सिटी मोन्टेसरी स्कूल की संस्थापिका-निदेशिका व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. (श्रीमती) भारती गाँधी एवं सी.एम.एस. की सीनियर आॅपरेशन्स एक्जीक्यूटिव सुश्री अर्चना पाण्डे अन्तर्राष्ट्रीय धार्मिक सम्मेलन ‘समिट फाॅर द वल्र्ड एलायन्स आॅफ रिलीजन्स’ में प्रतिभाग हेतु दक्षिण कोरिया रवाना हो गई। डा. गाँधी की रवानगी से पूर्व अमौसी एअरपोर्ट पर बड़ी संख्या में उपस्थित सी.एम.एस. शिक्षकों व कार्यकर्ताओं ने फूूल-मालाएं पहनाकर डा. (श्रीमती) भारती गाँधी एवं सुश्री अर्चना पाण्डे को विदाई दी एवं ‘सर्वधर्म समभाव’ की भावना को सारे विश्व में प्रवाहित होने की कामना की। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में डा. गाँधी विश्व के कई देशों के पूर्व व वर्तमान राष्ट्राध्यक्षों, विचारकों व धार्मिक गुरुओं के बीच भारतीय दर्शन ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ एवं ‘सर्वधर्म समभाव’ का अलोक बिखेंरेंगी एवं विश्व के दो अरब से अधिक बच्चों के सुरक्षित व खुशहाल भविष्य का अलख जगायेंगी। यह अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन दक्षिण कोरिया की प्रतिष्ठित सामाजिक-धार्मिक संस्था ‘हीवेनली कल्चर्स, वल्र्ड पीस, रेस्टोरेशन आॅफ लाइट
(एच.डब्ल्यू.पी.एल.) के तत्वावधान में 16 से 19 सितम्बर तक दक्षिण कोरिया राजधानी सिओल में आयोजित किया जा रहा है। एच.डब्ल्यू.पी.एल. के चेयरमैन श्री मैन ही ली ने सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु डा. गाँधी को विशेष रूप से आमन्त्रित किया है।
श्री शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में विश्व की कई जानी-मानी हस्तियाँ प्रतिभाग कर रही हैं जिनमें पेरू की उपराष्ट्रपति सुश्री मेरिसोल स्पिनोजा क्रुज, माॅरीशस के पूर्व राष्ट्रपति श्री कासिम उतीम, जार्डन के पूर्व प्रधानमंत्री अब्देलसलाम अल-मजीजी, अर्जेन्टीना के पूर्व राष्ट्रपति फर्नांडो डी ला रुआ आदि शामिल हैं। श्री शर्मा ने बताया कि सम्मेलन के अन्तर्गत ‘रिलीजन, काॅन्फ्लिक्ट एण्ड पीस बिल्डिंग’, ‘एजुकेशन एण्ड पीस बिल्डिंग’, ‘इण्टरनेशनल लाॅ एण्ड ह्यूमन राइट्स’, ‘वल्र्ड पीस एण्ड रिस्पान्सिबिलिटीज: इण्डिविजुअल कमिटमेन्ट्स’, ‘द वोमेन्स इनीसिएटिव फॅार पीस बिल्डिंग’ आदि कई विषयों पर गंभीर चर्चा-परिचर्चा होगी।
श्री शर्मा ने बताया कि डा. (श्रीमती) भारती गाँधी के मार्गदर्शन में सिटी मोन्टेसरी स्कूल भावी पीढ़ी को मानव कल्याण, विश्व बन्धुत्व एवं ईश्वर भक्ति के उच्च आदर्शों का समावेश करके सच्चे अर्थों में पूर्ण शिक्षा प्रदान करने का कर्तव्य निभा रहा है और 55 वर्षों की अनवरत साधना के उपरान्त सी.एम.एस. आज विश्व एकता व विश्व शान्ति का अग्रदूत बन चुका है जिसका सम्पूर्ण श्रेय विद्यालय के संस्थापक द्वय डा. जगदीश गाँधी एवं डा. भारती गाँधी के त्याग, तपस्या व बलिदान को जाता है। इन्ही के अथक प्रयासों के फलस्वरूप आज सी.एम.एस. छात्र सम्पूर्ण विश्व में ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना का प्रवाह सारे विश्व में प्रवाहित कर हैं एवं सम्पूर्ण विश्व आज सी.एम.एस. की शिक्षा पद्धति के केन्द्र बिन्दु ‘जय जगत’ व ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की विचारधारा से प्रभावित है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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