समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि सत्ता मद में भाजपा नेता अपने होशोहवास खो बैठे हैं। विवेक से उनका नाता नहीं रह गया हैं। उपचुनावो के दौरान गोरखपुर के साॅसद जिस बड़बोलेपन के साथ अनर्गल बयान दे रहे थे वही रास्ता साक्षी महराज ने भी अपना लिया है। जाहिर है कि वे न तो राजनीतिक शिष्टाचार से परिचित हैं और नहीं उन्हें लोकतांत्रिक मर्यादाओं की समझ है।
मदरसों के अलावा श्री मुलायम सिंह यादव के संबंध में साक्षी महाराज ने जो बयान दिया है उससे उनके मानसिक दिवालियेपन का पता चलता है। वे इस तरह फिरकापरस्ती फैलाने का काम कर रहे हैं।यही नहीं, उनके बयान दहशतगर्दी को ही बढ़ावा देनेवाले साबित होगें। विघटन के बीज बोकर वे देशभक्ति की परिभाषा को कलंकित कर देने वाले हैं। ऐसे लोग राष्ट्रीय एकता व सामाजिक सद्भाव के दुश्मन है।
साक्षी महाराज ने श्री मुलायम सिंह यादव के संबंध में जिस भाषा का प्रयोग किया है, वह उनके “चोले“ को भी दागी बनाती है। तमाम कृत्यों में आरोपित साक्षी जी की मनोवृत्ति सांप्रदायिकता और अलगाव की रही है। श्री मुलायम सिंह यादव ने हमेशा सामाजिक सद्भाव और धर्मनिरपेक्षता की राजनीति की है। श्री यादव एक सम्मानित राष्ट्रीय नेता हैं। उन्होने आजीवन हिन्दू-मुस्लिम एकता के पक्ष में काम किया है।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की बहुमत की सरकार जनहित में जो तमाम कार्य कर रही है उससे विकास की गति तेज हुई है। जनता में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व के प्रति गहरा विश्वास है। भाजपा ने अच्छे दिन आने का भ्रमजाल फैलाकर केन्द्र में सत्ता तो पा ली लेकिन उसके वायदे खोखले वायदे ही साबित हुए है। जनता को तीन महीनो में ही भाजपाराज से ऊब लगने लगी है। इससे हताश और कुंठित भाजपा नेता भाषा और आचरण दोनों में घटियापन प्रदर्शित कर रहे हैं। लेकिन साक्षी महाराज जैसे लोग यह समझ लें कि प्रदेश में दंगा और विभेद की राजनीति अब नहीं चल पाएगी। विकास के रास्ते में अवरोध नहीं आने दिया जाएगा। कानून के साथ खिलवाड़ पर सख्त कार्यवाही होगी। उत्तर प्रदेश में सिर्फ कानून का राज रहेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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