Posted on 01 March 2014 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार ने केन्æीय स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना के क्रम में 04 जनपदों को चिनिहत किया है, जहां नए मेडिकल कालेज स्थापित किए जा सकते हैं। ये जिले हैं-बस्ती, फिरोजाबाद, बहराइच और फैजाबाद, जिनके मौजूदा जिला चिकित्सालयों के साथ मेडिकल कालेज की स्थापना की जा सकती है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने केन्æीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद को गत 21 फरवरी को भेजे गए अपने पत्र में उन्हें राज्य सरकार के मंतव्य से अवगत करा दिया है।
यह जानकारी आज यहां देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने केन्æीय मंत्री को सम्बोधित अपने पत्र में उलिलखित किया उत्तर प्रदेश एक विशाल राज्य है। यहां मेडिकल कालेजों की संख्या एवं स्थान आबादी की जरूरतों के मुताबिक नहीं है। मेडिकल की स्नातक स्तर की शिक्षा के दृषिटकोण से उ0प्र0 ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान, सैफर्इ, इटावा को छोड़कर सरकारी क्षेत्र के 13 व निजी क्षेत्र के 16 मेडिकल कालेज बड़े शहरों में स्थापित हैं। राज्य में लगभग 50 जिले ऐसे हैं, जहां मेडिकल कालेज नहीं हैं। प्रदेश की जनता को पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अधिक से अधिक जिलों में मेडिकल कालेजों की स्थापना की महती आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने केन्æीय स्वास्थ्य मंत्री को यह भी अवगत कराया है कि प्रदेश सरकार भारत सरकार की योजना के तहत मेडिकल कालेजों की स्थापना हेतु अत्यन्त इच्छुक है। इसके लिए बस्ती, फिरोजाबाद, बहराइच और फैजाबाद के जिला चिकित्सालय चिनिहत किए गए, जिन्हें मेडिकल कालेज की स्थापना हेतु पात्र पाया गया।
पत्र में श्री यादव ने उलिलखित किया है कि प्रदेश सरकार योजना के प्राविधानों के अनुरूप राज्यांश उपलब्ध कराने के लिए सहमत हैं।
केन्æीय स्वास्थ्य मंत्री से इन जनपदों को स्वास्थ्य मंत्रालय की नए खोले जाने वाले मेडिकल कालेजों की योजना के तहत समिमलित किए जाने का अनुरोध करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार मेडिकल काउनिसल आफ इणिडया के मानकों के अनुरूप इन स्थानों पर भूमि की उपलब्धता भी सुनिशिचत करेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 01 March 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि बेहतर सड़कों का विकास से सीधा रिश्ता है। राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए तेज एवं बेहतर कनेकिटविटी की सड़कें आवश्यक हैं। प्रदेश की जनसंख्या एवं ट्रैफिक में हुर्इ वृद्धि को देखते हुए भी टिकाऊ एवं उच्च गुणवत्ता की सड़कों का निर्माण किया जाना जरूरी है। प्रदेश में राज्य राजमार्गों एवं अन्य मुख्य मार्गाें का एक बड़ा नेटवर्क पहले से मौजूद है। उसे और भी सुदृढ़ किया जाना समय की आवश्यकता है। इस जरूरत को ध्यान में रखते हुए शासन ने प्रदेश में राज्य राजमार्गो,ं बार्इपास एवं अन्य मुख्य मार्गों को सार्वजनिक-निजी सहभागिता से विकसित करने के लिए ‘उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग विकास कार्यक्रम का गठन किया है।
यह जानकारी देते हुए आज यहां एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि तीव्र एवं सुगम यातायात, कृषि, औधोगिक तथा उपभोक्ता उत्पादों के तेजी से परिवहन एवं विकास के लिए भी राज्य की सड़कों के नेटवर्क को बेहतर बनाया जाना जरूरी है। राज्य सरकार के सीमित संसाधनों को देखते हुए राज्य राजमार्गांें, बार्इपास एवं अन्य मुख्य मार्गों का विकास सार्वजनिक-निजी सहभागिता के तहत टोल एकत्रीकरण पद्धति के माध्यम से किया जाएगा। इसके सुनियोजित एवं त्वरित विकास के लिए दीर्घकालिक कार्यक्रम बनाये जाने की आवश्यकता है। इसके मददेनजर उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग विकास कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण के प्रस्ताव पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कर्इ बैठकों मेें विचार-विमर्श तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा परीक्षण एवं परिमार्जन के उपरान्त इस कार्यक्रम को तैयार किया गया है। इस कार्यक्रम के दो भाग हैं, जिसके तहत प्रदेश के कुल 86 मार्गों के कार्य सार्वजनिक-निजी सहभागिता के माध्यम से उपशा द्वारा सम्पादित किए जाएंगे। पहले भाग के तहत मार्गों का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। इसे पांच चरणों में पूरा किया जाएगा। इसके तहत कुल 58 मार्गों पर काम किया जाना प्रस्तावित है। दूसरे भाग के तहत राज्य के कुल 28 प्रमुख शहरों में बार्इपास का निर्माण किया जाएगा।
सरकारी प्रवक्ता ने यह भी बताया कि कार्यक्रम के पहले भाग के 58 मार्गों में से 20 मार्गाेंं को चारलेन कैरिज-वे तथा शेष 38 मार्गाें को दो-लेन विद पेव्ड शोल्डर कैरिज-वे के अनुसार विकसित किया जाएगा। कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए सार्वजनिक-निजी सहभागिता (पी0पी0पी0) हेतु जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सक्षम स्तर से अनुमति प्राप्त करना जरूरी होगा। किसी भी परियोजना पर कार्यवाही प्रारम्भ करने से पहले उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा लोक निर्माण विभाग की सहमति भी प्राप्त करनी होगी।
प्रवक्ता ने बताया कि भाग एक के पहले चरण में प्रस्तावित पांच परियोजनाओं में से चार परियोजनाओं, दिल्ली-सहारनपुर यमुनोत्री मार्ग (एस0एच0-57), बरेली-अल्मोड़ा मार्ग (एस0एच0-57), वाराणसी-शकितनगर मार्ग (एस0एच0-5ए), मेरठ-करनाल मार्ग (एस0एच0-82) के अनुबन्ध उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा गठित किए जा चुके हैं तथा नियत तिथि भी निर्गत की जा चुकी है। जबकि प्रथम चरण की परियोजना लखनऊ-हरदोर्इ-शाहजहांपुर मार्ग (एस0एच0-25) तथा द्वितीय चरण की परियोजनाओं अलीगढ़-मथुरा मार्ग (एस0एच0-80), एटा-शिकोहाबाद मार्ग (एस0एच0-85), ताड़ीघाट-बारा मार्ग (एस0एच0-99), मुजफ्फरनगर-सहारनपुर वाया देवबन्द मार्ग (एस0एच0-59), बलरामपुर-गोण्डा-जरवल मार्ग (एस0एच0-1ए), अकबरपुर-जौनपुर मिर्जापुर-दुदधी मार्ग परियोजनाओं के लिए रेक्वेस्ट फार प्रपोजल (आर0एफ0पी0) की कार्यवाही प्रगति में है। तृतीय चरण की परियोजनाओं हेतु फिजीबिलटी अध्ययन की प्रक्रिया चल रही है। चतुर्थ चरण, पंचम चरण तथा बार्इपास निर्माण योजना पर कार्यवाही अभी होनी है।
सरकारी प्रवक्ता बताया कि इन परियोजनाओं के अलावा प्रदेश में लोक निर्माण विभाग के अन्य मार्गों का भी बड़ा रोड नेटवर्क है। सीमित बजट के कारण इन मार्गों के उचित रख-रखाव में समस्या आ रही है। इसलिए इन मार्गों का रख-रखाव सार्वजनिक-निजी सहभागिता के तहत ओ0एम0टी0 (आपरेशन मेन्टेनेन्स एण्ड ट्रांसफर) पद्धति द्वारा किया जाएगा। रख-रखाव के लिए मार्गाें का चयन लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 01 March 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज यहां लखनऊ प्राणि उधान में नवीन बाल रेल के परिचालन का हरी झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस रेल के चलने से बच्चों को चिडि़याघर घूमने और इसकी सवारी करने का एक रोमांचक अनुभव होगा। बच्चों के लिए चिडि़याघर एक बड़ा आकर्षण होता है। ऐसे में अगर यहां पर अच्छी सुविधाएं उपलब्ध होंगी, तो यहां पर आने वालों की संख्या में इजाफा होगा।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के वन क्षेत्र को बढ़ाने तथा वन्य जीवों को संरक्षण देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, जिसमें वन विभाग पूरा सहयोग दे रहा है। उन्होंने कहा कि वन्य क्षेत्र बढ़ाने के लिए सरकार ने ग्रीन बेल्ट लगाने का निर्णय लिया। इसके अन्तर्गत अब तक इटावा में 1000 एकड़ क्षेत्र में पौधे लगाए गए हैं, जो लगातार पल्लवित हो रहे हैं। इसी प्रकार झांसी के बबीना क्षेत्र में भी पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने भी पेड़ लगवाए थे, परन्तु आज उनका कहीं अता-पता नहीं है।
इटावा में स्थापित की जा रही लायन सफारी पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक अनोखी और विश्वस्तरीय सफारी होगी और इससे पर्यटक उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित होंगे। उन्होंने कहा कि वन विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग है और इसके माध्यम से पर्यावरण संतुलन को बनाए रखा जा सकता है। इस विभाग के माध्यम से नए कार्यों की संभावनाएं तलाशी जाएंगी और इसमें व्याप्त थोड़ी बहुत कमियों को दूर किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार की सभी योजनाएं जनता को लाभ पहुंचाने वाली हैं। सरकार ने कन्या विधा धन योजना, बेरोजगारी भत्ता, किसान दुर्घटना बीमा योजना, लैपटाप वितरण तथा इस तरह की अन्य जनहितकारी योजनाएं लागू करके जनता को लाभानिवत करने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने दो वर्ष के कार्यकाल में कर्इ ऐसे निर्णय लिए हैं, जो अभूतपूर्व हैं और जिनकी नकल अब दूसरे राज्य भी कर रहे हैं। राज्य सरकार ने 12वीं पास छात्रों को लैपटाप बंटवाकर ज्ञान की खार्इ को पाटने का कार्य किया है। बेरोजगारी भत्ता उपलब्ध कराने से बेरोजगार लोग अपने कुछ कार्य कर पा रहे हैं। पढ़ने वाली छात्राओं को आगे की पढ़ार्इ जारी रखने के लिए कन्या विधा धन जैसी योजना लागू की गर्इ है, जबकि किसानों को सुरक्षा प्रदान करने की दृषिट से किसान दुर्घटना बीमा लागू की गर्इ है। इसी प्रकार 108 समाजवादी एम्बुलेंस सेवा तथा 102 नेशनल एम्बुलेंस सेवा का लाभ शहरों के अलावा दूरदराज के गांवों में भी लोगों को मिल रहा है। समाजवादी पेंशन योजना के माध्यम से लोगों को लाभानिवत किया जा रहा है और बड़ी संख्या में परिवार इसका लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अभूतपूर्व प्रयास किए हैं, जिसके फलस्वरूप अब मरीजों को मुफ्त दवा, इलाज, जांच इत्यादि की सुविधा मिल रही है।
श्री यादव ने कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश को वापस पटरी पर लाने के लिए अथक प्रयास कर रही है, जिसमें सभी विभाग अपना सहयोग दे रहे हैं। यह पहली सरकार है, जो वर्ष की शुरुआत में ही विकास का एजेण्डा तय कर देती है। सरकार प्रदेश को विकास के रास्ते पर आगे ले जाने के सारे प्रयास करती रहेगी।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर बाल रेल का शुभारम्भ किया तथा उसमें बैठकर कुछ दूर की यात्रा भी की। मुख्यमंत्री का स्वागत प्रमुख सचिव वन श्री वी0एन0गर्ग ने बुके भेंट कर किया।
कार्यक्रम को राज्यमंत्री वन एवं जन्तु उधान डा0 शिव प्रताप यादव ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में बताया कि पिछली बाल रेल वर्ष 1969 में चलार्इ गर्इ थी, जबकि इस नर्इ ट्रेन का शुभारम्भ मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा आज किया गया है। उन्होंने बताया कि इस ट्रेन के लिए नया ट्रैक बनाया गया है। उन्होंने पीलीभीत में टार्इगर रिजर्व स्थापित किए जाने के लिए सहमति देने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि लखनऊ के कुकरैल क्षेत्र में एक जैव विविधता सेण्टर, टार्इगर सेण्टर तथा 50 एकड़ क्षेत्र में प्राणि उधान की स्थापना की जाएगी। शीघ्र ही कानपुर प्राणि उधान में भी बाल रेल चलाने की व्यवस्था की जाएगी।
इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अहमद हसन, कारागार मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी, कैबिनेट मंत्री श्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, सचिव वन श्री पवन कुमार, प्रमुख वन संरक्षक श्री जे0एस0अस्थाना, प्रमुख वन संरक्षक डा0 रूपक डे सहित शासन-प्रशासन तथा वन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपसिथत थे।
कार्यक्रम के उपरान्त मुख्यमंत्री तथा मंत्रिगणों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 01 March 2014 by admin
पदोन्नति में आरक्षण में संघर्ष के अगुवा इं0 ओम प्रकाष पाण्डेय लखनऊ विधान परिषद लखनऊ खण्ड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लडे़गे। ज्ञातव्य हो कि उन्होंने समाज सेवा के लिए सेवा निवृतित से 15 वर्ष पूर्व ही नवम्बर 2013 में स्वैचिछक सेवा निवृतित ले ली उन्होंने आज नामांकन पत्र ले लिया है।
इं0 ओम प्रकाष पाण्डेय एक षिक्षक परिवार से है। विधार्थी जीवन से ही समाजिक सरोकारो से निकटता से जुडे़ हुये है। ग्राम्य विकास, गरीबों एवं आदिवासियों के विकास एवं कल्याण हेतु चलने वाले विभिन्न लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों से लाभानिवत करानें में आम जनता की मदद करते रहे है।
आप उ0प्र0 के ऊर्जा क्षेत्र के समस्त निगमों एवं कम्पनियों में सेवारत सहायक अभियन्ता से मुख्य अभियन्ता आस्तर के अधिकारियों के एक मात्र संगठन ”विधुत अभियन्ता संघ” के वर्ष 2009 से 2013 तक प्रदेष महासचिव रहे हैं।
आप ”सर्वजन हिताय संरक्षण समिति” के संस्थापक सदस्य एवं राष्ट्रीय संयोजक के रूप में उत्तर प्रदेष में प्रोन्नति में आरक्षण समाप्त करने के लिए माननीय न्यायालयों में प्रभावी पैरवी करने तथा उत्तर प्रदेष के 40 से अधिक विभागोंसार्वजनिक उपक्रमों एवं सामाजिक संगठनों के मध्य प्रभावी समन्यवय स्थापित किया, जिसके परिणाम स्वरूप प्रोन्नति में आरक्षण समाप्त हो गया तथा लाखों कर्मचारियोंअधिकारियों को प्रोन्नति मिली।
आप ने प्रोन्नति में आरक्षण प्रदान करने के लिए किये जा रहे 117वें संविधान संषोधन के विरोध में चलाये जा रहे आन्दोलन में विभिन्न विभागोंसार्वजनिक उपक्रमों के मध्य प्रभावी समन्यवय स्थापित करते हुये आन्दोलनों का नेतृत्व किया जिसके फलस्वरूप संविधान संषोधन दिसम्बर 2012 में राज्यसभा से पारित होने के बाद भी लोकसभा में अभी तक पारित नहींं हो सका है।
आप राष्ट्रीय मूल्यों के संवर्धन एवं ज्वलन्त सामाजिक समस्याओं के समाधान एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए समर्पित संस्था ”भारतीय नागरिक परिषद” के संस्थापक सदस्य एवं महामंत्री हैं।
इं पाण्डेय को उ0प्र0 के विभिन्न श्रम संगठनों, सेवा संघो, षिक्षक संगठनों एवं पर्यावरण विदाें, सामाजिक कार्यकर्ताओं का व्यापक सर्मथन प्राप्त है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 01 March 2014 by admin
समाजवादी पार्टी के विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने आज विशाल जन समूह के बीच 48 सड़को, फुटपाथ एवं नालियों के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया।
कैसरबाग बस स्टैन्ड चौराहे पर आयोजित भव्य एवं विशाल कार्यक्रम में लखनऊ मध्य क्षेत्र के विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने 48 सड़को का शिलान्यास करते हुए कहा कि लखनऊ मध्य क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास ही हमारा सकंल्प है।
श्री मेहरोत्रा ने कहा कि हम चाहते थे कि जिस सड़क फुटपाथ एवं नालियों का निर्माण कार्य जहां है उस कार्य का शिलान्यास उसी स्थान पर हो लेकिन लोकसभा चुनावों की अचार संिहता लागू होने से पहले कार्य शुरू हो जाये इसलिए 48 सड़को, फुटपाथ एवं नालियों का निर्माण कार्य का शिलान्यास एक साथ करा गया।
श्री मेहरोत्रा ने कहा कि यह सभी 48 सड़के फुटपाथ एवं नालियों का कार्य जोन एक है जोन 2 और जोन 6 के कार्यों का शिलान्यास यथाशीघ्र किया जायेगा उन्होनें कहा कि मध्य क्षेत्र की जनता को हमारा विकास हर जगह दिखेगा।
श्री मेहरोत्रा ने जनता से अपील कि वह निगरानी रखे कि सड़के फुटपाथ नालियों का कार्य मानक के अनुरूप हो। उन्होनें कहा कि लखनऊ मध्य क्षेत्र के सभी नालों को तली तक साफ कर ढकने का कार्य भी शुरू होगा।
श्री मेहरोत्रा ने बताया कि लखनऊ मध्य क्षेत्र के 10 चौराहे के सौन्र्दीयकरण का कार्य हो रहा है शेष चौराहे का भी सौन्र्दीयकरण कराया जायेगा।
श्री मेहरोत्रा ने बताया कि कैसरबाग चौराहे से शुभम सिनेमाहाल से ओडियन हाल से बर्लिग्नटन चौराहे से सिचार्इ विभाग तक नाला ढकने, सीवर लाइन डालने के बाद ही शीघ्र ही सड़क बनने का काम शुरू हो जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 01 March 2014 by admin
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख इन्द्रेश कुमार ने कहा कि जाति और मजहब आधारित राजनीति बन्द होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सियासत समाज को बाँटने का काम कर रही है। मुजफ्फर नगर दंगा राजनीतिज्ञों की देन है। आज दंगे पर सियासत करने के बजाए दंगा मुक्त भारत बनाने की जरूरत है। वह शुक्रवार को छोटा इमामबाड़े में राष्ट्रीय मुसिलम मंच द्वारा आयोजित जलसा पैगामे अमन को संबोधित कर रहे थे।
इन्द्रेश कुमार ने कहा कि आज देश को ऐसा नेता और नीति चाहिए जो समाज में नफरत, झगड़ा फसाद और हिंसा के स्थान पर समाज में प्यार मुहम्बत और सुकून का पैगाम दे।
उन्होंने कहा कि शिया समाज वह समाज है जो इस मुल्क से मुहब्बत करता है। न वह कटटर है, न था और न कटटर रहेगा। आदम के जमाने से हिन्दू और मुसलमान एक हैं। केवल मजहब और इबादत का तरीका बदलने से हम अलग नहीं हो सकते। हिन्दू और मुसिलम के आपस में खुदार्इ और खून के रिश्ते हैं। दोनों के पूर्वज भी एक हैं।
संघ नेता ने मुसिलमों बच्चों की शिक्षा पर विशेष बल देते हुए कहा कि बच्चों को तालीम से दूर मत रखो। तालीम जिंदगी की बेहतरी और मादरे वतन की हिफाजत के लिए होती है। इससे तरक्की का रास्ता खुलता है।
इन्द्रेश ने कहा कि माँ के पाँव में जन्नत है। आज की बेटी कल की माँ है। इसलिए तहजीब होगी तो भ्रूण हत्या नहीं होगी। झांसी की रानी लक्ष्मीबार्इ और बेगम हजरत महल ने फिरंगी भगाओ देश बचाओ की मुहिम चलायी थी। इसलिए औरतें अपने को किसी से कमजोर न समझें। हिन्दुस्थान का सबसे अच्छा सूबा गुजरात- मौलाना अली हुसैन
इमामिया एजूकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष मौलाना अली हुसैन ने जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात हिन्दुस्थान का सबसे अच्छा सूबा है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी को बदनाम ज्यादा किया गया है। जबकि सच्चार्इ कुछ और है, वहाँ के मुसलमान खुशहाल हैं। मौलाना ने कहा कि यदि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो देश में तरक्की और खुशहाली आयेगी और मुसिलमों का विकास भी होगा।
मौलाना अली हुसैन ने कहा कि कांग्रेस ने हिन्दुस्थान को 60 साल में कोमा में डाल दिया है। मुसिलमों के हालात दिन-प्रतिदिन बदतर होते जा रहे हैं। यूपी हुकूमत अपनों का भला कर रही है। इसलिए इस बार आप लोग ऐसी हुकूमत चुनो जिससे देश विकास करे और हमारा मुल्क भी सलामत रहे।
मुसिलम यूथ के अध्यक्ष मौलाना शवाब वास्ती ने कहा कि हम अमन और शांति की हिमायत करते हैं। मुसलमान चौदह सौ साल पहले आतंकवाद के खिलाफ थे और आज भी हैं। उन्होंने कहा कि जिहाद को बदनाम किया जा रहा है। जिहाद अमन, इंसानियत और मुहब्बत का नाम है। जिहाद कुर्बानी पेश करने और बुरार्इ को मारने का नाम है।
राष्ट्रीय मुसिलम मंच की सह संयोजक नाजरा बेगम ने जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि महिलायें घर बना सकती हैं तो देश भी बना सकती हैं। नजारा बेगम ने कहा कि जो सरकार घोटाले पर घोटाले कर रही है। ऐसी सरकार हमको नहीं चाहिए। हमें न चाहिए फसाद, हमें रोजी रोटी और मकान चाहिए।
जलसे को खुर्शीद आगा,शहजाद अली,मौलाना फैयाज, मौलाना वही दुल्लाहशाह और मुसिलम यूथ के अध्यक्ष मौलाना शवाब वास्ती ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में भारी संख्या में मुसिलम महिलायें और मौलाना उपसिथत रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 01 March 2014 by admin
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक ; नाबार्डद्ध ए प्रधान कार्यालय ए मुंबईए के राजभाषा प्रभाग के तत्वावधान में विकास बैंकिंग और हिन्दी विषय पर एक दिवसीय अखिल भारतीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह संगोष्ठी नाबार्ड के लखनऊ स्थित बैंकर्स विकास संस्थान के प्रांगण में आयोजित हुई।
प्रख्यात हिन्दी विदुषी डॉ विद्या बिन्दु सिंह संगोष्ठी की मुख्य अतिथि थीं। गृह मंत्रालयए भारत सरकार के राजभाषा विभाग के निदेशक डॉ जय प्रकाश कर्दम और डॉ वेद प्रकाश दुबेए संयुक्त निदेशक ए वित्तीय सेवाएँ विभागए वित्त मंत्रालय ए भारत सरकार विशिष्ट आतिथि के रूप में उपस्थित थे । डॉ कर्दम ने अपने वक्तव्य में कहा . ष् नाबार्ड ने बैंकिंग क्षेत्र में विकास और हिन्दी जैसे विषय को केन्द्रीत करते हुए न केवल एक नई पहल ही है बल्कि पूरे बैंकिंग क्षेत्र को एक नई सोच दी है जिस पर हमें काफी चिंतन और कर्म करना है। मैं इस आयोजन के लिए नाबार्ड को बधाई देता हूँ ष्।
डॉ दुबे ने नाबार्ड को इस अप्रतीम कार्य के लिए साधुवाद देते हुए इस विषय की उपादेयता और गांभीर्य को समझने की नितांत आवश्यकता बताते हुए सभी बैंकों से नाबार्ड की सी पहल का अनुकरण करने की अपील की ।
संगोष्ठी में भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि श्री मोहम्मद ईसा ए सिड़बी की महा प्रबन्धक श्रीमती अनीता सचदेव ए बैंक ऑफ बड़ौदा के राजभाषा प्रभारी श्री हरियश राय ए लखनऊ की नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति ; बैंक द्ध के संयोजक भारतीय स्टेट बैंक और सभी सरकारी बैंकों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और संगोष्ठी में अपनी सक्रिय सहभागिता से विकास बैंकिंग और हिन्दी की नई चुनौतियों पर विमर्श किया ।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमति नीना लांबाए उप महा प्रबन्धक तथा श्री विनोद तिवारी ए उप महा प्रबन्धक ने किया । श्रीमती लांबा ने एक प्रस्तुति के माध्यम से नाबार्ड में हिन्दी की प्रगति और उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए विकास बैंकिंग और हिन्दी विषय की सामयिकता और अनिवार्यता पर ज़ोर दिया । श्री तिवारी ने हिन्दी को नई प्रौद्योगिकी के साथ साथ चलने को समय की मांग बताया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता नाबार्डए मुंबई के मुख्य महा प्रबन्धक श्री के सी शशिधर ने कीए श्री शशिधर ने सभी बैंकिंग प्रतिनिधियों से खुली चर्चा करते हुए विकास बैंकिंग में उन्मुक्त योगदान देने की अपील की और आने विचारों से नाबार्ड को निःसंकोच अवगत कराने का परामर्श दिया ताकि नाबार्ड अपनी इस नई पहल में सभी बैंकों को जोड़ सके
मुख्य अतिथि डॉ विद्या बिन्दु सिंह ने नाबार्ड की सराहना करते हुए हिन्दी के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए नाबार्ड की पूरी टीम को बधाई दी और साथ ही जन सामान्य तक बैंकिंग योजनाओं ए सूचनाओं और अभियानों की जानकारी पहुँचने के लिए एक सरल सहज हिन्दी के प्रयोग की आवश्यकता पर बल दिया ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com