ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति के दायित्व का निर्वहन प्रदेश सरकार के ग्राम्य विकास विभाग द्वारा किया जा रहा है। वर्तमान में विभाग राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के सभी जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर तक सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता सुनिशिचत करने के लिए प्रतिबद्ध है। पेयजल आपूर्ति की योजनाएं मुख्य रूप से भूजल स्रोतों पर आधारित हैं।
यह वकत्व्य उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अरविन्द कुमार सिंह गोप ने आज यहां उ0प्र0 प्रशासन एवं प्रबन्धन एकेडमी के सभागार में राज्य स्तरीय ग्रामीण पेयजल जागरुकता सप्ताह के शुभारम्भ समारोह का उदघाटन करते हुए उन्होंने कहा कि यधपि उत्तर प्रदेश जल सम्पदा की दृषिट से सदैव समृद्ध रहा है, परन्तु विगत दषकों में पेयजल के अतिरिक्त सिंचार्इ एवं औधोगिक क्षेत्र में जल संसाधनों की मांग में अप्रत्याषित वृद्धि के फलस्वरूप भूजल स्रोतों के अत्याधिक दोहन से भूजल स्तर में गिरावट के अतिरिक्त विभिन्न जनपदों में भूजल स्रोतों में रसायनिक संदूषण के कारण उत्पन्न रोगों की गम्भीर समस्या ने सुरक्षित पेयजल आपूर्ति के समक्ष गम्भीर चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। इस समस्या से निपटने के लिए ग्राम्य विकास विभाग द्वारा उ0प्र0 जल निगम के माध्यम से समस्याग्रस्त ग्रामों में जल शोधन संयंत्रों की स्थापना करके सुरक्षित पेयजल आपूर्ति सुनिशिचत करायी जा रही है। इसके साथ-साथ राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन सुरक्षित पेयजल की गुणवत्ता, उपयोग व सुरक्षा तथा संरक्षण के मुददों पर ग्रामीण समुदाय को अवगत कराने के लिए समय-समय पर जन जागरूकता अभियान भी चलाता रहता है।
श्री गोप ने कहा कि पेयजल के इस महत्वपूर्ण विषय में प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा विशेष रूप से रूचि ली जा रही है और उनके कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार घर-घर तक स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के प्रति कटिबद्ध है। उन्होंने 20 से 25 फरवरी तक जनपदों में जनपद मुख्यालय से लेकर ब्लाक तथा ग्राम पंचायत स्तर तक इस जागरूकता सप्ताह के सफल आयोजन हेतु आवाहन करते हुए यह आशा व्यक्त की कि जनपद स्तर पर सभी अधिकारियों द्वारा अपने विशेष प्रयासों से ग्रामीण समुदाय की सहभागिता सुनिषिचत करते हुए इस सप्ताह का अत्यन्त सफलतापूर्वक आयोजन किया जायेगा।
इस अवसर पर सचिव ग्राम्य विकासअधिशासी निदेशक राज्य पेयजल एवं स्वछता मिशन श्री सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों पेयजल आपूर्ति व्यवस्था तत्सम्बनिधत चुनौतियों एवं उनके निराकरण हेतु मुख्य मदम उठाये जा रहे है। उन्होने बताया कि सुरक्षित पेयजल व जल संरक्षण से जुड़े मुददों पर समुदाय व परिवारों को अपेक्षित व्यवहार परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा सके तथा सुरक्षित पेयजल व जल संरक्षण के मुददों पर आवश्यक कार्यवाही हेतु गाँवपंचायत विकासखण्डजिला स्तर के सम्बनिधत अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों व मीडिया की प्रतिबद्धता सुनिशिचत की जा सके।
इस सप्ताह के दौरान जनपद, ब्लाक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों के संबंध में सचिव ग्राम्य विकास श्री सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने ग्राम्य विकास मंत्री को यह अवगत कराया कि राज्य, जिले, विकासखण्ड व पंचायतगाँव स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाना है, जिसके अन्तर्गत राज्य स्तर से रेडियो तथा टीवी पर विभिन्न कार्यक्रमों का प्रसारण, आंचलिक विज्ञान केन्द्र पर जन-जागरूकता सप्ताह के अन्तर्गत स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ पेयजल से जुड़े मुददों पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करने के साथ-साथ जिले स्तर पर होर्डिंग व बैनर द्वारा संदेशों का प्रचार-प्रसार, सिनेमा हाल के माध्यम से पेयजल से जुडे़ संदेशों का प्रचार-प्रसार तथा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के सभी शासकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विधालयों में गाँव स्तर से शुरू करके, विकास खण्ड व जिला स्तर तक चित्रकला, नारा लेखन, प्रश्नोत्तरी, निबंध व वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। अंत में उन्होंने पेयजल की जीवन दायक धरोहर को आने वाली पीढि़यों के लिए सुरक्षित एवं संरक्षित रखने की आवष्यकता पर विषेष रूप से बल दिया।
इस बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों के अतिरिक्त जनपद स्तर से मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी तथा अधिशासी अभियन्ता, उ0प्र0 जल निगम द्वारा प्रतिभाग किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com