लखनऊ 25 अगस्त 2018, भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की अस्थियों का विसर्जन आज प्रदेश की प्रमुख पवित्र नदियों में किया गया। अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय जी ने वाराणसी स्थित गंगा नदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने गोरखपुर स्थित राप्ती नदी तथा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इलाहाबाद स्थित संगम में अश्रुपूरित श्रद्धाजंलि देते हुए श्रद्धेय अटल जी की अस्थियां प्रवाहित की।
वाराणसी में गंगा नदी में अस्थियों के विसर्जन हेतु भाजपा प्रदेश कार्यालय से उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री नीलकंठ तिवारी व प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य अस्थि कलश लेकर जगदीशपुर-मुसाफिरखाना-सुलतानपुर-चांदा-जौनपुर-बाबतपुर होते हुए वाराणसी पहुंचे। वाराणसी की सीमा पर स्थित बाबतपुर एयरपोर्ट पर प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय, क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव व विधायक अवधेश सिंह तथा हजारों कार्यकर्ताओं ने पुष्पाजंलि अर्पित करते हुए यात्रा में शामिल होकर गंगा नदी स्थित राजेन्द्र प्रसाद घाट पहुंचे। डा. राजेन्द्र प्रसाद घाट पर गंगा नदी के तट पर राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव, विहिप के संगठन मंत्री दिनेश जी के साथ हजारों कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को हर-हर महादेव भारत माता की जय, अटल बिहारी अमर रहे के नारों के साथ अपनी भावपूर्ण श्रद्धाजंलि देकर उनकी अस्थियां गंगा जी में प्रवाहित की।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि 20वीं शताब्दी के मध्य से 21शताब्दी के प्रारम्भ तक भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में स्वीकार्यता रही है। भारतीय राजनीति में अटल जी जैसे महापुरूष शायद ही कोई हुआ हो। वाजपेयी जी ने विश्व की परवाह किये बिना 5 परमाणु परीक्षण करके भारत को परमाणु सम्पन्न राष्ट्र बनाकर विश्व के शक्तिशाली राष्ट्रों की पंक्ति में मजबूती से खड़ा किया। अटल जी का मानना था कि बिना विज्ञान का सहारा लिए विकास की राह तय नही की जा सकती। इसके लिए उन्होंने ‘‘जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान‘‘ का नारा दिया था। श्रद्धेय अटल जी ने भारत को स्वणर््िाम चर्तुभुज परियोजना के माध्यम से पूरे भारत में सड़को का जाल बिछाया। अटल जी एक जनप्रिय नेता के रूप में हमेशा हमारी स्मृतियों में रहेंगे। श्रद्धेय अटल जी एक कालजयी युगदृष्टा लोक तंत्र के सजग प्रहरी देश की राजनीति के युगवाहक थे। वे सच्चे अर्थो में भारत के भविष्य निर्माता थे। मैं उनको अपनी अश्रुपूरित श्रद्धाजंलि अर्पित करता हूॅ।
गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों का राप्ती नदी में विसर्जन किया। इसके पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नेपाल क्लब में आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में श्रद्धेय अटल जी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। मुख्यमंत्री जी ने श्रद्धेय अटल जी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्हें सदा विकास के लिए जाना जाएगा। चाहे वह प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना हो या स्वर्णिम चर्तुभुज द्वारा देश में चार लेन सड़को का निर्माण किया हो। अपने मूल्यों एवं आर्दशों के साथ अटल जी हमेशा लोंगो के प्रेरणाश्रोत रहेंगे।
श्रद्धेय अटल जी का गोरखपुर और गोरखनाथ मंदिर से गहरा सम्बन्ध था, अटल जी एक पत्रकार, सहित्याकार, समाजसेवी, राजनेता, राष्ट्राध्यक्ष के रूप में अनुकरणीय है। देश में संचार क्रांन्ति लाने में भी अटल जी का महत्वपूर्ण योगदान है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर विश्वनाथ तिवारी ने की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, प्रदेश सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य जय, प्रकाश निषाद व प्रदेश मंत्री कामेश्वर सिंह, सांसद राजेश पाण्डेय, पंकज चैधरी, कमलेश पासवान, विधायक देवेन्द्र प्रताप सिंह, श्रीधर पाण्डेय, राधा मोहन दास अग्रवाल, विपिन सिंह, जटाशंकर त्रिपाठी, पवन केडिया, क्षेत्रीय अध्यक्ष डा. धर्मेन्द्र सिंह, जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, महानगर अध्यक्ष राहुल तिवारी हजारों कार्यकर्ताओं के साथ पुष्पवर्षा करते हुए अस्थि कलश लेकर राजघाट स्थित राप्ती नदी में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां विसर्जित की गई।
इलाहाबाद में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्र प्रसारक अनिल जी, प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, नन्द गोपाल नन्दी, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. महेन्द्र सिंह, भाजपा प्रदेश मंत्री अमर पाल मौर्य, सांसद विनोद सोनकर, श्यामाचरण गुप्ता, महापौर अभिलाषा गुप्ता, विधायक अशोक धवन, नीलम करवरिया, यज्ञ दत्त शर्मा, संजय गुप्ता, विक्रमादित्य मौर्य, डा. आर.के. पटेल, हर्षवर्धन वाजपेयी, डा. नरेन्द्र सिंह गौड़, महानगर अध्यक्ष अवधेश गुप्ता, के साथ क्षेत्रीय विधायकों के साथ हजारों कार्यकर्ता अटल जी अमर रहें के नारों के बीच अश्रुपूरित नेत्रों से श्रद्धाजंलि देते हुए पुष्प वर्षा व ब्राह्म्णों के मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धेय अटल जी की अस्थियां संगम में प्रवाहित की गई। इस अवसर पर बोलते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अटल जी की एक कविता को उद्धित करते हुए कहा कि अटल जी ने यह कहा था की मेरी अस्थियों को मां गंगा में विसर्जित किया जाएगा तब गंगा की धारा में कान लगाकर सुनने पर यही ध्वनि गुंजेगी ‘‘भारत माता की जय‘‘।
झांसी में राज्य सरकार के काबीना मंत्री सतीश महाना, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह, राज्यमंत्री मन्नू कोरी तथा वहां के सभी विधायक, जिलाध्यक्ष तथा हजारो कार्यकर्ताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किये। अस्थि कलश को कार्यकर्ताओं के साथ स्काउट गाइड व एनसीसी के छात्र अस्थि कलश यात्रा में साथ चल रहे थे। पुष्पवर्षा के बीच ओरक्षा में कंचना घाट पर बेतवा नदी में अस्थि कलश को हजारों लोगों के जनसमूह ने पवित्र नदी में विसर्जित किया।
सोरों (कासगंज) में पूर्व केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेश राणा व राज्यमंत्री संदीप सिंह, प्रदेश मंत्री धर्मवीर प्रजापति, ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष रजनीकान्त महेश्वरी, सांसद हरनाथ सिंह यादव, राजवीर सिंह (राजू भैय्या), जिलाध्यक्ष पूर्णेंद्र सोलंकी के साथ हजारों कार्यकर्ताओं ने पुष्प वर्षा के बीच कासगंज के सोरों शुकर क्षेत्र हर की पौड़ी पर मंत्राउच्चारण के साथ श्रद्धेय अटल जी की अस्थि प्रवाहित की।
बरेली में केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार व काबीना मंत्री राजेश अग्रवाल, चैधरी लक्ष्मी नारायण, राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख, सांसद धर्मेन्द्र कश्यप, बरेली के मेयर डा. उमेश गौतम, जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह राठौर, श्री बीएल वर्मा के साथ हजारों कार्यकर्ताओं ने श्रद्धेय अटल जी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनकी अस्थियां राम गंगा नदी में मंत्रोच्चार एवं पुष्प वर्षा के साथ प्रवाहित की। इस अवसर पर श्री संतोष गंगवार ने कहा वाजपेयी जी भले ही हमें छोड़कर चिरनिद्रा में लीन हो गए हों लेकिन उनकी वाणी, उनका जीवन दर्शन सभी भारतवासियों को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। श्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि अटल जी एक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के नेता थे उनका जाना एक युग का अंत है।
सहारनपुर में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक जी ने सरस्वती विहार इण्टर कालेज के प्रांगण में आयोजित श्रद्धाजंलि सभा को सम्बोधित करते हुए कहा श्रद्धेय अटल से उनके 65 वर्षो पूराने सम्बन्ध थे। उन्होंने संघ शिक्षा वर्ग एक साथ किया। देश को अपना जीवन समर्पित करने वाले अटल जी जैसा व्यक्तित्व सदियों मे एक बार पैदा होता है। उनके जीवन का एक भी अंश यदि अपने जीवन में हम उतारते हैं तो हमारा जीवन सार्थक होगा। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि वाजपेयी जी किसी दल अथवा समाज के नेता नहीं थे। वह सर्वसमाज व पूरी दुनिया में अलग पहचान रखने वाले सम्मानित नेता थे। प्रदेश सरकार में मंत्री धर्मवीर सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष जसवंत सैनी, सांसद राघव लखन पाल, विधायक ब्रजेश सिंह रावत, देवेन्द्र निम, प्रदीप चैधरी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सहप्रान्त प्रचारक कर्मवीर जी, भाजपा महानगर अध्यक्ष राकेश जैन सरसावां स्थित यमुना नदी में हजारों कार्यकर्ताओं के साथ मंत्रोच्चार एवं पुष्प वर्षा के बीच श्रद्धेय अटल जी की अस्थियां सरसावां स्थित यमुना नदी में प्रवाहित की गई।
गढ़मुक्तेश्वर में प्रदेश सरकार के काबीना मंत्री श्रीकांत शर्मा, चेतन चैहान, राज्यमंत्री अतुल गर्ग व भाजपा प्रदेश देवेन्द्र चैधरी हजारों कार्यकर्ताओं के साथ सिम्भावली ब्रज घाट पर स्थित गंगा नदी में मंत्रोंउच्चार और पुष्पाजंलि सहित श्रद्धेय अटल जी की अस्थियां श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए विसर्जित की। इस अवसर पर काबीना मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के अस्थि कलश विसर्जन के समय कहा कि अटल जी कल भी थे आज भी हैं और कल भी रहेंगे। अटल जी लोंगो के दिल में बसते है जब हम कलश लेकर आ रहे थे। सड़कों पर खेत में काम करता हुआ किसान यात्रा को निकलता देखकर सर झुका कर अभिवादन कर रहा था।
बस्ती में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा0 रमापति राम त्रिपाठी, राज्यमंत्री सुरेश पासी, भाजपा प्रदेश मंत्री त्रंयम्बक त्रिपाठी ने अमहट घाट स्थित कुआनों नदी में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की अस्थियों का विसर्जन अश्रुपूरित श्रद्धाजंलि देते हुए क्षेत्र के सांसद विधायक गण, प्रदेश व जिले के पदाधिकारियों के साथ उपस्थित हजारों कार्यकर्ताओं और आम जनता ने अन्तिम विदाई दी।
मुरादाबाद में केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा व प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री (स्ततंत्र प्रभार) भूपेन्द्र चैधरी, राज्यमंत्री श्रीमती गुलाबो देवी, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नबाब सिंह नागर ने हजारों कार्यकर्ताओ के साथ मंत्रोंच्चार एवं पुष्पवर्षा के बीच अश्रुपूरित श्रद्धाजंलि देते हुए श्रद्धेय अटल जी की अस्थियंा राम गंगा नदी में प्रवाहित की।
चित्रकूट में केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति व प्रदेश सरकार में काबीना मंत्री धर्मपाल सिंह, प्रदेश सरकार के मंत्री धुन्नी सिंह, प्रदेश मंत्री श्री सुब्रत पाठक, सांसद भैरों प्रसाद मिश्रा, विधायक आर.के. सिंह पटेल, जिलाध्यक्ष चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय के साथ हजारों भाजपा कार्यकर्ता अस्थि कलश के साथ भारत माता की जय, अटल जी अमर के नारों के साथ पुष्प वर्षा करते हुए निमोही अखाड़ा के संतो एवं कर्मकाण्डी, ब्राम्हणों द्वारा मंत्रोंच्चार के साथ श्रद्धेय अटल जी की अस्थियां रामघाट स्थित मंदाकिनी नदी में प्रवाहित की गई।
आजमगढ़ में केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा व काबीना मंत्री दारा सिंह चैहान, प्रदेश सरकार में मंत्री उपेन्द्र तिवारी, प्रदेश मंत्री संजय राय, सांसद नीलमसोनकर, कांग्रेस के पूर्व सांसद डा. सतोष सिंह, रमाकान्त यादव, विधायक अरूणकान्त यादव, हरिनारायण राजभर, श्रीराम सोनकर, बालिया के जिलाध्यक्ष विनोद दूबे, क्षेत्रीय महामंत्री देवेन्द्र यादव, श्रद्धाजंलि सभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जय नाथ सिंह के साथ-साथ हजारों कार्यकर्ताओं ने पुष्प वर्षा करते हुए अश्रुपूरित नेत्रांे से श्रद्धेय अटल जी की अस्थियां राजघाट स्थित तमसा नदी में मत्रांेच्चार के साथ प्रवाहित की। इस अवसर पर मनोज सिन्हा ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माता भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी के निधन से पूरे विश्व में शोक की लहर है। श्रद्धेय अटल जी ने कहा था कि भारत जमीन का टुकड़ा नही जीता-जागता राष्ट्रपुरूष है। उनके जीवन से हमें सदैव प्रेरणा मिलती रहेगी।
मिर्जापुर में केन्द्रीय मंत्री शिव प्रताप शुक्ला, अनुप्रिया पटेल, राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर, प्रदेश मंत्री कौशलेन्द्र सिंह पटेल, सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त, छोटेलाल खरवार, विधायक रमाशंकर पटेल, रत्नाकर मिश्रा, अनुराग सिंह, राहुल प्रकाश कोल, जिलाध्यक्ष बालेन्द्र मणि त्रिपाठी ने हजारों कार्यकर्ताओ के साथ मंत्रोंच्चार एवं पुष्पवर्षा के बीच अश्रुपूरित श्रद्धाजंलि देते हुए श्रद्धेय अटल जी की अस्थियंा गंगा नदी में प्रवाहित की।