Archive | June 15th, 2011

घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को सख्त सजा देने के लिए प्रतिबद्ध

Posted on 15 June 2011 by admin

बहुजन समाज पार्टी के प्रवक्ता ने विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं द्वारा निघासन मामले में बच्ची के साथ रेप होने के आरोप को दुर्भाग्यूर्ण तथा बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में राज्य सरकार पहले ही सख्त कदम उठा चुकी है और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को सख्त सजा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि घटना के संज्ञान में आते ही माननीया मुख्यमंत्री जी ने घटना की गहनता से छानबीन करने तथा दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे। उन्होंने कहा कि माननीया मुख्यमंत्री जी के निर्देश के क्रम में मृत बच्ची का दोबारा पोस्टमार्टम लखनऊ मुख्यालय से टीम भेजकर कराया गया, इस टीम में महिला सदस्य भी मौजूद थी।

प्रवक्ता ने कहा कि कल मृत बच्ची के शरीर को कब्र से निकालकर दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें पाया गया कि बच्ची ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उसकी हत्या की गयी थी। उन्होंने कहा कि दोनों पोस्टमार्टम में बच्ची के साथ रेप होना नहीं पाया गया। इसके बावजूद कांग्रेस के श्री दिग्विजय सिंह जैसे वरिष्ठ नेता जो स्वयं मध्य प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं तथा सपा के श्री आजम खां जो पूर्व सपा सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे हैं, उनके द्वारा मृत बच्ची के साथ रेप होने का आरोप लगाना गलत ही नहीं बल्कि गैर-जिम्मेदाराना आचरण है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार पदों पर रह चुके इन विपक्षी नेताओं को आधारहीन आरोप लगाकर घटना को सनसनी खेज बनाने से पहले तथ्यों की जानकारी कर लेनी चाहिये। उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर है कि विरोधी दलों के नेता अपने राजनैतिक लाभ के लिए इस घटना को अनावश्यक तूल दे रहे है।
बसपा प्रवक्ता ने कहा कि इस घटना से सम्बन्धित साक्ष्यों को मिटाने के आरोप में एक दरोगा तथा दो सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। मृत बच्ची का पहली बार पोस्टमार्टम करके गलत रिपोर्ट देने वाले तीनों चिकित्सकों को निलम्बित करके उनके विरूद्ध कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है। इसके अलावा शिथिल पर्यवेक्षण के लिए लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक का स्थानान्तरण कर दिया गया है। घटना की सी0बी0सी0आई0डी0 द्वारा जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि सी0बी0सी0आई0डी0 शीघ्र जांच रिपोर्ट उपलब्ध करा देगी।

पार्टी प्रवक्ता ने विरोधी दलों द्वारा घटना की सी0बी0सी0आई0डी0 से जांच कराने के राज्य सरकार के फैसले पर सवाल खड़ा करते हुए सी0बी0आई0 से जांच कराने की मांग को गलत बताते हुए कहा कि सी0बी0सी0आई0डी0 की सत्य निष्ठा पर प्रश्न चिन्ह लगाना कतई उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर यह आरोप कि सी0बी0सी0आई0डी0 को जांच इसलिए सौंपी गयी है ताकि सच्चाई सामने न आ सके, बेबुनियाद है। उन्होंने बांदा के शीलू कांड का हवाला देते हुए कहा कि यहां के प्रकरण की जांच जब सी0बी0सी0आई0डी0 को सौंपी गयी थी तो भी विरोधी दलों द्वारा इसी प्रकार के आरोप लगाये गये थे लेकिन सी0बी0सी0आई0डी0 ने अपनी जांच से विरोधी दलों को निरुत्तर कर दिया था।

प्रवक्ता ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि माननीया मुख्यमंत्री द्वारा जिस तरह से सख्त कदम उठाते हुए पारदर्शी ढंग से इस घटना की जांच करायी जा रही है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है, उससे विरोधी दलों के नेता बौखला कर जनता के बीच में भ्रम पैदा करने के लिए अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि माननीया मुख्यमंत्री जी का स्पष्ट निर्देश है कि कानून तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा न जाये, चाहे वह कितना बड़ा व्यक्ति क्यों न हो ?
बसपा प्रवक्ता ने कहा कि विरोधी दलों के नेताओं को धैर्यपूर्वक राज्य सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाही का इंतजार करना चाहिये। उन्होंने कहा कि अगले कुछ ही दिनों में इस घटना के मामले में सब कुछ स्वतः स्पष्ट हो जायेगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार किसी भी कीमत पर इस घटना के लिये जिम्मेदार लोगों को कतई बख्शने वाली नहीं है। ऐसे में विपक्षी दलों को निघासन मामले में अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना बंद करके अपनी ऊर्जा किसी अन्य अच्छे कार्य में लगानी चाहिये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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समूचे प्रदेश में हत्या, बलात्कार जैसे घटनाओं की बाढ़ आ गई है

Posted on 15 June 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही आज निघानसन दौरे पर हैं। लखीमपुर जनपद के निघासन, लखनऊ, बाराबंकी, मुरादाबाद की घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की धज्जियाॅं उड़ गई हैं। समूचे प्रदेश में हत्या, बलात्कार जैसे घटनाओं की बाढ़ आ गई है।  पुलिस, बसपा नेता कार्यकर्ता और गुंडों ने मिलकर कानून व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है। लखीमपुर काण्ड में सरकार पर तथ्यों को छिपाने का आरोप लगाते हुए श्री शाही ने मांग की कि सोनम हत्याकांड का तीसरा पोस्टमार्टम न्यायिक अधिकारियों देख-रेख में होना चाहिए। दूसरे पोस्टमार्टम से यह प्रमाणित हो गया है कि सरकार में बैठे लोगों ने प्रथम पोस्टमार्टम में तथ्यों को छिपाया। श्री शाही ने कहा कि सोनम की मां द्वारा दर्ज कराई गई अपनी एफआईआर में स्पष्ट रूप से सोनम के शरीर से रक्तश्राव की बात होने का आरोप लगाया है जो इस बात की पुष्टि करता है कि सोनम की बलात्कार के बाद हत्या की गई। सरकार के लिए इससे शर्म की और कोई बात नहीं हो सकती कि यह सब थाने के अन्दर घटित हो रहा है।

img_0178श्री शाही ने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार हो रही हत्याएं व बलात्कार की घटनाओं के आइने मेें कानून व्यवस्था का आंकलन करे।  उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री का पुलिस पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उनका कोई वश नहीं है। नैतिकता का तकाजा है कि सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल मुख्यमंत्री त्यागपत्र देकर कुर्सी छोड़े। सरकार में बैठे लोग आम जनता को लूट रहे हैं। पुलिश ने आम जनता का भरोसा तोड़ दिया है। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। लखनऊ में हुए सीएमओ हत्याकाण्ड तथा चश्मा व्यवसायी की हत्या ने लखनऊवासियों को भयक्रान्त कर दिया है। आज तक पुलिस प्रशासन के हाथ अपराधियों से नहीं पहुंच सके।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि सरकार का कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नही है। पुलिस अराजक हो गई है, जनता का विश्वास पुलिस से उठ गया है। लखीमपुर, बाराबंकी, मुरादाबाद, लखनऊ की घटनांए आइने की तरह सरकार की कानून व्यवस्था की स्थिति बयां कर रही हैं। श्री तिवारी ने कहा सरकार ने तनिक भी नैतिकता हो तो उसे त्यागपत्र देकर जनता के बीच विश्वास मत हासिल करने के लिए जाना चाहिए।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ निघासन जाने वाले प्रमुख नेताओं में विधायक एवं राष्ट्रीय महिला मोर्चा की मंत्री श्रीमती कृष्णाराज, प्रदेश मंत्री अनुपमा जायसवाल, संतोष सिंह, अवध क्षेत्र के अध्यक्ष सुभाष त्रिपाठी, शिक्षक प्रकोष्ठ के संयोजक डा0एमपी0सिंह, राघवेन्द्र सिंह, ज्ञान तिवारी, केन्द्रीय पंचायत प्रकोष्ठ के रामकृपाल सिंह, पूर्व मंत्री रामकुमार वर्मा, जिलाध्यक्ष लखीमपुर लोकेन्द्र प्रताप सिंह, महामंत्री विजय शुक्ला, अरविन्द गुप्ता, संजय सिंह, पूर्व सांसद प्रत्याशी अजय मिश्र उफ टेनी, विनोद मिश्र, डा0 मौनी वाजपेई प्रमुख हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बसपा सरकार से लोगों का भरोसा उठ गया है

Posted on 15 June 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष कलराज मिश्र ने कहा कि प्रदेश की बसपा सरकार से लोगों का भरोसा उठ गया है। राज्य की पुलिस निरंकुश हो गई। थाने में बलात्कार के बाद हत्या की जाती है। राज्य में सरकार विहीनता की स्थिति पैदा हो गई।

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक स्व. गणेश राजभर की चैथी पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में आज रामलीला मैदान कासिमाबाद गाजीपुर में स्व. गणेश राजभर के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए श्री मिश्र ने कहा कि आज हम ऐसे मनीषी की पुण्यतिथि मना रहे हैं जो राजनीति के क्षेत्र में लोगों के बीच में हमेशा आदर्श रहे। विजय शंकर राय एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख ओमप्रकाश अकेला ने स्व. गणेश राजभर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने पर श्री मिश्र ने कहा कि ये लोग पार्टी छोड़कर कहीं गये नहीं थे बल्कि सिर्फ भ्रमण पर निकले थे। आज पुनः घर वापस आने से पार्टी निश्चित रूप से अपने मिशन 2012 में सफल होगी।

उन्होंनेे कहा कि अन्ना हजारे और बाबा रामदेव को भ्रष्टाचार की लड़ाई लडने के लिए आगे आने पडा और उन्हें भाजपा का एजेण्ट बताया जा रहा । यह दुखद स्थिति है काला धन और भ्रष्टाचार का मुददा भाजपा हमेशा ही उठाती रही है। बसपा सरकार की आलोचना करते हुए श्री मिश्र ने इस सरकार को उखाड़ फेंकने का आवह्न किया। सपा, बसपा के लोग कांग्रेस को सर्मथन देकर उनके भ्रष्टाचार का समर्थन कर रहे हैं। जनता में कांग्रेस का विरोध करके उ0प्र0 की बसपा सरकार जनता को बेवकूफ बनाने का काम कर रही है।

सभा में मुख्य रूप से प्रदेश महामंत्री डा0 महेन्द्रनाथ पाण्डेय, देवेन्द्रनाथ पाण्डेय, शिवनाथ यादव, रामतेज पाण्डेय, बाबूलाल बलवन्त, उदय प्रताप सिंह, सिंहासन सिंह, प्रभुनाथ चैहान, वीरेन्द्र राय, रमेश सिंह, कृष्ण विहारी राय, दीपक लाल श्रीवास्तव, नरेन्द्र सिंह, गिरधारी सिंह, बालकृष्ण, प्रमोद राय, नन्दा राजभर, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बी0एस0पी0 की माननीया राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी ने मिर्चपुर के दलितों को न्याय दिलाने के लिए प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर ध्यान आकर्षित कराया

Posted on 15 June 2011 by admin

हरियाणा प्रदेश के मूल निवासी व राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री पी0एल0 पुनिया को हरियाणा के मिर्चपुर गांव में लम्बे अर्से से लगातार दलितों पर हो रहे अन्याय व अत्याचार क्यों नजर नहीं आ रहे?
विभिन्न राष्ट्रीय आयोग संवैधानिक मर्यादाओं को त्यागकर राजनैतिक दल के समान आचरण कर रहे हैं

बहुजन समाज पार्टी ने दबंगों के अत्याचार का शिकार हुए हरियाणा के मिर्चपुर गांव के दलितों की इंसाफ की मांग करने के दौरान पुलिस द्वारा बेरहमी से की गयी पिटाई की कड़े शब्दों में निन्दा की है। बी0एस0पी0 की माननीया राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी ने आज प्रधानमंत्री जी को इस सम्बन्ध में एक पत्र लिखकर उनसे मिर्चपुर के दलितों को न्याय दिलाने के लिए हरियाणा सरकार को निर्देशित करने की मांग की है। अपने पत्र में उन्होंने यह भी लिखा है कि उत्तर प्रदेश की छोटी-छोटी घटनाओं को लेकर सक्रिय रहने वाले विभिन्न राष्ट्रीय आयोग भी इस प्रकरण में अपने दायित्वों का समुचित निर्वहन नहीं कर रहे हैं।

बी0एस0पी0 प्रमुख ने अपने पत्र में 21 अप्रैल, 2010 को मिर्चपुर गांव में दलितों के विरूद्ध हुए अत्याचार व उत्पीड़न की गम्भीर घटना का उल्लेख करते हुए लिखा है कि इस घटना में दलित समुदाय के दो व्यक्तियों की मौत हो गयी थी और दलितों के घरों को जला दिया गया था।

बी0एस0पी0 के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए कहा कि यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा की कांग्रेस सरकार पिछले वर्ष अप्रैल माह मंे उत्पीड़न का शिकार हुए दलित वर्ग के लोगों को न्याय व सुरक्षा प्रदान करने के बजाए उन्हें पुलिस से पिटवाकर उनकी आवाज दबाना चाहती है। उन्होंने इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की चुप्पी को गम्भीरता से लेते हुए कहा है कि यह आश्चर्य की बात है कि हरियाणा प्रदेश के मूल निवासी व राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री पी0एल0 पुनिया को हरियाणा के मिर्चपुर गांव में लम्बे अर्से से लगातार दलितों पर हो रहे अन्याय व अत्याचार क्यों नजर नहीं आ रहे?

प्रवक्ता ने कहा कि उत्पीड़न का शिकार हुए मिर्चपुर के दलितों को मा0 न्यायालय द्वारा सहायता दिए जाने के आदेश पारित किए गए थे। इसके बावजूद जब पीड़ितों को वहां की सरकार द्वारा सहायता प्रदान नहीं की गयी, तो वे अपनी बात प्रशासन के सामने रखने के लिए कल जनपद हिसार के लघु सचिवालय पर गये थे, जहां उन्हें न्याय तो नहीं मिला, अलबत्ता वे हरियाणा पुलिस की लाठियों का शिकार अवश्य बन गये। हरियाणा पुलिस की बर्बरता का शिकार हुए लोगों में महिलाएं, वृद्ध व बच्चे भी शामिल थे।
प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के रवैये से ऐसा प्रतीत होता है कि वे एक राजनैतिक पार्टी के पदाधिकारी के तौर पर बर्ताव कर रहे हैं। यही कारण है कि उन्हें कांग्रेस शासित राज्यों में दलित वर्ग के लोगों के खिलाफ लगातार हो रहे अत्याचार व उत्पीड़न के मामले नजर नहीं आते, लेकिन गैर-कांग्रेस शासन वाले राज्यों, खासतौर पर उत्तर प्रदेश के सम्बन्ध में वे बेवजह सक्रिय हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि श्री पुनिया उत्तर प्रदेश में तो घूमते रहते हैं, लेकिन अन्य प्रदेशों और विशेष रूप से अपने गृह प्रदेश हरियाणा में बड़ी से बड़ी घटना हो जाने के बावजूद वे वहां जाने की जहमत नहीं उठाते। उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष से मांग की है कि वे मिर्चपुर गांव जाकर वहां के दलितों को न्याय व सुरक्षा सुलभ कराने के लिए हर सम्भव प्रयास करें, अन्यथा उन्हें इस पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग को भी हरियाणा की इस घटना का तत्काल संज्ञान लेकर सख्त कदम उठाने चाहिए थे। उन्होंने इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की भूमिका पर अफसोस जताते हुए कहा कि मिर्चपुर के दलित आज भी न्याय की आस लगाये बैठे हैं, परन्तु उनके आंसू पोछने वाला कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भट्टा परसौल प्रकरण को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग महिलाओं से दुव्र्यवहार का झूठा आरोप लगाकर कांग्रेस पार्टी के प्रति अपनी वफादारी साबित करने में लगा रहा, लेकिन हरियाणा के मिर्चपुर में दलित महिलाओं के साथ घटित घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग मौन है। उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि राष्ट्रीय महिला आयोग पार्टी विशेष के लिए कार्य कर रहा है।

पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी उत्तर प्रदेश के लगभग हर प्रकरण में जांच करने के लिए आ जाता है, लेकिन कांग्रेस शासित प्रदेशों के मानवाधिकार उल्लंघन की गम्भीर घटनाओं को पता नहीं क्यों नजर अंदाज कर देता है। इस सम्बन्ध में मुम्बई में दिन-दहाड़े अंजाम दी गयी एक वरिष्ठ पत्रकार की हत्या की घटना का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार द्वारा इस घटना की जिस प्रकार विवेचना करायी जा रही है, उससे वहां के पत्रकार असंतुष्ट हैं। इसके बावजूद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग इस मामले में चुप्पी साधे है।

बी0एस0पी0 प्रवक्ता ने कहा कि राज्य की छोटी-छोटी घटनाओं को लेकर विभिन्न राष्ट्रीय आयोगों द्वारा दिखायी जाने वाली अनावश्यक रूचि के विपरीत दिल्ली सहित अन्य कांग्रेस शासित राज्यों में हो रहे ऐसे अपराधों का संज्ञान इन आयोगों द्वारा नहीं लिया जाता है। इससे यह बात पूरी तरह साबित हो जाती है कि विभिन्न राष्ट्रीय आयोग संवैधानिक मर्यादाओं को त्यागकर राजनैतिक दल के समान आचरण कर रहे हैं।

प्रवक्ता ने कहा कि एक आपराधिक वारदात को लेकर राज्य की बी0एस0पी0 सरकार द्वारा की गयी प्रभावी कार्यवाही के बावजूद केन्द्रीय गृह मंत्री से इस सम्बन्ध में मुलाकात करने की बात कहने वाली केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णा तीरथ भी मिर्चपुर की घटना को लेकर मौन धारण किए हुए हैं। इसी के साथ श्रीमती तीरथ को लोगों को यह भी बताना चाहिए कि क्या उन्होंने दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ आए-दिन हो रहे बलात्कार के मामलों का संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित दिल्ली राज्य की पुलिस केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है। ऐसी स्थिति में श्रीमती तीरथ को चाहिए कि वे केन्द्रीय गृह मंत्री से मिलकर दिल्ली में ऐसी घटनाआंे की प्रभावी रोकथाम के लिए वहां की पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश दिलायें, क्योंकि वहां की महिलाएं ऐसी घटनाओं के चलते अपने को बेहद असुरक्षित महसूस कर रही हैं।

प्रवक्ता ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि कांग्रेस शासित दिल्ली में महिलाओं के साथ बलात्कार का दर 2.6 प्रतिशत, हरियाणा में 2.5 प्रतिशत तथा राजस्थान में 2.3 प्रतिशत है, जबकि देश का औसत बलात्कार दर 1.8 प्रतिशत है। इसके विपरीत उत्तर प्रदेश में बलात्कार का अपराध दर दिल्ली सरकार एवं पूरे भारत के औसत से भी कम 0.9 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में दिल्ली में 1975 तथा वर्ष 2010 में 2201 महिलाओं के विरुद्ध अपराध हुए। 24 नवम्बर, 2010 को बी0पी0ओ0 में काम करने वाली महिला के साथ बलात्कार, इसके कुछ दिन बाद सुल्तानपुरी क्षेत्र में नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार जैसे कई अपराध दिल्ली में हुईं, लेकिन केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री सहित राष्ट्रीय आयोगों ने इन घटनाओं के प्रति कोई संवेदनशीलता प्रदर्शित नहीं की और न ही दिल्ली की राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया।

पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि बी0एस0पी0 मिर्चपुर गांव के दलितों को पूरी सुरक्षा प्रदान करने की पुरजोर मांग लगातार करती रही है, लेकिन हरियाणा की कांग्रेस सरकार ने वहां के दलितों की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया है। यही कारण है कि यह लोग आज भी भय और आतंक के माहौल में रहने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि दलितों, महिलाओं, बुजुर्गाें और बच्चों के हितों के नाम पर आए दिन मीडिया में बयानबाजी करने वाले लोगों को चाहिए कि वे देश की राजधानी से महज 150 किलोमीटर की दूरी पर रह रहे इन दलितों को न्याय दिलायें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Opposition’s statements on Nighasan incident motivated by politics

Posted on 15 June 2011 by admin

Opposition parties trying to malign State Government’s image even though stringent action initiated against culprits
Various National Commission’s should maintain their dignity
Doctors submitting false first post-mortem report suspended,action initiated against them

The Spokesman of Bahujan Samaj Party has said that the statements being issued by the opposition parties over the Nighasan incident were motivated by politics. He said that the truth is that since it is an election year, therefore opposition parties were trying to malign the image of the State Government. The spokesman pointed out that the State Government had already taken stringent action in this regard. He alleged that the National Human Rights Commission and National Commission for Women were also aligning with the opposition parties in their mischievous crusade.

Reacting over the statement of the Union Minister for Women and Child Development Mrs. Krishna Tirath, the Spokesman said that instead of meeting the Union Home Minister over this issue, she should meet him regarding various incidents of crime against women taking place in the Congress ruled state like Delhi.  He said that so many incidents of violence against women were happening in Delhi that it would be apt to call it country’s rape capital. Therefore, Mrs. Tirath had no right to advise the Hon’ble Chief Minister ji, he added. He said that in fact Mrs. Tirath should resign as she had failed to put a check on such incidents taking place in Delhi just under the nose of Central Government.

The Party Spokesman said that as soon as the Hon’ble Chief Minister ji came to know about the Nighasan incident, she summoned a meeting of senior officers and inquired about the whole incident. She directed them to investigate the matter thoroughly and take punitive action against the guilty.

The Hon’ble Chief Minister ji had directed the officers to get the incident investigated by CB-CID and submit report within a week. The investigative agency has already begun its work. Besides, she had also ordered re-post-mortem of the deceased through a team not belonging to the district and which also had a woman member compulsorily. Complying with this order a second post-mortem of the deceased was conducted today. Its report indicated that the deceased was murdered and it was not a case of suicide. Therefore, the doctors, who had submitted false report of the first autopsy, have been suspended immediately and action had also been initiated against them. Besides, one inspector and two constables have been arrested for destroying evidence and have been sent to jail after registering case against them. On the directives of the Hon’ble Chief Minister ji, the Divisional Commissioner of Lucknow Mr. Prashant Trivedi and Zonal IG Mr. Subesh Kumar were camping at the place of incident since yesterday night. The SP Lakhimpur-Kheri has been transferred and new SP Mr. Amit Chandra has been posted there.

The Spokesman said that even though the Hon’ble Chief Minister ji takes quick action in such incidents, yet the opposition parties start issuing baseless statements to gain political mileage. Several national commissions unnecessarily echo these statements, he pointed out. The National Commission for Women, National Human Rights Commission and National Commission for Scheduled Caste become hysteric about incidents that occur in Uttar Pradesh and start issuing useless statements. These institutions keep mum when such incidents occur in Congress ruled states, he pointed out.

The Party Spokesman said that the people now knew about the tactics of these commissions. He said that the data indicate that the rate of rape was higher in Congress ruled states, while the rate of rape in Uttar Pradesh was less than the national rate of rape. Referring to the rape of a woman working in BPO which occurred on 24 November 2010 and another rape incident that occurred in Sultanpuri area of Delhi, the Spokesman pointed out that these incidents took place in the capital of the country. But, the Union Woman Minister did not show any sensitivity in this regard, nor the Delhi Government was put in the dock. The Central Government was also spared, while it was responsible for the law and order of Delhi the spokesman pointed out.

The BSP Spokesman said that the recent incident that occurred at Ramlila Maidan, in which several innocent women, children and old people sleeping peacefully were brutally harassed and suppressive action was taken against them, was witnessed by the entire nation on T.V. and the Hon’ble Supreme Court took suo-moto cognisance of the incident and sent notice to the concerning people, but the NCW and NHRC did not give any reaction in this regard. Besides, the NCSC also kept mum.

The Spokesman sought to know if it was not a case of partiality. He said that three women were raped for ten days in the Ambala, State of Haryana, which is ruled by Congress and the NCW and other central commissions chose to keep mum in this regard. The Spokesman pointed out that the women and other weaker sections were not secure in the State of Haryana, which is an adjoining state of Delhi.  He said that several cases of harassment of dalits took place in the Congress ruled states, but the central commissions did not do anything and kept mum as well.

Referring to the Randhesar incident that occurred in Congress ruled State of Rajasthan, the Spokesman said that the village Panchayat had imposed fine on dalits for drinking water from a public tap.  He said that, similarly, there was a tradition in Karnataka, which is ruled by BJP, in which the dalits lay on the used (eaten) pattals. He said that the NCSC and the NHRC turn a blind eye on such incidents. But, when even a minor incident occurs in U.P., the same opposition parties and commissions try to indulge in petty politics over these incidents.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Opposition’s insistence on rape of Nighasan victim, injustice towards victim and her family as both post-mortem reports did not suggest rape

Posted on 15 June 2011 by admin

CB-CID earlier solved several cases impartially, Sheelu case of Banda was investigated by CB-CID recently

State Government has already taken stringent action to punish culprits, Government committed to punish guilty

The Spokesman of Bahujan Samaj Party has termed the allegation of rape of the Nighasan victim levelled by senior leaders of opposition parties as unfortunate and baseless. He pointed out that the State Government had already taken punitive action in this case and was committed to take severe punishment against the guilty. The Party Spokesman said that as soon as the Hon’ble Chief Minister ji came to know about the incident, she directed the senior officers to investigate the case thoroughly and take severe action against the guilty. He said that in consonance with the orders of the Hon’ble Chief Minister ji second autopsy was conducted of the victim by sending a team from Lucknow HQ. It had one woman member as well.

The Spokesman said that the second autopsy confirmed that the victim was murdered and it was not a case of suicide. The rape was not confirmed, he added. Yet, the senior leader of Congress Mr. Digvijay Singh, who was himself Chief Minister of Madhya Pradesh twice and Mr. Azam Khan who himself was a senior minister in S.P. Government, had been repeatedly alleging rape of the victim which was irresponsible behaviour on their part. He said that these opposition leaders should have confirmed facts before making any statement. He said that it was clear that they were trying to take political mileage of the issue.

The BSP Spokesman said that one inspector and two constables had been arrested for destroying evidence and had been sent to jail after registering case against them. All the three doctors, who had submitted false report of the first autopsy, have already been suspended and action had also been initiated against them. The SP Lakhimpur-Kheri had also been transferred. The incident was being investigated by CB-CID and its report would be submitted at the earliest.

The Party Spokesman pointed out that the decision of the State Government to get this case investigated by CB-CID and its integrity should not be questioned. He said that the Sheelu case of Banda had been solved by the same agency and it had proven wrong the allegations of the opposition parties at that time.

The Spokesman said that the truth is that the tough measures taken by the Hon’ble Chief Minister ji in this case and the transparent way of investigation and punitive action taken against the guilty had unnerved the opposition parties. Now, they were trying to create confusion among the people. The Spokesman reminded that the Hon’ble Chief Minister ji had given explicit orders to the senior officers to ensure that nobody violated law no matter whosoever he was.

The BSP Spokesman suggested that the opposition leaders should wait patiently and let the State Government’s action complete. He said that in next few days all facts would be cleared. He assured that the culprits would not be spared.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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छो पक्षो में खूनी संघर्ष एक की मौत, दो गिरफ्तार

Posted on 15 June 2011 by admin

थाना पीपरपुर अन्तर्गत गाॅव कतकौली में  ग्राम प्रधानी के चुनावी रंजिस में बीती रात दो पक्षों में  मारपीट व गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी तथा कई लोग घायल हो गये। घायलों का इलाज जिला अस्पताल मंे चल रहा है।  पुलिस ने मृतक के परिवार की तरफ से दी गयी तहरीर के आधार पर यशोदा नन्दन, लक्ष्मी नारायण, देवकी नन्दन, ताल्लुकेदार, तथा  पूर्व प्रधान दुर्गेश कुमार शुक्ला केा नामजद करते हुए धारा  302,307,504,506 में मुकदमा पंजीकृत कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

उक्त मामला सोमवार को सायं 7 बजे  के आस-पास उस समय भयंकर रूप धारण कर लिया जब दोनों पक्षों के बच्चों के बीच पुरानी बातों को लेकर कहा सुनी हो गयी। बात इतनी बढ़ी कि नौबत गाली गलौज ,मारपीट  के साथ एक दूसरे के ऊपर हमला कर गोली चला दी। गोली लगने से सुरेन्द्र यादव की घटना स्थल पर मौत हो गयी तथा धर्मेन्द्र यादव, राजेन्द्र यादव व प्रमिला यादव भी  गंम्भीर रूप से घायल हो गये। सूत्रों से ज्ञात हुआ  है कि  उक्त घटना चुनावी रंजिस को लेकर हुई है वहीं गाॅव में चर्चा है कि घटना में नामजद हुए लोगों में से  पूर्व प्रधान रहे दुर्गेश शुक्ल का नाम रंजिशन डाला गया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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एसपी साहब का आदेश, देनी होगी शिकायत की रसीद

Posted on 15 June 2011 by admin

जिले का कोई भी थाना कोतवाली अब शिकायत कर्ता को बैंरग वापस नहीं कर पाएगा। शिकायत आने पर उसकी रिपोर्ट दर्ज करने के बाद हर शिकायत कर्ता को एक रसीद देनी होगी। रसीद पर बाकायद तिथि क्रंमाक जांच अधिकारी का नाम दर्ज होगा। यदि निस्तारण नहीं हुआ तो शिकायत कर्ता इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा सकता है। एसपी लवकुमार ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति की जा चुकी है। स्वयं जिलाधिकारी महोदय उनके साथ मैं स्वयं तथा अन्य आला अधिकारी थाना दिवस पर भ्रमण करते रहेगे। इससे किसी भी शिकायत को एक सप्ताह या ज्यादा से ज्यादा एक पखवारा निर्धारित किया गया है। अब रसीद व्यवस्था से थाना की जवाबदेही बन गई है। जिससे थानाध्यक्ष को टालना संभव नहीं होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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मनरेगा के कार्यान्वयन में प्रशासनिक लापरवाही गरीबों पर पड़ेगी भारी

Posted on 15 June 2011 by admin

मनरेगा के कार्यान्वयन में प्रशासनिक लापरवाही आखिरकार गांव के गरीबों पर भारी पड़ गई। बजट का निर्दिष्टि उपभोग नहीं हो पाने के कारण शासन ने जिले की 135 पंचायतों का बजट रोक दिया है।

वित्तीय वर्ष 2011-12 के लिए जिले 60.45 लाख मानव दिवस के सृजन के लिए 128.35 करोड़ का बजट मिलना है। केंद्र से पैसा मिलने के बाद शासन ने 30 जून तक के लिए पहली किस्त में 11.84 करोड़ रुपये 787 ग्राम पंचायतों के खातों में भेज दिए हैं। जबकि पिछले साल इसी योजना के तहत 135 ग्राम पंचायतों के खातों में 14.04 करोड़ रुपया बकाया होने के कारण कोई बजट नहीं दिया गया है। 31 मई तक 333167 मानव दिवस सृजित हो चुके हैं।

सीडीओ मुरली मनोहर लाल ने बताया कि मनरेगा के तहत हमें बजट की पहली किस्त मिल चुकी है। जिन ग्राम पंचायतों ने 60 प्रतिशत से कम उपभोग किया था उनके खातों में पैसा नहीं भेजा गया है। 30 जून तक शत प्रतिशत उपभोग व एमआईएस फीडिंग के बाद हमें दूसरी किस्त मिल जाएगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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महिला सहित दो की संदिग्धावस्था में मौत

Posted on 15 June 2011 by admin

एक महिला समेत दो लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मौतों की गांव में चर्चाएं हैं।

जनपद के थाना खुटार भटनौसा कजरी निवासी 26 वर्षीय राजू सिंह की सुबह संदिग्धावस्था में मौत हो गयी। परिजनों के अनुसार उसकी मौत हार्टअटैक से हुई है। बताया जाता है कि राजू की शादी चार वर्ष पूर्व हुई थी। उसकी एक तीन वर्ष की पुत्री भी है। ग्रामीणों के मुताबिक उसकी पत्नी ने आज भोर उससे खुद को गुरुद्वारे ले जाने की जिद की। उसने गुरुद्वारे जाने से मना कर दिया। इसी कारण पति-पत्नी में विवाद हो गया। चर्चा है कि गुस्से में आकर उसने आत्महत्या कर ली। उसके ताऊ तारा सिंह के लड़के ने भी कुछ वर्ष पूर्व सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली थी।

थाना परौर के गांव हरद्वारा निवासी ओमेन्द्र की पत्नी 32 वर्षीय पूजा ने एक कमरे में धोती से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताते हैं कि किसी बात को लेकर उसकी सास से कहासुनी हो गई थी। उधर परिजनों का कहना है कि पूजा की बीमारी से मौत हुई है। पुलिस के अनुसार थाने में कोई सूचना नहीं है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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