Archive | August 13th, 2011

महिलाओं ने सीखे हर्बल प्रोडक्ट बनाने के वैज्ञानिक नुस्खे

Posted on 13 August 2011 by admin

cimap-women-trainees-img-54267सुगंधित तेलों के मिश्रण से तैयार असर कारक मच्छर भगाओ बाडी लोषन और घरेलू कीटों से निजात पाने के साथ-साथ घर को सुगंधित बनाने के लिए हर्बल पोंछा, फूलों के पाउडर से निर्मित सुगंधित अगरबत्ती और गुलाब की पंखुड़ियों से निकाला गया गुलाब जल अब सीमैप की प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से महिलायें बनाकर बाजार में उतार सकेंगी।  यह प्रयास निदेषक सीमैप प्रो. राम राजषेखरन के कुषल नेतृत्व में सीमैप के वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से संभव हो सकेगा।  इस दिषा में किये जा रहे प्रयास की श्रृंखला में पिछले दो दिन से सीमैप द्वारा आयोजित प्रषिक्षण कार्यक्र्रमों में लखनऊ व निकटवर्ती जिलों से आयी 22 महिलाओं ने उपरोक्त चारों प्रोडक्ट बनाने की विधि, उसमें लगने वाले कच्चे माल व विपणन व आर्थिक पहलुओं के बारे में सीखा व चर्चा की।  कार्यक्रम के समापन पर सीमैप द्वारा महिला प्रषिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा व उन्हें वैज्ञानिकों द्वारा आवष्वासन दिया गया कि जरूरत पड़ने पर वे आगे भी सीमैप आकर तकनीकी जानकारी ले सकते हैं।  सीमैप के वैज्ञानिकों डा. दिनेष कुमार, डा. बंसल, श्री सुदीप टंडन व उनके सहयोगियों ने व्याख्यानों एवं प्रैक्टिकल के द्वारा प्रषिक्षणार्थियों को जानकारी दी।  प्रौद्योगिकी हस्तांतरण विभाग के विभागाध्यक्ष डा. ए.के. सिंह ने बताया कि सीमैप द्वारा निर्मित प्रोडक्ट गुणवत्तायुक्त व प्रभावी होने के कारण उनकी मांग दिनों दिन बढ़ रही है। इन प्रोडक्ट्स के निर्माण में महिलायें कम पूंजी में भी कार्य शुरू कर सकती हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

जनपद हरदोई का कृषि बीज कई जिलों की पहली पसंद है

Posted on 13 August 2011 by admin

उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम की ओर से पिहानी क्षेत्र के इटारा गांव मंे यह सयंत्र लगाया गया। बीज विधायक सयंत्र को तैयार होने पर इसका बीज कई जिलों में सप्लाई होता है। यहां का बीज बाहर के किसानों में काफी लोकप्रिय है इस बार यह बीज साठ हजार कुंटल का लक्ष्य रखकर तैयार किया जा रहा है। जिसमंे अभी तक 36 हजार का ही आंकड़ा अभी पार कर पाया हैं तत्कालीन कृषि मंत्री और क्षेत्रीय नेता डा. अशोक बाजपेई के प्रयासों से यह सयंत्र 2006 से यहां पर उत्पादन कर रहा है। इसके वर्तमान में प्रभारी अधिकारी ऋषि कपूर बताते है कि बीजों के अभिजनक मंगवाकर पंजीकृत किसानों द्वारा बीज का उत्पादन करवाते है। बीज की जांच के बाद उत्पादक किसान को 1200 रूपए कुंटल की दर से देकर भुगतान की पहली किस्त दे दी जाती है। शेष का भुगतान कीमत के अनुसार बाद मंे किया जाता है। जिसमंे केंद्र सरकार का डेढ़ सौ रूपए का बोनस भी मिलता हैं इस समय 340 किसान यहां पर पंजीकृत है। बीज की पैकिंग के बाद यह गोदाम मंे जमा किया जाता है। और बीज निगम के आदेश पर यह बाहर जिलों में भेजा जाता हैं बीज विधायन सत्र अप्रैल से नवंबर तक चलता हैं यहां पर बनने वाला बीज लखीमपुर, सीतापुर, बनारस, उन्नाव, बाराबंकी सहित कई जिलों की किसानों की पहली पसंद है। क्षेत्रीय किसान इस सयंत्र अपना भाग्य बताते है और समयावधि का इंतजार करते है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

August 2011
M T W T F S S
« Jul   Sep »
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  
-->









 Type in