Posted on 23 September 2012 by admin
विकास क्षेत्र धनपतगंत में अम्बेडकर गांवो व सामान्य ग्राम सभाओ में विगत पंचवर्षीय में बनायें गये शौचालयो में धांधली की गयी है परन्तु कागजी कोरम को दुरुस्त रखते हुए तत्कालीन खण्ड विकास अधिकारी व कर्मचारियो ने ग्राम प्रधानो से मिलकर अच्छी कमाई किया ।
विकास खण्ड धनपतगंज में गत पंचवर्षीय योजनाओं में शौचालय योजनाओं में ग्राम प्रधानो और ग्राम पंचायत अधिकारियों ने मिलकर धांधली कर सरकारी धन का दुरुपयोग करते हुए भारी घोटाला किया है । विकास खण्ड के अम्बेडकर गावों में मुख्यतया ऐंजर, नन्दरई, भरसडा तथा सामान्य गांवो मे चन्दौर, सतहरी, बिनगी, पीरो सरैया, पीपरगांव, हन्ना हरौरा में फर्जी शौचालय बनवा कर रुपया लिया गया है जबकि वास्तव वे शौचालय बने ही नही है और जो शौचालय बने भी है उनमें ५० प्रतिशत आधे शौचालयो में शीट के नीचे गढढे ही नही है सिर्फ शौचालय का ढांचा ही बनवाया गया है ।
ऐसा नही है कि शौचालयो का सत्यापन नही करवाया गया है । मैनेजमेन्ट टीमो ने मैनेज प्रक्रिया अपना कर भौतिक सत्यापन भी करवाया है परन्तु कागजो पर ही । यदि जनपदीय प्रशासन सक्रिय होकर गत पंचवर्षीय काल में निर्मित शौचालयो की जांच करवाये तो विकास खण्ड में लगभग ५० प्रतिशत फर्जी शौचालय मिलेगें और खुल सकता है शौचालय घोटाला । क्षेत्र के कांग्रेसी नेताओं ने क्षेत्र मे बने शौचालयों के जाच करवाये जाने की मांग की है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 23 September 2012 by admin
जनपद के वी०वी०आई०पी० रेलवे जंक्शन सुलतानपुर में अधिकारियों की मिली भगत से पेयजल सुविधा ट्रेन आने पर बन्द कर दिया जाता है । जिससे की पानी की बोतल बेची जा सके ।
यही नही अव्यवस्था का आलम यह है कि स्टेशन के प्लेटफार्म नं० १ व २ पर लगे स्टैम्प पोस्ट के टोटियां सूखी रहती है। वाटर कूलर तो हमेशा के लिये खराब कर दिया गया है । रेलवे के सूत्र बताते है कि स्टेशन पर अवैध वेन्डरो की भरमार ह,ै जो कि ट्रेन के यात्रियों को सड़े व बासी ब्रेड पकौडा व पूडी सब्जी मनमाने रेट पर बेचते है और तो और सिन्थेटिक दूध हिमालय मिल्क टयूब के दूध की चाय धडल्ले से बेची जा रही है जिसमें स्थानीय अधिकारियों की भारी धन वसूली जग जाहिर है । आर०पी०एफ०व जी०आर०पी०का इन वेण्डरो को खुला संरक्षण प्राप्त है । जब कोई यात्री पेयजल व दूषित खाद्य पदार्थ की वावत बोलता है तो जी०आर०पी० वाले अवैध वेण्डरो के समर्थन में उतर आते है । प्रत्यक्ष दर्षियों के अनुसार रेलवे पुलिस व राजकीय रेलवे पुलिस अनधिकृत पानी की बोतल खुले आम बिकवाते है। स्टेशन की अव्यवस्था की शिकायत स्थानीय दैनिक यात्रियों व समाज सेवियो ने उत्त्तर रेलवे के जनरल मैनेजर को फैक्स द्वारा षिकायती पत्र भेजा गया है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 23 September 2012 by admin
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि साम्प्रदायिक ताकतों की साजिशें बड़े पैमाने पर देश की एकता और अखण्डता को छिन्न विच्छिन्न करने की है, इसलिए वे अराजकता और असुरक्षा को बढ़ावा देते हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं वरिष्ठ सांसद प्रो0 रामगोपाल यादव के प्रति गुजरात के मुख्य मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का अहंकारी एवं तानाशाही का रवैया इसका एक प्रमाण है। गुजरात दंगे के समय जब प्रो0 रामगोपाल यादव वहाॅ जाना चाहते थे तो श्री नरेन्द्र मोदी ने न केवल सुरक्षा देने से मना कर दिया था अपितु यह धमकी भी दी कि वे अपनी जान जोखिम में डालकर जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं। स्पष्ट है कि श्री मोदी उनकी हत्या कराने का इरादा कर चुके थे। चूंकि समाजवादी धर्म निरपेक्षता के हामी हैं इसलिए साम्प्रदायिक तत्व उनसे नफरत करते रहे हैं। एक प्रमुख राजनीतिक दल के वरिष्ठ नेता के साथ ऐसा दुर्भावनापूर्ण इरादा, असभ्य, निन्दनीय एंव अलोकतान्त्रिक था। साम्प्रदायिकता की आग में हजारों मुसलमानों का कत्ल कर दिया गया। इन हत्याओं के गुनाह से वे बच नहीं सकते हैं। वैसे भी जो कालिख नरेन्द्र मोदी पर लगी है वह कभी भी साफ नहीं होने वाली है।
प्रो0 रामगोपाल यादव एक गंभीर राजनेता हैं। वे कभी अनर्गल या अतार्किक बयान नहीं देते हैं। उनका गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी संबंधी बयान आज की राजनीति के संदर्भ में गहरी चिन्ता का विषय है। हिंसा, साजिश और हत्या जैसे कुत्सित तरीकों के इस्तेमाल से मोदी और उनकी सहयोगी संस्थाएं देश की राजनीति को किस अंधेरी गुफा में ढकेल रही है, इस पर लोकतंत्र के सभी पक्षकारों को सोचना होगा। श्री यादव ने जिस खतरे की ओर संकेत किया है, वह गंभीरता से विचारणीय है।
समाजवादी पार्टी का मानना है कि आर0एस0एस0 और भाजपा द्वारा अगले प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी का नाम प्रस्तावित करने के पीछे देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंकने की साजिश है। गुजरात में श्री नरेन्द्र मोदी की मुस्लिम विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन बेस्ट बेकरी कांड, सोहराबुद्दीन मुठभेड़ कांड आदि की कलंकपूर्ण घटनाओं से हो चुका है। पूर्व कांगे्रस सांसद श्री अहसान जाफरी की निर्मम हत्या की कहानी आज भी सिहरन पैदा करती हैं। मा0 सर्वोच्च न्यायालय की दखल पर आज भी अदालतों में गुजरात दंगे के पीडि़तों की दर्द भरी दास्तानों पर सुनवाई हो रही है। अब तक गुजरात के कई मंत्री और अधिकारी जाॅच की चपेट में आ चुके हैं।
आर0एस0एस0 और भाजपा दोनों को जनता अस्वीकार करती जा रही है। उनकी गुजरात के प्रयोग को पूरे देष के पैमाने पर दुहराने की कोशिशें कभी सफल नहीं हो सकेंगी। समाजवादी पार्टी इस राय की है कि देश में विभिन्न समुदायों के बीच सौहार्द कायम रखकर ही देश की एकता अखण्डता बची रह सकती है। समाजवादी पार्टी जब मुस्लिमों के जानमाल और धार्मिक विश्वास की रक्षा की बात करती है तो यह तुष्टीकरण नहीं बल्कि राष्ट्रीय सद्भाव को बढ़ावा देने की नीति होती है। श्री मुलायम सिंह यादव धर्मनिरपेक्षता के इस देश में सबसे बड़े पक्षधर हैं और उनमें ही यह घोषणा करने का साहस है कि देश आस्था से नहीं संविधान से चलेगा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव प्रारम्भ से ही साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ जंग छेड़ने में अग्रणी रहे हैं। उनकी इस मुहिम के चलते ही उ0प्र0 में विघटनकारी ताकतें पस्त हुई हैं और केन्द्र में सत्ता पर काबिज होने का उनका सपना पूरा नही ंहो पाया है। श्री मुलायम सिंह यादव केन्द्र सरकार की मंहगाई एफ0डी0आई0 सम्बन्धी नीतियों का विरोध करते हुये भी सिर्फ धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए केन्द्र की संप्रग सरकार को समर्थन देते रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 23 September 2012 by admin
शिक्षा के मौलिक अधिकार कानून को लागू करने से पहले बच्चो के पुष्टाहार और स्वास्थय के मौलिक अधिकार को सुनिश्चित किता जाना चाहिए जोकि मानवाधिकार आयोग और श्रम विभाग के संयुक्त प्रयास से किया जाना चाहिए. यह बात आज माइंड शेयर द्वारा आयोजित बाल अधिकार सम्मलेन कि अध्यक्षता करते हुए विधान सभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय ने कही. उन्होंने अपने अनुभवों का उल्लेख करते ही कहा कि ज्यादा तर बच्चे इसलिए मजदूरी करने को मजबूर होते हैं क्यूँ कि उनका आर्थिक स्थिति दयनीय हनी के कारन उनको उचित पालन पोषण ही नहीं मिल पता. अतः वोह मजदूरी करके पेट भरने को बाध्य हैं. इस अवसर पर वक्ताओं ने बच्चों के अधिकारों के संरक्षण पर बाल दिया. सम्मलेन को संबोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय ने कहा बच्चो के अधिकारों का संरक्षण सर्कार का उत्तर दायित्व है. उन्होंने ने स्कूलों में बच्चो के अधिकारों की जाकरूकता की आवाक्श्यकता पर बाल देते ही कहा की आज ज़रूरी है की हर बच्चे को उसके अधिकार मालूम हो और उसका मौलिक मार्गदर्शन हो. उन्होंने कहा कि बच्चे उन्होंने कहा कि बाल श्रम प्रदेश कि एक मुख समस्या है. उत्तर उत्तर शासन द्वारा उनके संरक्षण और समग्र विकास के लिए १४ वर्ष तक शासन कि अनेक योजनायें चलायी जा रही है लेकिन समस्त बच्चो को इसका लाभ नहीं मिल पारहा है . अपने अध्यक्षीय भाषण में विधान सभा अध्यक्ष ने सभी से बाल श्रम के खिलाफ जनता को जागरूक होने की अपील करते हुए कहा की जनता जब बाल श्रम के खिलाफ जागरूक होगी तो तभी इस समस्सया का निदान संभव होगा.
माइंड शेयर द्वारा आयोजित बाल अधिकार सम्मलेन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन प्रोफेसर शांता सिन्हा ने उत्तर प्रदेश में बिना समय बिना समय व्यर्थ किये राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की स्थापना की जाने की मांग की. उन्होंने बाल श्रम को देश की प्रमुख समस्या बताते हुए कहा की सरकारों द्वारा इसपर लगाम लगाने के अनेक प्रयास किये जारहे हैं लेकिन इसका प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त नहीं हो पा रहा है क्यूंकि समाज से बाल श्राम प्रथा का पूर्न्यथा उन्मूलन नहीं हो पा रहा जैसा की शासन की मंशा है.
सम्मलेन को संबोधित करते हुए पूर्व राज्यपाल श्री सय्यद सिब्ते रजी ने बाल श्रम को देश की प्रमुख समस्या बताया. उन्होंने कहा की इनके अधिकारों को विभाग और कानून द्वारा संरक्षित तो किया गया है लेकिन जागरूकता की कमी और देश की आर्थिक स्तिथि के करक बाल श्रम आजभी देश की सबसे बड़ी समस्या है.
सम्मलेन को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग के सदस्य जस्टिस विष्णु सहाए ने बच्चों के मौलिक अधिकारों का उल्लेख करते हुए उनके अधिकारों के सम्मान पर बल दिया.
सम्मलेन में विशिष्ट अतिथि श्री लव वर्मा (प्रमुख सचिव, महामहिम राज्यपाल) ने बच्चो के विकास, संरक्षण और भागीदारी की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि यदि हम बच्चों के बचपन और उनके अधिकारों का संरक्षण करेंगे तो यह उनको सही रूप में उपहार होगा.
इस सम्मलेन को श्री जीतेन्द्र कुमार (सचिव, उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग) ने स्कूलें में मानवाधिकार के बारे में जागरूकता किये जाने कि आवश्यकता है. उन्होने उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग द्वारा किये जारहे कार्यों का भी उल्लेख किया.
सम्मलेन को यूनिसेफ की चीफ आदेल खुदर ने भी सम्भोदित किया. उन्होंने उत्तर प्रदेश के ग्रामीण शेत्रों में बच्चों की स्तिथि की जानकारी दी. उन्होंने जौनपुर और श्रावस्ती में अपने अनुभवों का उल्लेख भी किया. उन्होंने यूनिसेफ के मीना रेडियो के द्वारा बच्चों की भागीदारी और अभिव्यक्ति के लिए किये गए प्रयासों की जानकारी दी.
सम्मलेन के आयोजक श्री सय्यद जुल्फी और फादर पॉल रोड्रिक्स ने उपस्थित अतिथियों को धन्यवाद् ज्ञापित किया.
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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