Archive | April 15th, 2015

घूम धाम से मनाया गया बाबा साहब का 125 वां जन्म दिन

Posted on 15 April 2015 by admin

स्थानीय दीवानी कचहरी में दलित चेतना के मसीहा और भारतीय सम्विधान के प्रमुख शिल्पी बाबा साहब भाीमराव अम्बेडकर की 125 वीं जयन्ती धूम धाम से मनाई गई जिसमें अधिवक्ताओं के अलावा कई समाजसेवी व बुद्धिजीवी भी शामिल हुए। इस अवसर पर कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए सिविल जज जूनियर डिवीजन फरेन्दा डाक्टर सुनील कुमार सिंह ने कहा कि बाबा साहब एक महान विधि वेत्ता , बौद्ध पुनरुत्थानवादी होने के साथ ही भारतीय सम्विधान के प्रमुख वास्तुकार भी रहे।एक दलित परिवार में जन्म लेकर विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए भी उन्होंने अपनी प्रतिभा के बल पर न केवल विदेश में शिक्षा ग्रहण किया वल्कि राजनीति , अर्थशास्त्र और कानून में डाक्टरेट की डिग्री हासिल किया।
उन्होंने कहा कि इवाल्युशन आफ प्राविन्शियल फाइनेन्स इन ब्रिटिश इन्डिया ,प्राब्लेम्स आफ द रूपी तथा थाट्स आन  पाकिस्तान आदि बाबा साहब के द्वारा लिखी प्रमुख पुस्तकें हैं जो बाबा साहब के बहु आयामी व्यक्तित्व की परिचायक हैं। वे हिन्दू समुदाय में प्रचलित अस्पृश्यता और दलितों के साथ अमानवीय व्यवहार के ही धुर विरोधी नहीं रहे वल्कि इस्लाम और दक्षिण एशिया में उसकी रीतियों खासकर बाल विवाह और बहु विवाह के कारण महिलाओं के साथ होने वाले दुव्र्यवहार के मुखर आलोचक रहे। बाबा साहब की विद्वत्ता के कारण ही उन्हें सम्विधान निर्मात्री समिति का अध्यक्ष बनाया गया और उन्होंने भारतीय सम्विधान के निर्माण में अपनी प्रमुख भूमिका निभाई। श्री सिंह ने कहा कि बाबा साहब ने पाकिस्तान की मांग का ही विरोध नहीं किया था वल्कि वे भारतीय सम्विधान में धारा 370 के जरिए कश्मीर को विशोष दर्जा दिए जाने के भी खिलाफ रहे।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि भन्ते धम्म प्रिय ने लोगों को सम्बोधत करते हुए भगवान बुद्ध के पंचशील सिद्धान्त पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि ए सभी के लिए हें और इन नियमों का पालन करके कोई भी व्यक्ति अपने जीवन को सफल बना सकता है।  उन्होंने बाबा साहब को महामानव की संज्ञा दिया और उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर ही उन्हें सही मायने में श्रद्धा सुमन अर्पित किया जा सकता है। अधिवक्ता डी एन चतुर्वेदी ने कहा कि उन्नीसवीं सदी का उत्तरार्ध कई महान विभूतियों के जन्म का साक्षी रहा। इन्हीं में एक बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर भी रहे।  हिन्दू समाज में दलितों के साथ होने वाले अमानवीय व्यवहार से दुखी बाबा साहब ने दलितों को अपने हक के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने के लिए दलित चमतना को जागृत करने में उनकी भूमिका उन्हें सही मायने में दलितों का मसीहा बना दिया।
अधिवक्ता ओ पी पाण्डेय , रवीन्द्रनाथ उपाध्याय , मुकेश सिन्हा , जदयू नेता विजय सिंह एडवोकेट , प्रेम सिंह , अशोक कुमार पाण्डेय , मुहम्मद हई , श्रीपति प्रसाद , संग्राम प्रसाद , बन क्षेत्राधिकारी फरेन्दा रामदेव आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए और बाबा साहब के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। इससे पूर्व बौद्ध भिक्षु भन्ते धम्म प्रिय की अगुआई में भगवान बुद्ध और बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण के बाद केक काटकर बाबा साहब का 125वां जन्म दिन मनाया गया। इस अवसर पर सुधेश मोहन श्रीवास्तव,शैलेन्द्र श्रीवास्तव , सुधाकर पाण्डेय,रामजीत प्रसाद , प्रदीप मौर्य, शम्भू , अनिल कुमार , राजेश यादव, अरविन्द उपाध्याय सहित भारी संख्या में अधिवक्ता व न्यायस कर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शम्भू यादव के द्वारा किया गया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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मुख्यमंत्री ने डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया

Posted on 15 April 2015 by admin

press

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने संविधान निर्माता बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती पर आज उनके अस्थि कलश स्थल पर पुष्प अर्पित कर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने समाज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों एवं वंचितों को सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए डाॅ0 अम्बेडकर द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए उनके परिनिर्वाण दिवस 6 दिसम्बर पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने आज यहां डाॅ0 अम्बेडकर महासभा परिसर में अपने सम्बोधन में कहा कि डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के बताए मार्ग पर चलकर ही समाज में गैर बराबरी को समाप्त किया जा सकता है और समाज के सभी वर्गांे की आर्थिक तरक्की सुनिश्चित की जा सकती है।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, समाज कल्याण मंत्री श्री अवधेश प्रसाद एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा अम्बेडकर महासभा के पदाधिकारी मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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मुख्यमंत्री एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमण्डल के साथ जर्मनी के हनोवर मेले में सम्मिलित होंगे

Posted on 15 April 2015 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमण्डल के साथ जर्मनी में 13 से 17 अप्रैल, 2015 तक आयोजित हनोवर तकनीकी और इंजीनियरिंग मेले में सम्मिलित होंगे। इस प्रतिनिधिमण्डल में व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री श्री अभिषेक मिश्रा, मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन सहित कई विभागों के सचिव भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री मेले में जर्मन भाषा में आई0टी0 पाॅलिसी की वेबसाइट ूूूण्नचेजमपहमदकण्पद को लाॅन्च करेंगे। राज्य सरकार की यह एक अनूठी पहल है।
हनोवर मेले में उत्तर प्रदेश द्वारा एक पैवेलियन स्थापित किया गया है। इस पैवेलियन का अवलोकन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं जर्मनी की चान्सलर सुश्री एंजेला मर्केल द्वारा किया गया। सुश्री मर्केल ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश में आॅटोमोबाइल और इलेक्ट्राॅनिक मैनुफैक्चुरिंग की काफी सम्भावनाएं हैं। गौरतलब है कि पैवेलियन में प्रदर्शित बैनर व पोस्टर आदि जर्मन भाषा में भी है।
प्रतिनिधिमण्डल का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में निवेश को बढ़ाना है। साथ ही, जर्मनी की संस्थाओं, औद्योगिक संस्थानों और कम्पनियों से रिश्तों को मजबूत बनाते हुए सौर व नवीकरणीय ऊर्जा, आॅटोमोबाइल, क्लीन टेक्नोलाॅजी, शोध एवं नवोन्मेष, कौशल विकास एवं खाद्य प्रसंस्करण आदि क्षेत्रों में सहयोग और निवेश को आमंत्रित करना है।
उल्लेखनीय है कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में जर्मनी के पास उच्च तकनीक उपलब्ध है और उत्तर प्रदेश भी इस क्षेत्र के विकास को लेकर बेहद गम्भीर है। राज्य सरकार छतों पर सौर संयंत्र लगाए जाने की सम्भावनाओं पर भी विचार कर रही है।
हनोवर मेले में 16 अप्रैल, 2015 को ‘उत्तर प्रदेश में पूंजी निवेश के अवसर’ पर एक सत्र भी आयोजित होगा, जिसमें मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। इस सत्र में सौर ऊर्जा, आॅटोमोबाइल और क्लीन टेक्नोलाॅजी के क्षेत्र में तकनीकी हस्तान्तरण जैसे मुद्दों पर चुनिन्दा प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श होगा।
विश्व प्रसिद्ध हनोवर मेले में पूरे संसार से व्यापार, तकनीक, उद्योग, विज्ञान से जुड़ी हस्तियां और नीति निर्माता शामिल होंगे, जिनकी संख्या लगभग दो लाख होगी। इसमें भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों सहित 300 कम्पनियां सम्मिलित हो रही हैं, जो इस आयोजन में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएंगी। 21 बिलियन अमरीकी डाॅलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ जर्मनी भारत का 6वां सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है। दोनों देशों के कारोबारी सम्बन्ध मैकेनिकल इंजीनियरिंग, आॅटोमोबाइल, कैमिकल्स, सेवा, परमाणु रियेक्टर, निर्माण आदि क्षेत्रों में हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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