेय ने विन्रम श्रद्धाजंलि व्यक्त करते हुए कहा कि अटल जी जैसे उदार व विशाल व्यक्तित्व के धनी राजनेता की कमी हमेशा रहेगी।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि अटल जी ने प्रधानमंत्री के रूप में विश्व की परवाह किये बगैर पांच परमाणु परीक्षण एक साथ कराकर भारत को परमाणु संपन्न राष्ट्र बनाते हुए विश्व के शक्तिशाली राष्ट्रों की पंक्ति में मजबूती से खड़ा किया। अटल जी मानना था कि आधुनिक युग में बिना विज्ञान का सहारा लिए विकास की राह तय नही की जा सकती इसके लिए इन्होंने “जय जवान-जय किसान” के नारे को आगे बढ़ाते हुए “जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान” का नारा दिया, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत में टेक्नोलॉजी का सम्पूर्ण विकास होने से था।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा अटज जी ने भारत भर के चारों कोनों को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना के माध्यम से भारत को विकास की नई ऊंचाईयों तक पहुंचाया। अटल जी जनप्रिय राजनेता व कवि के तौर पर वह जनता के बीच अपनी साफ छवि, लोकतांत्रिक, और उदार विचारों वाले राजनेता के रूप में हमेशा स्मृतियों में रहेंगे। वे भारत के उन महान नेताओं में से एक हैं, जिनका विपक्ष भी सम्मान करता था।
प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अपना पूरा जीवन राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित करने वाले श्रद्धेय अटल जी के निधन से हुई रिक्तता की भरपाई को पाना कठिन है। उन्होंने कहा कि अटल जी का कृतित्व व व्यक्तित्व हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे। श्री बंसल ने कहा उनका निधन पूरे देश के लिए एक अपूर्णनीय क्षति है।
पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर, संजीव बालियान, दयाशंकर सिंह, डा0 राकेश त्रिवेदी, सुधीर हलवासिया, प्रदेश महामंत्री अशोक कटारिया, विजय बहादुर पाठक, पंकज सिंह, विद्यासागर सोनकर, सलिल विश्नोई, गोविन्द नारायण शुक्ला, प्रदेश मंत्री अनूप गुप्ता, अमर पाल मौर्य, संतोष सिंह, कामेश्वर सिंह, त्रयम्बक त्रिपाठी, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित, प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन, हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव, मनीष शुक्ला, शलभ मणि त्रिपाठी, डा0 मनोज मिश्रा, हीरो बाजपेयी, संजय राय, प्रदेश मीडिया संपर्क प्रमुख डा0 तरूणकांत त्रिपाठी, सह मीडिया प्रभारी आलोक अवस्थी, हिमांशु दुबे, सह संपर्क प्रमुख नवीन श्रीवास्तव, राकेश त्रिपाठी, सुधाकर सिंह कुशवाहा, अभय सिंह, मुख्यालय प्रभारी भारत दीक्षित, सह मुख्यालय प्रभारी चैधरी लक्ष्मण सिंह, अतुल अवस्थी, अशोक तिवारी, अरूणकांत त्रिपाठी, राजकुमार जी, अतुल दीक्षित सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी जी के निधन का समाचार आते ही पार्टी के राज्य मुख्यालय पर पार्टी का झण्डा झुका दिया गया। पार्टी ने आगामी संगठनात्मक कार्यक्रम स्थगित कर दिये है।

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राज्यपाल ने पौधा लगाकर वृक्षारोपण अभियान का शुभारम्भ किया

Posted on 15 August 2018 by admin

006लखनऊः 15 अगस्त, 2018
देश के स्वतंत्रता दिवस की 71वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक दिन में पूरे प्रदेश
में 9 करोड़ वृक्षारोपण के राज्य सरकार के विशेष अभियान का शुभारम्भ पहला पौधा
रोपकर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक द्वारा किया गया। गोमती रिवर
फ्रंट पर आयोजित कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री द्वय श्री केशव प्रसाद मौर्य
एवं डाॅ0 दिनेश शर्मा, वन मंत्री श्री दारा सिंह चैहान, चिकित्सा शिक्षा
मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, वित्त मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, राज्यमंत्री श्री
सुरेश पासी, राज्यमंत्री श्री उपेन्द्र तिवारी, मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र
पाण्डेय सहित अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि देश की
आजादी के 71 वर्ष पूरे हो गये हैं। 72 वर्ष में प्रवेश करना अपने आप में एक
मंगल प्रसंग है। अवसर को स्मरणीय बनाने के लिए बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण
प्रदेश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। वृक्षारोपण के लिए
मुख्यमंत्री तथा उनके सहयोगी मंत्रिपरिषद के लोग बधाई के पात्र हैं। पूरे
प्रदेश में 9 करोड़ पौधे लगाना आसान नहीं है। यह कार्य गोवर्धन पर्वत उठाने
जैसा काम है जिसे उत्तर प्रदेश के लोगों को करना होगा। उन्होंने कहा कि संकल्प
पूरा करना ही पुरूषार्थ होता है।004
राज्यपाल ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस सिंहावलोकन का अवसर है। हमें विचार करना
होगा कि 1947 में देश कहाँ था और आज हम कहाँ हैं। राज्य सरकार ने इन्वेस्टर्स
समिट के माध्यम से उत्तर प्रदेश को नया आयाम दिया है। 4.28 लाख करोड़ रूपये के
निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुये। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर
प्रदेश में 60 हजार करोड़ की निवेश परियोजना की नींव रखी तथा राष्ट्रपति श्री
राम नाथ कोविन्द ने ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ योजना का शुभारम्भ किया, जिसमें रूपये
1,006 करोड़ के ऋण वितरित किये गये। उन्होंने कहा कि आजादी के 71वें वर्ष की
उपलब्धियों को देखकर 72वें वर्ष को संकल्पसिद्धि के रूप में मनायें।
श्री नाईक ने कहा कि 2 अक्टूबर को पूरा राष्ट्र महात्मा गांधी की 150वीं जयंती
मनायेगा। सारे देश में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया है।
राज्य सरकार भी महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को वृहद् स्तर पर मनायेगी।
गांधी जी के जीवन से प्रेरणा लेते हुये उनके सपनों का राम राज कैसे व्यवहार
में आये, हमें संकल्प लेना होगा। वर्ष 2019 दो दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
इलाहाबाद में कुम्भ का आयोजन होगा जिसमें एक अनुमान के आधार पर 12 करोड़ से
ज्यादा लोग सम्मिलित होंगे। संयुक्त राष्ट्र संघ ने इतने विशाल आयोजन के चलते
कुम्भ को ‘अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ का दर्जा प्रदान किया है। वर्ष 2019 में
लोक सभा के चुनाव होने हैं। लोकतंत्र में मतदान एक महत्वपूर्ण अंग है।
उन्होंने कहा कि हमें अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिये।
उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि आज
स्वतंत्रता दिवस, नाग पंचमी और वृक्षारोपण का पर्व है। वृक्ष और जीवन एक दूसरे
के पूरक हैं। भवन निर्माण के साथ वृक्ष लगाये तथा वृक्षों का जन्मदिवस भी
मनाएं। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग 10 लाख पौधे लगाएगा तथा इस पायलट
प्रोजेक्ट के अंतर्गत ‘हर्बल रोड’ का निर्माण किया जाएगा जिसमें औषधीय पौधे
लगाए जायेंगे।
उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि वृक्ष जीवन के लिए ‘आक्सीजन के
सिलेण्डर’ हैं जो जलवायु का संतुलन बनाते हैं। भारतीय संस्कृति में पौधों और
जानवरों को धर्म से जोड़ा गया है ताकि उन्हें उचित संरक्षण मिल सके। उन्होंने
वन मंत्री को 9 करोड़ वृक्ष एक दिन में लगाने के लिए बधाई दी।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन वन मंत्री श्री दारा सिंह चैहान द्वारा दिया गया
जिसमें उन्होंने विभाग द्वारा वृक्षारोपण एवं वनाच्छादन के लिए किए जा रहे
कार्यों की भी जानकारी दी। धन्यवाद ज्ञापन प्रमुख वन संरक्षक श्री एस0के0
उपाध्याय द्वारा दिया गया।

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