Posted on 21 February 2012 by admin
Û ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्यों का पहले उपयोग फिर तिरस्कार बसपा को महंगा पड़ेगा।
Û ब्राह्मण वर्ग राष्ट्रवाद और धर्म पर आघात करने वाली भ्रष्ट ताकतों को बर्दाश्त नहीं करता।
Û भारतीय संस्कृति में ब्राह्मणों को समाज का मुख कहा गया है परन्तु उन्हंे समझ में आ गया है कि बसपा के लिये ये मुख नहीं केवल मुखौटे हैं।
Û बसपा एवं उसके सहयोगी साहित्य में सवर्णों के लिये ही नहीं बल्कि देवी-देवताओं के लिये भी अपमानजनक टिप्पणियां आज भी पढ़ाई जाती हैं।
उत्तर प्रदेश के चुनावी समर पर पूरे देश की निगाहें लगी हैं। 2014 के भावी लोकसभा चुनाव की बानगी साबित होगा यह चुनाव। प्रदेश का चुनावी परिदृश्य काफी दिलचस्प है। जातीय समीकरणों की चर्चा जरूरत से ज्यादा है। ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, पंजाबी, खत्री, कायस्थ आदि सवर्ण जाति के मतदाताओं को भी जाति आधारित खांचों में देखा जा रहा है।
उ.प्र. की सत्ता पर सवार होते ही बसपा की मुख्यमंत्री मायावती ने भाषा बदली, भाव नहीं। उन्होंने पहले ब्राह्मणों का साथ लेकर सत्ता हथियाई और फिर ब्राह्मणों को अपमानित करना शुरू कर दिया। मायावती ने पहले ब्राह्मणों को लालबत्ती देकर अपने को ब्राह्मणों का हितैषी साबित किया। फिर धीरे-धीरे ब्राह्मणों का विरोध ही नहीं अपमानित करने में भी उन्होंने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। ब्राह्मणों को कम मंत्री पद दिये, जिन्हें दिये उन्हें हटा दिया, चाहे वह रंगनाथ मिश्र हों या राकेशधर त्रिपाठी या अनन्त कुमार मिश्र।
ब्राह्मणों को पहले पदारूढ़ करना और फिर पद्दलित करना बसपा की सियासत है। आईएएस अधिकारियों मंे भी बसपा ने पहले उनका उपयोग किया फिर चुन-चुनकर ब्राह्मण अधिकारियों को अपमानित किया, जिसमें वी.एस. पाण्डेय जैसे कई उदाहरण हैं। और बाद में बसपा के सबसे बड़े ब्राह्मण मुखौटे सतीश चन्द्र मिश्र भी मुख्यमंत्री के चहेते अधिकारियों के आगे बेबस नजर आये। ब्राह्मण विरोधी बसपा की राजनीति देखकर ब्राह्मण मतों का झुकाव भाजपा की ओर हो गया है।
पूरा हिन्दुस्तान जानता है कि ‘स्टेट गेस्ट हाउस काण्ड’ जिसमें अगर भाजपा नेता स्व. ब्रह्मदत्त द्विवेदी न पहुंचते तो मुलायम समर्थक सपा के गुण्डों द्वारा मायावती को जान बचाना मुश्किल हो जाता। मायावती और उनकी सरकार स्व. द्विवेदी को सत्तामद में भूल गयी। मायावती ने द्विवेदी के पुत्र के साथ भी सम्मानजनक व्यवहार नहीं किया।
ब्राह्मणवाद का दावा करने वाली बसपा ने 2007 की अपेक्षा इस बार के विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों को टिकट भी कम दिये हैं। कांग्रेस ने भी ब्राह्मणों को मात्र 35 टिकट दिये जबकि भाजपा ने 78 टिकट ब्राह्मणों को और 74 टिकट क्षत्रिय नेताओं को दिये। क्षत्रिय नेताओं के प्रति भी बसपा का रवैया हमेशा से ही घनघोर विरोधी रहा है।
भाजपा सांस्कृतिक मुद्दों को उठाने वाली लोकतांत्रिक पार्टी होने के कारण ब्राह्मण और अन्य सवर्ण वर्ग की पहली पसंद है। भाजपा के दिग्गज नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी, मुरली मनोहर जोशी, कलराज मिश्र, केसरीनाथ त्रिपाठी, रमापतिराम त्रिपाठी जैसे आदि ब्राह्मण नेताओं ने कभी भी जातीय राजनीति को तरजीह नहीं दिया। इन नेताओं ने ब्राह्मणों सहित सभी वर्गों को सम्मान देते हुए हमेशा राष्ट्र की मुख्यधारा मंे जोड़ने की सियासी पहल की। हरिजनवाद, मुस्लिमवाद, यादववाद आदि वादों का विरोध किया है।
ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्यों सहित सभी वर्गों को सपा, बसपा की जाति उन्मादी अल्पसंख्यकवाद की राजनीति बुरी लगी। पिछड़ों का हक मारा गया। राजनाथ सिंह सरकार ने अतिदलित, अतिपिछड़ों को वास्तविक आरक्षण का कानून दिया। बसपा ने खारिज किया। यह बात ब्राह्मणों, क्षत्रियों व वैश्यों को भी बुरी लगी है। सरकार की ओर से किसी भी वर्ग और अन्य सवर्णों को किसी भी प्रकार का लाभ नहीं मिला। कांग्रेस ने कई वर्षों तक सत्ता का लाभ उठाया। जाति उन्माद की गाड़ी पर सवार सपा ने भी सत्ता का लाभ उठाया।
बसपा का कोई सिद्धांत नहीं। उसने कमजोर वर्गों को अपने पाले में करने के लिए तिलक, तराजू और तलवार-इनको मारो जूते चार’ की नारेबाजी की। तिलक को ब्राह्मणों का, तराजू को वैश्यों का व तलवार को क्षत्रियों का प्रतीक जाना गया। बसपा ने तीनों के विरुद्ध अभियान चलाया। उसने निर्दोष दलितों को गोलबंद करने की जाति उन्मादी राजनीति चलाई। चुनावी राजनीति के लिए एक अधिवक्ता को ब्राह्मण चेहरा बनाया। उन्हीं के अनेक रिश्तेदारों को सत्ता के पद दिए गये। लेकिन भ्रष्टाचार के कारण बसपा की साख गिरती रही तो उसने अल्पसंख्यकों की हितैषी बनने का शिगूफा छोड़ा। 2012 के विधानसभा चुनाव मंे बसपा अपने नये चेहरे के साथ चुनाव मैदान में है। सामान्य वर्ग का मतदाता पूरी तौर पर बसपा से छिटक गया है।
ब्राह्मणों की हितैषी होने का दावा करने के बाद भी आज तक मायावती ने ईश्वर के नाम की न शपथ नहीं ली और न ही मंदिर मंे जाकर मत्था टेका। जासूसी के लिये विख्यात ‘विकीलिक्स’ ने इस बात का दावा किया था कि किसी विदेशी राजनयिक से श्री सतीश चन्द्र मिश्र ने स्वयं कहा था कि ‘मुख्यमंत्री भ्रष्ट और निरंकुश हैं। ऐसी बातें लाख दाबी जायं, दबती नहीं हैं। बसपा सरकार का चरित्र सबके सामने आया। दलित एक्ट के फर्जी मुकदमों की बाढ़ आई। अगड़े पिछड़े फर्जी मुकदमों का शिकार हुए। दलित एक्ट के सही मुकदमें दर्ज नहीं हुए। बसपा ने दौलत के अलावा किसी भी वर्ग पर गौर ही नहीं किया।
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर व राष्ट्रवाद सवर्णों को प्रिय है। इस बार कांग्रेस के मजहबी आरक्षणवाद का गुस्सा है। बसपा-सपा द्वारा केन्द्र में कांग्रेस नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार को खुला समर्थन दिया जा रहा है। लेकिन उ.प्र. में नूराकुश्ती है। मतदाताओं को केन्द्र में तीनों का साथ साफ दिखाई पड़ रहा है।
भ्रष्टाचार में आकण्ठ डूबी केन्द्र की कांग्रेसी एवं राज्य की बसपा सरकार से प्रदेश का युवा वर्ग भी चिढ़ा बैठा है। युवा वर्ग को
मताधिकार तो प्राप्त हो गया है लेकिन रोजी-रोजगार का अधिकार बसपा और कांग्रेस ने नहीं दिया। इस बार युवाओं का बढ़ा मत बसपा के लिये मारक साबित होगा। युवाओं की बात करने वाले कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी हैरान हैं। सपा के अखिलेश यादव की बात कोई सुनने को तैयार नहीं। यह वर्ग भाजपा से ही उम्मीद कर जुड़ता जा रहा है।
पढ़ा-लिखा युवा शहरी मध्य वर्ग अैर सवर्ण जातियां भ्रष्टाचार को लेकर आज आक्रोशित हैं। सपा एवं बसपा के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के मामलों मंे चार्जशीटेड हैं एवं कांग्रेस के अनेक मंत्रियों पर मुकदमें चल रहे हैं। 2जी मामले पर जांच करने वाली संसदीय कमेटी की रिपोर्ट रुकवाने के लिये जिस बेशर्मी से सपा-बसपा ने कांग्रेस का समर्थन किया था उस कारण से युवा एवं सवर्ण वर्ग इन तीनों से काफी नाराज है। अतः भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिये युवा वर्ग, शिक्षित वर्ग, सवर्ण एवं विशेषकर ब्राह्मणों मंे भाजपा की तरफ एक गहरा रुझान दिख रहा है।
कांग्रेस ने भी इस बार ब्राह्मणों के टिकट आधे और मुसलमानों के टिकट डेढ़ गुने कर दिये हैं यानी ब्राह्मणों का हिस्सा मुसलमानों को दिया है। ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य वर्ग बदलाव के पक्ष में है ताकि सूबे से जातिवादी, मजहबी राजनीति और भ्रष्टाचार समाप्त हो।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 21 February 2012 by admin
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव श्री राहुल गांधी जी कल दिनांक 22 फरवरी को मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, अलीगढ़ एवं मथुरा जनपद में कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित जनसभाओं को सम्बोधित करेंगे। श्री गांधी मध्यान्ह 12बजे से 12.30बजे तक जनपद मुजफ्फरनगर के चरथावल में, अपरान्ह 12.40 से 1.20बजे तक शामली में, अपरान्ह 3बजे से 3.30बजे तक जनपद अलीगढ़ के कोइल में, अपरान्ह 4.10बजे से 4.50बजे तक मथुरा में कंाग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित संयुक्त चुनावी जनसभाओं को सम्बोधित करेंगे।
इसी क्रम में केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री श्री सलमान खुर्शीद जी कल दिनांक 22 फरवरी को पूर्वान्ह 11.30 बजे जनपद बुलन्दशहर के सिकन्द्राबाद में, अपरान्ह 12.35बजे जनपद जे.पी. नगर के वि.स. क्षेत्र हसनपुर में, अपरान्ह 1.35बजे जनपद मेरठ के वि.स. क्षेत्र मेरठ शहर में एवे अपरान्ह 2.35बजे जनपद गाजियाबाद के वि.स. क्षेत्र मुरादनगर में कंाग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित चुनावी जनसभाओं को सम्बोधित करेंगे।
इसी प्रकार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता श्री राशिद अल्वी एवं अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी की सदस्य-फिल्म अभिनेत्री सुश्री नगमा जी कल दिनांक 22फरवरी को पूर्वान्ह 11.40बजे जनपद जे.पी. नगर के वि.स. क्षेत्र अमरोहा, अपरान्ह 12.50बजे जनपद मुरादाबाद के वि.स. क्षेत्र ठाकुरद्वारा, अपरान्ह 2.20बजे जनपद रामपुर के वि.स. क्षेत्र चमरौवा, एवं अपरान्ह 3.35बजे जनपद बिजनौर के वि.स. क्षेत्र बरहापुर में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में आयोजित चुनावी जनसभा को सम्बोधित करेंगे।
इसी क्रम में सांसद श्री राजबब्बर जी कल दिनांक 22फरवरी को अपरान्ह 12.50बजे जनपद आगरा के वि.स. क्षेत्र बाह में, अपरान्ह 1.50बजे जनपद महामायानगर के वि.स. क्षेत्र हाथरस में, अपरान्ह 3बजे जनपद आगरा के वि.स. क्षेत्र आगरा उत्तरी में, सायं 4बजे वि.स. क्षेत्र आगरा कैन्ट में तथा सायं 4.45बजे वि.स. क्षेत्र आगरा ग्रामीण में कंाग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में आयेाजित चुनावी जनसभा को सम्बोधित करेंगे।
इसी प्रकार पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सलीम शेरवानी एवं फिल्म अभिनेता श्री संजय दत्त जी कल दिनांक 22फरवरी को मध्यान्ह 12बजे जनपद बदायूं के वि.स. क्षेत्र वजीरगंज में, अपरान्ह 1बजे बिनावर में, अपरान्ह 2बजे वि.स. क्षेत्र बिसौली में एवं अपरान्ह 3बजे उसेहत में कंाग्रेस प्रत्याशी द्वारा आयोजित चुनावी जनसभा को सम्बोधित करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 21 February 2012 by admin
आज एटा जनपद में उस समय बसपा को झटका लगा जब बसपा के धुरन्दर पूर्व विधायक सुधाकर वर्मा समेत अनेक पदाधिकारियों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
एटा जनपद में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह के चुनावी जनसभा के अवसर पर कभी कल्याण ंिसंह के खास रहे वर्तमान बसपा नेता पूर्व विधायक सुधाकर वर्मा, एटा सदर से प्रत्याशी रहे गिरीश चन्द्र वर्मा एवं बसपा के वरिष्ठ नेता भूप सिंह राठौर ने आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। बाद मंे भाजपा के जिला कार्यालय पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने इन नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि इनके आने से एटा जनपद के साथ ही आस-पास के क्षेत्रों में भी प्रभाव पड़ेगा। उन्होने कहा कि बसपा का किला दरक रहा है, भाजपा के पक्ष में तेजी से बढ़ रहा जनसमर्थन सत्ता निर्माण में सहायक सिद्ध होगा। इस अवसर पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने नेताओं का गगन भेदी नारों से स्वागत किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 21 February 2012 by admin
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडरकी कल 22 फरवरी को शाहजहांपुर जनपद के तिलहर तथा बरेली कैण्ट विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह कल 22 फरवरी को आगरा जनपद के फतेहाबाद, एत्माबाद, अलीगढ़ जनपद के कोल तथा बुलन्दशहर जनपद के खुर्जा में चुनावी सभा को संबोधित करेंगें
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र कल 22 फरवरी को रमाबाई नगर जनपद के सिकन्दरा तथा कानपुर कैण्ट वि0स0 में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर कल 22 फरवरी को मुजफ्फरनगर जनपद में स्थानीय कार्यक्रमों में रहेंगे।
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमाश्री भारती कल 22 फरवरी को अपने विधानसभा क्षेत्र में रहेंगी।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही कल 22 फरवरी को मेरठ में स्थानीय कार्यक्रमों में रहेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 21 February 2012 by admin
औरैया/इटावा/एटा/लखनऊ 21 फरवरी 2012, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने आज चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पांच साल में राज्य के विकास का झूठा वायदा जनता से कर रहे हैं। कांग्रेस ने चालीस साल तक इस राज्य पर शासन किया और उसी के शासनकाल में भदोही का कालीन उद्योग, कानपुर की कपड़ा मिलें, अलीगढ़ का ताला उद्योग और फिरोजाबाद का कांच उद्योग बिखर गया। उन्होंने कहा कि इन जिलों में यह कुछ ऐसे उद्योग थे जो उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध थे लेकिन कांग्रेस की गलत नीतियों से सभी उद्योग धंधे बर्बाद हो गए।
उत्तर प्रदेश चुनाव में कांगे्रस नेताओं द्वारा लगातार आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री सिंह ने कहा कि केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद से लेकर बेनी प्रसाद वर्मा और अब खुद राहुल गांधी ने कानून को धता बताकर यह साबित कर दिया है कि कानून तोड़ना उनकी रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के घातक बताया। श्री सिंह ने कहा कि जनता कांगे्रस व सपा-बसपा से उब चुकी है। कांगे्रस की महंगाई से भारतवासी परेशान हैं। बसपा सुप्रीमो ंमायावती सिर्फ पत्थरों पर पैसा खर्च करना चाहती हैं। उ0प्र0 सरकार ने एनआरएचएम घोटाले ने छः लोगों की जानें ले ली है। इस घोटाले में मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों में जमा धन कांगे्रस वापस नहीं लाना चाहती है। सपा सरकार बनी तो छुटभैया नेता गुण्डई पर उतारू हो जाते हैं। पिछले चुनाव में आप लोगों ने बसपा को मौका दिया था। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा था कि बसपा की सरकार बनी तो मुलायम व अमर सिंह को जेल भेजुगीं पर सरकार बनने पर भी उनको अपना वादा याद नहीं रहा। श्री सिंह ने कहा कि जिसका दामन खुद भ्रष्टाचार में रंगा हुआ है वे लोग दूसरे को क्या जेल भेंजेगे।
श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में सपा की सत्ता में बाहुबलियों की चलती थी। बसपा के शासन में भ्रष्टाचारियों को खुली छूट मिली। प्रदेश की बसपा सरकार ने कुख्यात कारनामों के लगातार नए-नए रिकार्ड बनाए हैं। जनता अब बदलाव चाहती है। जनता सपा के गुण्डाराज को वापस भी नहीं आने देना चाहती। उन्होंने कहा कि भाजपा की एकमात्र विकल्प है। जो सुशासन दे सकती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 21 February 2012 by admin
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि कांग्रेस हड़बडी में गड़बड़ी पे गडबड़ी किए जा रही है। ये गड़बड़ी भी ऐसी वैसी नहीं है बल्कि संविधान, कानून और लोकतंत्र विरोधी है और ये कांग्रेस की हार की बैखलाहट भी है।
श्री शाही ने कहा कि कांग्रेस कन्फयूजन में है। उसे लगता है कि कानून तोड़ने से उन्हे प्रिंट मीडिया के प्रथम पेज पर उनकी खबर छपेगी और इलेक्ट्रानिक मीडिया के हेडलाइन में जगह मिलेगी और इस प्रचार से उन्हें जनसमर्थन भी मिलेगा पर कांग्रेस भुलावे में जी रही है क्योंकि जनता कानून तोड़ने वाले और कानून पालन करने वाले के बीच का अंतर समझती है। उन्होंने कहा कि कानून तोड़ना और संवैधानिक संस्थाओं की अवहेलना और निरादर करना कांग्रेेस की आदत में शुमार हो गया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस ने कानून तोड़ने का एक अंतहीन सिलसिला शुरू कर दिया है। केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद से होते हुए बेनी प्रसाद वर्मा, कांग्रेस के दामाद राॅबर्ट बाड्रा और अब खुद राहुल गांधी ने कानून को धता बताकर ये साबित कर दिया है कि कानून तोड़ना उनकी रणनीति का हिस्सा है।
श्री शाही ने कहा कि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का मंच से कागज फाड़कर गुस्सा जाहिर करना भी समझ से बाहर है। उन्होनंे सवाल किया कि कांग्रेस को गुस्सा केन्द्र में बैठी अपनी कांग्रेस सरकार के घोटालों पर क्यों नहीं आता? राहुल को गुस्सा बढती महंगाई पर क्यों नहीं आता? राहुल को गुस्सा आखिर उत्तर प्रदेश में ही आकर क्यों आता है ? क्यों नहीं वो अपने पूर्व के 40सालों के शासन के लिए गुस्सा करते हैं जिसका दंश आज तक गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी के रूप में उत्तर प्रदेश की जनता झेल रही है। उन्होने कहा कि कांग्रेस पहले कानून तोड़ती है फिर माफी मांगती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 21 February 2012 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने बयान में कहा है कि प्रदेश की जनता के बीच अपनी कथनी-करनी के प्रति विश्वसनीयता के चलते समाजवादी पार्टी को विधान सभा चुनावों में जो बढ़त मिल रही है उससे उसका सत्ता में आना निश्चत हो चुका हैं। इससे हताश-निराश विपक्षी अब भ्रामक प्रचार और झूठे दावों पर उतर आए हैं। इसमें बसपा के साथ कांग्रेस और भाजपा भी शामिल हो गई है। बसपाराज में अत्याचार और भ्रष्टाचार चरम पर रहा जिसको केन्द्र की कांग्रेस सरकार का पूरा संरक्षण रहा है और भाजपा ने इसके खिलाफ कोई संघर्ष नहीं किया क्योंकि इन दोनों की साठगांठ भविष्य की सम्भावनाओं पर टिकी है।
मुख्यमंत्री सुश्री मायावती का उत्तर प्रदेश में 7 प्रतिशत विकास दर का दावा महज छलावा और जनता से धोखाधड़ी है। यह तथ्यों से भी खिलवाड़ है। श्री मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल में ही सात प्रतिशत विकास दर पहुॅची थी जिसको बसपा सरकार अपनी उपलब्धि बता रही है। सच तो यह है कि बसपा सरकार में एक प्रतिशत भी विकास दर नहीं बढ़ी है। बसपा ने तो प्रदेश का खजाना लूटकर इसे दिवालिया बना दिया है। श्री मुलायम सिंह यादव अपने समय में 24 हजार करोड़ रूपए खजाने में छोड़ गए थे जबकि बसपाराज में प्रदेश पर 2 लाख करोड़ का कर्ज चढ़ गया है। बसपाराज में अनुत्पादक मदों पर बजट लुटाया गया है। 40 हजार करोड़ रूपए तो पार्को, स्मारकों, पत्थर के हाथियों और कंाशीराम-मायावती की मूर्तियों पर ही फूंक दिए गए। एनआरएचएम और मनरेगा घोटालों में हजारों करोड़ रूपयांें की हेराफेरी हो गई जिसकी जांच की आंच मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुॅच रही है।
हत्या, बलात्कार और लूट की तमाम वारदातों पर कांग्रेस और भाजपा चुप्पी साधे रही। कानून व्यवस्था ध्वस्त होने की शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। कांग्रेस की खुली छूट के कारण मुख्यमंत्री के इशारे पर किसानों की खेती वाली जमीनें जबरन छीनकर बड़े बिल्डरों को मोटा कमीशन लेकर सौंप दी गई। जिन किसानों ने विरोध किया उन पर लाठियां गोलियां बरसाई गईं और हजारों किसानों का उत्पीड़न किया गया। भाजपा केवल सांप्रदायिक मसलों को तूल देने की कोशिशें करती है और जनहित के मुद्दे पर संघर्ष से बराबर बचती रही। कांग्रेस 40 साल सत्ता में रहकर प्रदेश का विकास न कर सकी अब वह पांच साल में जादू दिखाने का नाटक कर रही है।
जनता जानती है कि सिर्फ श्री मुलायम सिंह यादव और समाजवादी पार्टी ही मंहगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष के अगले मोर्चे पर रहे है। जनता के लिए लड़ाई लड़नेवाला उनसे बड़ा कोई नेता नहीं है। इसीलिए बसपा को हटाने और समाजवादी पार्टी को सत्ता में लाने का प्रदेशवासियों ने मन बना लिया है। उत्तर प्रदेश के विकास के लिए सिर्फ श्री मुलायम सिंह यादव और श्री अखिलेश यादव की आंखों में ही सपने पल रहे हैं। जनता को विश्वास है कि समाजवादी पार्टी की सरकार में ही विकास और सुरक्षा के लक्ष्य हासिल हो सकते हैं। इसलिए जनता का फैसला समाजवादी पार्टी के पक्ष में देखकर सत्ता खोनेवाली बसपा और सत्ता में आने की दूर-दूर तक सम्भावनाएं न देख पानेवाले दल भाजपा और कांग्रेस अनर्गल बयानबाजी और तथ्यहीन दावों पर उतर आए है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 21 February 2012 by admin
रमाबाईनगर/लखनऊ 21 फरवरी 2012, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र ने आज सिकन्दरा विधानसभा में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लगातार बढ़ते मतदान प्रतिशत ने तय कर दिया है कि उ0प्र0 की वर्तमान सरकार केा बदलकर रहेंगे। नौजवान, बुजुर्ग और महिलाओं ने इसकी पहल की। उन्होंने कहा कि वोट देने का अधिकार व कर्तव्य है कि कैसी सरकार बनाई जाए।
जनसभा में उपस्थित किसानों से सवाल करते हुए श्री मिश्र ने पूछा कि आपको डी0ए0पी0 मिली की नहीं, पानी मिला की नहीं, फसल का दाम मिला की नहीं। इसके जवाब में किसानों ने ना कहके उत्तर दिया। उन्होंने कहा की आज किसान परेशान है, बैंक से रिकवरी आने पर वह सोचने को मजबूर हो जाता है कि परिवार का पेट पाले या कर्ज अदा करे। परिणाम स्वरूप हताश व निराश होकर आत्महत्या जैसा कू्रर कदम उठा लेता है। जिस हुकूमत में किसान तबाह हो रहा हो उस हुकूमत को एक पल पल भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।
श्री मिश्र ने कहा कि 85 प्रतिशत गांव में रहने वाले लोगों की दुर्दशा हो रही है, माॅं-बहिनों के साथ बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। माया कहती हैं कि दद्दू ठीक है, कमला कुशवाहा के साथ बलात्कार नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के मंत्री/विधायक माॅं-बहिनों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करते हों, वह सरकार रहने लायक नहीं है। लखीमपुर में सोनम नाम की लड़की के साथ एक कास्टेबिल ने दुराचार किया बाद में उसकी हत्या कर दी गई। यहां व्यापारी मारा जा रहा है, भ्रष्टाचार चरम पर है। संस्थागत भ्रष्टाचार, 54 हजार करोड़ का घोटाला, भाई के साथ फर्जी कम्पनी आदि प्रदेश सरकार की उपलब्धियां हैं। उन्होंने कहा कि सपा के शासन में भी यही सब था। प्रदेश में सपा की सत्ता में बाहुबलियों की चलती थी।
श्री मिश्र ने कहा कि राहुल कहते हैं कि हम उ0प्र0 की तस्वीर बदल देंगे। वह विरोधियों के 22 साल के शासन को चुनौती देते हैं। हम उनसे पूछना चाहते हैं 42 साल शासन करके कांगे्रस ने प्रदेश को क्या दिया़ ? केन्द्र की यूपीए सरकार मोबाइल घोटाला, खाद्यान्न घोटाला, आदर्श सोसाइटी जैसे घोटाले कर रही है। हम राहुल से कहना चाहते हैं कि वह पहले केन्द्र की तस्वीर बदलंे बाद में प्रदेश की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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