Archive | February 5th, 2014

स्कागेन डेनमार्क ने सिप्रंग 2014 में अपने सहज एवं आकर्षक संग्रह को लान्च किया

Posted on 05 February 2014 by admin

डेनमार्क के स्कागेन तट पर पाये जाने वाले रंगीन फिशिंग नेटस और नौकाओं के अलंकृत सौन्दर्य से प्रेरित प्रख्यात घड़ी कंपनी स्कागेन डेनमार्क ने इस वसंत ऋतु में गतिशील एवं बहुमुखी गतिविधियों में लिप्त पुरुषों के लिये अपनी श्रृंखला ‘ऐकिटव को लान्च किया है। सिप्रंग 2014 के लिये पेश की जाने वाली डिजाइन्स स्कागेन के लिये एक प्रमुख उपलबिध का संकेत होगी, यह ब्रांड की पुन:परिकल्पना की शुरुआत के समान है
स्कागेन डेनमार्क दैनिक की संस्कृति एवं जीवनशैली के प्राकृतिक तत्वों से प्राप्त होने वाली प्रेरणा को ग्रहण करेगा तथा ये परिवर्तन पुरुषों एवं महिलाओं के सिप्रंग 2014 वाच कलेक्शंस में दिखार्इ देंगे। ये विस्तृत उत्पाद संग्रह ‘मिनिमलिस्ट एस्थेटिक डिजाइन्स’ को एक ऐसे तरीके से उपलब्ध करायेंगे, जिसमें वे सार्वभौमिक रुप से सहज होंगे। चूंकि अब वसंत ऋतु पूरे शबाब पर है, इसलिये अति आकर्षक रुप से डिजाइन की गयी विविधता से परिपूर्ण घडि़यों को अवश्य धारण करें।
सभी स्कागेन ऐकिटव घडि़यां एक फंक्शनल क्रोनोग्राफ अथवा एक सरल ‘थ््राी-हैंड-विथ-डेट मूवमेंट के साथ उपलब्ध होंगी। विविध प्रकार के रंगों एवं न्यूट्रल स्टै्रप्स की विविधता के समावेश के साथ ही साथ यह एक पूर्णत: नवीन दिशा में एक स्पष्ट कदम है। नवीन ऐकिटव स्टाइल्स 5 एटीएम से युक्त जल से सुरक्षित है। यह ग्रे एवं काले रंग के 42 मिमी के टाइटेनियम केस में उपलब्ध है तथा लाल, काले एवं नारंगी रंग के तीन सिलिकान स्टै्रप्स में प्राप्त किया जा सकता है। यह टाइटेनियम लिंक्ड ब्रेसलेटस में भी उपलब्ध होगा।
एसकेडब्लू6073 स्प्राउटस की शकित से प्रेरित है, जोकि भावी चुनौतियों को स्वीकार करने के लिये ब्राइट सिग्नलिंग रेडीनेस के साथ एक लंबी शीत ऋतु के बाद उभर कर आयी है। एक सशक्त लाल सिलिकान बैंड एक विशिष्ट मल्टीफंक्शनल टाइटेनियम केस के साथ एक हल्के और आकर्षक टाइमपीस का सृजन करता है। स्कागेन जेन्टस ऐकिटव एसकेडब्लू6074 में एक ‘एनालाग क्वार्टज मूवमेंट की व्यवस्था है, ग्रे डायल एक टिकाऊ टाइटेनियम में सुसजिजत है तथा इसमें आरेंज सिलिकान इन्फ्यूज्ड स्टै्रप लगा हुआ है। घड़ी के एक ‘टूर डे फोर्स से युक्त हमारा ऐकिटव कलेक्शन डेनमार्क के लोगों की सक्रिय जीवन शैली के बिलकुल अनुरुप है।
एसकेडब्लू6075 क्रोनोग्राफ में मल्टी फंक्शनल मूवमेंट की व्यवस्था है और यह ब्लैक स्टेनलेस स्टील डायल एवं एक ब्लैक लेदर बैंड से युक्त है। अपनी शहरी शैली एवं टिकाऊपन के लिये प्रसिद्ध यह क्रोनोग्राफ टाइमपीस आप के दैनिक लुक में एक अनौपचारिक समावेश है। एसकेडब्लू6076 क्रोनोग्राफ का समकालीन, आकर्षक एवं विशिष्ट स्वरुप स्टेनलेस स्टील मेश एवं लेदर में एक हल्के एवं सशक्त टाइटेनियम केस एवं ब्रेसलेट को उपलब्ध कराता है। ग्रे डायल एक ‘सबटल सनबस्र्ट इफेक्ट’ की उपलब्धता को सुनिशिचत करता है और तीन क्रोनोग्राफ सब-डायल्स एवं आसानी से पढ़े जाने योग्य आरेंज एक्सेंटस से युक्त है। 10,795 रुपये की प्रारंभिक कीमत में उपलब्ध स्कागेन ऐकिटव चुनिंदा शापर्स स्टाप, लाइफस्टाइल, हेलियोस, इथोस, जस्ट इन वोग तथा समूचे देश के अन्य अग्रणी वाच रीटेल आउटलेटस में उपलब्ध है।
स्कागेन डेनमार्क के विषय में : स्कागेन डेनमार्क एक समकालीन जीवन शैली ब्रांड है, जिसकी जड़ें सरलता, संतुलनशीलता एवं उददेश्य के भाव में छिपी हुयी हैं। चिंतनपरक खोजपरकता के साथ सर्वकालिक डेनिश शिल्प की प्रेरणा से समीकृत हम र्इमानदारी से परिपूर्ण उच्च गुणवत्ता युक्त उत्पादों का सृजन करते हैं, जो क्रियाशील एवं सुरुचिपूर्ण हैं।
‘हाइगे की स्वागतपूर्ण भावना से प्रेरित तथा प्रकृति के प्रति सम्मान एवं मूलभूत सौन्दर्य के सृजन की अद्वितीय क्षमता के साथ हम समूचे विश्व की प्रेरणा का स्रोत बनने की आशा कर सकते हैं। हमारा विश्वास है कि विश्व को जटिलता से निजात दिलाना तथा ताजी हवा की व्यवस्था करना बहुत आवश्यक है।
वर्ष 1989 में संस्थापित स्कागेन डेनमार्क अब फासिल ग्रुप, इंक. (नासडैक : एफओएसएल) का एक हिस्सा है, जिसकी दुनिया भर के लगभग 80 देशों में उपसिथति दर्ज है तथाूूूण्ेांहमदण्बवउ के माध्यम एक वैशिवक र्इकामर्स की व्यवस्था की गयी है। हमारे लाइफ स्टाइल संग्रह में घडि़यां, आभूषण, लेदर एसेसरीज, गिफ्टस एवं घरेलू वस्तुएं शामिल हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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भारतीय महिला बैंक महिलाओं को छोटे कर्ज देगा

Posted on 05 February 2014 by admin

महिलाओं के आर्थिक सशäकिरण के भाग के रूप में अपनी भिन्न पहल के भाग के रूप में भारतीय महिला बैंक लिमिटेड गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के साथ गठजोड़ करेगा। ऐसी ही एक पहल के रूप में बैंक ने –षिट फाउंडेशन के साथ साझेदारी की है। यह एक एनजीओ है जो महिला लाभार्थियों की पहचान और विकास के काम करेगा। बैंक लाभार्थियों को वित्तीय सहायता देगा।
साझेदारी के पहले कदम के रूप में बैंक ने महिला लाभार्थियों को कर्ज मुहैया कराया है। यह –षिट फाउंडेशन के प्रोजेक्ट Þमोमो रंगोलीß  के तहत लखनऊ के मलिहाबाद गांव में खुदरा बिक्री के लिए दुकानें शुरू करने ध् चलाने के लिए है।
Þमोमो रंगोलीß महिलाओं के लिए महिलाओं की खुदरा दुकान है जिससे पूरे समाज का जुड़ाव रहता है। इस परियोजना का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं का सशäकिरण है। इसके तहत महिलाओं को उनके काम वाले भिन्न सामान ऐसी जगहों पर मुहैया कराए जाते हैं जहां उन्हें आपने काम की चीजें कम या सीमित रूप से मिलती हैं। खासतौर से ऐसे उत्पाद जो उनके स्वास्थ्य और स्वस्थ रहने में अच्छा खासा सुधार ला सकते हैं और इस तरह आखिरकार उनके जीवन की गुणवत्ता बेहतर कर सकते हैं।
आज (04.02.2014) लखनऊ में हुए एक समारोह में लाभार्थियों को मंजूरी पत्र का वितरण करते हुए भारतीय महिला बैंक लिमिटेड की अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्रीमती उषा अनंतसुब्रमणियन ने कहा कि बैंक देश के दूसरे हिस्सों में भी भिन्न गैर सरकारी संगठनों से ऐसे गठजोड़ करेगा। बैंक भारत के प्रत्येक घर की महिलाओं को इस योजना में शामिल करने और उनके सशäकिरण के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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नीरज जी की कविताओं में समाज के विभिन्न सरोकारों तथा मानव मन की सभी भावनाओं का समावेश है : राज्यपाल

Posted on 05 February 2014 by admin

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नीरज जी किसी परिचय के मोहताज नहीं,  वे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शखिसयत हैं : मुख्यमंत्री
नीरज जी बहुत बड़े कवि और उच्चकोटि के साहित्यकार हैं, उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए : शिवपाल सिंह यादव
नीरज जी हम सभी के लिए प्रेरणादायी हैं : मोहम्मद आजम खाँ
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री बी0एल0जोशी ने आज उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान व हेल्प यू एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में इनिदरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर में आयोजित एक कार्यक्रम में पदमभूषण डा0 श्री गोपाल दास ‘नीरज की पुस्तक ‘काव्यांजलि का विमोचन किया। उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि नीरज जी को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। उनकी कविताओं में समाज के विभिन्न सरोकारों तथा मानव मन की सभी भावनाओं का समावेश है। उन्होंने नीरज जी की दीर्घायु की कामना करते हुए कहा कि उनकी कविताओं में इतना दम है कि श्रोता बरबस खिंचे चले आते हैं।
इसी कार्यक्रम के दौरान नीरज जी द्वारा रचित दो अन्य पुस्तकों ‘नीरज संचयन तथा ‘नीरज के संग कविता के सात रंग का भी विमोचन किया गया। नीरज संचयन का विमोचन करते हुए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि आज का दिन यादगार है और हम सभी यहां नीरज जी के सम्मान में एकत्रित हुए हैं। उन्होंने कहा कि किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त हैं। नीरज जी किसी परिचय के मोहताज नहीं, वे एक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की शखिसयत हैं। उनकी कविता सुनने दूर-दूर से लोग आते हैं और देर रात तक उनको सुनने का इंतजार करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि नीरज जी ने अपनी कविताओं के माध्यम से समाज को रास्ता दिखाने का काम किया है। फिल्मों में लिखे गए उनके गीतों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नीरज जी द्वारा रचित अनेक गीत बहुत प्रसिद्ध हुए। उन्होंने कहा कि आजकल ऐसे गीत लिखे नहीं जाते हैं।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी लोग साहित्यकारों का बहुत सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि नीरज जी की विरासत को सहेजना हम सबका कर्तव्य है, उन्होंने हर मंच पर और अपनी रचनाओं के माध्यम से सदैव हिन्दी भाषा का सम्मान बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव को आज उनके जन्मदिन पर बधार्इ भी दी।
नीरज जी की तीसरी पुस्तक ‘नीरज के संग-कविता के सात रंग का विमोचन करते हुए लोक निर्माण मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि नीरज जी बहुत बड़े कवि हैं और उच्चकोटि के साहित्यकार हैं। उन्होंने कहा कि साहित्यकारों का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने नीरज जी को भारत रत्न दिए जाने की भी मांग की।
कार्यक्रम के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए नगर विकास मंत्री श्री मोहम्मद आजम खाँ ने कहा कि नीरज जी इन ऊंचाइयों तक ऐसे ही नहीं पहुंचे, उन्होंने यह मुकाम हासिल करने के लिए बड़ी मेहनत की है। उन्होंने कहा कि नीरज जी हम सभी के लिए प्रेरणादायी हंै। उन्होंने नीरज जी की दीर्घायु की कामना भी की। उन्होंने नीरज जी के पुत्र डा0 अरस्तू प्रभाकर द्वारा रचित एक अन्य पुस्तक ‘भावार्थ रत्नाकर (ज्योतिष ग्रंथ) का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम को कार्यकारी अध्यक्ष उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान व पूर्व सांसद श्री उदय प्रताप सिंह तथा अन्य वक्ताओं ने भी सम्बोधित किया।
इससे पूर्व, कार्यक्रम का शुभारम्भ राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा अन्य मंचासीन महानुभावों को बुके भेंट कर तथा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा अन्य मंचासीन महानुभावों को स्मृति चिन्ह तथा शाल भी भेंट किए गए। इस अवसर पर डा0 गोपाल दास ‘नीरज ने अपनी कुछ रचनाओं का पाठ भी किया। मुख्यमंत्री ने नीरज जी को हार पहनाकर एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।
कार्यक्रम में श्री बेकल उत्साही, श्री मुनव्वर राणा, सुश्री सरिता शर्मा तथा अन्य नामचीन साहित्यकार सहित बड़ी संख्या में नीरज जी के समर्थक तथा साहित्य प्रेमी मौजूद थे।

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सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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कोषागारों में इलेक्ट्रानिक गतिविधि से कार्य कराने की व्यवस्था लागू

Posted on 05 February 2014 by admin

उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार प्रमुख सचिव वित्त श्री आनन्द मिश्र के मार्ग निर्देशन में अब कोषागारों में इलेक्ट्रानिक गतिविधियों से कार्य कराने की सराहनीय व्यवस्था लागू की जा चुकी है। यह जानकारी कोषागारपेंशन निदेशक श्री महेश कुमार अगिनहोत्री ने दी। उन्होंने बताया कि र्इ-पेमेंट, सेण्ट्रल सर्वर, र्इ-रिसीट एकीकृत भुगतान एवं लेखा कार्यक्रम, र्इ-पेंशन आनलार्इन बजट आवंटन, र्इ-स्टैमिपंग आनलाइन वेतन पर्ची, कोषागारों में इण्टरनेट कनेक्टीविटी, आनलार्इन देयक प्रस्तुतीकरण तथा आनलार्इन सी0सी0एल0 निर्गत किये जाने की व्यवस्था अब इलेक्ट्रानिक गतिविधियों से शासकीय अधिकारियों कर्मियों के वेतन पेंशन तथा अन्य देयों के भुगतान की व्यवस्था की जायेगी जिससे उन्हें कोर्इ कठिनार्इ नहीं होगी।
निदेशक कोषागारपेंशन श्री महेशकुमार अगिनहोत्री ने बताया कि इलेक्ट्रानिकली संचालित इस व्यवस्था के तहत अब किसी भी दशा में 31 मार्च को सायं 8 बजे के बाद देयक का भुगतान कराया जाना संभव नहीं होगा। इसी क्रम में र्इ-पेमेण्ट की व्यवस्था 01 अप्रैल, 2013 से पूर्णतया लागू की जा चुकी है जिसके अन्तर्गत देयकों का कोषागार से टोकन लेने के उपरान्त आहरण एवं वितरण अधिकारी के स्तर पर वचर्ुअल चेक जेनेरेट करते हुए अधिकृत करके इसे कोषागार स्तर पर अधिकृत किये जाने हेतु आन लार्इन प्रेषित किया जाता है। कोषागार स्तर पर देयक के परीक्षणोंपरान्त सही पाये जाने पर इसे इण्टरनेट नेफ्ट के माध्यम से इलेक्ट्रानिकली बैंक द्वारा भुगतान कराया जाता है। जिससे देयक की धनराशि सम्बंधित व्यकित के खाते में सीधे हस्तांतरित हो जाती है। जिन प्रकरणों में नकदपैट्रोल आदि की आवश्यकता होती है उनमें बैंक ड्राफ्ट बनाये जाने का भी प्राविधान रखा गया है। इस व्यवस्था के बाद भौतिक रूप से चेक निगर्मन की व्यवस्था पूर्णत: समाप्त हो चुकी है।
श्री अगिनहोत्री ने बताया कि सेण्ट्रल सर्वर के माध्यम से समस्त कोषागारों का डाटा आन लार्इन एन0आर्इ0सी0 सिथत सेण्ट्रल सर्वर पर तथा इसका बैकअप वित्तीय सांख्यकीय निदेशालय में स्वत: प्राप्त किये जाने की व्यवस्था में बाराबंकी कोषागार का कार्य प्रायोगिक तौर पर 15 जनवरी, 2014 से प्रारम्भ कराया जा चुका है। सफल परीक्षण के बाद सभी कोषागारों में इसे शीघ्र ही लागू किया जायेगा। इससे कोषागार स्तर पर भुगतान कराये जाने वाले देयकों का सम्पूर्ण विवरण एक स्थल पर हो सकेगा व इसका उपयोग महालेखाकार भारतीय रिजर्व बैंक, भारत सरकार तथा शासन स्तर पर कुशलता पूर्वक कर सकेंगे। व्यवस्था यह भी की जायेगी जिससे महालेखाकार को जी0पी0एफ0 व अगि्रम कटौतियों का डाटा इलेक्ट्रानिकली आनलार्इन ही प्रेषित किया जा सके।
श्री अगिनहोत्री ने बताया कि र्इ-रिसीट की व्यवस्था रहेगी अभी तक मैनुअल चालान के आधार पर राजकीय प्रापितयों को स्वीकार किया जाता है। अब इसके स्थान पर एस0बी0आर्इ0 से आनलार्इनआफलार्इन कैश, चेकड्राफ्ट प्रापितयों को स्वीकार किये जाने का कार्य प्रयोग 13 जनवरी, 2014 से शुरू किया जा चुका है। आफ लार्इन कैश, चेक ड्राफ्ट प्रापितयों का कार्य एस0बी0आर्इ0 की राजकीय व्यवस्था विभाग से प्रारम्भ किया गया है। इस प्रकार प्राप्त सभी धनराशियों का लेखा-जोखा रखे जाने का कार्य लखनऊ कलेक्ट्रेट कोषागार को सौंपा गया है। र्इ-रिसीट के माध्यम से धनराशि जमा करने वाले व्यकित को खोलकर जिस विभाग से सम्बंधित धनराशि जमा की जानी है तथा जमा के विकल्पों को चुनते हुए एस0बी0आर्इ0 के पोर्टल में प्रवेश करना होगा और उसके उपरान्त नेट बैंकिंगडेबिटकार्ड के चुने विकल्प के अनुरूप प्रकि्रया अपनाते हुए धनराशि जमा की जायेगी जिनके द्वारा आफलार्इन भुगतान किया जाना है वह इस सार्इट का उपयोग करते हुए ‘चालान भरते हुए इसका प्रिण्ट आउट निकालकर एस0बी0आर्इ0 की व्यवसायिक शाखा में जमाकर सकते हैं। एस0बी0आर्इ0 से भिन्न अन्य बैंकों के माध्यम से भी धनराशि आनलार्इन जमा किये जाने हेतु एस0बी0आर्इ0 के ए0जी0एम0 से हुर्इ वार्ता के क्रम में इस प्रकि्रया को निर्धारित किये जाने के सम्बंध में अवगत कराया है।
कोषागार निदेशक ने बताया कि एकीकृत भुगतान एवं लेखा कार्यालय (आर्इ0पी0ए0ओ0)- राजकीय कर्मचारियों के वेतन देयक वर्तमान में विभागों द्वारा तैयार करके कोषागार से भुगतान कराया जाता है। जिसकी प्रकि्रया में परिवर्तन करते हुए अब सभी कर्मचारियों का डाटाबेस कोषागार में रखा जायेगा जो मिशन मोड के तहत प्राप्त धनराशि के संदर्भ में एक शर्त भी है व इस प्रकार कोषागार में रखें इस डाटाबेस से ही विभाग स्तर पर कर्मचारियों के वेतन देयक तैयार किये जायेंगे और उन्हें अपलोड करके कोषागार सर्वर पर आनलार्इन प्रस्तुत करते हुए, इसके सभी शिडयूल सहित इसका कम्प्यूटरार्इज्ड प्रिण्ट आउट लेकर कोषागार के देयक के परीक्षण हेतु प्रस्तुत किया जायेगा जिसे कोषागार द्वारा र्इ-पेमेण्ट के माध्यम से सम्बंधित कर्मचारी के खाते मं धनराशि स्थानान्तरित करने की कार्यवाही कर दी जायेगी। यदि कोर्इ अधिकारीकर्मचारी स्थानान्तरित होकर अथवा नर्इ नियुकित पाकर आता है तो ऐसी सिथति में उसे इसकी पुषिट स्वरूप समुचित सम्बंधित साक्ष्य कोषागार को देकर डाटाबेस को अपडेट करना होगा उसके बाद ही उस कर्मचारी का देयक आन लार्इन अपलोड हो सकेगा। इस व्यवस्था से सभी अधिकारियों कर्मियों का शुद्ध डाटा बन सकेगा। किसी फर्जी व्यकित को शामिल कर उनके वेतन आहरण की कोर्इ संभावना नहीं रहेगी। इस प्रणाली से नर्इ पेंशन योजना के तहत कर्मचारी व नियोक्ता अंशदान की स्वत: कटौती हो जायेगी तथा पुरानी पेंशन योजना के अन्तर्गत कर्मचारी कोड, डी0डी0ओ0 द्वाीरा भरे जाने पर कर्मचारी से सम्बंधित आवश्यक डाटा र्इ-पेंशन प्रपत्र में स्वत: ही भर जायेंगे व इन शुद्ध आकड़ों से पेंशन प्राधिकार पत्र तैयार हो सकेंगे। इन कर्मचारियों के जी0पी0एफ0 व अन्य अगि्रम देयों की धनराशि भी आन लार्इन महालेखाकार समुचित रख-रखाव हेतु प्रेषित की जा सकेगी।
निदेशक कोषागार एवं पेंशन श्री महेश कुमार अगिनहोत्री ने बताया कि र्इ-पेंशन की सुविधा भी लागू कर दी गयी है। वर्तमान में पेंशन स्वीकृति का कार्य मैनुअली तैयार किये गये पेंशन प्रपत्रों के आधार पर किया जाता है जिससे सम्बंधित विभाग द्वारा पेंशन स्वीकर्ता अधिकारी को उपलब्ध कराया जाता है व जहाँ इनका परीक्षण कर आपतित पाये जाने पर उन्हें वापस कर दिया जाता था तथा सही पाये जाने पर पेंशन ग्रेच्युटी इत्यादि प्राधिकार पत्र जारी करके कोषागार को डाक से भेजा जाता है जिससे विलम्ब होता है। इससे छुटकारा दिलाने हेतु फुलप्रूफ पेंशन तैयार किये जाने की दृषिट से इसे अब आन लार्इन किया गया हैं अब मैनुअल आधार पर तेयार पेंशन प्रपत्र के साथ र्इ-पेंशन प्रपत्र डी0डी0ओ0 द्वारा अपलोड किये जायेंगे इससे मूल कर्मचारी का डाटा आर्इ0पी0ए0ओ0 सिस्टम से इम्पलार्इ कोड भरकर स्वत: लिया जयेगा तथा कुछ अन्य सूचनायें भरनी होगी।
निदेशक श्री अगिनहोत्री ने बताया कि इस प्रकार आहरण वितरण अधिकारी (डी0डी0ओ0) द्वारा अपलोड किये गये पेंशन प्रपत्र आनलार्इन पेंशन स्वीकर्ता अधिकारी को उपलब्ध कराये जायेंगे तथा प्रत्येक स्तर पर इसकी सूचना पेंशनर के मोबार्इल पर संदेश भेजकर दी जायेगी। कोषागार से भुगतान के पूर्व पेंशनर को अपने अंगूठे का निशान बायो मैटि्रक डिवार्इस में देना होगा जिससे डी0डी0ओ0 द्वारा पेंशन प्रपत्र भरते समय पूर्व ही लेकर प्रेषित किया गया था। इसके बाद पेंशनर को वर्ष में एकबार जीवित प्रमाण पत्र दिये जाने के स्थान पर अब किसी भी स्थान से उसे बायोमैटि्रक डिवार्इस पर अंगूठे का निशान इण्टरनेट के माध्यम से टे्रजरी सिस्टम से भेजना होगा व इसी से उसके जीवित होने का सत्यापन हो सकेगा। डी0डी0ओ0 स्तर पर उक्तानुसार र्इ-पेंशन प्रपत्र अपलोड किये जाने से पूर्व उनके स्तर से विभिन्न अभिलेखों की पुषिट के अन्तर्गत वेतन निर्धारण की पुषिट किया जाना विशेष रूप से आवश्यक होता है। साफ्टवेयर तैयार कर लिया गया है जिसके अन्तर्गत सम्बंधित सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी को दी गयी पदोन्नतियों सलेक्शन ग्रेड व ए0सी0पी0 के लाभ की इण्ट्री करने पर स्वत: वेतन निर्धारण हो जाता है। जिसे सेवा पुसितका के आधार पर निर्धारित वेतन की पुषिट की जा सकती है।
श्री अगिनहोत्री ने बताया कि नयी व्यवस्था से अब आनलार्इन बजट आवेदन की व्यवस्था की गयी है। समस्त विभागों के वित्त नियंत्रकों द्वारा उनके अधीनस्थ आहरण वितरण अधिकारी को अब आनलार्इन बजट आवंटित किया जाता है। जिसे सम्बंधित कोषागार में तदनुसार आवंटित बजट की धनराशि स्वत: अपडेट हो जाती है वर्तमान में अवंटित बजट की हार्डकापी भी कोषागारों को प्रेषित की जाती है। नयी व्यवस्था के तहत अब कोषागारों को हार्डकापी भेजने की आवश्यकता नहीं होगी। आनलार्इन बजट से बड़ी सुविधा होगी।
निदेशक कोषागार श्री अगिनहोत्री ने बताया कि र्इ-स्टैमिपंग की सुविधा प्रयोग के तौर पर अभी तक आठ जनपदों के लिए दी गयी स्वीकृति के अनुपालन में जनता को दी जा चुकी है। इस व्यवस्था से भौतिक स्टाम्पों की बिक्री से होने वाली कठिनार्इयों व उनके फर्जी होने को पूर्णत: समाप्त कर दिया गया हैं। अब इसे पूरे प्रदेश के जनपदों में लागू किये जाने की आवश्यकता है। आन लार्इन वेतन पर्ची सेण्ट्रल सर्वर के साथ आर्इ0पी0ए0ओ0 सिस्टम लागू किये जाने के उपरान्त आनलार्इन वेतन पर्ची तैयार की जायेगी। इस व्यवस्था से तैयार वेतन पर्ची आनलार्इन सीधे कोषागार में कर्मचारी के डाटा को अपडेट कर देगा और अनावश्यक विलम्ब समाप्त हो जायेगा। श्री अगिनहोत्री ने बताया कि कोषागारों में इण्टरनेट कनेक्टीविटी आनलार्इन देयक प्रस्तुतीकरण तथा आन लार्इन सी0सी0एल0 निर्गत करने की सुदृढ़ व्यवस्था शासन द्वारा की गयी है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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अरबी उर्दू फारसी विश्वविधालय के सेवानिवृत्त अधिकारी को सर्वप्रथम मिला र्इ-पेंशन सुविधा का लाभ निदेशक कोषागार ने सेवानिवृत्त अधिकारी को सर्वप्रथम दिलार्इ र्इ-पेंशन सुविधा

Posted on 05 February 2014 by admin

उ0प्र0 सरकार के जनकल्याणकारी कार्यो तथा कोषागार में इलेक्ट्रानिक गतिविधियों से कार्य कराये जाने के सम्बध में सराहनीय व्यवस्था की गर्इ है। शासन की पहल पर प्रमुख सचिव वित्त श्री आनंद मिश्रा के मार्ग निर्देशन में की गर्इ र्इ-पेंशन व्यवस्था का लाभ सबसे पहले  आज ख्वाजा मुर्इनुद्दीन चिस्ती अरबी उदर्ू फारसी विश्वविधालय लखनऊ के सेवा निवृत्त वित्त अधिकारी श्री सुनील चन्द्र संगल को दिया गया। प्रदेश ही नहीं देश भर में उ0प्र0 शासन द्वारा लागू की गर्इ इस व्यवस्था की सराहना की जा रही है।
उ0प्र0 कोषागार निदेशालय जवाहर भवन, लखनऊ के निदेशक श्री महेश कुमार अगिनहोत्री ने बताया कि सेवा निवृत्त वित्त अधिकारी श्री सुनील चन्द्र संगल को उनकी पेंशन सुविधाओं हेतु र्इ-सुविधा दी गर्इ। इस व्यवस्था से अब सेवा निवृत्त होने वाले अधिकारियोंकर्मचारियों को अनावश्यक रुप से भाग-दौड़ नही करनी होगी। र्इ-पेंशन की व्यवस्था से सेवा निवृत्त अधिकारियोंकर्मचारियों को सुगमता से सभी भुगतान प्राप्त हो सकेगें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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कैलाश मानसरोवर यात्रियों को कृषि मंत्री 07 फरवरी को चेक देकर सम्मानित करेंगे

Posted on 05 February 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के कृषि एवं धर्मार्थ कार्य मंत्री श्री आनंद सिहं कैलाश मानसरोवर यात्रा से लौटे धार्मिक यात्रियों को  07 फरवरी को  विधान सभा के कमरा न0-80 में आर्थिक सहायता के रुप में चेक उपलब्ध कराकर सम्मानित करेंगें।
प्रमुख सचिव धर्मार्थ कार्य श्री नवनीत सहगल ने आज यहां इस सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होने बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा से लौटे यात्रियों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता अनुदान के रुप में उपलब्ध करार्इ जाती है। उन्होने बताया कि यह आर्थिक सहायता नियमानुसार उत्तर प्रदेश के व्यकित को जीवन में एक बार धार्मिक यात्रा के उपरान्त उपलब्ध करार्इ जाती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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सहकारी क्षेत्र की वर्षो से बन्द पड़ी चीनी मिले चलार्इ जायेंगी सहकारी चीनी मिलों द्वारा लक्ष्य से अधिक गन्ने की पेरार्इ

Posted on 05 February 2014 by admin

उ0प्र0 सहकारी चीनी मिल संध के प्रबन्धक निदेशक डा0 वी0के0 यादव ने कहा कि प्रदेश में सहकारी क्षेत्र में संचालित 23 सरकारी चीनी मिलों द्वारा चालू पेरार्इ सत्र में 02 फरवरी 2014 तक कुल 361.26 लाख कु0 गन्ने की पेरार्इ कर 26.28 लाख कु0 चीनी का उत्पादन किया गया है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 359.20 कु0 लाख गन्ने की पेरार्इ की गर्इ थी, इस प्रकार इस वर्ष अभी तक 2.06 लाख कु0 गन्ने की अधिक पेरार्इ की गर्इ है। उन्होने कहा कि सहकारी चीनी मिलों का मुख्य उददेश्य प्रदेश के गन्ना उत्पादक कृषकों के हिताें को दृषिटगत रखते हुए चीनी मिल क्षेत्र की सामाजिक एवं आर्थिक सिथति को सुदृढ़ बनाना है। सहकारी चीनी मिलों की सरकार द्वारा घोषित किये गये मूल्य के अनुसार गन्ना उत्पादक कृषकाें को नियत समय पर भुगतान करना सर्वोच्च प्राथमिकता है, अधतन सिथति के अनुसार रु0 468.87 करोड़ का गन्ना मूल्य भुगतान किसानों को किया जा चुका है। उन्होने कहा कि प्रदेश में चीनी परता में वृद्वि हेतु प्रथम बार सम्पूर्णानगर चीनी मिल में मैच्योरिटी वाइज हारवेसिटगं की योजना लागू की गर्इ है। प्रदेश में किसानों के हितों को देखते हुए यह आवश्यक है कि चीनी परता वृद्वि प्राप्त करते हुए मिलों की आर्थिक सिथति में सुधार हो इसी परिपेक्ष्य में सम्पूर्णानगर चीनी मिल में लागू की गयी योजना के वर्तमान सत्र के दौरान ही अन्य सहकारी चीनी मिलों में भी लागू किया जा रहा है। फील्ड केन में बि्रक्स सर्वे कराते हुए परिपक्व हो रहे गन्ने की प्राथमिकता के आधार पर पेरार्इ की जायेगी, जिससे चीनी परता में बढ़ोत्तरी हो। प्रदेश के गन्ना उत्पादक कृषकों एवं चीनी मिलों के हितों को दृषिटगत रखते हुए सहकारी चीनी मिलों द्वारा उच्च उत्पादकता एवं चीनी परता वाली गन्ने की खेती हेतु विशेष कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। श्री यादव ने कहा कि सहकारी क्षेत्र की वर्षों से बन्द पड़ी पुवाया चीनी मिल जनपद शाहजहांपुर में गन्ना पेरार्इ की कार्य इस सत्र के प्रारम्भ किया गया है। उन्होने कहा कि इसी तरह सहकारिता क्षेेत्र की बन्द पड़ी अन्य चीनी मिलों में पेरार्इ प्रारम्भ कराने हेतु प्रयास किया जा रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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सामाजिक उधमिता को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार पूरा सहयोग प्रदान करेगी : मुख्यमंत्री

Posted on 05 February 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सामाजिक उधमिता को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार पूरा सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी नये सुझावों पर काम किया जाएगा, जिससे समाज की आर्थिक सिथति में सुधार हो और लोगों का जीवन स्तर बेहतर बने।
मुख्यमंत्री आज यहां योजना भवन में फिफ्थ इस्टेट ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित जनप्रतिनिधियों की इंटरेकिटव कार्यशाला में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल से ही हमारे देश में सामाजिक उधमिता का महत्वपूर्ण स्थान रहा है, जिसके फलस्वरूप ग्रामीण क्षेत्र एक आर्थिक इकार्इ के रूप में आत्मनिर्भर थे। लेकिन आधुनिक युग में ग्रामीण क्षेत्र भी बाजार व्यवस्था से प्रभावित हुए हैंै। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पहले गांव में ही पत्तल एवं रस्सी आदि बनाने की प्रथा थी, जिससे काफी लोगों को रोजगार मिल जाता था। लेकिन प्लासिटक उधोग ने इस व्यवस्था को समाप्त कर दिया है।
श्री यादव ने कहा कि वन, स्वास्थ्य सहित कर्इ विभागों में सामाजिक उधमिता की काफी सम्भावना है, जिस पर काम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्इ जनपद एवं क्षेत्र अपने विभिन्न उत्पादों के लिए जाने जाते हैं। यह सभी सामाजिक उधमिता के ही उदाहरण हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि संस्था द्वारा जो अच्छे सुझाव आएंगे, उनके लाभ-हानि को दृषिटगत रखते हुए लागू करने पर विचार किया जाएगा।
इस अवसर पर राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री एन.सी. बाजपेर्इ ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक विलक्षण राज्य है। प्रदेश की गरीबी हटाने एवं रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी को आय, जीवन स्तर एवं प्रगति के समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए कर्इ योजनाएं चलाते हुए राज्य सरकार वास्तव में एक कल्याणकारी राज्य की कल्पना चरितार्थ कर रही है।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने कहा कि प्रदेश सरकार सामाजिक उधमिता के विकास के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा जो बेहतर सुझाव दिए जाएंगे, उस पर अमल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए संस्था को ऐसे सुझाव देने चाहिए, जो आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो, लेकिन समाज के अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचे। उन्होंने बांग्लादेश के श्री मोहम्मद यूनुस द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आर्थिक सिथति सुधारने तथा अपने देश में जगह-जगह स्थापित सुलभ शौचालय को सामाजिक उधमिता का बेहतरीन उदाहरण बताया।
इससे पूर्व कार्यशाला में मुख्यमंत्री एवं अन्य प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए फिफ्थ इस्टेट ट्रस्ट की प्रबन्ध निदेशक सुश्री पल्लवी गुप्ता ने संस्था के उददेश्यों की चर्चा करते हुए कहा कि संस्था ऐसे इनोवेटिव विचारों को सामाजिक उधमिता में परिवर्तित करने का प्रयास करेगी, जिससे लोगों की आर्थिक व सामाजिक सिथति में सुधार आए। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र का भी सहयोग लिया जाएगा।
कार्यक्रम में मंत्रिमण्डल के कर्इ सदस्य, सलाहकार, विधायक, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन, विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिवसचिव, सामाजिक कार्यकर्ता, विषय विशेषज्ञ, उधमी सहित द हिन्दू के श्री वेंकटेश रामकृष्णन, डा. अरविन्द मोहन तथा प्रोफेसर सुधीर पंवार आदि उपसिथत थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोक निर्माण, सहकारिता, सिंचार्इ और राजस्व मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव के आज 58वें बसंत में प्रवेश पर

Posted on 05 February 2014 by admin

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोक निर्माण, सहकारिता, सिंचार्इ और राजस्व मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव के आज 58वें बसंत में प्रवेश पर उनके सैकड़ों प्रशंसकों, मित्रों, पत्रकारों, अधिकारियों, प्राचार्यो, अधिवक्ताओं, मंत्रियों तथा पार्टी नेताओं ने मिलकर उन्हें जन्म दिन की बधार्इ दी। इस अवसर पर उनके निवास पर केक काटा गया, मिठाइयां बंटी और लोगों ने खूबसूरत पुष्पगुच्छ भेंट किए। श्री यादव का प्रात: आवास 7-कालिदास मार्ग, लखनऊ एवं बाद में पार्टी मुख्यालय में अभिनन्दन किया गया।
श्री शिवपाल सिंह यादव को बधार्इ देने वालो में प्रमुख थे मंत्रिगण सर्वश्री अहमद हसन, राजेन्द्र चौधरी, अवधेश प्रसाद, बलराम यादव, अमिबका चौधरी, रामगोविन्द चौधरी, ओमप्रकाश सिंह, शिवकान्त ओझा, नारद राय, राज किशोर सिंह, महबूब अली, मानपाल सिंह, विजय मिश्र, राज्यमंत्रिस्तर प्राप्त सर्वश्री नफीस अहमद, सुनील यादव, राम आसरे विश्वकर्मा, रंजना बाजपेयी, रिबू श्रीवास्तव, राजा चतुर्वेदी, सी0पी0 राय, के0सी0 पाण्डेय, सासद नीरज शेखर, सुशीला सरोज, पूर्व सासद डा0 अशोक बाजपेयी, विधायकगण सर्वश्री नरेश उत्तम, उदयराज यादव, राम मगन यादव, गामा पाण्डेय, बैजनाथ दुबे, जयप्रकाश अंचल, राम लाल अकेला, राम सुन्दर दास निषाद, जमीर उल्ला के अतिरिक्त सर्वश्री निशीथ राय, मो0 शाहिद, लता बंसल, माला द्विवेदी, विधावती राजभर, राज बहादुर सिंह, दीपक मिश्र, राजेश अग्रवाल, राधेश्याम सिंह, सुरेश यादव, विष्णु यादव, धनंजय शर्मा, राधा यादव, ज्योति यादव, संजीव मिश्रा, चौ0 रिछपाल सिंह, पूरन शर्मा, डा0 अरूण यादव, शशि त्रिपाठी, अमित त्रिपाठी, सतीश अग्रवाल, दिलीप कमलापुरी आदि।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सहजनवां, गोरखपुर क्षेत्र से पूर्व निर्दलीय विधायक श्री यशपाल सिंह रावत ने आज

Posted on 05 February 2014 by admin

सहजनवां, गोरखपुर क्षेत्र से पूर्व निर्दलीय विधायक श्री यशपाल सिंह रावत ने आज नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में आस्था जताते हुए अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने श्री रावत और उनके समर्थको को पार्टी में शामिल करते हुए उम्मीद जतार्इ कि इनके आने से समाजवादी पार्टी को मजबूती मिलेगी।
श्री यशपाल सिंह रावत,पूर्व मंत्री श्री शारदा प्रसाद रावत के पुत्र हैं। उनकी माता स्व0 प्रभा रावत भी पूर्व में विधायक रही है। श्री रावत की पत्नी श्रीमती विजय कांति रावत सहजनवां की ब्लाक प्रमुख है।
श्री यशपाल सिंह रावत के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल होनेवालों में प्रमुख हैं सर्वश्री रामानन्द यादव,पूर्व ब्लाक प्रमुख, श्री गिरीश यादव सभासद नगर पंचायत सहजनवां, श्री विश्वनाथ यादव श्री अजय यादव (पूर्व प्रधान), श्री रामचन्द्र यादव (से0नि0 प्रधानाचार्य) एवं श्री प्रेमचन्द्र यादव आदि।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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