Archive | June 25th, 2011

माननीया मुख्यमंत्री जी ने मुजफ्फरनगर की घटना में विधायक श्री शहनवाज राणा का नाम जुड़ने के कारण उन्हें पार्टी सदस्यता से निलम्बित किया

Posted on 25 June 2011 by admin

  • श्री राणा को पार्टी के किसी कार्यक्रम में बुलाने और सम्मिलित होने पर रोक
  • घटना की जांच के लिए एस0टी0एफ0 को निर्देशित किया गया
  • माननीया मुख्यमंत्री जी ने हमेशा महिलाओं के विरूद्ध अत्याचार की घटनाओं के मामलों में कड़ा रूख अपनाया

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी ने मुजफ्फरनगर की घटना में बिजनौर के विधायक श्री शहनवाज राणा का नाम जुड़ जाने के कारण उन्हें पार्टी सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। उन्होंने यह निर्देश भी दिए हैं कि भविष्य में श्री राणा को पार्टी के किसी कार्यक्रम में न तो बुलाया जाए और न ही सम्मिलित किया जाए।

प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह श्री कुंवर फतेह बहादुर ने आज यहां एनेक्सी स्थित मीडिया सेन्टर में पत्रकारों से वार्ता के दौरान यह जानकारी देते हुए कहा कि घटना की जांच के लिए एस0टी0एफ0 को निर्देशित किया गया है, ताकि दोषियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि 22 जून, 2011 को श्री गौरव जैन निवासी शाहदरा, दिल्ली द्वारा थाना सिविल लाइन, जनपद मुजफ्फर नगर में तहरीर देकर बताया गया कि 21/22 जून की रात में लगभग 01ः00 बजे मुजफ्फरपुर नगर बाईपास स्थित हिमालयान फिलिंग स्टेशन पेट्रोल पम्प पर उनके तथा उनकी महिला मित्रों के साथ कुछ लोगों द्वारा छेड़खानी तथा अभद्रता की गयी तथा महिला मित्रों के साथ दुराचार का प्रयास किया गया।

श्री जैन द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर 22 जून, 2011 को थाना सिविल लाइन, जनपद मुजफ्फर नगर में आई0पी0सी0 की धारा 377/2011 धारा-364/376/511/342/395/397/323/504/506 में एफ0आई0आर0 दर्ज कर विवेचना प्रारम्भ की गयी। विवेचना से इस घटना में शामिल दिलशाद पुत्र महमूद, मसरूर अहमद पुत्र ममनून अली, रागिब पुत्र शाहिद का नाम आने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। घटना में प्रयुक्त एक मारूती वैगन-आर कार नम्बर-एच0 आर0-26ए0ई0-0489 सिल्वर कलर की भी बरामद की गयी। इसके अलावा श्री दिलशाद के कब्जे से उसकी लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद की गयी।

प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि विवेचना से प्रकाश में आया कि घटना में जिन सुरक्षा कर्मियों की संलिप्तता पायी गयी है, वे मा0 विधायक, बिजनौर श्री शाहनवाज राणा एवं उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष, मुजफ्फरनगर श्रीमती इन्तखाब राणा के सुरक्षा कर्मी हैं। इसके साथ ही इस घटना के लिए जिन अन्य लोगांे केे ऊपर आरोप लग रहे हैं और घटना में जो गाड़ी प्रयुक्त की गयी है, वह भी इन्हीं से सम्बन्धित है। उन्होंने बताया कि इनके सुरक्षा कर्मी हेड कान्सटेबल श्री नरेन्द्र कुमार खोखर एवं कान्सटेबल श्री जर्रार हुसैन को निलम्बित कर हिरासत में ले लिया गया है।

प्रमुख सचिव ने बताया कि माननीया मुख्यमंत्री जी ने कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करके प्रदेश में भयमुक्त, भ्रष्टाचारमुक्त, अपराधमुक्त, अन्यायमुक्त तथा विकासयुक्त वातावरण बनाये जाने पर हमेशा बल दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों के जंगलराज को खत्म करने के लिए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए तथा अनेक कड़े कदम भी उठाये, ताकि प्रदेश में अमन-चैन कायम हो सके। इसी क्रम में राज्य सरकार द्वारा खूंखार अपराधियों, गुण्डों व माफियाओं पर लगातार शिकंजा कसा गया और उनके विरूद्ध कानून सम्मत सख्त से सख्त कार्यवाही की गयी।

प्रमुख सचिव ने बताया कि माननीया मुख्यमंत्री जी ने अपनी पार्टी संगठन के पदाधिकारियों, विधायकों, सांसदों व मंत्रियों को हमेशा हिदायत दी कि पूर्व की सरकारों के शासनकाल में उनके सांसदों, विधायकों, मंत्रियों तथा पार्टी पदाधिकारियों द्वारा जो आचरण किया जाता रहा था। उस प्रकार का आचरण उनकी पार्टी के लोगों द्वारा कतई नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां-जहां उन्हें बी0एस0पी0 के पदाधिकारियों, विधायकों, सांसदों व मंत्रियों द्वारा गड़बड़ी किए जाने या कानून तोड़ने की शिकायतें मिली, ऐसे सभी मामलों में माननीया मुख्यमंत्री जी द्वारा सख्त कार्यवाही की गयी। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर का यह प्रकरण अत्यन्त गम्भीर है क्योंकि माननीया मुख्यमंत्री जी ने हमेशा महिलाओं के विरूद्ध अत्याचार की घटनाओं अथवा उनके शोषण के मामलो को लेकर कड़ा रूख अपनाया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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एंटीबायोटिक दवाओं की उपलब्धता पर अनुसूची एच एक्स भ्ग् के गंभीर प्रभाव होंगे-जे.एस. शिंदे, अध्यक्ष, एआईओसीडी

Posted on 25 June 2011 by admin

ड्रग एंड काॅस्मेटिक्स रूल्स 1945 में संशोधन के लिए भारत सरकार का हाल का कदम और एंटीबायोटिक्स के दुरूप्रयोग से संबंधित अनुसूची 0 को शामिल किया जाना, किसी उद्देश्य की पूर्ति करने के बजाय 65 फीसदी ग्रामीण और शहरी जनसंख्या के लिए एंटीबायोटिक दवाओं की उपलब्धता को गंभीर प्रभावित करेगा।

एंटीबायोटिक और दूसरी दवाओं का दुरूपयोग रोकने के लिए सरकार के कदम और पहल का एआईओसीडी में हम स्वागत करते हैं। चूंकि हम भारत के कोने-कोने में दवाओं के वितरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, इसलिए अनुसूची भ्ग्, को लागू करने और क्रियान्वयन को लेकर हम अत्यधिक सरोकार रखते हैं।

अनुसूची भ्ग्, ‘सुपर बग’ की खबरों के आलोक में एंटीबायोटिक्स के दुरूपयोग को रोकने के लिए बनाई गई है। सरकार ने मुख्य कारक को किनारे करते हुए आसान शिकार के रूप में ‘केमिस्ट’ को दायरे में लिया है।

भारत में केमिस्टों की अखिल भारतीय संस्था आॅल इंडिया आॅर्गनाइजेशन आॅफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट (एआईओसीडी) ने इस मसले को भारत सरकार के समक्ष उठाया और भारत के माननीय राष्ट्रपति, भारत के माननीय प्रधानमंत्री, माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद, भारत के औषधि महानिरीक्षक, सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य संबंधित पक्षो को ज्ञापन सौंपा है।

अनुसूची के दो भाग हैंः भाग ए में 16 एंटीबायोटिक दवाएं शामिल की गई हैं। ये दवाएं, दवा निर्माताओं द्वारा सीधे क्षेत्रीय परिचर्या अस्पतालों को सीधे बेची जानी चाहिए। भाग बी में 74 दवाएं और फार्मूले हैं जो रजिस्टर्ड मेडिकल प्रेक्टिशनर के नुस्खे (प्रतिलिपि सहित) पर केमिस्ट द्वारा बेची जा सकती हैं और नुस्खे की एक प्रति केमिस्ट को आगामी 2 वर्षों तक अपने पास रखनी होगी।

एआईओसीडी का मानना है कि इस अधिसूचना को बनाते समय सरकार ने अनेक वास्तविक मसलोें को दरकिनार कर दिया है, जैसे कि ग्रामीण और सूक्ष्म ग्रामीण क्षेत्रों में रजिस्टर्ड मेडिकल प्रेक्टिशनर्स की उपलब्धता, निर्धन जनता की वित्तीय स्थितियां, अनुसूची के का व्यापक उल्लंघन, सरकारी अस्पतालों में दवाओं की नियमित उपलब्धता और अपेक्षाएं पूरी करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता से जुड़े मसले, इत्यादि। साथ ही, अधिसूचना पर विचार करने से पूर्व दिशानिर्देशों को निर्दिष्ट किया जाना, शिक्षा और जनजागरूकता इत्यादि कदम नहीं उठाए गए हैं जो कि सबसे महत्त्वपूर्ण कारक हैं।

भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में, भारत की माननीय राष्ट्रपति जी ने भी मेडिकल काउंसिल आॅफ इंडिया के समक्ष अपने भाषण में कहा कि हमारे देश में डाॅक्टरों की संख्या अपर्याप्त है और ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य के लिए डाॅक्टर तैयार नहीं हैं, और ऐसी ही समस्याओं का अवलोकन माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा शुभासाक्षी मामले में किया गया।

देश में मौजूद स्वास्थ्य सेवाओं के वर्तमान परिदृश्य के व्यावहारिक पहलुओं पर विचार करते हुए, हम अनुभव करते हैं कि नई अनुसूची भ्ग्, को लागू किया जाना, स्वास्थ्य सेवाओं को और विशेषकर देश के ग्रामीण व सूक्ष्म दूरस्थ

इलाकों में प्रभावित करेगा। यह आम जनता के क्षेत्रों में रजिस्टर्ड मेडिकल प्रेक्टिशनर्स (एमबीबीएस/एमडी/एमएस/इत्यादि) की अनुपलब्धता के नाते उनका जीवन संकट में डाल सकता है और हर बार उनकी सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए दौड़कर नगर आने लायक पर्याप्त पैसा उनके पास नहीं भी हो सकता है।

नुस्खे की प्रति रखने और बिना प्रतिलिपि नुस्खे पर दवाएं न देने से देश में कानून व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है, जिससे अंततः उल्लंघन की घटनाओं को बढ़ावा मिलेगा और इन सूचीबद्ध दवाओं की उपलब्धता में अनैतिक तत्व सक्रिय हो सकते हैं। दूसरी ओर, आरएमपी के लिए दवाओं की खरीद और मरीजों में बांटने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इससे देश के नागरिकों को प्रदत्त मूलभूत अधिकारों का बुनियादी उल्लंघन हो सकता है क्योंकि इसके द्वारा लोगों के बीच कानूनी भेदभाव किया जाएगा और सुधार का मूलभूत उद्देश्य भी खत्म हो जाता है। अपरिहार्य परिस्थितियों में केमिस्ट द्वारा यह कानून तोड़ने पर भी उसे इस कृत्य के लिए 20000 रूपए तक जुर्माना और/या 2 साल तक जेल का दण्ड भोगना पड़ सकता है।

एआईओसीडी का दृष्टिकोण है कि ऐसा होने पर लोगों के लिए कोई आसानी बनने के बजाय बड़े पैमाने पर समस्याएं उत्पन्न होंगी, जिनसे दूर-दराज और अति दूर-दराज के लोग अधिक प्रभावित होंगे। सरकार से एआईओसीडी अनुरोध करता है कि प्रस्तुत ज्ञापन पर गहन विचार करते हुए डी एंड सी नियमों में ऐसे कोई बदलाव, जो अंततः बड़े पैमाने पर सामान्य जनता के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकते हैं, करने से पहले पुनर्विचार करें।

एआईओसीडी के अध्यक्ष श्री जे.एस. शिंदे ने यह भी कहा कि यदि केन्द्र सरकार द्वारा हमारे अनुरोध पर ध्यान न दिया गया तो इससे देश के 7.5 लाख केमिस्टों की आजीविका प्रभावित होगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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नोमाक्र्स ने नीम फेस वॉश पेश किया

Posted on 25 June 2011 by admin

- संवेदनशील और मुंहासे वाली त्वचा के लिए राहतकारी क्रीम -

मौजूदा गर्मियों में चिलचिलाती धूप आपकी खूबसूरती को नुकसान नहीं पहुंचाएगी। ओजोन आयुर्वेदिक्स ने नोमाक्र्स नीम फेस वॉश को पेश किया है जो त्वचा को अत्यधिक तैलीय बनने से रोकती है और बार-बार मुंहासे निकलने की समस्या से भी निजात दिलाती है।
नियमित रूप से धूल, प्रदूषण और गर्मी की चपेट में रहने से त्वचा अत्यधिक तैलीय हो जाती है जिससे इस पर मुंहासे, दाने और सफेद एवं काले निशान पड़ जाते हैं।
नोमाक्र्स नीम फेस वाॅष जैविक तत्वों से परिपूर्ण है जो त्वचा को अत्यधिक तैलीय होने से बचाता है और त्वचा की जड़ में जमी गंदगी को दूर करता है और तेज धूप से त्वचा पर पड़ने वाले दाग धब्बों से बचाता है। यह फेस वाॅष खासकर मुंहासे वाली त्वचा को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है।

नीम, नींबू और लौंग के गुणों से भरपूर नोमाक्र्स नीम फेस वाॅष का नियमित इस्तेमाल त्वचा को स्वच्छ, स्वस्थ एवं चमकदार बनाता है। इसका इस्तेमाल करें और कुछ ही मिनटों में अपेक्षित परिणाम सामने आ जाएगा।

कीमत- 45 रुपये
उपलब्धताः पूरे भारत में

ओजोन समूह के बारे मेंः
ओजोन समूह चार प्रमुख खंडों में कारोबार करता है। ये खंड हैं - ‘ओजोन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड’ एंटीबायोटिक, एंटीफंगल, न्यूट्रीषनल, एंटी-इफेक्टिव, एंजियोलिटिक्स, एनएसएआईडी और कार्डिएक एवं डायबेटिक सेगमेंटों की दवाओं पर केंद्रित है। ‘ओजोन आयुर्वेदिक्स कंज्यूमर हेल्थकेयर’ स्किनकेयर के व्यवसाय में सक्रिय है और नोमाक्र्स एवं ओजोन रेंज, चैथा डाइमेनसन मीडिया प्राइवेट लिमिटेड समूह का नया उद्यम है और यह स्वास्थ्य एवं लाइफस्टाइल पत्रिका फोर्थ डी वेलबीइंग के प्रकाषन और ओजोन मिषन से संबद्ध है जिसका मानना है कि लोग समाज का अंदरूनी हिस्सा हैं और एक कंपनी के तौर पर काॅरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी पहलों के जरिये उनका ध्यान रखना हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है।

आजोन आयुर्वेदिक्स के बारे मेंः
ओजोन समूह की प्रमुख कंपनी आजोन आयुर्वेदिक्स ने वर्श 2001 में नोमाक्र्स को लाॅन्च किया। नोमाक्र्स न सिर्फ माक्र्स रिमूवल क्रीम्स की श्रेणी में षामिल है बल्कि इसे कई वर्शों से मोस्ट ट्रस्टेड टाॅप 10 स्किन केयर ब्रांड एंड मोस्ट प्रीफर्ड ब्रांड का दर्जा भी हासिल है।

एक दषक पहले मार्क रिमूवल श्रेणी में षामिल होने वाले ‘नोमाक्र्स’ ब्रांड ने प्राॅब्लम साॅल्युषन ब्रांड से डेली केयर ब्रांड तक का अपना सफर सफलतापूर्वक पूरा किया है। एज स्पेषिफिक स्किन केयर काॅनसेप्ट के ताजा लाॅन्च के साथ नोमाक्र्स ‘एज स्पेषिफिक स्किन केयर रेंज आॅफ प्रोडक्ट्स’ के साथ भारत का नंबर वन ब्रांड बन गया है।

कंपनी के घरेल आॅर्गेनिक हर्ब फार्म में प्रमुख गुणवत्ता उपायों में एक महत्वपूर्ण बैकवार्ड इंटिग्रेषन रणनीति षामिल है जो ओजोन को विषेश रूप से अनिवार्य आॅर्गेनिक तत्वों के विकास में सक्षम बनाती है और सुनिष्चित करती है कि वे गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए उपयुक्त हैं।

नोमाक्र्स दक्षिण पूर्व एषिया, जीसीसी देषों, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के कई देषों में उपलब्ध है। ओजोन समाज की बेहतरी के लिए लगातार काम कर रही है, क्योंकि यह इस उक्ति में विष्वास रखती है कि ‘जीवन अनमोल है’।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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जेल के डाॅ0 साहब का घेराव भाग कर गये पुलिस चैकी जान बचाई

Posted on 25 June 2011 by admin

जिला करागार के डा. शमशुल हक को जेल के मुलाकातीयों की भिड़ ने घेर लिया। डा. साहब ने किसी प्रकार पास ही बनी पुलिस की चैकी पर जाकर जान बचाई। जिस मेें डा. साहब की लापरवाही से सजा याफ्ता कैदी की मृत्यु का होना बताया जाता हैं। इस संबंध में मृतक के परिजनों का कहना है कि घटना घटित होने के पहले मृतक कैदी दवा लेने जेल के चिकित्सक के पास गया था। उसके सीने मंे दर्द था। पर डाक्टर ने उसे भगा दिया। यह बात पैरोल पर आए उसके पुत्र ने बताई। कुछ और बंदियों के परिजन वहां पर मौजूद थे। सभी ने शिकायत स्वरूप डाक्टर साहब के विषय मंे बताया। घेराव में घिरे डाक्टर साहब चैकी के अंदर बैठे रहे। कोतवाली पुलिस जानकारी मिलने पर डा. साहब को सीएमओें कार्यालय ले गई। घटना के संबंध में जेल अधीक्षक संतलाल ने पूरे मामलें की जांच का आश्वासन दे रहे है इस बावत डाक्टर साहब का कहना है जब वह जेल जा रहे थे अपनी ड्यूटी करने के लिए तो बेनीगंज के हृदय के शिकार सालिंगराम के परिजन जेल में बंद सालिंगराम की पत्नी मुन्नीदेवी और मुकेश के साथ परिजन सालिंगराम की अंतिम क्रिया हेतु जो पैरोल पर साढ़े चार घंटे की छुट्टी पर गए थे इन लोगों ने सीने के दर्द समुचित चिकित्सा न उपलब्ध करने पर मौत का कारण बताया। सभी संबंधी आक्रोशित होकर डा. साहब का घेराव किया। जब कि डाक्टर साहब इन ओरापों का पूरी तरह से खंडन कर रहे है जेल बंदी कासिमपुर थाना के एक बंदी ने बताया कि दवाई मांगने पर हमारी (पुतान सिंह) की पिटाई। क्योकिं पुतान सिंह वह आरोपी है जो डाक्टर साहब की रिश्तेदार की हत्या का आरोपी बना। कैदी पुतान सिंह सहित दर्जनों मामलों में मुलाकातियों ने कुछ न कुछ आरोप लगाए। कुछ का तो जेल अधीक्षक संतराम जानकारी होना स्वीकार कर रहे है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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