Posted on 16 September 2014 by admin
सिटी मोन्टेसरी स्कूल की संस्थापिका-निदेशिका व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. (श्रीमती) भारती गाँधी एवं सी.एम.एस. की सीनियर आॅपरेशन्स एक्जीक्यूटिव सुश्री अर्चना पाण्डे अन्तर्राष्ट्रीय धार्मिक सम्मेलन ‘समिट फाॅर द वल्र्ड एलायन्स आॅफ रिलीजन्स’ में प्रतिभाग हेतु दक्षिण कोरिया रवाना हो गई। डा. गाँधी की रवानगी से पूर्व अमौसी एअरपोर्ट पर बड़ी संख्या में उपस्थित सी.एम.एस. शिक्षकों व कार्यकर्ताओं ने फूूल-मालाएं पहनाकर डा. (श्रीमती) भारती गाँधी एवं सुश्री अर्चना पाण्डे को विदाई दी एवं ‘सर्वधर्म समभाव’ की भावना को सारे विश्व में प्रवाहित होने की कामना की। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में डा. गाँधी विश्व के कई देशों के पूर्व व वर्तमान राष्ट्राध्यक्षों, विचारकों व धार्मिक गुरुओं के बीच भारतीय दर्शन ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ एवं ‘सर्वधर्म समभाव’ का अलोक बिखेंरेंगी एवं विश्व के दो अरब से अधिक बच्चों के सुरक्षित व खुशहाल भविष्य का अलख जगायेंगी। यह अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन दक्षिण कोरिया की प्रतिष्ठित सामाजिक-धार्मिक संस्था ‘हीवेनली कल्चर्स, वल्र्ड पीस, रेस्टोरेशन आॅफ लाइट
(एच.डब्ल्यू.पी.एल.) के तत्वावधान में 16 से 19 सितम्बर तक दक्षिण कोरिया राजधानी सिओल में आयोजित किया जा रहा है। एच.डब्ल्यू.पी.एल. के चेयरमैन श्री मैन ही ली ने सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु डा. गाँधी को विशेष रूप से आमन्त्रित किया है।
श्री शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में विश्व की कई जानी-मानी हस्तियाँ प्रतिभाग कर रही हैं जिनमें पेरू की उपराष्ट्रपति सुश्री मेरिसोल स्पिनोजा क्रुज, माॅरीशस के पूर्व राष्ट्रपति श्री कासिम उतीम, जार्डन के पूर्व प्रधानमंत्री अब्देलसलाम अल-मजीजी, अर्जेन्टीना के पूर्व राष्ट्रपति फर्नांडो डी ला रुआ आदि शामिल हैं। श्री शर्मा ने बताया कि सम्मेलन के अन्तर्गत ‘रिलीजन, काॅन्फ्लिक्ट एण्ड पीस बिल्डिंग’, ‘एजुकेशन एण्ड पीस बिल्डिंग’, ‘इण्टरनेशनल लाॅ एण्ड ह्यूमन राइट्स’, ‘वल्र्ड पीस एण्ड रिस्पान्सिबिलिटीज: इण्डिविजुअल कमिटमेन्ट्स’, ‘द वोमेन्स इनीसिएटिव फॅार पीस बिल्डिंग’ आदि कई विषयों पर गंभीर चर्चा-परिचर्चा होगी।
श्री शर्मा ने बताया कि डा. (श्रीमती) भारती गाँधी के मार्गदर्शन में सिटी मोन्टेसरी स्कूल भावी पीढ़ी को मानव कल्याण, विश्व बन्धुत्व एवं ईश्वर भक्ति के उच्च आदर्शों का समावेश करके सच्चे अर्थों में पूर्ण शिक्षा प्रदान करने का कर्तव्य निभा रहा है और 55 वर्षों की अनवरत साधना के उपरान्त सी.एम.एस. आज विश्व एकता व विश्व शान्ति का अग्रदूत बन चुका है जिसका सम्पूर्ण श्रेय विद्यालय के संस्थापक द्वय डा. जगदीश गाँधी एवं डा. भारती गाँधी के त्याग, तपस्या व बलिदान को जाता है। इन्ही के अथक प्रयासों के फलस्वरूप आज सी.एम.एस. छात्र सम्पूर्ण विश्व में ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना का प्रवाह सारे विश्व में प्रवाहित कर हैं एवं सम्पूर्ण विश्व आज सी.एम.एस. की शिक्षा पद्धति के केन्द्र बिन्दु ‘जय जगत’ व ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की विचारधारा से प्रभावित है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 16 September 2014 by admin
राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस (1 अक्टूबर, 2014) की तैयारियों हेतु आज दिनांक
15.09.2014 को उ0प्र0 राज्य एड्स नियन्त्रण सोसाइटी के सभागार में अपर परियोजना निदेशक महोदय की अध्यक्षता में सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें संलग्न सूची के अनुसार सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं सोसाइटी के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा प्रतिभागिता की गई।
संयुक्त निदेशक (रक्त सुरक्षा) द्वारा सभी आगंतुकों को स्वागत एवं परिचय उपरान्त अवगत कराया कि राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस (1 अक्टूबर, 2014) के अवसर पर नाको, भारत सरकार द्वारा प्राप्त दिशा निर्देशानुसार प्रदेश एवं जनपद स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन 1 अक्टूबर, 2014 को किया जाना है। राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस (1 अक्टूबर, 2014) की विषय वस्तु ष्ळपअम जीम पिमि व िसपमिरू कवदंजम इसववकष्है। इस अवसर पर नियमित रक्तदान कराने वाली संस्थाओं का सम्मान प्रदेश के प्रत्येक जनपद में किया जाएगा। स्वैच्छिक रक्तदान के प्रति जन सामान्य में रूझान बढ़ाने हेतु जनजागरूकता कार्यक्रम के साथ ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्र में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाए जाएगें। जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा सभी सहयोगी संस्थाओं तथा उनके जनपदीय स्तर पर इकाइयों का इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक सहयोग लिया जायेगा।
बैठक में चर्चा उपरांत निम्न निर्णय लिए गयेः-
1. अपर परियोजना निदेशक महोदय द्वारा रक्त के महत्व पर विस्तृत चर्चा करते हुए जानकारी दी और अवगत कराया कि रक्तदाताओं को लगातार रक्तदान करने के बारे में जागरूक किया जाये।
2. सभी सहयोगी संस्थायें राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस (1 अक्टूबर, 2014) के अवसर पर अपनी सम्बंधित जनपदीय इकाइयों को अधिक से अधिक सहयोग हेतु प्रेरित करेंगी।
3. नाको के पत्रांकः ै.12016ध्07ध्2013.छ।ब्व् ;छठज्ब्द्धदिनांक5 सितम्बर, 2014के अनुसार राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस (1 अक्टूबर, 2014)के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। जिसकी रूप रेखा शीघ्र ही तैयार की जायेगी।
4. राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस (1 अक्टूबर, 2014) के सम्बंध में आई.ई.सी. अनुभाग द्वाराविभिन्न माध्यमों जैसे-समाचार पत्रों,न्यूज चैनल, टी0वी0,रेडियों, इंटरनेट आदि द्वारा विज्ञापन/संदेश भी प्रकाशित कराए जाएगें।
5. एफ.एम., रेडियो सिटी, रेड एफ.एम., बिग एफ.एम. द्वारा राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस (1 अक्टूबर, 2014) पर अपनी ओर से रक्तदाताओं को आधारभूत जानकारी देने हेतु विस्तृत कार्यक्रम चलाएगें।
6. एन.वाई.के. द्वारा राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस (1 अक्टूबर, 2014) के अवसर पर अपनी जनपदीय इकाइयांे को स्वैच्छिक रक्तदान, जन जागरूकता कार्यक्रम एवं रक्तदान शिविरों का आयोजन शहरी/ग्रामीण स्तर पर भी किया जायेगा।
7. डा0 तूलिका चन्द्रा, विभागाध्यक्ष, ट्रान्सफ्यूजन विभाग, के0जी0एम0यू0, लखनऊ द्वारा सुझाव दिया गया कि नियमित रूप से स्वैच्छिक रक्तदाताओं एवं संस्थाओं का विशेष सम्मान कर प्रतीक चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाये।
8. डा0 तूलिका चन्द्रा, विभागाध्यक्ष, ट्रान्सफ्यूजन विभाग, के0जी0एम0यू0, लखनऊ एवं मुख्य चिकित्साधिकारी, लखनऊ द्वारा प्रदेश स्तरीय विशेष कार्यक्रम दिनाॅंक 1 अक्टूबर, 2014 को आयोजित करने हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत किया जायेगा।
9. डा0 दिव्या एबराल, मेडिकल सर्विसेज एण्ड सी0एस0आर, टाटा मोटर्स, लखनऊ द्वारा 01 अक्टूबर, 2014 को रक्तदान हेतु विस्तृत कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।
10. प्रोफेसर अर्चना शुक्ला, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा विभिन्न कालेजों/ महाविद्यालयों से छात्र/छात्राओं को संवेदीकरण कार्यक्रमों के माध्यम से जानकारी प्रदान की जायेगी।
अपर परियोजना निदेशक, उत्तर प्रदेश, राज्य एड्स नियन्त्रण सोसाइटी महोदय ने सभी सहयोगियों को कार्यक्रम में पूर्ण योगदान की अपील करते हुए सभी प्रतिनिधियों का धन्यवाद देकर सभा समाप्त की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 16 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के त्वरित विकास के लिए अभियंताआंे को बदलते परिवेश के हिसाब से अपने को ढालना होगा। बुनियादी सुविधाआंे के निर्माण में आधुनिक तकनीक के प्रयोग पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इससे कम समय में अधिकतम परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। दुनिया की तमाम तकनीकी उपलब्धियों को अभियंताओं की कड़ी मेहनत का परिणाम बताते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी प्रदेश एवं देश अभियंताओं के बिना विकास की कल्पना नहीं कर सकता।
मुख्यमंत्री आज उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन के तत्वावधान में लोक निर्माण विभाग परिसर स्थित विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह मंे आयोजित अभियंता दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। यह आयोजन परम्परानुसार भारत रत्न मोक्षगुण्डम् विश्वेश्वरैया के 154वें जन्म दिवस पर आयोजित किया गया था।
समाज एवं देश के लिए श्री विश्वेश्वरैया के योगदान को याद करते हुए श्री यादव ने कहा कि भारत रत्न विश्वेश्वरैया द्वारा सिंचाई, निर्माण सहित तमाम क्षेत्रों की बेहतरी के लिए अभिनव प्रयोग किए गए। उनके द्वारा उस समय अपनायी गई तकनीक का आज भी इस्तेमाल किया जा रहा है। तत्कालीन मैसूर राज्य में उन्हीं के योगदान से बड़े-बड़े भवनों का निर्माण, खनन में आधुनिक तकनीक का प्रयोग, बांधों द्वारा सिंचाई की व्यवस्था और यहां तक की वृन्दावन गार्डेन का भी विकास सम्भव हो सका।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियंत्रण ही नहीं बल्कि सभी क्षेत्रों में तेजी से बदलाव हो रहा है। दुनिया में बड़ी एवं आश्चर्यजनक उपलब्धियां आधुनिक तकनीक के बल पर प्राप्त करने की होड़ लगी है। ऐसे में उत्तर प्रदेश को भी दुनिया के नक्शे पर आगे ले जाने के लिए अभियंताओं को आगे आना होगा। उन्होंने राज्य सरकार की तरफ से हर सम्भव मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के अभियंताओं को राज्य की सूरत बदलने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि अभियंता चाह ले तो देश एवं प्रदेश में तेजी से खुशहाली लायी जा सकती है।
राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की तरक्की के लिए किए जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए श्री यादव ने कहा कि सड़क, पुल, बिजली घर आदि तमाम अन्य बुनियादी सुविधाओं पर तेजी से काम किया जा रहा है। राज्य में सड़कों की गुणवत्ता सुधारने एवं ग्रामीण जनता को अच्छी सड़क सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला मुख्यालयों को चार-लेन की सड़कों से जोड़ा जा रहा है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के बन जाने से उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देश की आर्थिक स्थिति भी बदल जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियंताओं को राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आने वाली बाढ़ से राहत दिलाने के बारे में सोचना होगा। सभी जानते हैं कि नेपाल की नदियों के कारण राज्य का बड़ा हिस्सा बाढ़ से प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए बांध तो नहीं बना सकती, लेकिन अभियंताओं को इस बाढ़ से राहत दिलाने के लिए वैकल्पिक तकनीक का सुझाव प्रस्तुत करना चाहिए। इसी प्रकार बड़े भवनों, अस्पतालों, अच्छी सड़कों व विशाल स्टेडियम आदि के निर्माण में आज की जरूरत के हिसाब से तकनीक का प्रयोग करते हुए जनता को अधिकाधिक लाभ पहंुचाने के लिए भी आगे आना होगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस अवसर पर प्रदेश के अभियंता भारत रत्न श्री विश्वेश्वरैया के बताए रास्ते पर चलते हुए देश एवं समाज के निर्माण का संकल्प लेंगे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर श्री विश्वेश्वरैया के जीवन चरित्र पर आधारित एक स्मारिका का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम में राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा कि प्रकृति एवं मनुष्य निर्मित चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए अभियंताओं को पहल करनी होगी। उन्होंने अभियंता समाज से श्री विश्वेश्वरैया के सिद्धान्तों पर चलने की अपील करते हुए कहा कि राज्य सरकार गांव एवं शहर में बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने के लिए गम्भीरता से काम कर रही है। इसमें अभियंताओं को पूरी ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा से जुड़ना चाहिए।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग डाॅ. रजनीश दुबे, उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री सीताराम सोनी, श्री कप्तान सिंह, श्री आर.एन. सक्सेना ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्रमुख अभियंता श्रीमती चित्रा स्वरूप सहित कई विभागों के वर्तमान एवं अवकाश प्राप्त अभियंता उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 16 September 2014 by admin
मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमण्डल द्वारा गये नीदरलैण्ड्स की यात्रा के 15 दिन के भीतर ही आज नीदरलैण्ड्स के राजदूत श्री एल्फोनसस स्टोलिंगा के नेतृत्व में 20 सदस्यीय डच प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन से भेंट की। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत में आलू का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। यदि आलू की खेती तथा उन्नत प्रसंस्करण हेतु नीदरलैण्ड्स एग्रो फूड एण्ड टेक्नोलाॅजी सेण्टर (एन0ए0एफ0टी0सी0) के माध्यम से प्रदेश में कन्नौज, फर्रुखाबाद या फिरोजाबाद में सेण्टर आॅफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाय, तो इससे इस क्षेत्र के कृषकों को आलू की उन्नत खेती के लिये प्रशिक्षित किये जाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई कृषि फसलों के सर्वाधिक उत्पादन के बावजूद इसका एक बड़ा भाग व्यर्थ हो जाता है। इसलिए कृषि फसलों एवं उत्पादों के परिवहन हेतु कोल्ड चेन की स्थापना में भी नीदरलैण्ड्स की कम्पनियां योगदान दे सकती हैं।
इस अवसर पर भारत में नीदरलैण्ड्स के राजदूत श्री एल्फोनसस स्टोलिंगा ने राज्य सरकार को डच कम्पनियों तथा व्यवसायियों का लखनऊ में स्वागत करने के लिये धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि नीदरलैण्ड्स के निवेशक उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित अवस्थापना विकास सुविधाओं जैसे रोड, ऊर्जा, एक्सप्रेस-वे, जल शोधन परियोजनाओं में निवेश एवं कार्य करने के इच्छुक हैं। साथ ही, नीदरलैण्ड्स का दूतावास राज्य में डच कम्पनियों द्वारा निवेश की प्रक्रिया में भी सहयोग के लिये तैयार है।
प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास श्री संजीव सरन ने कहा कि दिल्ली मुम्बई इण्डस्ट्रियल काॅरीडोर तथा ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट काॅरीडोर का बड़ा हिस्सा उत्तर प्रदेश से होकर जायेगा। नीदरलैण्ड्स की तकनीक तथा कम्पनियों द्वारा डेयरी तथा कुक्कुट उद्योग का बड़ा उत्पादन केन्द्र स्थापित किये जाने से निर्यात हेतु मुम्बई तथा कोलकाता बंदरगाह न्यूनतम समय में परिवहन के फलस्वरूप न केवल निर्यात को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय बाजारों में भी खपत हो सकेगी।
नीदरलैण्ड्स के प्रतिनिधिमण्डल में आये सदस्यों ने एक-एक कर कई क्षेत्रों में सहयोग व निवेश की इच्छा व्यक्त की। इसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य, अवस्थापना विकास, मेगा फ्रूट पार्क, स्टेडियम प्रबंधन तथा खाद्य प्रसंस्करण आदि सम्मिलित थे।
इस अवसर पर राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव, सचिव तथा उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 16 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य सड़क सुरक्षा नीति शीघ्र निर्गत की जा रही है, जिसका शुभारम्भ प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा आगामी 22 सितम्बर को कराया जाय। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु निर्देश दिए हैं कि राजमार्गों पर चिन्हित दुर्घटना बाहुल्य स्थानों पर सड़क सुरक्षा सम्बन्धित जानकारी के बोर्ड तत्काल लगवाये जायँ। उन्होंने कहा कि राजमार्गों पर प्रत्येक 05 किलोमीटर की दूरी पर संबंधित थानों के नाम एम्बुलेन्स की व्यवस्था एवं टोल-फ्री नम्बर की जानकारी के बोर्ड भी लगवाये जाय। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के तहत प्राप्त क्रेनों को पी0पी0पी0 माॅडल पर संचालित कराने की कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित करायी जाय। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त जिलांे में एम्बुलेंस की उपलब्धता की चिन्हित स्थानों की समुचित जानकारी जनप्रतिनिधियों एवं जनसामान्य को उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने कहा कि छात्रों को सड़क सुरक्षा सम्बन्धी जानकारी उपलब्ध कराने हेतु बेसिक शिक्षा परिषद की भांति माध्यमिक शिक्षा परिषद के पाठ्यक्रम में यातायात एवं सड़क सुरक्षा विषयक अध्याय सम्मिलित करायें जायें।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की उच्चाधिकार समिति बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिये कि जनपद के परिवहन अधिकारी द्वारा अपने जनपदों में स्थित समस्त स्कूलों एवं काॅलेजों में प्रधानाचार्य एवं अध्यापकों की उपस्थिति में प्रत्येक तीन माह में परिवहन गोष्ठी का आयोजन अवश्य कराया जाय। उन्होंने कहा कि लखनऊ में इन्स्पेक्शन एण्ड सर्टिफिकेशन सेण्टर की स्थापना हेतु भारत सरकार को प्रेषित प्रस्ताव के सापेक्ष अतिशीघ्र धनराशि प्राप्त करने हेतु निरन्तर अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट एवं नाॅन ट्रांसपोर्ट ड्राइविंग लाइसेंस को जारी करने के सम्बन्ध में चालकों के प्रशिक्षण हेतु जनपद रायबरेली में आधुनिक इण्डियन ड्राइविंग ट्रेनिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट भारत सरकार, टाटा मोटर्स एवं परिवहन विभाग के सहयोग से खोला जायेगा। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार चालकों की ट्रेनिंग हेतु जनपद झांसी में भी भारत सरकार के सहयोग से आधुनिक ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोलने हेतु प्रस्ताव भारत सरकार को पुनः प्रेषित किया जाये। उन्होंने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने हेतु परिवहन कार्यालयों में टेस्टिंग ट्रैक की स्थापना प्राथमिकता से करायी जाय।
श्री रंजन ने कहा कि प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित सड़क सुरक्षा समितियों की नियमित बैठक आयोजित कराने के साथ-साथ मण्डल स्तर पर भी मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में एक अनुश्रवण समिति अवश्य गठित की जाय। उन्होंने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया में सुधार हेतु 27 जनपदों में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक निर्मित हो जाने के फलस्वरूप अवशेष ऐसे जनपदों में, जिनमें वर्तमान में टेस्टिंग ट्रैक नहीं हैं, वहां पर चालकों के परीक्षण हेतु वैकल्पिक स्थान चिन्हित कराने हेतु सम्बन्धित जिलाधिकारी से अनुरोध किया जाय। उन्होंने कहा कि वाहनों की फिटनेस निर्गत करने की प्रक्रिया में सुधार के लिये 36 जनपदों में फिटनेस पिट का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त लखनऊ में भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से माॅडल इन्स्पेक्शन एण्ड सर्टिफिकेशन सेण्टर की स्थापना की कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित करायी जाय। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में गठित जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समितियों का दायित्व है कि वह सड़क दुर्घटनाओं को रोकने तथा दुर्घटना से प्रभावित व्यक्तियों को मिलने वाली सहायता की स्थिति की नियमित समीक्षा सुनिश्चित करते हुये अपनी संस्तुतियां जिला प्रशासन या राज्य प्रशासन को अवश्य उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि राज्य सड़क सुरक्षा में प्रस्तावित उच्चाधिकार समिति के सचिवालय के रूप में रोड सेफ्टी सेल के गठन हेतु आवश्यकतानुसार पदों का सृजन यथाशीघ्र कराया जाय।
बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन श्री कुमार अरविन्द सिंह देव, प्रमुख सचिव लोक निर्माण डाॅ0 रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव नियोजन श्री देवेश चतुर्वेदी, परिवहन आयुक्त श्री के0रविन्द्र नायक, सचिव नगर विकास श्री एस0पी0सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 16 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने समस्त विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्षों एवं सचिवों को निर्देश दिये हैं कि अपने शहरों के विकास हेतु व्यापक कार्य योजना यथाशीघ्र बनाकर प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि आगामी जून, 2016 से दिलकुशा गार्डेन से गाजि़याबाद तक मेट्रो का संचालन कराने हेतु आवश्यक कार्य प्राथमिकता से निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराये जायें। उन्हांेने कहा कि लखनऊ एवं गाजि़याबाद शहर के साथ-साथ अन्य शहरों में भी मेट्रो का संचालन कराने हेतु कार्य योजना यथाशीघ्र बनाकर प्रस्तुत की जाय। उन्हांेने लखनऊ में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम-कम-स्पोट्र्स काॅॅम्प्लेक्स के निर्माण कार्यों की निरन्तर माॅनीटरिंग कराने के निर्देश देते हुये कहा कि स्टेडियम का लोकार्पण आगामी दिसम्बर, 2016 तक अवश्य हो जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि परियोजना के कार्यों के क्रियान्वयन हेतु समय सारिणी (टाइमलाइन) एक सप्ताह के अन्दर प्रस्तुत की जाय।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में आवास एवं शहरी नियोजन विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निजी पूंजी निवेश के माध्यम से समाज के विभिन्न आय वर्गों को आवासों की आपूर्ति बढ़ाने हेतु पुनरीक्षित इंटीग्रेटेड टाउनशिप नीति का कार्यन्वयन कराने पर जोर देते हुये कहा कि टाउनशिप नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये तथा विकासकर्ताओं के साथ बैठकें आयोजित कर उन्हंे नियमानुसार लाईसेंस प्राप्त करने हेतु आवेदन करने के लिये प्रेरित किया जाय। उन्होंने कहा कि पुनरीक्षित इंटीग्रेटेड टाउनशिप नीति-2014 के अन्तर्गत प्रदेश में नियमानुसार विकासकर्ताओं को अधिक से अधिक लाईसेंस निर्गत किये जायें। उन्होंने कहा कि विभिन्न विकास क्षेत्रों में विकास शुल्क, नगरीय विकास शुल्क तथा भू-उपयोग परिवर्तन शुल्क की दरों को युक्तिसंगत बनाते हुये नियमावली का गठन अक्टूबर माह तक अवश्य करा दिया जाय। उन्होंने कहा कि राज्य शहरी आवास एवं पर्यावास नीति-2014 से सम्बन्धित अवशेष शासनादेश वर्तमान सितम्बर माह के अंत तक अवश्य निर्गत हो जाने चाहिये।
श्री रंजन ने लखनऊ में जय प्रकाश नारायण इण्टरनेशनल कन्वेंशन सेण्टर की स्थापना के कार्यों को निर्धारित अवधि में पूर्ण न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि सेण्टर की स्थापना के समस्त कार्य आगामी मार्च, 2016 तक अवश्य पूर्ण कराने होंगे। उन्होंने लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क के निर्माण कार्य को पूर्ण कराने के साथ-साथ मैनेजमेंट टीम गठन करने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ में गोमती नदी के तटीय विकास हेतु डालीगंज से हनुमान सेतु तक सड़क का निर्माण गुणवत्तापूर्वक पूर्ण कराया जाये। उन्होंने कहा कि हनुमान सेतु पर यातायात के दबाव को दृष्टिगत रखते हुये पार्किंग हेतु स्थान चिन्हित कर पार्किंग बनायी जाय। उन्होंने कहा कि गोमती नदी के किनारे रहने वाले गरीब लोगों के घरों में शौचालय तथा जन सामान्य के उपयोगार्थ सुलभ शौचालय भी बनवाये जायें। उन्होंने कहा कि आगरा में इनर रिंग रोड को कुबेरपुर से फतेहाबाद रोड तक के निर्माण कार्य अवस्थापना विकास तथा मार्ग के दोनों ओर सुनियोजित विकास का कार्य राज्य सरकार एवं आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा प्राथमिकता से कराया जाय।
बैठक में प्रमुख सचिव आवास श्री सदाकान्त, उपाध्यक्ष लखनऊ विकास प्राधिकरण श्री एम0पी0अग्रवाल के साथ-साथ अन्य विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्ष एवं सचिव उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 16 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने कहा है कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। रक्तदान में सभी स्वस्थ लोगों को बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्तदाता के रक्त की एक बूंद किसी के बुझते हुए जीवन को बचाने में सहायक हो सकती है।
मुख्य सचिव आज अभियन्ता दिवस के अवसर पर डिप्लोमा इन्जीनियर्स संघ द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियन्ता दिवस पर अभियन्ताओं द्वारा लगभग 4 हजार यूिनट पूरे प्रदेश में रक्तदान किया जा रहा है जो महान कार्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 24 हजार कार्यरत डिप्लोमा इन्जीनियरों का भी दायित्व है कि प्रदेश की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का और अधिक सशक्तता एवं मेहनत के साथ निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में अभियन्ताओं की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि अभियन्ताओं का दायित्व है कि प्रदेश के विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं के निर्माण कार्यों को गुणवत्तापूर्वक निर्धारित अवधि में पूर्ण करायें ताकि योजना लागत में वृद्धि न होने पाये।
श्री रंजन ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान हेतु सजग ही नहीं बल्कि प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि अभियन्ताओं कीे वेतन विसंगति प्रकरणों का नियमानुसार निस्तारण कराने हेतु संघ के पदाधिकारियों के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों के साथ यथाशीघ्र बैठक कर निर्णय लिया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 16 September 2014 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि सत्ता मद में भाजपा नेता अपने होशोहवास खो बैठे हैं। विवेक से उनका नाता नहीं रह गया हैं। उपचुनावो के दौरान गोरखपुर के साॅसद जिस बड़बोलेपन के साथ अनर्गल बयान दे रहे थे वही रास्ता साक्षी महराज ने भी अपना लिया है। जाहिर है कि वे न तो राजनीतिक शिष्टाचार से परिचित हैं और नहीं उन्हें लोकतांत्रिक मर्यादाओं की समझ है।
मदरसों के अलावा श्री मुलायम सिंह यादव के संबंध में साक्षी महाराज ने जो बयान दिया है उससे उनके मानसिक दिवालियेपन का पता चलता है। वे इस तरह फिरकापरस्ती फैलाने का काम कर रहे हैं।यही नहीं, उनके बयान दहशतगर्दी को ही बढ़ावा देनेवाले साबित होगें। विघटन के बीज बोकर वे देशभक्ति की परिभाषा को कलंकित कर देने वाले हैं। ऐसे लोग राष्ट्रीय एकता व सामाजिक सद्भाव के दुश्मन है।
साक्षी महाराज ने श्री मुलायम सिंह यादव के संबंध में जिस भाषा का प्रयोग किया है, वह उनके “चोले“ को भी दागी बनाती है। तमाम कृत्यों में आरोपित साक्षी जी की मनोवृत्ति सांप्रदायिकता और अलगाव की रही है। श्री मुलायम सिंह यादव ने हमेशा सामाजिक सद्भाव और धर्मनिरपेक्षता की राजनीति की है। श्री यादव एक सम्मानित राष्ट्रीय नेता हैं। उन्होने आजीवन हिन्दू-मुस्लिम एकता के पक्ष में काम किया है।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की बहुमत की सरकार जनहित में जो तमाम कार्य कर रही है उससे विकास की गति तेज हुई है। जनता में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व के प्रति गहरा विश्वास है। भाजपा ने अच्छे दिन आने का भ्रमजाल फैलाकर केन्द्र में सत्ता तो पा ली लेकिन उसके वायदे खोखले वायदे ही साबित हुए है। जनता को तीन महीनो में ही भाजपाराज से ऊब लगने लगी है। इससे हताश और कुंठित भाजपा नेता भाषा और आचरण दोनों में घटियापन प्रदर्शित कर रहे हैं। लेकिन साक्षी महाराज जैसे लोग यह समझ लें कि प्रदेश में दंगा और विभेद की राजनीति अब नहीं चल पाएगी। विकास के रास्ते में अवरोध नहीं आने दिया जाएगा। कानून के साथ खिलवाड़ पर सख्त कार्यवाही होगी। उत्तर प्रदेश में सिर्फ कानून का राज रहेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 16 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित ‘आदर्श नगर योजना’ के अन्तर्गत तीन नगर पालिका परिषदों को 67.50 लाख रुपये की धनराशि मंजूर की गयी है। नगर पालिका परिषद- नकुड़, जिला सहारनपुर को 12.50 लाख रुपये, नगर पालिका परिषद- पुवायां जनपद शाहजहाँपुर को 20 लाख रुपये तथा नगर पालिका परिषद- मुहम्मदाबाद जिला गाजीपुर को 35 लाख रुपये की धनराशि मंजूर की है। इस धनराशि से तीनों नगर पालिका परिषदों द्वारा अवस्थापना सुविधाओं के विकास कार्य कराये जायेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 16 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2014-15 में ‘आदर्श नगर योजना’ के अन्तर्गत चार नगर पंचायतों को 82 लाख रुपये की धनराशि मंजूर की है। नगर पंचायत- महराजगंज, जिला रायबरेली को 12.50 लाख रुपये, नगर पंचायत- लालगंज, जिला रायबरेली को 39.50 लाख रुपये, नगर पंचायत- अकबरपुर, जनपद कानपुर देहात को 20 लाख रुपये तथा नगर पंचायत- साहनपुर जिला बिजनौर को 10 लाख रुपये की धनराशि मंजूर की है। इस प्रकार चारों नगर पंचायतों को कुल 82 लाख रुपये की धनराशि अवमुक्त की गयी। इस धनराशि से चारों नगर पंचायतों द्वारा अवस्थापना सुविधाओं के विकास कार्य कराये जायेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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