Posted on 21 September 2013 by admin
लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने बहराइच के खिलाडि़यों की प्रतिभा को निखारने के उददेश्य से इनिदरा स्टेडियम के बहुउददेशीय हाल की विशेष मरम्मत के लिए जिलाधिकारी के प्रस्ताव पर धनराशि आवंटित किये जाने के आदेश दिये, जिसके बाद अब बैडमिन्टन हाल तथा टेनिस कोर्ट का जीर्णोद्धार हो जाएगा।
बरसात की वजह से जनपद बहराइच की छति ग्रस्त सड़कों की मरम्मत हेतु जिलाधिकारी किंजल सिंह ने आज उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव से सरकारी आवास कालिदास मार्ग पर मुलाकात कर शहर एवं ग्रामीण सम्पर्क मार्गों के निर्माण एवं मरम्मत के लिए धनराशि आवंटित करने की मांग की। लोक निर्माण मंत्री ने समस्त मांगों को ध्यान पूर्वक सुनकर जनपद के समस्त मार्गों की मरम्मत के लिए यथाशीघ्र आश्वासन दिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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sa@upnewslive.com
Posted on 21 September 2013 by admin
जलज मिश्रा
क्षेत्रीय मधनिषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी
मादक पदार्थों का विभिन्न रूपों में सेवन प्राचीन काल से ही भारत एवं विश्व के अनेक देशों में होता रहा है। मनुस्मृति और वैदिक ग्रंथों में सामाजिक एवं धार्मिक अवसरों पर सुरा, धतूरा, भांग, गांजा आदि मादक पदार्थों के सेवन का उल्लेख मिलता है। मादक पदार्थों के अंतर्गत भांग, ंगांजा, हसीस, हेरोइन, चरस, स्मैक, अफीम, कोकीन आदि आते हैं। उक्त पदार्थों के सेवन अर्थात मादक द्रव्य व्यसन की समस्या आज पूरे समाज को खोखला कर राष्ट्र के नवनिर्माण में बाधक बन रही है।
मादक द्रव्य व्यसन का तात्पर्य है मादक पदार्थों पर शारीरिक निर्भरता अर्थात मादक पदार्थों के सेवन न करने की सिथति में शरीर में दर्द, बेचैनी, रूग्णता आदि महसूस होना। दूसरे शब्दों में मादक द्रव्य व्यसन वह दशा है जिसमें शरीर को कार्य करते रहने के लिए मादक पदार्थों के सेवन की निरन्तर आवश्यकता महसूस होती रहती है। फलस्वरूप विभिन्न प्रकार के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्प्रभाव दृषिटगोचर होते रहे हैं।
आज मादक पदार्थों का सेवन उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं द्वारा बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। पाश्चात्य सभ्यता एवं संस्कृति की चकाचौंध में खोये परिवारों द्वारा विभिन्न अवसरों पर नशा करना शिष्टाचार और जीवन शैली का प्रतीक बन गया है। एक तरफ संसार से ऊबे हुए लोग चिन्तामुक्त एवं स्वच्छन्द जीवन जीने की लालसा में मानसिक शांति हेतु मादक पदार्थों का सेवन करते हैं तो दूसरी ओर युवा पीढ़ी प्रतियोगिता की कठिनता, सपनों का टकराव, पाठयक्रमों की नीरसता, अंदर ही अंदर कसकते-सिसकते तनाव से मुक्त एवं कल्पनाओं के स्वपिनल संसार में खोने की अदम्य लालसा के कारण नशीली दुनिया में प्रवेश करती है। साथ ही कुछ लोग प्रारम्भ में इनका सेवन औषधीय रूप में, निद्रा लाने व दर्द निवारक के रूप में, चिन्ता, तनाव, कुन्ठा, उदासी आदि दूर करने के लिए, जिज्ञासा शान्त करने के लिए, असफलता मिलने पर हीन भावना दूर करने के लिए, मित्रता के दबाव में, पारिवारिक सदस्यों के अनुकरण में, थकान मिटाने व मौज-मस्ती आदि के उददेश्य से भ्रमवश करते हैं। फलस्वरूप व्यकित मादक पदार्थों के शिकंजे में धीरे-धीरे फंसता चला जाता है।
मादक पदार्थों के सेवन के फलस्वरूप न केवल विभिन्न प्रकार की शारीरिक व्याधियां पैदा होती हैं अपितु व्यकित, परिवार व समाज के विघटन के साथ-साथ अपराधों की वृद्धि व पुलिस-प्रशासन और व्यवस्थाओं की समस्याएं भी खड़ी हो जाती हैं। लम्बे समय तक अधिक मात्रा में नशीले पदार्थों के सेवन से शरीर निषिक्रय व कमजोर हो जाता है, रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है एवं विभिन्न प्रकार के प्राणघातक रोग पैदा हो जाते हैं। शारीरिक दुष्प्रभावों के साथ-साथ मानसिक क्षमता का भी ह्रास होने लगता है व व्यसनी, क्रोधी, चिड़चिड़ा होने के साथ-साथ अपनी अपनी भावनात्मक बौद्धिक शकित के खो देता है। व्यसनी की कार्यक्षमता बुरी तरह से कम होने लगती है। आय का अधिकांश भाग नशे की भेंट चढ़ जाता है। फलत: अनेकों प्रकार की समस्याएं यथा अपराध, दुर्घटना, आत्महत्या आदि का ग्राफ बढ़ जाता है।
परिवार व्यकित की प्रथम पाठशाला है। अत: मादक पदार्थों के सेवन को रोकने हेतु व्यसनी के परिवार द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभायी जा सकती है क्योंकि कर्इ बार व्यसनी की नशे की लत के लिए उसका परिवार उत्तरदायी होता है। अत: परिवार का दायित्व है कि वह अपने बच्चों की उपेक्षा न करें, उनकी उचित इच्छाओं-आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयत्न करें व उन्हें ऐसे संगी-साथियों से दूर रखें जो नशा करते हैं। पशिचमी सभ्यता से ओत-प्रोत परिवारों में नशा करना आधुनिकता का पहचान माना जाता है। अत: परिवार के सदस्यों को चाहिए कि वह ऐसे झूठे दम्भ से दूर रहें। परिवार का वातावरण शान्त, प्रेमपूर्ण, पारस्परिक स्नेह एवं आदर से परिपूर्ण होगा तो बच्चा परिवार के प्रति लगाव महसूस करेगा, आज्ञाकारी होगा व शांति की खोज में नशा की ओर उन्मुख नहीं होगा।
आइये, अब हम सबको नशामुक्त समाज की स्थापना हेतु अपनी-अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिशिचत करनी होगी। हम सबका दायित्व है कि सम्पूर्ण मानवता को मादक पदार्थ रूपी दानवों से बचाने हेतु अपनी-अपनी भूमिका को अंजाम दें। स्वयं नशीले पदार्थों का परित्याग कर जन-जन तक इसके दुष्परिणामों को पहुंचायें एवं पूर्ण नशामुक्त समाज की स्थापना हेतु जनजागृति विकसित करें तभी एक स्वस्थ एवं समृद्ध राष्ट्र का सपना साकार होगा।
Posted on 21 September 2013 by admin
सांसद जयन्त चौधरी ने हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया, दंगों की सीबीआर्इ जांच की मांग दंगा पीडि़त गन्ना किसानों का ब्याज सहित बकाया भुगतान करने की मांग
राष्ट्रीय लोकदल महासचिव एवं लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी ने मुजफ्फरनगर के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। वह सुबह 5 बजे बिना किसी को सूचित किए मुजफ्फरनगर पहुंचे तथा उन्होंने काकड़ा, कुटबा, कमालपुर तथा फुगाना गांवों में हिंसा पीडि़त लोगों के परिवारीजनों मिलकर संवेदना व्यक्त की। सांसद जयन्त चौधरी ने गांव में लोगों से मिलकर कहा कि जो लोग गांव से विस्थापित हो चुके हैं उन्हें पुर्नविस्थापित करने के प्रयास शुरू किए जाएं। उन्होंने इस कार्य के लिए गांव के बड़े-बुजुर्गों और बुद्धजीवियों की भूमिका को रेखांकित किया।
सांसद जयन्त चौधरी ने मुजफ्फरनगर हिंसा की निन्दा करते हुए सीबीआर्इ जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में निजी समाचार चैनल द्वारा दिखाए गए सिटंग आपरेशन से जाहिर है कि प्रशासन राज्य सरकार के दबाव में है। न्याय प्रणाली तथा प्रशासन में लोगों के विश्वास के पुर्नस्थापन के लिए इस मामले की सीबीआर्इ द्वारा निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
सांसद जयन्त चौधरी ने हिंसा प्रभावित लोगों के परिवारीजनों को उचित मुआवाजा की मांग की है। इसके अलावा दंगों में जिन किसानों के ट्रैक्टर जला दिए गए तथा फुगाना गांव में कुछ किसानों के नलकूपों को नुकसान पहुंचा है, इस नुकसान की भरपार्इ जल्द करने की उन्होंने मांग की है।
रालोद महासचिव ने हिंसा से पीडि़त गन्ना किसानों का बकाया भुगतान जल्द से जल्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि किसान भुखमरी के कगार पर हैं। हाल में हुर्इ हिंसा से उन पर दोहरी मार पड़ रही है। ऐसे में किसानों का बकाया भुगतान करना अतिआवश्यक है। इससे उन्हें कुछ राहत मिलेगी। उन्होंने कहा है कि सरकार सुनिशिचत करे कि अगले पेरार्इ सत्र की शुरूआत सही समय पर हो सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 21 September 2013 by admin
सेना के आपरेशन सदभावना के तहत प्रदेश भ्रमण पर आए हैं लददाखी छात्र
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज अपने सरकारी आवास, 5 कालिदास मार्ग पर लददाख के स्कूली बच्चों से भेंट की। ये बच्चे सेना के आपरेशन सदभावना के अंतर्गत प्रदेश भ्रमण पर आए हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश भ्रमण पर आए सदभावना दल के सदस्यों का स्वागत किया तथा बच्चों को उपहार भी भेंट किया। श्री यादव ने बच्चों से परिचय प्राप्त किया और उनकी पढ़ार्इ तथा खेल सम्बन्धी रुचियों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने राष्ट्रीय एकीकरण के उददेश्य से सेना के इस प्रयास की सराहना भी की।
ज्ञातव्य है कि भारतीय सेना की बिहार रेजीमेंट की द्वितीय बटालियन द्वारा राष्ट्रीय एकीकरण के उददेश्य से आपरेशन सदभावना के तहत जम्मू और कश्मीर राज्य के लददाख क्षेत्र के 15 स्कूली छात्रों को देश के विभिन्न राज्यों का भ्रमण कराया जा रहा है। ये छात्र आर्मी गुडविल स्कूल में अध्ययनरत हैं और पशिचमी लददाख की नुबरा घाटी के सुदूरवर्ती गांवों के रहने वाले हैं। इस मौके पर बच्चों ने लददाख का पारम्परिक नृत्य भी प्रस्तुत किया। सदभावना दल द्वारा मुख्यमंत्री को महात्मा बुद्ध की प्रतिमा तथा लददाख का पारम्परिक वस्त्र भेंट किया गया।
लददाख के छात्रों के साथ आए उनके शिक्षक श्री गुलाम मोहम्मद ने बताया कि लखनऊ आने से पूर्व उनके दल ने चण्डीगढ़ और नर्इ दिल्ली के विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया। लखनऊ के पश्चात ये लोग आगरा भी जाएंगे।
इस अवसर पर लघु उधोग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भगवत शरण गंगवार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, मुख्यमंत्री के परामर्शी श्री आमोद कुमार, जिलाधिकारी लखनऊ श्री अनुराग यादव सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण तथा अन्य गणमान्य व्यकित भी उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 20 September 2013 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी नर्इ चुनौतियों का सामना कर रही है। जाति और संप्रदाय की राजनीति करनेवाली ताकतें समाजवादी पार्टी सरकार की विकास की गाड़ी का रास्ता रोकने के लिए कटिबद्ध रहती हैं। इन ताकतों का समाजवादी पार्टी से पुराना बैर है। सन 1989 में जब श्री मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तब मंदिर-मसिजद का सवाल उठाकर सामाजिक सदभाव को चोट पहुचाने की कोशिश की गर्इ। कार सेवकों के जत्थे आने लगे। बाबरी मसिजद तोड़ने की कोशिश हुर्इ जिसे श्री मुलायम सिंह यादव द्वारा नाकाम किया गया। अब जब फिर समाजवादी पार्टी की सरकार श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में बनी है प्रतिगामी ताकतें अपनी साजिशें दुहराने लगी है। बिडंबना है कि समाजवादी पार्टी सरकार के खिलाफ कांग्रेस-भाजपा-बसपा और रालोद के सुर एक जैसे हें। वामपंथी भी इन साजिशों को न समझने की भूल कर रहे हैं। मुजफफरनगर में सियासी फायदे के लिए भाजपा-बसपा ने मिलकर दो समुदायों के बीच खार्इ खोदने का काम किया है। महापंचायत में कांग्रेस और भारतीय किसान यूनियन के भी नेताओं ने शिरकत की। इसके नतीजे में पूरे प्रदेश का राजनीतिक माहौल प्रदूषित हुआ है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में शांति सदभाव की बहाली के लिए ठोस कदम उठाए है। मुजफफरनगर में जो विस्थापित हुए हैं उनको भरोसे में लेकर उनके गांव-घरों में वापसी का उचित माहौल तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। सरकार ने आर्थिक सहायता भी उदारतापूर्वक दी हैं। घायलों और मृतक आश्रितों का भी पूरा ध्यान रखा गया है। इसके साथ ही जिन अधिकारियों को कर्तव्य में ठिलार्इ करते पाया गया है उन पर कार्यवाही की गर्इ है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि जो निर्दोष हैं उन्हें सताया नहीं जाएगा जबकि दोषियों को अवश्य सजा दी जाएगी। प्रदेश में विकास की गति शांति और सौहार्द के वातावरण में ही बढ़ सकती है। समाजवादी पार्टी धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध है ताकि यह प्रदेश अपना पुराना गौरव पुन: प्राप्त कर सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 20 September 2013 by admin
पूर्वांचल में मसितष्क ज्वर से इस वर्ष अब तक लगभग 271 बच्चों की मौत हो चुकी है परन्तु प्रदेष सरकार मसितष्क ज्वर से निपटने में बुरी तरह नाकाम हैß यह आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि स्वास्थ विभाग केवल फर्जी आंकड़े पेष कर रहा है। मसितष्क ज्वर से निपटने में विभाग व शासन की उदासीनता इसी बात से साबित हो जाती है कि पूर्वांचल के बाबा राघव दास मेडिकल कालेज गोरखपुर मेंं पिछले 2 वर्षों से मसितष्क ज्वर वार्ड का निर्माण अधर मेंं है। सौ बेड वाले इस वार्ड में अब तक चिकित्सा सुविधा प्रारम्भ नहीं हो सकी है।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेष के स्वास्थ मंत्री दावा कर रहे हैं कि इलाज के अभाव में मसितष्क ज्वर से कोर्इ भी मौत नहीं हुयी है जबकि जमीनी हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। पिछले 24 घण्टों में ही पूर्वांचल में 15 बच्चों की मौत हो चुकी है। जनवरी से अब तक 271 बच्चों की मौत हो चुकी है परन्तु स्वास्थ विभाग व उसके मंत्री स्वयं अपनी पीठ थपथपा कर आत्ममुग्ध हो रहे हैं और गलत बयान बाजी कर रहे हैं।
श्री चौहान ने बताया कि बाबा राघवदास मेडिकल कालेज को मसितष्क ज्वर पीडि़तों की दवा के लिए 1 करोड़ का बजट मिला है परन्तु बजट का उपयोग सही दिषा में नहीं हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि जापानी बुखार से निपटने के लिए केन्द्र सरकार ने शुद्व पेयजल की उपलब्धता सुनिषिचत करने हेतु इणिडया मार्का-2 हैण्डपम्प तथा नगरीय क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति का क्लोरीनेषन कराने हेतु वित्तीय व्यवस्था सुनिषिचत की थी परन्तु प्रदेष सरकार की बदइन्तजामी व बदनियती के कारण उसका उपयोग भी सही दिषा में नहीं हो रहा है। श्री चौहान ने प्रदेष सरकार से शुद्व पेयजल की उपलब्धता सुनिषिचत करने तथा ग्रामीण क्षेत्रों मेें वाटर सील्ड शौचालय का निर्माण कराने, मच्छर पर नियंंत्रण हेतु फागिंग व लार्वा भक्षी गम्बूसिया मछली का उपयोग कराने की मांग की तथा नियमित टीकाकरण व अन्य आवष्यक उपाय युद्व स्तर पर उपलब्ध कराने को कहा जिससे पूर्वांचल में जापानी बुखार महामारी का रूप न लेने पाये। यह जानकारी राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष प्रवक्ता ने एक प्रेस विज्ञपित में दी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 20 September 2013 by admin
जिला नगरीय विकास अभिकरण(डूडा) द्वारा गरीबों को आवंटित किए जाने वाले आवासों के आवंटन में हो रही धांधली एवं गरीब आवास योजनाओं के अंतर्गत रह रहे गरीबों की बिजली, पानी, बी.पी.एल. कार्ड, राशन, यातायात व्यवस्था, चिकित्सीय सुविधा आदि समस्याओं को लेकर आज विधानसभा के समक्ष धरना स्थल पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री सुबोध श्रीवास्तव की अध्यक्षता में उ0प्र0 कांग्रेस सेवादल के संगठन मंत्री श्री सुरजीत सोनकर द्वारा धरने का आयोजन किया गया।
धरने पर आये गरीब लोगों के लिए अपने संदेश में कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता श्री प्रदीप माथुर ने कहा कि लखनऊ में ही नहीं पूरे प्रदेश में डूडा द्वारा इस तरह गरीबों की हकमारी के मामले सामने आये हैं। गरीबों का उत्पीड़न हो रहा है और भ्रष्टाचार के जरिए उन्हें उनके हक से वंचित करने का काम हो रहा है। कांग्रेस इस मुददे पर गंभीरता से लड़ार्इ लड़ने के लिए सड़क से सदन तक गरीबों के हितों के लिए संघर्ष करेगी।
जोनल प्रभारी एवं विधायक डा0 मोहम्मद मुसिलम ने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार में बेर्इमान बेलगाम हो रहे हैं और निरीह एवं गरीब प्राणियों को अपने हक के लिए सड़क पर उतरकर संघर्ष करना पड़ रहा है।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं विधायक डा0 रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि डूडा द्वारा की जा रही अनियमितताओं और धांधली के खिलाफ कांग्रेसजनों ने मोर्चा खोला है। क्योंकि कांग्रेस गरीबों के हक के लिए हमेशा खड़ी हुर्इ है। यदि तत्काल पात्र व्यकितयों को डूडा द्वारा बनाये गये आवास आवंटित नहीं किये गये और भ्रष्टाचार का खुला खेल जारी रहा तो इस मुददे को विधानसभा में उठाया जायेगा।
अध्यक्षीय सम्बोधन में श्री सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि आज का धरना इस बात का गवाह है कि गरीबों के उत्पीड़न, उनके अधिकारों से उनको वंचित करने के खिलाफ और उनके बेहतर भविष्य के लिए केवल कांग्रेस ही संघर्ष कर सकती है। उन्होने कहा कि साम्प्रदायिक ताकतें श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सत्ता पाने का ख्वाब देख रही हैं। लेकिन अगले लोकसभा चुनाव में असली लड़ार्इ कार्पोरेट संस्कृति एवं गरीबों के सशकितकरण के बीच में होगी। जिसमें जीत सोनिया जी और राहुल जी के नेतृत्व में गरीबों के हित की लड़ार्इ लड़ने वाली कांग्रेस पार्टी की होगी।
इस अवसर पर धरने को सम्बोधित करने वालों में मुख्य रूप से जिला कांग्रेस कमेटी लखनऊ के अध्यक्ष श्री विजय बहादुर सिंह, श्री विनोद विहारी वर्मा, श्री सुरजीत सोनकर, श्री मेराजवली खां, श्री अरशी रजा, श्री मेंहदी हसन, श्री आशुतोष मिश्रा, श्री सुधीर श्रीवास्तव, श्री कोर्णाक दीक्षित, श्रीमती संध्या शुक्ला, श्री अयूब सिददीकी, श्री के0के0 आनन्द, श्री मुन्ना लाल भारती, श्री मुुशर्रफ अली, श्री अजीमुददीन वारसी, श्री राजू, श्री विकास सक्सेना, श्री शशिकान्त, श्री भारत, श्री आरिज अली किदवर्इ, श्री होरी लाल, श्री मुराद अली, श्री बशीर शामिल रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 20 September 2013 by admin
उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता श्री मारूफ खान के पूज्य पिताजी स्व0 हाजी अब्दुल रऊफ खान(74वर्ष) के आकसिमक निधन पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डा0 निर्मल खत्री, सांसद ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
स्व0 अब्दुल रऊफ खान के निधन की जानकारी मिलने पर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी, सहा0 प्रभारी प्रशासन श्री प्रमोद सिंह, श्री विनोद विहारी वर्मा, श्री ओंकारनाथ सिंह, श्री सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव, श्री जे0पी0 सिंह, श्री रमेश मिश्रा, श्री शकील फारूकी आदि वरिष्ठ नेताओं ने श्री मारूफ खान के आवास पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 20 September 2013 by admin
कानून व्यवस्था पर पूरी तरह घिर चुकी प्रदेश सरकार उन अधिकारियों को प्रताडि़त करने का काम कर रही है जो र्इमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे थे किन्तु अनावश्यक सरकारी हस्तक्षेप से आजिज आखिरकार ए.डी.जी. कानून एवं व्यवस्था श्री अरूण कुमार ने प्रदेश सेवा से केन्द्रीय सेवा में जाने के लिए न ही सिर्फ आवेदन किया बलिक उन्होने तत्काल छुटटी पर जाना उचित समझा। सरकार बतावे कि प्रदेश में र्इमानदार अधिकारियों के लिए कोर्इ स्थान है अथवा नहीं?
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि यही कारण है कि मुजफ्फरनगर दंगे में सरकार अपनी असफलता से बौखलाकर जिस तरह से अधिकारियों को प्रताडि़त कर रही है और दूसरी तरफ अपने मंत्री को बचाने का काम कर रही है इससे यह स्पष्ट है कि उक्त दंगा सुनियोजित था और इसकी सूचना होने के बावजूद भी सरकार रोकने में नाकाम रही।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार मेें सिर्फ उन्हीं अधिकारियों को सम्मान मिलता रहा है जो या तो भ्रष्ट रहे हैं अथवा समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में उनके इशारे पर काम करते रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण तत्कालीन मुख्य सचिव श्री ए0पी0 सिंह एवं श्रीमती नीरा यादव हैं जिन्हें मा0 उच्चतम न्यायालय की फटकार के बाद हटाया गया। किन्तु आज जिस तरह से पहले र्इमानदार आर्इएएस अधिकारी श्रीमती दुर्गा नागपाल का निलंबन और अब सरकारी एवं समाजवादी पार्टी के लगातार हस्तक्षेप से आजिज आकर जिस तरह से ए.डी.जी. कानून एवं व्यवस्था श्री अरूण कुमार ने प्रदेश सेवा से केन्द्रीय सेवा में जाने के लिए आवेदन किया और तत्काल छुटटी पर चले गये हैं, इससे प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया वह बयान खोखला साबित हो रहा है जिसमें उन्होने कहा है कि प्रदेश में अब कहीं भी दंगे नहीं होंगे और जो लोग इसमें आरोपित हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी। किन्तु सरकार यह बताने में नाकाम रही कि आखिर जब र्इमानदार अधिकारियों का यही हश्र है तेा आखिर वह किन अधिकारियों के बल पर कानून व्यवस्था सुधारने का दावा करती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 20 September 2013 by admin
समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव सरकार की कार्य संस्कृति का प्रदेश के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों खौफ है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है, प्रदेश सरकार के मुखिया ने अपने निर्णयों से र्इमानदार अफसरों का विश्वास खो दिया है। अखिलेश सरकार ने जिस समय दुर्गा नागपाल जैसे र्इमानदार युवा अधिकारी पर आधारहीन एकतरफा कार्यवाही की, उसी वक्त सरकार बेनकाब हो गयी। प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेयी ने कहा कि केवल अरूण कुमार ए.डी.जी. कानून व्यवस्था ही नही जल्द ही अन्य र्इमानदार अधिकारी भी प्रदेश छोडकर प्रतिनियुक्त एवं अवकाश पर जाना चाहते है।प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में कायम जंगलराज का नजारा पंचमतल में दिखार्इ पड़ता है। वहां भी चन्द अधिकारियों को छोड़कर सभी अपना दर्द दबी जवान उजागर करते है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विचाराधीन कैदी आंतकी खालिद की हिरासत में मृत्यु के बाद सरकार द्वारा तात्कालिक पुलिस अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने से भी अधिकारियों का मनोबल टूटा। प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेयी ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे पूर्ण रूपेण सरकार द्वारा प्रायोजित थे प्रदेश सरकार की विफलता एवं राजनैतिक हस्तक्षेप को जब आजतक मीडिया द्वारा सिटंग आपरेशन द्वारा प्रसारित किया गया तो सरकार की वोट बैंक की राजनीति का पर्दाफाश हो गया और प्रशासनिक अधिकारियों को भी जिस प्रकार से सरकार ने प्रताडि़त किया वह भी स्पष्ट हो गया। प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेयी ने कहा मुख्यमंत्री जी बिना वैधानिक जांच के सीडी को फर्जी क्यों बता रहे है? क्या वे अपने वरिष्ठ मंत्री आजम खां को बचाने के लिए तो नहीं ? प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेयी कहा कि जब रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भर्इया का नाम पुलिस उपाधिक्षक जियाउल्ल हक हत्या में आया तो उनको सरकार के दबाव के चलते मंत्री पद छोड़ना पड़ा। इसी प्रकार राजाराम पाण्डेय एक महिला आर्इएएस आधिकारी पर अमृयादित टिप्पणी की तो मंत्री पद छोड़ना पड़ा। प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेयी ने सवाल करते हुए कहा कि सीएमओ घटना क्रम में विनोद सिंह उर्फ पंडि़त सिंह को मंत्री पद छोड़ना पड़ा तो लगभग 40 मौंतो के बाद एवं सिटंग खुलासा के बाद मुख्यमंत्री जी आजम खां का इस्तीफा क्यों नहीं- क्या जबाव है आपके पास ? यह दोहरा मापदण्ड क्यो, प्रदेश की जनता स्पष्टीकरण चाहती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com