Archive | February, 2014

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक दो दिनों के लखनऊ दौरे पर

Posted on 06 February 2014 by admin

श्री अरुण तिवारीए अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशकए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया दो दिनों के दौरे पर आज शाम लखनऊ पधार रहे हैंण् अपने लखनऊ प्रवास के दौरान आप उत्तर प्रदेश एवं उत्तरांचल में 14 शाखाओं का शुभारंभ करेंगेण् श्री तिवारी के साथ बैंक के वरिष्ठतम कार्यपालक निदेशक श्री एसण् केण् जैन भी होंगे  बैंक द्वारा दिनांक 7 फरवरी को एक विशाल ऋण मेले का भी आयोजन किया जा रहा हैए जिसमें श्री तिवारी उत्तर प्रदेश में ऋण जमा अनुपात को बढ़ाने हेतु माइक्रो क्रेडिट के अधीन 1000 से अधिक लाभार्थियों को वित्तीय समावेशन के अधीन ऋण प्रदान करेगेंण् इसके अलावाए श्री तिवारी उत्तर प्रदेश में कारोबार विकास विशेषतया ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण विस्तार की भावी कार्ययोजना एवं समुचित रणनीति तैयार करने हेतु बैंक के लखनऊ एवं वाराणसी अंचल के 11 क्षेत्र प्रमुखोंए अग्रणी जिला प्रबंधकोंए आर.सेटी निदेशकों और बैंक द्वारा प्रायोजित काशी गोमती संयुक्त क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के उच्च कार्यपालकों से विचारविमर्श भी करेंगे
उत्तर प्रदेश एवं उत्तरांचल में बैंक की 877 शाखाएं एवं 1073 एटीएम और कुल व्यवसाय ृ42000 करोड़ हैण् बैंक मार्च 2015 तक उत्तर प्रदेश एवं उत्तरांचल में शाखाओं की कुल संख्या को 1000 तक पहुंचाने हेतु प्रयासरत है

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के लिए राज्य सरकार 14वें वित्त आयोग के समक्ष अपना दृषिटकोण विस्तार से रखेगी

Posted on 06 February 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के उददेश्य से राज्य सरकार केन्द्रीय करों के अंश तथा सहायता अनुदान की अधिक से अधिक धनराशि प्राप्त करने के लिए अपना दृषिटकोण 14वें वित्त आयोग के समक्ष विस्तार से रखेगी। ज्ञातव्य है कि भूतपूर्व गवर्नर भारतीय रिजर्व बैंक डा0 वार्इ0वी0 रेडडी की अध्यक्षता में गठित 14वें वित्त आयोग के सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव, राज्य सरकार के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की कल लखनऊ में बैठक प्रस्तावित है।
प्रदेश की समस्याओं एवं जरूरतों के दृषिटगत राज्य सरकार द्वारा आयोग का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया जाएगा कि राज्य की आवश्यकताओं के सही आकलन के लिए वर्ष 1971 की जनगणना के स्थान पर वर्ष 2011 की अधतन जनगणना के आधार पर धनराशि का अन्तरण किया जाए। इसके साथ ही, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित राज्य की विशिष्ट समस्याओं के समुचित निदान हेतु 14वें वित्त आयोग के संज्ञान में अनुदान का प्रकरण भी लाया जाएगा। नगरीय स्थानीय निकायों एवं पंचायतीराज संस्थाओं की आय में वृद्धि के उददेश्य से आयोग के माध्यम से दिए जाने वाले अनुदान की राशि में समुचित वृद्धि की आवश्यकता भी प्रतीत होती है। बैठक में इस पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके साथ ही, केन्द्र एवं राज्य सरकार के मध्य सबिसडी के वितरण के सम्बन्ध में 14वें वित्त आयोग का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया जाएगा कि सबिसडी का कुछ हिस्सा भी राज्य को अंतरित किए जाने की सिथति में राजस्व व्यय में वृद्धि होगी। इसका प्रतिकूल प्रभाव राज्य के बजट घाटे एवं राजकोषीय घाटे पर पड़ेगा। विधुत वितरण कम्पनियों के वित्तीय दायित्वों को अपने ऊपर लिए जाने की वचनबद्धता के मददेनजर प्रदेश सरकार राज्य को विशेष सहायता देने का अनुरोध भी करेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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उत्तर प्रदेश के 246 संस्कृत विधालयोंमहाविधालयों के अनुदान सूची में शामिल किये जाने हेतु विगत 32 वर्षो से सशक्त माग उठती रही है।

Posted on 06 February 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के 246 संस्कृत विधालयोंमहाविधालयों के अनुदान सूची में शामिल किये जाने हेतु विगत 32 वर्षो से सशक्त माग उठती रही है। आज दिनांक 05-02-2014 को मा0 मंत्रिपरिषद(कैबिनेट) की बैठक में उत्तर प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री, श्री अखिलेश यादव जी ने संस्कृत शिक्षकों द्वारा की जा रही माग को स्वीकार करते हुए 246 संस्कृत विधालयों को अनुदान सूची में शामिल करने की मंजूरी प्रदान कर दी है, जिसे लेकर उत्तर प्रदेश संस्कत शिक्षकछात्र एवं सामाजिक सेवा शिक्षण समिति ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, मा0 मुलायम सिंह यादव जी एवं उत्तर प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री, श्री अखिलेश यादव जी को धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रदेश संगठन की हुर्इ बैठक में आज संस्कृत शिक्षकशिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने बताया कि इस माग को लखनऊ में पार्टी कार्यालय में श्री मनोज कुमार पाण्डेय, तत्कालीन मा0 राज्यमंत्री, कृषिप्रदेश अध्यक्ष, ब्राहमण सभा ने मा0 राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री मुलायम सिंह यादव एवं मा0 मुख्यमंत्री, श्री मुलायम सिंह यादव जी ने आश्वासन दिया था, जिसे राज्य सरकार ने बड़ी सहृदयता पूर्वक इस माग को स्वीकार कर देश की सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत को नया जीवन देने का काम किया। संस्कृत से आस्था रखने वाले जीवन में कभी भूल नहीं पायेंगे।
संगठन के महामंत्री, श्री परमानन्द पाण्डेय ने कहा कि 2007 में तत्कालीन मा0 मुख्यमंत्री, श्री मुलायम सिंह यादव जी ने प्रदेश के 246 संस्कृत विधालयों को अनुदान सूची में शामिल करने हेतु शासनादेश जारी किये थे, जिसे पूर्ववर्ती बसपा सरकार ने द्वेवषभावना से ग्रसित होकर अपनी सरकार में लमिबत रखा। श्री परमानन्द पाण्डेय ने कहा कि आज प्रदेश में यह स्पष्ट हो गया है कि ब्राहमणों का सम्पूर्ण हित समाजवादी पार्टी में ही निहित है। चूंकि संस्कृत विधालयों में अधिकाशं ब्राहमण ही हैं इसलिए यह स्पष्ट हो गया है कि ब्राहमणों की सबसे हितेशी समाजवादी पार्टी ही है।
संगठन के प्रतिनिधि मण्डल श्री मनोज कुमार पाण्डेय, मा0 मंत्री जी के आवास पर पहुचकर आभार प्रकट किया और आश्वासन दिलाया कि आने वाले दिनों में संस्कृत विधालयों के अधिकारी व कर्मचारी समाजवादी पार्टी द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुचाकर मा0 नेता जी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनाने का दृढसंकल्प लिया। संगठन ने यह भी निर्णय लिया कि अतिशीघ्र एक संस्कृत शिक्षक अभिन्नदन समारोह लखनऊ में आयोजित कर मा0 नेता जी, मा0 मुख्यमंत्री, श्री अखिलेश यादव जी एवं श्री मनोज कुमार पाण्डेय जी, मा0 मंत्री जी का अभिनन्दन कर आभार प्रकट किया जायेगा।
श्री मनोज कुमार पाण्डेय, मा0 मंत्री जी के स्वागत में निम्न संस्कृत शिक्षक समिति रहे है:-
सर्वश्री धनन्जय प्रसाद चतुर्वेदी, अभय शुक्ला, देवेन्द्र नाथ पाण्डेय, शरदव्रत पाण्डेय, उपेन्द्र तिवारी, श्यामजी तिवारी, विजय नारायण, अश्वनी, रामजनम दुबे, राकेश पाण्डेय, दुर्गेश कुमार इत्यादि।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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राज्यपाल ने एन0सी0सी0 कैडेटस को पदक वितरित किये सफलता के लिये परिश्रम और अनुशासन जरूरी –राज्यपाल

Posted on 06 February 2014 by admin

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उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, श्री बी0एल0 जोशी ने आज राजभवन में उत्तर प्रदेश एन0सी0सी0 निदेशालय द्वारा आयोजित एक समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये एन0सी0सी0 कैडेटस को ”राज्यपाल स्वर्ण और रजत पदक देकर सम्मानित किया। कैडेटस का यह ग्रुप गत दिनों दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होकर लौटा है। इस अवसर पर मेजर जनरल बलराज सिंह व एन0सी0सी0 के वरिष्ठ अधिकारीगण उपसिथत थे।
राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि एन0सी0सी0 कैडेटस राष्ट्रहित और जनसेवा से जुड़े क्षेत्रों में प्रशंसनीय योगदान दे रहे हैं। जीवन में सफलता के लिये परिश्रम और अनुशासन जरूरी है। उन्होंने कहा कि एन0सी0सी0 एक ऐसी संस्था है जो एक पहचान के साथ देश की सेवा का अवसर देता है। उन्होंने कहा कि युवाओं का सही दिशा में चिन्तन और सही कार्यों में सक्रिय होना नितान्त आवश्यक है। युवाओं को अपने व्यकितगत जीवन के साथ सामाजिक एवं राष्ट्रीय दायित्वों के प्रति सजग रहना होगा।
श्री जोशी ने कहा कि एन0सी0सी0 एक अच्छा प्लेटफार्म है तथा इसका प्रसार बढ़ना चाहिये। अधिक से अधिक छात्रों को एन0सी0सी0 से जोड़े। इससे छात्रों में अनुशासन के साथ-साथ नया वातावरण बनेगा। महिला कैडेटस को मेडल मिलने पर बधार्इ देते हुए कहा कि महिलाओं को हर क्षेत्र में सफलता मिलना एक अच्छा बदलाव है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में दीक्षान्त समारोह में भी छात्राएं ज्यादा मेडल प्राप्त कर रही हैं।
राज्यपाल ने समारोह में सुकीर्ति सक्सेना(गाजियाबाद), विक्रांत कुमार चौधरी (मेरठ़), श्रवण कुमार पाण्डे (वाराणसी), पुनीत कुमार सिंह (लखनऊ), मंयक कुमार (गाजियाबाद), चांदनी जायसवाल (कानपुर) को ”राज्यपाल स्वर्ण पदक तथा अमन श्रीवास्तव (वाराणसी), गुलाम साबिर (लखनऊ), सददाम खान (इलाहाबाद), प्राची गुप्ता (कानपुर), सूरज कुमार त्रिपाठी (गोरखपुर), एैमन जावेद (गोरखपुर) को ”राज्यपाल रजत पदक देकर अंलकृत किया।
इस अवसर पर अच्छे प्रदर्शन के लिये एन0सी0सी0 बरेली ग्रुप को बैनर देकर सम्मानित किया गया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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जवाहर भवन कोषागार के पेंशन भोगी पैनकार्ड सहित बचत विवरण 20 फरवरी तक कोषागार को उपलब्ध करा दें

Posted on 06 February 2014 by admin

कोषागार जवाहर भवन लखनऊ से पेंशन प्राप्त करने वाले समस्त पेंशन भोगी वित्तीय वर्ष 2013-14 (कर निर्धारण वर्ष 2014-15) में जिनकी पेंशन से आय, आयकर की परिधि में है, वे अपना आयकर मेमो पैन कार्ड की छाया प्रति, बचतों की छाया प्रति एवं यदि आयकर जमा किया है तो उसकी छाया प्रति सहित अनिवार्य रूप से कोषागार को आगामी 20 फरवरी तक अवश्य उपलब्ध करा दें।
यह जानकारी मुख्य कोषाधिकारी जवाहर भवन, लखनऊ ने दी है। उन्होंने बताया कि आयकर मेमो न प्राप्त होने पर नियमानुसार आयकर आगणन कर, आयकर की कटौती माह फरवरी-2014 की पेंशन से कर ली जायेगी। इसके साथ ही पैन कोषागार में उपलब्ध न होने की दशा में पेंशन की कर आय से 20 प्रतिशत आयकर की कटौती कर ली जायेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सरकारी नौकरियों में पिछड़े वर्गों के आरक्षण कोटा पूरा करने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया जाय

Posted on 06 February 2014 by admin

प्रदेश के पिछड़ें वर्गों क सामाजिक, शैक्षिक एवं आर्थिक पिछड़ेपन की सिथति को स्पष्ट करने, संख्या के आधार पर शासन एवं प्रशासन में इनकी भागीदारी सुनिशिचत करने तथा इनकों विकास की मुख्य धारा से जोड़ने एवं इनके पिछड़ेपन को दूर करने के लिए पिछड़ा वर्ग शोध संस्थान बनाना जाना आवश्यक है। जिसकी संस्तुति के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र जारी करनेे के निर्देश उ0प्र0राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री राम आसरे विश्वकर्मा ने दिये।
श्री विश्वकर्मा ने आज यहां इनिदरा भवन सिथत सभाकक्ष में आयोग के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में आयोग के उपाध्यक्ष श्री दीप सिंह पाल एवं श्री राजनारायण बिन्द उपसिथत थे। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग के गरीब एवं प्रतिभावान छात्रों को उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तीर्ण कराने के लिए मण्डल स्तर पर नि:शुल्क कोचिंग तथा छात्रों के रहने के लिए नि:शुल्क आवासीय सुविधा के लिए छात्रावास के निर्माण की व्यवस्था होनी चाहिए। जिससे इस वर्ग के छात्रों के प्रदर्शन में और सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग की योजनाओं के सही संचालन हेतु पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाना भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों में अन्य पिछड़ा वर्ग के 27 प्रतिशत आरक्षण कोटा को पूरा करने के लिए बैकलाग पदों का विशेष भर्ती अभियान चलाकर इनको समय से पूरा करे
श्री विश्वकर्मा ने प्रमुख सचिव नियुकित एवं कार्मिक को निर्देश दिये कि सरकारी नौकरियों में विभागों द्वारा जारी विज्ञापन में सामान्य वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा अनुसूचित जातिजनजाति वर्ग लिखा जाता है। जिससे सामान्य शब्द से भ्रम की सिथति पैदा हो जाती है। अत: ऐसे विज्ञापन में सामान्य के स्थान पर अनारक्षित लिखा जाय तथा अनारक्षित एवं आरक्षित का कालम बनाया जाय। अन्य पिछड़े वर्ग के कार्मिकों का क, ख, ग एवं घ श्रेणी में नियुकित संबंधी आंकड़ों को उपलब्ध कराने के लिए प्रमुख सचिव नियुकित एवं कार्मिक को आयोग के निर्देश।
, बैठक में आयोग के सदस्य श्री बृजराज सैनी, श्रीमती विधा यादव, श्री रामप्रसाद सविता, श्री जवाहर लाल साहू, श्री रिछपाल सिंह चौधरी, श्रीमती कंचन कन्नौजिया, श्रीमती निर्मला यादव, श्री अजय कुमार सिंह उर्फ श्री राकेश सिंह सैंथवार, श्री प्रसिद्धि नारायण सिंह, श्री कमलेश कुमार यादव, श्री राम प्रताप यादव, श्री महेन्द्र सिंह पाल, सचिव श्री अनिल कुमार के साथ-साथ आयोग के अन्य उच्च अधिकारी उपसिथत थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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नेडा कर्मियों की सेवानिवृतित आयु 58 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष हुर्इ

Posted on 06 February 2014 by admin

उत्तर प्रदेश सरकार ने तत्काल प्रभाव से उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण में कार्यरत कर्मियों की सेवानिवृतित आयु 58 से बढ़ा कर 60 वर्ष कर दी है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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स्कागेन डेनमार्क ने सिप्रंग 2014 में अपने सहज एवं आकर्षक संग्रह को लान्च किया

Posted on 05 February 2014 by admin

डेनमार्क के स्कागेन तट पर पाये जाने वाले रंगीन फिशिंग नेटस और नौकाओं के अलंकृत सौन्दर्य से प्रेरित प्रख्यात घड़ी कंपनी स्कागेन डेनमार्क ने इस वसंत ऋतु में गतिशील एवं बहुमुखी गतिविधियों में लिप्त पुरुषों के लिये अपनी श्रृंखला ‘ऐकिटव को लान्च किया है। सिप्रंग 2014 के लिये पेश की जाने वाली डिजाइन्स स्कागेन के लिये एक प्रमुख उपलबिध का संकेत होगी, यह ब्रांड की पुन:परिकल्पना की शुरुआत के समान है
स्कागेन डेनमार्क दैनिक की संस्कृति एवं जीवनशैली के प्राकृतिक तत्वों से प्राप्त होने वाली प्रेरणा को ग्रहण करेगा तथा ये परिवर्तन पुरुषों एवं महिलाओं के सिप्रंग 2014 वाच कलेक्शंस में दिखार्इ देंगे। ये विस्तृत उत्पाद संग्रह ‘मिनिमलिस्ट एस्थेटिक डिजाइन्स’ को एक ऐसे तरीके से उपलब्ध करायेंगे, जिसमें वे सार्वभौमिक रुप से सहज होंगे। चूंकि अब वसंत ऋतु पूरे शबाब पर है, इसलिये अति आकर्षक रुप से डिजाइन की गयी विविधता से परिपूर्ण घडि़यों को अवश्य धारण करें।
सभी स्कागेन ऐकिटव घडि़यां एक फंक्शनल क्रोनोग्राफ अथवा एक सरल ‘थ््राी-हैंड-विथ-डेट मूवमेंट के साथ उपलब्ध होंगी। विविध प्रकार के रंगों एवं न्यूट्रल स्टै्रप्स की विविधता के समावेश के साथ ही साथ यह एक पूर्णत: नवीन दिशा में एक स्पष्ट कदम है। नवीन ऐकिटव स्टाइल्स 5 एटीएम से युक्त जल से सुरक्षित है। यह ग्रे एवं काले रंग के 42 मिमी के टाइटेनियम केस में उपलब्ध है तथा लाल, काले एवं नारंगी रंग के तीन सिलिकान स्टै्रप्स में प्राप्त किया जा सकता है। यह टाइटेनियम लिंक्ड ब्रेसलेटस में भी उपलब्ध होगा।
एसकेडब्लू6073 स्प्राउटस की शकित से प्रेरित है, जोकि भावी चुनौतियों को स्वीकार करने के लिये ब्राइट सिग्नलिंग रेडीनेस के साथ एक लंबी शीत ऋतु के बाद उभर कर आयी है। एक सशक्त लाल सिलिकान बैंड एक विशिष्ट मल्टीफंक्शनल टाइटेनियम केस के साथ एक हल्के और आकर्षक टाइमपीस का सृजन करता है। स्कागेन जेन्टस ऐकिटव एसकेडब्लू6074 में एक ‘एनालाग क्वार्टज मूवमेंट की व्यवस्था है, ग्रे डायल एक टिकाऊ टाइटेनियम में सुसजिजत है तथा इसमें आरेंज सिलिकान इन्फ्यूज्ड स्टै्रप लगा हुआ है। घड़ी के एक ‘टूर डे फोर्स से युक्त हमारा ऐकिटव कलेक्शन डेनमार्क के लोगों की सक्रिय जीवन शैली के बिलकुल अनुरुप है।
एसकेडब्लू6075 क्रोनोग्राफ में मल्टी फंक्शनल मूवमेंट की व्यवस्था है और यह ब्लैक स्टेनलेस स्टील डायल एवं एक ब्लैक लेदर बैंड से युक्त है। अपनी शहरी शैली एवं टिकाऊपन के लिये प्रसिद्ध यह क्रोनोग्राफ टाइमपीस आप के दैनिक लुक में एक अनौपचारिक समावेश है। एसकेडब्लू6076 क्रोनोग्राफ का समकालीन, आकर्षक एवं विशिष्ट स्वरुप स्टेनलेस स्टील मेश एवं लेदर में एक हल्के एवं सशक्त टाइटेनियम केस एवं ब्रेसलेट को उपलब्ध कराता है। ग्रे डायल एक ‘सबटल सनबस्र्ट इफेक्ट’ की उपलब्धता को सुनिशिचत करता है और तीन क्रोनोग्राफ सब-डायल्स एवं आसानी से पढ़े जाने योग्य आरेंज एक्सेंटस से युक्त है। 10,795 रुपये की प्रारंभिक कीमत में उपलब्ध स्कागेन ऐकिटव चुनिंदा शापर्स स्टाप, लाइफस्टाइल, हेलियोस, इथोस, जस्ट इन वोग तथा समूचे देश के अन्य अग्रणी वाच रीटेल आउटलेटस में उपलब्ध है।
स्कागेन डेनमार्क के विषय में : स्कागेन डेनमार्क एक समकालीन जीवन शैली ब्रांड है, जिसकी जड़ें सरलता, संतुलनशीलता एवं उददेश्य के भाव में छिपी हुयी हैं। चिंतनपरक खोजपरकता के साथ सर्वकालिक डेनिश शिल्प की प्रेरणा से समीकृत हम र्इमानदारी से परिपूर्ण उच्च गुणवत्ता युक्त उत्पादों का सृजन करते हैं, जो क्रियाशील एवं सुरुचिपूर्ण हैं।
‘हाइगे की स्वागतपूर्ण भावना से प्रेरित तथा प्रकृति के प्रति सम्मान एवं मूलभूत सौन्दर्य के सृजन की अद्वितीय क्षमता के साथ हम समूचे विश्व की प्रेरणा का स्रोत बनने की आशा कर सकते हैं। हमारा विश्वास है कि विश्व को जटिलता से निजात दिलाना तथा ताजी हवा की व्यवस्था करना बहुत आवश्यक है।
वर्ष 1989 में संस्थापित स्कागेन डेनमार्क अब फासिल ग्रुप, इंक. (नासडैक : एफओएसएल) का एक हिस्सा है, जिसकी दुनिया भर के लगभग 80 देशों में उपसिथति दर्ज है तथाूूूण्ेांहमदण्बवउ के माध्यम एक वैशिवक र्इकामर्स की व्यवस्था की गयी है। हमारे लाइफ स्टाइल संग्रह में घडि़यां, आभूषण, लेदर एसेसरीज, गिफ्टस एवं घरेलू वस्तुएं शामिल हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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भारतीय महिला बैंक महिलाओं को छोटे कर्ज देगा

Posted on 05 February 2014 by admin

महिलाओं के आर्थिक सशäकिरण के भाग के रूप में अपनी भिन्न पहल के भाग के रूप में भारतीय महिला बैंक लिमिटेड गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के साथ गठजोड़ करेगा। ऐसी ही एक पहल के रूप में बैंक ने –षिट फाउंडेशन के साथ साझेदारी की है। यह एक एनजीओ है जो महिला लाभार्थियों की पहचान और विकास के काम करेगा। बैंक लाभार्थियों को वित्तीय सहायता देगा।
साझेदारी के पहले कदम के रूप में बैंक ने महिला लाभार्थियों को कर्ज मुहैया कराया है। यह –षिट फाउंडेशन के प्रोजेक्ट Þमोमो रंगोलीß  के तहत लखनऊ के मलिहाबाद गांव में खुदरा बिक्री के लिए दुकानें शुरू करने ध् चलाने के लिए है।
Þमोमो रंगोलीß महिलाओं के लिए महिलाओं की खुदरा दुकान है जिससे पूरे समाज का जुड़ाव रहता है। इस परियोजना का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं का सशäकिरण है। इसके तहत महिलाओं को उनके काम वाले भिन्न सामान ऐसी जगहों पर मुहैया कराए जाते हैं जहां उन्हें आपने काम की चीजें कम या सीमित रूप से मिलती हैं। खासतौर से ऐसे उत्पाद जो उनके स्वास्थ्य और स्वस्थ रहने में अच्छा खासा सुधार ला सकते हैं और इस तरह आखिरकार उनके जीवन की गुणवत्ता बेहतर कर सकते हैं।
आज (04.02.2014) लखनऊ में हुए एक समारोह में लाभार्थियों को मंजूरी पत्र का वितरण करते हुए भारतीय महिला बैंक लिमिटेड की अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्रीमती उषा अनंतसुब्रमणियन ने कहा कि बैंक देश के दूसरे हिस्सों में भी भिन्न गैर सरकारी संगठनों से ऐसे गठजोड़ करेगा। बैंक भारत के प्रत्येक घर की महिलाओं को इस योजना में शामिल करने और उनके सशäकिरण के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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नीरज जी की कविताओं में समाज के विभिन्न सरोकारों तथा मानव मन की सभी भावनाओं का समावेश है : राज्यपाल

Posted on 05 February 2014 by admin

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नीरज जी किसी परिचय के मोहताज नहीं,  वे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शखिसयत हैं : मुख्यमंत्री
नीरज जी बहुत बड़े कवि और उच्चकोटि के साहित्यकार हैं, उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए : शिवपाल सिंह यादव
नीरज जी हम सभी के लिए प्रेरणादायी हैं : मोहम्मद आजम खाँ
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री बी0एल0जोशी ने आज उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान व हेल्प यू एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में इनिदरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर में आयोजित एक कार्यक्रम में पदमभूषण डा0 श्री गोपाल दास ‘नीरज की पुस्तक ‘काव्यांजलि का विमोचन किया। उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि नीरज जी को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। उनकी कविताओं में समाज के विभिन्न सरोकारों तथा मानव मन की सभी भावनाओं का समावेश है। उन्होंने नीरज जी की दीर्घायु की कामना करते हुए कहा कि उनकी कविताओं में इतना दम है कि श्रोता बरबस खिंचे चले आते हैं।
इसी कार्यक्रम के दौरान नीरज जी द्वारा रचित दो अन्य पुस्तकों ‘नीरज संचयन तथा ‘नीरज के संग कविता के सात रंग का भी विमोचन किया गया। नीरज संचयन का विमोचन करते हुए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि आज का दिन यादगार है और हम सभी यहां नीरज जी के सम्मान में एकत्रित हुए हैं। उन्होंने कहा कि किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त हैं। नीरज जी किसी परिचय के मोहताज नहीं, वे एक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शखिसयत हैं। उनकी कविता सुनने दूर-दूर से लोग आते हैं और देर रात तक उनको सुनने का इंतजार करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि नीरज जी ने अपनी कविताओं के माध्यम से समाज को रास्ता दिखाने का काम किया है। फिल्मों में लिखे गए उनके गीतों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नीरज जी द्वारा रचित अनेक गीत बहुत प्रसिद्ध हुए। उन्होंने कहा कि आजकल ऐसे गीत लिखे नहीं जाते हैं।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी लोग साहित्यकारों का बहुत सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि नीरज जी की विरासत को सहेजना हम सबका कर्तव्य है, उन्होंने हर मंच पर और अपनी रचनाओं के माध्यम से सदैव हिन्दी भाषा का सम्मान बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव को आज उनके जन्मदिन पर बधार्इ भी दी।
नीरज जी की तीसरी पुस्तक ‘नीरज के संग-कविता के सात रंग का विमोचन करते हुए लोक निर्माण मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि नीरज जी बहुत बड़े कवि हैं और उच्चकोटि के साहित्यकार हैं। उन्होंने कहा कि साहित्यकारों का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने नीरज जी को भारत रत्न दिए जाने की भी मांग की।
कार्यक्रम के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए नगर विकास मंत्री श्री मोहम्मद आजम खाँ ने कहा कि नीरज जी इन ऊंचाइयों तक ऐसे ही नहीं पहुंचे, उन्होंने यह मुकाम हासिल करने के लिए बड़ी मेहनत की है। उन्होंने कहा कि नीरज जी हम सभी के लिए प्रेरणादायी हंै। उन्होंने नीरज जी की दीर्घायु की कामना भी की। उन्होंने नीरज जी के पुत्र डा0 अरस्तू प्रभाकर द्वारा रचित एक अन्य पुस्तक ‘भावार्थ रत्नाकर (ज्योतिष ग्रंथ) का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम को कार्यकारी अध्यक्ष उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान व पूर्व सांसद श्री उदय प्रताप सिंह तथा अन्य वक्ताओं ने भी सम्बोधित किया।
इससे पूर्व, कार्यक्रम का शुभारम्भ राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा अन्य मंचासीन महानुभावों को बुके भेंट कर तथा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा अन्य मंचासीन महानुभावों को स्मृति चिन्ह तथा शाल भी भेंट किए गए। इस अवसर पर डा0 गोपाल दास ‘नीरज ने अपनी कुछ रचनाओं का पाठ भी किया। मुख्यमंत्री ने नीरज जी को हार पहनाकर एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।
कार्यक्रम में श्री बेकल उत्साही, श्री मुनव्वर राणा, सुश्री सरिता शर्मा तथा अन्य नामचीन साहित्यकार सहित बड़ी संख्या में नीरज जी के समर्थक तथा साहित्य प्रेमी मौजूद थे।

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सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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