Archive | September 15th, 2014

प्रदेष में सरकार और उसकी जाँच एजेन्सियाँ भ्रष्टाचार की सरक्षंक -डा0 मनोज मिश्र

Posted on 15 September 2014 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के माननीय राज्यपाल द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से जबाव तलब करने पर सपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने लोकायुक्त और उपलोकायुक्त की 12 लोगों पर कार्यवाही की संस्तुति पर सपा सरकार द्वारा निष्क्रिम रवैया अपनाने पर भ्रष्टाचार से हाथ मिलाने की जीवन्त मिसाल बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश कि प्रदेश के दो सवैधांनिक पदों मा0 राज्यपाल जी और लोकायुक्त/उपलोकायुक्त द्वारा भ्रष्टाचार के मामले को उठाने से प्रदेश की सपा सरकार की साख समाप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर बसपा सरकार को चुनाव के समय कटघरे में खड़ा करने वाली सपा ने अब बसपा से गुप्त समझौता कर लिया है।
प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि माननीय राज्यपाल द्वारा भ्रष्टाचार के मसले पर राज्य सरकार से जबाव मांगना बेहद चिन्ता का विषय है तथा सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह। माननीय लोकायुक्त/उपलोकायुक्त द्वारा बसपा सरकार के चार पूर्व मंत्रियों एक आई.ए.एस. व सात अधिकारियों के खिलाफ इतने दिनों तक जांच एजेन्सियों का निष्क्रिय रवैया सरकार के इशारे से ही संभव है। भ्रष्टाचार पर सरकार का रवैया न केवल निन्दनीय है बल्कि समझौतावादी भी है। प्रदेश की जांच एजेन्सियां भी सरकार के इशारे पर भ्रष्टाचार की संरक्षक बनकर उभरी है।
डा0 मिश्र ने तीखे स्वर में आरोप लगाया कि प्रदेश में माननीय राज्यपाल जी और लोकायुक्त जैसी संस्थाओं की भ्रष्टाचार के विरूद्ध पहल ने सपा सरकार को ‘आईना’ दिखाया है। इन दोनों माननीयों की पहल का अर्थ प्रदेश की जनता यह समझ रही है कि सरकार इस मामले पर भ्रष्टाचारियों का समर्थन कर रही है। सपा का चेहरा उजागर हो गया है।
डा0 मिश्र ने सपा सरकार से मांग की वह तत्काल भ्रष्टाचारियों के विरूद्ध पारदर्शी तरीके से निर्णायक कार्यवाही करें। भ्रष्टाचारियों का गुप्त या मौन समर्थन बंद  करे। सरकार ऐसा आचरण की कि सवैधांनिक संस्थाओं को हस्तक्षेप की जरूरत न पड़े।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

वित्त विहीन विद्यालयों के लाखों षिक्षकों को सरकार तत्काल मानदेय की व्यवस्था करें - डाॅ0 मनोज मिश्र

Posted on 15 September 2014 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के वित्त विहीन विद्यालयों के शिक्षकों को पूर्ण मानदेय की मांग सपा सरकार से की हैं। पार्टी प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने बताया कि प्रदेश के वित्तविहीन विद्यालयों के लाखों शिक्षक भुखमरी के कगार पर है। सच यह है कि प्रदेश की शिक्षा को मुख्य भार वित्त विहीन विद्यालयों के शिक्षकों के ही ऊपर है परन्तु सरकार अभी तक इनकों सुरक्षित जीवन की गारण्टी के लिए मानदेय तक नहीं दे पाई है। वित्त विहीन विद्यालयों के इन लाखों शिक्षकों को सरकार तत्काल मानदेय की व्यवस्था करें।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने बताया कि प्रदेश के 15772 वित्त विहीन विद्यालयों में 254786 शिक्षक कार्यरत है। इन  शिक्षकों के प्रतिमाह 1000 रूपया से लेकर 3000 रूपये तक वेतन मिलता है। कई-कई शिक्षक विगत 28 वर्षांे से काम कर रहे है। ये शिक्षक कई वर्षों से उचित मानदेय की मांग सरकार से  कर रहे है। डाॅ0 मिश्र ने बताया कि सरकार यदि इन शिक्षकों को मानदेय देती हैं तो प्रतिमाह लगभग मात्र 223 करोड़ रू का भार सरकारी खजाने पर आयेगा और प्रति वर्ष लगभग 2600-2700 करोड़ कुल खर्च संभावित है। प्रदेश की लगभग  पूरी की पूरी माध्यमिक शिक्षा इन्हीं शिक्षकों के कन्धे पर है।
प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग में टोटकों पर खर्च करने के बजाय सरकार इन शिक्षकों मानदेय दे तो प्रदेश की शिक्षा की रीढ़ मजबूत हो जायेगी। इन शिक्षकों को वर्तमान में मजदूरों की मजदूरी से भी कम धनराशि सैलरी के तौर मिल रही है। ये शिक्षक आर्थिक और सामाजिक तौर पर मजाक का पात्र बन रहे है। इन शिक्षकांे को मजबूत किये बिना प्रदेश की शिक्षा का भविष्य तैयार नही किया जा सकता है। डाॅ0 मिश्र ने कहा कि इन लगभग 254786 शिक्षकों में से लगभग 1 लाख शिक्षक बी.एड. डिग्री धारक है। कई शिक्षक अन्य विषयों के विशेषज्ञ है।
प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने मांग की इन वित्त विहीन विद्यालयों के शिक्षकों के साथ न्याय किया जाये। इन्हें तत्काल मानदेय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। इनके भविष्यका विकास ही प्रदेश की ग्रामीण और गरीब जनता के विकास की गारण्टी है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

प्रदेष अपराधियों की गिरफ्त में - डाॅ0 मनोज मिश्र

Posted on 15 September 2014 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि सूबे में पिछले चैबीस घन्टे कानून-व्यवस्था के लिये चुनौती भरे रहे है।  पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने आरोप लगाया कि प्रदेश में पिछले 24 घन्टों में ध्वस्त कानून व्यवस्था ने नये कीर्तिमान स्थापित किये। पूरा प्रदेश अपराध और अपराधियों की गिरफ्त में रहा । एक अपराधी के तमन्चे पर प्रदेश का पुलिस बल टी.वी. चैनलों पर नाचता दिखाई पड़ा। कानून और व्यवस्था की धज्जियंा उड़ गई । प्रदेश सरकार का इकबाल खत्म हो गया और ऐसा लगा कि अपराधियों का राज कायम हो गया।
डाॅ0 मिश्र ने सिलसिलेवार घटनाओं का जिक्र किया और बताया कि बुलन्दशहर में ज्वैलर के यहाॅं 4 करोंड़ की डैकती पड़ गई और पुलिस बल सदिग्ध हरकते करता रहा। पेट्रोल पम्प पर लूटकर दो लोंगों की हत्या कर दी गई, सम्भल में लड़की की गोलीमार कर हत्या और शामली में मोटर साइकिल सवारों ने 7.75 लाख रूपये की लूट कर ली। डाॅ0 मिश्र सरकार पर आरोप लगाया कि अमेठी के परिवारिक झगडे़ को यदि पुलिस ठीक तरीके से निपटाती तो एक सिपाही की जान बच जाती। अमेठी में पुलिस ने पत्रकारों पर जर्बदश्त लाठीचार्ज किया और जनता को लाठी चार्ज का शिकार बनाया।
प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने कहा कि अमेठी में पत्रकारों पर पुलिस के बर्बर लाठी चार्ज की भारतीय जनता पार्टी निन्दा करती है। पुलिस बल को शान्ति कायम रखने के लिए पूरी तैयारी करनी चाहिए  था।
डाॅ0 मिश्र ने आरोप लगाया कि सरकार और उसका पुलिस बल आखिर कर क्या रहा है? पूरा प्रदेश आंतक, आरजकता, लूट, डैकती और हत्याओं का शिकार बन रहा है तब सरकार जनता के साथ क्यों नहीं दिखती ? उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि वो तत्काल प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज कायम  करें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

‘सी-फोर’ के सर्वे में सी.एम.एस. प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ एवं देश का दूसरा सर्वश्रेष्ठ विद्यालय

Posted on 15 September 2014 by admin

देश की जानी मानी सर्वे एजंेसी सी-फोर द्वारा 14 मानकों के आधार पर किये गये सर्वेक्षण में सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ को उत्तर प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय घोषित किया गया है। इसी सर्वेक्षण के आधार पर अंग्रेजी की जानी मानी पत्रिका ‘एजुकेशन वल्र्ड’ ने देश भर के आई.एस.सी. स्कूलों के बोर्ड परीक्षा परिणामों के आधार पर सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) को प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय एवं देश का दूसरा सर्वश्रेष्ठ विद्यालय घोषित किया है। इस दोहरी सफलता हेतु सी.एम.एस. गोमती नगर कैम्पस की सीनियर प्रिन्सिपल सुश्री मंजीत बत्रा एवं प्रिन्सिपल श्रीमती आभा अनन्त को आगामी 20 सितम्बर को नई दिल्ली में ‘एजुकेशन वल्र्ड’ के तत्वावधान में आयोजित एक भव्य समारोह में सम्मानित किया जायेगा। उक्त जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि एजुकेशन वल्र्ड मैगजीन के पृष्ठ 226 पर प्रकाशित रिपोर्ट में आई.एस.सी. बोर्ड परीक्षा परिणामों के आधार पर सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) को देश का दूसरा सर्वश्रेष्ठ विद्यालय घोषित किया है, जिसके 89.7 प्रतिशत छात्रों ने टाॅप किया। इस लिस्ट में 89.8 प्रतिशत के साथ मेयो गल्र्स कालेज, अजमेर प्रथम स्थान पर एवं मार्डन हाई स्कूल फाॅर गल्र्स, कोलकाता
89.4 प्रतिशत के साथ तृतीय स्थान पर है।
श्री शर्मा ने बताया कि इसी प्रकार सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) सर्वे एजंेसी सी-फोर के सभी 14 मानकों पर खरा उतरा है। इसके अलावा सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) एवं सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) ने भी टाॅप टेन में जगह बनाई है। सर्वे एजंेसी सी-फोर द्वारा देश के 25 बड़े शहरों में संचालित 851 प्रतिष्ठित स्कूलों के बीच यह सर्वे सम्पन्न हुआ तथापि सभी विद्यालयों को 14 मानकों यथा टीचर्स वेलफेयर एण्ड डेवलपमेन्ट, फैकल्टी की क्षमता, शैक्षिणिक ख्याति, को-कुरिकुलम एजुकेशन, स्पोर्टस एजुकेशन, लाइफ स्किल्स एजुकेशन एण्ड काॅन्फ्लिक्ट मैनेजमेन्ट, इण्डिविजुअल अटेन्शन टु स्टूडेन्टस, लीडरशिप मैनेजमेन्ट क्वालिटी, पैरेन्टल इन्वाल्वमेन्ट, इन्फ्रास्ट्रक्चर, इंटरनेशनलिज्म, स्पेशल नीड एजुकेशन, वैल्यू फाॅर मनी और कम्युनिटी सर्विस आदि मानकों पर आंका गया। इस सर्वे में सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) ने 1500 में 1107 अंक अर्जित कर उत्तर प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय होने का गौरव प्राप्त किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

मुख्यमंत्री ने जनपद अमेठी की एक घटना में मारे गए कांस्टेबल श्री विजय प्रताप मिश्रा के आश्रितों को 20 लाख रु0 की आर्थिक मदद देने की घोषणा की

Posted on 15 September 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जनपद अमेठी की एक घटना में आज मारे गए कांस्टेबल श्री विजय प्रताप मिश्रा के आश्रितों को 20 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने स्व0 मिश्रा के परिजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना भी की है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री से मैनपुरी, अमेठी व झांसी में सैनिक स्कूलों की स्थापना हेतु एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर कराने का अनुरोध किया

Posted on 15 September 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने रक्षा मंत्री से मैनपुरी, अमेठी एवं झांसी जनपदों में सैनिक स्कूलों की शीघ्र स्थापना हेतु एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर कराने का अनुरोध किया है।
यह जानकारी देेते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री श्री अरुण जेटली को इस सम्बन्ध में पत्र लिखकर अवगत कराया है कि रक्षा मंत्रालय के बोर्ड आॅफ गवर्नर्स, सैनिक स्कूल सोसाइटी ने 18 फरवरी, 2014 के अपने पत्र द्वारा जनपद मैनपुरी, अमेठी एवं झांसी में सैनिक स्कूल की स्थापना हेतु सैद्धान्तिक सहमति प्रदान कर दी है। इस सहमति के क्रम में रक्षा मंत्रालय एवं उत्तर प्रदेश सरकार के बीच एक एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किया जाना है, जिसके सम्बन्ध में प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा द्वारा अपर रक्षा सचिव से पहले ही अनुरोध किया जा चुका है।
श्री यादव ने यह भी अवगत कराया है कि राज्य सरकार द्वारा इन जनपदों में सैनिक स्कूल की स्थापना के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष 2014-15 में बजट व्यवस्था कर ली गई है। उन्होंने रक्षा मंत्री से शीघ्र एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर कराने का अनुरोध किया है, जिससे प्राथमिकता के आधार पर इनकी स्थापना की जा सके।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने वरिष्ठ समाजवादी नेता श्री जनार्दन ओझा के निधन पर गहरा शोक जताते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।

Posted on 15 September 2014 by admin

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने वरिष्ठ समाजवादी नेता श्री जनार्दन ओझा के निधन पर गहरा शोक जताते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने डा0 राम मनेाहर लोहिया अस्पताल गोमतीनगर, लखनऊ जाकर श्री ओझा के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। उन्होने कहा कि श्री ओझा ने अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में किसानों, गरीबों और वंचितो के हक की लड़ाइयां लड़ी थी। उनके निधन से समाजवादी पार्टी को गहरी क्षति हुई है।
श्री जनार्दन ओझा देवरिया जनपद से छह बार विधायक तथा प्रदेश में श्रममंत्री भी रहे थे। वे लगभग 85 वर्ष के थे। वे देवरिया के पटखौली गांव के निवासी थे। पिछले कुछ समय से वे बीमार चल रहे थे। उन्हें कल ही लोहिया अस्पताल लखनऊ में भर्ती कराया गया था। आज उनका निधन हो गया।
श्री ओझा के निधन पर मुख्यालय, लखनऊ में समाजवादी पार्टी का झण्डा आधा झुका दिया गया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Comments (0)

हिन्दी दिवस के अवसर पर भारतेन्दु हरिष्चन्द्र जी की पावन स्मृति को समर्पित समारोह

Posted on 15 September 2014 by admin

उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के तत्वावधान में हिन्दी दिवस के अवसर पर भारतेन्दु हरिष्चन्द्र जी की पावन स्मृति को समर्पित समारोह का आयोजन मा0 श्री उदय प्रताप सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान की अध्यक्षता में निराला साहित्य केन्द्र एवं सभागार, हिन्दी भवन, लखनऊ में पूर्वाह्न   11.00 बजे से किया गया। दीप प्रज्वलन, माँ सरस्वती की प्रतिमा एवं हरिष्चन्द्र जी के चित्र पर पुष्पांजलि की गयी। मंचासीन अतिथियों का उत्तरीय द्वारा स्वागत डाॅ0 सुधाकर अदीब, निदेशक, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान द्वारा किया गया।
अभ्यागतों का स्वागत एवं विषय प्रवर्तन करते हुए डाॅ0 सुधाकर अदीब, निदेशक, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने कहा - हिन्दी हमारी माँ है, जीवन है, विचार है। हिन्दी की महायात्रा में प्रिन्ट्र मीडिया व इलेक्ट्रानिक मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हमें अपनी मातृभाषा के प्रति अनुराग रखना चाहिए जिस तरह हम अपने माता-पिता का, पडोसियों का सम्मान करते हैं ठीक उसी प्रकार हमें हिन्दी का सम्मान करना चाहिए। सूचना क्रांति में हमारी मातृभाषा हिन्दी ने  महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
‘सूचना क्रांति और हिन्दी‘ विषय पर व्याख्यान देतेे हुए नई दिल्ली से पधारे प्रसिद्ध साहित्यकार   श्री विजय मल्होत्रा जी ने कहा - श्री गोपाल स्वामी आयंगर तमिल नेता ने राजभाषा हिन्दी के विकास हेतु प्रयत्न किया। विविधता में एकता भारतीय संस्कृति का मूलमंत्र है। आज यूनिकोड के माध्यम से हिन्दी के प्रयोग व उपयोग में आने वाली विभिन्न समस्याओं का निराकारण सरलतापूर्वक किया जा रहा है। कम्प्यूटर व सूचना क्रांति ने भी हिन्दी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। शब्दों की खोज, अकारादि क्रम आदि के व्यवस्थापन सरलतापूर्वक कम्प्यूटर से ही सम्भव हो सका है। यूनि कोड ने हिन्दी को बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण कार्य किया है।
सूचना क्रांति और हिन्दी‘ विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार श्री के0 विक्रमराव जी ने कहा - हिन्दी दिवस नहीं होता तो हिन्दी को याद कैसे किया जा सकता था। 1796 में हिन्दी छापाखाना आया। हिन्दी आज यहाँ तक काफी संघर्षों से गुजरती हुई पहुँची है। हमें हिन्दी को अंग्रजी से आगे ले जाना होगा। हिन्दी को प्रोत्साहित करने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करना होगा जो हिन्दी को बढ़ावा दे सकतीं हैं। नये -नये शब्दों को ग्रहण करने वाले समाहित करने वाले शब्दकोशों का निर्माण होना चाहिए। शासन और प्रशासन को भी हिन्दी को बढ़ावा देना चाहिए। भाषा को झरने जैसे बहने देना चाहिए उसे बंद करके मत रखिये।
अध्यक्षीय सम्बोधन देते हुए संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष, मा0 उदय प्रताप सिंह ने कहा -हिन्दी का विकास कैसे हो इसका हमें संकल्प करना होगा। हिन्दी को इंटरनेट जैसी तकनीक से जोड़ना होगा तभी हम हिन्दी को चरम शिखर पर पहँुचा सकते हैं। लेखन में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग किया जाना चाहिए। अपनी भाषा का गौरव के साथ प्रयोग करना चाहिए। अंगे्रजी का प्रदर्शन कर हम शिक्षित होने का पर्याय मान लेते हैं वही हिन्दी का प्रयोग व पढ़ने व बोलने वालों को हम महत्पपूर्ण नहीं मानते हैं जब तक यह धारणा हमारे मन में बनी रहेगी तब तक हिन्दी का विकास नहीं कर सकते है। आज अंग्रेजी को प्रशासनिक प्रक्रिया व न्यायिक व्यवस्था से हटाना होगा। महत्वपूर्ण कमियों को दूर करके हिन्दी को उच्च स्थान पर पहुँचाना होगा।
समारोह के द्वितीय सत्र में आयोजित कवि सम्मेलन में श्री शिवकुमार सिंह ‘कुवँर‘ (कानपुर) ने कहा - जिन्दगी दर्द की बांसुरी हो गयी, तथा जो दिवा स्वप्न से दिल में पलते रहे, जो छलावा बन अपने छलते रहे, उनकी राहों में रोशनी मिलती रहे, हम निरन्तर बने दीप जलते रहे।
डाॅ0 सरिता शर्मा (गाजियाबाद) ने कहा - एक नदी उम्र भर चली समन्दर के लिए, कब समन्दर चला एक नदी के लिए।
सुनो समन्दर, सुनों समन्दर, तिरस्कार सहते-सहते सूख रही एक नदी बहते-बहते।
श्री जमुना प्रसाद उपाध्याय (फैजाबाद) ने कहा - गाँव के परिवेश, अब किस्से कहानी हो गये, जो थे गंगाजल, प्रदूषणयुक्त पानी हो गये, काम आयी फिर से द्रोणाचार्यों की साजिशें, एकलव्यों के अंगूठें फिर निशानी हो गये।
श्री प्रमोद तिवारी (कानपुर) ने कहा - नदियाँ तुम धीरे-धीरे बहना, नदियाँ घाट-घाट से कहना, नदिया मीठी-मीठी मेरी धार, खारा-खारा सा संसार।
रास्ते मुश्किल होते हैं, फिर भी हासिल होते हैं, राहों में भी रिश्ते बन जाते हैं, ये रिश्ते भी मंजिल तक जाते हैं।
श्री सूर्य कुमार पाण्डेय (लखनऊ) ने कहा - इधर की या उधर की कानाफूसी कर नहीं सकता।
मैं प्यार करना चाहता हूँ, जिन्हें प्यार कोई नहीं करता। मैं परवाह करना चाहता हूँ जिनकी कोई परवाह नहीं करता तथा इस लाइन में हर एक को नेम-फेम नहीं मिलता, इस लव के मार्केट में प्योर प्रेम नहीं मिलता।
डाॅ0 अमिता दुबे ने कहा -    नित्य नये शब्दों से, नित्य नये छन्दों से, नित्य नये भावों से, करु मैं तुमकों नमन। आज स्वर में कम्पन है, भावों में उद्वेलन है, शब्दों में सिहरन है, दृष्टि में बँधा गगन। मन की अभिलाषा है, गौरवशाली भाषा है, सम्मुख विभाषा है, पूर्ण करना है जतन। भाषा का वैभव हो, वाणी का सौरभ हो, राष्ट्र का गौरव हो, भावों में तपन करुँ……………..।
डाॅ0 सुधाकर अदीब जी ने सुनाया - दुनिया के जंजाल में सधे अनकों काम, किन्तु नहीं सध पाये है बस केवल हरि नाम। सुन पुकार गजराज की दौडे़ आये नाथ, नाम अजामिल ने लिया पाया प्रभु का साथ।
अध्यक्षीय काव्य पाठ करते हुए संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष मा0 उदय प्रताप सिंह जी ने कहा ने - हमें किस-किस को समझाना पडे़गा, जो आया है उसे जाना पड़ेगा। इरादा और हिम्मत साथ दें तो, मुकद्दर को बदल जाना पड़ेगा। कसम खायी तो उसकी लाज रखना, अभी रस्ते में मयखाना पड़ेगा।
कार्यक्रम का संचालन एवं आभार व्यक्त डाॅ0 अमिता दुबे, प्रकाशन अधिकारी, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा किया गया।
इस अवसर पर संस्थान के यषपाल सभागार में नाट्य मंडली युवा उत्थान समिति द्वारा श्री संगम बहुगुणा की परिकल्पना एवं निर्देशन में पद्मश्री श्री के0पी0 सक्सेना के नाटक ‘गज फुट इंच‘ का मंचन हुआ। नाटक के प्रस्तुतकर्ता श्री शैलेन्द्र यादव थे। विशुद्ध हास्य से परिपूर्ण इस नाटक में पोखरमल        (श्री रविकान्त शुक्ला), पोखरमल की पत्नी (ममता प्रवीन), साई दास (ललित सिंह पोखरिया), जगनी (सिमरन अवस्थी), गुल्लो (पारुल राय), टिल्लू (अम्बरीश बाबी) का अभिनय विशेष रूप से सराहा गया। नाटक को सुरुचिपूर्ण ढं़ग से संचालित करने में मंच परे का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा नाटक में संगीत (श्री आलोक श्रीवास्तव), वस्त्र विन्यास (ममता, प्रवीन, सिमरन, पारुल) का था। मंच निर्माण (श्री शकील अहमद)। प्रकाश संचालन- श्री गोपाल सिन्हा। मुख सज्जा-शहीर अहमद तथा प्रचार-प्रसार-अंकुर सक्सेना इस नाट्य प्रस्तुति में  - शिवजीत वर्मा, आशुतोष कुमार, पुलकित श्रीवास्तव, मोहित कनौजिया, विनोद भार्गव एवं प्रस्तुति नियन्त्रक अम्बरीश बाॅबी द्वारा की गयी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

agnihotri1966@gmail.com

sa@upnewslive.com

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

September 2014
M T W T F S S
« Aug   Oct »
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
2930  
-->









 Type in