Posted on 07 July 2018 by admin
लखनऊ: दिनांक: 07 ज ुलाई, 2018
राबर्टगंज रेलवे स्टेशन अब सोनभद्र रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाएगा। उप
मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि राबर्टगंज स्टेशन का नाम
सोनभद्र रखने के लिए जनता काफी समय से मांग कर रही थी। अतः सरकार ने
जनभावनाओं का सम्मान करते हुए राबर्टगंज रेलवे स्टेशन का नाम सोनभद्र रेलवे स्टेशन
कर दिया गया है।
Posted on 07 July 2018 by admin
लखनऊ 07 जुलाई 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश में पाॅलिथीन पर पाबंदी के निर्णय पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर्यावरण के प्रति संवेदनशील है और स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। ठोस कचरा प्रबंधन नीति पर उ0प्र0 मंत्रिपरिषद की मुहर पहले ही लग चुकी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने हर व्यक्ति से एक वृक्ष लगाने का आहवान भी किया है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि हालिया रिर्पोट जो पर्यावरण प्रदूषण को लेकर जारी की गई थी उसमें उत्तर प्रदेश के कई शहरों के नाम प्रदूषित शहरों की सूची में शीर्ष पर थे इसे देखते हुए पाॅलिथीन पर पाबंदी और एक व्यक्ति एक वृक्ष अभियान योगी सरकार की पर्यावरण के प्रति सकारात्मक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारतीय सनातन संस्कृति व परम्पराओं में पर्यावरण की उपासना के साथ संरक्षण और संबर्धन निहित है अर्थात हम व्यवहारिक और सांस्कृति रूप से पर्यावरण के सहभागी है। पर्यावरण पर पिछली सरकारों की प्राथमिकता नहीं थी, योगी सरकार के इस फैसले से मृदा प्रदूषण कम होगा जिससे किसानों को सीधा लाभ पहुंचेगा।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि पाॅलिथीन के कारण कृषि योग्य भूमि की उर्वरा शक्ति नष्ट होकर बंजर हो रही। साथ ही शहरी जनजीवन में नालों, नालियों में जलभराव के लिए पालिथीन एक बड़ा कारण बनती रही है। प्रतिवर्ष पाॅलिथीन खाने से लाखों गोवंश काल कवलित हो रहा था, गोंवश को भी पाॅलिथीन से बड़ा खतरा रहा है। पालिथीन के कबाड़ को जलाए जाने बड़े पैमाने पर वायू प्रदूषण होता था, ऐसे में पालिथीन के प्रयोग पर प्रतिबंध से इसके दूरगामी सकारात्मक प्रभाव दिखाई पड़ेंगे। पर्यावरण की रक्षा की जिम्मेदारी हम सभी की है। पाॅलीथीन प्रतिबंध के निर्णय से पर्यावरण संरक्षण के पुण्य कार्य के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को बधाई।
Posted on 07 July 2018 by admin
लखनऊ: 07 जुलाई, 2018
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज वन महोत्सव के उपलक्ष्य
में राजभवन की धन्वन्तरि वाटिका में गन्धराज का पौधा रोपित किया तथा प्रमुख
सचिव श्री राज्यपाल श्री हेमन्त राव एवं विशेष सचिव श्री राज्यपाल डाॅ0 अशोक
चन्द्र ने भी गन्धराज के पौधे रोपित किये। इसके पूर्व राज्यपाल द्वारा राजभवन
के निरीक्षक कुलदीप सिंह द्वारा लिखी कविता ‘जीवन रक्षक पेड़’ के शिलालेख का
अनावरण भी किया गया।
वृक्षारोपण के महत्व को बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि पेड़-पौधे हमें
स्वास्थ्य संरक्षण के लिए फल एवं औषधियां प्रदान करते हैं वहीं पर्यावरण को
स्वच्छ बनाये रखने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। यहां तक कि पौधे हमारे जन्म
से लेकर मृत्यु तक किसी न किसी रूप में काम आते हैं। उन्होने हर किसी विशेष
अवसर पर पौधों को उपहार में भेंट करने तथा उनके रोपण करने पर बल दिया।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि रोपित किये जाने वाले पौधों के समुचित विकास एवं
उनके रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाये।
राजभवन की गृह वाटिका में आम की विभिन्न संकर रंगीन प्रजातियों
(सेन्सेशन, टाॅमी एटकिन्स, अम्बिका) के पौधे और लीची के पौधे विशेष सचिव श्री
राज्यपाल डाॅ0 अशोक चन्द्र, वित्त नियंत्रक श्री संजय श्रीवास्तव, सहायक सूचना
निदेशक श्री अंजुम नकवी, प्रभारी चिकित्साधिकारी आयुर्वेद डाॅ0 शिव शंकर
त्रिपाठी एवं उद्यान प्रभारी श्री आर0एन0 मिश्रा सहित राजभवन के अन्य
अधिकारियों द्वारा रोपित किये गये।
प्रभारी चिकित्साधिकारी आयुर्वेद एवं प्रभारी अधिकारी धन्वन्तरि
वाटिका डाॅ0 शिव शंकर त्रिपाठी ने बताया कि वन विभाग द्वारा वन महोत्सव के
उपलक्ष्य में 1 से 7 जुलाई, 2018 तक प्रदेश के समस्त जनपदों में वृक्षारोपण
किया जा रहा है। डाॅ0 त्रिपाठी ने बताया कि राजभवन में फलदार, शोभाकार
पेड़-पौधों के साथ-साथ औषधीय पेड़-पौधों का रोपण भी निरन्तर धन्वन्तरि वाटिका
में किया जा रहा है। यह वाटिका प्रदेश में औषधीय पौधों की एक आदर्श वाटिका के
रूप में जानी जाती है।
Posted on 07 July 2018 by admin
जयपुर, 7 जुलाई। राजस्थान आगमन पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने प्रदेशवासियों की ओर से स्वागत किया ।
सांगानेर हवाई अड्डे पर राज्यपाल श्री सिंह ने प्रधानमंत्री को खादी का दुपट्टा, कबीर के व्यक्तित्व, साहित्य और दार्शनिक विचारों की आलोचना पर आधारित पुस्तक ‘कबीर‘ और गुलाब का एक पुष्प भेंट किया।