उ0प्र0 राज्य महिला आयोग द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आयोग के पदाधिकारियांे द्वारा जनपद में विगत माह में घटित महिला अपराधों की समीक्षा का कार्यक्रम प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को नियमित रूप से कराए जाने की संस्तुति उ0प्र0 सरकार को की गयी थी। संज्ञान में आया है कि उ0प्र0 शासन द्वारा आयोग की संस्तुति के अनुसार प्रदेश के समस्त जनपदों में महिला उत्पीड़न की समीक्षा स्थानीय पुलिस अधिकारियों द्वारा कराए जाने हेतु प्रथम बुधवार को महिला सुनवाई दिवस के रूप में आयोजित कराए जाने का निर्णय लिया गया है। आयोग की मा0 अध्यक्षा श्रीमती जरीना उस्मानी द्वारा उ0प्र0 शासन के इस निर्णय के लिए मा0 मुख्यमंत्री जी का आभार प्रकट किया गया है।
आयोग द्वारा महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर सतर्क दृष्टि रखने हेतु महिलाओं के साथ घटित गम्भीर अपराधांें जैसे हत्या, बलात्कार, अपहरण, एसिड अटैक सम्बन्धित घटनाओं की माह वार प्रगति आख्या आयोग को उपलब्ध कराने हेतु प्रदेश के समस्त जनपदीय पुलिस अधिकारियों को निर्देश भी जारी किये गए हैं। इसके अतिरिक्त आयोग की अध्यक्षा श्रीमती जरीना उस्मानी द्वारा उत्पीड़न की घटनाओं की रोकथाम हेतु उ0प्र0 शासन को निम्न संस्तुतियाँ विचारार्थ प्रेषित की गयी हैं।
1. शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सायरन के साथ दो पहिया/चार पहिया वाहनों से पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था कराया जाना तथा सम्बन्धित चैकी इंचार्ज/थानाध्यक्ष द्वारा उसकी नियमित रूप से समीक्षा कराया जाना प्रस्तावित है।
2. विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रांे में तैनात चैकीदारों की ड्यूटी की नियमित समीक्षा, जिलाधिकारी स्तर से कराकर, सम्बन्धित क्षेत्र में कोई अपराध कारित होने पर उनका दायित्व निर्धारण किया जाना प्रस्तावित हैै।
3. शहर से बाहर जाने वाले प्रत्येक रास्ते पर चेक पोस्ट मय सीसीटीवी कैमरा की व्यवस्था कराया जाना प्रस्तावित है।
4. शहर से बाहर जाने वाले प्रत्येक रास्ते पर पुलिस बूथ की व्यवस्था कराया जाना प्रस्तावित है।
5. सड़क के किनारे स्थित प्रत्येक प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के पास स्पीड बे्रकर बनवाया जाना प्रस्तावित है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com