भारतीय जनता पार्टी ने देश में बढ़ती मंहगाई और भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस के साथ समाजवादी पार्टी को बराबर का जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी की राज्य ईकाई के प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि लोकसभा चुनाव की आहट से भयभीत सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव केन्द्र सरकार व कांग्रेस के विरोध का ढ़ोग कर रहे है। उन्होंने कहा कि केन्द्र में यूपीए एक व दो की सरकार को लगातार सर्मथन देकर संकटमोचक का काम करने वाले सपा प्रमुख को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे केन्द्र की इस घोटालेबाज सरकार के साथ है कि नही ?
राज्य मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने सपा प्रमुख के कांग्रेस विरोध को हताशा व निराशा का परिणाम बताया। उन्होंने कहा यूपीए एक व दो की सरकारों को नोट फाॅर वोट, मंहगाई, भ्रष्टाचार सहित कई अन्य मुद्दो पर गिरने से बचाने में समाजवादी पार्टी की अहम भूमिका रही है। केन्द्र सरकार को लगातार सर्मथन दे रही सपा उसके सहयोगी दल के रूप में उ0प्र0 में सत्तारूढ़ है। देश की जनता ने देखा है कि 2जी स्पेक्ट्रम, काॅमनवेल्थ गेम्स सहित हर घपले घोटालों में कांग्रेस सरकार को बचाने मे सपा ने ’बी’ टीम के रूप में काम करते हुए भ्रष्टाचारियों को मदद पहुंचाने का काम किया। जनता जान गई है कि केन्द्र सरकार के काले कारनामों के लिए कांग्रेस के साथ-साथ सपा भी बराबर की दोषी है। इसलिए जनता के मन में सपा के प्रति नाराजगी बढ़ी है। इस बढ़ी नाराजगी से चिन्तित मुलायम सिंह यादव यूपीए के लाभ के साथ तो रहना चाहते है पर दिखावे के लिए ही सही विरोध की राजनीति भी करते रहना चाहते है।
श्री पाठक ने कहा कि उ0प्र0 में समाजवादी सरकार बनने के बाद से हाहाकार मचा हुआ है। पूरे प्रदेश में हत्या, लूट व बलात्कार की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। विकास कार्य ठप है। राज्य में सपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाली जनता अब सरकार के कारनामों से आक्रोशित है। सड़क पर जनता लुट रही है और थानों में पुलिस पिट रही है। यहां तक कि प्रदेश सरकार के कामकाज से नाखुश सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव भी जनहित की अनदेखी के लिए मंत्रियों के प्रति अपनी नाराजगी भी सार्वजनिक रूप से जाहिर कर चुके है। सर्वजन के सर्मथन से सत्ता मे आयी यह सरकार अल्पसंख्यक वाद की पराकाष्ठा कर रही है। योजनाओं के चयन से लेकर कार्यान्यवयन तक में भेदभाव हो रहा है। राज्य में वास्तविक अल्पसंख्यक भयभीत है। अराजकतत्वों द्वारा तोड़ी गयी मूर्तियों का संज्ञान सरकार के बजाय न्यायालय ले रहा है।
श्री पाठक ने कहा कि यूपीए सरकार को लगातार सर्मथन देकर बचाने वाले सपा प्रमुख अब केन्द्र सरकार के विरोध का नाटक कर जनता को धोखा देना चाहते है। उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख यदि वास्तव में केन्द्र सरकार की नीतियों से नाखुश है और मंहगाई व भ्रष्टाचार के लिए दोषी मानते है तो फिर राष्ट्रपति भवन जाकर यूपीए सरकार से समर्थन वापसी का पत्र क्यों नही सौप देते। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जनता अब कांग्रेस और सपा की मिलीभगत को जान गई है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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