11,000 से अधिक परीक्षा केन्द्रों पर लगभग साढ़े बारह लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी।
पं0 दीनदयाल उपाध्याय जन्म षताब्दी समारोह समिति द्वारा आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता गोरखपुर जिला, गोरखपुर महानगर, महाराजगंज, कुषीनगर, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर तथा संतकबीर नगर, मेरठ, जिला मेरठ महानगर, बागपत, गाजियाबाद जिला, गाजियाबाद महानगर, हापुड़, नोएडा महानगर तथा बुलन्दषहर इन 16 जिलों तथा 05 अन्य जिलों के कुछ केन्द्रों पर 07 सितम्बर 2017 को द्वितीय चरण में परीक्षा अलग प्रष्न-पत्र के साथ सम्पन्न करायी गयी। इस प्रतियोगिता के प्रदेष संयोजक सुभाश यदुवंष ने बताया कि परीक्षा के दोनो चरणों में 11,000 से अधिक विद्यालयों की भागीदारी रही तथा कक्षा - 9 और कक्षा - 10 के 12,50,000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने उत्साह के साथ प्रतिभाग किया। किसी गैर-सरकारी संस्था द्वारा कराये जाने वाली यह दुनिया की सबसे बड़ी सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता है, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए प्रदेष संयोजक सुभाश यदुवंष ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए पूरे प्रदेष को 1500 मण्डलों में बाँटा गया। प्रत्येक मण्डलों में 10 विद्यालय के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया और प्रत्येक विद्यालय में न्यूनतम 100 छात्रों का पंजीकरण निर्धारित किया गया। प्रत्येक विद्यालय को स्वंय अपना परीक्षा केन्द्र बनाया गया। इस प्रतियोगिता के लिए पूरे प्रदेष में एक व्यापक संगठनात्मक रचना तैयार कि गयी। 11 सदस्यीय प्रदेष टीम, 6 सदस्यीय क्षेत्रीय टीम, 11 सदस्यीय जिला समिति टीम तथा 11 सदस्यीय मण्डल समिति टीम का निर्माण किया गया। मण्डल समिति का प्रत्येक सदस्य को विद्यालय प्रमुख का दायित्व दिया गया तथा विद्यालय परिवार के एक व्यक्ति को विद्यालय सह-प्रमुख बनाया गया। जिला समिति के प्रत्येक सदस्य को एक मण्डल का प्रभारी बनाया गया, क्षेत्रीय समिति के प्रत्येक व्यक्ति को जिलों का प्रभारी बनाया गया और प्रदेष समिति के सभी सदस्यों को एक-एक क्षेत्र का प्रभार दिया गया। इसके साथ ही साहित्य समिति, प्रष्न-पत्र समिति, माॅनिटरिंग सेल तथा कन्ट्रोल रूम बनाया गया। 30 मई 2017 को पहली प्रदेष बैठक की गयी। सभी 92 जिलों में बैठके और कार्यषाला का आयोजन किया गया। 16 जुलाई 2017 कों प्रदेष की कार्यषाला की गयी। इस प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए जून के प्रथम सप्ताह से दिन-रात पूरी षक्ति से 40,000 मानव षक्ति कार्य कर रही थी और दोनो चरणो की परीक्षा सम्पन्न कराने में 2,50,000 से अधिक मानव षक्ति सक्रिय रूप से स्वेक्षा के आधार पर सहभागी रही। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की चर्चा करते हुए प्रदेष संयोजक सुभाश यदुवंष ने बताया की इस प्रतियोगिता के माध्यम से कक्षा - 9 और कक्षा - 10 के बच्चे जो उत्तर प्रदेष के भविश्य है, उनमें भारतीय संस्कृति, उत्तर प्रदेष का इतिहास, यहाॅ के उद्योग-धन्धे, उत्तर प्रदेष के पर्यटक स्थल, धार्मिक स्थल, हमारे महापुरूश के ज्ञान, सामान्य ज्ञान की वृद्धि सहित बच्चो का मानसिक और षैक्षणिक विकास होगा। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने से छात्र-छात्राओं में प्रतियोगी परीक्षाओं को देने की समझ विकसित होगी और आगामी भविश्य में छात्र षक्ति मानसिक रूप से सक्षम होते हुये राश्ट्रीय पुनर्निर्माण में सक्रिय रूप से सहभागी होगी। प्रतियोगिता का परिणाम 15 सितम्बर 2017 और पुरश्कार वितरण पं0 दीनदयाल उपाध्याय जयन्ती समारोह में 25 सितम्बर 2017 को आयोजित किया जाएगा। पूरे कार्यक्रम के व्यवस्थित संचालन में प्रदेष टीम के समीर सिंह, डाॅ चन्द्रमोहन, चन्द्रभूशण पाण्डेय, भावना सिंह, मनोज श्रीवास्तव, राकेष पाण्डेय, मिथिलेष कुमार, आलोक कुमार पाण्डेय, अजय श्रीवास्तव, विनोद षर्मा, विनीत मालवीय, अवनीष, सूरज सिंह सहित षोभित षर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है तथा यह टीम पिछले 3 महिने से अनवरत काम कर रही है।