धनपतगंज ब्लॉक के मायंग गांव में बड़े देवमंदिर के जीर्णोद्धार के लिए वहां खोदाई की जा रही थी, तभी देवी-देवताओं की प्राचीनतम मूर्तियां खंडित अवस्था में मिलीं। साथ ही कुछ पुरातन बर्तन भी मिले। सूचना जिसे मिली वह देखने दौड़ पड़ा। बड़े बुजुर्गो के मतानुसार यह प्रतिमाएं और बर्तन संभवतः भरों के शासनकाल के हैं।
मायंग गांव में सैकड़ों वर्ष पुराना भगवान शंकर का बड़े देव बाबा मंदिर है। कुछ दिनों मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए परिसर में खोदाई का कार्य चल रहा है। गुरुवार को उस वक्त कौतूहल व्याप्त हो गया जब मजदूरों को खोदाई में बेशकीमती धातु की चार छोटी-छोटी देव प्रतिमाएं व तीन बड़ी खंडित प्रतिमाएं मिलीं। साथ-साथ कई मिट्टी के बर्तन भी मिले। जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को मिली तो इन्हें देखने के लिए लोगों का तांता लग गया। कई ग्रामीणों ने देव प्रतिमाओं की पूजा-अर्चना की। परिसर में भजन-कीर्तन होने लगा। अपराह्न देव प्रतिमाओं और प्राप्त बर्तनों को मंदिर में सुरक्षित रख दिया गया। मंदिर के पुजारी विंध्या तिवारी ने बताया कि प्राप्त प्रतिमाएं किन देवताओं की हैं यह स्पष्ट नहीं हो रहा है। पुराने जमाने में इस स्थल पर भव्य मंदिर था। संभवतः उसी दौर की ये प्रतिमाएं हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com