Archive | June, 2011

छो पक्षो में खूनी संघर्ष एक की मौत, दो गिरफ्तार

Posted on 15 June 2011 by admin

थाना पीपरपुर अन्तर्गत गाॅव कतकौली में  ग्राम प्रधानी के चुनावी रंजिस में बीती रात दो पक्षों में  मारपीट व गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी तथा कई लोग घायल हो गये। घायलों का इलाज जिला अस्पताल मंे चल रहा है।  पुलिस ने मृतक के परिवार की तरफ से दी गयी तहरीर के आधार पर यशोदा नन्दन, लक्ष्मी नारायण, देवकी नन्दन, ताल्लुकेदार, तथा  पूर्व प्रधान दुर्गेश कुमार शुक्ला केा नामजद करते हुए धारा  302,307,504,506 में मुकदमा पंजीकृत कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

उक्त मामला सोमवार को सायं 7 बजे  के आस-पास उस समय भयंकर रूप धारण कर लिया जब दोनों पक्षों के बच्चों के बीच पुरानी बातों को लेकर कहा सुनी हो गयी। बात इतनी बढ़ी कि नौबत गाली गलौज ,मारपीट  के साथ एक दूसरे के ऊपर हमला कर गोली चला दी। गोली लगने से सुरेन्द्र यादव की घटना स्थल पर मौत हो गयी तथा धर्मेन्द्र यादव, राजेन्द्र यादव व प्रमिला यादव भी  गंम्भीर रूप से घायल हो गये। सूत्रों से ज्ञात हुआ  है कि  उक्त घटना चुनावी रंजिस को लेकर हुई है वहीं गाॅव में चर्चा है कि घटना में नामजद हुए लोगों में से  पूर्व प्रधान रहे दुर्गेश शुक्ल का नाम रंजिशन डाला गया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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एसपी साहब का आदेश, देनी होगी शिकायत की रसीद

Posted on 15 June 2011 by admin

जिले का कोई भी थाना कोतवाली अब शिकायत कर्ता को बैंरग वापस नहीं कर पाएगा। शिकायत आने पर उसकी रिपोर्ट दर्ज करने के बाद हर शिकायत कर्ता को एक रसीद देनी होगी। रसीद पर बाकायद तिथि क्रंमाक जांच अधिकारी का नाम दर्ज होगा। यदि निस्तारण नहीं हुआ तो शिकायत कर्ता इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा सकता है। एसपी लवकुमार ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति की जा चुकी है। स्वयं जिलाधिकारी महोदय उनके साथ मैं स्वयं तथा अन्य आला अधिकारी थाना दिवस पर भ्रमण करते रहेगे। इससे किसी भी शिकायत को एक सप्ताह या ज्यादा से ज्यादा एक पखवारा निर्धारित किया गया है। अब रसीद व्यवस्था से थाना की जवाबदेही बन गई है। जिससे थानाध्यक्ष को टालना संभव नहीं होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मनरेगा के कार्यान्वयन में प्रशासनिक लापरवाही गरीबों पर पड़ेगी भारी

Posted on 15 June 2011 by admin

मनरेगा के कार्यान्वयन में प्रशासनिक लापरवाही आखिरकार गांव के गरीबों पर भारी पड़ गई। बजट का निर्दिष्टि उपभोग नहीं हो पाने के कारण शासन ने जिले की 135 पंचायतों का बजट रोक दिया है।

वित्तीय वर्ष 2011-12 के लिए जिले 60.45 लाख मानव दिवस के सृजन के लिए 128.35 करोड़ का बजट मिलना है। केंद्र से पैसा मिलने के बाद शासन ने 30 जून तक के लिए पहली किस्त में 11.84 करोड़ रुपये 787 ग्राम पंचायतों के खातों में भेज दिए हैं। जबकि पिछले साल इसी योजना के तहत 135 ग्राम पंचायतों के खातों में 14.04 करोड़ रुपया बकाया होने के कारण कोई बजट नहीं दिया गया है। 31 मई तक 333167 मानव दिवस सृजित हो चुके हैं।

सीडीओ मुरली मनोहर लाल ने बताया कि मनरेगा के तहत हमें बजट की पहली किस्त मिल चुकी है। जिन ग्राम पंचायतों ने 60 प्रतिशत से कम उपभोग किया था उनके खातों में पैसा नहीं भेजा गया है। 30 जून तक शत प्रतिशत उपभोग व एमआईएस फीडिंग के बाद हमें दूसरी किस्त मिल जाएगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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महिला सहित दो की संदिग्धावस्था में मौत

Posted on 15 June 2011 by admin

एक महिला समेत दो लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मौतों की गांव में चर्चाएं हैं।

जनपद के थाना खुटार भटनौसा कजरी निवासी 26 वर्षीय राजू सिंह की सुबह संदिग्धावस्था में मौत हो गयी। परिजनों के अनुसार उसकी मौत हार्टअटैक से हुई है। बताया जाता है कि राजू की शादी चार वर्ष पूर्व हुई थी। उसकी एक तीन वर्ष की पुत्री भी है। ग्रामीणों के मुताबिक उसकी पत्नी ने आज भोर उससे खुद को गुरुद्वारे ले जाने की जिद की। उसने गुरुद्वारे जाने से मना कर दिया। इसी कारण पति-पत्नी में विवाद हो गया। चर्चा है कि गुस्से में आकर उसने आत्महत्या कर ली। उसके ताऊ तारा सिंह के लड़के ने भी कुछ वर्ष पूर्व सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली थी।

थाना परौर के गांव हरद्वारा निवासी ओमेन्द्र की पत्नी 32 वर्षीय पूजा ने एक कमरे में धोती से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताते हैं कि किसी बात को लेकर उसकी सास से कहासुनी हो गई थी। उधर परिजनों का कहना है कि पूजा की बीमारी से मौत हुई है। पुलिस के अनुसार थाने में कोई सूचना नहीं है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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लायंस ने नेतृत्व क्षमता विकसित करने के सिखाए गुर

Posted on 15 June 2011 by admin

लायंस क्लब इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321बी-1 के अन्तर्गत आने वाले 69 क्लबों के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों की दायित्व बोध कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मंडलाधीश लॉयन मंजू सक्सेना, मंडलाधीश लॉयन प्रमोद चन्द्र सेठ व उनकी धर्मपत्नी लॉयन मीरा सेठ ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर मंडलाधीश लॉयन प्रमोद चन्द्र सेठ ने वर्ष 2011-12 के प्रस्तावित सेवा कार्याे की विस्तृत रूप रेखा प्रस्तुत की। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि मुझे विश्वास है कि सभी लॉयन सदस्यों के सहयोग से वर्ष 2011-12 लॉयनिज्म के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा। पूर्व मंडलाधीश लॉयन लज्जा कौल ने उपस्थित सदस्यों को नेतृत्व क्षमता विकसित करने के गुर सिखाए। लगभग 115 नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को उनके दायित्व व अधिकार बताए गए। पटना से आए रमन सिंधी व बनारस से आए संजय कपूर ने सदस्यों को टीम भावना से कार्य करने व सेवा कार्याे को सफल रूप से निष्पादित करने के गुर सिखाए।

इस अवसर पर मंडलाधीश लॉयन प्रमोद चन्द्र सेठ ने मंडल सचिव लॉयन अशोक अग्रवाल व मंडल उपसचिव लॉयन विकास मेहरा को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया। उप मंडलाधीश प्रथम लॉयन केएस लूथरा ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई देते हुए सेवा कार्याे हेतु कमर कस लेने को कहा। इस दौरान लॉयन लालजी वर्मा, उप मंडलाधीश द्वितीय लॉयन अनुपम बसंल, लॉयन डीके महेश्वरी, लॉयन संजय चोपड़ा, लॉयन विश्वनाथ चैधरी व लॉयन विशाल सिन्हा, केएस मजूमदार, लॉयन प्रमोद खन्ना, देवेन्द्र मलिक, जावेद अनवर, प्रमोद वर्मा, डा. रेशू अग्रवाल, चन्द्रेश आनंद, अतुल कपूर, रिषी कपूर, अशोक अग्रवाल, चन्द्रमणि गुप्ता, सुशील गुप्ता, लालजी वर्मा, विशाल सिन्हा, अशोक सिंह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डीके माहेश्वरी ने किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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114 लाभार्थियों में 93 को गलत स्मार्ट कार्ड हुआ जारी ग्राम प्रधान ने सीडीओ से की लापरवाही की शिकायत

Posted on 15 June 2011 by admin

यह लापरवाही कहें या एक बड़ी भूल, यहां एक प्रधान की शिकायत सीडीओ से शिकायत करते हुए बताया कि अब तक लगभग 93 लोगों को गलत स्मार्ट कार्ड जारी किये जा चुके है। प्रधान की इस शिकायत पर हरकत में आए सीडीओ ने आयुक्त ग्राम्य विकास को पत्र लिखने के साथ ही योजना का काम देख रही बीमा कंपनी के जिला कोआर्डिनेटर को फटकार लगाते हुए सभी बीडीओ को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी के निर्देश दिए हैं।

गरीबों के कल्याणार्थ केंद्र और प्रदेश सरकार दिन पर दिन नई-नई योजनाएं लागू कर रही है लेकिन सरकारी मशीनरी व कार्यदायी संस्थाओं की लापरवाही के कारण ये अपने असल मकसद में कामयाब नहीं हो पा रहीं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का हाल भी कुछ ऐसा ही है। स्मार्ट कार्ड बनाने वाली बीमा कंपनी ओरियंटल इंश्योरेंस ने बड़ी संख्या में लाभार्थियों को गलत कार्ड जारी कर दिए। पुवायां के गांव करनापुर के प्रधान हाशिम अली ने सोमवार को सीडीओ मुरली मनोहर लाल को जारी हुए 114 में 93 गलत स्मार्ट कार्ड दिखाए। इन कार्डाे में पुरुष की जगह महिला, महिला की जगह पुरूष, हिंदू के स्थान पर मुस्लिम तथा युवा के स्थान पर वृद्ध का फोटो और नाम अंकित है। जिनमें रामदेवी-रामपाल, मैकूलाल-वासीदा बेगम, जसोदा-जयप्रकाश, मोतीलाल-शाहना, हनसिबेगम-हजरतनूर, अब्दुल शाह-नाजमा, राधेश्याम-प्रेमवती, राजेंद्र-राजकुमार, नन्हें शाह-मुर्शरफ, लीलावती-तस्दीक खां, फूलमती-कृष्णलता आदि के कार्ड पर गलत नाम दर्ज हैं। वहीं गांव के कायद खां की आंत का पिछले दिनों शीला ट्रामा सेंटर में आपरेशन हुआ। स्मार्ट कार्ड होने के बावजूद उसे सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिल सकी। क्योंकि उसके कार्ड में उसकी जगह छोटेलाल का नाम था। लाख कहने के बाद भी उसका कार्ड वैध नहीं माना गया।

इतना ही नहीं कुछ को खाली कार्ड भी जारी हुए हैं। इतनी बड़ी लापरवाही से भौंचक सीडीओ ने कंपनी के जिला कोआर्डिनेटर प्रदीप कुमार को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने ग्राम्य विकास आयुक्त को पत्र भेजने के साथ ही बीमा कंपनी के सीनियर डिवीजनल मैनेजर राज चंद्रा से भी बात कर नाराजगी जताई। श्री लाल ने इन कार्डाे को तत्काल सही कराने तथा सभी बीडीओ को अपने-अपने क्षेत्र में इस कार्य पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।

स्मार्ट कार्ड बनाने की रफ्तार काफी धीमी है। 31 मई तक कार्ड बनाने का काम पूरा होना, लेकिन 10 जून तक 1,82,572 लाभार्थियों में से मात्र 52,362 को ही कार्ड जारी हो पाए हैं। हालांकि इसकी समय सीमा बढ़ाकर 30 जून कर दी गई है, लेकिन इतने कम दिनों में कार्य पूरा होना संभव नहीं दिखता। इस कार्य के लिए 35-40 टीमों की आवश्कता है लेकिन बीमा कंपनी ने 10 से 12 ही लगा रखी हैं।

पुवायां के ग्राम करनापुर के प्रधान हाशिम अली ने बताया कि गांव में 117 कार्ड बनने थे। पंद्रह दिन पहले रात में बीमा कंपनी वाले आए और 114 कार्ड देकर चले गए। सुबह जब देखा तो गड़बड़ी पता चली। ब्लाक पर कई बार शिकायत की लेकिन कोई हल नहीं निकला इसलिए आज सीडीओ साब से मिलने आया हूं।

सीडीओ मुरली मनोहर लाल अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्मार्ट कार्ड में इतनी बड़ी लापरवाही वाकई आश्चर्यजनक है। मैने कंपनी के उच्चाधिकारियों से बात की है। इस सम्बंध में आयुक्त ग्राम्य विकास को भी पत्र भेजा गया है। सभी बीडीओ को इस कार्य पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मदरसा आधुनिकीकरण के लिए मिला करोड़ों का बजट फिर भी बच्चों को भूखे पेट तालीम देने को मजबूर है शिक्षक

Posted on 15 June 2011 by admin

अल्पसंख्यकों को शिक्षित करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार के द्वारा तमाम योजनाएं चलाई जा रहीं हैं लेकिन इनका लाभ इतनों को मिल रहा है इसका कोई रिकार्ड नहीं है। यहीं हाल है मदरसा आधुनिकीकरण का, जिसके लिए करोड़ों रुपये का बजट होने के बावजूद तीन दर्जन से अधिक मदरसों के असातजा (शिक्षक) बच्चों को भूखे पेट पढ़ाने को मजबूर हैं।

केंद्र सरकार की ओर से 2005-06 में शुरू हुई मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत जिले के 100 में से 38 मदरसों को चयनित गया था। इनमें बच्चों को तालीम देने के लिए 91 असातजा (शिक्षकों) को छह हजार रुपये प्रतिमाह वेतन के हिसाब से नियुक्ति दी गई। शुरूआत में तो सब कुछ ठीक-ठाक चला लेकिन थोड़े ही दिनों में ये सभी असातजा वेतन को तरसने लगे। कभी तीन तो कभी छह माह का वेतन आने के कारण मदरसा शिक्षकों की आर्थिक स्थिति डगमगाने लगी। कर्ज हो जाने के कारण कइयों के परिवार में तनाव और फांकाकशी की स्थिति पैदा हो गई है लेकिन इस बार तो हद ही हो गई। पिछले 14 माह से मदरसा आधुनिकीकरण के तहत नौकरी कर रहे शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है। मामला केंद्र से जुड़ा होने के कारण अधिकारी भी आश्वासन की घुट्टी के अलावा कुछ नहीं कर पा रहे हैं।

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शकील अहमद के अनुसार आधुनिकीकरण के तहत जिले के शिक्षकों को वेतन देने के लिए 65 लाख, 52 हजार रुपये की आवश्यकता है। जैसे ही बजट मिलेगा मदरसा संचालकों के खातों में भेज दिया जाएगा। इस सम्बन्ध में शासन से बराबर संपर्क किया जा रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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एपीसी ने पेष किया खूबियों से पैक 650 वीए होम-यूपीएस

Posted on 13 June 2011 by admin

ग्राहकों को देता है 6 से 8 घंटे तक भरोसेमंद बैक अप पावर, प्योर साइन वेव टेक्नोलाॅजी तथा अप श्रेणी की बेहतरीन एपीसी बैटरी

महत्वपूर्ण पावर तथा कूलिंग सर्विसेज में विष्व प्रमुख षिंडर इलेक्ट्रिक की एपीसी ने अपनी होम यूपीएस रेंज में एकदम स्लीक न्यू बी 1650साइन को षामिल करके इसका विस्तार किया है। बेहतरीन परफाॅर्मेंस वाला यह होम यूपीएस बार-बार, लम्बे समय तक परेषान कर देने वाले पावर कट्स का एकदम परफेक्ट समाधान है।

खासतौर से भारत को परेषान कर देने वाली बिजली संबंधी परिस्थितियों के लिए डिजाइन किया गया यह न्यू बी 1650 साइन होम इलेक्ट्राॅनिक्स उपकरणों, जैसे टेलीविजन सैट्स, होम थियेटर, स्टीरियो सैट्स, गेमिंग उपकरण, लाइट तथा पंखों को प्योर साइन वेव बैकअप पावर देता है।
न्यू बी 1650 साइन 6 से 8 घंटे तक लगातार पावर सप्लाई देता है। इसके अलावा, इसमें है अपनी श्रेणी की बेहतरीन बैटरी और इंटेलीजेंट स्टेज्ड चार्जिंग विषेषता।
पैक खूबियाँः
ऽ    हाई क्वालिटी प्योर साइन वेव आउटपुट इससे जुड़े इलेक्ट्रॅानिक्स उपकरणों को सुरक्षा प्रदान करती है।
ऽ    कोई षोर नहीं/कोई परेषान करने वाली आवाज नहीं
ऽ    इसकी 3 स्टेज रेगुलेटिड चार्जिंग विषेषता जल्दी चार्जिंग करती है और बैटरी की लाइफ को बेहतर बनाती है।
ऽ    मल्टीपल साइज की बैटरियों को चार्ज करने के लिए यूज़र द्वारा सिलेक्ट करने वाली चार्जिंग करंट क्षमता।
ऽ    जेनरेटर के साथ काम करने के लिए उपयुक्त
ऽ    बैटरी संबंधी परेषानियों को दर्षाने के लिए ओवरलोड तथा रिवर्स पोलैरिटी प्रोटेक्षन, चैक बैटरी इंडिकेटर्स जैसी आधुनिक सुरक्षा विषेषताएं।
ऽ    आॅनसाइट रिप्लेसमेंट वारंटी - 1.5 साल बैटरी पर तथा 2 साल यूनिट पर
ऽ    यूनिट उपयोग में न होने पर होम/अवे मोड बैटरी डिस्चार्ज होने की रोकथाम करता है।
ऽ    चार्जर आउटपुट सिलेक्टर लम्बे समय तक बैटरी लाइफ सुनिष्चित करता है।
ऽ    बैटरी इनपुट फ्यूज स्थापना संबंधी किसी प्रकार की दुर्घटना की रोकथाम करते हैं।
ऽ    ओवरलोड से बचाव के लिए पुष बटन सर्किट ब्रेकर मदद पहंुचाता है।
ऽ    एलईडी युक्त आसानी से पढे़ जाने वाले इंडिकेटर्स बैटरी तथा यूनिट की स्थिति को दर्षाते हैं।
ऽ    इंडियन 6एम्पीयर/15 एम्पीयर आउटपुट साॅकेट
ऽ    लम्बे समय तक ऊँची ट्यूबलर बैटरियों पर काम करता है।

एपीसी के निदेषक-ट्रांजेक्षन सेलस गौरव बर्मन ने कहा कि बी 1650 साइन होम यूपीएस हमारी होम यूपीएस रेंज में षामिल होकर हमारे ग्राहकों के बजट के अनुरूप उनकी विभिन्न पावर बैकअप ज़रूरतों को पूरा करता है। हम अपने ग्राहकों की समस्याओं को अच्छी तरह से समझते हैं और इसीलिए इन अनूठी विषेषताओं को अपने उत्पादों में षामिल किया है ताकि ये उनके लिए उपयोगी साबित हों। उदाहरण के लिए इस नए माॅउल में इंटेलीजेंट माइक्रोप्रोसेसर कंट्रोल्ड 3 स्टेज रेगुलेटिड चार्जिंग फीचर को ही ले लें, यह बार बार बिजली जाने के दौरान बैटरी की लाइफ को कम किए बिना तुरंत रीचार्ज करती है। साथ ही, इसका खूबसूरत डिजाइन तथा षाॅक प्रूफ विषेषताएं अपने आप में अनूठी हैं।’’

7400 रूपये के अधिकतम मूल्य (बिना बैटरी) पर न्यू एपीसी बी 1650 साइन होम यूपीएस पूरे देष में 5000 से अधिक चैनल पार्टनर्स के ज़रिये उपलब्ध है और इसके साथ मिलता है एपीसी की बेहतरीन आॅफ्टर सेल्स सर्विस का भरोसा। एपीसी विष्वसनीयता के वादे पर हमेषा खरी उतरती रही है। विद्युत सुरक्षा श्रेणी में इसकी निरंतर जोरदार परफाॅमेंस समूचे विष्व में 30 मिलियन से अधिक ग्राहाको का भरोसा जीत चुकी है। उद्योग सर्वेक्षण में इसे मल्टीपल बेस्ट होम यूपीएस अवाॅर्ड से भी सम्मानित किया गया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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थाने में नाबालिग लड़की सोनम के साथ बलात्कार और हत्या की जांच रिपोर्ट

Posted on 13 June 2011 by admin

10 जून 2011 को लखीमपुर (खीरी) के थाना निघासन में चैदह वर्षीय नाबालिग लड़की सोनम के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा सामूहिक बलात्कार और उसके बाद उसकी हत्या की घटना को संज्ञान में लेते हुए मानवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फाॅर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) का पांच सदस्यीय जांच दल ने 11 जून 2011 को घटना स्थल का दौरा किया।

जांच दल जांच के दौरान पीड़ित पक्ष के परिजनों व आस-पास के लोगों से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी हासिल की। जांच टीम ने पुलिस अधिकारियों से मिलकर मामले के बारे में पूछताछ करने की कोशिश की लेकिन उनका रवैया असहयोगात्मक रहा।

जांच दल से सोनम की मां ने तरन्नुम ने बताया कि शुक्रवार को दिन में करीब ग्यारह बजे मेरी बेटी सोनम उम्र 14 वर्ष व बेटा अरमान उम्र पांच वर्ष भैस चराने गए थे, भैंस थाने के अंदर घुस गई थी, जिसको लेने मेरी बेटी थाने के अंदर गई। जहां पुलिस वालों ने उसे खींच लिया और मेस के अंदर घसीटते हुए ले गए और वहां मेरी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार करने के बाद उसे थाने के पीछे भिलोर के पेड़ पर लटका दिया। सोनम की मां ने जांच दल से बताया कि यह जब उसके बेटे अरमान ने उसे बताया तब वह दौड़ती हुई सोनम की लाश के पास पहुंची, जहां सोनम की लाश पेड़ से लटक रही थी, उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे, उसके शरीर पर चोटों के निशान थे तथा उसकी यौनी खून से लथपथ थी। यह देखकर वह चिल्लाने लगी। तभी पुलिस वाले और उन्होंने गाली देते हुए कहा कि यहां क्यों शोर मचा रही हो, तुम्हारी लड़की ने आत्म हत्या किया है। लाश ले के यहां से भाग जाओ नहीं तो तुमको बहुत मार मारेंगे। मैं अपनी बेटी की लाश लेकर रोती-चिल्लाती अपने घर पहुंची जहां काफी भीड़ इक्ट्ठा हो गई। इसी दौरान एसओ निघासन, एसडीएम तथा सादी वर्दी में सीओ साहब पहुंचे मैंने और वहां मौजूद बाकी लोगों ने जब दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की तो पुलिस वाले मुझे धमकाने लगे और कहने लगे कि तुम्हारी लड़की ने आत्म हत्या किया है कोई मुकदमा दर्ज नहीं होगा और वे लोग घर पर ही लाश का पंचनामा भरने लगे जिसका लोगों ने जमकर विरोध किया और पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारे लगाने लगे। लोगों का बढ़ता विरोध देखकर पुलिस वाले मुकदमा दर्ज करने के लिए तैयार हो गए और मेरे घर पर जो पंचनामा भरा गया था उसे पुलिस वालों ने फाड़ दिया। मैंने अपने बेटे अरमान के बताए गए हुलिए के अनुसार दरोगा वीके सिंह, सिपाही एसके सिंह तथा फालोवर रामचंद्र के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी, लेकिन पुलिस वालों ने मेरी तहरीर लेने से मना कर दिया और कहा कि मुकदमा अज्ञात में दर्ज करवाना हो तो करवा लो नहीं तो मामला यहीं खत्म कर देंगे। मजबूरन दबाव में मैंने पुलिस वालों के कहे अनुसार लिखी तहरीर पर अंगूठा लगा दिया।

जांच दल ने जब सोनम के भाई पांच वर्षीय अरमान से बातचीत की तो उसने बताया कि मैं अपनी दीदी के साथ भैस चरा रहा था, जब भैस थाना परिसर में चली गई तो हम लोग उसे लेने गए तभी कुछ पुलिस वाले आए जिनमें से एक ने वाले मेरे सिर पर बंदूक तानकर चुप रहने को कहा और दीदी को अंदर कमरे में घसीटते हुए ले गए। काफी देर बाद पुलिस वालों ने दीदी को पेड़ से लटका दिया और मुझे वहां से भगा दिया। अरमान ने बताया कि वह वहां से भागकर घर आया और अपनी मां से सारी बात बताई।

सोनम के पिता ने जांच दल को बताया कि बेटे अरमान ने जिन पुलिस वालों के बारे में बताया उसके मुताबिक वे तीन लोग हैं- दरोगा वीके सिंह, सिपाही एसके सिंह और फालोवर रामचंद्र।

जांच दल ने पुलिस पक्ष से घटना के बारे में पूछताछ कर मामले के बारे में उनका पक्ष तथा पोस्ट मार्टम रिपोर्ट और प्रथम सूचना रिपोर्ट की नकल प्राप्त करने की कोशिश की लेकिन जांच दल के साथ पुलिस पक्ष का व्यवहार असहयोगात्मक और अभद्रतापूण रहा।

जांच दल ने घटना के बारे में स्थानीय लोगों से भी बातचीत की तथा स्थानीय समाचार पत्रों का भी अवलोकन किया। सबसे चैंकाने वाली बात सोनम के साथ हुए बलात्कार और हत्या की घटना में पुलिस की सलिप्तता को स्पष्ट करती है कि पुलिस इस पूरे मामले को आत्म हत्या के रुप में प्रचारित करने में जुटी हुई है और इसके लिए तथ्यों को छुपाने तोड़ने मरोड़ने में लगी हुई है, यहां तक कि पोस्ट मार्टम को भी जारी नहीं किया गया है। इस तथ्य की पुष्टि बारह जून 2012 के अमर उजाला की यह खबर भी करती है जिसमें ‘‘देर शाम साढ़े सात बजे शव का अंतिम संस्कार निघासन कस्बे में कर दिया गया। इसके बाद भी पुलिस मुखिया ने पोस्ट मार्टम न मिलने की बात कही है। वहीं सीएमएस डाक्टर एचटी हुसैन ने अमर उजाला को बताया कि रिपोर्ट पोस्ट मार्टम के कुछ देर बाद भेज दी गई थी। इसकी कापी एसपी कार्यालय को भेजी गई।’’ वहीं दूसरी ओर दैनिक समाचार पत्र हिन्दुस्तान में बारह जून 2011 को ‘‘पीएम रिपोर्ट से उलझी गुत्थी रेप की पुष्टि नहीं’’ शीर्षक से छपी खबर में हैं ‘‘दिन भर हुए बवाल के बाद देर शाम जब डाक्टरों ने पीएम रिपोर्ट पुलिस को सौंपी तो उस रिपोर्ट में बालिका के साथ रेप करने की कहीं पुष्टि नहीं हुई। पीएम रिपोर्ट आने के बाद अब ये मामला और उलझ गया है।’’ जांच दल को समाचार पत्रों के अवलोकन से यह भी विदित हुआ कि सोनम की मां तरन्नुम की तहरीर पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है तथा पुलिस अधिक्षक लखीमपुर (खीरी) द्वारा घटना के समय ड्यूटी पर तैनात ग्यारह पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

परिजनों की सामाजिक-आर्थिक स्थितिः
सोनम के पिता इन्तजाम अली फेरी लगाकर अपना और अपने परिजनों का भरण-पोषण करते हैं। इस दौरान वे निर्माणाधीन निघासन थाने में बतौर मजदूर काम करने लगे थे और जिसमें  उन्हें रोजाना मजदूरी मिल जाती थी। इंतजाम अली का घर थाने से लगा हुआ था इसलिए ठेकेदार ने उन्हें सामान की रात में रखवाली के लिए चैकीदार के रुप में भी काम दे रखा था। घटना वाले दिन इंतजाम अली घर पर नहीं थे और वे अपनी बड़ी बेटी रुक्सार की शादी का कार्ड बांटने अपने ससुराल गए थे।

जांच दल के निष्कर्षः
1- नाबालिग सोनम के साथ बलात्कार और हत्या पुलिस कर्मियों ने थाना परिसर निघासन में किया।
2- बलात्कार और हत्या को छिपाने के लिए दोषी पुलिस कर्मियों ने आत्म हत्या का केस बनाने के लिए शव को पेड़ से लटका दिया।
3- बलात्कार और हत्या की घटना को छिपाने और विधिक प्रक्रिया से बचने के लिए थाने के परिसर में पेड़ से लटके सोनम के शव को पुलिस कस्टडी में न लेकर दोषी पुलिस कर्मियों द्वारा सोनम की मां को डरा धमकाकर शव के साथ भगा दिया गया।
4- दोषी पुलिस कर्मियों को बचाने के लिए एसओ निघासन, एसडीएम निघासन और सीओ निघासन द्वारा सोनम की मां को डराया धमकाया गया तथा नामजद प्रथम सूचना रिपोर्ट न दर्ज कर अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट कराने के लिए मजबूर किया गया।
5- दोषी पुलिस कर्मियों को बचाने के लिए पोस्ट मार्टम का निष्कर्ष आने के बावजूद जारी नहीं किया गया जो पोस्ट मार्टम रिपोर्ट की सत्यता पर संदेह पैदा करता है।

जांच दल की संस्तुतिः
1- सोनम की थाना परिसर में बलात्कार के बाद हत्या की निष्पक्ष जांच किसी सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश या जनपद न्यायाधीश से कराई जाय।
2- सोनम के परिजनों को उचित मुआवजा तथा सुरक्षा राज्य सरकार से मुहैया कराय जाय।
3- सोनम के बलात्कार और हत्या में लिप्त दोषी पुलिस कर्मियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाय।
4- राज्य सरकार को निर्देशित किया जाय कि मानवाधिकार आयोग तथा सर्वोच्च न्यायालय द्वारा डीके बसु केस में जारी किए गए निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाना सुनिश्चित कराए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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खाद्य प्रदार्थों में हो रही खुलेआम मिलावट

Posted on 12 June 2011 by admin

सुलतानपुर - इन दिनों नगर में बिना लाइसेन्स व दुकान का रजिस्टेªशन के खुले आम खाद्य पदार्थों की विक्री जोरों पर है। चाहे फल की विक्री हो चाहे दूध व दही की। सब खुले आम बखूबी हो रहा है। सम्बन्धित विभाग भी कान में तेल डाले बैठा है। इसी तरह चैक के सब्जी मण्डी के निकट मिल्की जोन के नाम से खुली दुकान जो जिला प्रशासन व खाद्य रशद  तथा मुख्य चिकित्सा विभाग की लापरवाही के चलते बिना मानक के तथा बिना प्रशासन की अनुमति के दूध,दही तथा लस्सी बेच रहा है जो बिना टेªड मार्क की है। सूत्र बताते हैं कि दुकानदार उक्त खाद्य प्रदार्थों में खुलेआम मिलावट करता है। जिसका जनहित में जाॅच आवश्यक है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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