Posted on 11 March 2012 by admin
रंग की होली या खून की दोषी कौन समाज या राजनीति-जनपद की होली रंग के बजाय खून से खेली गयी हत्या का सबब आपसी विवाद प्रेम प्रसंग या राजनैतिक दुराग्रह जो समाज को खोखला करके हमारे सामाजिक तानाबाना सौहार्द्र को नष्ट कर रहा है। घटनाक्रम में शहर कोतवाली ग्राम गौरीपुरवा निवासी राजेश कुमार पुत्र सुधीर कुमार की हत्या होली में घर से बुलाकर की गयी वह पिहानी के जी0डी0सी0कालेज में बी0ए0 का छात्र है हत्या का कारण सजातीय लड़की का प्रेमप्रसंग बताया जा रहा है। इसी प्रकार मल्लावाँ ग्राम लकड़हारा में होली पर युवक घर से निकला पिता का नाम रामपाल का पुत्र लवकुश उसके खेत में उसका शव मिला कछौना क्षेत्र के ग्राम दीननगर के अनवर के खेत में एक महिला का छत विक्षत शव हांथ पैर बंधे वाल कटे दूसरी तरफ लग रहा था महिला का सर मुड़ाकर हत्या की गई शरीर पर कालाबुर्का भूरे रंग की जर्सी मिली चेहरे पर पहचान मिटाने के लिये तेजाब भी डाला गया साण्डी कस्बे के खेरा सहिजनवाँ पवन 22वर्ष पुत्र रामचन्द्र कुशवाहा विवाद में हत्या मंझिला थाना क्षेत्र के कोरिया गाँव का विकास(35) पुत्र ब्रजलाल की दबंग युवकों ने घर बुलाकर हत्या कर दी। इसी प्रकार देहात कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कठेहा निवासी रिक्शा चालक दिरगज जो कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता क्षेत्रीय प्रचारक के रूप में कार्य कर रहा था। गाँव में घर से बाहकर उसका पुआल (धान का पैरा) का ढेर लगा था होली की प्रातः 4बजे शरारती तत्वों द्वारा जो दूसरी पार्टी के कार्यकर्ता रहे आग लगाकर यह कह गये कांग्रेस भूलो हमसे जुड़ों नहीं तो यही होगा। अन्य सहयोगी में जो उसी में सहयोगी विश्राम के साथ भी यही किया गया पुलिस भी कुछ नहीं कर रही है विचारा परेशान है। की गई ऐन होली के वक्त इन हत्याओं से जिला थर्राया प्रशासन हैरान कि जनपद में चुनाव निपटते ही यह क्या हो रहा है कहीं आग लगाई जा रही कहीं हत्यायें मारपीट की घटनाओ से हुई अचानक बढ़ोत्तरी
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 March 2012 by admin
मनरेगा योजना में महिलाओं की भागीदारी पर सवाल-जनपद की महिलाओं की रूचि मनरेगा के काम में कतई नहीं रह गई है। प्रशासन लाख कोशिश कर रहा परन्तु वह इस पर अमल कर पाने में पूर्णतया असफल कहा जाये तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी आंकड़े इस बात के गवाह बन चुके हैं। इस समय जिले की 1101ग्राम पंचायतों में मात्र 849 ग्रामों में काम हो रहा है। इसमें मात्र 642 महिलायें काम कर रही हैं इसमें दिसम्बर मास में काम करने वाली महिलाओं की संख्या तब भी 850 थी अब चुनाव को लेकर महिलायें और कम हो गयी हैं क्रमवार देखें तो स्थित इस प्रकार से है अहिरोरी ब्लाक में 65 बावन ब्लाक में 35 बेहन्दर ब्लाक में 41, भरावन ब्लाक में 25, भरखनी में 63, बिलग्राम में 22, हरियावाँ में 17 हरपालपुर में 33 कछौना ब्लाक 17, कोथावाँ में 58, माधौगंज 25, मल्लावाँ 24, पिहानी में 24, साण्डी में 17 सण्डीला में 79, शाहाबाद में 18 सुरसा ब्लाक 48, टंडि़यावाँ में 27, टोंडरपुर ब्लाक में 23 महिलायें काम पर लगी हैं। इन आंकड़ों में अगर सण्डीला को हटा दें तो बांकी महिलायें ब्लाकों में नगण्य हैं। जबकि शासन स्तर पर इन्हें प्रेरित किया जा रहा परन्तु कोई भी सुधार नहीं हुआ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 March 2012 by admin
प्रदेश के मनोनीत युवा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को बधाई देनेवालों का पार्टी कार्यालय और उनके आवास पर सुबह से रात तक तांता लगा हुआ है। प्रदेश के कोने-कोने से आया जनसमूह बड़े संयम एवं धीरज के साथ अपनी बधाई अपने प्रिय नेता तक पहुॅचाने में लगा है। फूलमाला, बुके के ढेर है। महिलाएं, नौजवान और अल्पसंख्यक सभी श्री अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने की खुशी इस तरह मना रहे हैं जैसे उनके अपने घर में ही कोई उत्सव हो। टेलीफोन और मोबाइल की घंटियां लगातार बजती रहती हैं। श्री यादव से जो सीधे बात नहीं कर पाते हैं वे उनके स्टाफ के सदस्यों तक अपनी भावनाएं पहुॅचा देते हैं।
आज टीईटी संघर्ष मोर्चा और उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता कार्यालय पहुॅचे और उन्होने विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की भारी बहुमत से जीत पर अपना हर्ष प्रकट किया। उन्होने प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री को बधाइयां दी और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में प्रदेश विकास तथा समृद्धि की दिशा में गतिशील होगा। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष श्री दुुर्गाचरण सिन्हा एवं देवीपाटन मण्डल के अध्यक्ष श्री केसरी प्रसाद शुक्ल तथा लखनऊ मण्डल के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि श्री अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के साथ प्रदेश में परिवर्तन की नई बयार बहने की पूरी उम्मीदें हैं।
सनातन समाज शिक्षक संघ, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष श्री संतोष कुमार पाण्डेय ने समाजवादी पार्टी की ऐतिहासिक विजय पर हर्ष जताया है। उत्तर प्रदेश सीनियर बेसिक शिक्षक संघ, उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष श्री अवधेश कुमार, प्रांतीय महामंत्री श्री भृगुनाथ सिंह ने श्री मुलायम सिंह यादव एवं श्री अखिलेश यादव को जीत की बधाई दी है। राज्य विश्वविद्यालय अनुदानित महाविद्यालय स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डा0 बलजीत कुमार श्रीवास्तव एवं महामंत्री डा0 ओमकारनाथ पाण्डेय ने 16वीं विधान सभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी की अभूतपूर्व सफलता के लिए बधाई देते हुए सन् 2014 में सफलता के नए आयाम स्थापित करने की कामना की है।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने प्रदेश अध्यक्ष की ओर से विभिन्न समूहों की बधाइयां स्वीकार करते हुए कहा कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहे इसके लिए कानून के पालन में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने सभी विधायकों तथा मनोनीत मुख्यमंत्री सहित पार्टी नेताओं को भी बारम्बार बेदाग चरित्र रखने की सीख दी है। पार्टी ने अवांछनीय तत्वों से दूरी बना रखी है। श्री अखिलेश यादव यह कतई बर्दाश्त नहीं करेगें कि माफिया, बिल्डर और अपराधिक तत्वों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष पार्टी से किसी भी तरह का जुड़ाव दिखाई दे। उन्होने अपने कार्यकर्ताओं को भी आगाह किया है कि वे किसी भी तरह की हिंसा से बचे और विपक्ष के प्रति भी असहिष्णुता का भाव न रखें। हमंें अपनी पार्टी की नीतियों को ईमानदारी से लागू करने में ध्यान लगाना होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 March 2012 by admin
बाहुबलियों व पंूजीपतियों को नकार जनता ने बैठाया सिर आंखों पर
इसौली विधानसभा
हजारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पर रोती है, बड़ी मुश्किल से पैदा होता है चमन में दीदवर। इकबाल की यह पंक्तियां इसौली विधानसभा के समाजवादी पार्टी प्रत्याशी अबरार पर सटीक बठती है। भले ही उनके संघर्ष, ईमानदारी भरे जीवन की दुश्वारियां और फटे हाल रहने की मुश्किलें पर उनका जज्बा समाजसेवा से कतई नहीं हटा। आर्थिक तंगी के बावजूद इसके जुझारूपन जरूरतमंदों की मदद बदौलत पूंजीपतियों व बाहुबलियों को नकारकर जनता ने इन्हें चुना। चाहे जो भी चुनाव हो इनके व्यक्तित्व ने हमेशा जीत का सेहरा बांधा है।
इसौली विधानसभा के नव निर्वाचित विधायक अबरार अहमद का राजनैतिक कैरियर भी काफी पुराना है। अझुई गांव के किसान रफात उल्ला के घर मां जमीदुलनिशा की कोख से आठ नवम्बर 1950 को ऐसे बालक ने जन्म लिया। जो गांव का ही नहीं पूरे जिले का नाम रोशन किया। जिसका नाम अबरार है। वैसे तो अबरार तीन भाई हैं। जो उनसे अलग हैं। माली हालत के चलते कक्षा आठ तक की ही पढ़ाई कर सके हैं। उच्च शिक्षा के लिए महौल अच्छा नहीं मिला, तो वंचित रह गए। पर परिवार बहुत नेक है। गांव में जामिनदारी का रूतबा था। रूतबेदार लोग मजदूरों का शोषण करते थे। सो अबरार को अच्छा नहीं लगा। 1976 में मजदूरों के हक की लड़ाई लड़नी शुरू की। चार आना मजदूरी से दो रूपये करवाया। जो गंवई लोगों को नागवार लगा। विरोध करना शुय कर दिया। इसी दौरान गांव की प्रधानी में यह जानते हुए कूद पड़े कि उन्हें पराजय मिलेगी। चुनाव हारने के बाद घर से डंड कमंडल लेकर गांव छोड़कर निकल पड़े, और इस्लामगंज में आकर डेरा डाल लिया। यहीं से गरीबों के लिए संघर्ष करना शुरू कर दिया। खुद बयां करते हैं कि कई दिनों तक भूखे तड़पते रहे। गांव वालों को उनका दर्द छलका, सो खाने पीने की व्यवस्था शुरू कर दी। यहीं से इनका राजनैतिक सफर शुरू हुआ। 27 अगस्त 1977 को रंकेडीह गोलीकांड हुआ। कइयों की जाने गईं। विरोध किया, पुलिस के कोपभाजन का शिकार हुए, लेकिन अपने मिशन को नहीं रोका। इसी दौरान सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य बने। रामसुमिरन को चुनाव लड़ाया। फिर मकबूल के साथ रहकर उनकी मदद की। विधायक मंत्री बने। बाद में मुईद अहमद का साथ दिया। 83-84 के दरमियान मुलायम सिंह यादव का क्रान्ति रथ निकला। इस्लामगंज में स्वागत किया। फिर उनके साथ लोकदल व सपा में हो लिए। यह अबरार का ऐसा दौर रहा जो चुनौतियों से भरा था, लेकिन मिशन को कमजोर नहीं होने दिया। इस्लामगंज वासियों की झुग्गी झोपड़ी वालों की लड़ाई लड़ी। उनको उनका हक दिलाया, तो उनके रहनुमा बन गए। यही लोग उनके खाने पीने की व्यवस्था में निरन्तर लगे हैं। चार बार जिला पंचायत सदस्य बने। इसी बीच उनकी पत्नी भी जिला पंचायत सदस्य रहीं। एक दो बार विधानसभा चुनाव लड़े, लेकिल किस्मत ने साथ नहीं दिया। गरीबों की लड़ाई का सिला भी इन्हें अपना हाथ-पैर तुड़वाकर मिला। 2006 में विरोधियों ने हमले ऐसे किए कि इनके हाथ पैर कई जगह टूट गए। आजम खां ने इनके इलाज की व्यवस्था की। ठीक होने के बाद फिर पुरानी धारा में लौट आए। आजम खा के पार्टी छोड़ने पर उनके साथ हुए। पुनः आजम के सपा में वापस आने पर पार्टी से जुड़ गए। पहले सुलतानपुर फिर इसौली विधानसभा से टिकट पाने में कामयाब रहे। ईमानदारी संघर्ष के बल पर चुनाव जीता। जिसका श्रेय अबरार जनता को देते हैं। जो अदने से आदमी को विधानसभा पहुंचाया। कहते हैं कि विधायक का मतलब जन सेवक होता है। जनता की सेवा करना उन्हें खूब आता है। उनका टूटा-फूटा खपरैल मकान, क्षतिग्रस्त बैठका गिरने के कगार पर है। घर के अंदर देशी चूल्हा, पत्तियों के सहारे खाने बनाने की व्यवस्था इनकी ईमानदारी को बयां कर रही थी। बावजूद इसके उनके चेहरे पर मुस्कान व स्वाभिमान साफ झलक रहा था। अपना कुछ नहीं खाने नाश्ते की व्यवस्था गांव वाले ही कर रहे थे। खातिरदारी के लिए भी जनता लड्डू, चीनी, पेठा खुद लेकर पहुंच रही है, पर सिगरेट की कश लगाने को नहीं भूलते। अपनी स्टाइल में दूसरों से ही मांग कर पीना शुरू कर देते हैं। इस पर एक बात सटीक बैठती है। जिसका कोई नहीं उसका खुदा यारों। साधारण परिवार, साधारण सा रहन-सहन, संघर्ष, ईमानदारी अबरार की पूंजी है। जो जनता के चहेते बन गए हैं। जिनके दम पर फटेहाल अबरार ने चुनाव लड़ा और असम्भव को सम्भव कर इतिहास रचकर विधानसभा पहुंच गए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 March 2012 by admin
आज 10 मार्च,2012 को समाजवादी विधान मण्डल दल की बैठक पार्टी मुख्यालय, 19, विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ में हुई जिसमें सर्वसम्मति से श्री अखिलेश यादव को विधान मण्डल दल का नेता निर्वाचित किया गया। श्री यादव के नाम का प्रस्ताव पूर्वमंत्री श्री मो0आजम खाॅ ने किया और समर्थन वरिष्ठ नेता श्री शिवपाल सिंह यादव ने किया। इस पर सभी विधायकों ने समर्थन में खड़े होकर श्री अखिलेश यादव का अभिनन्दन किया। श्री अखिलेश यादव अब उत्तर प्रदेश के सबसे युवा (38 वर्ष) मुख्यमंत्री होगें। इस अवसर पर सर्वश्री मुलायम सिंह यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष,समाजवादी पार्टी चैधरी यशपाल सिंह, प्रो0 रामगोपाल यादव, श्री बृजभूषण तिवारी, मधुकर दिघे, किरनमय नन्दा, रेवती रमण सिंह, अबू आसिम आजमी, नरेश अग्रवाल, रामजी लाल सुमन, राम आसरे कुशवाहा, जे0 ऐन्टोनी, ओमप्रकाश सिंह, अंम्बिका चैधरी तथा राजेन्द्र चैधरी भी मौजूद थे। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि 29 सितम्बर,1992 को समाजवादी पार्टी के गठन से अब तक स्पष्ट बहुमत के लिए लगातार हमने संघर्ष किया है। जन समस्याओं को लेकर संसद, विधान मण्डल और सड़क तक लड़ाई लड़ी है। जनता को तब विश्वास हुआ है कि समाजवादी पार्टी ही उनके लिए लड़ती है। किसानो, नौजवानों को केन्द्र में रखकर पार्टी की नीतियां बनी है। हमने कथनी-करनी में अंतर नहीं रखा। इसके फलस्वरूप समाजवादी पार्टी को जनता ने सत्ता सौंपी है। उन्होने विधायकों को भारी बहुमत के साथ समाजवादी पार्टी की जीत के लिए बधाई दी और साथ ही चेताया कि जनता की कसौटी पर खरा उतरने की बड़ी जिम्मेदारी भी उन पर है। उन्हें अपने आचरण से अलग पहचान बनानी होगी। श्री यादव ने श्री अखिलेश यादव को नसीहत दी कि वे अपने व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन को बेदाग रखेंगे तो मुझे खुशी होगी और मेरे जीवन का एक बड़ा सपना पूरा होगा। वरिष्ठ नेता एवं पूर्वमंत्री श्री मधुकर दिघे ने भी श्री अखिलेश यादव के उज्जवल भविष्य की कामना की। श्री अखिलेश यादव ने अपने प्रति व्यक्त उद्गारों के लिए आभार जताते हुए उन पर भरोसा किए जाने के लिए कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होने कहा बसपा सरकार में जुल्म, ज्यादती और लूट का बोलबाला था। हमने समाजवाद के लिए संघर्ष किया। मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी गई है उसे पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाऊंगा। श्री यादव ने कहा कि अब हमारे सामने सन् 2014 का लक्ष्य है। मैं जीवनभर धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी रहूॅगा। हम समाजवाद का सपना पूरा करेगें और इस दिशा में हमारी सरकार का कामकाज एक मिसाल होगा। प्रारम्भ में राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता प्रो0रामगोपाल यादव ने विधायकों का स्वागत करते हुए कहा कि जनता की हमसे बहुत उम्मीदे हैं। हम उसके भरोसे को तोडेगें नहीं। घोषणा पत्र में किए गए वायदे निभाएगें। निर्वाचन के बाद पत्रकार वार्ता में श्री अखिलेश यादव ने राज्य विधानसभा के चुनाव में भारी जीत के लिए मतदाताओं के साथ मीडिया का भी धन्यवाद किया। उन्होने कहा जनता ने हम पर विश्वास किया है तो हम भी उस पर खरे उतरेगें। ईमानदारी से चुनाव घोषणा पत्र लागू करेगें। किसानों, गरीबों, महिलाओं और नौजवानों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएगें। समाजवादी पार्टी की सरकार बिना पक्षपात के काम करेगी। कानून का राज कायम होगा। उन्होने आशा जताई कि नई सरकार के चलाने में नेताजी (श्री मुलायम सिंह यादव )का आशीर्वाद प्राप्त रहेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 11 March 2012 by admin