Posted on 29 September 2014 by admin
सदर लोकसभा सांसद वरूण गाॅधी के बहुप्रतीक्षित दौरे की ‘शक्तिमान’ सरीखी प्रस्तुति पर सपा मजदूर सभा ने श्री गाॅधी से राज्य के साथ-साथ केन्द्रीय सरकारी विभागों पर भी औचक निरीक्षण और कार्यवाही की अपेक्षा की है।
मजदूर सभा के अध्यक्ष रवीन्द्र तिवारी और मंत्री दीपक यादव ने एक बयान में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के पंचतंत्र की कथा के ‘विक्रम बेताल’ नामक सरीखे दौरे पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि जिले में केन्द्र सरकार के नियंत्रणाधीन एफ.सी.आई., रेलवे, पावर ग्रिड कार्पोरेशन आॅफ इण्डिया, एन.एच. आदि के भ्रष्टाचारी कारनामों से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के धन को एन.जी.ओ. और फ्रेन्चाइजी द्वारा तमामों सफेदपोश हड़प कर जनता की गाढ़ी कमाई का धन बन्दरबाट कर रहे है। सिर्फ अस्पताल के निरीक्षण से ही भ्रष्टाचार मुक्ति और सुशासन नहीं आने वाला है। श्री तिवारी अैर यादव ने क्षेत्रीय सांसद से परदेशी बाबू का स्वांग होड़ प्रस्तावित शाहगंज-अमेठी रेलवे लाइन चुनाव में किये कल कारखाना स्थापना के वादे और केन्द्रीय योजनाओं में दीमक की तरह लगे भ्रष्टाचार पर ठोस पहल की अपेक्षा की है। जिससे लोगों को आपकों प्रतिनिधि बनाने से बसी अधियारी रात है कि जगह अच्छे दिन की अनुभूति हो सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 29 September 2014 by admin
टी.बी. क्लीनिक मिटिंग हाल में पैरवी बैठक आयोजित किया गया। इस बैठक में आई.सी.टी.सी. प्रभारी डा.एस.के. पाण्डेय, टी.बी. क्लीनिक के एस.टी.एस सुरेश कुमार आई.सी.टी.सी. के परामर्शदाता सत्यनरायन, नेहा विन्धेश्वरी, डी.एस.आर.सी. की परामर्शदात्री मीना सेठ, पी.पी.टी.सी.टी. की परामर्शदात्री दीप शिखा, एल.टी. सुमिरन यादव प्रताप सेवा समिति के परियोजना निदेशक विजय विद्रोही ने भाग लिया। डा. एस. के. पाण्डेय ने सितम्बर माह के सभी विभागो से डाटा का विश्लेषण किया, उन्होने चिन्ता ब्यक्त किया कि आम आदमी में एच.आई.वी. के केस अधिक बढ़ रहे है। उन्होने लोगो से कहा कि एच.आई.वी. को रोकने के लिये अधिक से अधिक लोगो को जागरूक किया जाय जिससे इसको बढ़ने से रोक जा सके। विजय विद्रोही ने लोगो को को जानकारी दिया कि कोर ग्रुप में एच.आई.वी. का दर कम हुआ लेकिन माइग्रशेन पापुलेशन में इसकी संख्या बढ़ रही है। परियोजना प्रबन्धक ने एच.आई.वी. होने के चार कारणो का बताया। एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने से। एच.आई.वी. संक्रमित सूई एवं सिरिंज का साझा प्रयोग करने से एच.आई.वी. संक्रमित ब्लड या उत्पाद चढ़ाने से एच.आई.वी. संक्रमित माॅ से होने वाले बच्चे को हो सकता है। परामर्शदात्री सीमा श्रीवास्तव ने महिलाआंे को गुप्त रोगो के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि इसका इलाज पूर्ण रूप से है। इस कार्यक्रम में लक्ष्मी सोनी, श्याम, इरफाना, शान्ति, रेनु, सीमा कन्नौजिया, प्रीती, राधेश्याम, रमेश आदि ने सराहनीय योगदान दिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 29 September 2014 by admin
जनपद में ऐतिहासिक दुर्गापूजा महोत्सव सकुशल एवं व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अदिति सिंह ने नगर के मूर्ति विसर्जन मार्ग का पैदल भ्रमण कर निरीक्षण किया। उन्होनें रास्ते में पडने वाले अवरोध, विद्युत पोलों को हटाने के लिए सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया ताकि मूर्ति विसर्जन के समय किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो सके।
जिलाधिकारी प्रातः 10ः00 बजे नगर के शाहगंज की चैकी से चैक, ठठेरी बाजार, पंचरास्ता, नई सब्जी मण्डी, पंजाबी मार्केट, जी.एन.रोड़होती हुयी डाकखाना चैराहा पहुॅची। उन्होनें रास्ते का सघन निरीक्षण करते हुए चैक से पहले स्थित एस.एम. तीन पोल, ठठेरी बाजार तिराहे पर स्थित पोल, पंचरास्ता चैराहा स्थित विद्युत पोल को हटाने का निर्देश अधिशाषी अभियन्ता विद्युत को दिया। उन्होनें ढीले एवं लटकते तारों को ठीक करने, नंगे तारों की उचित व्यवस्था करने तथा टेढे- झुके विद्युत पोलों को भी दुरूस्त करने का निर्देश दिया। विसर्जन मार्ग पर लगे ठेलों, पटरी पर लगी दुकानों, खराब हैण्डपम्पों को तत्काल ठीक कराने तथा अन्य अवरोधों को तुरन्त हटवाने साथ-साथ साफ-सफाई के लिए ई.ओ. नगर पालिका को निर्देशित किया। उन्होनें कहा जो भी कार्य अधूरे हो विभागीय अधिकारी उसे तत्काल पूरा करायें ताकि जन-सामान्य को किसी प्रकार की असुविधा न हो। भ्रमण के समय केन्द्रीय दुर्गापूजा समिति के पदाधिकारियों ने अपने सुझाव जिलाधिकारी को दिया।
जिलाधिकारी ने विसर्जन स्थल सीताकुण्ड घाट का भी निरीक्षण किया तथा अब तक की गयी व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होनें बैरीकेटिंग गड्डे में पम्पिंग सेट से पानी भरने के साथ-साथ अन्य व्यवस्था समय से ठीक कराने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। जिलाधिकारी के भ्रमण के दौरान पुलिस अधीक्षक सौमित्र यादव, अपर जिलाधिकारी प्रशासन कृष्णलाल तिवारी, एस.डी.एम. सदर अमित कुमार सिंह, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत, ई.ओ. नगर पालिका, चेयरमैन नगर पालिका प्रवीन अग्रवाल, केन्द्रीय दुर्गापूजा समिति के राधेरमण मिश्र वैद्य सहित समिति के अन्य पदाधिकारीगण साथ-साथ रहें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 29 September 2014 by admin
लोकसेवा आयोग उ0प्र0 इलाहाबाद से डाॅ. रामजीत प्रजापति पुत्र नन्हकू प्रजापति का चयन पशु चिकित्साधिकारी पद पर हुआ है। प्रतिभा के धनी डाॅ. रामजीत मूलतः ग्राम व पोस्ट हरीपुर थाना करौंकला, तहसील-कादीपुर जनपद सुलतानपुर का रहने वाला है। इनके पिता एक साधारण किसान है। किसान के बेटे का चयन पशु चिकित्साधिकारी पद पर होने से जनपद का गौरव बढ़ा है। इनके चयन पर ग्राम एवं क्षेत्र के रामसूरत मौर्य, डाॅ. आर.पी. मौर्य, डाॅ. इन्द्रजीत प्रजापति, डाॅ. एस.आर. प्रजापति, रामसम्भार यादव, रामसेवक, संतराम वर्मा, अनिल प्रजापति, विनय प्रजापति, के.पी. प्रजापति आदि ने खुशी जाहिर की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 29 September 2014 by admin
धनपतगंज ब्लॉक के मायंग गांव में बड़े देवमंदिर के जीर्णोद्धार के लिए वहां खोदाई की जा रही थी, तभी देवी-देवताओं की प्राचीनतम मूर्तियां खंडित अवस्था में मिलीं। साथ ही कुछ पुरातन बर्तन भी मिले। सूचना जिसे मिली वह देखने दौड़ पड़ा। बड़े बुजुर्गो के मतानुसार यह प्रतिमाएं और बर्तन संभवतः भरों के शासनकाल के हैं।
मायंग गांव में सैकड़ों वर्ष पुराना भगवान शंकर का बड़े देव बाबा मंदिर है। कुछ दिनों मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए परिसर में खोदाई का कार्य चल रहा है। गुरुवार को उस वक्त कौतूहल व्याप्त हो गया जब मजदूरों को खोदाई में बेशकीमती धातु की चार छोटी-छोटी देव प्रतिमाएं व तीन बड़ी खंडित प्रतिमाएं मिलीं। साथ-साथ कई मिट्टी के बर्तन भी मिले। जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को मिली तो इन्हें देखने के लिए लोगों का तांता लग गया। कई ग्रामीणों ने देव प्रतिमाओं की पूजा-अर्चना की। परिसर में भजन-कीर्तन होने लगा। अपराह्न देव प्रतिमाओं और प्राप्त बर्तनों को मंदिर में सुरक्षित रख दिया गया। मंदिर के पुजारी विंध्या तिवारी ने बताया कि प्राप्त प्रतिमाएं किन देवताओं की हैं यह स्पष्ट नहीं हो रहा है। पुराने जमाने में इस स्थल पर भव्य मंदिर था। संभवतः उसी दौर की ये प्रतिमाएं हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 29 September 2014 by admin
‘एसोसिएशन आॅफ दि डीफ’ लखनऊ के तत्वावधान में आगामी दिनांक 28.09.2014 को सायं 04 बजे से उमराव धर्मशाला, डालीगंज, लखनऊ में ‘मूक-बधिर’ बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के विकलांग जन विकास मंत्री श्री अम्बिका चैधरी होंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 29 September 2014 by admin
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की सेवाओं का अधिक से अधिक प्रचार एवं प्रसार करने हेतु सिफ्सा द्वारा हौसला अभियान के अन्तर्गत ‘चलो गांव की ओर’ अभियान का शुभारम्भ करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री अहमद हसन ने कहा कि प्रदेश के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों मंे बसे लोगों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समस्त योजनाओं एवं सेवाओं की जानकारी देने हेतु ‘चलो गांव की ओर’ अभियान चलाया जा रहा है।
यह बात आज यहां भारतेंदु नाट्य अकादमी के सभागार मंे ‘चलो गांव की ओर’ अभियान का शुभारम्भ करते हुए चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिये सशक्त माध्यम रेडियो, छः लोक विधाओं तथा वेबसाइट ीजजचरूध्ध्ूूूण्पमबतउदबींण्पद का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण दूरस्थ अंचलों एवं मलिन बस्तियों में निवास करने वाली जनता को संदर्भन परिवहन सेवा उपलब्ध न होने के कारण समय से संस्थागत प्रसव सुविधायें उपलब्ध नहीं हो पाती हैं जो मातृ एवं शिशु मृत्यु का एक मुख्य कारण रहा है। इसके निदान हेतु प्रदेश में 102 नेशनल एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध करायी जा रही है, जो गर्भवती माताओं एवं एक वर्ष तक के शिशुओं की बीमारी के इलाज एवं उनके स्वास्थ्य की देख-रेख करने हेतु घर से अस्पताल एवं अस्पताल से घर पहुंचाने का काम किया जा रहा है, इससे प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में 04 अंकों की कमी आई है। उन्होंने कहा कि समाजवादी एम्बुलेंस सेवा 108 जनता में काफी लोकप्रिय है और इससे बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे हैं। भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में निरन्तर गिरावट दर्ज की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डाक्टरों की कमी के बावजूद प्रत्येक माह 08 लाख अधिक मरीज प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में देखे जा रहे हैं। अस्पतालों में दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। सभी को दवा, एक्स-रे, ब्लड टेस्ट आदि निःशुल्क कर दिया गया है।
श्री हसन ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य सेवायें सम्बन्धी जानकारियां को आम लोगों तक पहुंचाने में आशा कार्यकत्रियों का महत्वपूर्ण योगदान है। आशा कार्यकत्रिओं को शीघ्र ही यूनिफार्म दिया जायेगा। उन्हांेने कहा कि प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में और कमी लाने हेतु लगन से कार्य करने की आवश्यकता है। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा को देश में सबसे अच्छी स्वास्थ्य सेवा बनाई जायेगी। इस अवसर पर उन्होंने आशा कार्यकत्रियों को रेडियो सेट का वितरण भी किया।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री शंख लाल मांझी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी देने हेतु ‘चलो गांव की ओर’ अभियान चलाया जा रहा है, ताकि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में और कमी लाई जा सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर 40 एवं प्रदेश में 50 प्रति हजार मातृ एवं शिशु मृत्यु दर है, जो गत वर्ष 53 प्रति हजार थी। प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में बराबर कमी आ रही है। हमें जनसंख्या वृद्धि पर भी नियंत्रण करना होगा। गत वर्ष प्रदेश में जन्म दर 3.4 प्रतिशत थी जो घटकर 3.3 प्रतिशत हो गयी है, यह अच्छी बात है, लेकिन हमें जन्म दर को और नीचे की ओर ले जाना होगा, तभी हम स्वस्थ प्रदेश का सपना साकार कर सकेंगे।
प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण श्री अरविन्द कुमार ने बताया कि ‘चलो गांव की ओर’ अभियान के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यक्रमों एवं आशा की भूमिका पर आधारित 1640 लोकविधा के कार्यक्रमों का प्रदर्शन उत्तर प्रदेश के 820 ब्लाक में लगने वाली ब्लाक स्तरीय हाटों पर किया जायेगा, जिससे अधिक से अधिक ग्रामीण जनता तक संदेश पहुंच सके। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक चलाने के लिये 6 लोक विधाओं- कव्वाली, बिरहा, नौटंकी, जादू, कठपुतली एवं नुक्कड़ नाटक का मंचन किया जायेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम से जुड़े प्रतिभागियों को स्वास्थ्य संबंधी विषयों एवं आशा की भूमिका पर सिफ्सा द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि रेडियो ड्रामा सीरीज ‘सुनहरे सपने संवरती राहें’ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समस्त जानकारियाँ जैसे आशा एवं एएनएम की भूमिका, उनका समुदाय के प्रति व्यवहार के साथ-साथ आरएमएनसीएच$ए के समस्त विषयों को शामिल करते हुए 26 कडि़यों के धारावाहिक का प्रसारण आकाशवाणी के सभी 12 प्राइमरी चैनलों पर किया जायेगा। धरावाहिक को सफल बनाने हेतु प्रदेश के 75 जिलों में 150 श्रोता संघों का आशाओं के संरक्षण में किया तैयार गया है।
श्री कुमार ने बताया कि समुदाय के साथ संवाद स्थापित करने एवं काय्रक्रम को अधिक से अधिक जनता को इस अभियान से जोड़ने हेतु ईनामी सवाल भी पूछे जायेंगे। सही जवाब देने वाले दस श्रोताओं को आकर्षक इनाम दिये जायेंगे और उनका नाम भी धारावाहिक में प्रसारित किया जायेगा। जिन श्रोता संघों से सर्वाधिक पत्र प्राप्त होंगे, ऐसी 20 आशाओं को पुरस्कृत भी किया जायेगा। अधिक से अधिक पत्र प्राप्त करने हेतु सिफ्सा द्वारा जी0पी0ओ0 लखनऊ में पोस्ट बाक्स नं0 411 भी खोला गया है जिसका पता धारावाहिक के हर एपीसोड में बताया जायेगा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन डायरेक्टर श्री अमित कुमार घोष ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस कार्यक्रम में सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री संजय प्रसाद, डी0जी0 हेल्थ डाॅ0 विजय लक्ष्मी तथा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, आशा कार्यकत्री तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रतिभागी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 29 September 2014 by admin
’भारत अपनी विशिष्टताओं के कारण विश्व गुरु के रुप मंे जाना जाता रहा है और यहां की संस्कृति तथा ऐतिहासिक आकर्षण युगांे युगांे से देश विदेश के लोगों को आकर्षित करते रहे हंै। उत्तर प्रदेश के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती, देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों में यूपी का अभूतपूर्व योगदान है’।
विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन में प्रदेश के पर्यटन मंत्री श्री ओम प्रकाश ने यह विचार व्यक्त किए। पर्यटन मंत्री ने पर्यटन भवन के प्रेक्षागृह में विभिन्न कार्यक्रमों के शुभारंभ करते हुए कहा ’उत्तर प्रदेश अपनी इन विशेषताओं और उनके संरक्षण तथा प्रचार-प्रसार के लिये चिन्तन-मनन का अवसर प्रदान कर रहा है। हम सबकों अपनी पर्यटन परम्पराओं के प्रति जागरुक होते हुये उसके विकास तथा उसमे देश-समाज के हर वर्ग की अधिकाधिक भागीदारी के लिये प्रयत्नशील होना चाहिये।’
पर्यटन मंत्री ने विश्व पर्यटन दिवस के आयोजन में पर्यटन उद्योग की विभिन्न विधाआंे से जुडे़ लोंगों और संस्थाओं के साथ-साथ छात्रों व युवा वर्ग की भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि सामूहिक और सामुदायिक सहभागिता से ही सफलता विस्तृत फलक पर प्राप्त की जा सकती है और पर्यटन उद्योग भी इसका अपवाद नही है। विश्व पर्यटन संगठन द्वारा इस वर्ष घोषित की गयी थीम भी इसी ओर संकेत करती है: इस वर्ष की थीम है ’टूरिज्म एंड कम्युनिटी डेवलेपमेंट’ यानी पर्यटन एवं सामुदायिक विकास।
इस अवसर पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित ‘‘लखनऊ कैमरे की दृष्टि से ’’ शीर्षक फोटोग्राफी प्रतियोगिता का उद्घाटन भी पर्यटन मंत्री ने किया। चित्र प्रदशर्नी में श्री आजेश जायसवाल के लखनऊ के बड़े इमामबाड़े पर केन्द्रित आकर्षक चित्र एवं फोटोग्राफी प्रतियोगिता में प्राप्त लखनऊ के विभिन्न स्मारको और सांस्कृतिक परम्पराओं पर आधारित चित्र आकर्षण का केन्द्र रहे। विश्व पर्यटन दिवस पर आॅन स्पाॅट पेन्टिंग प्रतियोगिता एवं क्वीज़ प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गयीं। इसी क्रम में प्रेक्षागृह में आयोजित सास्कृतिक कार्यक्रम का भी लोगों ने आनन्द उठाया।
इस अवसर पर महानिदेश पर्यटन श्री अमृत अभिजात ने कहा प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रयास कर रही है। हाल ही में जारी पर्यटन नीति इसमें काफी सहायक सिद्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि पर्यटन को एक विचार कि रूप में देखें तो सामुदायिक और सामूहिक प्रयास व गतिविधियों के अन्र्तनिहित अटूट सम्बन्ध स्वतः ही दृष्टिगत हो जाते हैं। जब कोई पर्यटक अपने घर की सीमाओं से निकलकर किसी स्थान के भ्रमण के लिए निकलता है, तो स्वाभाविक रूप से उसे वहाॅ विभिन्न पर्यटक आवश्यकताओं की आवश्यकता होती है। इस क्रम में उसे दैनिक जीवन की आवश्यक सामग्रियों के साथ-साथ स्थानीय परिवहन एवं विभिन्न उत्पादों को क्रय करने और विभिन्न सेवाओं का भी उपयोग करना पड़ता है। इससे जहाॅ पर्यटक की आवश्यकताओं की पूर्ति होती है और जिसके फलस्वरूप वह अपने भ्रमण में सहजता की अनुभूति करने के कारण पूरे दिल-दिमाग से भ्रमण का आनन्द उठाता है, तो वहीं इस क्रम में स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी सुलभ होते हैं, जो स्थानीय लोगों को जीवकोपार्जन के साथ-साथ उनके बेहतर भविष्य की संभावनाओं के द्वार भी खोलते हैं।
श्री अभिजात ने कहा कि भारतीय मनीषा ने तो इस सामूहिकता और सामुदायिक भावना की अवधारणा प्राचीनकाल में ही ’’वसुधैव कुटुम्बकम्’’ के मन्त्र के सूत्र वाक्य के रूप में दी थी। पर्यटन के संदर्भ में इस सूत्र की प्रासंगिकता एवं महत्व स्वतः ही स्पष्ट है, क्योंकि पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है, जिसके माध्यम से विश्व के लोगों को आपसी प्रेम-सदभाव एवं भाईचारे के सूत्र में बांधा जा सकता है। पर्यटन केवल किसी स्थल का भ्रमण करने का उद्देश्य ही नहीं पूरा करता है अपितु यह लोगों के सामाजिक-आर्थिक उन्नयन एवं उनके जीवन यापन के प्रचुर अवसर भी सुलभ कराता है।
श्री अभिजात ने कहा कि पर्यटन व्यक्तियों पर आधारित एक आर्थिक गतिविधि है जो सामाजिक भागीदारी होने से वह और समृद्ध होती है। वैसे भी उत्तर प्रदेश देश के उन प्रदेशों के सापेक्ष अपनी एक अलग पहचान एवं अस्तित्व रखता है। यहां वाराणसी, आगरा, इलाहाबाद, चित्रकूट, प्रयाग, वृन्दावन, अयोध्या, लखनऊ जैसे पर्यटन स्थल हैं जहां विश्व भर के पर्यटक आते हैं। ये पर्यटक जब गंगा, यमुना, सरयु, मन्दाकनी जैसी नदियों के तट पर स्थित इन स्थलों का अवलोकन करते हैं तब उनको यहां से विश्व बन्धुता एवं भईचारे का संदेश मिलता है।
विश्व पर्यटन दिवस के संदेश के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा आज प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भी आयोजन कराये जा रहे हैं। इसी क्रम में पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पर्यटन प्रबन्ध संस्थान, लखनऊ द्वारा पर्यटन विभाग की हेल्पलाइन (0522-3303030) हेतु पाॅच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ भी आज महानिदेशक पर्यटन श्री अमृत अभिजात ने किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 29 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के 44 जिलों में इस वर्ष भयंकर सूखे से प्रभावित किसानों को अधिकाधिक राहत प्रदान करने के उद्देश्य से कृषि उत्पादन आयुक्त श्री वी0एन0गर्ग ने सूखा राहत के अध्ययन के लिये प्रदेश भ्रमण पर आयी केंद्रीय टीम से आग्रह किया है कि राज्य सरकार द्वारा राहत के लिये मांगी गयी 6138 करोड़ रुपये की पूरी धनराशि प्रदान की जाये, ताकि प्रभावित किसानों की भरपाई की जा सके।
आज अपने कार्यालय कक्ष में कृषि उत्पादन आयुक्त ने केंद्रीय टीम को बताया कि सूखे के कारण प्रभावित जिलों में किसानों की फसलों को गम्भीर क्षति हुई है। उन्होंने बताया कि तालाब, पोखरे सूखने के साथ ही हैण्ड पम्प भी सूख गये और बरसात के बजाय पूरी वर्षा ऋतु में कड़ी धूप के कारण खेतों में दरारे आयीं और फसलें नहीं हो पायी हैं। उन्होंने कहा कि अब इन जिलों में किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सभी क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों की मरम्मत कराये जाने अथवा नये ट्रांसफार्मर लगाये जाने की जरूरत है, जिसके लिये तत्काल मदद की आवश्यकता है।
नौ सदस्यीय केंद्रीय टीम का नेतृत्व कर रहे भारत सरकार के संयुक्त सचिव कृषि श्री उत्पल कुमार सिंह ने अपने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अपनी तीन टीमों के भ्रमण के बाद कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ हो रही उपसंहारात्मक बैठक में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गयी सूचना को टीम ने अपने भ्रमण के दौरान भौतिक रूप से और किसानों से बातचीत के माध्यम से उपयुक्त पाया है और वह चाहते हैं कि कृषि, सिंचाई, पशुधन, मत्स्य, जल निगम, बिजली, विद्युत आपूर्ति आदि विभागों द्वारा दी गयी सूचनाओं पर केंद्रीय टीम द्वारा वांछित अनुषांगिक सूचनायें शीघ्रातिशीघ्र उपलब्ध करा दी जायें, ताकि उत्तर प्रदेश को सूखा राहत के सम्बन्ध में केंद्र सरकार के लिये संस्तुति भेजी जा सके।
श्री सिंह ने बताया कि उनकी तीन टीमों में से पहली टीम जिसमें श्री डी0के0 बाखला, श्री डी0एस0 चैहान और श्री पी0के0 वैद्य थे, ने मथुरा, अलीगढ़, बदायूं में भ्रमण किया। दूसरी टीम जिसमें श्री रामानन्द, श्री आर0बी0 कौल और श्री शान्तनु विश्वास रहे, ने आगरा, एटा और उन्नाव का भ्रमण किया है। उन्होंने बताया कि तीसरी टीम जिसमें वह स्वयं, सुश्री भावना सिंह, डाॅ0 एम0सी0 दिवाकर और श्री एस0के0 सिन्हा सदस्य रहे, ने कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन का भ्रमण किया। उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान सूखा राहत के सम्बन्ध में किसानों को हुई क्षति और सूखा सम्बन्धी आंकड़ों का भौतिक सत्यापन करते हुये किसानों से बातचीत भी की गयी है। उन्होंने अपेक्षा की कि राज्य सरकार नलकूपों, हैण्ड पम्पों, डीजल सब्सिडी, चारे की व्यवस्था आदि के बारे में अविलम्ब सूचनायें उपलब्ध करायेगी। केंद्रीय टीम ने इसके पूर्व मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन से भी भेंट कर सूखा राहत पर चर्चा की।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री वी0एन0 गर्ग ने बैठक में प्रतिभाग कर रहे राजस्व, कृषि, पशु पालन, सिंचाई, विद्युत, जल निगम आदि विभागों के प्रमुखों को 01 अक्टूबर तक सभी वांछित सूचनायें केंद्रीय टीम को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव, राजस्व श्री किशन सिंह अटोरिया, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री अनन्त कुमार सिंह, राहत आयुक्त श्रीमती लीना जौहरी और विभिन्न संबंधित विभागों के विभागाध्यक्ष व वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 29 September 2014 by admin
पशु चिकित्सा में घातक दवा डाइक्लोफिनेक के उपयोग पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है। डाईक्लोफिनेक दवा खाने वाले पशुओं की नेचुरल डेथ के पश्चात गिद्धों द्वारा उनके शव के मांस के, खाने से उनकी मृत्यु की पुष्टि हुई हैं। गिद्धों की संख्या में तीव्र गति से गिरावट का सबसे बड़ा महत्वपूर्ण कारण गिद्धों द्वारा डाईक्लोफिनेक नामक औषधि जो मृत जानवरों मंे अवशेष रह जाती है के शवों को खाने से हुई है। गिद्धों में गुर्देगाउट नाम बीमारी हो जाती है, जिससे वे शीघ्र मृत्यु को प्राप्त होते है। इसी से गिद्धों की संख्या में तेजी से गिरावट आयी है।
यह जानकारी उ0प्र0 पशुधन विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ0 बी0बी0एस0 यादव ने दी। उन्होंने बताया कि ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इण्डिया ने ड्रग कंट्रोलर को डाईक्लोफिनेक के वेटनरी उपयोग हेतु दिए गये लाइसेंस को निरस्त करने के आदेश दिए हैं। इसे तीन माह की अवधि में फेजआउट करने के भी निर्देश दिये गये हैं।
डाॅ0 यादव ने बताया कि शासन ने प्रदेश के समस्त मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों तथा पशुधन विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को उक्त दवा को पशुओं के इलाज में उपयोग न करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि गिद्धों की दिनों-दिन घटती संख्या चिंतनीय है। गिद्धों के संरक्षण हेतु जागरुकता अभियान संचालित किया गया है। गिद्धों की तीनों प्रमुख प्रजातियों का बचाव किया जा रहा है। बाम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी के सदस्यों सुश्री अल्का दुबे तथा डाॅ0 अनन्या मुखर्जी के मार्ग निर्देशन में जागरुकता कार्यक्रम 6 जनपदों में संचालित किये जा रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com