उ0प्र0 सहकारी चीनी मिल संध के प्रबन्धक निदेशक डा0 वी0के0 यादव ने कहा कि प्रदेश में सहकारी क्षेत्र में संचालित 23 सरकारी चीनी मिलों द्वारा चालू पेरार्इ सत्र में 02 फरवरी 2014 तक कुल 361.26 लाख कु0 गन्ने की पेरार्इ कर 26.28 लाख कु0 चीनी का उत्पादन किया गया है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 359.20 कु0 लाख गन्ने की पेरार्इ की गर्इ थी, इस प्रकार इस वर्ष अभी तक 2.06 लाख कु0 गन्ने की अधिक पेरार्इ की गर्इ है। उन्होने कहा कि सहकारी चीनी मिलों का मुख्य उददेश्य प्रदेश के गन्ना उत्पादक कृषकों के हिताें को दृषिटगत रखते हुए चीनी मिल क्षेत्र की सामाजिक एवं आर्थिक सिथति को सुदृढ़ बनाना है। सहकारी चीनी मिलों की सरकार द्वारा घोषित किये गये मूल्य के अनुसार गन्ना उत्पादक कृषकाें को नियत समय पर भुगतान करना सर्वोच्च प्राथमिकता है, अधतन सिथति के अनुसार रु0 468.87 करोड़ का गन्ना मूल्य भुगतान किसानों को किया जा चुका है। उन्होने कहा कि प्रदेश में चीनी परता में वृद्वि हेतु प्रथम बार सम्पूर्णानगर चीनी मिल में मैच्योरिटी वाइज हारवेसिटगं की योजना लागू की गर्इ है। प्रदेश में किसानों के हितों को देखते हुए यह आवश्यक है कि चीनी परता वृद्वि प्राप्त करते हुए मिलों की आर्थिक सिथति में सुधार हो इसी परिपेक्ष्य में सम्पूर्णानगर चीनी मिल में लागू की गयी योजना के वर्तमान सत्र के दौरान ही अन्य सहकारी चीनी मिलों में भी लागू किया जा रहा है। फील्ड केन में बि्रक्स सर्वे कराते हुए परिपक्व हो रहे गन्ने की प्राथमिकता के आधार पर पेरार्इ की जायेगी, जिससे चीनी परता में बढ़ोत्तरी हो। प्रदेश के गन्ना उत्पादक कृषकों एवं चीनी मिलों के हितों को दृषिटगत रखते हुए सहकारी चीनी मिलों द्वारा उच्च उत्पादकता एवं चीनी परता वाली गन्ने की खेती हेतु विशेष कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। श्री यादव ने कहा कि सहकारी क्षेत्र की वर्षों से बन्द पड़ी पुवाया चीनी मिल जनपद शाहजहांपुर में गन्ना पेरार्इ की कार्य इस सत्र के प्रारम्भ किया गया है। उन्होने कहा कि इसी तरह सहकारिता क्षेेत्र की बन्द पड़ी अन्य चीनी मिलों में पेरार्इ प्रारम्भ कराने हेतु प्रयास किया जा रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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