Posted on 27 April 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देशों के क्रम में पड़ोसी देश नेपाल में आए विनाशकारी भूकम्प के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा सीमावर्ती जनपदों-बहराइच, सिद्धार्थनगर, महराजगंज तथा गोरखपुर के बाॅर्डर पर स्थित सीमा चैकी पर राहत शिविर स्थापित किए जा रहे हैं। इस राहत शिविरों में जनपदों द्वारा खान-पान की उचित व्यवस्था के साथ-साथ जीवन रक्षक दवाइयों व स्थानीय चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि पड़ोसी देश नेपाल से राहत शिविरों में पहुंचने वाले भूकम्प पीडि़तों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने हेतु बसों की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इस सम्बन्ध में प्रबन्ध निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम को निर्देश दे दिए गए हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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sa@upnewslive.com
Posted on 27 April 2015 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता एवं पूर्व अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग आयोग श्री जगन्नाथ प्रसाद यादव की अध्यक्षता में समाजवादी अधिवक्ता सभा उत्तर प्रदेश की 38 सदस्यीय कार्यकारिणी अनुमोदित कर दी गई है। राज्य कार्यकारिणी में सर्वश्री सहजराम यादव उपाध्यक्ष, इन्द्र प्रकाश कश्यप, महासचिव तथा शिवषरण उपाध्याय को कोषाघ्यक्ष नामित किए गए है।
समाजवादी अधिवक्ता सभा की राज्य कार्यकारिणी में सर्वश्री राजीव श्रीवास्तव राजा, जय सिंह, सलादुद्दीन(शीबू) धीरज कुमार शर्मा, मो0 शमीम खाॅ, बाबूराम यादव, अजेन्द्र अवस्थी, आर0पी0 यादव, बख्तियार यूसुफ, श्रवण कुमार यादव, बलराम सिंह, अशोक राय, आदर्श दीपक मिश्रा और धमेन्द्र सिंह सभी सचिव होगें।
सर्वश्री अमर सिंह, दिनेश यादव, राजपाल शर्मा, आशिद अली, माता प्रसाद, सुरेश सिंह पटेल, महेन्द्र सिंह गौतम, देवतादीन निषाद, किशोरीलाल यादव, अवनीश कुमार यादव, सूर्यकांत मिश्र निराला, राजेश पटेल, अतिउर रजा, डा0 धीरज यादव, पंकज, चन्द्रभूषण सिंह निषाद, राजेश विश्वकर्मा, कीर्ति गुप्ता, मनीष चैहान, अनूप यादव तथा एस0डी0सिंह समदर्शी को समाजवादी अधिवक्ता सभा की राज्य कार्यकारिणी में सदस्य नामित किया गया हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 27 April 2015 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज यहां कहा है कि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव इस मत के हैं कि विकास की तीव्रगति तभी मायने रखती है जब उसका लाभ समाज के सभी वर्गो, विशेष रूप से वंचित गरीबों, महिलाओं, अल्पसंख्यको, छात्रों, मजदूरों, पिछड़ों और अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों को मिले। इसलिए समाजवादी सरकार ने पिछड़े क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। पूर्वांचल और बुंदेलखण्ड पिछली गैर समाजवादी सरकारों की नीतियों के कारण विकास में काफी पिछड़े रहे हैं। अब इन क्षेत्रों की तरक्की के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई है।
समाजवादी सरकार द्वारा बुंदेलखण्ड पैकेज के अंतर्गत झाॅसी, ललितपुर, जालौन, महोबा, हमीरपुर, बांदा तथा चित्रकूट में जल प्रबंधन, सिंचाई तथा पेयजल के काम हो रहे हैं। क्षेत्र के किसानों की आय में वृद्धि हेतु औद्योगिक विकास, दुग्ध विकास तथा पशुधन एवं कृषि विपणन के कार्यक्रम बनाए गए है। इनके लिए वर्ष 2015-16 के लिए 800 करोड़ रूपए बजट में रखे गए है। इसके अलावा त्वरित आर्थिक विकास योजना हेतु 1,000 करोड़ रूपए की व्यवस्था की गई है।
राज्य सरकार ने विशेष क्षेत्र कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2014-15 के बजट में पूर्वांचल की विशेष परियोजनाओं हेतु 291 करोड़ रूपए तथा बुंदेलखण्ड की विशेष योजनाओं के लिए 758 करोड़ रूपए बजट में रखे थे। इन परियोजनाओं के अंतर्गत सिंचाई, मार्ग, सेतु निर्माण, जलापूर्ति आदि कार्य प्रारम्भ किए गए है।
बुंदेलखण्ड पैकेज के अंतर्गत जनपद झाॅसी में 10,000 लीटर क्षमता का डेयरी प्लांट तथा जनपद ललितपुर में 5000 लीटर का अवशीतन केन्द्र स्थापित कर संचालित कराया गया। जालौन में महिला समितियां स्थापित की गई। बुंदेलखण्ड पैकेज 2 में बुंदेलखण्ड क्षेत्र की 8 नहर प्रणालियों के 1Û36 लाख हेक्टेयर क्षेत्र हेतु 454Û73 करोड़ रूपए की परियोजनाएं भारत सरकार से स्वीकृत कराई गई।
बिना शिक्षा के उन्नति की कल्पना नहीं की जा सकती है। इस दृष्टि से जालौन में 100 एमबीबीएस सीटों की प्रवेश क्षमता का मेडिकल कालेज प्रारम्भ है। बांदा में इंजीनियरिंग कालेज का निर्माण कार्य प्रगति पर है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का इरादा प्रदेश में क्षेत्रीय असंतुलन दूर करने का है क्योंकि इसके रहते प्रदेश का समग्र विकास नहीं हो सकता है। नेताजी ने हमेशा कहा है कि जब तक प्रदेश का विकास नहीं होगा तब तक देश भी खुशहाल और समृद्ध नहीं बन पाएगा। प्रदेश को आदर्श प्रदेश बनाने के लिए समाजवादी सरकार दृढ़ संकल्पित है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 27 April 2015 by admin
ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के उभरते क्षेत्रों में उच्चतर शिक्षा और शिक्षण में नवीनतम लाने के ध्येय से स्थापित अलाभकारी एनआईआईटी युनिवर्सिटी (एनयू) द्वारा 28 अप्रैल 2015 को प्रातः 10 बजे से एनआईआईटी सेन्टर, 6-बी, प्रथम तल, एसएएस हाउस, सप्रू मार्ग, हजरतगंज, लखनऊ में इंजीनियरिंग के इच्छुक छात्रों के लिए करियर काउंसिलिंग सेशन का आयोजन किया जाएगा, जिससे इंजीनियरिंग सेक्टर में अपनी पहचान बनाने के इच्छुक छात्रों को बहुत फायदा होगा।
यह करियर काउंसिलिंग सेशन, एनआईआईटी युनिवर्सिटी की सीनियर फैकल्टी द्वारा आयोजित किया जाएगा। इस सेशन से छात्रों को इंजीनियरिंग में करियर सफल बनाने के लिए ज़रूरी विविध कौशल समझने में मदद मिलेगी, और इंजीनियरिंग कोर्स पूरा करने के बाद इस सेक्टर में मिलने वाली विविध नौकरियों के बारे में भी जानकारी होगी। जिन छात्रों ने हाल ही में बारहवीं कक्षा की परीक्षा दी हैं वे इस सेशन में आ सकते हैं।
एनआईआईटी युनिवर्सिटी द्वारा कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन, इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलाॅजी में बी.टेक प्रोग्राम (4वर्ष) और बीटेक-एमटेक इंटिग्रेटेड ड्युअल डिग्री प्रोग्राम (5वर्ष) चलाए जाते हैं। युनिवर्सिटी द्वारा एक अत्याधुनिक पाठ्यक्रम के जरिए भविष्य की तकनीकों का ज्ञान कराया जाता है जिसके लिए उद्योग जगत से संबंधित, तकनीक पर आधारित, शोध प्रेरित और अखंड शिक्षा देने के बुनियादी सिद्धान्तों का पालन किया जाता है। युनिवर्सिटी के छात्रों को भारत व विदेशों की प्रतिष्ठित कंपनियों में इंटर्नशिप करने के मौके मिलते हैं। बीटेक के छात्रों को पास आउट होने से पहले 6 महीने का कार्य अनुभव हासिल करने का भी अवसर मिलता है।
एनआईआईटी युनिवर्सिटी जियोग्राफिक इन्फाॅर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) और एजुकेशन टेक्नोलाॅजी (ईटी) में 2 साल का एम.टेक प्रोग्राम भी चलाती है। एम.टेक -जीआईएस प्रोग्राम 2 साल का आवासीय कार्यक्रम है, जिसमें नौकरी पाने के मौके भी दिलाए जाते हैं। एम.टेक ईटी प्रोग्राम ऐसे शिक्षा विशेषज्ञों और शिक्षा के क्षेत्र के प्रोफेशनल लोगों के लिए है जो ज्ञान की दुनिया में अपनी विशेष पहचान बनाना चाहते हंै।
एनआईआईटी युनिवर्सिटी 2 साल का फुलटाइम एमबीए प्रोग्राम भी चलाती है, जो डिजिटल मार्केटिंग, बिजनेस एनालिटिक्स, ईकाॅमर्स, मैनेजमेंट आॅफ टेक्नोलाॅजी और बैंकिंग विषयों पर आधारित है।
एनयू में एमबीए प्रोग्र्राम छात्रों को आज के व्यावसायिक परिवेश में विविध पहलुओं की जानकारी हासिल करने और जुडने के मौके देता और प्रोत्साहित करता है।
एनआईआईटी युनिवर्सिटी ने हाल ही में युनिवर्सिटी आॅफ मिसौरी, कंसास सिटी, यूएसए के अकादमिक समझौता भी किया है, जिससे छात्र एनआईआईटी युनिवर्सिटी से अपना बीटेक और कम्प्यूटर साइंस में एम.एस 5 वर्षों में पूरा कर सकते हैं। एनयू, राजस्थान सरकार के 2010 के अधिसूचना सं 5 द्वारा अधिसूचित है और यूजीसी अधिनियम की धारा 2 (एफ) के अधीन है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 27 April 2015 by admin
छिपरी (टीकमगढ़)! सायं 8 बजे से सांस्कृतिक संध्या में विश्व प्रसिद्ध पद्मश्री पं. हरिप्रसाद चैरसिया, मुंबई द्वारा बांसुरी वादन तथा सांवरी ब्रदर्स, मुंबई द्वारा सुफियाना प्रस्तुति हुई। पं. हरिप्रसाद चैरसिया द्वारा राग माल्हू भक्ति राग के द्वारा कार्यक्रम का आगाज़ किया गया। कार्यक्रम प्रारंभ में अतिथि श्री रवि शर्मा - विधायक झांसी, श्रीमती अनुराध शर्मा - चेयरमेन, बैद्यनाथ आयुर्वेदिक फार्मा ग्रुप तथा अजय सिंह ‘राहुल भैया’ - म.प्र. पूर्व नेता प्रतिपक्ष व विधायक थे।
इस अवसर पर श्री रवि शर्मा - विधायक झांसी ने कहा कि यह जो सामाजिक कुंभ चल रहा है, वह एक चमत्कारिक घटना है, इसे सामान्य नहीं माना जा सकता। श्री रावतपुरा सरकार द्वारा कुंभ के रूप में इतने बड़े धार्मिक अनुष्ठान को किये जाने का जो संकल्प लिया है वह बजरंग बली के कृपा से और रावतपुरा सरकार साहब पर बजरंग बली की कृपा है। मेरी सोच है कि इस आध्यात्मिक शक्ति के साथ रहकर हम अभीष्ट को प्राप्त करें। विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए श्रीमती अनुराधा शर्मा ने गुरुकृपा को सर्वोपरि बताया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ही इस देश की ऊर्जा है। गुरु के माध्यम से ही ईश्वर की प्राप्ति होती है। कबीर ने भी कहा है कि गुरु के सहारे ही जीवन की इस नैया को पार लगाया जा सकता है।
इसी अवसर पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष मध्यप्रदेश विधानसभा एवं विधायक कांग्रेस श्री अजय सिंह ‘राहुल भैया’ ने कहा कि बहुत कम समय में इतने छोटे स्थान को पवित्र एवं विशाल बनाना गुरु के सच्चे प्रेम का घोतक है। रावतपुरा सरकार जिस स्थान, जगह या चीज को हाथ लगा देते हैं वह जगह स्वयं ही अपना महत्वपूर्ण स्थान बना लेती है। महाराजश्री की जन्म स्थली एक पवित्र स्थान बनेगी ऐसा मेरी आशा है।
देर रात्रि से स्वामी श्री राम शर्मा रासाचार्य, वृदावन के साथी कलाकारों द्वारा रासलीला की प्रस्तुति की गई, जिसमें भक्त दामापंत के चरित्र एवं विट्ठल भगवान की लीलाओं पर संगीतमय प्रस्तुति दी गई, जो कि अर्धरात्रि तक चली। भारी संख्या में आस पास के गांव व पूरे टीकमगढ़ जिले से जन समुदाय उपस्थित था।
आज (दि. 25.4.2015, शनिवार)
प्रातः 6 बजे से यज्ञशाला में श्री लक्ष्मीनारायण भगवान की पूजन के साथ 108-108 श्री सूक्त एवं पुरुसूक्त के पाठों के साथ यजमानों द्वारा विद्वान आचार्यों की उपस्थिति में आहुतियां दी गईं।
आज छत्तीसगढ़ के केबिनेट मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल एवं मध्य प्रदेश के मंत्री श्री राम पाल सिंह ने छिपरी सामाजिक कुंभ में पहुंचकर रावतपुरा सरकार महाराजश्री का आशीर्वाद लिया और लक्ष्मीनारायण महायज्ञ में पूजन व आहुतियां दीं। श्री बृजमोहन अग्रवाल ने विशाल भण्डारे में खीर व मालपुए श्रद्धालुओं को परस कर सेवा दी। अपरान्ह 2 बजे से प्रारंभ हुई श्रीमद्भागवत कथा में भागवताचार्य श्यामसुंदर पाराशर जी ने अपने श्रीमुख से भगवान की कृष्ण लीला के अंतर्गत राजा पारीक्षित द्वारा देह त्याग तथा मार्कण्डे ऋषि की तपस्या का वर्णन किया। 19 तारीख से चल रही भागवत कथा के सातवें दिन के समापन पर श्री बृजमोहन अग्रवाल तथा रावतपुरा सरकार के माता-पिता ने आरती की।
छत्तीसगढ़ के केबिनेट मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि सामाजिक महाकुंभ महाराजश्री की सकारात्मक प्रेरणा एवं आध्यात्मिक पूजा के कारण ही 40 दिनों की मेहनत का परिणाम है। यदि यह आयोजन सरकारी होता तो 40 माह में हो पाता। राजनीति को आज धर्म एवं आध्यात्म के रास्ते पर चलना अनिवार्य है तभी राजनीति अपने उद्देशों को साकार करने में सफल होगी। सामाजिक एकता का संदेश देने का श्रेय इस महाकुंभ को जाता है। इस महाकुंभ ने आध्यात्म और धर्म को एक नई दिशा प्रदान की है।
आज सामाजिक कुंभ में पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन, नेहरू युवा केन्द्र के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बी.डी. शर्मा जी तथा रावतपुरा सरकार के माता-पिता शामिल हुए। श्री शर्मा द्वारा नेहरू युवा केन्द्र की क्षेत्रीय गतिविधियां संचालित करने के लिए छिपरी में उसका नया केन्द्र खोलने के लिए घोषणा की।
इस आयोजन में मध्यप्रदेश शासन के मंत्री श्री रामपाल सिंह तथा सांसाद फग्गन सिंह कुलस्ते भी उपस्थित थे।
अष्ठोत्तर पाठ, रूद्राभिषेक, हरे राम - हरे कृष्ण संकीर्तन के साथ आध्यात्मिक कार्यक्रम लगातार जारी है। आज अष्टोत्तर पाठ का समापन होगा।
प्रातः 9 बजे से प्रारंभ हुई रामलीला में आदर्श रामलीला नाटक समाज, कानपुर द्वारा प्रस्तुति के अंतर्गत राम-लक्षमण शूर्पणखा संवाद की संगीतमयी प्रस्तुति हुई।
रात्रि 7 बजे से शेखर सेन, मुंबई के द्वारा एकल नाट्य की आकर्षक प्रस्तुति होगी।
कल रविवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत लखबीर सिंह लक्खा, मुंबइ द्वारा भजनों की प्रस्तुति होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 27 April 2015 by admin
ऽ घबराये नहीं, धैर्य बनाए रखें।
ऽ भूकम्प के दौरान मकान से बाहर खुले एवं सुरक्षित स्थान पर आ जाएं।
ऽ यदि आप ऊॅची इमारत में हों तो लिफ्ट का प्रयोंग न करें।
ऽ भूकम्प के दौरान बाहर एवं सुरक्षित स्थान पर न जा पाने की स्थिति में किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे छुप जाएं।
ऽ काॅच, खिडकियों व गिरने तथा टूटने वाले सामानों से दूर रहें।
ऽ यदि घर से बाहर हैं, तो शीघ्र खुले मैदान अथवा सुरक्षित स्थल पर चले जाऐं।
ऽ भूकम्प के समय खुले मैदान में ऐसी जगह न खडे हों जहाॅ बिजली के खम्बे, मोबाईल टावर, वाटर टैंेक, बिजली के ट्रान्सफार्मर इत्यादि हों।
ऽ यदि आप वाहन चला रहें हैं, तो सडक की बायीं ओर हो जाएं और रूक जाएं।
ऽ भूकम्प के दौरान पुल से कभी न जाएं क्योंकि हो सकता है पुल आगे टूटा हेा।
भूकम्प के बाद बरती जाने वाली सावधानी
ऽ पहले झटके के बाद और झटकों के लिए तैयार रहंेे। हालाॅकि दूसरा, तीसरा झटका उतना प्रभावशाली नही होता है पर फिर भी टूटी हुई इमारत को क्षति पहॅुचती है। बाद के झटके कभी भी आ सकते है - घंटो, दिनांे, हफ्तों, या महीनों बाद, कभी भी।
ऽ टूटे हुए घर में दुबारा प्रवेश न करें और किसी भी क्षतिग्रस्त इमारत से दूर रहंेे।
ऽ न तो अफवाह फैलाए और न ही अफवाहों पर विश्वास करें।
ऽ अपने रेडियो अथवा टी0वी0 सेट से भूकम्प संबंधी नवीनतम सूचना/बुलेटिन व प्रसारित की जाने वाली पूर्व चेतावनी पर ध्यान दें।
ऽ पीने का पानी, खाने का समान, जरूरी दवाएं तथा आवश्यक अभिलेख आदि व्यवस्थित कर लें।
ऽ अगर गैस की महक आए तो खिडकियाॅ खोल दें तथा गैस बन्द कर दें, और बाहर निकल जाएं।
ऽ मोमबत्ती या लालटेन की जगह टार्च का प्रयोग करें। अग्नि दुर्घटना की आशंका होने पर एहतियात बरतें।
ऽ अगर तार जलने की बू आये या कोई चिंगारी दिखे, तो मेन स्विच बन्द कर दें। बिजली के स्विचों को कतई मत छुएं।
ऽ घायलों, विशेषकर बच्चे, बूढे व विकलांगों की मदद करना न भूले। बुरी तरह से घायल को न हिलाएं, जब तक कि अति आवश्यक न हो। मदद के लिए आवाज देें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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