31 मई, 2012
उत्तर प्रदेश की राज्य मद्यनिषेध अधिकारी श्रीमती सरोज कुमारी ने कहा है कि तम्बाकू सेवन मनुष्य के लिए सबसे खतरनाक है। तम्बाकू के पौधों में निकोटीन पांच से सात फीसदी होता है, जबकि तैयारशुदा सिगरेट में यह आठ से 20 मिलीग्राम तक होता है। उन्होंने कहा कि एक सिगरेट पीने से मनुष्य के शरीर में एक मिलीग्राम निकोटीन पहुंचता है। निकोटीन और कार्बन डाई आक्साइड का मिश्रण धुंए के रूप में मनुष्य के शरीर में पहुंचने से उसके दिल की धड़कन और रक्त प्रवाह को कुछ देर के लिए बढ़ा देता है।
श्रीमती सरोज कुमारी आज यहां ‘विश्व तम्बाकू रहित’ दिवस के अवसर पर आयोजित रैली में अपने उद्गार व्यक्त कर रही थी। उन्होंने कहा कि तम्बाकू खाने से मनुष्य के शरीर में कई विकार पैदा होते है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार तम्बाकू के इसी प्रकार के सेवन से वर्ष 2030 तक दुनिया में हर साल आठ मिलियन लोग मौत को गले लगा लेंगे।
विश्व तम्बाकू रहित दिवस के अवसर पर राज्य मद्यनिषेध अधिकारी ने तम्बाकू के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों की आम आदमी को जानकारी देने के लिए झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। यह रैली क्षेत्रीय मद्यनिषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी कार्यालय, अशोक मार्ग से गाँधी प्रतिमा जी0पी0ओ0 लखनऊ तक निकाली गयी। रैली में बड़ी संख्या में छात्र, युवा व महिलाओं ने प्रतिभाग किया। रैली समापन स्थल पर नुक्कड़ नाटक एवं जादू के माध्यम से तम्बाकू सेवन से होने वाले नुकसान की जानकारी दी गयी। इस अवसर पर क्षेत्रीय मद्यनिषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी श्री जय सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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