यह लापरवाही कहें या एक बड़ी भूल, यहां एक प्रधान की शिकायत सीडीओ से शिकायत करते हुए बताया कि अब तक लगभग 93 लोगों को गलत स्मार्ट कार्ड जारी किये जा चुके है। प्रधान की इस शिकायत पर हरकत में आए सीडीओ ने आयुक्त ग्राम्य विकास को पत्र लिखने के साथ ही योजना का काम देख रही बीमा कंपनी के जिला कोआर्डिनेटर को फटकार लगाते हुए सभी बीडीओ को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी के निर्देश दिए हैं।
गरीबों के कल्याणार्थ केंद्र और प्रदेश सरकार दिन पर दिन नई-नई योजनाएं लागू कर रही है लेकिन सरकारी मशीनरी व कार्यदायी संस्थाओं की लापरवाही के कारण ये अपने असल मकसद में कामयाब नहीं हो पा रहीं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का हाल भी कुछ ऐसा ही है। स्मार्ट कार्ड बनाने वाली बीमा कंपनी ओरियंटल इंश्योरेंस ने बड़ी संख्या में लाभार्थियों को गलत कार्ड जारी कर दिए। पुवायां के गांव करनापुर के प्रधान हाशिम अली ने सोमवार को सीडीओ मुरली मनोहर लाल को जारी हुए 114 में 93 गलत स्मार्ट कार्ड दिखाए। इन कार्डाे में पुरुष की जगह महिला, महिला की जगह पुरूष, हिंदू के स्थान पर मुस्लिम तथा युवा के स्थान पर वृद्ध का फोटो और नाम अंकित है। जिनमें रामदेवी-रामपाल, मैकूलाल-वासीदा बेगम, जसोदा-जयप्रकाश, मोतीलाल-शाहना, हनसिबेगम-हजरतनूर, अब्दुल शाह-नाजमा, राधेश्याम-प्रेमवती, राजेंद्र-राजकुमार, नन्हें शाह-मुर्शरफ, लीलावती-तस्दीक खां, फूलमती-कृष्णलता आदि के कार्ड पर गलत नाम दर्ज हैं। वहीं गांव के कायद खां की आंत का पिछले दिनों शीला ट्रामा सेंटर में आपरेशन हुआ। स्मार्ट कार्ड होने के बावजूद उसे सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिल सकी। क्योंकि उसके कार्ड में उसकी जगह छोटेलाल का नाम था। लाख कहने के बाद भी उसका कार्ड वैध नहीं माना गया।
इतना ही नहीं कुछ को खाली कार्ड भी जारी हुए हैं। इतनी बड़ी लापरवाही से भौंचक सीडीओ ने कंपनी के जिला कोआर्डिनेटर प्रदीप कुमार को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने ग्राम्य विकास आयुक्त को पत्र भेजने के साथ ही बीमा कंपनी के सीनियर डिवीजनल मैनेजर राज चंद्रा से भी बात कर नाराजगी जताई। श्री लाल ने इन कार्डाे को तत्काल सही कराने तथा सभी बीडीओ को अपने-अपने क्षेत्र में इस कार्य पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।
स्मार्ट कार्ड बनाने की रफ्तार काफी धीमी है। 31 मई तक कार्ड बनाने का काम पूरा होना, लेकिन 10 जून तक 1,82,572 लाभार्थियों में से मात्र 52,362 को ही कार्ड जारी हो पाए हैं। हालांकि इसकी समय सीमा बढ़ाकर 30 जून कर दी गई है, लेकिन इतने कम दिनों में कार्य पूरा होना संभव नहीं दिखता। इस कार्य के लिए 35-40 टीमों की आवश्कता है लेकिन बीमा कंपनी ने 10 से 12 ही लगा रखी हैं।
पुवायां के ग्राम करनापुर के प्रधान हाशिम अली ने बताया कि गांव में 117 कार्ड बनने थे। पंद्रह दिन पहले रात में बीमा कंपनी वाले आए और 114 कार्ड देकर चले गए। सुबह जब देखा तो गड़बड़ी पता चली। ब्लाक पर कई बार शिकायत की लेकिन कोई हल नहीं निकला इसलिए आज सीडीओ साब से मिलने आया हूं।
सीडीओ मुरली मनोहर लाल अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्मार्ट कार्ड में इतनी बड़ी लापरवाही वाकई आश्चर्यजनक है। मैने कंपनी के उच्चाधिकारियों से बात की है। इस सम्बंध में आयुक्त ग्राम्य विकास को भी पत्र भेजा गया है। सभी बीडीओ को इस कार्य पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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