Posted on 29 October 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री विकास के नाम पर प्रदेश की बदहाली देखने के बाद भी मुख्यमंत्री उसकी अनदेखी कर रहे है। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री के पूर्व प्रस्तावित दौरो में लखनऊ (मोेहनलालगंज) से लेकर सुदुर झांसी तक सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाएं बदहाल पड़ी हुई है। समाजवादी पुरोधाओं के नाम पर चलने वाली विकास योजनाओं में अनिमियताओं का अम्बार है। जिसे देखकर कई बार मुख्यमंत्री को खुद शर्मसार होना पड़ता है। योजनाओं में बड़े स्तर पर पायी गयी अनिमियताओं के बावजूद मुख्यमंत्री ने असाधारण चुप्पी क्यों साध रखी है ? क्यों चहेते अफसरो की कारगुजारियों की जानकारी के बावजूद उनके विरूद्ध कार्रवाही को लेकर सरकार मौन है।
पूर्व निर्धारित झांसी दौरों में जिस प्रकार अनिमियताएं एवं बदहाल विकास कार्यो का सच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को देखने को मिला, पर तंज कसते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि विकास कार्यो में व्याप्त भ्रष्टाचार के सच का सामना लगातार मुख्यमंत्री कर रहे है फिर भी पता नहीं क्यों सच्चाई को समझते हुए उसके अनुरूप यथोचित कार्यवाही नहीं कर पा रहे है। कानून व्यवस्था और शासकीय प्रबन्धन के नाम पर 15 हजार से अधिक तबादले कर चुकी सपा सरकार राज्य में कार्य का वातावरण नहीं बना पा रही है।
उन्होंने कहा कि अपने रियलटी चेक के दौरान मुख्यमंत्री को सरकारी योजनाओं की उन तस्वीरों से रूबरू होना पड़ा जिनको लेकर लगातार सरकार और उसके अधिकारी बडे़-बड़े दावे कर रहे थे। उन्ही योजनाओं को सच जब मीडिया दिखाता था तो मुख्यमंत्री उस पर तंज कसते थे अब जब सच्चाई उनके सामने है तो महज प्रेस नोट में नाराजगी जताने से काम नहीं चलेगा।
श्री पाठक ने कहा कि विकास का सच राजधानी लखनऊ हो अथवा बुन्देलखण्ड का हृदय स्थल झांसी अगर एक जैसा है तो मुख्यमंत्री को विचार करना चाहिए ये हालात क्यों हैं। क्यों जिन योजनाओं के बारे में खुद मुख्यमंत्री प्रंशसा करते है उनका इतना बुरा हाल है जाहिर है उच्चस्तर से लेकर नीचे स्तर तक के तंत्र पर कार्यवाही की अवश्यकता है। कब तक विपक्ष और मीडिया पर तोहमत मढ़ मुख्यमंत्री रास्ते ढूढ़ते रहेगे। जरूरत है योजनाओं के जिस सच का मुख्यमंत्री सामना कर रहे है उस पर दोषियों के विरूद्ध यथोचित कार्यवाही करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 October 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के नागरिकों को शासन की बेहतर सेवाएं प्रदान कराने, उद्योग एवं व्यापार जगत के साथ अच्छा समन्वय स्थापित करने तथा नागरिकों को सूचना प्राप्त करने आदि कार्यों को सशक्त बनाने हेतु ई-गवर्नेन्स के लिए समस्त कर्मचारियों का डाटाबेस आगामी 15 दिसम्बर तक अवश्य पूर्ण करा लिया जाय। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कर्मचारी का यूनिक आईडी कोड बनाया जाय जिसमें सम्बन्धित कर्मचारियों का नाम, पदनाम, टेलीफोन तथा ई-मेल आदि का डाटाबेस सृजन कर सम्बन्धित वेबसाइट पर अपलोड किया जाय।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में प्रदेश के समस्त कार्मिकों का डाटाबेस तैयार करने के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ई-गवर्नेन्स के विभिन्न स्तरों में अच्छा समन्वय स्थापित करने हेतु प्रदेश स्तर पर विभिन्न सरकारी संगठनों एवं स्थानीय निकायों के विभिन्न घटकों में बेहतर समन्वय स्थापित कराने हेतु राज्य स्तर, जिला स्तर , विकास खण्ड स्तर, ग्राम पंचायत, ग्राम सभा स्तर एवं स्थानीय निकाय स्तर पर एक व्यापक डाटाबेस तैयार कराया जाय। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त वरिष्ठ कोषाधिकारियों एवं कोषाधिकारियों से उनके कोषागार से वेतन आहरित करने वाले आहरण वितरण अधिकारियों की सूची अवश्य प्राप्त कर ली जाय। उन्होंने कहा कि कोषाधिकारियों से आहरण वितरण अधिकारियों की सूची जनपदवार उपलब्ध हो जाने के बाद सम्बन्धित जनपद के जिलाधिकारी वांछित सूचना माह नवम्बर, 2014 के वेतन आहरण के समय आहरण वितरण अधिकारियों से आगामी 05 दिसम्बर तक कोषागार के माध्यम से अवश्य प्राप्त कर लें। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि प्राप्त सूची के अनुसार समस्त आहरण वितरण अधिकारियों से समय से सूचना प्राप्त हो जाय।
बैठक में प्रमुख सचिव नियोजन, श्री देवेश चतुर्वेदी सहित अन्य सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 October 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने कहा है कि गन्ना किसानों एवं चीनी मिलों के हित को दृष्टिगत रखते हुए पेराई का कार्य यथाशीघ्र चालू कराया जाय। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गन्ना उत्पादकता एवं रिकवरी को और अधिक बढ़ाये जाने हेतु व्यापक कार्ययोजना बनाई जाय ताकि किसानों एवं चीनी मिल मालिकों को लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि किसानों की खुशहाली से ही चीनी मिलों की खुशहाली है तथा दोनों एक-दूसरे के पूरक हंै। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों का भविष्य गन्ने पर निर्भर करता है इसलिए गन्ना किसानों एवं चीनी मिलो के हितों को दृष्टिगत रखते हुए गन्ना मूल्य का निर्धारण यथाशीघ्र तय किया जायेगा। उन्होंने कहा कि चीनी मिल मालिकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसानों के गन्ने के मूल्य का भुगतान समय से प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि गन्ना मूल्य तय करते समय यह अवश्य ध्यान दिया जायेगा कि चीनी मिल मालिकांे का नुकसान न होने पाय परन्तु गन्ना किसानों का शोषण नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों में रिकवरी पर होने वाले नुकसान का टेक्निकल आडिट भी कराये जाने पर गम्भीरता से विचार किया जायेगा।
मुख्य सचिव आज योजना भवन में पेराई सत्र 2014-15 हेतु राज्य परामर्शित गन्ना मूल्य निर्धारण से सम्बन्धित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों का हित सर्वोपरि है परन्तु चीनी मिलों के संचालन में आने वाली बाधाओं को भी प्राथमिकता से दूर कराया जाय। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों की बेहतर प्रजाति के गन्ने का वाजिब मूल्य अवश्य मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों को चीनी मिल मालिकों के माध्यम से प्राप्त होने वाली सब्सिडी उनकी माँग पर सीधे उपलब्ध कराये जाने पर गम्भीरता से विचार किया जाय। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों को लाभ दिलाने हेतु रिकवरी तथा उत्पादकता बढ़ाई जाय।
प्रमुख सचिव, गन्ना विकास श्री राहुल भटनागर ने कहा कि गन्ना मूल्य के निर्धारण हेतु गन्ना किसानों एवं चीनी मिल मालिकों द्वारा दिये गये आंकलन पर निर्णय लिये जाने हेतु गम्भीरता से विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि किसानों के हित के साथ-साथ चीनी मिल मालिकों का भी नुकसान न होने पाये।
बैठक में चीनी मिल एसोसिएशन के पदाधिकारियों, गन्ना किसान प्रतिनिधियों, खाण्डसारी यूनिट के प्रतिनिधियों सहित प्रबन्ध निदेशक फेडरेशन एवं गन्ना वैज्ञानिकों ने भी अपने विचार व्यक्त कर गन्ना मूल्य निर्धारण हेतु अपनी राय व्यक्त की। बैठक में गन्ना आयुक्त, श्री सुभाष चन्द्र शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 October 2014 by admin
शासन की प्राथमिकताओं एवं विकास कार्यक्रमों के अनुश्रवण/स्थलीय निरीक्षण हेतु शासन स्तर से नामित वरिष्ठ नोडल अधिकारी, प्रमुख सचिव पिछड़ा वर्ग कल्याण उ0प्र0 शासन श्री रजनीश गुप्ता ने आज सुलतानपुर में अमहट के पास 927.45 लाख की लागत से निर्मित होने वाले पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र के आवासीय भवनों के निर्माण का निरीक्षण किया। प्रमुख सचिव ने निर्माणाधीन पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र के आवासीय भवनों की तकनीकी/गुणवत्ता की जांच के लिए पी0डब्लू0डी0 तथा आर0ई0एस0 के अधिशाषी अभियन्ता को नामित करते हुए 29 अक्टूबर तक जिलाधिकारी के माध्यम से रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिये। उन्होनें यह भी निर्देशित किया कि भवन में प्रयुक्त होने वाली सामग्री (मशाला आदि ) की सेम्पिल सीज कर गुणवत्ता की जांच के लिए लैब में जिलाधिकारी के माध्यम से भेजे। उन्होनें कहा कि इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता अथवा लापरवाही क्षम्य नही होगी।
प्रमुख सचिव ने कार्यदायी संस्था उ0प्र0 पुलिस आवास निगम के अभियन्ता को निर्देशित किया कि भवन निर्माण की गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जायेगी। प्रत्येक दशा में शत-प्रतिशत गुणवत्ता सुनिश्चित की जाय। उन्हानें कार्यदायी संस्था से प्रगति के बारे में जानकारी ली तथा जांच टीम को पूर्ण सहयोग के निर्देश दिये। बताया गया कि पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र के आवासीय भवनों में स्पेशल के 48, श्रेणी-2 के 18, श्रेणी-3 के 6, श्रेणी-4 के 6, श्रेणी-5 के 5 आवासों का निर्माण होना है। बताया गया कि अब तक शासन द्वारा स्वीकृति धनराशि 681.00 लाख के सापेक्ष लगभग 650.00 लाख रूपये व्यय हो चुका है। बताया गया कि शासन द्वारा 245.65 लाख की धनराशि की अभी वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होनी है। इस स्वीकृति के पश्चात 3 माह में कार्य पूर्ण होने का आश्वासन दिया गया है। यह भी बताया गया कि उपरोक्त धनराशि में केवल आवासीय भवनों का निर्माण होना है। सेकेन्ड फेज में बिजली, पानी आदि की व्यवस्था की जायेगी।
प्रमुख सचिव के निरीक्षण के समय जिलाधिकारी अदिति सिंह, सी0डी0ओ0 श्रीकान्त मिश्र, अपर जिलाधिकारी प्रशासन कृष्णलाल तिवारी, डी0डी0ओ0 हरिशंकर सिंह, उपजिलाधिकारी सदर अमित कुमार सिंह, संख्याधिकारी विनोद कुमार सिंह, कार्यदायी संस्था के अधिकारी तथा टास्क फोर्स के अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 October 2014 by admin
सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ट माध्यमिक विद्यालय, विवेकानन्दनगर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कृष्णा राम से दरियापुर स्थित एक एटीएम में पैसा निकालते समय एक जालसाज ने चोरी से पासवर्ड देखकर सहयोग करने के बहाने एटीएम कार्ड बदल लिया और उसके खाते से चार हजार दो सौ रूपये निकला लिया। मामले में पुलिस न तो प्राथमिकी दर्ज कर रही है और न ही बैंक बिना एफ.आई.आर. के दूसरा एटीएम देने का तैयार है।
पीडि़त कृष्णाराम ने बताया कि उसका एक बचत खाता संख्या बैक आॅफ इण्डिया, सुलतानपुर में संचालित है। वह बीते 24 अक्टूबर को दोपहर 12.00 बजे देना बैंक, सुलतानपुर के इलाहाबाद मार्ग दरियापुर स्थित एटीएम से पैसा निकाल रहा था तभी एक जालसाज ने चोरी से पासवर्ड जान लिया और झांसा देकर एटीएम कार्ड संख्या 5264-9599-9650-5977 बदल लिया। उस कार्ड के बदले उसी बैंक का दूसरा एटीएम कार्ड संख्या 5264-9570-3001 मंजीत सिंह, बैंक आॅफ इण्डिया के नाम का दे दिया। जालसाज के इस झांसे को कर्मचारी उस समय तो नहीं समझ सका किन्तु थोड़ी देर बाद जब उसे यह जानकारी हुई तो वह तुरन्त भागकर दरियापुर एटीएम पहुंचा तब तक वह जालसाज व्यक्ति गायब हो गया था। मामले की शिकायत एटीएम के गार्ड से की तो उसने टोल फ्री नम्बर पर वार्ता करने को कहा। जिस पर उसने तुरन्त ही कार्ड के टोलफ्री नं0 022-40429123 पर बात करके कार्ड को बंद कराना चाहा किन्तु फोन रिसीब न होने के कारण कार्ड बंद नहीं कराया जा सका। तब तक जालसाज के उस एटीएम के माध्यम से खाते में से 4000.00 रूपये निकलने मैसेज भी आ गया। कर्मचारी प्रार्थना पत्र शास्त्रीनगर चैकी पहुंचा अभी चैकी प्रभारी से बातचीत हो ही रही थी कि जालसाज के फिर 200 रूपये निकाल लिये जाने का मैसेज आ गया। जिसे कर्मचारी ने चैकी प्रभारी को भी दिखाया। इसपर चैकी प्रभारी ने कर्मचारी को एटीएम में जाकर देखने का निर्देश दिया। वह कई एटीएम पर भी जालसाज को खोजने का प्रयास किया किन्तु कहीं कुछ पता नहीं चल सका। कर्मचारी ने आज मामले का शिकायती पत्र कोतवानी नगर में भी दे दिया है किन्तु अभी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। पुलिस ने कहा मामले की जाँच के बाद प्राथमिकी दर्ज की जायेगी। प्राप्ति चाहिए तो शिकायती पत्र रजिस्ट्री कर दो।
इधर बैंक आॅफ इण्डिया, सुलतानपुर से दूसरा एटीएम कार्ड के लिए भी कर्मचारी को चक्कर लगाने पड़ रहे है। बैंक मामले में कार्यवाही करने के बजाय कर्मचारी से एफ.आई.आर. की छाया प्रति मांग रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 October 2014 by admin
विद्या भारती काशी प्रान्त की ओर से सरस्वती शिशु मन्दिरों के खिलाडि़यों का 27वाँ खेलकूद समारोह मंगलवार 28 अक्टूबर 2014 से शुरू हो रहा है। जिसका उद्घाटन पंत स्टेडियम में जिले के पुलिस अधीक्षक सौमित्र यादव करेंगे।
समारोह के संयोजक इंजीनियर रूपेश सिंह के हवाले से प्रचार प्रमुख आचार्य रमाकांत त्रिपाठी ने बताया कि खेल जगत में भारत का गौरव बढ़ाने व विद्यार्थियों के सर्वतोन्मुखी विकास एवं उनकी क्षमताओं, प्रतिभाओं के प्रदर्शन के लिए विद्या भारती की ओर से तीन दिवसीय प्रान्त स्तरीय 27वाँ खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। 28 अक्टूबर 2014 मंगलवार सायं 4.00 बजे से शुरू हो रहे इस समारोह के उद्घाटन में मुख्य अतिथि जिले के पुलिस अधीक्षक सौमित्र यादव, विशिष्ट अतिथि विद्या भारती पूर्वी उत्तर-प्रदेश क्षेत्र के संगठन मंत्री योगेश होंगे तथा अध्यक्षता नगर पालिका परिषद, सुलतानपुर के अध्यक्ष प्रवीन कुमार अग्रवाल करेंगे। उन्होंने बताया कि समापन समारोह 30 अक्टूबर 2014 गुरूवार को 11.00 बजे होगा। जिसमें मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेश यादव व विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचार सुभाष होंगे। अध्यक्षता लायन्स क्लब मिड टाउन सुलतानपुर के संस्थापक अध्यक्ष सरदार बलदेव सिंह करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 October 2014 by admin
अवैध व नाबलिग वेन्डरों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान से खुन्नस खाये निसार अहमद उर्फ छोटकऊ ने पुलिस के उच्चाधिकारियों व स्टेशन अधीक्षक, सीनियर डीसीएम को पत्र भेंजकर अपनी दुकान पर तोड़फोड़ कर सामान लूटने का आरोप जीआरपी के सिपाही पर लगाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार निसार अहमद उर्फ छोटकऊ का प्लेटफार्म नं. दो पर एक स्टाल है जहां वह नाबालिग व अवैध वेन्डरों के जरिये टेªनो खाद्यय पदार्थो की बिक्री करवाता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जीआरपी के आरक्षी सुनील कुमार द्वारा पूर्व में इसके दो वेन्डरों को अवैध पाये जाने पर गिरफ्तार कर चालान किया गया था, जिससे वह खिन्न खाये उक्त स्टाल स्वामी ने अपने ही दूकान पर तोड़फोड़ कर खाद्यय सामग्री बिखेर कर आरक्षी के ऊपर शराब पीने व 10 हजार नगदी लूटे जाने का आरोप लगाया है। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त स्टाल स्वामी ने खुद ही अपने स्टाल को क्षतिग्रस्त किया है। षड़यंत्र के तहत व सोची समझी रणनीति के तहत सुनील कुमार का तबादला करवाना चाहता है। क्योंकि इन आरक्षियों के द्वारा उसका अवैध व नाबालिंग बेन्डरों का कार्य ठप हो जा रहा है। अगर देखा जाय तो एक तरफ स्टाल स्वामी नाबालिंग बेन्डरों से काम करवा रहा है और दूसरी तरफ आरक्षी के ऊपर झूठा आरोप मढ़ रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 October 2014 by admin
जयसिंहपुर विकास खण्ड में इन दिनों फरियादियों की शिकायत सुनने वाला कोई नहीं है तभी तो पुरषोत्तमपुर ग्रामवासियों ने अपनी फरियाद सीधे मुख्यमंत्री से जरिये फैक्स भेजकर की है।
पुरषोत्तमपुर ग्रामवासियों ने पूर्व में किये गये आर्थिक सर्वेक्षण को रद्द कर पुनः नया सर्वेक्षण कराने की मांग मुख्यमंत्री को भेजे गये पत्र में की है ग्रामवासियों का आरोप है कि जो भी सर्वेक्षण कराये गये वे फर्जी तरीके से कराये गये है उनका यह भी आरोप है कि सर्वेक्षण में जो बीपीएल सूची कार्ड में है उनको पात्र नहीं दिखाया गया, बल्कि बिना बीपीएल कार्ड धारकों को पात्र मान लिया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि गाॅव के एक स्थान पर बैठकर सूची बना लगी गयी। जबकि जांचकर्ता को घर-घर जाकर लोगों की स्थिति से अवगत होना चाहिए था। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत सम्बन्धित अधिकारियों को देनी चाही लेकिन उनका शिकायती पत्र लेने के लिये महकमा आनाकानी कर रहा है। बीते सोमवार को फरियादियों ने ब्लाक मुख्यालय पर आये हुये दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रामदुलार राजभर के समक्ष पेश हुये तो स्थानीय विधायक अरूण वर्मा ने डीडीओ को पुनः जाॅचकर उचित कार्यवाही के लिये कहा है। यहीं नहीं इससे पहले भी फरियादियों को ब्लाक मुख्यालय से खाली हाथ लौटना पड़ा है क्योंकि ब्लाक मुख्यालय पर जब कोई अधिकारी रहेगें नहीं तो फरियादियों को न्याय कौन देगा? हाॅ ये बात जरूर है कि साहब ब्लाक मुख्यालय परिसर को चमन जरूर बना देगें चाहे ग्रामवासियों को न्याय मिले या ना मिले। अभी हाल ही में लोहिया गाॅव खजुरी की महिलायें साहब के इन्तजार में घंटो इन्तजार के बाद वापस निराश होकर लौट गयी हाॅं साहब खण्ड विकास अधिकारी जयसिंहपुर के ऊपर अतिरिक्त बोझ जो है साहब कहां तक किसी फरियाद सुनेगें आखिर उन्हें विकास जो करना है। मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में प्रसून मिश्रा, गूडडू मिश्रा, राधेश्याम मिश्रा, इदरीश अली सहित दर्जनभर लोगों ने हस्ताक्षर कर कार्यवाही किये जाने की मांग मुख्यमंत्री से की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 October 2014 by admin
जनपद में चल रही अमोनिया गैस प्रयोग होने वाले अवैध संस्थानों के विरूद्ध कार्यवाही को लेकर रजा मेमोरियल वेलफेयर सोसाईटी के प्रबन्धक बेलाल अहमद ने प्रमुख सचिव को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
प्रमुख सचिव को सौपें गये ज्ञापन में प्रबन्धक उल्लेख किया है कि पूर्व में भी जिलाधिकारी के यहां प्रार्थना पत्र दिया गया पर उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिले के घनी आबादी में मोहल्ला लखनऊ नाका, पल्टू का पुरवा, सुलतानपुर-लखनऊ मार्ग का ओबरब्रिज (सुलतानपुर रेलवे जक्शन के निकट) अवैध रूप से बगैर सहमति जल/वायु उ.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, रायबरेली के जहरीली एवं हानिकारक अमोनिया गैस युक्त आइस प्लान्ट एवं कोल्ड स्टोरेज ‘मेसर्स गुरदयाल सिंह सरदार केसर सिंह’ जो एक फर्जी फर्म ‘मेसर्स कंवल आइस एण्ड कोल्ड स्टोरेज के नाम से संचालित किया जा रहा है उसे जनहित में तत्काल सील करने तथा पर्यावरण अधिनियम प्राविधानों के अन्तर्गत जलापूर्ति एवं विद्युत आपूर्ति काटने का अनुरोध किया गया था। दिये गये प्रार्थना पत्र पर जिलाधिकारी द्वारा उपजिलाधिकारी को कार्यवाही किये जाने के लिए निर्देशित किया गया था लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। जिसके सन्दर्भ में प्रमुख सचिव को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही किये जाने की मांग एडवोकेट बेलाल अहमद ने की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 29 October 2014 by admin
ऽ आय,जाति, निवास प्रमाणपत्रों के लिए छात्र हो रहें हैं परेषान
कादीपुर/सुलतानपुर। उ.प्र. लेखपाल संघ के आवाहन पर स्थानीय लेखपाल संघ ने कादीपुर में कार्यरत 86 लेखपालों के साथ गत् 14 अक्टूबर से हड़ताल पर चले जाने से आम जनमानस पर बुरा असर पड़ रहा है। आम जनता आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्रों सहित अन्य कार्यो के निस्तारण हेतु दर-दर भटकने को मजबूर है। उ.प्र. लेखपाल संघ शाखा कादीपुर के मंत्री कमला प्रसाद यादव ने बताया कि वर्तमान सरकार लेखपालों के प्रति उदासीन रवैया अपना रही है। वेतन विसंगित, प्रमोशन, एक लेखपाल एक हल्का आदि समस्याओं के निस्तारण हेतु काफी दिनों से मांग कर रहा था। किन्तु दुःख की बात है कि प्रदेश सरकार लेखपालों के प्रति संवेदनशील नहीं है। जिसके कारण से प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर कादीपुर में तैनात 33 अतिरिक्त हल्के का प्रभार पाये लेखपालों ने अपना प्रभार तहसीलदार को सौंप दिया है तथा विरोध स्वरूप आय, जाति, निवास सन्दर्भ प्रार्थना पत्र का जवाब नहीं देगें। बैठक में स्थानीय शाखा के अध्यक्ष सेतूराम, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुलदीप, कनिष्ठ उपाध्यक्ष सियाराम, गिरजा वर्मा, राम केवल, राम आशीष व वासुदेव तथा लाल बहादुर श्रीवास्तव सहित सभी लेखपाल मौजूद रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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