Posted on 25 April 2015 by admin
भारत की पाॅवर सोल्यूशन उद्योग की अग्रणी सू-कैम पाॅवर सिस्टम ने नार्थ इण्डिया सोलर समिट 2015 के द्वितीय आयोजन में सोलर प्रोडक्ट्स की बड़ी श्रृंखला का प्रदर्शन किया जो आवासीय उपयोग के लिए उपयुक्त है। इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित सोलर इण्डस्ट्री पर आधारित प्रदर्शनी एवं कान्फ्रेन्स में अपने पहले सफल प्रदर्शन के बाद द्वितीय आयोजन में देश विदेश के प्रदर्शनकर्ताओं ने सोलर टेक्नोलाॅजी तथा अक्षय ऊर्जा से सम्बन्धित नवीनतम आविष्कारों का प्रदर्शन किया।
सू-कैम के स्टाॅल पर प्रदर्शित सबसे बड़ा आकर्षण था दुनिया का पहला टच स्क्रीन सोलर इन्वर्टर सोलर हाइब्रिड पीसीयू (पाॅवर कन्डीशनिंग यूनिट) जो अधिकतम पाॅवर प्वाइंट ट्रेकिंग टेक्नोलाॅजी युक्त है तथा जो सोलर पैनल तथा इलक्ट्रोस्कोपी के आकार को कम करने में सक्षम है। इलेक्ट्रोस्कोपी एक अनोखा टूलकिट है जो विभिन्न इलेक्ट्रानिक प्रोडक्ट की क्षमता को नाप सकता है।
कम्पनी द्वारा प्रदर्शित अन्य प्रोडक्ट्स में शामिल हैं घरेलू उद्योग के लिए सम्पूर्ण सोलर पैकेज ब्रेनी जो सोलर एवं ग्रिड पाॅवर दोनों पर ही संचालित हो सकता है। इसके अलावा हाइब्रिड सोलर चार्ज कन्ट्रोलर सोलरकाॅन जो किसी भी यूपीएस या इन्वर्टर के साथ जोडकर उसे सोलर पावर सिस्टम में बदल सकता है। फाल्काॅन साइन वेब यूपीएस है जो शुद्ध शाइन वेब आउटपुट देता है एवं शत् प्रतिशत शुद्ध एवं पूरी तरह से स्थिर तथा विकृति से मुक्त है। सेल्काॅन अत्यन्त आधुनिक तथा संवेदनशील उपकरणों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।
इसके अतिरिक्त स्टाॅल के अन्य आकर्षण में शामिल थे सोलर प्रोडक्ट की सम्पूर्ण श्रृंखला जो ग्राहक की विभिन्न मांगों की पूर्ति करता है, जिसमें शामिल हैं छोटे सोलर पाॅवर लाइटिंग विकल्प, एमपीपीटी आधारित सोलर चार्ज कन्ट्रोलर, ग्रिड टाई इन्वर्टर, बैट्री इक्वलाइजर, डेमो टूलकिट, डीसी सिस्टम, लिड फैन तथा सोलर स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम आदि।
सोलर सिस्टम के प्रति सू-कैम की प्रतिबद्धता के बारे में सू-कैम पाॅवर सिस्टम लि0 के ब्रांड मैनेजर श्री कनव सचदेवा ने कहा, ’’भारत में सोलर प्रोडक्ट की मांग लगातार बढ़ रही है तथा यह उत्साहवर्धक है कि देश में चल रही पाॅवर की समस्या से जूझने के लिए केन्द्र सरकार का जोर सोलर पावर लागू करने पर है इसलिए बाजार को समझना, ग्राहक की आवश्यकताओं को समझते हुए वैसे ही प्रोडक्ट विकसित किए जाने चाहिए। हमने एक कंपनी के रूप में आशावान सोलर प्रोडक्ट विकसित किए हैं तथा हम सोलर साल्युशन के इस्तेमाल के बारे में जागरूकता फैलाना चाहते हैं। इसी क्रम में सोलर सू-कैम के लिए मूल फोकस एरिया रहेगा तथा ग्राहक बेहद रचनाशील सोलर साल्यूशन की उम्मीद कम्पनी से कर सकते हैं।
मेरकाॅम कैपिटल ग्रुप, वैश्विक शुद्ध ऊर्जा कम्यूनिकेशन तथा कन्सल्टैन्ट फर्म के अनुसार वर्ष 2017 तक भारत में 10000 मेगावाट की अतिरिक्त क्षमता स्थापित होने की उम्मीद है तथा 2022 तक कुल 20000 मेगावाट स्थापित होगी। वर्ष 2014 में भारत में सोलर इंस्टालेशन 1000 मेगावाट थी। सेक्टर में बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए इण्डियन इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन ने नाॅर्थ इण्डिया सोलर समिट 2015 का आयोजन किया जिसका उद्देश्य था भारत सरकार की अक्षय ऊर्जा के विकास के प्रति वचनबद्धता को प्रदर्शित करना था ताकि ऊर्जा की राष्ट्रीय आवश्यकताओं को सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरण कायम रखने वाले यह इन्वेस्टमेंट के उद्देश्य से भी एक बेहतर प्लेटफाॅर्म है।
सू-कैम रेजीडेन्सियल सोलर मार्केट के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी है, जिसकी मार्केट हिस्सेदारी 20.6 प्रतिशत है तथा जिसकी उपस्थिति पूरे भारत में है। कम्पनी का मुख्य फोकस गुणवत्ता तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तरों का पालन करते हुए सू-कैम को विभिन्न विदेशी बाजारों जैसे एशिया, अफ्रीका, मध्य पूर्वी और शांत क्षेत्रों में अपने उत्पादों का निर्यात करने के लिए सक्षम बनाना है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 25 April 2015 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज यहां कहा है कि किसानों के नाम पर दिल्ली में हुई रैली में एक किसान की मौत पर जो मानवीय संवेदना दिखनी चाहिए थी, नहीं दिखी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में कल उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार की सकारात्मक भूमिका की चर्चा की। दूसरी तरफ बसपा अध्यक्ष ने इस मानवीय पीड़ा के प्रति पूरी तरह उपेक्षा भाव दर्शाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष करके अपनी संकुचित मानसिकता का ही प्रदर्शन किया हैं।
सच तो यह है कि देश में अकेले उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार ने किसानों के दुःखदर्द को समझा है। स्वयं कृषक परिवार का सदस्य होने से मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने किसानों की विपत्ति में सर्वप्रथम उनके साथ खड़े होने का उदाहरण पेश किया है। पिछलें पांच वर्षो में जब बसपा की सरकार थी किसानों को न तो फसलों का उचित समर्थन मूल्य और नहीं उन्हें समय पर बीज, खाद मिली। खाद के लिए लाइन लगाने पर उन्हें पुलिस की लाठियां झेलनी पड़ी।
बसपा के संत्रास भरे काले दिनों से बेहाल जब प्रदेश के मतदाताओं ने समाजवादी सरकार बनाई तो लोकतंत्र की नई बयार के साथ मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव किसान, नौजवान और अल्पसंख्यकोे के कल्याण को प्राथमिकता दी। राजस्थान के किसान श्री गजेन्द्र सिंह की दुखद मौत पर प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के तरफ से तत्काल उसके परिवार को 5 लाख रूपए की राहत पहुॅचायी। यह है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का मानवीय पक्ष।
यही नहीं उत्तर प्रदेश में अभी तक 17Û58 लाख किसानों को 831 करोड़ रूपए मुआवजे में बांटा गया। आपदा में मृत किसानों के परिवारों को 3Û86 करोड़ रूपए दिए गए है। केन्द्र सरकार को 66 अरब 77 करोड़ 65 लाख रूपए का मेमोरेंडम भी भेजा है फसल बीमा योजना के तहत भी उत्तर प्रदेश में किसानों को राहत दी गई है। समाजवादी सरकार और मुख्यमंत्री जी का इस बात पर विशेष जोर है कि किसानों की जिन्दगी अमूल्य है।
श्री मुलायम सिंह यादव बराबर इस बात पर जोर देते है कि किसान की खुशहाली में ही प्रदेश की तरक्की है। इसे अपनाते हुए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने वर्ष 2015-16 के वर्ष को किसान वर्ष घोषित करते हुए बजट की 75 प्रतिशत राशि गांव-किसान के लिए रखी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 25 April 2015 by admin
आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली में आयोजित रैली में आप पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं के उकसाने पर राजस्थान के किसान गजेन्द्र द्वारा आत्महत्या कर लिये जाने के विरूद्ध में भाजपा सामाजिक न्याय मोर्चा लखनऊ के नगर अध्यक्ष राम शंकर राजपूत एवं नगर महामंत्री दिलीप साहू के नेतृत्व में आप के मुखिया अरविन्द केजरी वाल का पुतला विधान सभा के समक्ष फूॅका गया और केजरी वाल के विरोध में नारे लगाये गये।
उक्त अवसर पर उक्त नेताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा आयेजित रैली में इसके नेताओं व कार्यकर्ताओं के सामने ही एक किसान आत्महत्या कर रहा हो और उसको बचाने के बजाय उसको मर जाने के लिए लगातार उकसाया जाता रहा। इसके लिए अरविन्द केजरी वाल मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, सहित मंच पर उपस्थित समस्त नेता जिम्मेदार है, और इसके लिए उन लोगों पर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए।
नगर महामंत्री, गणेश वर्मा एवं दिलीप साहू ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल के राजनीति की नीव ही धोखेबाजी, मक्कारी व दगा बाजी पर टिकी हुयी है और इसी के बदौलत ही दिल्ली की जनता को बरगला कर मुख्यमंत्री बन गये। अपनी आयोजित रैली में किसान गजेन्द्र को बचाने के बजाय आपनी आॅखों ेके सामने ही मर जाने दिया। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा। केजरीवाल व इनके लोग राजनीति करने के लिए घटिया किस्म के हतकण्डे अपना रहें है और मौत की साजिश कर उस पर राजनीति करने का कुचक्र कर रहें है। केन्द्र सरकार को चाहिए की केजरीवाल सरकार को बर्खास्त कर इन पर हत्या का मुकदमा चलाये।
उक्त अवसर पर मुख्य रूप से अगर महामंत्री गणेश वर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी भारत सिंह मौर्य, प्रदेश परिषद सदस्य रामकुमार लोधी एडवोकेट, नगर उपाध्यक्ष महेश साहू दद्दू, नगर मीडिया प्रभारी अवधेश वर्मा छोटू, राजकुमार मौर्य, सुभाष चैरसिया, राजेश राज, विशराम लोधी, राकेश शर्मा, रमेश गुप्ता, पप्पू, साकेत शर्मा पार्षद, श्यामजीत सिंह, मो0 नईस, उमेश रावत, अलखनन्नद हंस, आन्नद मोहन भटनागर।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 25 April 2015 by admin
विश्व बौद्धिक सम्पदा दिवस पर 26 अप्रैल रविवार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ0प्र0 द्वारा विज्ञान भवन के सर सी वी रमन प्रेक्षागृह में शोध छात्रों के लिए विशेष वैज्ञानिक व्याख्यान कराये जायेगें। ष् गेट अप, स्टैण्ड अप. फार म्यूजिकष् थीम को केन्दित करते हुये आई पी आर और उसके प्रबन्धन पर इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाॅजी, कानपुर के प्रो0. उदय एस. रचेरला, हारनेसिंग आईपीआर एमंग स्टूडेन्ट पर ट्रिपलआई.टी. इलाहाबाद के प्रो0. कृष्ण मिश्रा तथा लेटेस्ट डेवलपमेन्ट इन आईपीआर पर सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 श्रीपति राव कुलकर्णी व्याख्यान देगें।
परिषद में स्थापित पेटेन्ट इंफारमेशन सेन्टर की प्रभारी एवं संयुक्त निदेशक डा0 शशि राणा शोध छात्रों, युवा वैज्ञानिकों, नव-अन्वेषकों, परास्नातक विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों, शिक्षकों तथा वैज्ञानिकों को बौद्विक सम्पदा अधिकार और उसके उपयोग पर विस्तार से जानकारी देगी।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विभाग के प्रमुख सचिव डा0 हरशरण दास कार्यक्रम की अध्यक्षता करेगें और परिषद के निदेशक डा0 एम.के.जे. सिददीकी प्रदेश में बौद्विक सम्पदा को बढ़ावा देने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करेगें।
प्रदेश में परिषद द्वारा चलायी जा रही युवा वैज्ञानिक योजना के संयुक्त निदेशक एस एम प्रसाद ने सभी शोध संस्थानों, विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के शोध छात्रों, युवा वैज्ञानिकों तथा शिक्षकों के साथ-साथ विभागाध्यक्षों को आमत्रित करते हुये प्रतिभाग करने का अनुरोध किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 25 April 2015 by admin
छात्रों को इंजीनियरिंग के विविध विषयों में मौजूद संभावनाओं से परिचित कराने के निजी काउंसिलिंग सेशन
ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के उभरते क्षेत्रों में उच्चतर शिक्षा और शिक्षण में नवीनतम लाने के ध्येय से स्थापित अलाभकारी एनआईआईटी युनिवर्सिटी (एनयू) द्वारा 28 अप्रैल 2015 को प्रातः 10 बजे से एनआईआईटी सेन्टर, 6-बी, प्रथम तल, एसएएस हाउस, सप्रू मार्ग, हजरतगंज, लखनऊ में इंजीनियरिंग के इच्छुक छात्रों के लिए करियर काउंसिलिंग सेशन का आयोजन किया जाएगा, जिससे इंजीनियरिंग सेक्टर में अपनी पहचान बनाने के इच्छुक छात्रों को बहुत फायदा होगा।
यह करियर काउंसिलिंग सेशन, एनआईआईटी युनिवर्सिटी की सीनियर फैकल्टी द्वारा आयोजित किया जाएगा। इस सेशन से छात्रों को इंजीनियरिंग में करियर सफल बनाने के लिए ज़रूरी विविध कौशल समझने में मदद मिलेगी, और इंजीनियरिंग कोर्स पूरा करने के बाद इस सेक्टर में मिलने वाली विविध नौकरियों के बारे में भी जानकारी होगी। जिन छात्रों ने हाल ही में बारहवीं कक्षा की परीक्षा दी हैं वे इस सेशन में आ सकते हैं।
एनआईआईटी युनिवर्सिटी द्वारा कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन, इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलाॅजी में बी.टेक प्रोग्राम (4वर्ष) और बीटेक-एमटेक इंटिग्रेटेड ड्युअल डिग्री प्रोग्राम (5वर्ष) चलाए जाते हैं। युनिवर्सिटी द्वारा एक अत्याधुनिक पाठ्यक्रम के जरिए भविष्य की तकनीकों का ज्ञान कराया जाता है जिसके लिए उद्योग जगत से संबंधित, तकनीक पर आधारित, शोध प्रेरित और अखंड शिक्षा देने के बुनियादी सिद्धान्तों का पालन किया जाता है। युनिवर्सिटी के छात्रों को भारत व विदेशों की प्रतिष्ठित कंपनियों में इंटर्नशिप करने के मौके मिलते हैं। बीटेक के छात्रों को पास आउट होने से पहले 6 महीने का कार्य अनुभव हासिल करने का भी अवसर मिलता है।
एनआईआईटी युनिवर्सिटी जियोग्राफिक इन्फाॅर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) और एजुकेशन टेक्नोलाॅजी (ईटी) में 2 साल का एम.टेक प्रोग्राम भी चलाती है। एम.टेक -जीआईएस प्रोग्राम 2 साल का आवासीय कार्यक्रम है, जिसमें नौकरी पाने के मौके भी दिलाए जाते हैं। एम.टेक ईटी प्रोग्राम ऐसे शिक्षा विशेषज्ञों और शिक्षा के क्षेत्र के प्रोफेशनल लोगों के लिए है जो ज्ञान की दुनिया में अपनी विशेष पहचान बनाना चाहते हंै।
एनआईआईटी युनिवर्सिटी 2 साल का फुलटाइम एमबीए प्रोग्राम भी चलाती है, जो डिजिटल मार्केटिंग, बिजनेस एनालिटिक्स, ईकाॅमर्स, मैनेजमेंट आॅफ टेक्नोलाॅजी और बैंकिंग विषयों पर आधारित है।
एनयू में एमबीए प्रोग्र्राम छात्रों को आज के व्यावसायिक परिवेश में विविध पहलुओं की जानकारी हासिल करने और जुडने के मौके देता और प्रोत्साहित करता है।
एनआईआईटी युनिवर्सिटी ने हाल ही में युनिवर्सिटी आॅफ मिसौरी, कंसास सिटी, यूएसए के अकादमिक समझौता भी किया है, जिससे छात्र एनआईआईटी युनिवर्सिटी से अपना बीटेक और कम्प्यूटर साइंस में एम.एस 5 वर्षों में पूरा कर सकते हैं। एनयू, राजस्थान सरकार के 2010 के अधिसूचना सं 5 द्वारा अधिसूचित है और यूजीसी अधिनियम की धारा 2 (एफ) के अधीन है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 April 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने साइकिल यात्रा के माध्यम से पूरे देश में भाइचारा बनाए रखने, बेटियों को बचाने, नशे से दूर रहने, शहीदों का सम्मान करने तथा पर्यावरण की रक्षा करने के लिए ‘संवेदना जागृति अभियान’ चलाने वाले श्री हीरालाल यादव को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। उन्होंने श्री हीरालाल यादव के अभियान की सराहना करते हुए कहा कि समाज की भलाई के लिए कार्य करने वाले व्यक्तियों को पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री से आज यहां उनके सरकारी आवास पर जनपद गोरखपुर के गोला थाना अन्तर्गत ग्राम सीधारी के मूल निवासी 58 वर्षीय श्री हीरालाल यादव ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें अभियान के लिए बधाई देते हुए कहा कि इससे समाज में भाइचारा कायम रखने तथा बालिका भ्रूण हत्या रोकने के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने इस अभियान को विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में और अधिक सघनता से आगे भी जारी रखने का सुझाव दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री हीरालाल जिन उद्देश्यों को लेकर संघर्ष कर रहे हंै, राज्य सरकार उन क्षेत्रों में पहले ही गम्भीरता से काम कर रही है। यदि इस कार्य में श्री हीरालाल यादव जैसे लोगों का सहयोग मिलता है, तो इससे राज्य सरकार के प्रयासों को और अधिक गति मिलेगी। उन्होंने श्री हीरालाल को एक पौधा भी भेंट किया। इस मौके पर श्री हीरालाल ने वर्तमान राज्य सरकार द्वारा लखनऊ नगर सहित अन्य बड़े शहरों में साइकिल के लिए अलग से बनाए जा रहे ट्रैक की सराहना करते हुए कहा कि इसका विस्तार क्रमशः राज्य सरकार की अन्य सड़कों के साथ भी किया जाना चाहिए। इसके लिए श्री हीरालाल ने मुख्यमंत्री की आधुनिक सोच की प्रशंसा करते हुए कहा कि अलग से साइकिल ट्रैक के निर्माण से लोग पर्यावरण के प्रति और अधिक संवेदनशील बनेंगे और सस्ती एवं स्वास्थ्य के लिए उपयोगी सवारी के लिए लोगों में रूझान भी बढ़ेगा।
ज्ञातव्य है कि श्री हीरालाल यादव ने 5 फरवरी, 2015 से जम्मू से कन्याकुमारी तक ‘संवेदना जागृति अभियान’ की शुरुआत साइकिल यात्रा के माध्यम से प्रारम्भ की है। उनकी यह यात्रा अगस्त, 2015 तक चलेगी। श्री हीरालाल यादव की इस प्रकार की यह 15वीं यात्रा है। सन् 1997 में आजादी की स्वर्ण जयन्ती के अवसर पर साइकिल यात्रा की शुरुआत करने वाले श्री हीरालाल यादव थाईलैण्ड, लाओस, वियतनाम एवं कम्बोडिया की यात्रा भी कर चुके हैं। बिना साइकिल की सीट के खड़े होकर लगातार 18 वर्षों से साइकिल चलाने का कारनामा कर दिखाने वाले श्री हीरालाल यादव एक दिन में 100 किलोमीटर से अधिक यात्रा करने की क्षमता रखते हैं। अपने इस अभियान के माध्यम से जागरूकता पैदा करने के लिए वे अब तक लगभग 250 स्थानों पर ‘संवेदना जागृति कला प्रदर्शनी’ लगा चुके हैं, जिसमें सामाजिक चेतना पैदा करने के लिए देश भर से प्राप्त बेहतरीन पोस्टर सम्मिलित किए गए। श्री हीरालाल यादव अब तक विभिन्न स्कूलों, काॅलेजों, जेलों एवं सैनिक छावनियों में 700 से अधिक मोटीवेशनल भाषण देकर नवयुवकों एवं नवयुवतियों को समाज में व्याप्त बुराइयों से लड़ने की अपील कर चुके हैं। उनके इन कार्यों को देखते हुए तमिलनाडु की साउथ इण्डियन एसोसिएशन सोसाइटी द्वारा सन् 2013 में एक लाख रुपए का चेक पूर्व राष्ट्रपति डाॅ0 ए0पी0जे अब्दुल कलाम आजाद के हाथों दिलाकर उन्हें सम्मानित कराया गया है।
इस अभियान के लिए श्री हीरालाल ने अपनी मां एवं पत्नी को प्रेरणा स्रोत बताते हुए कहा कि आज भी उनकी पत्नी बाम्बे नगर के दहीसर रेलवे स्टेशन के पास सब्जी बेचकर परिवार चलाने का काम कर रही हैं। सन् 1981 में मित्र श्री राम नारायण त्रिपाठी की आर्थिक मदद से बाम्बे पहुंचकर श्री हीरालाल ने लगातार संघर्ष किया। इस बीच सन् 1990 में बीमारी से बुरी तरह टूट चुके श्री हीरालाल ने सन् 1997 में साइकिल यात्रा के माध्यम से पूरे देश में अलख जगाने का जो बीड़ा उठाया, उससे मुड़कर फिर कभी पीछे नहीं देखा। मुख्यमंत्री से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि उनकी शायद ही कभी इतने मिलनसार एवं मृदुभाषी नेता से मुलाकात हुई है।
श्री हीरालाल यादव ने उत्तर प्रदेश में जनचेतना जागृत करने के लिए हर सम्भव प्रयास करने का भरोसा जताया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 April 2015 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री के विदेश दौरे पर सवाल उठाने वाले समाजवादी पार्टी के नेताओं से आग्रह है कि वे पहले अपने मुख्यमंत्री के जर्मनी और स्वीटजरलैंड दौरे से हुए फायदे को प्रदेश की जनता को बताएं।
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 चन्द्रमोहन ने आज पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सिर्फ भारत की छवि ठीक करने और विदेशी उद्योेगपतियों को भारत लाने के अभियान में लगे हैं ताकि देश में विदेशी निवेश आ सके और यहां मेक इन इंडिया का कार्यक्रम सफल हो सके। डाॅ चन्द्रमोहन ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार पिछले दस वर्ष के कुशासन के कारण पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था को फिर से द्रुत गति से चलाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है। लेकिन अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर सपा प्रधानमंत्री के बारे में भ्रम फैलाने में लगी है। जबकि हकीकत यह है कि मुख्यमंत्री खुद प्रधानमंत्री मोदी की नकल कर रहे हैं और कभी देश में तो कभी विदेश में निवेश के नाम पर दौरे कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से प्रदेश की जनता चाहती है कि आखिर उन्होनंे किस मकसद से जर्मनी और स्वीटजरलैंड की यात्रा की। क्या उनके इस दौरे से प्रदेश को कोई निवेश प्राप्त हुआ ? क्या जर्मनी के निवेशक उत्तर प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए तैयार हैं। डाॅ चन्द्रमोहन ने कहा कि अखिलेश यादव तीन साल के कथित प्रयास के बावजूद उत्तर प्रदेश में कोई बड़ा विदेशी निवेश नहीं ला सके हाल की जर्मनी और स्वीटजरलैंड की यात्रा में भी सिर्फ वहां की कंपनियों ने पूछताछ ही की कोई भी समझौता या वायदा नहीं किया। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने दस महीने के शासन में ही लगभग सभी प्रमुख औद्योगिक देशों का दौरा कर वहां से बहुत सारे निवेश प्रस्ताव ला चुके है। दुनिया के सभी प्रमुख कंपनियां भारत आने की स्वीकृति दे चुकी हैं।
भाजपा ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इन दिनों अपनी विफलताओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए केंद्र पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री से केन्द्र के मंत्रलयों में लंबित प्रदेश की योजनाओं के पत्र लिखना केवल नाटक मात्र है मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को गुमराह करना चाहते है। जबकि चाहे किसानों का मामला हो या फिर बढ़ते अपराध का मामला और चाहे विकासकार्यो की प्रगति हो, प्रदेश सरकार बुरी तरह फेल हुई है। डाॅ चन्द्रमोहन ने कहा कि आने वाले दिनों में प्रदेश की जनता सपा को सबक सिखाएगी और इस लापरवाह और बहाने बाज सरकार को उखाड़ फेंकेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 24 April 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण सिंचाई एवं जल संसाधन, सहकारिता, परती भूमि विकास विभाग, राजस्व, अभाव सहायता एवं पुनर्वास, लोक सेवा प्रबन्धन विभाग मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि सरकार किसानों के हितों को सर्वोपरि रखते हुये उनकी भलाई के लिए हर सम्भव कदम उठा रही है। श्री शिवपाल सिंह यादव आज जनपद उन्नाव के असोहा विकास खण्ड के महीपत खेड़ा गाॅव में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मिलित होने के उपरान्त प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता कर रहे थे।
श्री यादव ने कहा कि अतिवृष्टि/ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा किसानों को बहुत तत्परता व तेजी के साथ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 6377 करोड़ के हुये नुकसान का मेमोरैण्डम केन्द्र सरकार को भेजा गया है। उन्होने कहा कि जनपद उन्नाव के लिए प्रदेश सरकार से 30 करोड़ 70 लाख रू0 किसानों को वितरण हेतु भेजे गये हैं। श्री यादव ने कहा कि मुआवजे की धनराशि लगातार वितरित की जा रही है तथा किसानों के प्रति सरकार बेहद संवेदनशील है और किसानों की हर समस्या का समाधान किया जायेगा। श्री यादव ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि फसलों की बीमित धनराशि बीमा कम्पनियों से शीघ्र से शीघ्र दिलायी जाये। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पाॅच सदस्यीय कमेटी बनायी गयी है जो बीमा कम्पनियांे से 25 प्रतिशत धनराशि तत्काल दिलाने की कार्यवाही करेगी।
श्री यादव ने बताया कि गंगा नदी में बक्सर घाट पर सेतु का निर्माण सपा सरकार द्वारा कराया गया है। लखनऊ बक्सर मार्ग के सुदृढ़ीकरण का कार्य कराया गया है, अवशेष कार्य भी जल्द कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि उन्नाव जनपद में नई सड़कों के निर्माण व पुरानी सड़कों मरम्मत के लिए बड़ी मात्रा में धनराशि भेजी गयी है। श्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जब सरकार बनी थी उस समय सरकारी ट्यूबवेल बहुतायत संख्या में किसी न किसी कारण से खराब थे। नलकूपों को ठीक कराकर संचालित किया गया है, जो नलकूप बिल्कुल ठीक होने की दशा में नहीं है, उनकी जगह नये नलकूप लगाने की कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
इस अवसर पर विधायक श्री उदय राज यादव, विधायक श्री कुलदीप सिंह सेंगर, सपा जिलाध्यक्ष श्री अनवार अहमद, जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक श्री एम0पी0 सिंह, सी0डी0ओ0 श्रीमती संदीप कौर, श्री सुनील सिंह यादव, श्री राजेश यादव, श्रीमती प्रभा यादव, ब्लाक प्रमुख असोहा श्री राज कुमार रावत सहित भारी संख्या में जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 April 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि बन्द नलकूपों को हर-हाल में ठीक करके अतिशीघ्र किसानों को सिंचाई हेतु पानी की आपूर्ति की जायंे। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 सरकार का लक्ष्य है कि किसानो को अधिक से अधिक पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। सिंचाई मंत्री के निर्देश पर प्रदेश में राजकीय नलकूपों की यांत्रिक दोष से बन्दी को न्यूनतम रखने के सभी सम्भव प्रयास किये जा रहे है और किसानों को अधिक से अधिक सिंचाई हेतु पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
श्री यादव के निर्देश पर बन्द नलकूपों के दोष को ठीक करके शीघ्र से शीघ्र किसानों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में विद्युत दोष के अन्तर्गत ट्रान्सफार्मर दोष से बन्द नलकूप 559, केबिल दोष से बन्द नलकूप 79, कण्डक्टर दोष से बन्द नलकूप 63 एवं अन्य दोष से 106 नलकूप बन्द है। सबसे अधिक विद्युत दोष से नलकूप बंद है।
श्री यादव के निर्देश पर विद्युत दोष से बन्द नलकूपों की समीक्षा, सिंचाई विभाग एवं यू0पी0पावर कारपोरेशन के अधिकारियों के साथ अधिशासी अभियन्ता के स्तर पर प्रत्येक शनिवार को अधीक्षण अभियन्ता स्तर पर प्रत्येक माह के प्रथम एवं तीसरे वृहस्पतिवार को तथा मुख्य अभियन्ता स्तर पर प्रत्येक माह के अन्तिम सप्ताह में संयुक्त बैठक की जाती है और आवश्यक दिशा-निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों और कर्मचारियों को दिये जा रहे हंै।
प्रदेश में लघु डाल नहरों की कुल संख्या 247 है जिससे किसानों को सिंचाई सुविधा प्रदान की जाती है। इनमें सिर्फ विद्युत दोष से 06 बन्द है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 April 2015 by admin
अपर महाप्रबन्धक (परियोजना विद्युत) श्री ए.के. मिश्र ने आज प्रदेश के सिंचाई मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव से उनके आवास पर भेंट करके एनटीपीसी की तरफ से टाण्डा पम्प नहर तथा जहांगीरगंज की राजवारा नहर की कुल 78 किमी लम्बाई की पक्कीकरण के लिए 99 करोड़ का पहला चेक प्रदान किया।
श्री मिश्रा ने बताया कि इसकी कुल अनुमानित लागत लगभग 198 करोड़ है। उन्होंने कहा कि शेष रकम भी जल्दी दे दी जायेगी। उन्होंने कहा कि जफराबाद से टाण्डा तक कुल 98 किमी रेलवे लाइन का दोहरीकरण का कार्य एनटीपीसी की मदद से कराये जाने का निर्णय भी हुआ है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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