Archive | April, 2012

पीआईएल में बीसीसीआई और खेल विभाग को नोटिस जारी

Posted on 27 April 2012 by admin

उत्तर प्रदेश के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी सामाजिक
कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा इलाहाबाद हाई कोर्ट, लखनऊ बेंच में बोर्ड ऑफ
क्रिकेट कण्ट्रोल इन इंडिया (बीसीसीआई) के विरुद्ध दायर पीआईएल में खेल विभाग एवं
बीसीसीआई को नोटिस जारी करके पूछा है कि बिना नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन हुए
बीसीसीआई को कैसे सारे लाभ मिल रहे हैं. साथ ही जस्टिस उमानाथ सिंह एवं जस्टिस
वी के दीक्षित की बेंच ने यह भी पूछा है कि भारत सरकार क्रिकेट, हॉकी एवं अन्य
खेलों पर कितना खर्च कर रही है. अगली सुनवाई 17 मई को होगी. याचीकर्ता की ओर
से नूतन ने पक्ष प्रस्तुत किया जबकि भारत सरकार की ओर से अशोक निगम, अतिरिक्त
सोलिसिटर जनरल ने बहस की.

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याचीकर्ता द्वारा कोर्ट में यह कहा गया कि खेल विभाग, युवा और खेल मंत्रालय कई
सारे नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन (एनएसएफ) को मान्यता देता है. इन एनएसएफ को
सम्बंधित खेल के विकास की प्राथमिक जिम्मेदारी दी जाती है. खेल विभाग द्वारा
प्रत्येक खेल में एक एनएसएफ को मान्यता प्रदान की जाती है. वर्ष *2011* के लिए
*43* खेलों को मान्यता प्रदान की गयी. क्रिकेट का खेल इस सूची में नहीं है और
न ही बीसीसीआई एक मान्यताप्राप्त एनएसएफ है. **

बीसीसीआई हमेशा इस बात का दावा करता है कि वह एक निजी संस्था है जिस पर किसी
भी प्रकार का सरकारी नियंत्रण या सरकारी सारोकार नहीं है. उसका यह भी कहना
रहता है कि उसने कभी भी एनएसएफ बनने के लिए आवेदन तक नहीं किया है. **

इसके बावजूद बीसीसीआई व्यवहार के एक एनएसएफ की तरह आचरण करता है और एनएसएफ की
पूरी सुविधाएँ और लाभ उठाता है. वह द्रोणाचार्य अवार्ड, अर्जुन अवार्ड जैसे
विभिन्न सरकारी खेल पुरस्कारों के लिए नाम भेजता है जबकि नियम यह है कि मात्र
मान्यताप्राप्त एनएसएफ ही इन पुरस्कारों के लिए नाम भेज सकते हैं और उनका
पुनरीक्षण कर सकते हैं. बीसीसीआई अपने नाम के अंत में इंडिया शब्द लगाता है जो
उसे भारत सरकार द्वारा मान्यता दिये जाने का भ्रम पैदा करता है जबकि अभिलेखों
के अनुसार सरकार ने उसे ऐसी मान्यता कभी नहीं दी. यह एम्ब्लेम एंड नेम
(प्रिवेंशन ऑफ इम्प्रोपर यूज) एक्ट *1950* की धारा *3* का स्पष्ट उल्लंघन है.
इसी तरह से बीसीसीआई की नियमावली के नियम *9* में उसे पूरे देश में क्रिकेट के
लिए नियम बनाने का अधिकार है जबकि उसे इस तरह से क़ानून बनाने का अधिकार किसी
ने नहीं दिया. बीसीसीआई अपने द्वारा चयनित टीम को टीम इंडिया कहता है जबकि एक
गैरमान्यताप्राप्त निजी संस्था की टीम टीम इंडिया नहीं कही जा सकती. इसी तरह
से बीसीसीआई आरटीआई एक्ट की परिधि में आने से इनकार करता है जबकि ज्यादातर
एनएसएफ आरटीआई एक्ट की परिधि में हैं. **

याचीकर्ता का कहना है कि बीसीसीआई सभी प्रकार की सरकारी सुविधाओं को उठा रहा
है और तमाम नियम भी तोड़ रहा है. साथ ही सरकार अथवा जनता के प्रति किसी प्रकार
के विधिक उत्तरदायित्व और जिम्मेदारी को भी दरकिनार कर रहा है. यह स्थिति
बीसीसीआई को देश के क़ानून से ऊपर दिखाती है. **

अतः अमिताभ और नूतन ने कोर्ट में यह प्रार्थना की कि वह बीसीसीआई को
नियमानुसार एनएसएफ के रूप में मान्यता प्राप्त करने को कहे और यदि बीसीसीआई
इसके लिए सहमत नहीं होता है तो किसी अन्य क्रिकेट एसोशियेशन को नियमानुसार
एनएसएफ के रूप में मान्यता दे कर इस विरोधाभाष की स्थिति को दूर करे.  **

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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शोक संवदेना व्यक्त की

Posted on 26 April 2012 by admin

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद बृजभूषण तिवारी के निधन की सूचना प्राप्त होते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज नई दिल्ली स्थित बाबू जगजीवन राम हाॅस्पिटल पहंुचकर दुःख की इस घड़ी में स्वर्गीय श्री तिवारी के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि स्वर्गीय श्री तिवारी किसानों, महिलाओं, पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों सहित समाज के सभी वंचित तबकों के अधिकारों के प्रति समर्पित रहे। स्वर्गीय तिवारी ने राजनीति में सुुचिता, ईमानदारी और सादगी का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने भी इस अवसर पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि छात्रों को राजनीति में लाना स्वर्गीय बृजभूषण तिवारी ने ही सिखाया। उनकी सक्रियता और कर्मठता से डा0 राम मनोहर लोहिया भी प्रभावित थे। चार दशक तक राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय रहे स्वर्गीय श्री तिवारी ने विवादों से दूर रहकर एक स्वच्छ छवि बनायी तथा राजनीति में अच्छे लोगों को आने के लिए प्रेरित किया।
स्वर्गीय श्री बृजभूषण तिवारी के पार्थिव शरीर को दिल्ली स्थित समाजवादी पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय पर भी लाया गया, जहां अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री डाॅ0 मनमोहन सिंह, केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल, केन्द्रीय राज्यमंत्री राजीव शुक्ल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी, सांसद श्रीमती जयाबच्चन, श्रीमती जया जेटली, सांसद धमेन्द्र यादव, दर्शन सिंह, पूर्व सांसद उदय प्रताप सिंह आदि ने भी श्री तिवारी के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर शोक संवदेना व्यक्त की।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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श्री बृजभूषण तिवारी के निधन से समाजवादी आंदोलन को एक गहरी क्षति हुई है

Posted on 26 April 2012 by admin

brij-bhusan-tiwariसमाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य श्री बृजभूषण तिवारी के आकस्मिक निधन पर आज पार्टी मुख्यालय, 19, विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ में आयोजित शोक सभा में दो मिनट का मौन रहकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। उनके सम्मान में पार्टी का झण्डा आधा झुका दिया गया। सभा में प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी द्वारा प्रस्तुत शोक प्रस्ताव में कहा गया है कि अपनी वैचारिक प्रतिबद्धता के कारण स्व0 तिवारी जी बुद्धिजीवियों, नौजवानों से लेकर आम जन तक को समाजवादी विचारधारा से जोड़ने का काम अंतिम क्षणों तक करते रहे। वे अपने आप में सादगी, सेवा और समर्पण की मिसाल थे। उनके निधन से समाजवादी आंदोलन को एक गहरी क्षति हुई है।
71 वर्षीय स्व0 तिवारी का जन्म 13 अक्टूबर,2941 को सिद्धार्थनगर (बस्ती) के जमुनी गांव में हुआ था। आपातकाल में वे जेल में रहे। 1977, 1989 और 1996 में वे लोकसभा सदस्य बने। 2006 और 2012 में राज्यसभा सदस्य बने। 2010 में वे समाजवादी पार्टी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा है कि स्व0 तिवारी जी समाजवादी आंदोलन के एक बड़े नेता थे। छात्र राजनीति से शुरूआत करके वे सड़क से संसद तक नौजवानों, किसानों और वंचितों की आवाज उठाते रहे और उनके लिए संघर्ष करते रहे। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि स्व0 तिवारी का उन्हें स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता था। वे समाजवादी विचारों को व्यवहारिक धरातल पर उतारने के बारे में सलाह देते रहते थे। उनके निधन से पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है।
शोक सभा में वक्ताओं ने स्व0 तिवारी के कई भावपूर्ण संस्मरण सुनाए और कहा कि उन्होने   डा0 लोहिया, स्व0 राजनारायण, स्व0 जनेश्वर मिश्र और श्री मुलायम सिंह यादव के साथ कंधा से कंधा मिलाकर समाजवादी आंदोलन को मजबूती प्रदान की थी। वे नौजवानों के मार्गदर्शक थे और उनके वैचारिक प्रशिक्षण पर बहुत बल देते थे। स्व0 तिवारी जी तमाम महत्वपूर्ण पदों पर रहे पर वह सर्वसुलभ रहे। वे सबके प्रिय और सम्माननीय थे।
शोक सभा में वरिष्ठ समाजवादी पार्टी नेता भगवती सिंह, अहमद हसन,  डा0 मधु गुप्ता, एमएलसी, शतरूद्र प्रकाश पूर्व मंत्री डा0 अषोक बाजपेयी पूर्व मंत्री, मंत्री श्री पारसनाथ यादव, मंत्री श्री रामगोविन्द चैधरी, राज्यमंत्री  नरेन्द्र वर्मा, श्री रविदास मेहरोत्रा, विधायक, शादाब फातिमा, विधायक आनन्द भदौरिया राष्ट्रीय अध्यक्ष लोहिया वाहिनी, अल्पना बाजपेयी, धर्मानन्द तिवारी, सतीश अग्रवाल, ने स्व0 बृजभूषण तिवारी के साथ अपने संस्मरण सुनाए और उनके फक्कड़ जीवन की चर्चा की।
इस अवसर पर सर्वश्री राज किशोर मिश्रा, प्रदेश कोषाध्यक्ष, एस0आर0एस0 यादव, प्रदेश सचिव, नरेश उत्तम, एमएलसी, डा0 सरोजनी अग्रवाल, एमएलसी, जगदम्बा सिंह पटेल, एमएलए, डा0 दाऊजी गुप्ता,पूर्व मेयर, प्रेमप्रकाश वर्मा, राजपाल कश्यप प्रदेश अध्यक्ष छात्रसभा, निर्भय सिंह पटेल, डा0 हीरा ठाकुर, लल्लन प्रसाद यादव, पूर्व एमएलसी, जरीना उस्मानी सुरेश चैहान, विजय सिंह यादव, मुजीबुर्रहमान बबलू, सुशील दीक्षित, अषोक देव, डा0 फिदा हुसैन अंसारी, मीसम जैदी, मो0 एबाद, प्रदीप शर्मा, चंद्रिका पाल, जाकिर हुसैन, सतरिखी आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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बिना समाजवाद के जनतंत्र सफल नहीं हो सकता

Posted on 26 April 2012 by admin

hemwati-nandanअरूणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद ने आज कहा कि बिना समाजवाद के जनतंत्र सफल नहीं हो सकता। आर्थिक व सामाजिक विषमतायें जब तक रहेंगी जनतंत्र की भावना आहत होती रहेगी।
श्री प्रसाद आज स्थानीय कैपिटल सेन्टर में हेमवती नन्दन बहुगुणा की 94वीं जयन्ती पर आयोजित ‘जनतंत्र और समाजवाद’ विषयक संगोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान लागू होने के दिन डा. अम्बेडकर ने कहा था कि आज राजनीतिक रूप से सभी बराबर हो गये परन्तु सामाजिक बराबरी प्राप्त करना बाकी है। श्री प्रसाद ने आगे कहा कि बाबू जगजीवन राम के पास आर्थिक संसाधन की कभी नहीं थी परन्तु काशी में उनके द्वारा अनावृत्त सम्पूर्णानन्द जी की प्रतिमा को गंगाजल से धोया गया था। अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष पी.एल. पुलिया के गत वर्ष उड़ीसा के मन्दिर मंे प्रवेश को लेकर हुए हंगामे को विषय से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि ऊंच-नीच, छोटा-बड़ा तथा अश्पृश्यता की भावना समाप्त किये बिना लोकतंत्र की सफलता बेमानी है। स्वर्गीय बहुगुणा के व्यक्तित्व पर चर्चा करते हुए पूर्व राज्यपाल ने कहा कि वर्ष 1971 में सैय्यद अली जहीर की अध्यक्षता में गठित प्रथम वेतन आयोग की सिफारिशों को अक्षरशः लागू कर बहुगुणा जी ने राज्य कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों को प्राथमिकता के आधार पर हल किया। उन्होंने आजीवन सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े दलितों, अल्पसंख्यकों व समाज के कमजारे वर्गों को संरक्षण प्रदान किया। वे सच्चे अर्थों में जनतंत्र के हिमायती थे।
hemwati-nandan-bahuguda पूर्व महापौर डा. दाऊजी गुप्त ने कहा कि बहुगुणा जी भारतीय राजनीति में सेकुलरिज्म के अप्रतिम योद्धा थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की भुवनेश्वर में जारी घोषणा पत्र में ‘जनतांत्रिक समाजवाद’ के आधार पर नीतियां निर्धारित करने का फैसला बहुगुणा जी के कारण ही सम्भव हो पाया था। उन्होंने कहा कि उ.प्र. के मुख्यमंत्री व केन्द्रीय संचार मंत्री के रूप में बिताये बहुगुणा जी के सुदीर्घ संसदीय जीवन में कोई ऐसा विषय नहीं रहा जिस पर विधान सभा अथवा लोकसभा में उन्होंने अपने विचार न रखे हों।
वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप कपूर ने कहा कि हेमवती नन्दन बहुगुणा में लोगों को जोड़ने की कला थी। वे सबसे मिलते थे तथा लोगों का फीडबैक लेते थे। उनका समय व्यक्तिगत न होकर जनता के लिए था। उन्होंने स्व. बहुगुणा के विचारों को संकलित कर प्रकाशित करने की आवश्यकता बतायी।
इस अवसर पर उपस्थित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. रीता बहुगुणा जोशी ने अपने पिता को मूल्यपरक राजनीति का पुरोधा बताया। कहा कि उन्होंने कभी भी नैतिक मूल्यों और सिद्धान्तों से समझौता नहीं किया। राजनीति, अर्थव्यवस्था या विदेश नीति के सन्दर्भ में गांधी-नेहरू निर्मित समाजवादी ढांचे को अंगीकार करने वाले बहुगुणा जी ने आजीवन मूल्य आधारित राजनीति की। उन्होंने कहा कि आज उनके देहावसान के 22 वर्ष बाद भी उन्हें याद किया जा रहा है तो वह उन्हीं मूल्यों व आदर्शो का परिणाम है जिसके लिए वे आजीवन समर्पित रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ बहुगुणा जी के अभिन्न सहयोगी रहे पूर्व विधायक डी.पी. बोरा, पूर्व विधायक चन्द्रशेखर त्रिवेदी, बी.एस. रावत, प्रदीप कपूर, अशोक निगम, पी.सी. जोशी, सहित मुख्य अतिथि माता प्रसाद, डा. दाऊजी गुप्त, डा. रीता बहुगुणा जोशी, डा. नीरज बोरा आदि ने स्व. हेमवती नन्दन बहुगुणा के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। फर्रूखाबाद के प्यारे मियां, वरिष्ठ नेता इन्दुधर द्विवेदी आदि वक्ताओं ने बहुगुणा जी के व्यक्तित्व  व कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डाला। समारोह का संचालन हेमवती नन्दन बहुगुणा स्मृति समिति के महासचिव प्रदीप श्रीवास्तव ने किया।
इस अवसर पर आयोजक संस्था हेमवती नन्दन बहुगुणा स्मृति समिति द्वारा बहुगुणा जी पर डाक टिकट जारी करने, राजधानी में उनकी प्रतिमा लगाने तथा किसी मार्ग का नामकरण करने की मांग की गयी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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स्व0 हेमवती नंदन बहुगुणा जी की 94वीं जयंती मनायी गयी

Posted on 26 April 2012 by admin

देश के महान लोकतांत्रिक समाजवादी नेता पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 हेमवती नंदन बहुगुणा जी की 94वीं जयंती आज 25अप्रैल,2012 केा लखनऊ में स्थानीय कैपिटल हाल (हजरतगंज- जी0पी0ओ0 के सामने) में मनायी गयी। समारोह का संचालन उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव श्री प्रदीप श्रीवास्तव ने किया।
इस अवसर पर स्व0 हेमवती नन्दन बहुगुणा जी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों का तांता लगा रहा। सभा में उपस्थित स्व0 बहुगुणा जी की पुत्री, विधायक तथा उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी ने अपने सम्बोधन में अपने स्वर्गीय पिता के किये गये कार्यों को याद किया। डाॅ0 जोशी ने कहा कि उनके पिता स्व0 हेमवती नन्दन बहुगुणा आजीवन नैतिक मूल्यों के संरक्षण तथा पालन के लिए सदैव तत्पर रहे। उन्होंने अपने जीवन में कभी भी नैतिक मूल्यों के साथ कोई समझौता नहीं किया। डाॅ0 जोशी ने कहा कि बहुगुणा जी हमेशा समाजवाद के प्रबल पक्षधर रहे। उनका कहना था कि समाजवाद एक दलगत विचारधारा नहीं वरन् सम्पूर्ण समाज के प्रत्येक व्यक्ति के उत्थान की विचारधारा है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व राज्यपाल श्री माता प्रसाद जी थे। उन्होंने अपने सम्बोधन में दलितों एवं अक़्िलयतों के लिए बहुगुणा जी द्वारा किए गये कार्यों को याद किया।
संगोष्ठी में स्व0 हेमवती नन्दन बहुगुणा सरीखे महान लोकतान्त्रिक समाजवादी के नाम पर लखनऊ में मूर्ति लगवाने तथा पार्क की स्थापना हेतु प्रस्ताव भी पारित किया।
समारोह में श्री अशोक निगम, श्री प्रदीप कपूर, पूर्व मेयर श्री दाऊजी गुप्ता, पूर्व विधायक श्री डी0पी0 बोरा, श्री इन्द्रधर द्विवेदी, श्री सुबोध श्रीवास्तव, पूर्व विधायक श्री चन्द्रशेखर त्रिवेदी, श्री सरोज शुक्ल पूर्व अध्यक्ष, लखनऊ बार एसोसिएशन, तथा लखनऊ शहर कांग्रेस कमेटी के कार्य0 अध्यक्ष श्री बोधलाल शुक्ल ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम मेें मुख्य रूप से श्री तारिक सिद्दीकी, डाॅ0 हिलाल नक़वी, श्री अयूब सिद्दीकी, श्री रामानन्द निषाद, डाॅ0 आर0पी0 उप्रेती, श्री गोविन्द सिंह, श्री आशुतोष मिश्रा, श्री भूपेन्द्र वर्मा, श्री नीरज बोरा, बृजेश गुप्ता ‘चचंल’, अखिल भारतीय व्यापार मण्डल के उत्तराखण्ड के शहर संयोजक श्री कृष्ण अवतार अग्रवाल, श्री प्यारे मियां, श्री भवान सिंह रावत, श्री हिमांशु भट्ट, श्रीमती प्रेमकला, श्रीमती ममता यादव तथा श्रीमती प्रमिला अरोड़ा अदि मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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खाद्यान्न घोटाला उत्तर प्रदेश के इतिहास में सबसे शर्मनाक एवं अक्षम्य घटना है

Posted on 26 April 2012 by admin

वर्ष 2004-05 में हुआ ‘‘खाद्यान्न घोटाला’’ उत्तर प्रदेश के इतिहास में सबसे शर्मनाक एवं अक्षम्य घटना है। यह घोटाला क्षेत्रीय दलों के शासनकाल के दौरान प्रदेश के अधिकांश जनपदों में हुआ था।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि इस घोटाले में लिप्त सभी राजनेताओं, अधिकारियों एवं व्यवसाइयों के विरूद्ध त्वरित एवं सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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राष्ट्रीय छात्र संगठन को चार जोनों में बांटे जाने के निर्णय का स्वागत

Posted on 26 April 2012 by admin

उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस मध्य जोन के मीडिया को-आॅर्डिनेटर मुकेश सिंह चैहान ने राष्ट्रीय छात्र संगठन को चार जोनों में बांटे जाने के निर्णय का स्वागत किया तथा मध्य जोन के अध्यक्ष श्री राहुल सचान, पश्चिम जोन के अध्यक्ष श्री अविनाश काजला, पूर्व जोन के अध्यक्ष श्री अभिनव तिवारी तथा बुन्देलखण्ड जोन के अध्यक्ष श्री नावेद खान को उनकी नियुक्ति के लिए हार्दिक बधाई दी है।
मुकेश सिंह चैहान ने पार्टी हाईकमान के राष्ट्रीय छात्र संगठन को चार जोनों में बांटे के निर्णय का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी, महासचिव श्री राहुल गांधी जी के प्रति आभार व्यक्त किया और विश्वास व्यक्त  किया कि इस निर्णय से प्रदेश मंे संगठन मजबूत होगा और आगामी छात्रसंघ चुनावों तथा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को निश्चय ही छात्र शक्ति का सहयोग और समर्थन प्राप्त होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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डा0 बाजपेई जी की लड़की की शादी में आएंगे भाजपा नेता

Posted on 26 April 2012 by admin

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उ0प्र0 राजनाथ सिंह, लोक लेखा समिति के अध्यक्ष डा0 मुरली मनोहर जोशी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र, राष्ट्रीय मंत्री संतोष गंगवार, सांसद लालजी टण्डन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही, डा0 रमापति राम त्रिपाठी, नेता विधान मंडल दल हुकुम सिंह सहित पार्टी के राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक नेता कल दि0 26 अपै्रल को मेरठ में प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेई जी की लड़की के वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल हांेंगे। यह जानकारी प्रदेश मीडिया प्रभारी नरेन्द्र सिंह राणा ने दी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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आम आदमी को त्वरित एवं पारदर्शिता से शासकीय योजनाओ को सुलभ करायें-आयुक्त

Posted on 26 April 2012 by admin

ई-गवर्नेन्स पर मण्डलीय जागरूकता कार्यशाला सम्पन्न

agra-e-goverence ई-गवर्नेन्स सम्बन्धी योजनाओं पर जागरूकता हेतु कमिश्नरी सभागार में सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलैक्ट्रानिक्स विभाग उ0प्र0 शासन एवं उसके अधीन गठित संस्था सेन्टर फाॅर ई-गवर्नेन्स द्वारा संयुक्त रूप से किया गया । इस एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन प्रभारी मण्डलायुक्त/जिलाधिकारी अजय चैहान ने किया।
श्री चैहान ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा मण्डलों पर आयोजित की जाने वाली कार्यशालों की श्रृखंला में यह प्रथम कार्यशाला है जिसका उद्देश्य सरकारी अधिकारियों को राज्य में चल रही ई-गवर्नेन्स योजनाओं के सम्बन्ध में जागरूक करना है। उन्होंने ई-गवेर्नेन्स के उपयोग से सरकारी कार्यकुशलता में होने वाली वृद्वि पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि सूचना एवं संचार सुविधा का उपयोग कर आम नागरिक अपने निकटस्थ काॅमन सर्विस सेन्टर से सरलता, कुशलता एवं पारदर्शिता के साथ शासकीय सेवायें प्राप्त कर सकता है। उन्होंने विभिन्न प्रमाण पत्र, खतौनी, तथा मनरेगा का विवरण आॅन लाइन होने पर सुविधाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि रूचिपूर्वक कार्यो को आगे बढायें ताकि अधिक से अधिक जनमानस  ई गवर्नेन्स से लाभान्वित हो सकें।
उन्होंने कहा कि नागरिकों को सुगमता से सेवाओं को प्रदान करने के लिए प्रक्रिया सरलीकरण, सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग तथा लोक सेवकों व नागरिकों के दृटिकोण में परिवर्तन  महत्वपूर्ण हैं। ई- गर्वेन्स लागू होने से सरल, उत्तरदायी, जवाबदेह एवं पारदर्शी शासन की परिकल्पना साकार होती है। उन्होंने आई.टी.एवं ई-गवर्नेन्स योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि आम आदमी को उनके द्वार के समीप शासकीय सेवाओं को त्वरित गति से एवं पारदर्शिता के साथ काॅमन सर्विस सेन्टर्स के माध्यम से कम से कम लागत में उपलब्ध कराया जाना है।
कार्यशाला में नेशनल ई-गवर्नेन्स प्लान, मण्डल-जनपद स्तर पर उपलब्ध ई-सर्विसेज, ई-डिस्ट्रिक्ट, ई सर्विसेज डिलीवरी, तथा काॅमन सर्विस सेन्टर की प्रगति आदि पर चर्चा की गई। स्टेट ई-गवर्नेन्स प्रोजेन्ट के वरिष्ठ सलाहकार संजय शर्मा ने योजनाओं और व्यवस्थाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने स्टेट वाईड एरिया, नेटवक (SWAN) ,स्टेट डाटा संेन्टर, ई- डिस्ट्रिक्ट योजना, मिशन मोड प्रोजेक्टस,स्टेट पार्टल एवं ई0 फाम्र्स आदि की जानकारी देते हुए ई-गर्वेन्स कंे सफलता पूर्वक क्रियान्वयन की अपील की।
कार्यशाला के नोडल अधिकारी/नगर आयुक्त नागेन्द्र प्रताप ने ई गवर्नेन्स की महत्ता पर प्रकाश डाला। एन. आई.सी. आगरा के जिला सूचना विज्ञान अधिकारी संजय कुमार ने स्टेट सर्विस ड्लिीवरी गेट वे (SSDG) तथा डिजिटल सिंगनेचर के बारे में बताया।
कार्यशाला में मण्डल के जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारियों सहित विकास, शिक्षा, राजस्व, समाज कल्याण, विकलांग कल्याण, स्वास्थ्य, खाद्य एवं आपूर्ति आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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उपभोक्ता परिशद द्वारा नियामक आयोग में सौपा गया जनहित प्रत्यावेदन

Posted on 26 April 2012 by admin

टोरेन्ट पावर के रोल आउट प्लान को खारिज करने की मांग
पावर कारपोरेषन द्वारा टोरेन्ट के लिए सौपे गये रोल आउट प्लान पर विवाद गहराया
टोरेन्ट पावर प्रकरण की हो उच्च स्तरीय जांच
पावर कारपोरेषन बल्क सप्लाई दर से कम दर पर नहीं दे सकता बिजली

उ0प्र0 राज्य विद्युत उपभोक्ता परिशद के अध्यक्ष एवं विष्व ऊर्जा कौसिंल के स्थाई सदस्य अवधेष कुमार वर्मा ने आज विद्युत नियामक आयोग अध्यक्ष श्री राजेष अवस्थी व सदस्य श्री श्रीराम से मुलाकात कर उनके समक्ष एक जनहित प्रत्यावेदन दाखिल कर मेसर्स टेरेन्ट पावर लि0 के रोल आउट प्लान को तत्काल खारिज कर टोरेन्ट पावर की सम्पूर्ण प्रक्रिया की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
उपभोक्ता परिशद अध्यक्ष द्वारा दाखिल प्रत्यावेदन में यह मांग उठाई गयी कि उ0प्र0 पावर कारपोरेषन लि0 द्वारा आगरा षहर टोरेन्ट पावर के लिए विद्युत प्रणाली सुदृढ़ीकरण हेतु वर्श-2010-2011, 2011-2012 व वर्श-2012-2013 हेतु रू0 360 करोड़ के रोल आउट प्लान पर आयोग से जो अनुमोदन मांगा गया है उसे तत्काल खारिज किया जाये यह कितना आष्चर्य की बात है कि कारपोरेषन ने आयोग को यह बताया है कि वर्श-2010-2011 में रू0 99 करोड़ का टोरेन्ट पावर द्वारा आयोग की स्वीकृति की प्रत्याषा में पूजीगत व्यय किया जा चुका है।  भला किसी अर्द्धन्यायिक संस्था के आदेष के प्रत्याषा में कोई कम्पनी कोई व्यय कैसे कर सकती है।  गौर तलब है कि जब पावर कारपोरेषन द्वारा टोरेन्ट पावर को इनपुट बेस्ड फेन्चाइजी के रूप में कार्य करने हेतु दक्षिणांचल विद्युत वितरण कम्पनी से द्विपक्षीय एग्रीमेन्ट कराया गया था उस समय नियामक आयोग के समक्ष अनुमोदन हेतु क्यों नहीं रखा गया रोल आउट प्लान पर कारपोरेषन आयोग से अनुमोदन लेकर अपनी की गयी गल्लितियों पर कानूनन मुहर लगवाना चाहता है।  बिना जांच प्रताल किये टोरेन्ट पावर द्वारा सौपे गये रोल आउट प्लान पर अनुमोदन देना कतई उचित नहीं है क्योंकि इसका भार प्रदेष के उपभोक्ताओं को ही भुगतना होगा।  दक्षिणांचल कम्पनी द्वारा इनपुट विद्युत दर के आधार पर 20 वर्श के लिए अलग-अलग वर्शवार 20वें वर्श अधिकतम् रू0 2.23 प्रतियूनिट व षुरूवात के पहले वर्श में रू. 1.54 प्रतियूनिट की दर से बिजली टोरेन्ट पावर को देने हेतु एग्रीमेन्ट कर लिया गया जो विद्युत अधिनियम-2003 का खुला उल्लघंन है।  कोई भी फ्रेन्चाइजी विद्युत अधिनियम-2003 के तहत केवल बिजली कम्पनी के बिहाप पर विद्युत का वितरण करने हेतु अधिकृति है, परन्तु बिजली बेचने हेतु नहीं पावर कारपोरेषन बल्क सप्लाई दर से कहीं कम दर पर कैसे किसी को बिजली दे सकता है।  वर्श-2010-2011 में जहाँ बल्क सप्लाई दर रू0 2.97 प्रतियूनिट थी वहीं वर्श-2010-11 में यह दर रू0 3.71 प्रतियूनिट है।  ऐसे में टोरेन्ट पावर को वर्तमान में पावर कारपोरेषन रू0 2.00 प्रतियूनिट से भी कम दर पे बिजली कैसे दे रहा है। इसका आक्कलन कौन करेगा कि टोरेन्ट पावर रिर्टन आफ इक्यूटी 16 प्रतिषत से ऊपर नहीं कमा रहा है।  इसी प्रकार टोरेन्ट पावर आगरा क्षेत्र में पुराने बकाये को वसूलने हेतु जो अधिकतम् 20 प्रतिषत तक का स्वयं लेने का प्राविधान किया गया है व किस फारमूले के तहत है।  इन सब पहलुओं की पारदर्षिता के आधार पर उच्च स्तरीय जांच नियामक आयेाग को तत्काल कराना चाहिए सही स्थिति का खुलाषा तभी होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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