Archive | August 23rd, 2014

साक्षर भारत मिशन के अन्तर्गत मूल्यांकन हेतु साक्षरता परीक्षा

Posted on 23 August 2014 by admin

राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण, उ0प्र0 द्वारा साक्षर भारत मिशन के तहत बुनियादी साक्षरता कार्यक्रम के अन्तर्गत मूल्यांकन हेतु साक्षरता परीक्षा 24 अगस्त, 2014 को प्रदेश के 66 जनपदों के (कानपुर नगर, औरैया, लखनऊ एवं गाजियाबाद को छोड़कर) प्रत्येक विकास खण्ड के सभी ग्राम पंचायतों में स्थापित ‘लोक शिक्षा केन्द्रों‘ पर सुबह 10ः00 से 05ः00 बजे तक आयोजित की जायेगी।
निदेशक साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा तथा सचिव, राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण, उ0प्र0 श्री अमर नाथ वर्मा ने आज यहां यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा के लिए प्रतिभागी को अपनी ग्राम पंचायत में स्थापित ‘लोक शिक्षा केन्द्र‘ अथवा ग्राम पंचायत भवन पर जा कर अपना नाम दर्ज करा सकते हैं। उन्हांेने कहा कि इस परीक्षा मंे बैठने के लिए 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वे सभी लोग जो नवसाक्षर हैं या  स्कूल बीच में छोड़ चुके हों या फिर पढ़ना-लिखना जानते हो किन्तु उनके पास साक्षरता प्रमाण पत्र न हो पात्र होंगे।
श्री वर्मा ने बताया कि इस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए कोई फीस नहीं होगी। परीक्षा में बैठने वाले अपना पंजीकरण 24 अगस्त तक करा सकते हैं।  उन्होंने कहा कि परीक्षार्थी को पंजीकरण की रसीद परीक्षा केन्द्र पर लाना होगा। साक्षरता परीक्षा परीक्षार्थी के ग्राम पंचायत में ही होगी। परीक्षोपरान्त सन्तोषजनक स्तर पाये जाने पर परीक्षार्थी को साक्षरता प्रमाण पत्र मिलेगा।
प्राधिकरण सचिव ने बताया कि इस परीक्षा से परीक्षार्थी को अनेक लाभ मिलेंगे जिसमें साक्षर होने का प्रमाण पत्र के साथ आगे की शिक्षा के रास्ते भी खुलेंगे। प्रतिभागी को जीवन सुधार के लिए व्यवसायिक एवं अन्य कौशल प्रशिक्षण के अवसर मिलेंगे। ज्ञातव्य हो की साक्षर भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत 15़ वय वर्ग के प्रतिभागी जो कार्यक्रम के अन्तर्गत बेसिक साक्षरता का पाठ्यक्रम पूर्ण करते हैं के मूल्यांकन हेतु राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालयी संस्थान, भारत सरकार द्वारा साक्षरता परीक्षा आयोजित की जाती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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श्री शिवपाल सिंह यादव ने सूखा एवं बाढ़ की व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की

Posted on 23 August 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जनपद में कम वर्षा को देखते हुए नहरें पूरी क्षमता से चलाई जाएं। नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य समय से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि  पानी, बिजली, खाद, बीज की ऐसी व्यवस्था अभी से सुनिश्चित की जाए कि आगामी रबी फसल पर कम वर्षा का कोई प्रभाव न आने पाए। सभी सरकारी ट्यूबवैल दुरुस्त रखें जाए, यदि कोई खराबी आती है तो तत्काल ठीक  करना सुनिश्चित करें। श्री यादव ने कहा कि गांवों में कम से कम 18 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि किसानों का कार्य सही रूप से पूरा होता रहे। स्वास्थ्य एवं पशु पालन विभाग मौसमी बीमारियों के नियंत्रण पर चैकसी रखें, ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों पर आवश्यक औषधियों के स्टाॅक सदैव रखे जाएं।
श्री यादव ने कहा कि विद्युत टंªासफार्मरों की व्यवस्था व अन्य मरम्मत कार्य फाल्ट होने के बाद तत्काल दुरुस्त किया जाए। कृषि विभाग खाद, बीज, कृषि यंत्र आदि कृषि निवेशों की उपलब्धता किसानों तक सुनिश्चित करे। श्री यादव ने कहा कि किसी भी कार्य में भष्टाचार नहीं होना चाहिए, तहसीलों में दाखिल खारिज, विभिन्न तरह के प्रमाणपत्रों के बनाने, खतौनी जारी करने, जमीनों की पैमाइशों क्रुरा बटवारा आदि किसी भी राजस्व कार्यकलाप में अवैध पैसे के लेन देन की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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किसानों को दुग्ध मूल्य का भुगतान करने के निर्देश

Posted on 23 August 2014 by admin

उ0प्र0 सरकार ने प्रदेश के जनपदों में स्थित समस्त सहकारी दुग्ध समितियों/संघों के प्रभारियों/जिला दुग्ध प्रबन्धकों को सख्त निर्देश दिये है कि दुग्ध समितियों को दूध की बिक्री करने वाले समस्त कृषकों अथवा ग्रामीणों को दूध के मूल्य का शतप्रतिशत भुगतान शीघ्र करायें। उनके बकाये की राशि का भुगतान शीघ्र न किये जाने की शिकायतों के मिलने पर दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी।
इस आशय के निर्देश प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री श्री राममूर्ति वर्मा ने दी। उन्हांेने बताया कि दुग्ध विकास विभाग का मूल उद्देश्य प्रदेश के ग्रामीण अंचलों के निर्बल वर्ग के कृषकों, कृषक मजदूरों एवं भूमिहीनों को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के लिए उनके ग्रामों में ही दुग्ध सहकारी समितियों का गठन करके उनके ही माध्यम से उपार्जन से सम्बन्धित कार्यक्रम लागू करके उन्हें अतिरिक्त रोजगार प्रदान किया जा रहा है। उन्हें अधिकतम दुग्ध उत्पादन करके नगरीय क्षेत्रों तथा अन्य उपभोक्ताओं को स्वच्छ, शुद्ध एवं गुणवत्ता युक्त दूध तथा विभिन्न प्रकार के दुग्ध उत्पादों को बिक्री हेतु उपलब्ध कराया जा रहा है।
श्री वर्मा ने बताया कि प्रदेश की समस्त सहकारी दुग्ध समितियों/दुग्ध संघों के अधिकारियों को निर्देशित  किया गया है कि वे स्वयं दूध का उत्पादन करने वाले किसानों, पशुपालकों से सम्पर्क करें और उनका दूध निर्धारित मूल्य पर  खरीदें और उपार्जित दूध के मूल्य का भुगतान मौके पर ही किसानों को करें। उन्होंने कहा कि दुग्धशाला विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी/दुग्ध संघों/दुग्ध समितियों के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये गये है कि वे ग्रामीणों को अधिक दूध उत्पादन  हेतु उन्नति प्रजाति की गाय-भैंसों के पालने की जानकारी दें। उनकों पौष्टिक आहार खिलाने, कृत्रिम गर्भाधान कराने तथा बांझ पशुओं का इलाज करने हेतु शासन द्वारा जो व्यवस्था सुनिशिचत की गई है उसका लाभ दिलाने के लिए उन्हें जागरूक करें। पी.सी.डी.एफ. के ट्रेडमार्क पराग द्वारा की गई व्यवस्थाओं तथा पशुचारे, चिकित्सा, दुधारू पशुओं के संवर्धन, संरक्षण, पालन एवं प्रजनन हेतु की गई व्यवस्था का लाभ दिलाने के लिए दुग्ध उत्पादकों को जानकारी दे तथा भरपूर सहयोग करें जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रिकार्ड दुग्ध उत्पादन किया जा सकें। शासन द्वारा किसानों को दुग्ध उत्पादन में वृद्धि तथा उत्तम नस्ल के दुधारू पशुओं के पालन हेतु हर प्रकार की सुविधाएं प्रदत्त की जा रही है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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हस्तशिल्पी दीप महोत्सव में भाग लेने हेतु अपना आवेदन जिला उद्योग में करें

Posted on 23 August 2014 by admin

उप आयुक्त जिला उद्योग केन्द्र लखनऊ ने बताया कि लखनऊ जनपद की लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम/हस्तशिल्पियों को सूचित किया जाता है कि गे्रसल मार्ककाम प्रा0लि0 के तत्वाधान में दिनांक 27 सितम्बर 2014 से 02 अक्टूबर 2014 के मध्य नोएडा स्टेडियम, सेक्टर-21ए, नोएडा में ‘दीप महोत्सव‘ के नाम से एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा है। इस मेले में भागीदारी हेतु स्टाल का किराया रु0 11,236/- निर्धारित किया गया है। मेले में भाग लेने वाली इकाईयों/हस्तशिल्पियों को माल भाड़ा एवं स्टाल किराये के मद में (एम0डी0ए0) के अन्तर्गत नियमानुसार लाभ दिया जायेगा। इच्छुक इकाई/हस्तशिल्पी उक्त मेले में भाग लेने हेतु अपना आवेदन पत्र कार्यालय उपायुक्त जिला उद्योग केन्द्र, 8 कैन्ट रोड, कैसरबाग, लखनऊ में किसी भी कार्य दिवस में जमा करा सकते हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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विद्यालय व मीडिया का संयुक्त प्रयास समाज में रचनात्मक बदलाव ला सकता है — देश-विदेश के प्रतिभागियों की आम राय

Posted on 23 August 2014 by admin

सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में ‘हिंसा से नारी मुक्ति’ विषय पर सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन में आज देश-विदेश से पधारे पत्रकारों, विशेषज्ञों, मनोवैज्ञानिकों, न्यायविद्ों व विद्वजनों ने अपने सारगर्भित विचारों से सामाजिक जागरूकता की अनूठी मिसाल प्रस्तुत करते हुए एक स्वर से कहा कि विद्यालय व मीडिया का संयुक्त प्रयास समाज में रचनात्मक बदलाव ला सकता है। इन विद्वजनों का कहना था कि महिलाओं व बालिकाओं को समाज में उनका उचित स्थान व मान-सम्मान दिलाकर ही आदर्श समाज की स्थापना की जा सकती है। उन्होंने जनमानस से अपील की कि आदर्श समाज के निमार्ण एवं भावी पीढ़ी के सुन्दर व सुरक्षित भविष्य के लिए परिवार, विद्यालय व मीडिया अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझें और निभाएं। महिलाओं व बालिकाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसावृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रतिभागियों ने कहा कि इस ज्वलन्त प्रश्न पर मीडिया को अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के अनुरूप जन-मानस को प्रेरित करना होगा तो वहीं दूसरी ओर परिवार, विद्यालय व समाज को अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के अनुरूप भावी पीढ़ी में संस्कारों व जीवन मूल्यों का विकास करना होगा। अपनी तरह के इस अनूठे सम्मेलन में देश-विदेश की प्रख्यात हस्तियों एवं प्रेस व मीडिया से जुड़े मूर्धन्य विद्वानों ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज कराकर महिला सशक्तिकरण का जोरदार उद्घोष किया।
इससे पहले, दीप प्रज्वलन समारोह के साथ अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर महिला व बाल कल्याण एवं स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री, श्री अहमद हसन, पिछड़ा वर्ग एवं विकलांग कल्याण मंत्री श्री अम्बिका चैधरी, श्री प्रभु चावला, एडीटर-इन-चीफ, न्यू इण्डियन एक्सप्रेस, नई दिल्ली एवं सुश्री सुभाषिनी अली, प्रेसीडेन्ट, आल इण्डिया डेमोक्रेटिक वोमेन्स एसोसिएशन, नई दिल्ली आदि अन्य प्रख्यात हस्तियों ने दीप प्रज्वलित कर महिलाओं व बालिकाओं के कल्याण का अलख जगाया। इस अवसर पर श्री वी एन गर्ग, प्रमुख सचिव एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू व समाजसेवी श्रीमती अपर्णा यादव समेत कई अन्य गणमान्य हस्तियाँ उपस्थित थी। इस अवसर पर देश-विदेश से पधारे विद्वजनों का हार्दिक स्वागत व अभिनंदन करते हुए सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट व चीफ आॅपरेटिंग आॅफीसर प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने सम्मेलन के उद्देश्यों पर विस्तृत विचार रखे। अपने संबोधन में डा. गीता गाँधी किंगडन ने कहा कि वर्तमान विश्व समाज में औरतों के खिलाफ न सिर्फ शारीरिक अत्याचार अपितु मानसिक, सामाजिक तथा शिक्षा में भी भेदभाव किया जाता है। सी.एम.एस. के तत्वावधान में इस सम्मेलन का आयोजन इसलिए किया जा रहा है जिससे हम लोकतन्त्र के चैथे स्तम्भ मीडिया को इस समस्या के समाधान में मदद कर सकें तथा हम स्वयं अपने आप को एक शिक्षक के रूप में अधिक जागरूक कर सकें और क्लासरूम में छात्र-छात्रों के बीच समानता का भाव बढ़ा सकें।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में श्री अहमद हसन, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री, उ.प्र., ने कहा कि देश की आधी आबादी महिलाओं की है जिन्हें समाज के विकास से जोड़ना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा व विकास के लिए काफी कुछ कर रही है एवं आगे भी करती रहेगी। श्री अम्बिका चैधरी, पिछड़ा वर्ग एवं विकलांग कल्याण मंत्री, उ.प्र., ने कहा कि लड़कियों के गर्भ में आते ही उन पर अत्याचार शुरू हो जाता है। अब हमें आॅनर किलिंग, दहेज हत्या, बलात्कार इत्यादि को रोकने हेतु गंभीरता से सोचना होगा। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में सरकार को कड़े कानून बनाना चाहिए और उन्हें सख्ती से उन्हें लागू करना चाहिए तथा मीडिया को उसे सही प्रकार से प्रचारित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि औरतों को भी अत्याचार के खिलाफ डटकर खड़ा होना पड़ेगा। श्री प्रभु चावला, एडीटर-इन-चीफ, न्यू इण्डियन एक्सप्रेस, नई दिल्ली ने कहा कि यह बड़ा गंभीर विषय है कि जन्मदात्री जननी को ही अपने पुत्र से सुरक्षा की आवश्यकता पड़ती है। महिलाएं घर एवं परिवार, समाज तथा देश को बाँधकर रखती हैं परन्तु समाज में महिलाओं की इस गंभीर स्थिति के लिए तीन ‘पी’ - पालिटिक्स, प्रेस और पुलिस जिम्मेदार है। अपनी बात को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि प्रेस वास्तविक मुद्दे को नजरअंदाज कर बिकाउ खबरें दिखाता है जबकि राजनीति में महिलाओं की भागीदारी कम है और तीसरे महिलओं पर अत्याचार के खिलाफ सजा देने के लिए पुलिस का रवैया असहयोगात्मक रहता है। अतः महिलाओं को कानून बनाने तथा उसे लागू कराने में अधिक से अधिक भागीदारी देनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि औरतों को लालबत्ती और बंदूक दे दो क्योंकि देशों को विनाश से महिलाएं ही बचा सकती हैं। सुश्री सुभाषिनी अली, प्रेसीडेन्ट, आल इण्डिया डेमोक्रेटिक वोमेन्स एसोसिएशन, नई दिल्ली ने श्री प्रभु चावला की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि तीन ‘पी’ के साथ ही एक चैथा ‘पी’ भी है जिसे पितृ प्रधान व पुरुष प्रधान समाज कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि औरतों पर अत्याचार मानव समाज के विकास से जुड़ा है, औरतों की सबसे बड़ी ताकत माँ बनना ही आज के समाज में उनकी सबसे बड़ी कमजोरी बन गया है और पुरुषों ने समाज के विकास के साथ साथ उन्हें प्रताणित करना, अपनी सम्पत्ति समझना तथा दबाकर रखना शुरू कर दिया। आज दुनिया में तथा देशों के बीच असमानताएं बढ़ रही हैं, इसका प्रमुख कारण यही है कि आधुनिक दुनिया समानता के सिद्धान्त पर अपने को टिका हुआ नहीं मानती।
अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन के अन्तर्गत विभिन्न विषयों पर अलग-अलग सेशन सम्पन्न हुए। प्रथम सेशन में ‘स्कूल एण्ड जेन्डर वायलेन्स: व्हाट कैन द टीचर्स डू’ विषय पर चर्चा हुई। इस अवसर कीनोट एड्रेस देते हुए सुश्री शमीना शफीक, सदस्या, नेशनल कमीशन फाॅर वुमेन, नई दिल्ली ने कहा कि आज सत्तर प्रतिशत औरतें घर पर किसी न किसी तरह का अत्याचार बर्दाश्त करती है परन्तु बताती नहीं है। मीडिया इसका समाधान नहीं बताता। आज टीचर्स को बच्चों को समझाना होगा कि बालक-बालिकाएं दोनों समान है। इसी प्रकार, ‘महिलाओं के खिलाफ हिंसावृत्ति - कारण और निवारण’ एवं ‘फ्रीइंग वोमेन फ्राम वायलेन्स: एक्शन प्वाइंट फाॅर सीएमएस एण्ड अदर स्कूल’ विषयों पर आयोजित सेशन्स में देश-विदेश से पधारे पत्रकारों, विशेषज्ञों, मनोवैज्ञानिकों आदि ने जोरदार ढंग से अपने विचार रखे, जिनमें जस्टिस डा. आदेल ओमर शरीफ, डिप्टी जीफ जस्टिस, सुप्रीम कन्स्टीटूयशन कोर्ट आॅफ इजिप्ट, डा. रंजना कुमारी, प्रेसीडेन्ट, वुमेन पावर कनेक्ट व डायरेक्टर, सेन्टर फाॅर सोशल रिसर्च, श्री राजीव चन्द्रन, नेशनल इन्फाॅरमेशन आॅफीसर, यू.एन.आई.सी. फाॅर इण्डिया एण्ड भूटान, सुश्री फरीदा वाहेदी, डायरेक्टर, नेशनल स्पिरिचुअल असेम्बली आॅफ द बहाइज, श्री प्रबल प्रताप सिंह, वरिष्ट पत्रकार, श्री श्रीपाल शकटावत, ब्यूरो चीफ़, इण्डिया न्यूज, राजस्थान, श्री बृजेश मिश्रा, एडीटर, ईटीवी, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड, सुश्री सोनाली मुखर्जी, ऐसिड अटैक सरवाइवर, बोकारो, झारखण्ड, श्री साबू जाॅर्ज, वुमेन्स राइट्स ऐक्टिविस्ट, नई दिल्ली, सुश्री शमीना शफीक, सदस्या, नेशनल कमीशन फाॅर वुमेन, नई दिल्ली, श्री जावेद नकवी, वरिष्ठ पत्रकार, नई दिल्ली, श्री संजय झा, इण्डिया ब्यूरो चीफ, आई.टी.वी. न्यूज, लंदन, सुश्री किट्टी तवाकाले, डिप्टी हेड, प्रेस एण्ड कम्युनिकेशन, ब्रिटिश हाई कमीशन, नई दिल्ली, सुश्री रूपरेखा वर्मा, पूर्व वाइस-चांसलर, लखनऊ विश्वविद्यालय, श्री माइकल डी सालाबेरी, भूतपूर्व राजदूत, मिनिस्ट्री आॅफ फाॅरेन अफेयर्स, कनाडा, डा. डेविड रिस्ले, यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेन्ट आॅफ जस्टिस, इजिप्ट आदि प्रमुख थे।
अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन के अपरान्हः सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में प्रख्यात शिक्षाविद् व
सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने दिन भर चले विचार-विमर्श से पत्रकारों को रूबरू कराते हुए कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन में देश-विदेश से पधारे मीडिया प्रमुखों, पत्रकारों, विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों व विद्वजनों ने महिलाओं व बालिकाओं खिलाफ बढ़ती हिंसावृत्ति के कारणों, परिस्थितियों एवं उनके समाधान पर व्यापक चर्चा की एवं सभी की आम राय थी कि महिलाओं व बालिकाओं का शोषण समेत अन्य सामाजिक बुराईयों को दूर करने में मीडिया व स्कूल की अहम भूमिका है एवं विद्यालय व मीडिया का संयुक्त प्रयास समाज में रचनात्मक बदलाव ला सकता है। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने कहा कि वर्तमान विश्व परिदृश्य के अनुरूप इस अत्यन्त सामयिक एवं ज्वलन्त मुद्दे पर आवाज उठाना एवं अन्तर्राष्ट्रीय बिरादरी को एक मंच पर एकत्रित करना भावी पीढी के सुन्दर व सुरक्षित भविष्य हेतु सी.एम.एस. की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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sa@upnewslive.com

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समाज में नारी अपनी अलग पहचान बनाये.संगीता भटनागर

Posted on 23 August 2014 by admin

बदलते हुए परिवेश में नारी शक्ति की एक अलग पहचान बनाने के लिए यह आवश्यक है कि नारी स्वयं एक शक्ति के रूप में समाज में प्रदर्शित हो। इसके लिए आवश्यक है वह स्वयं को आत्म विश्वास एवं मार्शल आर्ट के माध्यम से इतनी सशक्त बनाये जिससे कि वह बुरे वक्त में प्रतिघाती को मुॅहतोड़ जबाव दे सके।
उक्त विचार आकांक्षा समिति की अध्यक्षा संगीता भटनागर ने सूरसदन में महिलाओं के लिए आयोजित मार्शल आर्ट कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में नारी को अपनी अलग सशक्त पहचान बनाने की आवश्यकता  है इसके लिए  सर्व प्रथम उसे अपने आत्म विश्वास को जागृत करना होगा और कोई भी व्यक्ति यदि उस पर कुदृष्टि रखता हैै या हानि पहुॅचाने का प्रयत्न करता है तो तुरन्त पूरे आत्म विश्वास के साथ उसका मुकाबला करते हुए मुहूॅतोड़ जबाव देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आकांक्षा समिति महिलाओं को आर्थिकए सामाजिक एवं मानसिक रूप से सशक्त करने के लिए सदैव ही कार्य करती रहती है एवं समय.समय पर महिलाओं के लिए व्यापारिक गुणवत्ता एवं आत्म विश्वास बढ़ाने के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करती है।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी पंकज कुमार ने कहा कि कोई भी देश या समाज जब ही पूर्ण रूप से उन्नति कर सकता है जब समाज में रहने वाली 50 प्रतिशत महिलाओं का पूर्ण विकास हो। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में महिलाओं में अपने अधिकार एवं सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है और वह निरन्तर सशक्त होती जा रही है साथ ही वह देश के विकास हेतु प्रत्येक क्षेत्र में अपना योगदान दे रही है।
उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन की ओर से महिलाओं की सुरक्षा के लिए अनेकों कदम उठाये गये हैं। यदि किसी व्यक्ति द्वारा महिला को प्रताडि़त किया जाता है तो वह उसका पूरे आत्म विश्वास के साथ उसका मुकाबला करे और प्रशासन उसका पूरा साथ देगा।
इस अवसर पर सहायक पुलिस अधीक्षक शैलेष कुमार ने कहा कि प्रशासन द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए टोल फ्री नं0 1090 बनाया गया है। उन्होंने 1090 पर किये गये फोन पर होने वाली कार्यवाही की जानकारी विस्तृत रूप में दी ।
कार्यशाला में फिलीपिन्स से आई मुख्य ट्रेनर जैम जमाला लकन गुरो ने कहा कि मुसीबत के समय यदि नारी अपना धैर्य बनाये रखे तो छोटी.छोटी वस्तु उसका हथियार बन जाती हैं। उन्होंने कार्यक्रम में मोबाइल फोनए पेनए रिंगए हेयर क्लिपए पर्स एवं अन्य छोटी.छोटी वस्तुओं से प्रहार करके दिखाया। उन्होंने प्रतिघाती द्वारा महिलाओं को विभिन्न प्रकार से पकड़ने और उन पर बार करने की प्रक्रिया कोे अपने सहयोगी की सहायता से दर्शाया।
इस कार्यक्रम के आयोजन में माध्यमिक शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक अरविन्द कुमार पाण्डेए उप शिक्षा निदेशक आर0पी0 शर्माए जिला विद्यालय निरीक्षक प्रथम धमेन्द्र शर्माए द्वितीय कमलेश कुमार के साथ उच्च शिक्षा अधिकारी डा0 चमन लाल का भी विशेष सहयोग रहा।
आकांक्षा समिति की ओर से सरोज प्रशांतए बीना पोद्दारए रेखा अग्रवाल वीना खण्डेलवालए अनीता माथुरए सरिता सिंह आदि का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन अपूर्णा पोद्दार ने किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 23 August 2014 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने उपचुनाव में माननीय सांसदागणों एवं विधायकगण की योजना की है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 चन्द्रमोहन ने बताया कि पार्टी ने 10 विधान सभाओं और मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में अपने मा0 सांसदों और विधायकों की जिम्मेदारी लगायी है। मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में राष्ट्रीय महामंत्री डाॅ. रामशंकर कठेरिया, सांसद हर साक्षी महराज, मुकेश राजपूत, राजेश दिवाकर, अंशुल वर्मा एवं विधायक योगेन्द्र उपाध्याय और मनीष असीजा को लगाया है।

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ओडिसी इण्टरनेशनल-2014 का भव्य उद्घाटन आज

Posted on 23 August 2014 by admin

सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर (प्रथम कैम्पस) के तत्वावधान में चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय अंग्रेजी साहित्य महोत्सव ‘‘ओडिसी इण्टरनेशनल-2014“ कल 23 अगस्त, शनिवार से प्रारम्भ हो रहा है।  ‘‘ओडिसी इण्टरनेशनल-2014“ का भव्य उद्घाटन कल 23 अगस्त को सायं 5.00 बजे सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) आॅडिटोरियम में सम्पन्न होगा। काउन्सिल फाॅर द इण्डियन स्कूल सार्टिफिकेट एक्जामिनेशन, नई दिल्ली के चेयरमैन रेवरेण्ड डा. जोश आइकारा इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि ओडिसी इण्टरनेशनल के उद्घाटन अवसर पर देश-विदेश की प्रतिभागी छात्र टीमों एवं उनके शिक्षकों के सम्मान में सी.एम.एस. छात्र भारतीय लोकगीत एवं विश्व एकता व शान्ति का संदेश देते अनेक शिक्षात्मक एवं प्रेरणादायी साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। विश्व एकता व विश्व शान्ति को समर्पित इस भव्य आयोजन में अमेरिका, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, नेपाल, नाइजीरिया, कतर, पाकिस्तान, आस्ट्रेलिया एवं देश के विभिन्न प्रान्तों के लगभग 700 छात्र विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं में अपने ज्ञान-विज्ञान व कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
श्री शर्मा ने बताया कि ‘‘ओडिसी इण्टरनेशनल-2014’ में प्रतिभाग हेतु आज दिन भर दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश व देश के विभिन्न प्रान्तों से प्रतिभागी छात्र टीमों के आने सिलसिला जारी रहा। प्रतिभागी छात्र टीमों के आज लखनऊ पधारने पर विद्यालय के छात्रों व शिक्षकों ने भव्य स्वागत किया। आज  लखनऊ पधारी छात्र टीमों में स्काॅलास्टिका स्कूल, ढाका, बांग्लादेश, महामना कालेज, कोलम्बो, श्रीलंका, नालन्दा कालेज, श्रीलंका, आर्निको हायर सेकेण्डरी स्कूल, बिराटनगर, नेपाल, डी.ए.वी. सुशील केडिया विश्वभारती स्कूल, काठमाण्डू, नेपाल, फेमिसिसा, डरबन, दक्षिण अफ्रीका आदि छात्र टीमों का लखनऊ पधारने पर भव्य स्वागत हुआ। इसके अलावा, भवन्स बी.पी. विद्या मंदिर, वर्धा, सेंट आगस्टीन डे स्कूल, कोलकाता, बाम्बे कैम्ब्रिज स्कूल, मुंबई, यंग स्कालर्स एकेडमी, शिकोहाबाद, उ.प्र., बी.सी.एम. आर्य माॅडल सी.से. स्कूल, लुधियाना, इन्दिरा पुरम पब्लिक स्कूल, गाजियाबाद, ग्वालियर ग्लोरी हाई स्कूल, ग्वालियर, मध्य प्रदेश आदि छात्र टीमों का भी भव्य स्वागत हुआ। श्री शर्मा ने बताया कि प्रतिभागी छात्र टीमों के आगमन का सिलसिला आज देर रात व कल प्रातः तक जारी रहेगा।
श्री शर्मा ने बताया कि देश-विदेश से लखनऊ पधारे सभी प्रतिभागी छात्र कल 23 अगस्त को
अपरान्हः 1.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू होंगे। इसके उपरान्त सायं 5.00 बजे सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) आॅडिटोरियम में ‘ओडिसी इण्टरनेशनल-2014“ का भव्य उद्घाटन सम्पन्न होगा तथापि प्रतियोगिताओं का सिलसिला 27 अगस्त से सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में प्रारम्भ होगा। श्री शर्मा ने विश्वास व्यक्त किया कि ओडिसी की प्रतियोगिताएं छात्रों की प्रतिभा को तो उभारेंगी ही अपितु उनके मनोबल व आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक होंगी एवं चुनौतियों को सहर्ष स्वीकार करने का हौसला देंगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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माननीय राष्ट्रपति ने स्वीकारी ‘‘कैंसर उपचार’’ पर लिखी पुस्तक ‘‘इनटू द आॅबलिवियन’’ की प्रथम प्रति

Posted on 23 August 2014 by admin

‘‘इनटू द आॅबलिवियन’’ पुस्तक का आज इसके लेखक डा0 ए.पी. महेश्वरी व श्रीमती विनिता चांडक के द्वारा पुस्तक की प्रथम प्रति भारत के माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी को भेंट करने के साथ ही औपचारिक रूप से विमाचन हो गया।
कहानी के रूप में लिखी गई यह पुस्तक भण्डार गं्रथकार द्वारा अपनी माॅ को दी गई श्रद्धांजलि स्वरूप है। ये उनकी स्मृतियों का एक संग्रह है, जो घातक रोग ‘‘कैंसर’’ के हाथों उन्हें खोने के बाद लिखे। सतह के परे स्थित सत्य को जानने की ग्रंथकार की यह एक सच्ची कोशिश है। यह पुस्तक उनकी माॅ, जो राजस्थान के दूर-दराज गांव की एक सीधी -सादी अल्प-शिक्षित महिला थीं, के जीवन के अनुभवों पर आधारित है। कैसे वह प्रारम्भ शहरी जीवन में अपने आप को ढालती रही , फिर अपने परिवारजनों व अन्य सम्बन्धियों एवं सहजनों के मन पर अपनी छाप छोड़ती गयीं। वे जीवन में सबको हॅसी, खुशी व सद्भावना बांटती चलती थी। उनके गुणों ने उन्हें एक आदर्श पत्नी ही नहीं अपितु एक ऐसी ‘‘माॅ’’ बनाया, जिसने अपनी संतानों में सशक्त धार्मिक, पारिवारिक व मानवीय मूल्यों का संचन किया। यह पुस्तक छोटी-छोटी ऐसी घटनाओं से भारी पड़ी है , जो यह दर्शाती है कैसे यह जानने के बाद भी कि वे कैंसर से पीडि़त हैं, उन्होंने खुशियाॅ बिखेरना जारी रखा। यह दर्शाती है कि यह उन्होंने अपना आत्मसंयम, निश्चलता, ईश्वर में अपना विश्वास एवं अपनों का उत्साह इस स्थिति में  भी अपने साहस व सहनशक्ति से बनाए रखा जबकि वह घातक बीमारी कभी भी उनको इस सृष्टि से तिलांजति दिला सकती थी। वह इस ‘‘न्यूक्लियर-फैमिली’’ के आधुनिक युग में अनुकरणीय व्यक्तित्व के रूप में उभरी हैं।
‘‘रोगी दवा और दया से नहीं, प्रेम और अपनत्व से शीघ्र अच्छा होता है’’- पुस्तक के माध्यम से दिया गया यह संदेश प्रस्तुत कृति को मानवीय संदर्भों एवं संवेदनशीलता से जोड़ता हुआ पाठकों के मन पर निराली छाप छोड़ता है।
यह पुस्तक जीवन की रूपात्मकता को इसके सभी रंगों में संभालने का एक माध्यम है। इस पुस्तक में विशेष रूप से कैंसर जैसे घातक रोग के निदान की दिशा में अनेक व्यवहारिक पहलुओं से उभारा गया है
ऽ    कैंसर की जटिलता , उसका इलाज व वर्तमान परिक्षेप्य में उसकी सीमा।
ऽ    इसके विविधतापूर्ण मनोवैज्ञानिक-व्यवहारिक और कैंसर रोगियों की देखरेख करने वालों का कोमल स्पर्श, जो ऐसे रोगियों को उनके रोग से लड़ने की क्षमता को कई गुणा बढ़ा देता है।
ऽ    जीवन-प्रबन्धन व रोग-निरोधक स्वास्थ्य-संरक्षण के बारे में विस्तृत विमर्श
ऽ    नारी सशक्तिकरण व समाज में अभी भी प्रचलित विविध सामाजिक रूढि़यों के सापेक्ष अपनी पहचान
ऽ    पारिवारिक मूल्यों व सामाजिक रिश्तों की कसौटी
ऽ    रोगी की पीड़ा कम करने के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव
ऽ    आध्यामिकता से जनित शक्ति
ऽ    आत्म अनुभूति की पराकाष्ठायें
इस औपचारिक अनावरण के बाद पुस्तक को शीघ्र ही लोकार्पित किया जायेगा।

यह पुस्तक ओशन बुक्स प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली (ूूूण्वबमंदइववोण्पद) द्वारा प्रकाशित की गई है।
ऽ    डा0 ए.पी. महेश्वरी, 1984 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (उ0प्र0 संवर्ग) के अधिकारी है, जिन्हें वीरता के लिए पुलिस पदक व विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक समेत कई अन्य पुरस्कारों से अलंकृत किया जा चुका है। उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों पर आधारित कई पुस्तकें लिखी हैं उनकी एक पुस्तक को प्रतिष्ठित ‘‘गोविन्द बल्लभ पन्त’’ पुरस्कार भी मिला है। वर्तमान में वे केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में प्रतिनियुक्ति पर हैं।
ऽ    श्रीमती विनीता चांडक राजनीति शास्त्र में परास्नातक हैं। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो ग्वालियर मध्य प्रदेश में विविध सामाजिक कार्यो में रत हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ परिसर में विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर आयोजित

Posted on 23 August 2014 by admin

भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ परिसर में विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर आयोजित ’मानसून में गन्ने का जादू’ नामक तीन दिवसीय फोटो प्रदर्शनी आज समाप्त हो गई। इस प्रदर्शनी में व्यवसायिक फोटोग्राफर एवं गैर व्यवसायिक फोटोग्राफर जैसे वैज्ञानिक, विद्यार्थी, संस्थान के कर्मचारी एवं उनके परिवार के सदस्यों की संस्थान की मुख्य इमारतों, गन्ना फसल की विभिन्न अवस्थाओं तथा संस्थान में परिदृश्य  (लैंडस्केप) की कुल 42 प्रतिभागियों की 100 से अधिक अनिल रिसाल सिंह, अध्यक्ष, लखनऊ कैमरा क्लब एवं योगेन्द्र नाथ वर्मा “योगी”, पूर्व प्रधानाचार्य, कला एवं शिल्प महाविद्यालय, लखनऊ द्वारा चुनी गई फोटो प्रदर्शित की गई थी। प्रदर्शनी में लखनऊ कला एवं शिल्प महाविद्यालय, स्कूली छात्र-छात्राओं एवं लखनऊ कैमरा क्लब के सदस्यों की काफी फोटो प्रदर्शित की गई थीं। प्रदर्शनी का उद्घाटन 19 अगस्त को प्रो0 राजेन्द्र कुमार, महानिदेशक, उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद, लखनऊ द्वारा किया गया था। प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण संस्थान में उपलब्ध जैवविविधता दर्शाते फोटोग्राफ रहे। छायाकारों द्वारा खींची गई संस्थान के गन्ना प्रक्षेत्र में उपस्थित विभिन्न जीव-जन्तुओं जैसे नीलगाय, बैंल, मोर, बगुले, नाग इत्यादि की सजीव फोटों ने दर्शको का मन मोह लिया। प्रदर्शनी में गन्ना प्रक्षेत्र के विभिन्न वृक्षों को आश्रयदाता तथा अन्नदाता के रूप में उनकी महत्ता को भी दर्शाया गया था। यह प्रदर्शनी शहर की तीन दिन की भीषण गर्मी एवं उमस के बीच मानसून के फुहारों से शहरवासियों के तन-मन को  अभिसिंचित करने में कामयाब रही। विभिन्न आयु वर्ग के 1000 से अधिक लोगो ने इस त्रिदिवसीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा भविष्य में अन्य विषयों पर भी इस तरह के आयोजन करने की इच्छा भी व्यक्त की। प्रदर्शनी के समापन समारोह में संस्थान के निदेशक, डा. एस. सोलोमन ने फोटोग्राफरों के प्रयासों की सराहना की एवं भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की प्रतिबद्धता दर्शाई तथा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। कार्यक्रम में धन्यवाद प्रस्ताव डा. ए.के.शर्मा, प्रधान वैज्ञानिक (कृषि अर्थशास्त्र) एवं प्रभारी, कला एवं छायांकन ने किया। प्रदर्शनी के आयोजन में सोसाइटी आॅफ शुगर प्रमोशन एवं रिसर्च ने वित्तीय सहयोग प्रदान किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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