Archive | May 12th, 2018

मुख्यमंत्री ने अयोध्या में राम की पैड़ी के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया तथा उसके सौन्दर्यीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के निर्देश दिए

Posted on 12 May 2018 by admin

सरयू नदी, राम की पैड़ी तथा अन्य घाटों पर अविरल
जल प्रवाह के बारे में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की

मुख्यमंत्री ने सरयू नदी के घाटों पर पानी
की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए

133 करोड़ रु0 की लागत से निर्मित की जा रही परियोजना
के अन्तर्गत सभी कार्य इस वर्ष अक्टूबर से पहले पूर्ण करने के निर्देश

सुरेन्द्र अग्निहोत्री, लखनऊ । 12 मई, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज अयोध्या में सरयू जी की पूजा-अर्चना के पश्चात राम की पैड़ी के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया तथा उसके सौन्दर्यीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के निर्देश भी दिए। उन्होंने सरयू नदी, राम की पैड़ी तथा अन्य घाटों पर अविरल जल प्रवाह के बारे में सम्बन्धित अधिकारियों एवं अभियन्ताओं से विस्तार से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने 133 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित की जा रही परियोजना के अन्तर्गत सभी कार्य इस वर्ष अक्टूबर माह से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिए।
तत्पश्चात् मुख्यमंत्री जी ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि सरयू जी की पवित्रता एवं स्वच्छता बनाये रखने के लिये इसमें गिरने वाले सभी नालों को या तो डायवर्ट किया जाएगा या वाटर ट्रीटमेन्ट प्लान्ट लगाकर स्वच्छ जल ही नदी मंे प्रवाहित किया जाएगा, जिससे तीर्थयात्रियों को अयोध्या भ्रमण के दौरान पवित्र सरयू नदी में स्नान करने में कोई दिक्कत न आए।

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राज्यपाल श्री नाईक से मिली मध्य प्रदेश की राज्यपाल

Posted on 12 May 2018 by admin

लखनऊः 12 मई, 2018
aks_7261उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक से आज राजभवन में मध्य प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने शिष्टाचारिक भेंट की। राज्यपाल श्री नाईक ने श्रीमती आनंदीबेन को अपने संस्मरण संग्रह ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ की गुजराती प्रति भेंट की।
मध्य प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन गुजरात की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं। उन्होंने 23 जनवरी, 2018 को मध्य प्रदेश के राज्यपाल के पद की शपथ ली थी।

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मुख्यमंत्री ने जनकपुर-अयोध्या सीधी बस सेवा के यात्रियों का अयोध्या में स्वागत किया

Posted on 12 May 2018 by admin

भारत-नेपाल संबंधों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नया आयाम दिया: मुख्यमंत्री

भारत व नेपाल के प्रधानमंत्रियों द्वारा शुक्रवार को नेपाल के
जनकपुर से इस ऐतिहासिक बस सेवा का शुभारंभ किया गया था

press-866 यात्रियों को लेकर यह बस आज सुबह अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंची

मुख्यमंत्री ने अयोध्या जनकपुर सीधी बस सेवा शुरू करने
के लिए नेपाल और भारत के प्रधानमंत्रियों का आभार व्यक्त किया

मुख्यमंत्री ने ‘दीपोत्सव’ पर आधारित
डाक विभाग के ‘स्पेशल कवर’ का अनावरण किया

सुरेन्द्रअग्निहोत्री, लखनऊ: 12 मई, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनकपुर से अयोध्या सीधी बस सेवा के यात्रियों का आज अयोध्या में पुष्प, अंगवस्त्र व नेपाली भाषा मंे अनूदित रामचरित मानस भेंट कर स्वागत किया। ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी व नेपाल के प्रधानमंत्री श्री के0पी0 शर्मा ओली ने शुक्रवार 11 मई, 2018 को नेपाल के जनकपुर से इस ऐतिहासिक बस सेवा का शुभारंभ किया था। 66 यात्रियों को लेकर यह बस आज सुबह लगभग 9 बजे अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंची, जहां यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद थीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अयोध्या-जनकपुर सीधी बस सेवा शुरू करने के लिए नेपाल और भारत के प्रधामंत्रियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत-नेपाल संबंधों को नया आयाम दिया है। इस बस सेवा के शुरू होने से भारत और नेपाल के बीच नए सांस्कृतिक संबंधों की भी शुरुआत हो रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अयोध्या-जनकपुर धाम बस सेवा दोनों राष्ट्रों के संबंधों को और मजबूत करेगी। इसके माध्यम से विकास की नई यात्रा भी आरंभ होगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने भारतीय डाक विभाग द्वारा प्रकाशित ‘स्पेशल कवर’ का अनावरण भी किया। यह स्पेशल कवर पिछले वर्ष दीपावली के अवसर पर अयोध्या में सरयू तट पर आयोजित ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम पर आधारित है। डाक विभाग का यह प्रकाशन अयोध्या की वैश्विक पहचान स्थापित कर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने का काम करेगा। साथ ही ‘दीपोत्सव’ के आयोजन की स्मृतियों को लंबे समय तक संरक्षित करने में भी सहायक होगा।press-1-1
अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछले वर्ष अयोध्या में ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम के दौरान 133 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया गया था। भारत सरकार ने राम-जानकी मार्ग को पूर्ण करने का जिम्मा भी लिया है। मार्ग बन जाने पर जनकपुर से अयोध्या पहुंचने में 10 से 12 घंटे की जगह मात्र 6 से 7 घंटे ही लगेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह बस सेवा पड़ोसी देश नेपाल और भारत के पौराणिक समय से चले आ रहे सांस्कृतिक व आध्यात्मिक संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने में सहायक होगी। इस बस सेवा के जरिए श्रद्धालु भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या धाम तथा माता जानकी की जन्मस्थली जनकपुर धाम के बीच की 520 किलोमीटर की दूरी को सरलता और सुविधापूर्ण ढंग से तय कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दोनों देश हजारों सालों से सांस्कृतिक व सामाजिक सबन्धों से जुड़े हुयेे हैं। ये एक ऐतिहासिक क्षण है। लोग बदले लेकिन हमारे सम्बन्ध आज भी अटूट हैं। महाराज दशरथ और राजा जनक का अटूट सम्बन्ध था। अयोध्या का जनकपुर और काठमांडू का काशी के साथ अटूट सम्बन्ध है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नेपाल से आए अतिथियों को अयोध्या की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नेपाल से आये तीर्थ यात्रियों के स्वागत के लिये ‘अतिथि देवो भवः’ की परिकल्पना को साकार करें। यात्रियों को अयोध्या के धार्मिक स्थानों के भ्रमण तथा रात्रि विश्राम आदि में किसी प्रकार की दिक्कत न आये। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार ने सरयू आरती की भव्य शुरुआत की है तथा रामलीला का अनवरत मंचन भी प्रारम्भ कराया है। भगवान श्री राम की कथा का प्रसार थाईलैंड, कोरिया तथा इण्डोनेशिया आदि अनेक देशों में है तथा वहां के रामलीला दल अयोध्या में रामलीला का मंचन भी करते हंै।press-4
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरयू जी में गिर रहे नालों को बन्द किया जायेगा। अयोध्या की ख्याति के अनुसार यहां का विकास होगा, घाटांे का विस्तार किया जाएगा।
इस अवसर पर नेपाल राष्ट्र के प्रान्त संख्या-2 के मंत्री श्री सरोज कुमार कुशवाहा ने कहा कि इस बस यात्रा के प्रारम्भ होने से भारत और नेपाल के बीच रामायण कालीन सम्बन्धों का नवीनीकरण हो रहा है, इससे धार्मिक पर्यटन को बल मिलेगा। इस अवसर पर प्रांन्त संख्या-2 की मंत्री श्रीमती ऊषा यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में उप महापौर जनकपुर धाम श्रीमती रीता कुमार मिश्रा भी उपस्थित थीं।
पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि भारत-नेपाल के सम्बन्ध प्राचीन काल से हंै। उन्होंने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत से लाखांे लोग पशुपति नाथ के दर्शन के लिए नेपाल जाते हंै। इसी प्रकार लाखों लोग नेपाल से भारत आते हंै। माउण्ट ऐवरेस्ट पर जाने का रास्ता केवल भारत, नेपाल से है। अयोध्या के विकास के लिए 133 करोड़ रुपए के कार्य प्रारम्भ हो चुके हंै, जिनका हर 15 दिन पर निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले दीपोत्सव तक अयोध्या चमकने लगेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए औद्योगिक विकास मंत्री/प्रभारी मंत्री श्री सतीश महाना ने कहा कि भारत और नेपाल के सम्बन्धांे को पुनः प्रारम्भ करने के लिये ऐतिहासिक शुरुआत हुई है।
कार्यक्रम को फैजाबाद के सांसद श्री लल्लू सिंह ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति प्राचीनतम है। इस बस सेवा के शुरू होने से अयोध्या और जनकपुर के सम्बन्ध और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मजबूती देने का कार्य रहे हैं।
अयोध्या भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री जी ने राम की पैड़ी के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने पवित्र सरयू नदी की पूजा-अर्चना भी की।
कार्यक्रम में महंत श्री नृत्य गोपाल दास जी, श्री सुरेश दास, श्री कन्हैया दास, श्री रामशरण दास, स्वामी रामानन्द जी महाराज, श्री कमल नयन दास, श्री राघवदास, श्री मोहनदास सहित जनप्रतिनिधिगण और शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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नदी की जमीन नदी को हो तथा पानी की जमीन पानी की होः जल पुरूष राजेन्द्र सिंह

Posted on 12 May 2018 by admin

नदी, तालाब, झरने कुऐं आदि पुराने जलस्रोंतों को मनरेगा से किया जायेगा जीवितः जिलाधिकारी
पुराने जलस्रोत जिंदा होगें तो पानी की समस्या से मिलेगी निजात
मडावरा ब्लाक सभागार कक्ष में ओडी नदी पुर्नजीवन संगोष्ठी का आयोजन

22ललितपुर।
विकास खण्ड मडावरा सभागार कक्ष में जिला विज्ञान क्लब ललितपुर एवं बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान मुख्य अतिथि जल पुरूष राजेन्द्र सिंह एवं जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में ओडी नदी पुर्नजीवन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। ओडी नदी पुर्नजीवन संगोष्ठी को संबोंधित करते हुए जलपुरूष (रेमन मैग्सेसे पुरूस्कृत) राजेन्द्र सिंह ने कहा कि आज के समय में हमारें पुराने जलस्रोतों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके परिणामस्वरूप हमारे पुराने जलस्रोत खात्मे की ओर हैं यही कारण है कि आज पानी की समस्या दिनबादिन बढती जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारे गांव एवं खेतों के आस-पास स्थित हमारे पुराने जलस्रोत नदी, नाले, झीलें, कुण्ड आदि समाप्त हो रहें हैं। इनसे ही हमारे धरती के अंदर पानी झिरकर पहुंचता है जिससे पानी का जलसा्रेत मजबूत होता था तथा वर्ष भर लोगों को जरूरत के अनुसार पानी की उपलब्धता हो जाती है, पानी की कमी से नहीं जूझना पडता था। आज जब हमारे पुराने जलस्रोत अंतिम सांसे ले रहें हैं ऐसे में अब बेहद जरूरी हो गया है कि हमस ब मिलकर जनसभागिता के साथ अपने पुराने जलस्रोतों को जीवित करने हेतु दृढसंकल्पित होकर बचाने के लिए आगें आयें। इस कार्य के लिए अब जिले के मुखिया जिलाधिकारी ललितपुर मानवेन्द्र सिंह ने भी कमर कस ली है। उन्होंने अथक प्रयास कर पुराने जलस्रोतों को जिंदा करने हेतु अब बीणा उठा लिया है ऐसे में जरूरत है कि अब लोग उनके साथ मिलकर अपने पुराने जलस्रोतों को बचाने हेतु कंधा से कंधा मिलकर चलें। उन्होंनें कहा कि नदी की जमीन नदी की हो तथा पानी की जमीन में पानी में तभी बात बनेेगी ये सब कार्य सफलता पूर्वक तभी सम्पन्न होगा जब जनभागीदारी होगी। कहा कि नदी बहुत अच्छी है तथा काम के बाद बहुत ही अच्छे परिणाम मिलेगें। संगोष्ठी में उपस्थित सभी लोगों ने हांथ उठकार इस बात का समर्थन किया।
ओडी नदी पुर्नजीवन संगोष्ठी में संबोंधित करते हुए जलपुरूष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि नदी में काम प्रारम्भ करने पहले पूर्व नदी के पूरे भाग का अवलोकन कर वहां की स्थिति को जानना जरूरी है। कहा कि जब हम ठीक प्रकार से अध्ययन कर लेगें तो जहां पर जैसी जरूरत है वैसे रूप में हम कार्य सही रूप में कर पायेंगें। नदी के पांचों अंगों का अध्ययन करें। नदी के आस-पास स्थित तालाब, पोखरों आदि का भी सर्वे कराकर उन्हें जिंदा करने का कार्य करें जिससे नदी का जलस्तर मंे तेजी के साथ वृद्वि होगी। एक टीम बनाकर रिपोर्ट तैयार करायी जाये और फिर इसके बाद कार्य प्रारम्भ किया जाये। उन्होंने कहा कि अब 11 नदियों को जिंदा करने का जनसभागिता से किया है। ओडी नदी को एक वर्ष के अंदर जिंदा करना है। वृक्षारोपण के संबंध में कहा कि नदी के किनारे पंचवटी लगायें। पीपल, बरगद, गूलर आदि पेडों की जडें फैलतीं हैं तथा जमीन के नीचे पाने जाने में सहायक हैं। किसानों के लिए कहा कि किसान भाई शुभ एवं लाभ बांस के पेड़ को लगायें। बांस के पेड से अच्छी इन्कम है तथा कोई नुकसान नहीं हैं।
ओडी नदी पुर्नजीवन संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि ओडी नदी को पुर्नजीवन देने का कार्य एक वर्ष में पूर्णं कर लिया जायेगा। आज हमारे लिए बडे़ ही गौरव की बात है कि जलपुरूष (रेमन मैग्सेसे पुरूस्कृत) राजेन्द्र सिंह जी के मार्गदर्शन में ओडी नदी को पुर्नजीवन देने का कार्य करने का मौका मिल रहा है। पानी को लेकर ऐशिया सर्वोच्च सम्मान आपको मिल चुका है। यह हमारे लिए बहुत ही सुखद है। उन्हों कहा कि मनरेगा के धन को कैसे सदुपयोग करना है इसके लिए अब मैने मन बना लिया है। मनरेगा से पुराने जल स्रोत कुआं, तालाब, पोखर आदि को पुर्नजीवित करने का कार्य प्रमुखता के साथ कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि बारिस का पानी धरती पर जाकर जलस्तर की वृ़िद्व करे इसके लिए सभी के सहयोग से पुराने जलस्रोतों को जिंदा करने का कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार भी यही चाहती है कि जनसहभागिता के साथ कार्य हों जिससे कि लोग इस बात को महसूस करें कि यह काम हमारा है और हमारे फायदे के लिए है। जलस्तर में वृद्वि होने पर पानी की किल्लत की समस्या कम होगी तथा लोगों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी।
संगोष्ठी में संचालन करते हुए कार्यक्रम सहआयोजक बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान के मंत्री वासुदेव ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि ललितपुर जनपद के लिए जब भी जलपुरूष राजेन्द्र जी से समय मांगा गया उन्होंने समय दिया है। क्षेत्र में पानी के पुराने जलसा्रेत जिंदा हों इसके लिए उनके सुझाव बेहद महत्वपूर्णं हैं। कहा कि धौरीसागर में स्थित बण्डई नदी में पहले चेकडैम बनाकर पानी को रोका गया और बाद में बण्डई में नदी में बण्डई बांध का निर्माण आपके मार्गदशन में हुआ। बण्डई बांध से अब हजारों किसानों को सिंचाई का पानी मिलेगा। किसाने के साथ ही जंगल के पशु, पक्षियों को पानी मिलेेगा। अब गर्मी में पक्षियों एवं जंगली जानवारों की पानी की कमी से मौतें नहीं होगीं। इसी उम्मीद के साथ ओडी नदी पुर्नजीवन संगोष्ठी का आयोजन हुआ है जिले के जिलाधिकारी बहुत ही संवेदनशील हैं और वे भी नदी को जिंदा करके ऐतिहासिक कार्य की ओर अग्रसर हैं। वे खुद कार्यस्थल का अवलोकन कर सुझाव दे रहें हैं तथा विशेषज्ञों से राय लेकर कार्य को गति दे रहें हैं। जलपुरूष राजेन्द्र सिंह जी के द्वारा दिये गये सुझाव बेहद लाभप्रद हैं। उनके सुझावों पर अमल करके ओडी नदी पुर्नजीवन के कार्य को जनसहभागिता से पूरा किया जायेगा। संस्थान गांव-गांव में जाकर लोगों को जल संरक्षण के लिए पे्ररित कर रहा है। इसी दिशा में यह भी एक सार्थक पहल जारी है।

ओडी नदी पुर्नजीवन संगोष्ठी में प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी बलीराम वर्मा, प्रभागीय निदेशक वानिकी गोविंद शरण, मृत्युन्जय कुमार अधिशाषी अभियंता लघु सिंचाई, खण्ड विकास अधिकारी मडावरा बी0पी0 शुक्ला, सहायक विकास अधिकारी लखनलाल झां, क्षेत्रीय वनाधिकारी मडावरा रावसाहब यादव, बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान के मंत्री वासुदेव, जिला विज्ञान क्लब ललितपुर समन्वयक सत्येन्द्र शिवा, विजय सिंह सेंगर, शिवकुमार त्रिपाठी, मानसिंह, राहुल स्रोती, दीपक दुबे, प्रकाश सिंह, प्रेममोहन रिछारिया जेई लघु सिंचाई, आर0बी0 पस्तौर जेई लघु सिंचाई, ग्राम प्रधान उल्दनाखुर्द जगदीश यादव, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि हंसेरा छत्रपाल सिंह, मुकुन्द सिंह पहाडीकलां, सोबरन सिंह धवा, रणवीर सिंह यादव हंसरा, ग्राम प्रधान मदनपुर जाहर सिंह, ग्राम प्रधान बडवार राजाराम, ग्राम प्रधान वनगुवां धनप्रसाद, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रखवारा निर्भान सिंह यादव, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रजौला चाली, तकनीकी सहायक मुकेश जैन, नसीर अहमद खान, गजराज आर्या, परशुराम, सौरभ तिवारी, सुरेशचंद आर्य, अनुज श्रीवास्तव, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा हृदेश कुमार, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ज्योतिस्वरूप शर्मा, गुलझारीलाल, आलोक दुबे, रामदास सुमन, धन सिंह आदि उपस्थित रहे। ओडी नदी पुर्नजीवन संगोष्ठी का संचालन बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान के मंत्री वासुदेव ने किया।

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