समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने बयान में कहा है कि प्रदेश की जनता के बीच अपनी कथनी-करनी के प्रति विश्वसनीयता के चलते समाजवादी पार्टी को विधान सभा चुनावों में जो बढ़त मिल रही है उससे उसका सत्ता में आना निश्चत हो चुका हैं। इससे हताश-निराश विपक्षी अब भ्रामक प्रचार और झूठे दावों पर उतर आए हैं। इसमें बसपा के साथ कांग्रेस और भाजपा भी शामिल हो गई है। बसपाराज में अत्याचार और भ्रष्टाचार चरम पर रहा जिसको केन्द्र की कांग्रेस सरकार का पूरा संरक्षण रहा है और भाजपा ने इसके खिलाफ कोई संघर्ष नहीं किया क्योंकि इन दोनों की साठगांठ भविष्य की सम्भावनाओं पर टिकी है।
मुख्यमंत्री सुश्री मायावती का उत्तर प्रदेश में 7 प्रतिशत विकास दर का दावा महज छलावा और जनता से धोखाधड़ी है। यह तथ्यों से भी खिलवाड़ है। श्री मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल में ही सात प्रतिशत विकास दर पहुॅची थी जिसको बसपा सरकार अपनी उपलब्धि बता रही है। सच तो यह है कि बसपा सरकार में एक प्रतिशत भी विकास दर नहीं बढ़ी है। बसपा ने तो प्रदेश का खजाना लूटकर इसे दिवालिया बना दिया है। श्री मुलायम सिंह यादव अपने समय में 24 हजार करोड़ रूपए खजाने में छोड़ गए थे जबकि बसपाराज में प्रदेश पर 2 लाख करोड़ का कर्ज चढ़ गया है। बसपाराज में अनुत्पादक मदों पर बजट लुटाया गया है। 40 हजार करोड़ रूपए तो पार्को, स्मारकों, पत्थर के हाथियों और कंाशीराम-मायावती की मूर्तियों पर ही फूंक दिए गए। एनआरएचएम और मनरेगा घोटालों में हजारों करोड़ रूपयांें की हेराफेरी हो गई जिसकी जांच की आंच मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुॅच रही है।
हत्या, बलात्कार और लूट की तमाम वारदातों पर कांग्रेस और भाजपा चुप्पी साधे रही। कानून व्यवस्था ध्वस्त होने की शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। कांग्रेस की खुली छूट के कारण मुख्यमंत्री के इशारे पर किसानों की खेती वाली जमीनें जबरन छीनकर बड़े बिल्डरों को मोटा कमीशन लेकर सौंप दी गई। जिन किसानों ने विरोध किया उन पर लाठियां गोलियां बरसाई गईं और हजारों किसानों का उत्पीड़न किया गया। भाजपा केवल सांप्रदायिक मसलों को तूल देने की कोशिशें करती है और जनहित के मुद्दे पर संघर्ष से बराबर बचती रही। कांग्रेस 40 साल सत्ता में रहकर प्रदेश का विकास न कर सकी अब वह पांच साल में जादू दिखाने का नाटक कर रही है।
जनता जानती है कि सिर्फ श्री मुलायम सिंह यादव और समाजवादी पार्टी ही मंहगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष के अगले मोर्चे पर रहे है। जनता के लिए लड़ाई लड़नेवाला उनसे बड़ा कोई नेता नहीं है। इसीलिए बसपा को हटाने और समाजवादी पार्टी को सत्ता में लाने का प्रदेशवासियों ने मन बना लिया है। उत्तर प्रदेश के विकास के लिए सिर्फ श्री मुलायम सिंह यादव और श्री अखिलेश यादव की आंखों में ही सपने पल रहे हैं। जनता को विश्वास है कि समाजवादी पार्टी की सरकार में ही विकास और सुरक्षा के लक्ष्य हासिल हो सकते हैं। इसलिए जनता का फैसला समाजवादी पार्टी के पक्ष में देखकर सत्ता खोनेवाली बसपा और सत्ता में आने की दूर-दूर तक सम्भावनाएं न देख पानेवाले दल भाजपा और कांग्रेस अनर्गल बयानबाजी और तथ्यहीन दावों पर उतर आए है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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