Posted on 18 March 2015 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने निर्देश दिए हैं कि राज्य में निर्यात संवर्धन एवं विकास हेतु अवस्थापना सुविधाओं से सम्बन्धित समस्त परियोजनाओं को निर्धारित मानक एवं पूर्ण गुणवत्ता के साथ समय से क्रियाशील कराया जाय। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय समिति राज्य में निर्यात संवर्द्र्धन हेतु अवस्थापनाओं सुविधाओं को भारत सरकार की एसाईड योजना के अन्तर्गत गठित प्रदेश के निर्यात संवर्धन एवं विकास के सम्बन्ध में एसाइड योजना में अब तक प्रदेश की 118 परियेाजनाओं को स्वीकृत किया गया है तथा 72 परियोजनाएं 28045.91 लाख रूपये के पूँजी विनियेाजन के स्थापित की जा चुकी हैं। वर्तमान में 28 परियोजनाएं निर्माण की प्रक्रिया में हैं जिन्हें यथाशीघ्र गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराया जाय। उन्होंने कहा कि मेरठ में 526.40 लाख रूपये की लागत से जेम्स एण्ड ज्वैलरी सेन्टर की स्थापना परियोजना का कार्य पूर्ण कराकर आगामी माह अप्रैल के प्रथम सप्ताह में उद्घाटन कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि बदायूं में मेन्था आयल के परीक्षण हेतु टेस्टिंग लैब व बाराबंकी की मेन्था आयल की परियोजना का कार्य भी माह अप्रैल तक पूर्ण कराया जाय।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में राज्य स्तरीय निर्यात प्रोत्साहन समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि वित्तीय वर्ष 2012-13 के सापेक्ष स्वीकृत 07 परियोजनाओं के अन्तर्गत सी0एफ0सी0 फार डिजाइनिंग, पैकेजिंग एण्ड लैबलिंग, मुरादाबाद, अलीगढ़ में सी0एफ0सी0 फार इन्जीनियरिंग एण्ड आटोमोटिव प्रोडक्ट, बरेली में सी0एफ0सी0 फार वुड इन्डस्ट्री व जरी उद्योग के लिए डिजाइन डेवलपमेन्ट एण्ड ट्रेनिंग सेन्टर की परियोजना के कार्य वित्तीय वर्ष 2015-16 में पूर्ण कराने हेतु त्वरित गति से इन निर्माणाधीन परियोजनाओं को पूर्ण गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार पूर्ण कराया जाय। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2013-14 के सापेक्ष स्वीकृत/निर्माणाधीन सभी 06 परियोजनाओं को भी समय से पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने समिति द्वारा वित्तीय वर्ष 2014-15 की स्वीकृत 08 परियोजनाओं के साथ-साथ अन्य 04 अन्य परियोजनाओं के प्रस्तावों पर अनुमोदन प्रदान किया है जिसमें सी0एफ0सी0 फार पैकेजिंग एण्ड स्टोरेज आफ फ्रूट फ्लावर एण्ड वेजिटेबल, सी0एफ0सी0 फार वुड प्रोसेसिंग अमरोहा, सी0एफ0सी0 फार डिजाइन एण्ड डेवलपमेन्ट ट्रेनिंग मुरादाबाद, सी0एफ0सी0 फार डिजाइन टूलिंग एवं प्रोटोटाइप डेवलपमेन्ट गौतमबुद्धनगर जिनकी कुल लागत 56.23 करोड़ रूपये है, स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में अपर सचिव, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार श्री जे0एस0 दीपक, संयुक्त महानिदेशक विदेश व्यापार विभाग भारत सरकार, श्री मानवेन्द्र सिंह, प्रमुख सचिव सूक्ष्म लद्यु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन श्री सुधीर गर्ग, संयुक्त निर्यात आयुक्त श्री आर0के0 सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अध्ािकारीगण उपस्थित थें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
राज्य के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उनके आश्रितों को दी जा रही पेंशन में प्रति माह 3,189 रुपये की वृद्धि करते हुए 12 हजार रुपये प्रतिमाह किए जाने का निर्णय लिया गया है। यह वृद्धि शासनादेश निर्गत किए जाने की तिथि से लागू होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
आपात कालीन अवधि (25 जून, 1975 से 21 मार्च, 1977 तक) में मीसा/डी0आई0आर0 में निरूद्ध रहे प्रदेश के राजनैतिक बन्दियों/लोकतंत्र सेनानियों को दी जा रही सम्मान राशि में प्रतिमाह 04 हजार की वृद्धि करते हुए इसे 10 हजार रुपये प्रतिमाह करने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय शासनादेश निर्गत किए जाने की तिथि से प्रभावी होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 18 March 2015 by admin
ख़्वाजामुईनुद्दीनचिश्तीउर्दू, अरबी-फ़ारसीविश्वविद्यालय, लखनऊ के कम्प्यूटरसाइंस, गृहविज्ञान एवंशिक्षाविभाग के द्वाराआजविस्तारविख्यानोंकाआयोजनकियागया।
कम्प्यूटरसाइंसविभाग द्वाराआयोजितव्याख्यानष्ैक्स्ब् जव ैक्स्ब्रू ॅ3भ् ;ॅींजए ॅीमतमए ॅीमद - भ्वूद्धष्के संदर्भमेंआयोजितकियागया।इसअवसरपरइन्टीग्रलविश्वविद्यालय के सहायकप्राध्यापक डाॅ0 सुहैलअहमद खान ने अपनेविचारोंकोप्रस्तुतकिया।उन्हांेनेसिस्टमसेसम्बंधित शब्दावलीउसकेप्रकार एवंमूलतत्वोंइत्यादि के बारेमेंबताया । उन्होंनेइसबातपरजोरदियाकिसीखने के लिए प्रायोगिकअनुभव की अतीवआवश्यकताहै।उन्होंनेसिस्टमडेवलपमेन्टलाइफसाइकिल एवंसाॅॅफटवेयरडेवलपमेन्टलाइफसाइकिलमेंअंतर व सम्बन्ध बताया।उन्हांेनेबतायाकिसाॅॅफटवेयरडेवलपमेन्टलाइफसाइकिलकामूलसिस्टमडेवलप्मेन्टलाइफसाइकिलहै।कार्यक्रमकासंचालन डा0 मज़हर खालिक़ ने किया।
गृहविज्ञान द्वारा‘‘टेक्सटाइलडिज़ाइनिंगथू्रटाई एण्ड डाई एण्ड ब्लाकप्रिंटिंग’’ विषय पर डा0 अनीमाजायसवाल, असिस्टेन्टप्रोफेसर, महिलामहाविद्यालय, नेटाई एण्ड डाई एवंब्लाकप्रिंटिंग की विभिन्नविधियोंपरप्रकाशडाला।इसव्याख्यानसेविश्वविद्यालय के छात्र/छात्राओंमेंकपड़ोंपरटाई एण्ड डाईब्लाकप्रिंटिंग के द्वाराकपड़ोंकोसुन्दरबनाने की निपुर्णताविकसितहुई।कार्यक्रमकासंचालन डा0 प्रियंका ने किया।
इसी श्रंृखलामेंशिक्षाविभाग द्वारा’’तनावप्रबन्धन’’विषय परव्याख्यानआयोजितकियागया।अपनेसम्बोधनमेंडाॅ0 कमलेशतिवारी, मुख्य मनोवैज्ञानिक, उत्तरप्रदेशमनोविज्ञानशाला, इलाहाबाद, ने मुख्य वक्ता के रूपमेंअपनेविचारव्यक्तकरतेहुयेकहाकिआज के भाग-दौड़ भरे जीवन शैलीमेंतनावप्रबन्धनकाअत्यधिकमहत्वहै।तनावसेमुक्ति के लिए इसकेवास्तविक स्त्रोतोंकाज्ञानहोनाआवश्यक है।अपनेसंवेगोंपरनियन्त्रण एवंसमस्याओंकानिवारणकरने के ढंग सेतनावकोदूरकियाजासकताहै। जीवन परनियन्त्रण हीतनावप्रबन्धन की नींवहै।तनावसेमुक्ति के अनेकउपाय हैं, जिनमेंपरिवर्तन की भूमिकामहत्वपूर्णहै।व्यक्ति या तोपरिस्थितियोंमेंबदलावलाकरतनावमुक्तहोसकताहै।तनावप्रबन्धनकाकोई एक समाधाननहींहै, अपितु यह व्यक्ति के अनुसारबदलतारहताहै।तनावपूर्णपरिस्थितिमेंव्यक्तिअपने द्वाराव्यक्तप्रतिक्रियामेंबदलावलाकरतनावउत्पन्नकरनेवाले स्त्रोतोंसेदूरीबनासकताहैऔरतनावमुक्तहोसकताहै।कार्यक्रमकासंचालन डा0 चन्दनाडे ने किया।
इनकार्यक्रमोंमें डा0 अल्का, सौरव सिंह राठौर, बुशराअलवेरा, नलिनीमिश्रातथाप्रियंकातिवारीमुख्य रूपसेउपस्थितरहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 18 March 2015 by admin
सैफई (इटावा) प्रबंध समिति ग्लोबल सोसाइटी फोर हैल्थ एण्ड एजुकेशन ग्रोथ नयी दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार डिप्टी स्पीकर हाल, फेस्टीट्यूशन क्लब आफ इण्डिया मे आयोजित किया गया, जिसमें भु0पु0 सी.बी.आई. निदेशक शरदार योगेन्द्र सिंह, भु0पु0 एम्बेस्टर वी0बी0 सोनी एवं भु0पु0 वाइस चेयरमैन पी0सी0 नैलवाल, उत्तराखण्ड प्रवासी क्वाडिनेशन एण्ड वेलफेयर एडवाइजरी समिति, उत्तराखण्ड सरकार, सेक्रेटरी एण्ड कन्वेनर, मिडिया डिपार्टमेन्ट, अनीस दुर्रानी, मेजर बेद प्रकाश सेक्रेटरी एआईसीसी की मौजूदगी में प्रोफेसर स्नेहाशिष भुनिया, फिजियोलाॅजी विभाग, उ0प्र0 ग्रामीण आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान, सैफई, इटावा को इन्के योग्दान को देखते हुए इन्हे ‘‘भारत शिक्षा रत्न‘‘ एवार्ड से सम्मानित किया गया।
इस सेमीनार में इनके योगदान को ंउल्लेखित किया गया जो मुलतः ग्रामीण स्तर पर मेडिकल शिक्षा एवं नारी शिक्षा पर इन्हे योग्दान दिये जाने एवं इनके द्वारा इन क्षेत्रों में किये गये कार्यो को उल्लेखित किया गया। ज्ञात हो कि वर्तमान में भारत सरकार द्वारा भी ग्रामीण स्तर पर शिक्षा एवं नारी शिक्षा पर अत्याधिक बल दिया जा रहा है एवं इस क्षेत्र में कार्य करने वालों को प्रोत्साहित किया जाता हैं।
प्रोफेसर स्नेहाशिष भुनिया मुख्यतः पश्चिम बंगाल के रहने वाले है एवं इन्होने स्नातक एवं स्नाताकोत्तर की पढ़ाई कलकता विश्वविद्यालय से की है एवं डाक्टरेट की उपाधी नागपुर विश्वविद्यालय से प्राप्त की है। कलकता विश्वविद्यालय के पलैटीनम जुबली समारोह मे फिजियोलाॅजी पर एक लेख में वर्ष 1989 में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित हुए थे। डाक्टरेट उपाधि मिलने के बाद जुलाई 2003 में फ्रेण्शिप फोरम आफ इण्डिया नई दिल्ली द्वारा -‘‘भारत एक्सीलेन्स एवार्ड एवं गोल्ड मेडल‘‘ दिया गया। उसी वर्ष उनको इन्टरनेशनल बायोग्राफीकल सेन्टर, कैम्ब्रीज, इंग्लैण्ड द्वारा ‘‘इन्टरनेशनल साइन्टीस्ट आफ दा ईयर 2003‘‘, एवं ‘‘लिडिग साइन्टीस्ट आफ दा ब्लड 2005‘‘ के लिए नामित किया गयाा। इन्को फिर ‘‘डिपलोमा आफ एचिवमेंट इनसाइस एवार्ड‘‘ इन्टरनेशनल बायोग्लोफिबल सेन्टर कैम्ब्रीज, इंग्लैण्ड द्वारा वर्ष 2005 में पुरस्कार प्रदान किया गया। इसी वर्ष पेनग्रेमुन पब्लिसिंग हाउस, नई दिल्ली द्वारा ‘‘राइजिंग प्रस्नाल्टी आफ इण्डिया‘‘ एवार्ड हेतु नामित किया गया।
इस वर्ष जबकि फिजियोलाॅजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस0 भुनिया के कार्यकाल में पढ़ने वाले छात्र एवं छात्रओ को गोल्ड मेडल एवं विश्वविद्यालय टापर से संस्थान के स्थापना दिवस पर सम्मानित किया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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