Posted on 28 October 2014 by admin
उ0प्र0 सरकार ने पशुधन विकास परिषद उ0प्र0 के माध्यम से बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों/पशुपालकों के पशुओ के संरक्षण, सर्वधन एवं पालन हेतु 2.50 करोड़ रुपये की लागत से अन्ना प्रथा उन्मूलन योजना लागू की है। यह योजना बुन्देलखण्ड क्षेत्र के चित्रकूट एवं झांसी जनपदों में संचालित की जायेगी। इस योजना के लागू होने से अब इस क्षेत्र के पशु चारे के अभाव में छुट्टा नहीं घूमेंगे। इस योजना के अन्तर्गत गोवंशीय पशुओं की न्यून दुग्ध उत्पादकता में सुधार की उन्नतिशील संततियों की संख्या में बढ़ोत्तरी करते हुए दुग्ध उत्पादन क्षमता में वृद्धि करना एवं निम्न कोटि के नरवत्सों/सांड़ों की बधियाकरण कर संख्या में घटोत्तरी करना है। इसके अतिरिक्त योजना के संचालन से वर्ष भर पौष्टिक हरे चारे की उपलब्धता हेतु पशुपालकों को जागरूक भी किया जायेगा।
योजना में वर्ष 2014-15 हेतु प्रस्तावित धनराशि 2.5 करोड़ रुपये की 1/2 धनराशि ही अवमुक्त की गई है, जिसके कारण प्रस्तावित भौतिक लक्ष्य के सापेक्ष 1/2 धनराशि ही वर्ष 2014-15 में अवमुक्त धनराशि के अनुरूप ही कार्य सम्पन्न किये जायेंगे। इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू किये जाने से स्थानीय गोवंशीय नस्लों में तेजी से सुधार होगा, जिसके फलस्वरूप अन्ना प्रथा का उन्मूलन हो सकेगा।
बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पशुओं की नस्ल सुधार योजना के अन्तर्गत निम्न कोटि के नरवत्सों/सांड़ो का बधियाकरण करते हुए क्षेत्र की गोवंशीय मादा पशुओं को उन्नतशील सांड़ों के वीर्य से कृत्रिम गर्भाधान द्वारा गर्भित कराकर उन्नतशील की जा सकेगी। निम्न कोटि के बछड़ों का बधियाकरण बुन्देलखण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले जनपदों यथा चित्रकूट एवं झांसी में पशुगणना 2007 के अनुसार क्रमशः 39179 एवं 21872 गोवंशीय बछड़े जिनमें से क्रमशः 31343 एवं 17498 (80 प्रतिशत) बछड़ों का जनपद में कार्यरत विभागीय स्टाफ, पैरावेटस एवं बायफ केन्द्रों द्वारा बधियाकरण किया जाना योजना में प्रस्तावित था।
उक्त जनपदों से वर्ष 2014-15 हेतु स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष क्रमशः 15672 एवं 8749 गोवंशीय नरवत्सों/सांड़ो के बधियाकरण का लक्ष्य निधारित गया है। योजना द्वारा बधियाकरण शुल्क रु0 10.00 प्रति पशु वहन किया जायेगा। योजना में बधियाकरण हेतु पशुपालकों के लिए निर्धारित प्रोत्साहन धनराशि रु0 100.00 प्रति पशु एस0एल0एस0सी0 समिति द्वारा प्रेरक (पैरावेटस) को देने हेतु सहमति प्रदत्त की गई है। बधियाकरण हेतु वर्डिजो कास्ट्रेटर का क्रय पशुपालन विभाग द्वारा स्वीकृत दरों एवं फर्मों से किया जाना है। योजना में बधियाकरण का पूर्ण विवरण उल्लिखित पंजिका में अंकित किया जायेगा। योजना की समीक्षा संबंधित पशुचिकित्सा अधिकारी करेंगे।
इस योजना में बुन्देलखण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत उच्च कोटि/संकर नस्ल के सांड़ों की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। इस योजना के प्रथम चरण में चित्रकूट एवं झांसी जनपद क्रमशः 21 एवं 28 न्यायपंचायत को चरणबद्ध ढंग से योजनावधि वर्ष 2014-15 में स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष क्रमशः 31 एवं 43 कुल 74 उन्नतशील थारपारकर नस्ल/संकर (थारपारकर नरवत्सों/सांड़ों की अनुपलब्धता की दशा में जर्सी एवं इनके क्रास सांड़) के गोवंशीय सांड़ों को क्रय कर उपलब्ध कराया जायेगा। केन्द्रीय पशु प्रजनन प्रक्षेत्रों/राजकीय पशुधन प्रक्षेत्रों से नैसर्गिक अभिजनन हेतु एम.एस.पी. के अनुरूप गोवंशीय नस्ल (डैम ईल्ड के आधार पर) के नवत्सों/साड़ों को क्रय कर उपलब्ध कराया जायेगा। उन्नतशील सांड़ों को क्रय करने से पूर्व भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, बरेली/मान्यता प्राप्त शोध संस्थानों टी0वी0, जे0डी0 एवं ब्रसलोसिस रोग का परीक्षण कराना अनिवार्य होगा। योजना में उपलब्ध कराये गये साड़ क्षेत्र के प्रधान में संरक्षण में रहेगा। स्थानीय पशुचिकित्साधिकी सांड़ों के स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे। क्षेत्र में वितरित उन्नतिशील/संकर नस्ल केक्षेत्र में वितरित उन्नतिशील/संकर नस्ल के साॅड़ ही छुट्टा गोवंशीय पशुओं को नैसर्गिक रूप से गर्भित कर सकेंगे। योजना के प्रथम चरण में ऐसे न्याय पंचायतों में साॅड़ों को उपलब्ध कराया जायेगा, जो मुख्यालय से दूरस्थ हों। तीन वर्ष के पश्चात इन साॅड़ों को स्थानानतरित करते हुए दूसरी न्याय पंचायतों में भेजा जायेगा, ताकि इनब्रीडिंग की समस्या उत्पन्न न हो सके। वितरित गोवंशीय साॅड़ों का तीन वर्षीय बीमा अनिवार्य रूप से कराया जायेगा।
योजना के अन्तर्गत कृत्रिम गर्भाधन द्वारा नस्ल सुधार किया जायेगा। योजना के अन्तर्गत क्षेत्र के निम्नकोटि के गोवंशीय पशुओं में नस्ल सुधार हेतु पशुपालकों के द्वार पर एवं गौशालाओं मे ंपाले जा रहे पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। बुन्देलखण्ड के जनपदों यथा चित्रकूट एवं झांसी में क्रमशः 25000 एवं 19000 प्रजनन योग्य गोवंशीय मादा पशुओं के सापेक्ष वर्ष 2014-15 में क्रमशः 12500 एवं 9500 प्रजनन योग्य गोवंशीय मादा पशुओं को स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष कृत्रिम गर्भाधान किया जायेगा। कृत्रिम गर्भाधान कार्य हेतु विभागीय केन्द्रों, पैरावेट्स एवं बायफ सेंटर को निर्धारित शुल्क 40.00 रुपये प्रति कृत्रिम गर्भाधान योजना द्वारा वहन किया जायेगा। उक्त के अतिरिक्त जो भी व्यय होगा वह पशुपालन विभाग, बायफ एवं पैरावेट्स अपने उपलब्ध संसाधनों से कार्य करेंगे। इसके साथ ही हरे चारे की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। योजना का उद्देश्य पशुपालकों/गौशालाओं को ऐसे हरे चारे को बोने के लिए प्रोत्साहित करना है जिसकी उपलब्धता वर्ष भर बनी रहे, जिसके अन्तर्गत पशुओं को वर्ष भर पौष्टिक हरे चारे की उपलब्धता हेतु निम्न कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जाना है। क्षेत्र की गौशालाओं (चित्रकूट-04 एवं झांसी-05) की खाली भूमि पर हरे चारे की पूर्ति हेतु चारा बीज किट्स उपलब्ध करायी जायेगी। हरे चारे की पूर्ति हेतु पशुपालकों को चारा बीज की मिनीकिट निःशुल्क उपलब्ध करायी जायेगी। वर्ष 2014-15 में चारा बीज का क्रय ऋतु के अनुसार स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष राजकीय कृषि प्रक्षेत्र से किया जायेगा, अनुपलब्धता की दशा मे ंपंजीकृत/मान्यता प्राप्त फर्मों से उन्नत प्रजाति के चारा बीजों को क्रय किया जायेगा। ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 28 October 2014 by admin
उ0प्र0 सरकार ने मत्स्य पालकों/मत्स्य पालन व्यवसाय से जुड़े मछुआ समुदाय के व्यक्तियों को मत्स्य विकास हेतु संचालित किये जा रहे कल्याणकारी कार्यक्रमों/योजनाओं का सीधा लाभ दिलाने के लिए पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित की है। उपलब्ध जल संसाधनों का मत्स्य विकास हेतु उपयोग, मत्स्य उत्पादन में वृद्धि, मत्स्य बीजों का संचय, बिक्री, उत्पादन, मत्स्य क्षेत्रों में रोजगार सृजन, उत्तम प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार की उपलब्धता तथा मछुआ कल्याणकारी कार्यक्रमों का सफल संचालन शासन द्वारा किया जा रहा है।
राज्य सरकार ने मत्स्य पालन, विकास, व्यवसाय से जुड़े मछुआ समुदाय के व्यक्तियों को मछुआ दुर्घटना बीमा योजना का लाभ योजना के अन्तर्गत पंजीकृत मछुआ सहायता समिति के सदस्य एवं व्यक्तियों की दुर्घटनावश अथवा पूर्णरूप से घायल/ अक्षम/मृत्यु होने की दशा में 1,00,000 रु0 तथा आंशिक रूप से एवं स्थाई अक्षमता की स्थिति में 50,000 रु0 की बीमा धनराशि भुगतान किये जाने की व्यवस्था है। दुर्घटना प्राकृतिक अथवा नदी, तालाब में डूबने, आकस्मिक बिजली गिरने, आंधी तूफान, मकान, पेड़ गिरने से दबकर मृत्यु होने, अग्निकांड या संक्रामक बीमारी, लकवाग्रस्त होने पर सड़क दुर्घटना अथवा अन्य किसी प्रकार की दुर्घटना संघर्ष अथवा हत्या होने की दशा में मृत्यु अथवा घायल होने पर पीडि़त को मछुआ दुर्घटना बीमा योजना का लाभ मिलेगा।
शासन द्वारा राष्ट्रीय मछुआ कल्याण योजना के अन्तर्गत मछुआ आवास योजना संचालित की गई है। इसमें भी पंजीकृत मछुआ सहकारी समिति के सदस्यों जो आवास विहीन और निर्धन है उनको मछुआ आवास पक्का बनवाने के लिए प्रति आवास निर्माण हेतु 50,000 रु0 की दर से शतप्रतिशत अनुदान की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इस योजना के अन्तर्गत मछुआ बाहुल्य ग्रामों में न्यूनतम 10 मछुआ आवासों का निर्माण कराये जाने का प्राविधान है। योजनान्तर्गत लाभार्थी स्वयं अपनी भूमि पर मछुआ आवास का निर्माण करा सकते है।
नदियों में मत्स्य अगुलिका का संचय (रिवर रैचिंग) की योजना के अन्तर्गत नदियों में प्राकृतिक मत्स्य सम्पदा संरक्षण, संवर्धन एवं पालन हेतु प्रदेश की प्रमुख नदियों में चिन्हित स्थलों पर भारतीय मेजर कार्प रोहू, मांगुर तथा नैना के बड़े आकार के मत्स्य बीजों का संचय कराकर प्राकृतिक मत्स्य सम्पदा का संरक्षण किया जाता है। अब तक प्रदेश की प्रमुख नदियों गंगा, यमुना, राप्ती, घाघरा एवं गोमती में इस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।
राज्य पोषित योजनाओं में मोबाइल फिश पार्लर योजना के अन्तर्गत प्रदेश के प्रमुख शहरों में मोबाइल फिश पार्लर की स्थापना कराई जा रही है।। इस योजना में मछलियों से बने विभिन्न व्यजनों को तैयार करके जनसामान्य तक पहुचानें के उद्देश्य से निजी क्षेत्र में मोबाइल फिश पार्लर की स्थापना की गई है। एक फिश पार्लर की इकाई लागत 5.50 लाख रु0 निर्धारित है। जिसमें लाभार्थियों को पूर्व में 30 प्रतिशत की दर से 1.65 लाख रु0 अनुदान सुविधा प्रदान की जाती थी लेकिन उ0प्र0 सरकार ने अब कुल लागत का 50 प्रतिशत अंश अनुदान दिए जाने की सुविधा प्रदत्त कर दी है। अतएवं फिश पार्लर लाभार्थी को अब 2.75 रु0 का अनुदान मिलेगा और 2.75 लाखरु0 लाभार्थी को स्वयं वहन करना होगा।
जल प्लावित क्षेत्रों में मत्स्य पालन विविधीकरण की योजना के अन्तर्गत कृषि हेतु अनुपयुक्त जल प्लावित भूमि को तालाब के रूप में विकसित करके मत्स्य पालन के अन्तर्गत आच्छादित किया जाता है। योजना की इकाई लागत 1.25 लाख रु0 प्रति हेक्टेयर निर्धारित है जिससे सामान्य वर्ग के व्यक्तियों को 80 प्रतिशत तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के लोगों को 90 प्रतिशत अनुदान की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
महाझींगा पालन की योजना के अन्तर्गत मत्स्य पालकों की आय में वृद्धि तथा जनसामान्य को महाझींगा के रूप में उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए मत्स्य पालन विविधिकरण के अन्तर्गत प्रदेश के मीठे जल में महाझींगा पालन को बढ़ावा दिये जाने हेतु योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के अन्तर्गत 1/2 हेक्टेयर जल क्षेत्र की एक इकाई के लिए महाझींगा के आयातित बीज एवं आहार की कुल लागत 50,000 रु0 प्रति मत्स्य पालक को प्रोत्साहन स्वरूप 50 प्रतिशत अनुदान देने की सुविधा प्रदत्त की जाती है। फिश फीड मिल की स्थापना हेतु परियोजना की प्रतियूनिट 10 लाख रु0 लागत में 50 प्रतिशत की दर से पांच लाख रु0 अनुदान लाभार्थी को दिये जाने की व्यवस्था है।
मत्स्य पालकों/मत्स्य विकास/संचय, संवर्धन तथा मत्स्य व्यवसाय करने वाले व्यक्तियों एवं मछुआ समुदाय के व्यक्तियों को योजनाओं/कार्यक्रमों की अधिक जानकारी करने के लिए उ0प्र0 मत्स्य निदेशालय, लखनऊ उ0प्र0 मत्स्य विकास निगम तथा जनपदों के जिला मत्स्य विकास अभिकरणों से सम्पर्क करके जानकारी मिल सकेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 28 October 2014 by admin
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद पार्टी संगठन के पुनर्गठन की प्रक्रिया में उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पद पर श्री अखिलेश यादव के मनोनयन के साथ केन्द्रीय संसदीय बोर्ड का पुनर्गठन भी किया है।
समाजवादी पार्टी के संविधान के अनुसार श्री अखिलेश यादव का प्रदेश अध्यक्ष पद पर मनोनयन अगले तीन वर्षो के लिए किया गया है। उनसे 15 दिन के अन्दर राज्य कार्यकारिणी के गठन की अपेक्षा की गई है।
समाजवादी पार्टी के पुर्नगठित केन्द्रीय संसदीय बोर्ड में अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव के अतिरिक्त सर्वश्री मो0 आजम खाॅ, प्रो0 राम गोपाल यादव, किरनमय नन्दा, रविप्रकाश वर्मा, शिवपाल सिंह यादव तथा जोय एंटोनी सदस्य होगें। केन्द्रीय संसदीय बोर्ड में श्री अखिलेश यादव प्रदेश अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश स्थायी आमंत्रित सदस्य होगें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 28 October 2014 by admin
उ0प्र0 के 18 मण्डलों के सभी जनपदों में 17 अक्टूबर 2014 को रबी 2014-15 में ‘‘अपनी मिट्टी पहचानें अभियान’’ का प्रथम चरण मनाना गया। 17 अक्टूबर, 2014 को अपनी मिट्टी पहचानें अभियान के अन्तर्गत निर्धारित लक्ष्य 8,04,000 के सोपक्ष 2,89,664 36.03 प्रतिशत मृदा नमूनें एकत्रित किये गये। कृषि विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा इस महत्वूपर्ण कार्यक्रम में भाग लेकर मृदा परीक्षण के महत्व के बारे में किसानों को जानकारी दी गयी।
कृषि निदेशक श्री ए0के0बिश्नोई ने बताया कि अभियान दिवस में कृषकों को मिट्टी की जांच के आधार पर दी गयी संस्तुति के अनुसार उर्वरक प्रयोग कर, रबी फसलों की बुवाई समय से करने हेतु प्रेरित किया गया। कृषकों को यह सलाह भी दी गयी कि अब समय आ गया है कि वे अपने खेत की मिट्टी के मुख्य पोषक तत्वों नत्रजन, फारस्फोरस एवं पोटाश के साथ द्वितीयक एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों की भी जांच करायें, क्योंकि जमीन में द्वितीयक एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों की भी कमी परिलक्षित हो रही है। यद्यपि इनकी कम मात्रा प्रयोग करनी होती है किन्तु बिना इनके प्रयोग के अच्छी पैदावार सम्भव नहीं है।
इस अभियान दिवस में कृषक कतिपय कारणों से अपने खेतों की मिट्टी के नमूनें प्रयेागशाला में जमा करने से वंचित रह गये हैं वे अपने खेतों की मिट्टी के नमूनें रबी फसलों की बुवाई के पूर्व अपने जनपदीय भूमि परीक्षण प्रयेागशाला में जमा करें और मिट्टी की जांच के परिणाम के आधार पर मृदा स्वास्थ्य कार्ड में दी गयी संस्तुति के अनुसार आवश्यक उर्वरकों एवं खादों का संतुलित मात्रा में प्रयोग करें, जिससे कि प्रदेश में कृषि उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ भूमि की उर्वरा शक्ति में वृद्धि हो सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 28 October 2014 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार ने समस्त जिलाधिकारियों/मुख्य विकास अधिकारियों तथा कृषि विभाग के जनपद एवं मण्डल स्तरीय अधिकारियों एवं बैंक प्रबंधकों को निर्देशित किया है कि वे किसानों, सीमान्त तथा लघु सीमान्त कृषकों को प्रगतिशील खेती के लिए खाद, बीज, पानी सिंचाई खेतों की बुआई एवं जुताई हेतु कृषि उपकरण खरीदने आदि कार्यों को सुचारू रूप से सम्पन्न करने हेतु किसान क्रेडिट कार्डों के माध्यम से बैंक ऋण देने के लिए शीघ्र के0सी0सी0 जारी करने तथा शिविर लगाकर उनका वितरण किसानों को करने के निर्देश दिये हैं।
यह जानकारी संस्थागत वित्त विभाग के विशेष सचिव श्री शिवसिंह यादव ने देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार ने सामाजिक सुरक्षा समूह बीमा योजनाओं को भी युद्धस्तर पर संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि सामाजिक सुरक्षा समूह बीमा योजनायें राजस्व, कृषि विभाग, नाबार्ड, ग्राम्य विकास, होमगाडर््स, वन, मत्स्य, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, हथकरघा विभाग, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग, विकास आयुक्त हस्त शिल्प केन्द्र सरकार, निदेशक, हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग, वित्त पोषण बैंक, पंचायती राज (एन0जी0ओ0/स्वयं सहायता समूह) विभाग तथा वाणिज्यकर विभाग द्वारा जन कल्याणकारी बीमा योजनायें संचालित की जा रही है।
श्री यादव ने बताया कि उ0प्र0 में विभिन्न विकास विभागों द्वारा निम्न सामाजिक सुरक्षा समूह बीमा योजनाओं का संचालन किया जा रहा हैः- खातेदार/सह खातेदार कृषकों के लिए जनता व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्डधारकों की व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, होमगार्ड्स सामूहिक व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना, सामूहिक वानिकी दुर्घटना बीमा योजना, मछुआ दुर्घटना बीमा योजना, आंगनबाड़ी कार्यकत्री सामूहिक बीमा योजना, आम आदमी बीमा योजना, महात्मा गांधी बुनकर बीमा योजना, खादी कारीगर जनश्री बीमा योजना, हस्त शिल्पियों के लिए बीमा योजना, पावरलूम मजदूर के लिए बीमा योजना, महिला एवं स्वयं सहायता समूहों की जनश्री बीमा योजना एवं जनश्री बीमा योजना, हेल्थ इन्श्योरेंस योजना, वाणिज्य कर विभाग में पंजीकृत व्यापारियांे की जोखिम जीवन व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना।
श्री यादव ने बताया कि शासन ने जनहित में उक्त बीमा योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश संबंधित विभाग के आला अधिकारियों को दिये हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 27 October 2014 by admin
नेहरू तथा सोनिया गॉधी के चरित्र पर ऊंगली उठाने वाले बाबा रामदेव की हरीश रावत से दोस्ती पर दिल्ली में कांग्रेस में सनसनी फैल गयी हैए उत्तराखंड सरकार ने रामदेव एंड कंपनी को सरकारी हेलीकॉप्टरों से केदारधाम भेजकर वहां पूजा.पाठ करवाया। यात्रा को ज्यादा से ज्यादा प्रचार मिलेए इसके लिए दिल्ली से न्यूज चैनलों को भी बुलाया गया था। बताया जा रहा है कि बाबा मुख्यमंत्री हरीश रावत के अनुरोध पर केदारनाथ आए थे। मुख्यमंत्री के खासमखास औद्योगिक सलाहकार रंजीत रावत मोदी के नवरत्नों में शामिल रामदेव और अन्य संतों को हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ से केदारनाथ ले गए।
नेहरू तथा सोनिया गॉधी के चरित्र पर ऊंगली उठाने वाले बाबा रामदेव की हरीश रावत से दोस्ती पर दिल्ली में कांग्रेस में सनसनी फैल गयी हैए
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को चरित्रहीन कहने वाले बाबा रामदेव ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गॉधी तथा राहुल गॉधी को भी नही बख्शा थाए तथा कांग्रेस के सर्वोच्च नेताओं पर पर हर तरह के संगीन व सनसनीखेज लांछन व आरोप लगाये थेए आज उसी बाबा रामदेव से उत्तराखण्ड के कांग्रेस मुख्यमंत्री ने दोस्ती महज इसलिए कर ली कि बाबा रामदेव केन्द्र सरकार से धनराशि दिलवायेगे तथा हरीश रावत सरकार को केदारनाथ में कार्य करने का प्रमाण पत्र. परन्तु उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा बाबा रामदेव को गले लगाने से दिल्ली स्थित कांग्रेस गलियारों में सनसनी फैल गयी हैए हालांकि हरीश रावत को मामले की गंभीरता का अहसास अभी तक नही हो पाया है परन्तु अंदरखाने की खुफिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस में ऊपरी स्तर तक हरीश रावत की बाबा रामदेव की दोस्ती को लेकर गाज गिरना तय हैए 2015 में उत्तराखण्ड को तीसरा मुख्यमंत्री देखना पड सकता हैए ज्ञात हो कि कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गॉधी ने छोटी सी गलती को लेकर लम्बे समय तक सपा सुप्रीमो को माफ नही किया थाए वह क्या उस बाबा रामदेव को माफ कर सकती है कि जिसने उनके चरित्र को लेकर लगातार सवाल उठाये हो.
ज्ञात हो . कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने अपने एक बयान में कहा है कि कांग्रेस पार्टी का मनोबल गिरा हुआ है। वही दूसरी ओर उत्तराखण्ड में सत्तारूढ कांग्रेस द्वारा जाने अनजाने में कांग्रेस का मनोबल गिराने वालों को तवज्जो देने की नीति अमल में लाई जा रही हैंए कांग्रेस अध्यंक्षा सोनिया गॉधी से लम्बी लडाई लडने वाले बाबा रामदेव को कांग्रेस उत्तराखण्डी में विशेष तवज्जो दे रही हैए प्रमुख समाचार पत्रों की रिपोर्टके अनुसार उत्तराखंड सरकार ने चारधाम और वर्ष भर चलाई जाने वाली यात्राओं की ब्रांडिंग के लिए रामदेव एंड कंपनी को सरकारी हेलीकॉप्टरों से केदारधाम भेजकर वहां पूजा.पाठ करवाया। यात्रा को ज्यादा से ज्यादा प्रचार मिलेए इसके लिए दिल्ली से न्यूज चैनलों को भी बुलाया गया था। बताया जा रहा है कि बाबा मुख्यमंत्री हरीश रावत के अनुरोध पर केदारनाथ आए थे। मुख्यमंत्री के खासमखास औद्योगिक सलाहकार रंजीत रावत मोदी के नवरत्नों में शामिल रामदेव और अन्य संतों को हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ से केदारनाथ ले गए। बदली भूमिका के बारे में सवाल दगे तो बाबा बोले.हरीश रावत ने पहल की तो हमने भी हाथ बढ़ा दिया। बाबा की यात्रा का कार्यक्रम मंगलवार देर रात बना। बाबा ने मुख्यमंत्री के निमंत्रण को एकाएक स्वीकार कर सभी को चौंका दिया। बुधवार सवेरे बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण दिल्ली से आए मीडिया के साथ केदारनाथ पहुंचे। बाबा ने तीर्थ पुरोहितों से भी वार्ता की। केदारनाथ मंदिर में पूजा.पाठ के बाद मंदिर परिसर स्थित हवन कुंड में यज्ञ किया। करीब दो घंटे केदारनाथ में बिताने के बाद वह हरिद्वार लौट आए। बाबा के साथ हेलीकॉप्टर से जाने वालों में दक्षिण काली पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारीए पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारीए बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत मोहन दास तथा शिवानंद भारती थे। रामदेव ने केदारधाम में किए जा रहे विकास कार्यों की प्रशंसा की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर पुनर्वास और पुनर्निर्माण के लिए अतिरिक्त धन दिलाने का आश्वासन भी दिया। गौरतलब है कि मात़ सदन के संत स्वामी शिवानंद सरस्वुती जी महाराज से परहेज क्यों किया गयाए उन्हें महज इसलिए दूर कर दिया गया कि वह हरिद्वार में अवैध खनन के सख्तन विरोधी है जिसे सूबे के मुखिया को यह पसंद नही है
चन्द्रशेखर जोशी
देहरादून
Posted on 27 October 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज यहां उनके सरकारी आवास पर मुस्लिम समुदाय के गणमान्य नागरिकों ने भेंट कर उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने उनकी बधाईयां स्वीकार करते हुए उन्हें भी दीपावली की मुबारकबाद पेश की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को शाॅल भी भेंट की गई।
प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ मंत्री श्री अहमद हसन के नेतृत्व में भेटकर्ताओं ने मुख्यमंत्री द्वारा पुराने लखनऊ के विकास की ओर विशेष ध्यान दिए जाने के लिए आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर श्री यादव ने कहा कि हमारे देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब की यह विशेषता है कि यहां सभी त्यौहार लोग मिल-जुलकर भाई-चारे और सद्भाव के साथ मनाते हैं। भाई-चारे और धार्मिक सद्भाव के इस माहौल को कायम रखना हम सबकी जि़म्मेदारी है।
भेंटकर्ताओं में मौलाना सईद, इमाम ईदगाह गोमतीनगर, हाफिज़ सगीर, सद्र, मुस्लिम मसायल बोर्ड, श्री शोएब, अमीरे जमात, लखनऊ, मौलाना असदुल्लाह, इमाम जामा मस्जिद उजरियांव, श्री अमानुल्लाह नदवी, इमाम मस्जिद एच.ए.एल, इन्दिरा नगर, मौलाना महफूज़, इमाम मस्जिद गोमतीनगर, मौलाना इकबाल नदवी, इमाम मस्जिद डालीगंज, मौलाना रूहुल अमीन नदवी, प्रो0 मदरसा मादुल फिरदौस, मौलाना तौकीर नदवी, मौलाना अब्दुल्लाह नदवी, इमाम मस्जिद बेहननपुरवा, मौलाना नूरुल्लाह नदवी, इमाम मस्जिद चिनहट, हाफिज़ मोहम्मद हकीम, इमाम जामे मस्जिद गढ़ी कनौरा, मौलाना मोहम्मद मशरिकैन, प्रिंसिपल हौज़ए इल्मिया अबुतालिब, मौलाना अफजल हुसैन, सद्र, विलायत फाउण्डेशन, मौलाना हसन ज़हीर, मौलाना एहतेशाम, मौलाना एजाज़ हैदर, मौलाना हुसैन मेहदी, श्री मोहम्मद एबाद आदि शामिल थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 27 October 2014 by admin
लखनऊ के युवा लेखक चैधरी जिया इमाम ने मुंबई में वरिष्ठ फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल से मुलाकात कर उनको अपनी संगीतकार नौशाद पर लिखी किताब भेट की और फिल्मी पत्रकारिता पर केन्द्रित अपनी नई किताब के लिये उनके विचार भी लिये। युवा लेखक के लेखन प्रयासों की सराहना करते हुए श्री बेनेगल ने पुस्तक की भूमिका लिखने के लिए राजी हो गए।
युवा लेखक जिया इमाम पत्रकारिता और सिनेमा पर रची नई किताब के लिये वह अब तक कई शहरांे का दौरा कर चुके हंै। इसी सिलसिले में वह श्याम बेनेगल से मुम्बई मे स्थित उनके दफतर मे मिले और इस किताब के लिये उनका एक इंटव्यू कर उनका इस नई किताब के लिए अग्रिम लेख भी लिया। इस मौके पर जि़या इमाम ने श्याम बेनेगल को अपनी एक किताब भी भंेट की। श्याम बेनेगल के अलावा इस किताब मे अनेक फिल्मी हस्तियों और वरिष्ठ पत्रकारांे के तासुरात शामिल किये गए हैं। जिया इमाम ने नौशद और मोहम्मद रफी की जीवनी के अलावा अंगे्रजी मे एक उपन्यास ‘बियाण्ड द होराईजन’ के नाम से लिखा है, यह सारी किताबे बाज़ार में उपल्बध हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 27 October 2014 by admin
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज (प्रथम कैम्पस) का 16 सदस्यीय छात्र दल अमेरिका की प्रख्यात अंतिरिक्ष ऐजेन्सी (नासा) की बारह-दिवसीय शैक्षिक यात्रा पर रवाना हो गया। इस शैक्षिक यात्रा के दौरान सी.एम.एस. छात्र दल फ्लोरिडा के केप कैनवेरल स्थित नासा के जाॅन एफ केनेडी स्पेस सेन्टर पर अंतरिक्ष की खोज के रोमांच का नजदीकी अनुभव करने के साथ ही अंतरिक्ष कार्यक्रमों के बारे में दिलचस्प तथ्यों से रूबरू होंगे। उक्त जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि अमेरिका रवाना होने से पूर्व सी.एम.एस. छात्र दल को विद्यालय के शिक्षकों व अभिभावकों ने फूल मालायें पहनाकर विदाई दी एवं विदेश में देश का गौरव बढ़ाकर लौटने हेतु हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती ज्योति कश्यप भी उपस्थित थीं। विदित हो कि नासा की शैक्षिक यात्रा पर जाने वाले इस छात्र दल ने मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से विगत 21 अक्टूबर को भेंटकर उनकी शुभकामनाएं प्राप्त की थी। इस अवसर पर श्री यादव ने विश्वास व्यक्त किया कि यह यात्रा छात्रों के ज्ञानवर्धन में सहायक होगी एवं ये मेधावी छात्र प्रदेश व देश का नाम गौरवान्वित करेंगे। सी.एम.एस. का यह दल 4 नवम्बर को स्वदेश लौटेगा।
श्री शर्मा ने बताया कि इस शैक्षिक यात्रा के दौरान इस यात्रा के दौरान सी.एम.एस. छात्रों को स्पेस शटल ‘अटलांटिस’ को नजदीक से देखने का अवसर मिलेगा, साथ ही साथ अंतरिक्ष की खोज के विभिन्न पहलुओं जैसे लांचिंग पैड, सिमुलेशन, रियल-लाइफ माडल्स एवं अनेकानेक गतिविधियों के साथ ही अंतरिक्ष अन्वेषण के गुर भी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। अंतरिक्ष ऐजेन्सी (नासा) की यात्रा पर रवाना होने वाले सी.एम.एस. के ये मेधावी छात्र नवीन खोजों व सृजनात्मक गतिविधियों में विशेष रुचि रखते हैं। यात्रा के दौरान सी.एम.एस. दल संयुक्त राष्ट्र संघ मुख्यालय, डिजनी वल्र्ड, सी वल्र्ड, स्टेचू आॅफ लिबर्टी, टाइम्स स्क्वायर, एम्पायर स्टेट बिल्डिंग, ग्राउण्ड जीरो, मैडम तुसाद म्यूजियम आदि देखने जायेगा। श्री शर्मा ने बताया कि नासा की शैक्षिक यात्रा पर रवाना होने वाले सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) के छात्र सदस्यों में श्रुति मिश्रा, काव्या मिश्रा, आदित्य किलिवेरू, रिशिका मिश्रा, जतिन कंसल, यश अग्रवाल-1, मलय राज, नीलेश निगम, यश अग्रवाल-2, विहित, कार्तिकेय मिश्रा, मृत्यंुजय यादव, अमन प्रकाश व दीक्षा जायसवाल शामिल हैं जबकि छात्र दल का नेतृत्व सी.एम.एस. अलीगंज कैम्पस की शिक्षिका श्रीमती सुमिता चटर्जी व श्रीमती रैना सिंह कर रही हैं।
श्री शर्मा ने बताया कि वैज्ञानिक युग के महत्व को स्वीकारते हुए सी.एम.एस. अपने छात्रों का दृष्टिकोण वैज्ञानिक एवं विश्वव्यापी बनाने के उद्देश्य से जोरदार प्रयास कर रहा है एवं इन्हीं उद्देश्यों के अनुरूप विद्यालय के मेधावी छात्रों को विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों एवं शैक्षिक यात्राओं में प्रतिभाग हेतु प्रोत्साहित करता है। इसी कड़ी में सी.एम.एस. छात्रों की नासा की यह शैक्षिक यात्रा छात्रों में वैज्ञानिक प्रतिभा तथा दक्षता का विकास करने के साथ ही देश-विदेश के छात्रों में विश्व बन्धुत्व, विश्व एकता व विश्व शान्ति की भावना का भी विकास करेगा। सी.एम.एस. के इन प्रयासों का उद्देश्य छात्रों को वल्र्ड लीडर के रूप में तैयार करने वाली शिक्षा उपलब्ध कराना है, ताकि वे कल के विश्वव्यापी समाज का नेतृत्व अपने विकसित मानवीय दृष्टिकोण से कर सकें। श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. के इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप विद्यालय के छात्र आज सारे विश्व में विद्यालय का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 October 2014 by admin
उ0प्र0 के दुग्ध विकास मंत्री श्री राममूर्ति वर्मा ने समस्त जिला दुग्ध प्रबंधकों एवं सहकारी दुग्ध समितियों के इकाई प्रभारियों तथा जिला दुग्ध विकास अधिकारियों को ग्रामीण अंचल के दुग्ध उत्पादकोंध्किसानोंध्पशुपालकों के हित में ग्राम स्तरीय सहकारी समितियों का गठन करकेए उन्हें उक्त समितियों से जोड़ने और उनके द्वारा उत्पादित किये जाने वाले दूध को खरीद करके उपार्जित करने के निर्देश दिये है।
दुग्ध विकास मंत्री ने ग्राम स्तरीय सहकारी दुग्ध समितियों को गठित करके ग्रामीण अंचल के दुग्ध उत्पादकों जिसमें अधिकतर भूमिहीन सीमान्त एवं लघु सीमान्त कृषक होते हैं उन्हें तकनीकी ज्ञान देकर अधिकाधिक दुग्ध उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने समस्त जिला दुग्ध प्रबंधकोंध्समितियों के इकाई प्रभारियों तथा दुग्ध विकास अधिकारियों को ग्राम स्तरीय समितियों के सदस्यों द्वारा उत्पादित दुग्ध को उनके द्वार पर ही उपार्जित करने तथा उनको समुचित मूल्य दिलाकर बिचैलियों के शोषण से उन्हें मुक्ति दिलाने के निर्देश दिये हंै।
दुग्ध विकास मंत्री श्री वर्मा ने सहकारी दुग्ध समितियों से संग्रहीत दूध को दुग्धशालाओं में विद्यमान प्रक्रिया के उपरान्त पाश्चुरीकृतए स्वच्छ एवं कीटाणु रहित दुग्ध एवं दुग्ध पदार्थों को उपभोक्ताओं को बिक्री हेतु उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है। उन्होंने दुग्ध समितियों द्वारा उपार्जित दुग्ध की गुणवत्ता को बनाये रखने तथा उपभोक्ताओं काी स्वच्छए शुद्ध दूध उपलब्ध कराने पर विशेष बल दिया है।
दुग्ध विकास मंत्री श्री वर्मा ने प्रदेश में स्थापित समस्त पराग डेरियों पर उपलब्ध बिक्री हेतु दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा है। उन्होंने कहा कि दुग्ध विकास के सभी अधिकारीध्कर्मी पूर्ण निष्ठाए लगन एवं कठिन परिश्रम से दुग्ध उपार्जन तथा दुग्ध व्यवसाय को बढ़ाने हेतु पूर्ण सहयोग करें। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि सहकारी दुग्ध समितियोंए दुग्धशालाओंए पराग बूथों पर बिक्री हेतु उपलब्ध दूध तथा दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता में कमी पाई जायेगी तो संबंधित अधिकारियोंध्कर्मियों के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई के साथ प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज कराई जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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