Posted on 05 August 2014 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में जब से समाजवादी पार्टी की सरकार बनी है, विपक्षी दलों की भूमिका इसके प्रति नकारात्मक और विरोध की ही रही है। बसपा तो सत्ता खोकर मानसिक दिवालियापन की स्थिति में आ गई जबकि केन्द्र में सत्ता पाकर भाजपा दंभ में ऐसी डूबी है कि उसका उचित अनुचित विवेक भी मिट गया है। कांग्रेस तो करारी हार से हताशा में कुंठित हो चली है, उसकी भूमिका दिशाहीन है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने तमाम विरोध के बावजूद प्रदेश में विकास का नया एजेण्डा बनाकर उसे गति देने का दृढ़ संकल्प लिया है।
भारत के संाख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की छठी आर्थिक गणना रिपोर्ट के अनुसार जो जनवरी,2013 और अप्रैल,2014 के बीच की है, दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश ने रोजगार के मामले में श्रेष्ठ कार्य किया है। प्रदेश में 75 प्रतिशत कर्मचारियों को अधिक रोजगार मिला है। रोजगार वृद्धि की दृष्टि से पांच राज्य शीर्ष पर हैं जिसमें उत्तर प्रदेश पहले नम्बर पर है। उत्तर प्रदेश में रोजगार वृद्धि का 75Û26 प्रतिशत रिकार्ड दर्ज है जबकि गुजरात में रोजगार वृद्धि का प्रतिशत 56Û47 है तो आंध्र प्रदेश का 27Û46। महाराष्ट्र में रोजगार वृद्धि का प्रतिशत 36Û54 और तमिलनाडु में यह वृद्धि दर 13Û22 प्रतिशत मानी गई हैं।
भारत सरकार के उपरोक्त आंकड़ो से जाहिर है कि उत्तर प्रदेश में विकास की गाड़ी, जो पिछली बसपा सरकार के समय पटरी से उतर गई थी, न केवल पटरी पर आ गई है अपितु उसकी गति भी बढ़ी है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जिस कौशल के साथ सरकार की कमान सम्हाली है और समग्र विकास की दिशा में कदम उठाए हैं उससे उत्तर प्रदेश अब आदर्श प्रदेश अनने की ओर अग्रसर है। श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में प्रदेश की औद्योगिक ताकत में असाधारण वृद्धि हुई है। वे निरंतर पूंजीनिवेश के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित कर रहे है। इसके सुखद परिणाम आ रहे हैं।
विपक्षी दलों ने प्रदेश में अशांति और सांप्रदायिकता फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इससे कुछ क्षेत्रों में यह भ्रम फैला कि प्रदेश में विकास तेजी नहीं पकड़ रहा है। मुख्यमंत्री जी ने बुनियादी अवस्थापनाओं को विस्तार देते हुए कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के कदम उठाए। इसका परिणाम सामने आ रहा है। उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार में प्रगति की जो मंजिलें तय हुई हैं, अब उनका लोहा भारत सरकार भी मानने को बाध्य हो गई है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 August 2014 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं उनके आश्रितों को दी जाने वाली पेंशन पर 165 प्रतिशत की दर से मंहगाई राहत स्वीकृत कर दिया है। अब स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं उनके आश्रितों को पेंशन 3150 रुपये, मंहगाई राहत 165 प्रतिशत के हिसाब से 5197 रुपये तथा विभिन्न प्रयोजनों के लिए अनुमन्य धनराशि 464 रुपये मिलेंगे। इस प्रकार अब उन्हें कुल 8811 रुपये प्रतिमाह पेंशन प्राप्त होगी।
प्रदेश सरकार ने इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 August 2014 by admin
प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन एवं आवास आयुक्त, श्री सदाकान्त ने बताया कि उ0प्र0 आवास विकास परिषद से वित्तीय वर्ष 2014-15 में 3192.93 करोड़ रुपये आय अर्जित करने का लक्ष्य रखा गया है जबकि परिषद द्वारा वर्ष 2013-14 में 2545.61 करोड़ रुपये वार्षिक आय अर्जित करने के लक्ष्य के सापेक्ष मार्च 2014 तक 2630 करोड़ रुपये आय अर्जित किया गया है।
श्री सदाकान्त ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2014-15 परिषद द्वारा 630 करोड़ रुपये प्रतिकर धनराशि जमा कराने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि चालू वर्ष में निर्माण कार्यों हेतु 13063 नग सम्पत्तियां सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है जबकि पिछले वर्ष 8146 नग सम्पत्तियों को विकसित करने के लक्ष्य के सापेक्ष मार्च 2014 तक 10226 नग सम्पत्तियों पर कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार परिषद द्वारा चालू वर्ष में 396.14 हेक्टेयर भूमि विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है तथा 389 नग इकाई निर्माण डिपाजिट कार्य के अन्तर्गत पूर्ण करने का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा चालू वर्ष में एक लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा निर्माणाधीन सम्पत्तियों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। प्रत्येक निर्माण कार्य की समय सीमा निर्धारित कर दी है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर संबंधित अभियन्ता/ठेकेदार के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण कार्यों पर प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिये गये। इस कार्य में लिप्त विभागीय अभियन्ताओं के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 August 2014 by admin
जनेश्वर मिश्र जयंती की पूर्व संध्या के उपलक्ष्य में प्रख्यात समाजवादी चिंतक जनेश्वर मिश्र के व्यक्तित्व, कृतित्व, योगदान व महत्व को रेखांकित करने वाली प्रथम ई-बुक ूूूण्रंदमेीूंतरपण्पद का विमोचन करते हुए समाजवादी नेता व काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जनेश्वर मिश्र प्रतिबद्ध समाजवादी थे जिन्होंने पूरा जीवन समाजवाद और लोकतंत्र को मजबूत करने में लगाया। उनके जीवन-दर्शन से सादगी और कमजोर तबके के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा मिलती है। वे सम्प्रदायिकता और भेदभाव को समाज के लिए घातक मानते थे। छोटे लोहिया के साथ अपनी स्मृतियों एवं संस्मरणों को साझा करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जनेश्वर मिश्र हमारे अभिभावक और आदर्श थे। समाजवादी दर्शन को हम लोगों ने जनेश्वर जी के माध्यम से ही जाना। उन्होंने शिक्षक की तरह बहुत कुछ सिखाया। जनेश्वर जी के मन में हमेशा गरीबों और कमजोरों के लिए पीड़ा रही है। वे मुझसे अक्सर कहते थे कि गरीबों के आंसू पोंछना ही सच्चा समाजवाद है। वे चलते-फिरते ज्ञान-कोष थे। कभी भी धन-दौलत के पीछे नहीं भागे, न ही संपदा का संचय किया। वे कई बड़े पदों पर रहे, कई बार केन्द्रीय मंत्री बने लेकिन उनमें कभी पद व सत्ता का दर्प नहीं आया। उन्होंने अपनी सादगी और सरलता नहीं छोड़ी। वह आजादी के समय के समाजवादियों और हम लोगों की पीढ़ी के सेतु थे। जनेश्वर जी चाहते थे कि सामाजिक व राजनीतिक जीवन में आम महिलाओं की सहभागिता बढ़े। उन्होंने हमेशा गरीब घर की नारियों को विशेष अवसर देकर आगे बढ़ाने की प्रेरणा दी। वह छोटी-छोटी घटनाओं से सूक्ष्म व जटिल दर्शन को समझा देते थे। यदि उन्हें अपने दौर का सबसे बड़ा समाजवादी चिंतक व समाजवादी अवधारणाओं का व्याख्याता कहा जाए तो गलत नहीं होगा। वे समतामूलक समृद्ध समाज के नवनिर्माण और डाॅक्टर राममनोहर लोहिया के प्रतिबद्ध व अग्रिम पंक्ति के सिपाही थे। लोहिया के विचारों को मूर्तरूप देने के लिए ही उन्होंने माननीय मुलायम सिंह यादव जी के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी बनायी। वे संसद और राजधानी में आम हिन्दुस्तानी और गांव-जवार की आवाज होते थे। डाॅक्टर राम मनोहर लोहिया ने एक बार उनकी प्रशंसा करते हुए कहा था कि जनेश्वर जी में प्रतिभा है और दबे-कुचले वर्ग की बेहतरी के लिए बड़ा काम करने की इच्छा भी। ये दोनों बातें विरले लोगों में मिलती है। डाॅ लोहिया का यह कथन युवा जनेश्वर के लिए था जो मानसरोवर कांड व कच्छ आन्दोलन का नायक थे।
छात्र जीवन से लेकर अंतिम समय तक वह जन-आन्दोलनों की अगुवाई करते रहे। उनके शब्द आज भी कानों में गूंजते हैं, “समाजवादियों को देश की तकदीर बदलनी है तो भारी बलिदानों के लिए तैयार रहना होगा। समाजवादियों को राष्ट्रीय मुद्दों पर बहस चलानी चाहिए। सिर्फ नेताओं के भाषण सुन लेने पर से सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन की राजनीति नहीं गरमायेगी।” मुझे पूरी उम्मीद है कि इस ई-बुक पुस्तक को हमारे युवा साथी पढ़कर सीखेंगे और राजनीति की चमक-दमक वाली मृगमरीचिका न फँसते हुए वैचारिक राजनीति से जुड़ेगे तभी देश व समाज का भला कर सकेंगे।
जो कौमें व पीढ़ी अपने बुजुर्गों व विरासत को भूल जाती हैं मिट जाती है। आज जनेश्वर जी और उनके विचार अपने जीवन काल से भी प्रासंगिक प्रतीत होते हैं।
जनेश्वर जी आम आदमी की पीड़ा को समझते थे और चाहते थे कि आम आदमी को उसका हक मिले, उसका काम समय से हो। उन्हें श्रद्धांजली देते हुए मैं राजस्व विभाग में सिटिजन चार्टरशिप लागू करता हूँ। समाजवादी आन्दोलन को और अधिक धारदार तथा विचारधारा को और अधिक व्यापक बनाना ही छोटे लोहिया को दी गई सच्ची श्रद्धांजलि है। इस अवसर पर काबीना मंत्री शिवाकान्त ओझा, नारद राय, सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी, एस०आर०एस० यादव, जनेश्वर जी की पुत्री श्रीमती मीना तिवारी, दामाद चन्द्रशेखर तिवारी, धर्मानन्द तिवारी, उपनिवेशवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल, राजू श्रीवास्तव समेत कई समाजवादी नेता मौजूद
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 August 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री और उनके वरिष्ठ मंत्री के बीच तनातनी उचित नही। ताजुब्ब की बात है कि ताकतवर मंत्री पत्र लिखते है, मुख्यमंत्री उसे संज्ञान में नही लेते। इन ताकतवार मंत्री के विभाग का कार्यक्रर्म होता है मुख्यमंत्री इंतजार करते रहते है शहर में होने के बावजूद कार्यक्रम में शरीक नही होते। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा हो सकता है मुख्यमंत्री के चाचा-भतीजे के रिस्ते हो, किन्तु जब मुख्यमंत्री और मंत्री के रिस्तों की बात होगी, यह मुख्यमंत्री की गरिमा का अपमान है।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री-मंत्री की जो सामान्य परम्पराएं है उनका पालन तो होना ही चाहिए। लोकतंत्र में तो विपक्ष मुख्यमंत्री का सम्मान करता है यहाॅ तो उनके मंत्रीपरिषद के सदस्य ही उनके इकबाल को चुनौती देते फिर रहे है। यह पहली घटना नही है चाहे लगातार कैबिनेट की बैठकों में न जाने का प्रकरण रहा हो, नगर आयुक्त के तबादले का प्रश्न रहा हो अथवा अन्य प्रकरण रहे हो। हर बार तनातनी की खबरे सार्वजनिक रही है।
श्री पाठक ने कहा समाजवादी पार्टी और उनके नेताओं को हर घटना के पीछे भारतीय जनता पार्टी नजर आती है। जब इससे काम नही चलता तो आरएसएस का ऐजेण्ट बता काम चलाने में जुट जाते है। दुविधा में फंसी इस सरकार में मंत्री सार्वजनिक रूप से अपना दर्द बया करते है उनके कहने के बावजूद जांच नही होती। अब इसमें भाजपा का क्या दोष? एक धर्म गुरू और मंत्री के बीच आरोप प्रत्यारोप अखबारों की सुर्खिया बन रहे है, मंत्री बयान देकर काम चला रहे है, धर्म गुरू जांच की मांग कर रहे है, पर इन विषयों पर निर्णय लेगा कौन? फैसला तो सरकार को लेना है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 August 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने सपा सरकार के ताकतवर मंत्री आजम खांन के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने कहा कि शिया धर्म गुरू और आजम खांन की बयानबाजी में भाजपा नेताओं को आजम खांन द्वारा घसीटना दुर्भाग्य पूर्ण है। उन्होंने कहा कि बडे़ ताज्जुब की बात है कि श्री आजम खांन की तीन-2 चिट्ठियांे का मुख्यमंत्री द्वारा संज्ञान न लिया जाना। व्यंग करते हुए उन्होंने कहा कि जनता श्री आजम खानं के दर्द को समझ सकती है।
प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने आजम खां के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि जब उन्हें सरकार और अपने मुख्यमंत्री को दबाव में लेना होता है वे प्रेस में चले जाते है और मुख्यमंत्री सरकार समेत उनकी जिद के आगे झुक जाते है। शिया धर्म गुरू और आजम के बयान युद्ध में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का नाम लेकर आखिर वे अपनी कौम को क्या संदेश देना चाहते है ? डाॅ0 मिश्र ने उन्हें सलाह दी कि हर समय , हर विषय पर राजनैतिक निशानेबाजी से उन्हें बाज आना चाहिए, ‘ये पब्लिक है सब जानती है‘।
प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने एक बार फिर कहा कि इस तरह की सार्वजनिक प्रतिक्रिया व्यक्त करके वे कहां निशाना साध रहे है ? श्री आजम खांन ताकतवर मंत्री है। उन्हे इस तरह की कार्यवाही से सपा सरकार की फजीहत नही करनी चाहिए सरकार यदि उनकी जायज मांगे नहीं सुनती तो अपनी कौम के हित में उन्हें इस्तीफा देकर सरकार से बाहर आ जाना चाहिए। सरकार और उसके मुखिया की सार्वजनिक आलोचना सपा सरकार की साख को गिरा रही है। डाॅ0 मिश्र ने कहा कि सपा सरकार पहले से ही अपनी साख के संकट से जूझ रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 August 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उर्दू ने हमेशा दिलों को जोड़ा है। जब उर्दू बोली जाती है तो प्यार झलकता है और मोहब्बत दिखाई देती है। ये भाषा ऐसी है, जो दिलों में बस जाती है। इसलिए उर्दू को दिलों को जोड़ने वाली ज़बान कहा जाता है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के पुस्तक पुरस्कार वितरित करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने अकादमी के वर्ष 2011-12, 2012-13 तथा 2013-14 के पुरस्कार प्रदान किए। प्रत्येक लेखक को प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह् एवं पुरस्कार राशि का चेक मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किया गया। अकादमी द्वारा पुरस्कृत लेखकों में उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के साहित्यकार शामिल थे।
श्री यादव ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से समाज में मोहब्बत और भाईचारा बढ़ाने का पैग़ाम जाएगा। आपसी समझ के लिए भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हांेने कहा कि हिन्दी और उर्दू मिलकर समाज को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि दोनों भाषाएं आगे बढ़ें और अंग्रेजी का मुकाबला करें। वर्तमान समय में जो प्रतिष्ठा और सम्मान अंग्रेजी को हासिल है, वह इन भाषाओं को भी प्राप्त हो, इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।
भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के प्रति समाजवादी सरकारों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में भी उर्दू को प्रोत्साहित किया गया था। वर्तमान सरकार ने संस्कृत, हिन्दी और उर्दू के साहित्यकारों को सम्मानित करने का कार्य दोबारा शुरु किया। पिछली सरकार के कार्यकाल में साहित्यकारों को सम्मान देने और उनकी रचनाओं को पुरस्कृत करने का कार्य ठप पड़ा था। उन्होंने कहा कि उर्दू अकादमी की मांगों और जरूरतों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार हर सम्भव मदद देगी।
इसके पूर्व, अकादमी के चेयरमैन डाॅ0 नवाज़ देवबन्दी ने स्वागत सम्बोधन में संस्था की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। भावी योजनाओं का ब्यौरा देते हुए उन्होंने बताया कि अकादमी द्वारा उर्दू लैंग्वेज लैब तथा ई-पब्लिशिंग परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। बच्चों के लिए एक पत्रिका का प्रकाशन शुरु करने की भी योजना है। अकादमी के केन्द्रीय पुस्तकालय में पुस्तकों का डिजिटलाइजेशन कार्य प्रगति पर है। अकादमी ने आई0ए0एस0, पी0सी0एस0 परीक्षाओं के अभ्यर्थियों की कोचिंग के लिए केन्द्र स्थापित करने की योजना भी बनाई है।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, माध्यमिक शिक्षा मंत्री श्री महबूब अली, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष श्री उदय प्रताप सिंह, प्रो0 मलिकज़ादा मंज़ूर अहमद, प्रो0 शारिब रुदौलवी, प्रमुख सचिव श्रम
श्री शैलेष कृष्ण, सचिव मुख्यमंत्री श्री आमोद कुमार, सूचना निदेशक डाॅ0 रूपेश कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्री सैय्यद मोहम्मद हाशिम ने किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 August 2014 by admin
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय गणित व कम्प्यूटर प्रतियोगिता ”मैकफेयर इन्टरनेशनल-2014“ का भव्य उद्घाटन मुख्य अतिथि महामहिम श्री राम नाईक, राज्यपाल उत्तर प्रदेश ने आज सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) के आॅडिटोरियम में दीप प्रज्वलित कर किया। रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच सम्पन्न हुए इस भव्य समारोह में इण्डोनेशिया, कतर, बांग्लादेश, नेपाल सहित भारत के विभिन्न प्रदेशों से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने एक अनूठे अंदाज में अपना परिचय प्रस्तुत किया। बाल वैज्ञानिकों के चमकते चेहरों व उल्लासपूर्ण माहौल में सम्पन्न उद्घाटन समारोह का दृश्य देखने लायक था। उद्घाटन समारोह में देश-विदेश से पधारे भावी वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि राज्यपाल श्री राम नाईक ने कहा कि गणित एवं कम्प्यूटर के नवीन ज्ञान से विश्व एकता होगी। मैं विश्व के इन गणितज्ञों में वसुधैव कुटुम्बकम् की परिकल्पना को साकार होते देख रहा हूँ जिसका आधार सारी मानव जाति से प्रेम, विश्व एकता तथा विश्व शान्ति है। देश-विदेश के बाल गणितज्ञ एवं कम्प्यूटर इंजीनियर न केवल यहाँ से कम्प्यूटर व गणित विषयांे में अपनी सर्वोच्चता सिद्ध करके जायेंगे वरन् सम्पूर्ण संसार के लिए प्यार, अमन-चैन और विश्व एकता का सन्देश लेकर जायेंगे।
उद्घाटन समारोह में सी.एम.एस. छात्रों ने देश-विदेश के प्रतिभागी छात्र टीमों एवं उनके शिक्षकों के सम्मान में नन्हें मुन्ने बच्चों ने एक्शन साॅग, भांगड़ा, गरबा तथा कव्वाली सहित अनेक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वधर्म प्रार्थना व विश्व शान्ति प्रार्थना से हुई। छात्रों ने इस अवसर पर एक शानदार विश्व संसद का आयोजन भी किया। विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए छात्रों ने विश्व की समस्याओं की गहन चर्चा की और वैज्ञानिक व शान्ति पूर्ण ढंग से समाधान भी सुझाए। ज्ञातव्य हो कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा चार दिवसीय मैकफेयर इन्टरनेशनल-2014 (अन्तर्राष्ट्रीय गणित व कम्प्यूटर प्रतियोगिता) का आयोजन 2 अगस्त से 5 अगस्त 2014 तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में हो रहा है, जिसके अन्तर्गत देश-विदेश के भावी वैज्ञानिकों के लिए जूनियर तथा सीनियर दो ग्रुपों मंें मैथ्स क्विज, हाॅफ-ए-मिनट, कोरियोग्राफी, रोबो रन, न्यूमरोविज, स्पिन-ए-यार्न, मैक ट्विन, सिने मैक, द माउस ट्रैप, मैथ मैक, डिजी विजी तथा साई मैक इत्यादि प्रतियोगितायें आयोजित हो रही हैं। इस अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग हेतु नेपाल व देश के विभिन्न प्रदेशों से लगभग 500 भावी वैज्ञानिक लखनऊ पधारे हैं।
मैकफेयर इण्टरनेशनल के पहले दिन देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने आज अपरान्हः सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में खुलकर अपने विचार व्यक्त किए। प्रेस कान्फ्रेन्स में अपने विचार व्यक्त करते हुए बुडी मुलिया दुआ स्कूल, योग्यकरता, इण्डोनेशिया से पधारे छात्रों ने कहा कि मैकफेयर एक अनूठा विज्ञान महोत्सव है जिसमें छात्रों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का भरपूर अवसर मिलता है। इन छात्रों ने जोर देते हुए कहा कि विज्ञान का उपयोग मानवता की भलाई के लिये होना चाहिए न कि उसके विनाश के लिए। त्रियोग हायर सेकेण्डरी स्कूल, नेपाल से पधारे छात्रों ने कहा कि अगर वैज्ञानिकों ने अपनी सूझ बूझ का परिचय नहीं दिया तो पूरी दुनियाॅ को नष्ट होने से नहीं बचाया जा सकता। हम बाल वैज्ञानिकों का कर्तव्य है कि हम सम्पूर्ण मानवता की भलाई के लिए काम करें। कायनात फाउन्डेशन, दोहा, कतर से पधारे छात्रों का कहना था कि विज्ञान तो सत्य की खोज है, हम जितनी गहराई में जाते हैं उतनी ही नई-नई जानकारियों से रूबरू होते जाते हैं। जरूरत इस बात की है कि विज्ञान के ज्ञान का उपयोग सूझ-बूझ से एवं मानवता की भलाई के लिए हो। ढाका कालेज, बांग्लादेश से पधारे छात्रों ने कहा कि हमारा उद्देश्य इन प्रतियोगिताआंे में जीतने का तो है पर उससे भी अधिक है कि सम्पूर्ण विश्व में एकता एवं शान्ति का राज कायम करें। इसी प्रकार देश के विभिन्न राज्यों से पधारे छात्रों का कहना था कि हम संसार के सभी वैज्ञानिकों से अपील करते हैं कि वह विज्ञान का उपयोग मानवता की भलाई के लिए करने का संकल्प लें।
”मैकफेयर इन्टरनेशनल 2014“ की संयोजिका व सी.एम.एस. महानगर (द्वितीय कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती वीरा हजेला ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से हमारा प्रयास छात्रों को गणित, कम्प्यूटर टैक्नालाॅजी, इण्टरनेट एवं साइवर स्पेस का उच्चस्तरीय ज्ञान उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें विश्वव्यापी वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रदान करना है। मैकफेयर देश-विदेश के छात्रों को एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराता है जहाँ छात्र अपने ज्ञान का भरपूर प्रदर्शन कर सकते हैं साथ ही साथ विभिन्न देशों के छात्रों से भी ज्ञान का आदान-प्रदान कर अपने ज्ञान में और विकास कर सकते हैं। उन्होंने देश-विदेश से पधारे सभी बाल वैज्ञानिकों व उनके टीम लीडरों को आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी का यहाँ इस एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर उपस्थित होना इस बात का प्रमाण है कि बाल वैज्ञानिक दुनिया को एकजुट करना चाहते हैं।
सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि मैकफेयर में पधारे देश-विदेश के प्रतिभागी छात्र न केवल स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माध्यम से अपने ज्ञान का विस्तार करते हैं अपितु यह विश्व मंच छात्रों को किताबी ज्ञान से ऊपर उठाकर आध्यात्मिक उन्नति व मानवजाति के कल्याण के लिए कार्य करने की प्रेरणा देता है। इसके अलावा देश-विदेश के छात्र एक ही छत के नीचे रहकर एक-दूसरे की संस्कृतियों से भी अवगत होते हैं जिससे उनके व्यक्तित्व का विकास होता है। डा. गाँधी ने जोर देते हुए कहा कि विज्ञान के माध्यम से हम ईश्वर की बनाई धरती के अद्भुद रहस्यों की परते खोलते हैं और सत्य को पहचानते हैं और यही सत्य एक दिन मानव जाति को एकता के सूत्र में पिरोयेगा। उन्होंने कहा कि यदि हमें विश्वव्यापी समस्याओं को सुलझाना है तो विज्ञान के रचनात्मक व मानवतावादी विकास पर बल देना होगा। विज्ञान का उपयोग आम लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं, रचनात्मक कार्यो एवं विश्व शान्ति के लिए होना चाहिए, तभी हम विश्व के साथ मिलकर आगे बढ़ सकेगे।
श्री शर्मा ने बताया कि ‘मैकफेयर इण्टरनेशनल-2014’ में प्रतिभाग हेतु आज दिन भर कतर, नेपाल, बांग्लादेश व भारत के विभिन्न प्रान्तों से प्रतिभागी छात्र टीमों के आने सिलसिला जारी रहा। प्रतिभागी छात्र टीमों के आज लखनऊ पधारने पर विद्यालय के छात्रों व शिक्षकों ने फूल-मालाएं पहनाकर भव्य स्वागत किया। कल सीएमएस कानपुर रोड आडिटोरियम में कम्प्यूटर एवं गणित की विभिन्न प्रतियोगितायें आयेाजित की जायेंगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 05 August 2014 by admin
लोकतन्त्र सेनानियों का एक विशाल सम्मेलन विधान सभा मार्ग स्थित ओ0सी0आर0 भवन में आज हुआ जिसकी अध्यक्षता लोकतन्त्र सेनानी कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा कर रहे थे जिसमें 9 अगस्त को दिल्ली में जन्तर-मन्तर पर रैली करने का निर्णय लिया गया।
लोकतन्त्र सेनानी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए लोकतन्त्र सेनानी कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने लोकतन्त्र सेनानियों को स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के बराबर सुविधायें देने, केन्द्र सरकार द्वारा सम्मान राशि देने तथा रेलवे के ए0सी0 पास जारी करने की मांग की।
श्री मेहरोत्रा ने बताया कि 9 अगस्त को लोकतन्त्र सेनानी नई दिल्ली में जन्तर मन्तर पर विशाल रैली करगें तथा प्रधानमंत्री को ज्ञापन देकर लोकतन्त्र सेनानियों को सम्मान पेंशन राशि तथा रेलवे का पास देने की मांग की जायेगी।
श्री मेहरोत्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा लोकतन्त्र सेनानियों की सम्मान राशि तीन हजार से बढ़ाकर 6 हजार रू0 करने तथा वोल्वों एवं प्लेटिनम बसों में सहवर्ती के साथ निःशुल्क यात्रा सुविधा प्रदान करने पर बधाई देते हुए मांग की है कि विधान सभा में एक्ट पारित किया जाये जिससे लोकतन्त्र सेनानियो की सम्मान पेंशन राशि अनवरत जारी रहे कोई सरकार इसे कभी बन्द ना कर पाये।
श्री मेहरोत्रा ने कहा कि आपातकाल में बन्द लोकतन्त्र सेनानियों के महासंग्राम से देश में लोकतन्त्र बहाल हुआ था। उन्होनें कहा कि आपातकाल का महासंग्राम आजादी की दूसरी लड़ाई था।
श्री मेहरोत्रा ने कहा कि लोकतन्त्र सेनानियों के सम्मान से देश् में लोकतन्त्र और अधिक मजबूत होगा और फिर कोई क्रूर जालिम शासक देश में लोकतन्त्र को समाप्त कर तानाशाही एवं राजतंत्र की स्थापना का प्रयास नहीं कर पायेगा।
श्री मेहरोत्रा ने कहा कि लोकतन्त्र सेनानियों का सम्मान होने से आने वाली पीढि़या प्रेरणा लेकर लोकतन्त्र की रक्षा के लिए संघर्षों के लिए उत्प्रेरित होगी। लोकतन्त्र सेनानियों का सम्मान समय की आवश्यकता है। श्री मेहरोत्रा ने लोकतन्त्र सेनानियों को स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी के समान सुविधायंे दिये जाने की भी मांग की।
लोकतन्त्र सेनानी कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने सभी लोकतन्त्र सेनानियों को सम्मानित किया। उन्होनें घोषणा की अब हर माह की 15 तारीख को ओ0सी0आर0 भवन में लोकतन्त्र सेनानियों की सभा जिसमें संघर्ष की रणनीति तय होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 05 August 2014 by admin
उत्तर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति विभाग के नवनियुक्त पदाधिकारियों की परिचयात्मक बैठक आज यहां उत्तर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डा0ॅ निर्मल खत्री की उपस्थिति में उत्तर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी मुख्यालय में विभाग के प्रान्तीय चेयरमैन श्री भगवती प्रसाद चैधरी, पूर्व विधायक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में विभाग के नवनियुक्त सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने बताया कि बैठक में सर्वप्रथम प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 खत्री ने सभी पदाधिकारियों का परिचय प्राप्त करके मौजूद पदाधिकारियों को मनोनयन पत्र वितरित किया।
डाॅ0 खत्री ने बैठक में मौजूद सभी पदाधिकारियों को उनके मनोनयन पर बधाई देते हुए कहा कि आप सभी के ऊपर संगठन की अहम जिम्मेदारी है। आप लोगों को क्षेत्रों में जाकर अनुसूचित जाति के बीच भावनात्मक रूप से रिश्ता बनाना है और लगाव पैदा करना है ताकि जब भी आपको आवश्यकता हो तो वह सभी आपके साथ डटकर खड़े रहें। अनुसूचित जाति के लोगों को प्रदेश के कुछ लोगों द्वारा गुमराह किया गया है किन्तु यह वर्ग उनके साथ खुश नहीं है, इस वर्ग में काफी बेचैनी है, जिसका असर प्रदेश के हर कोने में दिख रहा है। हम सभी को एक बार पुनः इस वर्ग को अपनी तरफ जोड़ने का कार्य करना है। उन्होने कहा कि प्रदेश में जो विकास के आंकड़े बताये जा रहे हैं वह दिख नहीं रहे हैं। आज आर्थिक और सामाजिक विषमता एवं विकास की चुनौती सामने खड़ी है। इसके लिए दलित नेतृत्व की संख्या में वृद्धि करना है, जिसमें मात्रात्मक नहीं बल्कि गुणवत्ता देखना है। हम सभी को एकजुट होकर पूरी ताकत के साथ दलित वर्ग को कांग्रेस के पक्ष में लामबन्द करना है।
इस मौके पर विभाग के प्रान्तीय चेयरमैन श्री भगवती प्रसाद चैधरी, पूर्व विधायक ने नवगठित कमेटी के पदाधिकारियों को बधाई दी एवं सम्बोधित करते हुए कहा कि आज बैठक में तमाम महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा हुई है। सभी तबके के लोगों से सुझाव मिले हैं। इन सभी बिन्दुओं को नेतृत्व के समक्ष रखा जायेगा। उन्होने कहा कि आज प्रदेश का दलित वर्ग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। सबसे ज्यादा उत्पीड़न दलित वर्ग का हो रहा है। प्रदेश की स्थिति बद से बदतर हो गयी है। कंाग्रेस पार्टी द्वारा जो दलितों के हितों के लिए कार्य किये गये थे वह सभी आज बंद हैं। श्री चैधरी ने इसके उपरान्त बैठक में मौजूद पदाधिकारियों के समक्ष आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा रखी। उन्होने बताया कि आगामी 11 एवं 12अगस्त को कांग्रेस मुख्यालय नई दिल्ली में ‘ओरियन्टेशन प्रोग्राम’ आयोजित किया गया है जिसे कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गंाधी जी एवं अनुसूचित विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन श्री के0राजू सम्बोधित करेंगे। इस प्रोग्राम में सभी पदाधिकारी अनिवार्य रूप से भाग लेंगे।
बैठक को विभाग के पदाधिकारियों के अलावा प्रदेश कंाग्रेस के पूर्व एमएलसी श्री हरीश बाजपेयी, श्री मदनमोहन शुक्ल ने भी सम्बोधित किया।
श्री राजपूत ने बताया कि बैठक में प्रमुख रूप से डाॅ0 ओम प्रकाश, श्री माधव प्रसाद पूर्व विधायक, पूर्व सांसद श्री बलिहारी बाबू, श्री हरिओम कठेरिया, श्रीमती पूनम शंखवार, श्रीमती सरलेश रावत सहित लगभग सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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