राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ मिशन का
गठन जनपद के सभी नागरिकों विशेषतः निर्धन वर्ग तथा स्वास्थ्य सुविधाओं से
वंचित वर्ग को सुलभ, प्रभावी, गुणवत्तापूरक तथा विश्वसनीय स्वास्थ्य
सेवायें प्रदान करने लिए किया गया है। मिशन के लक्ष्य के अन्तर्गत शिशु
मृत्यु दर एवं मातृ मृत्यु अनुपात को वर्ष 2012 तक वर्तमान स्तर मातृ दर
एवं मातृ 517 प्रति लाख जीवित जन्म से घटाकर 258 प्रति लाख जीवित जन्म तथा
वर्तमान शिशु मृत्यु 71 प्रति हजार जीवित जन्म से घटाकर 36 प्रति हजार
जीवित जन्म पर लाना है। इस लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए चिकित्सा
दवाईयों पर 24 घण्टे प्रसव सेवा उपलब्ध करायें। मिशन के अन्तर्गत संचालित
योजनाओं की जानकारी के पम्पलेट भी ग्रामीण क्षेत्रों में वितरित करायें
ताकि आम आदमी सुविधाओं का लाभ उठाने हेतु आयें। जनपद के प्रभारी
मंत्री/ होम गार्ड्स एवं प्रांतीय रक्षा दल मंत्री श्री वेदराम भाटी ने आज
यहां कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये।
उन्होंने निर्देश दिये कि ‘‘ जिला स्वास्थ मिशन‘‘ की बैठक त्रैमासिक
अनिवार्य रूप आहूत करें और मा0 जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करें।
उन्होंने कहा कि बैठकों में दिये गये निर्देशों की अनुपालन आख्या अवश्य
प्रस्तुत की जाये। उन्होंनें कार्यक्रमों को सफल बनाने हेतु प्रचार प्रसार
के साथ जनप्रतिनिधियों,स्वैच्छिक संस्थाओं, धर्मगुरूओं आदि का सक्रिय सहयोग
लिए जाने पर भी बल दिया। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना में आशा की भूमिका
को महत्वपूर्ण बताते हुए सत्त कार्यवाही के निर्देश दिये। मंत्री जी ने
विद्यालय स्वास्थ परीक्षण कार्यक्रम तथा सलोनी स्वास्थ्य किशोरी योजना में
बालिका विद्यालयों में स्वास्थ तथा शिक्षा विभाग आदि के अधिकारियों के
समन्वय से सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी अजय चैहान
ने जनपद में जिला स्वास्थ्य मिशन में संचालित योजनाओं की जानकारी ली।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राम रतन ने बताया कि जनपद में 2135 आशाएं 18
सामुदायिक तथा 45 प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र और 394 उपकेन्द्र सेवारत है।
उन्होंनें बताया कि इस मिशन के अन्तर्गत सुरक्षित मातृत्व की अवधारणा को
सफल बनाने हेतु वर्ष 2005-06 में जननी सुुरक्षा योजना प्रारम्भ की गयी थी।
ग्रामीण स्वास्थ स्वच्छता समिति के ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान तथा
ए0एन.एम के संयुक्त खाते सभी 636 ग्राम सभाओं में खुलवाकर दस हजार रूपये
प्रति ग्राम सभा की दर से धनराशि खातों में अवमुक्त करा दी गई है। उन्होंने
बताया कि जनपद में सभी 20 रोगी कल्याण समितियों के खाते खुलवाये गये है और
प्रति वर्ष प्रति सामुदायिक। प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र को एक लाख रूपया
तथा प्रति वर्ष प्रति जिला महिला/ पुरूष चिकित्सालय हेतु पाॅच लाख रूपये
प्रति वर्ष की दर से धनराशि अवमुक्त हुई है। इसके अतिरिक्त वार्षिक
अनुरक्षण निधि में प्रति वर्ष प्रति सामुदायिक/प्रा0 स्वास्थ केन्द्र एक
लाख रूपये की धनराशि दी गई है। मंत्री जी ने नियमित टीकाकरण कार्य को
प्रभावी बनाने हेतु निर्देश दिये। उन्होंने जिला अन्धता निवारनण समिति के
कार्यो की समीक्षा करते हुए दृष्टिदोष से ग्रसित स्कूली बच्चों और कारागार
में निशुल्क चश्में वितरण के निर्देश दिये। उन्होंने इस कार्य में एन.जी.ओ.
का भी सहयोग लेने के निर्देश दिये। उन्होंनंे निर्देश दिये कि वेक्टर
जनित रोगों से सभावित क्षेत्रों में निरोधात्मक एवं उपचारात्मक कार्यवाही
करें। राष्ट्रीय कुष्ट निवारण कार्यक्रम में जनपद में दो कुष्ट कालोनी है
जिनमें गाॅधी ग्राम में निवासियों की संख्या 115 तथा कुष्ट सेवा सदन में 25
निवासी है। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या जघन्य अपराध है इसे
रोकने हेतु एन.जी.ओ. आदि का सहयोग लें और पी.सी.पी.एन.डी.टी. अधिनियम के
अन्तर्गत प्रभावी कार्यवाही करें। जनपद में कुल 233 अल्ट्रा साउण्ड केन्द्र
कार्यरत हैं। उन्होंने राष्ट्रीय क्षयरोग नियन्त्रण कार्यक्रम को भी
प्रभावी ढंग से संचालन के निर्देश दिये।
मुख्य विकास अधिकारी राजकुमार
श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। बैठक में सांसद प्रतिनिधि तथा
विधायक जगन प्रसाद गर्ग, के पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा
स्वैच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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