उत्तर प्रदेश के 44 जिलों में इस वर्ष भयंकर सूखे से प्रभावित किसानों को अधिकाधिक राहत प्रदान करने के उद्देश्य से कृषि उत्पादन आयुक्त श्री वी0एन0गर्ग ने सूखा राहत के अध्ययन के लिये प्रदेश भ्रमण पर आयी केंद्रीय टीम से आग्रह किया है कि राज्य सरकार द्वारा राहत के लिये मांगी गयी 6138 करोड़ रुपये की पूरी धनराशि प्रदान की जाये, ताकि प्रभावित किसानों की भरपाई की जा सके।
आज अपने कार्यालय कक्ष में कृषि उत्पादन आयुक्त ने केंद्रीय टीम को बताया कि सूखे के कारण प्रभावित जिलों में किसानों की फसलों को गम्भीर क्षति हुई है। उन्होंने बताया कि तालाब, पोखरे सूखने के साथ ही हैण्ड पम्प भी सूख गये और बरसात के बजाय पूरी वर्षा ऋतु में कड़ी धूप के कारण खेतों में दरारे आयीं और फसलें नहीं हो पायी हैं। उन्होंने कहा कि अब इन जिलों में किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सभी क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों की मरम्मत कराये जाने अथवा नये ट्रांसफार्मर लगाये जाने की जरूरत है, जिसके लिये तत्काल मदद की आवश्यकता है।
नौ सदस्यीय केंद्रीय टीम का नेतृत्व कर रहे भारत सरकार के संयुक्त सचिव कृषि श्री उत्पल कुमार सिंह ने अपने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अपनी तीन टीमों के भ्रमण के बाद कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ हो रही उपसंहारात्मक बैठक में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गयी सूचना को टीम ने अपने भ्रमण के दौरान भौतिक रूप से और किसानों से बातचीत के माध्यम से उपयुक्त पाया है और वह चाहते हैं कि कृषि, सिंचाई, पशुधन, मत्स्य, जल निगम, बिजली, विद्युत आपूर्ति आदि विभागों द्वारा दी गयी सूचनाओं पर केंद्रीय टीम द्वारा वांछित अनुषांगिक सूचनायें शीघ्रातिशीघ्र उपलब्ध करा दी जायें, ताकि उत्तर प्रदेश को सूखा राहत के सम्बन्ध में केंद्र सरकार के लिये संस्तुति भेजी जा सके।
श्री सिंह ने बताया कि उनकी तीन टीमों में से पहली टीम जिसमें श्री डी0के0 बाखला, श्री डी0एस0 चैहान और श्री पी0के0 वैद्य थे, ने मथुरा, अलीगढ़, बदायूं में भ्रमण किया। दूसरी टीम जिसमें श्री रामानन्द, श्री आर0बी0 कौल और श्री शान्तनु विश्वास रहे, ने आगरा, एटा और उन्नाव का भ्रमण किया है। उन्होंने बताया कि तीसरी टीम जिसमें वह स्वयं, सुश्री भावना सिंह, डाॅ0 एम0सी0 दिवाकर और श्री एस0के0 सिन्हा सदस्य रहे, ने कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन का भ्रमण किया। उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान सूखा राहत के सम्बन्ध में किसानों को हुई क्षति और सूखा सम्बन्धी आंकड़ों का भौतिक सत्यापन करते हुये किसानों से बातचीत भी की गयी है। उन्होंने अपेक्षा की कि राज्य सरकार नलकूपों, हैण्ड पम्पों, डीजल सब्सिडी, चारे की व्यवस्था आदि के बारे में अविलम्ब सूचनायें उपलब्ध करायेगी। केंद्रीय टीम ने इसके पूर्व मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन से भी भेंट कर सूखा राहत पर चर्चा की।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री वी0एन0 गर्ग ने बैठक में प्रतिभाग कर रहे राजस्व, कृषि, पशु पालन, सिंचाई, विद्युत, जल निगम आदि विभागों के प्रमुखों को 01 अक्टूबर तक सभी वांछित सूचनायें केंद्रीय टीम को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव, राजस्व श्री किशन सिंह अटोरिया, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री अनन्त कुमार सिंह, राहत आयुक्त श्रीमती लीना जौहरी और विभिन्न संबंधित विभागों के विभागाध्यक्ष व वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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