Archive | January 21st, 2015

साझेदारी सम्मेजलन 2015 से अलग निर्मला सीतारमन की द्विपक्षीय बैठकों के मुख्यड अंश

Posted on 21 January 2015 by admin

वाणिज्यी एवं उद्योग राज्यनमंत्री ;स्वरतंत्र प्रभारद्ध श्रीमती निर्मला सीतारमन ने राजस्थासन के जयपुर में 15.17 जनवरी 2015 को आयोजित साझेदारी में भाग लेने वाले देशों के वाणिज्यर एवं उद्योग मंत्रियों तथा अंतरराष्ट्री य संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की।

मलेशिया के अंतरराष्ट्रीदय व्या्पार एवं उद्योग मंत्री श्री वाईण्बीण्दातोष् श्री मुस्त फा मोहम्द्    से मुलाकात के दौरान दोनों मंत्रियों ने क्षेत्रीय व्याेपक आर्थिक साझेदारी ;आरसीईपीद्ध पर बातचीतए भारत में मलेशिया के बढ़ते निवेश और भारत मलेशिया व्याआपक आर्थिक साझेदारी समझौते पर विचार.विमर्श किया। श्रीमती सीतारमन ने घाना के व्यायपार एवं उद्योग मंत्री डॉण् एकवॉव स्पिओ.गारब्राह से भी मुलाकात की। उन्होंेने द्विपक्षीय व्यायपार समझौतों पर चर्चा की और उम्मीगद जताई कि दोनों देशों के बीच व्या‍पार बढ़ेगा।

श्रीमती सीतारमन ने बांग्लागदेश के वाणिज्यझ मंत्री श्री तुफेल अहमद से मुलाकात की और द्विपक्षीय व्या पारए दोनों देशों के बीच व्याीपार समझौते में नवीनीकरण और सीमा हाटों को खोलनेए पारगमन समझौतोंए एलडीसी के लिए भारत की ड्यूटी फ्री टैरिफ प्रीफरेंस स्की‍म तथा व्यामपार बुनियादी ढांचे समेत कई मुद्दों पर मैत्रीपूर्ण बातचीत की। उन्हों्ने चीन के वाणिज्य‍ मंत्रालय में उपमंत्री सुश्री गाओ यान से भी मुलाकात कर डब्यूं्कीटीओ और ब्रिक्सय जैसे अंतरराष्ट्री्य संगठनों में दोनों देशों की महत्वापूर्ण भूमिका के बारे में बातचीत की। श्रीमती सीतारमन ने भारत में चीनी निवेश के कई अवसरों की ओर ध्याबन दिलाया।

श्रीमती सीतारमन ने ऑस्ट्रे्लिया के व्या पार एवं निवेश मंत्री श्री एंड्रियू रॉब एओ से भी मुलाकात की और भारत. ऑस्ट्रेालिया सीईसीए की बातचीत को रचनात्म्क और संतोषजनक तरीके से करने पर विचार.विमर्श किया। उन्हों ने विश्वन व्या पार संगठन ;डब्यूतरी टीओद्ध के महानिदेशक श्री रॉबर्ट अजेवेडूए ओईसीडीए ब्रिटिश उद्योग परिसंघ और यूके इंडिया बिजनेस कॉंसिल के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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भारतीय रेल ने राजस्वर वृद्धि और संबंधित मुद्दों पर आम लोगों से सलाह मांगी

Posted on 21 January 2015 by admin

भारतीय रेल ने अपने राजस्वा को बढ़ाने और संबंधित विषयों पर आम लोगों से सुझाव और विचार मांगे हैं। लोग अपने सुझाव या विचार निम्न लिखित मुद्दों पर भारतीय रेल की आधिकारिक वेबसाइट  ूूूण्पदकपंदतंपसूंलेण्हवअण्पद को भेज सकते हैं।
ऽ        भारतीय रेल के लिए राजस्वल बढ़ानेध् राजस्वे वृद्धि के नये अवसरों की तलाश करने के लिए सुझाव।
ऽ        भारतीय रेल के अन्यर खर्चों को कम करने के सुझाव ।
ऽ        र्इंधन की खरीद लागत को  कम करने के सुझाव।
इससे पहलेए रेल मंत्रालय ने रेल बजट 2015.16 के लिए पहले ही सुझाव आमंत्रित किए हैं। लोगों की तरफ से इस पर अपार प्रतिक्रिया प्राप्त5 हुई और रेल से जुड़े विभिन्नझ विषयों पर बहुत सारे सुझाव मिले हैं। रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभू ने प्रतिक्रिया के लिए लोगों की सराहना की और उनकी चिंता तथा सहयोग के लिए धन्येवाद दिया। अपने वक्त्व्ये में श्री सुरेश प्रभू ने कहाए ष्वेबसाइट पर विचार देने के लिए मैं आप सबों को धन्य‍वाद देता हूं। रेल को अल्पूतम समय में बेहतर बनाने की आपकी इच्छा ओं की मैं पूरी तरह सराहना करता हूं जो वास्त व में मेरा भी मिशन है। बहरहालए हर बदलाव को उपयुक्ती तरीके से क्रमबद्ध करना होगा तथा प्रणालीगत तरीके से समन्वित करना होगा। हमारे पास  संसाधनों की निश्चित रूप से कमी हैए जबकि लोगों की आकांक्षाएं और अपेक्षाएं काफी बढ़ रही हैं। मैं इससे पूरी तरह अवगत हूं। इसलिए मुझे राष्ट्र  निर्माण के इस महत्वएपूर्ण कार्य तथा रेल को लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप बनाने के लिए फिर से प्रतिबद्ध होने दें। यह मेरी कार्य सूची में सबसे महत्वलपूर्ण विषय है और मैं रेल को विकास का वास्तदविक वाहक बनाने में कोई कोर.कसर नहीं छोड़ूगा। इस विशाल दायित्वे के निर्वाह के लिए मैं भारतीय रेल के अपने सारे 13 लाख साथियों से सहयोग की अपेक्षा करता हूं।ष्

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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प्रधानमंत्री ने ष्अंतरराष्ट्री य योग दिवसष् और भारतीय दूतावासों में सेवाओं पर लोगों से सुझाव आमंत्रित किए

Posted on 21 January 2015 by admin

प्रधानमंत्री ने ष्अंतरराष्ट्री य योग दिवसष् और भारतीय दूतावासों में सेवाओं पर लोगों से सुझाव आमंत्रित किए
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रत मोदी ने ष्अंतरराष्ट्री य योग दिवसष् और भारतीय दूतावासों में सेवाओं पर लोगों से डलळवअ ;मेरी सरकार द्ध प्लेटटफॉर्म पर सुझाव आमंत्रित किए हैं।
पहले ष्अंतरराष्ट्री य योग दिवसष् पर अपने विचार एवं इनपुट डलळवअ ओपेन फोरम   ीजजचरूध्ध्उलहवअण्पदध्हतवनचपेेनमध्बमसमइतंजपवद.व.िपदजमतदंजपवदंस.कंल.व.िलवहंध्ेीवू  पर साझा करें।

प्रवासी मित्रए विदेशों में हमारे दूतावासों से संबंधित कुछ विशेष पहलुओं पर अपने विचार ीजजचरूध्ध्उलहवअण्पदध्हतवनचपेेनमध्लवनत.मगचमतपमदबम.ंज.जीम.मउइंेेलध्ेीवू  पर साझा करें।
प्रधानमंत्री ने कहाए ष्डलळवअ ;मेरी सरकार द्ध से दूतावासों के बारे में प्राप्तओ जानकारी फरवरी में आयोजित होने वाले मिशन प्रमुखों के सम्मेोलन के लिए बहुत मूल्य वान होंगी। ष्

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एचडीएफसी बैंक ने लखनऊ में जोश अनलिमिटेड 2015 का आगाज किया

Posted on 21 January 2015 by admin

एचडीएफसी बैंक लि. ने आज लखनऊ में अपने कर्मचारियों के लिए वार्षिक खेल प्रतियोगिता के तीसरे संस्करण का शुभारंभ किया। इस आयोजन को जोश अनलिमिटेड के नाम से जाना जाता है। यह बैंक के कर्मचारियों को क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटन, थ्रोबॉल, एथलेटिक्स, कैरम, चेस, टेबल टेनिस आदि विभिन्न खेलों में हिस्सा लेने के लिए मंच मुहैया कराता है। यह प्रतियोगिता देश भर के 25 शहरों में आयोजित की गयी है। लखनऊ में इस समारोह का आयोजन अलीगंज स्टेडियन, सेक्टर एच रोड, अलीगंज, लखनऊ में किया गया। लखनऊ और इसके आसपास के कस्बों और शहरों से लगभग 330 कर्मचारियों और उनके परिवारों ने इसमें हिस्सा लिया। जोश अनलिमिटेड का उद्घाटन सभी प्रतिस्पर्धियों और बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में एचडीएफसी बैंक के रीजनल हेड - आरबीबी (उत्तर प्रदेश), श्री अरुण मेदिरत्ता ने किया।
जोश अनलिमिटेड देश में सबसे बड़े आंतरिक कर्मचारी खेल आयोजनों में से एक है। पिछले साल पाँच महीनों की अवधि के दौरान 15 स्थानों पर आयोजित इन प्रतियोगिताओं में एचडीएफसी बैंक के 28,000 से अधिक कर्मचारियों ने हिस्सा लिया था। एचडीएफसी बैंक के रीजनल हेड - आरआरबी (उत्तर प्रदेश) अरुण मेदिरत्ता ने कहा, मैं लखनऊ में जोश अनलिमिटेड का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हूँ। शारीरिक गतिविधियाँ हमारे पूरे स्वास्थ्य और देखरेख का एक महत्वपूर्ण पहलू है। मैं खुश हूँ कि एचडीएफसी बैंक के पास यह शानदार मंच है, जिसके जरिये हमें विभिन्न खेल आयोजनों में हिस्सा लेने का मौका मिलता है। मुझे इस आयोजन की समाप्ति के दौरान अपने कई सहकर्मियों और उनके परिवारों से मिलने की उम्मीद है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज यहां कहा है कि आरएसएस और भाजपा की नीति और नीयत के बारे में अंदाज लगाना मुश्किल है।

Posted on 21 January 2015 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज यहां कहा है कि आरएसएस और भाजपा की नीति और नीयत के बारे में अंदाज लगाना मुश्किल है। भाजपा के प्रधानमंत्री विकास और सबको साथ लेकर चलने की बातें करते हैं। लेकिन उनके दल के कई साॅसद सामाजिक विद्वेष फैलाने वाले बयान देने में एक दूसरे से होड़ लेते नजर आते हैं। आरएसएस के संगठन भी अलग-अलग बोली बोलते हैं। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के नेता पहले 4 फिर 8 और अब 10 बच्चे तक पैदा करने की सलाह देते घूम रहे हैं। धर्मांतरण डंके की चोट पर कराने का एलान होता है और विहिप के मंच से विकास की दुहाई का मजाक उड़ाया जाता है। विडंबना यह है कि इस सब पर शीर्ष स्तर से चुप्पी साध ली गई है।
आखिर भाजपा और आरएसएस की मंशा क्या है? भारत देश विविध धर्मो, जातियों और परंपराओं का देश है। अनेकता में एकता इसकी विशेषता है जिसका आधार सहिष्णुता और सद्भाव है। भाजपा और संघ का इसमें विश्वास नहीं है। उनके क्रियाकलाप सामाजिक संबंधों में दरार पैदा करने और भारतीय मान्यताओं तथा परंपराओं को भी अपमानित करनेवाले हैं। “यत्र नार्यस्तु पूज्यंते….“ का जाप करनेवाले महिलाओं को बच्चा पैदा करनेवाली मशीन बताने और बनाने पर तुल गए है। महिला इनकी नजर में सिर्फ भोग की वस्तु है।
हिन्दुस्तान की आजादी की लड़ाई में सभी धर्मो के लोगों ने कुर्बानियां दी थी। संविधान में भारत को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र कहा गया हैं। सांप्रदायिक ताकतें राष्ट्रीय एकता के तानेबाने को छिन्न-विच्छिन्न करना चाहती है। इससे देश की अखंडता को भी खतरा है। देश की प्रगति इससे बाधित होगी।
भाजपा नेता सत्ता पाते ही अहंकार में इतना डूब गए हैं कि उनका चाल चरित्र और चेहरा सब कुछ धोखा है। उनका अपनी वाणी पर संयम नहीं रह गया है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार ने कानून व्यवस्था में सुधार के साथ कृषि और उद्योग सहित समाज कल्याण की तमाम परियोजनाओं को अमली जामा पहनाकर प्रदेश को आदर्श प्रदेश बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए है। भाजपा और संघ में इससे बौखलाहट है क्योंकि प्रदेश के विकास के आगे उनकी विरोध की राजनीति विफल साबित हो रही है।
जनता भी अब समझ गई है कि भाजपा-संघ की नीतियां आम आदमी के लिए नहीं है। उनका चरित्र पूंजीघरानों के संरक्षण का है। उनके लिए विकास का अर्थ चंद बड़े घरानों का विकास है। किसान, मजदूर, गांव-गरीब उनका एजेण्डा नहीं हैं। ये विकास में अवरोध और सामाजिक सौहार्द की जगह विद्वेष को बढ़ावा देनेवाली ताकतें हैं जिनका कोई भविष्य नहीं है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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जन-धन योजना की विस्तृत जानकारी दूरदर्शन पर

Posted on 21 January 2015 by admin

प्रधानमंत्री द्वारा समाज के आर्थिक शसक्तीकरण के लिये सब के बैंक खाते खोलने की चलायी गयी जन-धन योजना की विस्तृत जानकारी दूरदर्शन पर भी ली जा सकेगी। दूरदर्शन लखनऊ के ‘‘ग्रामोदय’’ कार्यक्रम में उ0प्र0 सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के पूर्व उपनिदेशक शिवप्रसाद भारती प्रश्न और उत्तर वार्ता के रूप में जनधन योजना की विस्तृत जानकारी देंगे, इसका प्रसारण 21 जनवरी 2015 को अपरान्ह 4 बजे होगा। वार्ता के समन्वयक लखनऊ इन्स्ट्रीट्यूट आफ मास कम्युनिकेशन एवं जर्नलिज्म के निदेशक डाॅ0 अशोक सिन्हा होंगे। ज्ञातव्य है कि श्री भारती ने प्रधानमंत्री जन धन योजना के प्रचार, प्रसार में भरपूर सहयोग दिया है। ‘‘जन धन योजना का पूरा लाभ कैसे लें’’ शीर्षक से एक फोल्डर एवं आलेख प्रकाशित कराकर प्रदर्शित प्रसारित कराया है और लोगों को खाता खोलने के लिये जागरूक किया है। जनधन योजना का सामान्य लोगों के अलावा महिलायें और युवक कैसे लाभ ले सकते हैं इस पर भी इन्होंने जागरूकता फैलायी है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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‘‘हर निर्णय में भागीदारी हमारा ये अधिकार है, बिना हमारी भागीदारी हर निर्णय बेकार है’’ की गॅूज के साथ बाल संगठनों के राज्यस्तरीय नेटवर्क ’’हम बच्चे’’ की प्रस्तुति ‘‘कोई सुन रहा है?’’

Posted on 21 January 2015 by admin

‘‘हर निर्णय में भागीदारी हमारा ये अधिकार है, बिना हमारी भागीदारी हर निर्णय बेकार है’’  की गॅूज के साथ बाल संगठनों के राज्यस्तरीय नेटवर्क ’’हम बच्चे’’ की प्रस्तुति ‘‘कोई सुन रहा है?’’ का आयोजन गोमती नगर स्थित भारतेन्दु नाट्य अकादमी के बी.एम. शाह सभागार में सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के 15 जिलों के 16 बाल संगठनों के बच्चों ने प्रतिभाग किया और माइम, लघु नाटिका एवं गीतों के माध्यम से सामाजिक सरोकारों पर अपनी सांस्कृतिक अभिव्यक्ति दी। बच्चों ने ‘‘कोई सुन रहा है?’’ एवं ‘‘थोड़ी सी है दरकार, सरकार आपसे’’नामक प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रदेश में बाल अधिकारों, विशेषकर शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य, बाल श्रम, बाल व्यापार, बाल विवाह एवं बाल सुरक्षा जैसे मुद्दो को प्रदेश के विभिन्न संवैधानिक संस्थाओं एवं विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष न केवल रखा, बल्कि बच्चों के लिए उपलब्ध योजनाओं और उनकी जमीनी हकीकत की स्थिति भी बयाॅं की। साथ ही बच्चों ने अपनी सुरक्षा एवं संरक्षण की स्थिति पर आने वाली चुनौतियों की तस्वीर तथा उनके सुझाव भी प्रस्तुत किए।

‘‘कोई सुन रहा है?’’ कार्यक्रम की शुरूआत ‘‘हम बच्चे’’ के थीम सांग ‘‘इस धरती से नील गगन तक’’ के साथ हुई, तो इस जोशीले गीत का साथ समस्त दर्शकों ने भी कर्तल ध्वनि के साथ गाते हुए दिया। इसके पश्चात् बच्चों के द्वारा नाट्य प्रस्तुति ‘‘थोड़ी सी है दरकार, सरकार आपसे’’ के माध्यम से अपने गाॅव-गिराॅव की विभिन्न समस्याएॅं, जैसे-विद्यालय तो है पर अध्यापक नहीं, शौचालय तो है पर तालाबन्द, हैण्डपम्प तो है पर पानी नहीं, बाल अधिकार उन्मूलन कानून तो बन गया, फिर भी बच्चे काम पर क्यों और कैसे, बाल विवाह निषेध अधिनियम तो है, पर बाल विवाह जारी क्यों और कैसे, आई.सी.पी.एस. यानी छतरी योजना तो बन गयी, पर हमारे बच्चों के जीवन में कारगर अब तक नहीं, पाॅक्सो एक्ट तो बन गया पर लोगो को मालूम ही नहीं, जैसे बच्चों से जुड़े महत्वपूर्ण मुदद्ो को एक तरफ जहाॅ मर्मस्पर्शी ढंग से सबके सामने रखा, वहीं इसके सम्भावित समाधन के सुझाव भी प्रस्तुत किए। बच्चों ने अपने नाटक के माध्यम से स्पष्ट किया कि हमारी सरकारें बच्चों के लिए बनी विभिन्न योजनाओं और कानूनों के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा यदि कड़ाई से करें, तो हम बच्चों के जिन्दगी में जरूर सकारात्मक परिवर्तन आएगा।

तद्ोपरान्त बच्चों ने अपनी माइम प्रस्तुति कोई सुन रहा है…?  के जरिए गर्भावस्था से लेकर जीवन के अन्तिम क्षण तक लैंगिक भेदभाव के कारण लड़कियों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों एवं अपने संघर्ष से अपना मुकाम बनाने वाली लड़कियों की मूक अभिव्यक्ति को प्रस्तुत किया।

इस कार्यक्रम में सभी बच्चों ने मिलकर एक मांगपत्र तैयार किया था, जिसे उन्होंने इस कार्यक्रम में आए अतिथियों को सौंपते हुए यथावश्यक सहयोग का अनुरोध किया। भदोही से आए चाणक्य ने हम बच्चे राज्यस्तरीय नेटवर्क के चार वर्षो का सफरनामा प्रस्तुत करते हुए कहा कि विगत चार वर्षो की यात्रा में जहाॅ हमने राजभवन के आतिथ्य क्षण का सुख लिया, वही महिला एवं बाल विकास विभाग के तात्कालीन प्रमुख सचिव श्री बलविन्दर कुमार द्वारा अपने कार्यालय में बुलाकर हम बच्चों के पहल को सराहा जाना, प्रोत्साहन देना और समस्याओं के समाधान हेतु त्वरित निर्णय लेना अविस्मरणीय रहा है।

कार्यक्रम के समापन के अवसर पर बच्चों की अभिव्यक्ति से अभिभूत अपर पुलिस महानिदेशक सुश्री सुतापा सान्याल ने बच्चों की समस्याओं के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए उनके समाधान की दिशा में कदम उठाने का आश्वासन दिया। उन्होने कहा कि  आज हमने बच्चो की प्रस्तुतियों के माध्यम से आपकी पुकार सुनी और हम वादा करते है कि आपकी वेदना और पुकार को हम निश्चित तौर पर निदान की दिशा में पहल करेंगे। कम से कम तात्कालिक तौर पर महिलाओं के बच्चों को कैसे हम अपने स्तर से राहत दे सकते है इस पर विचार करते हुए अवश्य क्रियान्वयन करेंगे।

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या श्रीमती प्रेमा देवी मिश्रा ने कहा कि बाल अधिकार मानवाधिकार का ही एक स्वरूप है। किसी भी विकसित देश की पहचान वहाॅ के महिलाओं और बच्चों के सुरक्षा एवं विकास के संकेतकों से ही होती है। बच्चों की इन स्थितियों को देखकर मै अभिभूत हूॅ और पुलिस बलों को बच्चों के प्रति और संवेदनशील बनाने हेतु और अधिक प्रयास करने का वचन देती हूॅ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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