Archive | January 9th, 2019

जल संचयन एवं जल के सुप्रबंधन से ही आने वाले समय में जल का संरक्षण संभव - कृषि मंत्री

Posted on 09 January 2019 by admin

लखनऊ: दिनांक: 09 जनवरी, 2019
प्रदेश के कृषि मंत्री, श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि वर्षा जल
संचयन एवं जल के सुप्रबंधन से ही आने वाले समय में जल का संरक्षण किया जा सकता
है। उन्होंने कहा कि देश में जल का सबसे अधिक प्रयोग कृषि क्षेत्र में किया
जाता है। जल प्रबंधन से ही उपज में वृद्धि के साथ जल स्तर में सुधार दिखायी
देता है। उन्होंने कहा कि आज के परिवेश में जल संरक्षण तभी संभव है, जब भू-जल
का संचय वैज्ञानिक विधि से किया जाय।
कृषि मंत्री आज गोमती नगर स्थित होटल ताज में अन्तर्राष्ट्रीय जल
प्रबंधन संस्थान एवं केन्द्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान द्वारा जल प्रबंधन
पर आयोजित कार्यशाला में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस
प्रकार की कार्यशाला एवं गोष्ठी का आयोजन जनमानस के मध्य किया जाना चाहिए,
जिससे उन्हें जल प्रबंधन के बारे में जागरूक करते हुये भविष्य में आने वाली
परेशानियों से अवगत कराया जा सके।
श्री शाही ने कहा कि जल संचयन एवं जल प्रबंधन के लिये आवश्यक है कि
राजकीय संस्थाओं एवं घरों में पानी के दुरूपयोग को भी रोका जाय। उन्होंने कहा
कि भू-जल का स्तर ऊपर उठाया जाना आज बहुत बड़ी चुनौती है और इस चुनौती पर विजय
प्राप्त करने के लिये राज्य सरकार हरसंभव सहयोग के लिये तैयार है।

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चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कुम्भ 2019 में आने वाले श्रद्धालुओं को निःशुल्क नेत्र रोग उपचार हेतु 15 सीटर वाहन एवं सचल चिकित्सा वाहन (एम्बुलेंस) को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

Posted on 09 January 2019 by admin

नेत्र जांच हेतु 18 यूनिट एवं जनरल ओपीडी की 4 यूनिट प्रतिदिन
निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएंगे

नेत्र कुम्भ में नेत्र जांच के बाद लगभग 1 लाख श्रद्धालुओं को
निःशुल्क चश्मा वितरण किया जाएगा
लखनऊ: दिनांक 09 जनवरी, 2019
प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि
कुम्भ में पवित्र संगम स्नान करने लाखों लोग ऐसे भी आते हैं जो अपनी ग्रामीण
एवं निर्धन परिस्थितियों के कारण अपनी आँख की जांच नहीं करा पाते हैं और न ही
चश्मा ले पाते हैं। इसी के दृष्टिगत इस वर्ष होने वाले कुम्भ में नेत्र कुम्भ
का भी आयोजन किया जा रहा है। नेत्र कुम्भ में निःशुल्क नेत्र रोग चिकित्सा
उपचार हेतु 15 सीटर वाहन एवं सचल चिकित्सा वाहन (एम्बुलेंस) को श्री सिद्धार्थ
नाथ सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि नेत्र कुम्भ में
श्रद्धालुओं हेतु निःशुल्क नेत्र जाँच एवं जनरल ओपीडी की सुविधा सहित नेत्र
रोगियों को 1 लाख से ज्यादा चश्मा भी निःशुल्क वितरित किया जाएगा। इस नेत्र
कुम्भ का आयोजन भाउराव देवरस सेवा न्यास, सक्षम, नेशनल मेडिकोज आर्गेनाईजेशन,
सर गंगाराम अस्पताल एवं रज्जू भैय्या न्यास के तत्वाधान में 12 जनवरी, 2019 से
4 मार्च, 2019 तक किया जाएगा।
श्री सिंह ने आज शोध संस्थान सरस्वती कुंज, निराला नगर, लखनऊ में कुम्भ 2019
में आने वाले श्रद्धालुओं को निःशुल्क नेत्र रोग चिकित्सा उपचार हेतु 15 सीटर
वाहन एवं सचल चिकित्सा वाहन (एम्बुलेंस) को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए
कहा कि कुम्भ में इस तरह की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना एक
सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्य में सरकार के साथ-साथ ऐसी
संस्थाओं द्वारा किये जा रहे कार्य गरीब श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित
होंगे। उन्होंने कहा कि कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को चिकित्सीय असुविधा
न हो, इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा 11 सेंटर एवं 100 बेड के
आधुनिक अस्पताल की व्यवस्था की गई है। उन्होंने अपील की कि प्रयागराज में सभी
को आना चाहिए और इस बार आयोजित हो रहे ‘दिव्य एवं भव्य कुम्भ’ को अपनी आँखों
से देखना चाहिए। नेत्र कुम्भ में नेत्र जांच के अतिरिक्त सामान्य ओपीडी का भी
संचालन किया जाएगा। नेत्र जांच हेतु 18 यूनिट एवं जनरल ओपीडी की 4 यूनिट
प्रतिदिन निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएंगे।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस नेत्र कुम्भ में देशभर से लगभग 400 से ज्यादा
चिकित्सक एवं पैरामेडिकलकर्मी अपना योगदान देंगे। नेत्र कुम्भ में आने वाले
गंभीर मरीजों के भर्ती हेतु इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज, बनारस हिन्दू
विश्वविद्यालय एवं किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में भर्ती कराया जाएगा।
कुम्भ मेला क्षेत्र के अंतर्गत नेत्र कुम्भ शिविर सेक्टर-6, बजरंग दास मार्ग
एवं जनरल ओपीडी सेक्टर-4, अपर संगम रोड पर लगाया जाएगा।

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चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने हेल्थ आईकन अवार्ड्स सीजन-2 समारोह का किया शुभारम्भ

Posted on 09 January 2019 by admin

उत्कृष्ट कार्य कार्य करने वाले 25 चिकित्सकों को किया सम्मानित

लखनऊ: दिनांक 09 जनवरी, 2019
प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि
स्वस्थ नागरिक राष्ट्र की समृद्धि के आधार स्तम्भ होते हैं। आम जन को स्वस्थ
बनाए रखने जैसे महत्वपूर्ण कार्य चिकित्सकों द्वारा ही किया जाता है। इसलिए
चिकित्सक का योगदान जनता एवं राष्ट्र के प्रति अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि
हेल्थ आइकन अवार्ड से चिकित्सकों को सम्मानित किया जाना सराहनीय कार्य है।
चिकित्सक को समाज बड़े सम्मान की दृष्टि से देखता है और उसे धरती का भगवान
मानता है। चिकित्सा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले चिकित्सकों को
अवार्ड देना एक अच्छी बात है। इससे चिकित्सकों एवं चिकित्सा क्षेत्र में कार्य
करने वाले लोगों का उत्साहवर्धन होता है।
श्री सिंह आज किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के साइंटिफिक कन्वेन्शन
सेन्टर में आयोजित ‘हेल्थ आईकन अवार्ड्स सीजन-2’ समारोह का शुभारम्भ करने के
उपरान्त अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जन सामान्य को
उच्चस्तरीय उपचारात्मक सेवाएं उपलब्ध कराने में प्रदेश के किंग जार्ज मेडिकल
यूनिवर्सिटी (केजीएमयू), राम मनोहर लोहिया संस्थान एवं संजय गांधी पोस्ट
ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआईएमएस) संस्थान का
महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों पर आने वाले मरीजों की
संख्या का दबाव कम करने के लिए प्रदेश के चिन्हित जिला चिकित्सालयों में कैथ
लैब (कैथराइजेशन लैबोरेटरी) की स्थापना कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही
है। कैथ लैब के अंतर्गत एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी व अन्य सुविधाएं उपलब्ध
होंगी।
इस अवसर पर चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 25 चिकित्सकों
को स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने हेल्थ आईकन अवार्ड से
सम्मानित किया। जिनमें प्रो. एमएलबी. भट्ट, प्रो. राकेश कपूर, प्रो. दीपक
मालवीय, डॉ. आरके. ठुकराल, डॉ. ऋषि सेठी, आशुतोष सोती, डॉ. सुमित रूंगटा, डॉ.
अनुज माहेश्वरी, डॉ. विवेक आनंद सारस्वत, कमांडर सुमित घोष, डॉ. अनूप कुमार
बाजपेई, सौरभ गर्ग, डॉ. हैदर अब्बास, डॉ. पुष्पलता संखवार, डॉ. संजय यादव,
वैद्य प्रमोद जयसवाल, डॉ. विक्रम आहूजा, डॉ. यशपाल सिंह, डॉ. राकेश रवि
द्विवेदी, डॉ. सुनीत कुमार मिश्र, डॉ. सचिन अवस्थी, डॉ. जीतेन्द्र तिवारी, डॉ.
अरुण रायजदा, डॉ. नवनीत त्रिपाठी एवं डॉ. रेहान अहमद फारुकी हैं।

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विगत दो वित्तीय वर्षों में शत्-प्रतिशत लक्ष्यों को पूरा करने वाले 04 डी.टी.सी., 09 आर.टी.ओ. व 70 ए.आर.टी.ओ. सम्मानित

Posted on 09 January 2019 by admin

वीआईपी नं0 की आॅनलाइन बुकिंग को हैक करने वाले साइबर अपराधियों पर दर्ज हो
एफआईआर-स्वतंत्र देव सिंह
रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र सभी एआरटीओ कार्यालयों को शीघ्र
उपलब्ध कराने के निर्देश
भ्रष्टाचार व दलाली की शिकायत पर एआरटीओ, आरटीओ व डीटीसी
पर होगी सख्त कार्रवाई
राजस्व वसूली में सबसे खराब प्रगति वाले 10 एआरटीओ व संबंधित आरटीओ एवं डीटीसी
को फटकार

लखनऊ: 09 जनवरी, 2019
प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), ऊर्जा एवं प्रोटोकाॅल
राज्यमंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह ने विगत दो वित्तीय वर्ष (2016-17 व
2017-18) में विभागीय कार्यक्रमों के लक्ष्यों को शत्-प्रतिशत पूरा करने तथा
अच्छा कार्य करने वाले 70 एआरटीओ, 09 आरटीओ तथा 04 डीटीसी को प्रशस्ति पत्र
देकर 30 वर्षों में पहली बार कर्मठ अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से सम्मानित
किया। उन्होंने परिवहन कार्यालयों में छः महीने से संकटग्रस्त रजिस्ट्रेशन
प्रमाण पत्र को शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित किया
कि वाहनों की वीआईपी नं0 की आॅनलाइन बुकिंग में धांधली करने वाले तथा नं0 को
हैक करने वाले साइबर अपराधियों पर एफआईआर दर्ज की जाय। उन्होंने कहा कि
भ्रष्टाचार व दलाली की शिकायत पर संबंधित एआरटीओ, आरटीओ तथा डीटीसी पर सख्त
कार्यवाही होगी।
परिवहन मंत्री आज परिवहन निगम मुख्यालय में परिवहन विभाग के प्रगति कार्यों
तथा राजस्व वसूली की समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने निर्धारित लक्ष्य से
सबसे कम राजस्व वसूली वाले 10 सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारियों, संबंधित
सम्भागीय परिवहन अधिकारियों व उप परिवहन आयुक्त को फटकार लगाई तथा लक्ष्य को
शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने बकाया राशि वसूलने में आ रही
परेशानियों को समझने तथा इन्हें दूर करने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन करने
के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि दलाली व भ्रष्टाचार की शिकायत संबंधी
रिपोर्ट 24 घण्टे के भीतर परिवहन आयुक्त कार्यालय को उपलब्ध कराएं, नहीं तो
संबंधित एआरटीओ, आरटीओ तथा डीटीसी पर सख्त कार्रवाई होगी।
परिवहन मंत्री ने सभी वाहनों पर मानक केे अनुरूप रिफ्लेक्टर टेप लगाने के
निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि रिफ्लेक्टर टेप लगे बगैर किसी भी जिले में वाहन
न चले। उन्होंने सड़क सुरक्षा कार्यक्रमों को प्रतिमाह चलाने, साथ ही भाषण
प्रतियोगिता, नाटक व सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने के निर्देश दिये। उन्होंने
कहा कि डीटीसी व आरटीओ जिलों में रात्रि प्रवास करें तथा जिले के जिलाधिकारी व
पुलिस अधीक्षक के साथ मिलकर सड़क सुरक्षा कार्ययोजना बनाये। उन्होंने कहा कि 04
से 10 फरवरी, 2019 को सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाना है, जिसके लिए
प्रत्येक दिन के कार्यक्रमों की कार्ययोजना बनकर 16 जनवरी तक मुख्यालय भेजा
जाये।
परिवहन मंत्री ने निर्देशित किया कि सड़क सुरक्षा पब्लिसिटी वैन की प्रतिदिन
माॅनिटरिंग की जाये तथा यह वैन गांव-गांव जा रही है की नहीं इसके
प्रचार-प्रसार की फोटो भी प्राप्त की जाये। उन्होंने कहा कि सभी परिवहन
कार्यालयों के सौन्दर्यीकरण कार्य को प्राथमिकता पर कराये। उन्होंने कहा कि
शिकायतें हैं कि आटोमोबाइल डीलर आरटीओ के नाम पर वाहन मालिक से मनमानी वसूली
कर रहे हैं, इस पर निगरानी रखी जाये। उन्होंने राजस्व बढ़ाने के लिए आॅनलाइन
कार्यों पर जोर देने को कहा तथा सभी आरटीओ को अपने-अपने जनपद के ड्राइवर
प्रशिक्षण केन्द्रों के निर्माण कार्यों की प्रगति का परीक्षण कर इसकी रिपोर्ट
मुख्यालय को भेजने के निर्देश दिये।
प्रमुख सचिव परिवहन श्रीमती आराधना शुक्ला ने निर्देश दिये कि सड़क सुरक्षा
सप्ताह की कार्य योजना को लेकर अभी से जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक
कर लें। सभी 75 जिलों के एआरटीओ सड़क सुरक्षा पर बच्चों का एक-एक नाटक जरूर करा
लें। साथ ही भाषण प्रतियोगिता तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर भी जोर दें।
उन्होंने सभी टोल प्लाजा व भीड़-भाड़ वाले स्थानों, कुम्भ के मुख्य मार्गो पर
सड़क सुरक्षा सम्बन्धी होर्डिंग लगाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित
किया कि सड़क दुर्घटना राशि का भुगतान पीड़ित को शीघ्र कराये। उन्होंने
हेलमेट/सीटबेल्ट अभियान को प्रमुखता से चलाने के भी निर्देश दिये।
बैठक में परिवहन आयुक्त श्री पी0 गुरू प्रसाद, सभी अपर परिवहन आयुक्त, उप
परिवहन आयुक्त, सहायक परिवहन आयुक्त, आरटीओ व एआरटीओ उपस्थित थे।

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प्रदेश में अब तक करीब 29.39 लाख मीट्रिक टन हुई धान खरीद

Posted on 09 January 2019 by admin

आज 55059.67 मीट्रिक टन हुई धान की खरीद

लखनऊ: दिनांक 09 जनवरी, 2019
मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत प्रदेश में खोले गए धान क्रय केन्द्रों के
माध्यम से, अब तक 29.39 लाख मी0टन से अधिक धान किसानों से सीधे क्रय किया गया
है। इस योजना से अब तक 425115 किसानों को लाभान्वित किया गया है।
खाद्य एवं रसद विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आज 55059.67 मीट्रिक
टन धान की खरीद हुई है।उल्लेखनीय है कि सरकार ने खरीफ क्रय वर्ष 2018-19 के
अन्तर्गत 50 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा है, जिसके सापेक्ष अब तक
करीब 59 प्रतिशत खरीद हो चुकी है।

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डीबीटी के माध्यम से किसानों के अनुदान कार्य में तेजी लाई जाय

Posted on 09 January 2019 by admin

अवशेष मृदा स्वास्थ्य कार्ड का शीघ्र्र वितरण सुनिश्चित करें

निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर उर्वरक की बिक्री न हों
-कृषि मंत्री
लखनऊ: दिनांक 09 जनवरी, 2019
प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री, श्री सूर्य प्रताप
शाही ने राज्य में संचालित ई-कुबेर योजना के अन्तर्गत डी0बी0टी0 के
माध्यम से किसानों को दिये जाने वाले अनुदान कार्य में तेजी लाये जाने के
निर्देश देते हुये कतिपय जनपदों की धीमी गति पर असंतोष व्यक्त किया।
उन्होंने महोबा में खरीफ का रकबा बढ़ाने के लिये तीन सदस्यीय समिति के गठन
का निर्देश देते हुये कहा कि यह समिति कम से कम दो दिन महोबा में रहकर
निदेशालय के माध्यम से विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
कृषि मंत्री आज कृषि भवन स्थित सभागार में प्रदेश के समस्त संयुक्त कृषि
निदेशक एवं उप कृषि निदेशक की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित
कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश में मृदा स्वास्थ्य कार्ड के मुद्रण एवं
वितरण की भी समीक्षा की, जिसमें बताया गया कि निर्धारित लक्ष्य लगभग 2.33
करोड़ के सापेक्ष 1.60 करोड़ मृदा स्वास्थ्य कार्ड मुद्रित किये जा चुके
हैं और 1.39 करोड़ मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण भी किया जा चुका है।
कृषि मंत्री ने शेष मुद्रित 21 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड का शीघ्र वितरण
करने के साथ ही अवशेष मृदा स्वास्थ्य कार्ड का मुद्रण एवं वितरण
सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये।
श्री शाही ने बैठक के दौरान प्रदेश में खाद की उपलब्धता एवं वितरण की
समीक्षा करते हुये कहा कि उर्वरक की कहीं कोई कमी नहीं है। उन्होंने
अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी भी जनपद में निर्धारित मूल्य से अधिक
दर पर उर्वरक की बिक्री नहीं होनी चाहिए। इसके लिये उन्होंने सभी
अधिकारियों से कहा कि वह विभिन्न प्रचार माध्यमों से किसानों को खाद के
दामों की जानकारी मुहैया करायें। साथ ही पी0ओ0एस0 मशीन के माध्यम से रसीद
प्राप्त कर ही खाद का क्रय किया जाय। उन्होंने बताया कि जनवरी माह के अंत
तक उर्वरक इतनी मात्रा में उपलब्ध हो जायेगी, जो आगामी मार्च, 2019 तक के
लिये पर्याप्त होगी।
कृषि मंत्री ने समीक्षा बैठक में सोलर पम्पस की आपूर्ति के बारे में भी
जानकारी ली, जिसमें अधिकारियों द्वारा बताया गया कि कुल 5689 लोगों
द्वारा सोलर पम्प के लिये ड्राफ्ट जमा किये गये हैं, जिसके सापेक्ष 4995
सोलर पम्प की आपूर्ति हो चुकी है और 3087 सोलर पम्प इंस्टाल भी किये जा
चुके है। मंत्री जी ने शेष 694 पम्प की आपूर्ति शीघ्र कराने के साथ ही
बाकी सोलर पम्प जल्दी इंस्टाल किये जाने के निर्देश दिये। इस अवसर पर
मंत्री जी को अवगत कराया गया कि बुंदेलखण्ड में सिंचाई हेतु कुल 9135
स्प्रिंकलर का वितरण किया जाना है, जिसके लिये केंद्रांश के रूप में 6.50
करोड़ रूपये एवं राज्यांश की धनराशि 4.80 करोड़ रूपये प्राप्त हो गयी है।
स्प्रिंकलर का वितरण भी प्रथम आगत-प्रथम प्रदत्त के सिद्धांत के आधार पर
किया जायेगा।
कृषि मंत्री ने कहा कि सब मिशन आॅन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन (फार्म
मशीनरी बैंक) योजना के अन्तर्गत जिन किसानों ने नया कृषि यंत्र क्रय किया
है और वह सभी तकनीकी अर्हताएं व औपचारिकताएं पूर्ण करते हैं, तो उनकी
अनुदान राशि शीघ्र उनके खाते में ट्रांसफर कर दी जाय।
बैठक में कृषि राज्य मंत्री, श्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह (धुन्नी सिंह),
प्रमुख सचिव कृषि, श्री अमित मोहन प्रसाद, कृषि निदेशक, श्री सोराज सिंह
सहित कृषि विभाग की वरिष्ठ वित्त एवं लेखाधिकारी, समस्त अपर निदेशक,
संयुक्त निदेशक एवं उप निदेशक उपस्थित थे।

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वर्ष 1861,1870 व 1882 में आयोजित कुम्भ मेलों से सम्बंधित अभिलेखों की प्रदर्शनी लगेगी

Posted on 09 January 2019 by admin

लखनऊ: दिनांक 09 जनवरी, 2019
कुम्भ मेला-2019 में संस्कृति विभाग द्वारा वर्ष 1861,1870 व 1882 में
आयोजित माघ मेला/ कुम्भ मेला सम्बन्धी रिपोर्ट तथा अखाड़ों एवं तीर्थ
यात्रियों के विवरण से सम्बन्धित अभिलेखों की प्रदर्शनी लगाई जायेगी। साथ
ही विभिन्न कुम्भ मेलों की प्रशासनिक, चिकित्सा, रेलवे व्यवस्था एवं
आय-व्यय सम्बन्धी अभिलेख भी प्रदर्शित किये जायेंगे।
संस्कृत विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदर्शनी में प्रयाग एवं
त्रिवेणी संगम की महत्ता तथा गंगा-यमुना की स्तुति पर आधारित संस्कृत
भाषा की पाण्डुलिपि, संस्कृत से फारसी में अनुवादित रज्मनामा (महाभारत)
से समुद्र मंथन से सम्बन्धित महत्वपूर्ण अभिलेखों, कलाकृतियों, सिक्कांे,
फाइबर अनुकृतियों, छायाचित्रों, पेंटिंग, ग्राफिक्स एवं ड्राईंग को भी
प्रदर्शित किया जायेगा।
कुम्भ मेले में अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी ‘कला के रंग कुम्भ के संग’
में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल,
राजस्थान, नई दिल्ली, असोम, चण्डीगढ़ तथा उत्तराखण्ड आदि के 275 कलाकारों
की 491 कलाकृतियों के छायायित्र प्रदर्शित किये जायेंगे।

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पेंशनर्स को 10 फरवरी तक आयकर विवरणी उपलब्ध कराना होगा आयकर दाता को पैन नम्बर उपलब्ध कराना अनिवार्य

Posted on 09 January 2019 by admin

लखनऊ: दिनांक 09 जनवरी, 2019
आदर्श कोषागार जवाहर भवन, लखनऊ से पेंशन प्राप्त करने वाले ऐसे सभी
पेंशन धारक, जो 2018-19 में आयकर की परिधि में आते हैं, को 10 फरवरी तक
अपना आयकर विवरणी (मेमो), पैन कार्ड की छायाप्रति सहित कोषागार में
उपलब्ध कराना होगा। यह जानकारी मुख्य कोषाधिकारी, जवाहर भवन, श्री
स्वतंत्र कुमार ने दी है।
मुख्य कोषाधिकारी ने बताया कि जिन पेंशन धारकों ने अपना अग्रिम आयकर जमा
कर लिया है, वे अग्रिम आयकर जमा रसीद के साथ-साथ 80सी, 80जी 80यू 80डीडी
एवं अन्य आयकर छूट से सम्बन्धित मूल रसीदों की फोटोप्रति
(स्वहस्ताक्षरित) को आयकर विवरणी के साथ अवश्य संलग्न करें। उन्होंने
बताया कि आयकर परिधि में आने वाले ऐसे पेंशनर्स, जिनके पैन नम्बर कोषागार
में उपलब्ध नहीं है, ऐसे आयकर दाताओं से आयकर अधिनियम के अनुसार पैन
नम्बर उपलब्ध न होने की स्थिति में 20 प्रतिशत टी0डी0एस0 कटौती का
प्राविधान है और पैन नम्बर के अभाव में पेंशनर के खाते में भी इण्ट्री
नहीं हो पायेगी। ऐसी स्थिति में पैन नम्बर उपलब्ध कराना अनिवार्य है।

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किसानों के आर्थिक विकास में सहकारिता एक सशक्त माध्यम मंत्री-श्री मुकुट बिहारी वर्मा

Posted on 09 January 2019 by admin

कृषि और कृषक के उत्थान में सहकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका
राज्य मंत्री-श्री उपेन्द्र तिवारी
लखनऊ: दिनांक 09 जनवरी, 2019
प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा है, कि
ग्रामीण कृषकों के आर्थिक विकास हेतु ‘‘सहकारिता‘‘ एक सशक्त माध्यम है।
वर्तमान सरकार में सहकारी सुविधाओं के विस्तार और प्रक्रिया के सरलीकरण
का परिणाम है कि सहकारिता आन्दोलन को प्रदेश व्यापी आयाम दिया जा सका,
जिससे प्रदेश में आर्थिक सम्पन्नता का विकास हो रहा है। वर्तमान सरकार
में सहकारिता विभाग निरन्तर प्रगति की ओर अग्रसर है। उन्होंने सहकारिता
के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि विभाग द्वारा
सहकारिता के विकास के साथ ही स्वच्छ भारत, सुखी भारत और स्वाभिमानी भारत
बनाने पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया है। प्रधानमंत्री जी का यह सपना
साकार करने हेतु राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
श्री वर्मा ने आज यहाॅ इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित उ0प्र0
राज्य निर्माण सहकारी संघ लि0 के वित्तीय वर्ष 2015-16, 2016-17, एवं
2017-18 की सामान्य निकाय की वार्षिक बैठक में यह बातंे कहीं। उन्होंने
कहा कि कृषि उत्पादन के क्षेत्र में सहकारिता का विशेष योगदान रहा है।
सहकारिता द्वारा प्रदेश के कृषकों को सहकारी समितियों के माध्यम से कृषि
निवेश यथा खाद, बीज, कीटनाशक दवाएं आदि उपलब्ध कराने के साथ उन्हें उनकी
उपज का उचित मूल्य दिलाकर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से ही प्रदेश का उत्थान एवं विकास
सम्भव है। सहकारी क्षेत्र की संस्थाओं की प्रगति, सुधार और उनके काम-काज
को अधिक से अधिक स्वायतता प्रदान करने की दृष्टि से वर्तमान सरकार ने
अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये है। उ0प्र0 में सहकारिता आन्दोलन का अपना एक
गौरवशाली इतिहास रहा है। इस अवसर पर बैठक में वित्तीय वर्ष 2016-17,
2017-18 तथा चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 के वित्त से सम्बन्धित विभिन्न
क्रिया कलापों पर विस्तार से चर्चा की गई।
सहकारिता राज्य मंत्री श्री उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि विगत तीन वर्षों
का जो लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया है वह सराहनीय कार्य है। कृषि और कृषक
के उत्थान में सहकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका है। ग्रामीण क्षेत्र के
निवासियों को सहकारिता के माध्यम से जागरूक कर उनकी उन्नति की जा सकती
है। सहकारिता के माध्यम से कृषि एवं कृषकों के विकास की दिशा में ठोस
प्रयास किये जा रहे हंै।
प्रबन्धक निदेशक उ0प्र0 राज्य निर्माण सहकारी संघ लि0 श्री धीरेन्द्र
सिंह ने बताया कि सामान्य निकाय की वार्षिक बैठक में वित्तीय वर्ष
2016-17, 2017-18 के वार्षिक कार्यकलाप तथा आगामी वित्तीय वर्ष 2018-19
के कार्यकलाप का अनुमोदन, वित्तीय वर्ष 2014-15, 2015-16 एवं 2016-17 के
सम्प्रेक्षित तथा 2017-18 के असम्प्रेक्षित संतुलन पत्र एवं वार्षिक
प्रतिवेदन पर विचार, वित्तीय वर्ष 2014-15,2015-16 एवं 2016-17 के लेखा
परीक्षा प्रमाण पत्र एवं लेखा परीक्षा प्रतिवेदन पर नियत रीति से विचार,
वित्तीय वर्ष 2016-17, 2017-2018 एवं 2018-19 के लिए अधिकतम दायित्व
निर्धारित करने पर विचार, वित्तीय वर्ष 2014-15, 2015-16 एवं 2016-17 के
शुद्ध लाभ के निस्तारण पर विचार तथा वित्तीय वर्ष 2015-16, 2016-17,
2017-18 के वास्तविक एवं वित्तीय वर्ष 2017-18 एवं आगामी वित्तीय वर्ष
2018-19 के अनुमानित बजट पर विचार-विमर्श किया गया।
प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 राज्य निर्माण सहकारी संघ लि0 श्री धीरेन्द्र
सिंह ने बताया कि उ0प्र0 राज्य निर्माण सहकारी संघ लि0 एक ऋण मुक्त शीर्ष
सहकारी संस्था है। वर्ष 2015 में संस्था को रू0 20.00 करोड तक की लागत के
मानकीकृत तथा 10.00 करोड तक की लागत के गैर मानकीकृत निर्माण कार्यों को
कराये जाने हेतु राजकीय निर्माण एजेन्सी के रूप में स्वीकृति प्रदान की
गयी है। संस्था द्वारा वर्ष 2016-17 में रू0 538.76 करोड के तथा वर्ष
2017-18 में जी0एस0टी0 सहित रू0 406.79 करोड के निर्माण कार्य संपादित
कराये गये। वर्ष 2017-18 में संस्था का आयकर पश्चात शुद्ध लाभ रू0
1630.69 लाख तथा क्रमिक संकलित लाभ रू0 7916.21 लाख है। वर्ष 2018-19 में
माह दिसम्बर 2018 तक 323.40 करोड़ के निर्माण कार्य सम्पादित कराये गये।
मार्च 2019 तक संस्था द्वारा लगभग रू0 600.00 करोड़ के निर्माण कार्य
कराये जाने की सम्भावना है। उन्होने बताया कि संस्था द्वारा वर्ष 2010 से
वर्ष 2018 तक 38 विभागों की 1778 परियोजनाओं के रू0 3974.11 करोड़ के
कार्य सम्पादित कराये गये। विगत वर्षाें में संस्था द्वारा अपने समस्त
कार्यों को उच्च गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूर्ण कराया गया है।
इस अवसर पर उ0प्र0 सहकारी ग्राम विकास बैक लि0 के एम0डी0 श्री के0पी0
सिंह, श्री कान्त गोस्वामी, श्री राजीव यादव, उ0प्र0 राज्य निर्माण
सहकारी संघ लि0 के सभापति श्री सूर्य प्रकाश पाल, उपसभापति आलोक सिंह,
बोर्ड सदस्य राजेन्द्र कुशवाहा, अयोध्या प्रसाद पाठक, तिलक सिंह यादव,
भरत सिंह, चिरंजीवी चैरसिया, मारकण्डेय राय, रूपेन्द्र सैनी, अशोक सिंह
चैहान, श्रीमती रश्मि गुप्ता, आशीष अग्रवाल, आनन्द कुमार गौड़, श्रीमती
मेखला सिंह एवं मनीष साहनी तथा श्री हरिओम मौर्या द्वारा प्रतिभाग किया
गया।

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राज्यपाल ने कुम्भ के सफल आयोजन का आह्वान किया

Posted on 09 January 2019 by admin

लखनऊ: 9 जनवरी, 2019
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने प्रदेश के समस्त नागरिकों तथा
कुम्भ की व्यवस्था में लगे अधिकारियों एवं कर्मचारियों से प्रयागराज में मकर
संक्रांति से महाशिवरात्रि के मध्य आयोजित होने वाले ‘कुम्भ-2019’ को सफल
बनाने का आह्वान किया है। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल श्री राम नाईक प्रदेश
सरकार द्वारा कुम्भ पर्व के लिये बनाई गयी समिति के अध्यक्ष हैं तथा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
राज्यपाल ने कहा कि कुम्भ पर्व देश की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिकता का प्रतीक
है जो विश्व का अद्वितीय मेला है। संयुक्त राष्ट्र संघ की संस्था यूनेस्कों ने
कुम्भ की भव्यता एवं आस्था के चलते इसे ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’
की संज्ञा दी है। राज्यपाल ने कहा कि कुम्भ देश की विविधता एवं समृद्ध
संस्कृति को सीखने, जानने और समझने का अवसर है। प्रयागराज में निर्मित अस्थाई
विशाल ग्राम श्रद्धालुओं सहित पर्यटकों को इस विशाल आयोजन में सम्मिलित होने
के लिये आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि भव्य, दिव्य एवं सुरक्षित कुम्भ से
उत्तर प्रदेश विश्व के मानचित्र में विशिष्ट स्थान अर्जित करेेगा।
श्री नाईक ने कहा कि राज्य सरकार ने इलाहाबाद का नाम परिवर्तित करके उसका
पुराना नाम ‘प्रयागराज’ किया है। राज्य सरकार द्वारा कुम्भ में विशेष रूप से
विभिन्न प्रदेशों के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया है।
राज्य सरकार ने प्रयागराज के मेला क्षेत्र में दर्शनार्थियों की सुविधा के
लिये विशाल ग्राम का निर्माण कराया है। इलाहाबाद संग्रहालय एवं उत्तर मध्य
क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र (एन0सी0जेड0सी0सी0) राज्यपाल जिनके पदेन अध्यक्ष
है, ने भी कुम्भ में सांस्कृतिक आयोजन हेतु विशेष तैयारियाँ की हैं । कुम्भ
में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को जहाँ कुम्भ एवं भारतीय संस्कृति से
भिज्ञ कराया जायेगा वहीं कला एवं संगीत की भी मनमोहक प्रस्तुतियाँ होंगी।

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