Archive | May 14th, 2018

मुख्यमंत्री ने वर्ष 2018 की आई0सी0एस0ई0 व आई0एस0सी0 परीक्षाओं के सफल छात्र-छात्राओं को हार्दिक बधाई दी

Posted on 14 May 2018 by admin

सर्वाेच्च स्थान प्राप्त करने वाले प्रदेश के मेधावी छात्र-छात्राओं
को सम्मानित किया जाएगा: मुख्यमंत्री

लखनऊ: 14 मई, 2018

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने काउन्सिल फाॅर इण्डियन स्कूल सर्टिफिकेट इक्ज़ामिनेशन की वर्ष 2018 की आई0सी0एस0ई0 (कक्षा 10) व आई0एस0सी0 (कक्षा 12) परीक्षाओं के सफल छात्र-छात्राओं को हार्दिक बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना की है।
मुख्यमंत्री जी ने राज्य के सफल विद्यार्थियों को विशेष तौर पर बधाई देते हुए इन परीक्षाओं में सर्वाेच्च स्थान प्राप्त करने वाले प्रदेश के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किये जाने की घोषणा भी की है।
ज्ञातव्य है कि इस वर्ष आई0एस0सी0 की परीक्षा के 07 संयुक्त टाॅपर विद्यार्थियों में 04 अभ्यर्थी राधिका चन्द्रा, समन वहीद, साक्षी प्रद्युम्न और लिपिका अग्रवाल उत्तर प्रदेश के हैं।

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वसीम रिज़वी ने बनाई ,इंडियन शिया आवामी लीग, पार्टी

Posted on 14 May 2018 by admin

नई दिल्ली उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने अपनी नई राजनतिक पारी खेलते हुऐ अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान किया है। उनकी राजनीतिक पार्टी का नाम है इंडियन शिया आवामी लीग। इसके साथ ही उन्होने अपनी पार्टी के 16 प्रदेश अध्यक्षों का भी इेलान कर दिया है।
नई दिल्ली के इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सहित देश के तमाम हिस्सों में शिया समुदाय के लागों को अल्पसंख्यकों में भी अल्पसंखक माना जाता है। इसीलिये केन्द्र और प्रदेश की सरकारों दुारा चलाई जाने वाली तमाम योजनाओं का हिस्सा शिया समुदाय के लोगों तक नहीं पहुँच नही पातीं है इसके लिये शिया समुदाय के लोगों को जागरूक करने और उनका हिस्सा उनको दिलाने के लिये और राजनीतिक रूप से शिया समुदाय के लोगों जाग्रत करने के लिये हमने एक राजनीतिक पार्टी बनाने का फैसला किया है क्योकि इससे पहले देश में शिया समुदाय के लोगों की अपनी कोई जमात या राजनीतिक पार्टी नहीं थी।
वसीम रिज़वी ने कहा कि हम देश में अमन और शांति का पैग़ाम लेकर जनता के बीच जाऐंगे और उन्हें बताऐंगे कि इस्लाम अमन और शांति का पैग़ाम सिखाता है और इसके लिये हमे किसी भी व्यक्ति के समुदाय या मज़हब से कोई वास्ता नहीं है। एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि हम देश में बढ़ती फिरका परस्ती और नफरत के खिलाफ है क्योकि हम देश में भाई चारा और अमन चाहते है।
एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि हमारी इस पार्टी का पहला काम शिया समुदाय के लोगों को उनकी खोई पहचान वापस दिलाना होगा। साथ ही उन्होने कहा कि चाहे वह राजनीतिक पहचान हो या सामाजिक पहचान। उन्होने कहा कि इस देश में शिया समुदाय किसी दुसरे समुदाय से कम या पीछे नहीं है लेकिन मुस्लिम समाज के दूसरे तबकों दुारा शिया समुदाय के हक को हड़प लेने की वजह से शिया समुदाय आज अपनी पहचान वापस पाने और अपने बच्चों के मुस्तकबिल को लेकर परेशान है और शिया समुदाय की इसी परेशानी को लेकर हमने पहल की है और मुझे उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश से लेकर देश के हर प्रदेश में रहने वाले शिया समुदाय के लोग उनका साथ देंगे।
उन्होने शिया समुदाय के बड़े नेता मौलान कल्बे जव्वात पर निशाना साधते हुऐ कहा कि वह सिर्फ एक मौलाना है नेता नहीं साथ ही उन्होने यह भी कहा कि मौलानाओं का काम होता है धर्म प्रचार करना ना कि राजनीति करना। उन्होने कहा कि मैं चाहता हूँ कि मज़हब और राजनीति दो अलग अलग चीज़ें हैं और इन्हें अलग ही रहना चाहिये।
अपने उपर लगे आरोपों को लेकर उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने कहा कि मेरे उपर जो भी आरोप लगे थे मैं उनसे पूरी तरह बरी हो चुका हुँ और मैं शायद पहला ऐसा व्यक्ति हुँ जिसने बार बार कहकर अपने उपर लगे आरोपों की जांच करवायी और मैं अंततः बरी हो गया हुँ।
पार्टी के बनने के ऐलान के साथ ही वसीम रिज़वी ने अपनी पार्टी इंडियन शिया आवामी लीग की राष्ट्रीय कमेटी और 16 प्रदेशों के अध्यक्षों का भी ऐलान कर दिया। इंडियन शिया आवामी लीग में दो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना शोएब काज़िम (लखनऊ) और नईम हसन बाकरी (दिल्ली) एक महासचिव हैदर आग़ा (गोआ) दो सचिव डा0 सैययद शाहीन आबिदी (कर्नाटक) और मीर आज़ाद मौहम्मद (जम्मू) एक खजांची अश्फाक़ हुसैन (फैज़ाबाद) इसके अलावा 8 राष्ट्रीय सदस्य भी बनाऐ है जिनमें ज़हीरुुल हसन (दिल्ली) कैसन अली बाक़री (मुरादाबाद उ0प्र0) विसाल मेंहदी बाक़री (नहटौर उ0प्र0) मौहम्मद ज़ामिन (बाराबंकी उ0प्र0) सैयद रफीकुल हसन रिज़वी (लखनऊ उ0प्र0) सैयद आज़ाद हसन जैदी (गुडगांव हरियाणा) हसन अली (सिरसी सम्भल उ0प्र0) तथा सैययद अली अशतर (लखनऊ उ0प्र0) हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की कमान सम्भल उ0प्र0 निवासी चैधरी मौहम्मद उरूज़ आलम के हाथों में सौंपते हुऐ उन्हें उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष नियुक्त किया है।

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महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया

Posted on 14 May 2018 by admin

केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की किसान विरोधी एवं जनविरोधी नीतियों के विरोध में आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री राजबब्बर जी सांसद के निर्देश पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री गौरव चौधरी के आवाहन पर जनपद लखनऊ की तहसीलों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं एवं ब्लाक अध्यक्षांे के नेतृत्व में धरना दिया गया एवं उपजिलाधिकारियों के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया।
यह जानकारी देते हुए जिला कांग्रेस कमेटी लखनऊ के महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी दीपेन्द्र मिश्रा ने बताया कि मलिहाबाद तहसील पर पीसीसी सदस्य श्री कमलकिशोर आनन्द, श्री मुन्ना लाल भारती, श्रीमती सरलेस रावत, श्री रामकिशन यादव, ब्लाक अध्यक्ष श्री हबीबुर्रहमान छोटे मियां एवं सुरेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में, मोहनलालगंज में ब्लाक अध्यक्ष श्री अनिल त्रिपाठी, श्री महादीन रावत, एआईसीसी सदस्य श्रीमती सिद्धिश्री एवं पीसीसी सदस्य श्री अभिषेक राज, श्री सुरेश चन्द्र श्रीवास्तव, सरोजनीनगर में ब्लाक अध्यक्ष श्री सुनील यादव, पीसीसी सदस्य श्रीमती सुनीता रावत, श्रीमती सोनाली गुप्ता, श्री उमेश यादव, श्री सुनील पाल, श्री एस0के0 द्विवेदी के नेतृत्व में धरना दिया गया एवं ज्ञापन सौंपा गया। इसके साथ ही बख्शी का तालाब में ब्लाक अध्यक्ष श्री संतोष द्विवेदी, श्री आनन्द प्रताप सिंह एआईसीसी सदस्य, श्री रामपाल यादव पीसीसी सदस्य, श्री दीपेन्द्र मिश्रा, मतलबू रजा, महियालाल सिंह यादव, कमलेश, कमरूल हसन, मो0 फैजान, रूपनरायन त्रिवेदी, नसीर अहमद आदि के नेतृत्व में धरना दिया गया एवं ज्ञापन सौंपा गया।
श्री मिश्रा ने बताया कि उपजिलाधिकारी को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में मंहगाई चरम पर है। मूलभूत आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों सहित एक तरफ जहां बिजली के मूल्य में बेतहाशा वृद्धि कर दी गयी है वहीं डीजल एवं पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं जिससे मंहगाई बढ़ती जा रही है। भ्रष्टाचार चरम पर है। आये दिन सरकार के मंत्री ही सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेर रहे हैं और भ्रष्टाचार के मामले समाचारपत्रों की सुर्खियां बन रहे हैं। प्रदेश का किसान त्रस्त और बेहाल है। गेहूं क्रय केन्द्रों पर भारी अनियमितताएं व्याप्त हैं। घटतौली से किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य का बुरा हाल है। शिक्षण संस्थान लालफीताशाही के शिकार हो रहे हैं। किसानों को ढाई गुना लाभ की बजाय लागत मूल्य का भी भुगतान नहीं हो रहा है। अपराध दिनों-दिन बढ़ रहे हैं। हत्या, लूट, बलात्कार, डकैती की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। प्रदेश में भय का वातावरण व्याप्त है। प्रदेश सरकार की उदासीनता के चलते अधिकारी निरंकुश हो गये हैं। किसानों की ऋण माफी के प्रति प्रदेश सरकार पूरी तरह आंखे मूंदे हैं और सिर्फ बयानबाजी और झूठे आंकड़े पेश कर रही है। किसानों को उनकी अधिग्रहीत की गयी भूमि का समय से उचित मुआवजा नहीं मिल पा रहा है जिससे प्रदेश का किसान कराह रहा है। प्रदेश और केन्द्र सरकार पूरी तरह जनहित के मुद्दों पर विफल साबित हो रही है। अतः आपसे हम सभी कांग्रेसजन मांग करते हैं कि आप अपने स्तर से हस्तक्षेप करते हुए मंहगाई, भ्रष्टाचार से निजात दिलाने तथा किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य एवं अधिग्रहीत भूमि का समुचित मुआवजा समय से दिलाने एवं अपराध पर अंकुश लगाने व कानून व्यवस्था पटरी पर लाने हेतु केन्द्र व प्रदेश सरकार को निर्देशित करने की कृपा करें।

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जनप्रतिनिधियों को कार्यों/तैयारियों के सम्बन्ध में पूरी तरह से अवगत कराया जाए: मुख्यमंत्री

Posted on 14 May 2018 by admin

press-241मुख्यमंत्री ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की
पुस्तिका ‘एक साल की सफल कहानी’ का विमोचन किया

सुरेन्द्र अग्निहोत्री ,लखनऊ: 14 मई, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां योजना भवन में बाढ़ के प्रति 24 अतिसंवेदनशील तथा 16 संवेदनशील जिलों में सम्भावित बाढ़ से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की मुख्यमंत्री जी ने समीक्षा की तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने सभी सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों को अपने-अपने जनपदों में बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों, बंधों आदि का समय से पूर्व विभिन्न विभागों के जनपदीय अधिकारियों के साथ निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी जिलाधिकारी जनपद स्तर पर बाढ़ तैयारियों की समीक्षा करें, ताकि तैयारियों में कोई कमी न रह जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि संवेदनशील तथा क्षतिग्रस्त बंधों की मरम्मत का काम 15 जून, 2018 तक हर हाल में पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों, जिनमें राहत एवं बचाव कार्य शामिल हैं, में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। उन्होंने सिंचाई मंत्री एवं सिंचाई राज्य मंत्री को बाढ़ के सम्भावित जिलों का दौरा कर वहां बाढ़ से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की स्वयं समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी तैयारियों की साप्ताहिक/पाक्षिक समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए वार्षिक कार्य योजना 31 मई, 2018 तक पूरी कर ली जाए। बाढ़ से निपटने के लिए कराए जाने वाले कार्यों के लिए वित्तीय स्वीकृतियां जारी की जा चुकी हैं। ऐसे में बाढ़ से निपटने की तैयारियों में कोई भी कमी अक्षम्य होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आज बुलायी गयी इस बैठक का यही उद्देश्य है कि बाढ़ की तैयारियों को सही एवं प्रभावी ढंग से किया जाना सुनिश्चित हो सके। यदि बाढ़ से निपटने की तैयारियां ठीक से की जाएं और इससे निपटने की पहले से योजना तैयार की जाए तो इससे होने वाली जनहानि सहित अन्य नुकसानों को काफी कम किया जा सकता है। press-16
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़ जैसी विभीषिका से निपटने के लिए पहले से तैयारियां किया जाना तथा योजना बनाना बहुत आवश्यक है। बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के लिए नावों की व्यवस्था पहले से कर ली जाए। जहां नावें मौजूद हैं, उनका निरीक्षण कर लिया जाए और आवश्यकता होने पर उनकी मरम्मत करवा ली जाए। यह कार्य हर हाल में 31 मई, 2018 तक पूरा कर लिया जाए। नाव के संचालन के लिए नाविक एवं स्थान का चिन्हीकरण कर लिया जाए। यदि पिछले वर्ष की सेवाओं के लिए नाविकों का भुगतान शेष हो तो उनका भुगतान शीघ्र करा दिया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपने-अपने जनपदों में बाढ़ से निपटने की तैयारियों तथा राहत एवं बचाव कार्यों की जिम्मेदारी सम्बन्धित जिलाधिकारी की होगी। ऐसे में यह आवश्यक है कि जिलाधिकारी प्रत्येक सप्ताह तैयारियों की समीक्षा करें और मौका-मुआयना भी करें। राज्य सरकार द्वारा 31 मार्च, 2018 तक तटबंध मरम्मत के लिए धनराशि उपलब्ध करा दी गई थी। जिलाधिकारी स्वयं कार्यों का भौतिक सत्यापन करें। उन्होंने कहा कि अभी भी कई जनपदों में यह कार्य अपूर्ण है, यह स्थिति ठीक नहीं है। अतः तटबंधों की मरम्मत का कार्य प्राथमिकता के आधार पर समय-सीमा के अंदर पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले व्यक्तियों/परिवारों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने तथा राहत कैम्प के संचालन के लिए स्थान का पूर्व से ही चयन कर लिया जाए। इसके अलावा, स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से सहयोग प्राप्त करने, राहत कार्यों के संचालन, राहत वितरण, कैम्पों के संचालन इत्यादि की भी तैयारी कर ली जाए। बाढ़ के उपरान्त फैलने वाली महामारियों को रोकने के लिए सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की जाए। साथ ही, बाढ़ के उपरान्त पेयजल तथा विद्युत आपूर्ति को सामान्य करने के सम्बन्ध में स्थानीय स्तर पर प्रभावी कार्रवाई की जाए। जनपद स्तर पर जीवन रक्षक औषधियों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जनपद स्तर के समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों, आपदा मित्रों, नाविकों के मोबाइल नम्बर और पते की डायरेक्ट्री भी तैयार कर ली जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य आपदा मोचक बल (एस0डी0आर0एफ0) के प्रशिक्षण कार्य को पूरा कर लिया जाए और उसको प्रभावित जनपद में आवश्यकतानुसार तैनाती की कार्ययोजना भी तैयार कर ली जाए। पशुओं के लिए पशुशाला, कैम्प के स्थान का पूर्व से ही चिन्हांकन कर लिया जाए। साथ ही, पशुओं के लिए चारे एवं भूसे की पर्याप्त व्यवस्था कर ली जाए। उन्होंने बाढ़ के उपरान्त पशुओं में फैलने वाली महामारियों को रोकने के लिए योजनाबद्ध तरीके से टीकाकरण कार्यक्रम संचालित करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़ से सम्बन्धित सूचनाओं के आदान-प्रदान, मौसम का अनुमान, बाढ़ की स्थिति की 24 घण्टे माॅनीटरिंग इत्यादि के लिए राज्य स्तर पर स्थापित कण्ट्रोल रूम से जिलों/तहसीलों में स्थापित कण्ट्रोल रूम को लिंक किया जाए ताकि सूचनाओं का त्वरित गति से आदान-प्रदान किया जा सके। जिन जनपदों में अभी कण्ट्रोल रूम स्थापित नहीं किए गए हैं, वहां उन्हें शीघ्र स्थापित किया जाए। इसके लिए किसी वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया जाए। यह कण्ट्रोल रूम राहत आयुक्त कार्यालय में स्थापित किए गए कण्ट्रोल रूम को प्रतिदिन अद्यतन स्थिति से अवगत कराएंगे। इन कण्ट्रोल रूम के दूरभाष नम्बरों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। मौसम विभाग द्वारा निर्गत किए जाने वाले पूर्वानुमान का प्रतिदिन समय से प्रचार-प्रसार किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर बाढ़ बचाव/राहत कार्य में सक्रिय संस्थाओं जैसे-एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0, सिविल डिफेंस, एन0सी0सी0, रेडक्राॅस, स्वयंसेवी संस्थाओं इत्यादि से सामन्जस्य स्थापित करते हुए सहयोग लिया जाए। राष्ट्रीय आपदा मोचक निधि के अनुसार प्रभावित लोगों को राहत त्वरित गति से उपलब्ध करायी जाए। सभी जिलाधिकारी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को खाद्यान्न पैकेट वितरित करने के लिए आवश्यक ई-टेण्डरिंग प्रक्रिया के समय रहते पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री जी ने नदी की कटान से गांवों/अन्य स्थलों को होने वाले खतरे से उत्पन्न कानून-व्यवस्था प्रभावित होने की सम्भावना का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे में जनता से संवाद स्थापित कर समस्या का समाधान किया जाए। जिलाधिकारी जनता की समस्याओं को समझकर सुलझाना सुनिश्चित करें। उन्होंने विषम परिस्थितियों का सहारा लेते हुए अव्यवस्था फैलाने वाले तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने तटबंधों इत्यादि को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों की लगातार माॅनीटरिंग के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष औसत से अधिक वर्षा का अनुमान है। इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए सारी तैयारियां की जाएं। उन्होंने कहा कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों के लिए प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पेट्रोमैक्स का अभी से इंतजाम किया जाए। उन्होंने तटबंधों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि नदियों द्वारा रास्ता बदलने की स्थिति से निपटने के लिए उनकी डेªजिंग करायी जाए। जिन क्षेत्रों में हर वर्ष बाढ़ आती है, उनके लिए ठोस योजनाएं बनायी जाएं। सिंचाई विभाग की जो योजनाएं भूमि अधिग्रहण में समस्या के चलते आगे नहीं बढ़ पा रही हैं, उनका तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की दशा में फसलों को होने वाले नुकसान का मुआवजा शीघ्रातिशीघ्र प्रभावित किसानों को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने बाढ़ से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों में जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को बाढ़ से सम्बन्धित कार्यों/तैयारियों के सम्बन्ध में पूरी तरह से अवगत कराया जाए।
बैठक के दौरान केन्द्रीय मौसम विभाग, केन्द्रीय जल आयोग, रिमोट सेंसिंग सेण्टर के अधिकारियों द्वारा बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों के विषय में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राजस्व ने बाढ़ की स्थिति में की जाने वाली राहत वितरण की तैयारियों के विषय में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, खाद्य एवं रसद, कृषि, पशुपालन एवं गृह विभाग के प्रमुख सचिवों ने भी अपने-अपने विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों के विषय में जानकारी दी।
इस अवसर पर महराजगंज के जिलाधिकारी से मुख्यमंत्री जी ने रोहिन नदी के तटबंध की मरम्मत की जानकारी ली। उन्होंने इस कार्य की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग को देने के निर्देश दिए। उन्होंने कुशीनगर के जिलाधिकारी को अपने जनपद में बाढ़ नियंत्रण के लिए चलायी जा रही सभी परियोजनाओं की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने गोरखपुर के जिलाधिकारी को भी जनपद में मौजूद तटबंधों के रख-रखाव और मरम्मत की समीक्षा करते हुए इस कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बस्ती के जिलाधिकारी को जनपद से निकलने वाली नदी की डेªजिंग के निर्देश दिए। उन्होंने बहराइच की जिलाधिकारी को बचाव कार्यों की तैयारियों में तेजी लाने और आवश्यकतानुसार लकड़ी की नावों के निर्माण के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तिका ‘एक साल की सफल कहानी’ का विमोचन भी किया। इस मौके पर सिंचाई मंत्री श्री धर्मपाल सिंह तथा बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव सिंचाई, विभिन्न जनपदों के जिलाधिकारीगण तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
ज्ञातव्य है कि बाढ़ के प्रति 24 अतिसंवेदनशील जनपदों में महराजगंज, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, बस्ती, बहराइच, बिजनौर, गाजीपुर, सिद्धार्थनगर, गोण्डा, बलिया, देवरिया, सीतापुर, फर्रूखाबाद, मऊ, श्रावस्ती, बलरामपुर, संतकबीरनगर, पीलीभीत, बाराबंकी, फैजाबाद, बदायूं, अम्बेडकरनगर तथा आजमगढ़ शामिल हैं, जबकि 16 संवेदनशील जनपदों में सहारनपुर, शामली, अलीगढ़, बरेली, बांदा, गौतमबुद्धनगर, रामपुर, इलाहाबाद, बुलन्दशहर, मुजफ्फरनगर, हरदोई, वाराणसी, उन्नाव, लखनऊ, शाहजहांपुर एवं कासगंज सम्मिलित हैं।

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मातृ दिवस पर कांग्रेस ने किया भारत माँ का अपमान - मनीष शुक्ला

Posted on 14 May 2018 by admin

लखनऊ 14 मई 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि मातृ दिवस पर कांग्रेस ने भारत मां का अपमान किया है। कांग्रेस भारतीय संस्कृति और परम्परा का लगातार अपमानित करने वाली राजनीति करती रही है। पहले जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश को अपमानित करने वाले तमाम छात्रों के साथ कांग्रेस कंधे से कधा मिलकर खड़ी थीa और अब भारत का बंटवारा करने वाले जिन्ना के साथ कांग्रेस खड़ी है।
श्री शुक्ल ने कांग्रेस के सांसद शाशि थरूर के बयान कि भारतीय संविधान में बोलने की आजादी है। पर कहा कि कुछ भी बोलने की आजादी नहीं है। कांग्रेस ने इस आजादी के नाम पर कई बार देश को अपमानित किया है। श्री शुक्ल ने कहा की बोलने की संवैधानिक आजादी के साथ देश के प्रति हमारा क्या कर्तव्य है इसे भी सीख लेना चाहिए। देश को गाली देकर ही राजनीति करने की परम्परा कांग्रेस बंद करे।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के लिए देश भर में अब कहीं जगह बची नही है। जिसके नाते वह पार्टी हासिये पर चली गई है। उसकी तलाश में कांग्रेस अब शिक्षा के मंदिरों को अपना राजनैतिक अड्डा बनाना चाहती है। उसका यह मंसूबा भी अब पूरा नहीं होगा। अनेक विश्वविद्यलायों में कांग्रेस उन्माद पैदा करके अपनी पैठ बनाना चाहती है। यह बात विश्वविद्यलयों के छात्र समझ चुके है।
श्री शुक्ल ने कहा कि अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना की तस्वीर 1938 से लगी है। यह बात सब जानते है। लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार लगातार कई दशको तक रही है। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बंटवारे का हिमायती जिन्ना की यह तस्वीर कांग्रेस ने कभी नहीं हटवाई और अब जब देश इस तस्वीर को हटाना चाहता है तो कांग्रेस जिन्ना के समर्थको के साथ फिर खड¬¬ी हो गई। ¬

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