Archive | May 31st, 2013

सरकार प्रदेश की जनता की समस्याओं पर नियंत्रण नही कर पा रही

Posted on 31 May 2013 by admin

30 मई 2013

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने  इलाहाबाद मंे हाडिया के उपचुनाव के प्रत्याशी सावरे लाल तिवारी के पक्ष में एक भारी जनसभा को सम्बोंधित किया। जनसभा को सम्बोंधित करते हुए डा0 बाजपेयी ने कहा कि आज सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण, कानून अव्यवस्था, प्रदेश की जनता की असुरक्षा व महिलाआंे की असुरक्षा, युवाओं की बेरोजगारी आदि समस्याओं पर कोई नियंत्रण नही कर पा रही है और हर समस्या पर विफल हो रही है। आज प्रदेश में आम नागरिक आपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। हमारा जनता से अनुरोध है कि हमारी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशाी सावरे लाल तिवारी को भारी बहुमत से विजय बनाये ओर अगामी लोकसभा में भी हमें आपसे और पूरे प्रदेश की जनता से आशा है कि आप भाजपा को मजबूती प्रदान करेंगे।
उपरोक्त सभा में प्रदेश महामंत्री देवेन्द्र सिंह चैहान, देवराज, लक्ष्मण आचार्य, योगेश शुक्ला, प्रेम शंकर पाण्डेय, पुष्पेन्द्र त्यागी, नगर अध्यक्ष राम रक्षा द्विवेदी तथा भाजपा के हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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मुसलमान और ईसाई दलितों के खिलाफ धार्मिक भेद-भाव

Posted on 31 May 2013 by admin

भारत का संविधान अत्यन्त धर्मनिर्पेक्ष और मानव अधिकारों की हिफाज़त करने की नियत से बनाया गया है। आर्टिकिल (Article) 14 में सभी लोगों को क़ानून की नज़र में बराबरी का दर्जा दिया गया है। आर्टिकिल 15 में शैक्षिक संस्थाओं में सभी नागरिकों को बराबर के अधिकार की गारण्टी दी गयी है। आर्टिकिल 16 के तहत सरकारी नौकरियों में सभी नागरिकों में बराबरी का अधिकार दिये जाने की गारण्टी दी गयी है। इन तीनों आर्टिकिल्स के कारण भारत के किसी भी नागरिक के खि़लाफ उसके धर्म, नस्ल, जाति, लिंग, पैदाइश या निवास स्थान के आधार पर कोई भेद-भाव नहीं किया जा सकता।
आर्टिकिल 25 में सभी लोगों को धर्म और सम्प्रदाय की आजादी की गारण्टी दी गयी है। यह खुशी की बात है कि संविधान की कानूनी गारण्टी के अलावा भारतीय समाज आमतौर से सभी को बराबरी का दर्जा दिये जाने पर यकीन करता है।
इसके बावजूद कान्स्टीट्यू्शन (शेडूल्डकास्ट्स) आर्डर 1950 (Constitution (SCs) Order 1950) के पैरा-3 में भारत सरकार ने यह शर्त लगा दी कि आर्टिकिल 341 के तहत शेडूल्डकास्ट्स को दी जाने वाली सुविधायें केवल उन्हीं लोगों को मिलेंगी जो हिन्दू, सिख या नवबौद्ध हों। इस धार्मिक भेद-भाव के कारण 1950 से अब तक मुसलमान और ईसाई दलितों को सरकारी शैक्षिक संस्थाओं, सरकारी नौकरियों और दूसरे मामलों में उन अधिकारों से वंचित किया गया है जो उन्हीं के हम-पेशा हिन्दू, सिख या नवबौद्ध शेडूल्डकास्ट्स को मिल रहे हैं।
मुसलमान और ईसाई दलितों को सबसे ज़्यादा नुकसान इस बात से हुआ कि जिन इलाकों में मुसलमानों की अच्छी संख्या है या वे बहुसंख्यक हैं वहां लोकसभा और विधानसभा की सीटें शेडूल्डकास्ट्स के लिए आरक्षित कर देने के कारण मुसलमान और ईसाई दलितों को उन सीटों पर मुकबला करने से वंचित रखा गया है।
1952 से अब तक 15 लोक सभा के चुनावों में लगभग 540 सीटें मुसलमान और ईसाई दलितों को उन इलाकों में अतिरिक्त मिल सकती थीं जो मुस्लिम बहुसंख्य इलाकों में आरक्षित की गयी हैं। इस नुकसान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोकसभा में अब तक लगभग 450 मुसलमान मेम्बर चुने गये हैं और 540 सीटों से महरूम किये गये हैं। इसी तरह विधान सभाओं में मुसलमानों को 1952 से अब तक लगभग 3000 से ज्यादा सीटें अतिरिक्त रूप में मिलतीं अगर मुसलमान और ईसाई दलितों को धर्म के आधार पर शेडूल्डकास्ट्स के अधिकार से वंचित न किया जाता। इतनी बड़ी संख्या में लोक सभा और विधान सभाओं में मुसलमान और ईसाई गरीबों का प्रतिनिधित्व न हो सकने के कारण मुसलमानों को विकास के विभिन्न क्षेत्रेां में अपने अधिकारों से वंचित होना पड़ा है। राजनैतिक संस्थाओं में कम प्रतिनिधित्व के कारण मुसलमानों और ईसाईयों के खिलाफ दूसरे क्षेत्रों में भी भेद-भाव के मामले और अवसर बढ़े हैं।
इस पैराग्राफ का साम्प्रदायिक परिदृश्य और उद्देश्य इस बात से स्पष्ट हो जायेगा कि अगर कोई हिन्दू, सिख या बौद्ध शेडूल्डकास्ट्स का व्यक्ति इस्लाम या ईसाई धर्म को स्वीकार कर लें तो उसी दिन से आर्टिकिल 341 के तहत उपलब्ध की जाने वाली सभी सुविधाओं से वह वंचित कर दिया जाता है और अगर वही व्यक्ति पुनः हिन्दू, सिख या बौद्ध धर्म में वापस चला जाय तो उसी दिन से उसके सारे अधिकार फिर से पुनर्जीवित हो जाते हैं। यह कहना अनुचित न होगा कि पैरा 3 का प्रबन्ध मुसलमान और ईसाई गरीबों को हिन्दू, सिख या बौद्ध धर्मों के स्वीकार करने पर उन्मुख करने की नियत से किया गया है। दूसरी तरफ हिन्दू, सिख और बौद्ध धर्म के मानने वाले शेडूल्डकास्ट्स के व्यक्तियों को आर्टिकिल 341 का लालच देकर उन्हें इस्लाम और ईसाई धर्म में जाने से रोकने की नियत से यह पैरा लागू किया गया है। हमारी नज़र में गरीब मुसलमानों के लिए इस पैराग्राफ के माध्यम से इस्लाम छोड़ देने का ख़तरा पैदा किया गया है।
वर्ष 2004 में इस पैरा 3 के खिलाफ सुप्रीमकोर्ट में इस आधार पर याचिका दाखिल की गयी कि इस पैरा के कारण ईसाई दलितों के लिए आर्टिकिल्स 14, 15, 16 और 25 में दिये गये अधिकारों की खिलाफवर्जी होती है। इस याचिका में जवाब दावा दाखिल करने के लिए केन्द्र सरकार ने 2005 में रंगनाथ मिश्रा कमीशन कायम किया। वर्ष 2007 में रंगनाथ मिश्रा कमीशन ने केन्द्र सरकार को सुझाव दिया कि पैरा 3 को समाप्त किया जाय क्योंकि इससे संविधान के आर्टिकिल्स 14, 15, 16 और 25 की न केवल खिलाफवर्जी हो रही है बल्कि यह पैरा अन्यायपूर्ण भी है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने हाल ही में सुप्रीमकोर्ट में अपने जवाब दावा में कहा है कि पैरा 3 समाप्त किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग ने सुप्रीमकोर्ट के समक्ष अपने जवाबदावा में यह लिखा है कि मुसलमान और ईसाई दलितों को भी शेडूल्डकास्ट्स के अधिकार मिलने चाहिए लेकिन वर्तमान शेडूल्डकास्ट्स के लोगों अर्थात हिन्दू, सिख और बौद्ध शेडूल्डकास्ट्स पर खराब असर न पड़ने दिया जाय। सुप्रीमकोर्ट के निर्देशांे के बावजूद भारत सरकार ने अपना नज़रिया सुप्रीमकोर्ट के समक्ष नहीं पेश किया है। इस कारण सुप्रीमकोर्ट भी फैसला करने की हालत में नहंी आ सका है।
उल्लेखनीय है कि श्री लालू प्रसाद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री की हैसियत से और श्री मुलायम सिंह यादव ने यू0पी0 के मुख्यमंत्री की हैसियत से अपनी-अपनी विधान सभाओं द्वारा यह प्रस्ताव मंजूर कराने के बाद भारत सरकार को प्रेषित किये थे कि उपरोक्त पैराग्राफ 3 को समाप्त किया जाय।
दिनांक 2 सितम्बर, 2005 को सुश्री मायावती, राष्ट्रीय अध्यक्ष, बहुजन समाज पार्टी ने डा0 मनमोहन सिंह, प्रधानमंत्री को लिखे गये तीन पत्रों में यह मांग की कि चूंकि अब किसी भी धार्मिक अल्पसंख्यक को उनके धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा रहा है, इसलिए कान्स्टीट्यूशन (शेडूल्डकास्ट्स) आर्डर 1950 (Constitution (SCs) Order 1950) में लगायी गयी इस अनुचित शर्त का कोई औचित्य नहीं रह जाता कि आरक्षण के फायदे केवल हिन्दू धर्म से संबंध रखने वाले शेडूल्डकास्ट के मेम्बरों को दिये जाते हैं। उन्होंने पैरा 3 को समाप्त करने की सिफारिश करते हुए यह भी लिखा कि इस पैरा को समाप्त करने से एक फायदा यह भी होगा कि हिन्दू शेडूल्डकास्ट के मेम्बरों का यह डर भी समाप्त हो जायेगा कि वह अपनी पसन्द से किसी दूसरे धर्म को नहीं स्वीकार कर सकते।
हम इस असंवैधनिक और अन्याय पूर्ण काले कानून को भारत के संविधान में दिये गये बुनियादी अधिकारों और हिन्दुस्तानी समाज के सेक्युलर मिजा़ज के खिलाफ समझते हैं और भारत सरकार से मांग करते हैं कि इस काले कानून को फौरन समाप्त किया जाय।
इस सन्दर्भ में हम सारे वोटरों से अपील करते हैं कि जब कोई उम्मीदवार उनसे वोट मांगने आये तो वे उस उम्मीदवार की हिमायत इस शर्त पर करें कि वह उम्मीदवार पैरा 3 को खत्म कराने के लिए खुलकर और व्यवहरिक तौर पर कोशिश करेगा। जो उम्मीदवार इस धार्मिक भेद-भाव को समाप्त करने के हक में न हो उसे साफ तौर से वोट देने से मना कर दिया जाय।
हम सभी संस्थाओं से अपील करते हैं कि इस रेजोल्यूशन को प्रभावकारी बनाने के लिए अपने-अपने इलाकों में वोटरों के स्तर पर तेज़ी से काम करना शूरू करें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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किसान मोर्चे की आवश्यक बैठक

Posted on 31 May 2013 by admin

30 मई 2013

भाजपा किसान मोर्चे की आवश्यक बैठक आज माधव सभागार में मोर्चे के शहर अध्यक्ष अशोक तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर यह निर्णय लिया गया कि आगामी 16 जून को किसान मोर्चे के द्वारा जिले के 5 किसानों एंव नवमनोनीत राष्ट्रीय मंत्री श्री दिनेश दुबे जी का सम्मान किया जायेगा। अशोक तिवारी ने बताया कि राष्ट्रीय मंत्री दिनेश दुबे 16 जून को शताब्दी द्वारा लखनऊ पहुंचेगे।
बैठक में भाजपा प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह, किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक श्रीवास्तव एवं क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अशोक जी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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क्या आप विराट को चुनौती देने के लिये तैयार हैं?

Posted on 31 May 2013 by admin

  • सिंथाॅल ने ‘अलाइव इज आॅसम’ के अगले चरण का शुभांरभ किया, भारत के अपने प्रशंसकों के बीच चुनौती स्वीकार करने की महत्ता को बताया

edited-challenge-virat-press-release-0130 मई 2013ः सिंथाॅल ने ‘रुचैलेंजविराट’ के साथ ‘अलाइव इज आॅसम’ के अगले चरण का शुभारंभ करने की घोषणा की है। यह एक चैतरफा ब्रांड कैंपेन है, जिसका शुभारंभ आज किया गया। कैंपेन के इस चरण में सिंथाॅल युवा भारतीयों को तरोताजगी से भरपूर नये अनुभव से रू-ब-रू करायेगा और उन्हें विराट कोहली को चुनौती देने का अवसर प्रदान करेगा। चार सप्ताह की अवधि के अंत में एक जोरदार चुनौती का सूत्रपात्र कर विराट कोहली के समक्ष उपस्थित होने का अवसर प्रदान किया जायेगा, जो कि इस कंपनी के ब्रांड एम्बेसेडर हंै। यह एक ऐसी चुनौती है जो उन्हें उत्साह एवं गर्मजोशी से भर देगी।

यह कैंपेन प्रशंसकों एवं अनुयायियों को टेलीविजन एवं प्रिंट मीडिया से परे जाकर विभिन्न डिजिटल एवं सामाजिक मीडिया मंचांे से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगा, जो ूूूण्बपदजीवसण्बवउध्कमव पर एकीकृत होगा।

इस रोचक कैंपेन पर टिप्पणी करते हुये श्री सुनील कटारिया, ईवीपी, विपणन एवं बिक्री, गोदरेज कंज्यूमर प्राॅडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) ने कहा, ‘‘यह कैंपेन उन लोगों को लक्षित करता है, जो अपने कार्यों को लेकर बहुत जुनूनी हैं। अपने चैलेंज विराट कैंपेन के माध्यम से हम युवा, जुनूनी एवं आत्मविश्वास से भरपूर भारतीयों को न सिर्फ विराट से मिलने का अवसर प्रदान करना चाहते हैं, बल्कि उन्हें आमने-सामने की चुनौती देने के लिये प्रेरित कर रहे हैं। एक ब्रांड के रूप में हम दीवानगी के साथ जीवन जीने तथा अपने उत्पादों एवं पहलों के माध्यम से रोमांचकारी अनुभव उपलब्ध कराने में विश्वास करते हैं।’’

यह न सिर्फ एक जीवंत ब्रांड कैंपेन है, बल्कि सिंथाॅल के डियोडरेंट्स हैं, जो इस तरोताजगी की भावना को दर्शाते हैं। दीवानगी एवं पुरूषत्व से भरपूर डियोज की यह नवीन श्रृंखला एक उत्कृष्ट नाॅन-एल्कोहलिक फाॅम्र्यूलेशन है, जो त्वचा को नाॅन-इरिटेरिंग बनाती है तथा इसकी विशिष्ट एवं परिष्कृत पैकेजिंग ब्रांड की स्थिति को बयान करती हैं। सिंथाल डियोज - प्ले, डाइव, इग्नाइट, एनर्जी एवं इन्टेंस जैसे 5 वैरिएंट्स में उपलब्ध हैं, जो भिन्न फ्रैगरेंस प्रेफेयर के अनुकूल हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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स्टाफ नर्सों की कमी, भगवान भरोसे चल रहे अस्पताल

Posted on 31 May 2013 by admin

मई। सूबे में स्टाफ नर्सों की हजारों रिक्तियां खाली हैं, मगर उत्तर प्रदेष चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा न्यायालय के सवालों का जवाब उचित रुप में न देने के कारण सूबे के स्वास्थ्य महकमें में स्टाफ नर्सों की भर्ती नही हो पा रही है। इसी का नतीजा है कि सूबे के चिकित्सालय भगवान भरोसे चल रहे हैं। एक तरफ उत्तर प्रदेष शासन नर्सिंग प्रषिक्षण केन्द्रों की अनिवार्यता एवं मान्यता निजी क्षेत्र में जारी करता है तो वही दूसरी तरफ उन निजी क्षेत्रों से प्रषिक्षित स्टाफ नर्सों को भर्ती के लिए न्यायालय के सवालों का सही जवाब न देकर उसे संतुष्ट नही कर पा रहा है। ये बातें नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट एसोसिएषन के सरंक्षक डा. नीरज बोरा ने कही।
डा. नीरज बोरा ने बताया कि उत्तर प्रदेष चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा में नर्सिंग (अराजपत्रित) सेवा नियमावली 1999 असाधारण विधायी परिषिष्ट भाग - 4, खण्ड (क) 29.12.1999 के द्वारा भर्ती के श्रोत 5 (डी) (1) के तहत 95 प्रतिषत छात्र नर्स और धात्रियों में से महिला स्टाफ नर्स हेतु नियम 10 में दी गयी अहर्ताएं पूरी करते हैं। उत्तर प्रदेष शासन (चिकित्सा स्वास्थ्य अनुभाग 11) द्वारा 25 फरवरी 2005 को राजकीय/निजि संस्था में प्रषिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों की नियुक्ति के संबंध में समान अवसर प्रदान किये गये थे। मगर उच्च न्यायालय लखनऊ खण्डपीठ ने अपने एक आदेष के तहत उपरोक्त शासनादेष को मानने से इनकार कर दिया है जिससे निजी क्षेत्र से प्रषिक्षित स्टाफ नर्स की भर्ती में रोडा अटक गया है। सबसे अजीब बात तो यह है कि उत्तर प्रदेष चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग भी इस मामले में दिलचस्पी नही ले रहा है। जिसका उदाहरण उसके द्वारा न्यायालय के सवालों का जवाब देकर संतुष्ट नही करने के रुप में देखा जा सकता है। इस प्रषासनिक तकनीकि में हीलाहवाली का नतीजा यह है कि सूबे में हजारों प्रषिक्षण प्राप्त स्टाफनर्स इस मंहगाई के दौर में बेरोजगारी का दंष झेल रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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परिवहन मुख्यालय के कार सेक्शन व वर्कशाप में व्याप्त गदंगी से परविहन मंत्री नाराज कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं -दुर्गा प्रसाद यादव

Posted on 31 May 2013 by admin

31 मई, 2012
उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री श्री दुर्गा प्रसाद यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिये हंै कि वे परिवहन निगम की कार्यशालाओं की समुचित साफ-सफाई रखंेे। उन्होंने कहा कि स्टाफ कार में मरम्मत हेतु उपयोग में लाये जाने वाले उपकरणों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जायेतथा कार्यों में पूरी पारदर्शिता बरती जाये।  उन्होंने कहा कि कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कार्यशाला में व्याप्त गन्दगी पर कार्यशाला अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई।
श्री दुर्गा प्रसाद यादव आज यहां परिवहन निगम मुख्यालय स्थित कार सेक्शन, स्टोर एवं वर्कशाप का औचक निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम की स्टाफ कारों को पूरी तरह दुरूस्त रखा जाये। इसमें किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि स्टाफ कारों की मरम्मत में लगने वाले उपकरण उच्च गुणवत्तायुक्त होने चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे वर्कशाप व स्टोर का नियमित निरीक्षण कर उच्चाधिकारियों को अवगत कराते रहे।
परिवहन मंत्री ने कहा कि वर्कशाप में ठीक होने के लिए आने वाली स्टाफ कार को एक निश्चित समय सारिणी के भीतर दुरूस्त किया जाये। उन्होंने परिवहन निगम के कार सेक्शन एवं वर्कशाप में व्याप्त गदंगी पर निर्देश दिये कि मुख्यालय में सफाई का समुचित ध्यान रखा जाये तथा नियमित रूप से सफाई कराई जाये। परिसर को गंदा करने वाले कर्मियों तथा आगुन्तकों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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विधान सभा अध्यक्ष ने पत्रकारों के मेधावी बच्चों को सम्मानित किया

Posted on 31 May 2013 by admin

  • पुरस्कार आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है, विषम परिस्थितियों में भी अच्छा कार्य करने को प्रोत्साहित करता है-माता प्रसाद पाण्डेय

31 मई, 2013
पुरस्कार केवल एक धनराशि नहीं, बल्कि यह आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है, मनोबल को बढाता है तथा विषम परिस्थितियों में भी अच्छा कार्य करने को प्रोत्साहित करता है।
यह बात उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय ने आज यहां विधान भवन के सेन्ट्रल हाल में पत्रकारों के मेधावी बच्चों के लिए आयोजित सम्मान समारोह में कही। उन्होंने वर्ष 2012 की हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट परीक्षा में उत्तीर्ण पत्रकारों के 24 मेधावी बच्चों को 2100 रुपये की पुरस्कार राशि का चेक अलग-अलग प्रत्येक बच्चे को भेंट करके तथा विधान भवन सचिवालय का प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने सभी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के बच्चे स्वयं परिश्रम करके आगे बढ़ते हैं। उन्होंने इन बच्चों को और अधिक परिश्रम करने तथा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
समारोह के उपरान्त बच्चों ने विधान सभा के सभा मण्डप का अवलोकन भी किया। बच्चों को विधान सभा की कार्यवाही से भी अवगत कराया गया। समारोह में बच्चों के अभिभावक, प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री रवीन्द्र कुमार सिंह, उ0प्र0 श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष श्री हसीब सिद्दीकी के अलावा अन्य पदाधिकारी तथा पत्रकार बन्धु उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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तम्बाकू सेवन मनुष्य के लिए खतरनाक -सरोज कुमारी

Posted on 31 May 2013 by admin

  • ‘विश्व तम्बाकू रहित’ दिवस पर  आमजन को जागरूक करने के लिए रैली निकाली edited-tabaco-rally

31 मई, 2012
उत्तर प्रदेश की राज्य मद्यनिषेध अधिकारी श्रीमती सरोज कुमारी ने कहा है कि तम्बाकू सेवन मनुष्य के लिए सबसे खतरनाक है। तम्बाकू के पौधों में निकोटीन पांच से सात फीसदी होता है, जबकि तैयारशुदा सिगरेट में यह आठ से 20 मिलीग्राम तक होता है। उन्होंने कहा कि एक सिगरेट पीने से मनुष्य के शरीर में एक मिलीग्राम निकोटीन पहुंचता है। निकोटीन और कार्बन डाई आक्साइड का मिश्रण धुंए के रूप में मनुष्य के शरीर में पहुंचने से उसके दिल की धड़कन और रक्त प्रवाह को कुछ देर के लिए बढ़ा देता है।
श्रीमती सरोज कुमारी आज यहां ‘विश्व तम्बाकू रहित’ दिवस के अवसर पर आयोजित रैली में अपने उद्गार व्यक्त कर रही थी। उन्होंने कहा कि तम्बाकू खाने से मनुष्य के शरीर में कई विकार पैदा होते है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार तम्बाकू के इसी प्रकार के सेवन से वर्ष 2030 तक दुनिया में हर साल आठ मिलियन लोग मौत को गले लगा लेंगे।
विश्व तम्बाकू रहित दिवस के अवसर पर राज्य मद्यनिषेध अधिकारी ने तम्बाकू के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों की आम आदमी को जानकारी देने के लिए झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। यह रैली क्षेत्रीय मद्यनिषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी कार्यालय, अशोक मार्ग से गाँधी प्रतिमा जी0पी0ओ0 लखनऊ तक निकाली गयी। रैली में बड़ी संख्या में छात्र, युवा व महिलाओं ने प्रतिभाग किया। रैली समापन स्थल पर नुक्कड़ नाटक एवं जादू के माध्यम से तम्बाकू सेवन से होने वाले नुकसान की जानकारी दी गयी। इस अवसर पर क्षेत्रीय मद्यनिषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी श्री जय सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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प्रदेश में 10690 मेगावाट विद्युत की आपूर्ति

Posted on 31 May 2013 by admin

31 मई, 2013
उत्तर प्रदेश में आज दिन में पावर कारपोरेशन द्वारा 10690 मेगावाट विद्युत की आपूर्ति की जा रही है।
आज दिन में 2ः00 बजे राज्य विद्युत उत्पादन निगम के विद्युत गृहों से 2632 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा था, जिसमें ओबरा से 482 मेगावाट, अनपरा से 1041 मेगावाट, पनकी से 72 मेगावाट, हरदुआगंज से 230 मेगावाट तथा पारीछा से 807 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा था। इसके अलावा 618 मेगावाट जलीय विद्युत का उत्पादन हो रहा था।
पावर कारपोरेशन द्वारा केन्द्रीय क्षेत्र से 5110 मेगावाट विद्युत आयात की जा रही थी। इसके अलावा को-जनरेशन से 350 मेगावाट, रोजा से 1004 मेगावाट, बजाज इनर्जी से 282 मेगावाट तथा लैन्को से 694 मेगावाट विद्युत आयात की जा रही थी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की अनूठी पहल चंदा लगाकर साथी पत्रकार की पत्नी को दिया 50 हजार रुपए का ड्राफ्ट

Posted on 31 May 2013 by admin

  • पेड न्यूज समाज के लिए काफी खतरनाक: शीतला सिंह
  • मालिकों से अपना हक पाने के लिए दबाव बनाएं पत्रकार: राम दत्त

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गोंडा 31 मई। हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर एक अनूठी पहल करते हुए उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की जिला इकाई ने चन्दा लगाकर एकत्रित किए गए पचास हजार रुपए का डिमांड ड्राफ्ट स्व. राम मोहन पाण्डेय की पत्नी श्रीमती सुमन पाण्डेय को प्रदान किया। कार्यक्रम के अतिथि प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह व माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह के द्वारा उन्हें यह धनराशि प्रदान करवाई गई।
इस अवसर पर यूनियन की ओर से आयोजित एक संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए भारतीय प्रेस परिषद के सदस्य शीतला सिंह ने कहा कि पेड न्यूज समाज के लिए काफी खतरनाक है। उन्होंने कहा कि पेड न्यूज छपवाकर चुनाव जीतने वाली उत्तर प्रदेश की एक विधायक की सदस्यता तो खत्म कर दी जाती है किन्तु पेड न्यूज छापने वाले समाचारपत्र के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती। यह दोहरा मानदंड समाज के लिए खतरनाक है। उन्होंने पंूजीवाद के खिलाफ पत्रकारों को एकजुट होने की अपील की। प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि लोकतंत्र के अन्य स्तंभों की भांति मीडिया में भी गिरावट आई है। इसके बावजूद उसका महत्व कम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को समाज हित में कार्य करना चाहिए, न कि ब्यक्ति हित में। प्रदेश सरकार पत्रकारों के हित के लिए प्रतिबद्ध है। माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह ने स्वच्छ व निष्पक्ष पत्रकारिता की वकालत की और कहा कि पत्रकारों को तथ्यों की जांच पड़ताल करके ही समाचार देना चाहिए। बीबीसी लंदन के उत्तर प्रदेश प्रभारी राम दत्त त्रिपाठी ने कहा कि मीडिया संस्थानों को अपनी सकल आय का एक निश्चित हिस्सा पत्रकारों को देना चाहिए। उन्होंने पत्रकार संगठनों के माध्यम से उन पर दबाव बनाए की जरूरत बताई। त्रिपाठी ने कहा कि समाचार बंदूक से निकली गोली की तरह है, इसलिए उसे प्रसारित करने से पहले क्रास चेक अवश्य करें। उन्होंने सवाल उठाया कि श्रम विभाग के अधिकारी मीडिया घरानों के कार्यालयों की पड़ताल करके उन संस्थानों में काम करने वाले पत्रकार व गैर पत्रकार कर्मचारियों के हितों की रक्षा क्यों नहीं कर पा रहे हैं?
देवीपाटन परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक सत्येन्द्र वीर सिंह ने कहा कि पत्रकारिता की धार तलवार से भी तेज होती है। इसलिए पत्रकार अपनी ताकत को पहचानें और समाज हित में कार्य करें। उन्होंने कहा कि पत्रकारों ने हमेशा देश को दिशा दी है और आज भी आपमें धारा मोड़ने की ताकत है। डीआईजी ने पत्रकारों से स्व अनुशासित होने की अपील की। पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह यादव ने पत्रकारों को लक्ष्मण रेखा पार न करने का सुझाव दिया। एसपी ने कहा कि पत्रकारिता दिवस अपने मिशन को कसौटी पर कसने का दिन है। भविष्य की योजनाओं पर संकल्प लेने का दिन है। उन्होंने कहा कि हमें आत्मावलोकन करना चाहिए कि हम अपने उद्देश्य से भटक तो नहीं रहे हैं। उन्होंने समाचारपत्र के मिशन, प्रोफेशन अथवा बिजनेस होने के बीच सीमा रेखा निर्धारित करने की बात कही। उन्होंने सुझाव दिया कि पत्रकार अपनी साख बचाएं तथा सनसनी पैदा करने से बचें।
भारतीय प्रेस परिषद की पूर्व सदस्य सुश्री सुमन गुप्ता ने कहा कि पत्रकार भारतीय संविधान में प्रदत्त अभिब्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकारों के तहत काम करते हैं। उन्होंने कहा कि आज समाचारपत्रों में स्थानीयकरण बढ़ा है। एक जिले की खबरें दूसरे जिले में नहीं मिलती। हमें राष्ट्रीय, प्रादेशिक और स्थानीय खबरों से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मीडिया घरानों के मालिकान करोड़ों का माल काट रहे हैं किन्तु दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों मंे काम करने वाले पत्रकारों को बहुत कम पारिश्रमिक मिलता है। अपने हक के लिए हमें मीडिया घरानों पर दबाव बनाने की जरूरत है। साहित्यकार डा. सूर्यपाल सिंह ने पत्रकारिता में शुचिता के साथ मानवीय संवेदनाओं को उठाते हुए कहा कि आज सम्पादकों की हैसियत घट गई है। दूसरी तरफ पत्रकारों को उनका हक व जीविका के लिए धन नहीं दिया जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में पत्रकारिता कैसे स्वतंत्र रह सकती है? सम्पादक रजा रिजवी ने जिलों में कार्यरत पत्रकारों को भी मान्यता तथा इलाज की सुविधाएं देने की मांग की। कार्यक्रम को एडीएम अंजनी कुमार सिंह, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय सिंह, पूर्व अध्यक्ष सुरेश त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि संजीव सिंह, शास्त्री कालेज के प्राध्यापक डा. श्याम बहादुर सिंह, जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) मिर्जा शाहिद बेग आदि ने भी सम्बोधित किया। विषय प्रवर्तन एसपी मिश्र ने किया। यूनियन के जिलाध्यक्ष कैलाश वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन तथा महामंत्री जानकी शरण द्विवेदी ने संचालन किया। इस मौके पर यूनियन की ओर प्रकाशित स्मारिका ‘यादगार-2013’ का विमोचन किया गया। जगदीश भारती पुरवार ने जादू का कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। edited-30-gda-ph-02
कार्यक्रम में ब्लाक प्रमुख राजीव कुमार उर्फ बिट्टू सिंह, साबिर अली, कामेश प्रताप सिंह, राजू ओझा, अम्बरीश दत्त सिंह, अशोक पाण्डेय, शिव कुमार शुक्ल, सत्य प्रकाश शुक्ल, विक्रम सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता केके श्रीवास्तव, पत्रकार कमर अब्बास, पीपी यादव, टीपी सिंह, धनंजय तिवारी, संजय तिवारी, अंचल श्रीवास्तव, अम्बिकेश्वर पाण्डेय, अकील सिद्दीकी, पवन जायसवाल, पंकज सिन्हा, अब्दुल हफीज, मोमराज सिंह, रघुनाथ पाण्डेय, यशोदा नंदन त्रिपाठी, मनोज श्रीवास्तव, एसएन शर्मा, राजेश कुमार, सुधांशु गुप्ता, उमेश मिश्रा, जलील अहमद खान, एनके वर्मा, अशोक सिंह, केके मिश्रा, शोभनाथ पाण्डेय, सरदार जिन्दर सिंह, महादेव सागर, मथुरा प्रसाद मिश्र, विजय शुक्ला, अजीज सिद्दीकी, राज किशोर शुक्ला, इन्द्र प्रकाश शुक्ला, आरपी पाण्डेय, सुरेश गुप्ता, वरुण यादव आदि मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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