उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उर्दू ने हमेशा दिलों को जोड़ा है। जब उर्दू बोली जाती है तो प्यार झलकता है और मोहब्बत दिखाई देती है। ये भाषा ऐसी है, जो दिलों में बस जाती है। इसलिए उर्दू को दिलों को जोड़ने वाली ज़बान कहा जाता है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के पुस्तक पुरस्कार वितरित करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने अकादमी के वर्ष 2011-12, 2012-13 तथा 2013-14 के पुरस्कार प्रदान किए। प्रत्येक लेखक को प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह् एवं पुरस्कार राशि का चेक मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किया गया। अकादमी द्वारा पुरस्कृत लेखकों में उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के साहित्यकार शामिल थे।
श्री यादव ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से समाज में मोहब्बत और भाईचारा बढ़ाने का पैग़ाम जाएगा। आपसी समझ के लिए भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हांेने कहा कि हिन्दी और उर्दू मिलकर समाज को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि दोनों भाषाएं आगे बढ़ें और अंग्रेजी का मुकाबला करें। वर्तमान समय में जो प्रतिष्ठा और सम्मान अंग्रेजी को हासिल है, वह इन भाषाओं को भी प्राप्त हो, इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।
भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के प्रति समाजवादी सरकारों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में भी उर्दू को प्रोत्साहित किया गया था। वर्तमान सरकार ने संस्कृत, हिन्दी और उर्दू के साहित्यकारों को सम्मानित करने का कार्य दोबारा शुरु किया। पिछली सरकार के कार्यकाल में साहित्यकारों को सम्मान देने और उनकी रचनाओं को पुरस्कृत करने का कार्य ठप पड़ा था। उन्होंने कहा कि उर्दू अकादमी की मांगों और जरूरतों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार हर सम्भव मदद देगी।
इसके पूर्व, अकादमी के चेयरमैन डाॅ0 नवाज़ देवबन्दी ने स्वागत सम्बोधन में संस्था की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। भावी योजनाओं का ब्यौरा देते हुए उन्होंने बताया कि अकादमी द्वारा उर्दू लैंग्वेज लैब तथा ई-पब्लिशिंग परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। बच्चों के लिए एक पत्रिका का प्रकाशन शुरु करने की भी योजना है। अकादमी के केन्द्रीय पुस्तकालय में पुस्तकों का डिजिटलाइजेशन कार्य प्रगति पर है। अकादमी ने आई0ए0एस0, पी0सी0एस0 परीक्षाओं के अभ्यर्थियों की कोचिंग के लिए केन्द्र स्थापित करने की योजना भी बनाई है।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, माध्यमिक शिक्षा मंत्री श्री महबूब अली, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष श्री उदय प्रताप सिंह, प्रो0 मलिकज़ादा मंज़ूर अहमद, प्रो0 शारिब रुदौलवी, प्रमुख सचिव श्रम
श्री शैलेष कृष्ण, सचिव मुख्यमंत्री श्री आमोद कुमार, सूचना निदेशक डाॅ0 रूपेश कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्री सैय्यद मोहम्मद हाशिम ने किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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