Archive | January 6th, 2018

रात के अंधरे में प्रदर्शन विपक्ष की साजिश - राकेश त्रिपाठी

Posted on 06 January 2018 by admin

लखनऊ 06 जनवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी ने सपा द्वारा किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहाने से पहले अपने कार्यकाल के कारनामों का अध्ययन करने की नसीहत दी। प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि भाजपा सरकार ने पहली बार बाजार हस्तक्षेप योजना के अन्तर्गत किसानों का आलू क्रय करने की योजना लागू की। सरकार ने शीतगृहों की संख्या बढ़ाकर भण्डारण क्षमता को बढ़ाया है। जिससे आलू किसानों की उपज का मूल्य पहले से कही ज्यादा मिल रहा है। किसान स्वाभिमानी होता है वह रात के अंधरे में प्रदर्शन नहीं करता है यह विपक्ष की साजिश है।
प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि योगी सरकार ने गेहूॅ खरीद, धान खरीद, गन्ना खरीद और दलहन खरीद के साथ ही आलू खरीद की व्यवस्था की है। भाजपा सरकार ने पहली बार आलू का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया और उपज को खरीदने के लिए किसानों को आश्वस्त किया है। विगत वर्षो में कोल्डस्टोरेज की संख्या 1649 थी और भण्डारण क्षमता 124.94 लाख मीट्रिक टन थी तो अब भण्डारण क्षमता बढ़कर 142.18 लाख मीट्रिक टन हुई है। यह आलू किसानों के हित में भाजपा सरकार की शुरूआती बड़ी पहल है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि योगी सरकार का पहला वर्ष पूर्ण रूप से किसानों को समर्पित रहा है। किसान कर्जमाफी, रिकार्ड गेहूॅ और धान की खरीद, गन्ना किसानों का भुगतान, भाजपा सरकार ने किसान हित में अभूतपूर्व कार्य किए सपा सरकार की चीनी मिलों से सांठ-गांठ पर हाईकोर्ट को भी फटकारना पड़ा था, किसान बदहाल था। आज भाजपा सरकार किसान-नौजवान की अर्थिक उन्नति के काम में जुटी है। आलू किसानों की उपज को पूर्वोत्तर तथा दक्षिण के राज्यों में भी बाजार उपलब्ध कराने को सरकार प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री जी ने समर्थन मूल्य बढ़ाने के भी संकेत दिए है। विपक्ष की हताशा, निराशा ने उसे ओछे हथकण्डो के लिए विवश किया है। विपक्ष द्वारा प्रायोजित प्रदर्शन दिशाहीन, मुद्दा विहीन राजनीति है।

Comments (0)

विपक्षी एकता बेदम, ईवीएम में छेड़छाड़ वहम - डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय

Posted on 06 January 2018 by admin

लखनऊ 06 जनवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने अखिलेश यादव की विपक्षी दलों की बुलाई बैठक में बसपा-कांग्रेस के ना पहुंचने पर चुटकी ली। डा0 पाण्डेय ने कहा कि अखिलेश यादव पार्टी में आंतरिक कलह से जूझ रहे हैं। उनके चाचा और सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव लगातार विरोध का झण्डा बुलन्द किए हुए है। लोकसभा, विधानसभा के बाद निकाय चुनावों में भाजपा की प्रचण्ड जीत ने अखिलेश यादव की बैचेनी बढ़ा दी है। भाजपा के बढ़ते प्रभाव और सपा में आन्तरिक दबाव के कारण अखिलेश यादव ने विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रयास किया था जो पूरी तरह असफल सिद्ध हुआ। बसपा सुप्रीमों के साथ बुआ का रिश्ता जोड़ने वाले अखिलेश यादव को आज रिश्ता टूटते दिखा है और विधानसभा चुनावों में साथ पसन्द करने वाले कांग्रेसी भी सपा का साथ छोड़ गए।
डा0 पाण्डेय ने कहा अखिलेश यादव ईवीएम के बहाने विपक्ष को एकजुट कर अपनी पार्टी के बिगड़ते समीकरणों को साधने का असफल प्रयास कर रहे थे। अखिलेश यादव जी आस्ट्रेलिया से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर लौटे है ऐसा उनका दावा है जबकि ईवीएम पर प्रश्न खडे कर वो अपनी डिग्री पर ही प्रश्न खड़े कर ले रहे है। विदेश से उच्च शिक्षित टेक्नोफ्रेंडली अखिलेश यादव का ईवीएम पर प्रश्न खड़े करना हास्यास्पद है जबकि निकाय चुनावों में जहां बैलट पर चुनाव हुए है वहां भी सपा ने मुँह की खाई है और भाजपा ने सपा से अधिक सीटें जीती हैं। जाति-जमात की राजनीति करने वालों को चुनाव परिणामों से सबक लेना चाहिए और जनता के मूड को समझना चाहिए। अपनी पार्टी को संभालने में विफल साबित हो रहे अखिलेश यादव को विपक्ष को एकजुट करने के बजाय अपनी पार्टी को एकजुट करना चाहिए। बसपा, कांग्रेस का बैठक में शामिल न होना अखिलेख यादव के लिए स्पष्ट संदेश है।

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

January 2018
M T W T F S S
« Dec   Feb »
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  
-->









 Type in