Archive | October, 2014

नकली नारे देकर जनता से छल करने वाले बहुत दिनों तक देश, प्रदेश में सरकार बनाने का हक हासिल नहीं कर पायेंगे।

Posted on 18 October 2014 by admin

नकली नारे देकर जनता से छल करने वाले बहुत दिनों तक देश, प्रदेश में सरकार बनाने का हक हासिल नहीं कर पायेंगे। उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी की सरकार में चंद नेताओंए उनके क्षेत्रों का विकास हो रहा है। किसान, नौजवान, गरीबों के हक पर खुले आम डाके डाले जा रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता सत्ता केन्द्रित भ्रष्टाचार पर चुप नहीं बैठेंगे। यह विचार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा0 निर्मल खत्री ने शास्त्री चैक पर पूर्वान्चल बचाओ प्रदर्शन को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुये व्यक्त किया।
प्रदेश की सपा सरकार को किसान, नौजवान विरोधी बताते हुये डा0 खत्री ने कहा कि समाजवाद का रास्ता कुछ लोगों के हितों तक सिमट गया है वरना बस्ती और मुण्डेरवा की चीनी मिल बंद न होने पाती। गन्ना किसान भुगतान के लिये भटक रहे हैं, गन्ने की फसल खेतों में तैयार है किन्तु चीनी मिलें चलने का नाम नहीं ले रही है। भ्रष्टाचार और घोर राजनीतिक अवसरवाद ने उत्तर प्रदेश के प्रगति चक्र को पिछले चक्र को पिछले 22 वर्षो से रोके रखा है। डा0 खत्री ने कांग्रेसजनों का आवाहन किया कि वे अन्याय, अत्याचार, उत्पीड़न के सवाल को लेकर संघर्ष की धार तेज करंे। बस्ती के शास्त्री चैक से निकली हुंकार केन्द्र और प्रदेश की सरकार को सोचने पर विवश कर दें।
प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर पूर्वान्चल बचाओ प्रदर्शन में हजारों लोगों को  सम्बोधित करते हुये कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी ने कहा कि भाजपा ने सपने दिखाकर वोट तो हासिल कर लिया किन्तु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उद्योगपतियों और अमीरों के इशारे पर काम कर रहे हैं। मंहगाई कागज में घटायी जा रही है और उद्योगपति देश की नीतियां तंय करने लगे हैं। मनरेगा के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। यह सरकार गरीबों का भला नहीं कर सकती। कहा कि कांग्रेसजन पूरी ताकत से  अन्याय का प्रतिकार करें।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि केन्द्र में सरकार बनाते ही मोदी सरकार ने रेल का किराया 16 प्रतिशत मंहगा कर दिया, माल भाड़े में 6 प्रतिशत वृद्धि हो गयी और यह सरकार मंहगाई भ्रष्टाचार रोकने का ढोंग कर रही है। मोदी का सच बहुत जल्द सामने आ जायेगा। पाकिस्तान और चीन की सीमायें असुरक्षित हो गयी है, गरीबों का कोई पुरसाहाल नहीं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जमीनी संघर्ष कर गरीबों के हक की लड़ाई तेज करनी होगी।
प्रदर्शन से पहले कांग्रेस के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र प्रताप पाण्डेय के नेतृत्व में नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। प्रदर्शन स्थल पर उप जिलाधिकारी सदर को 12 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। कांग्रेस नेताओं और उमड़े जनता जर्नादन का स्वागत करते हुये वीरेन्द्र प्रताप पाण्डेय ने कहा कि बस्ती की धरती से कांग्रेस ने गरीबों, किसानों, नौजवानों के हक को लेकर संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। कहा कि पूर्वान्चल की समस्यायें जब तक दूर नहीं होती चरणबद्ध आन्दोलन जारी रहेगा।
यह जानकारी देते हुये कांग्रेस के जिला बस्ती के प्रवक्ता प्रेमशंकर द्विवेदी ने बताया कि शास्त्री चैक पर आयोजित पूर्वान्चल बचाओ प्रदर्शन को युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बाबा तिवारी, प्रदर्शन प्रभारी ईश्वर चन्द्र शुक्ल, द्विजेन्द्रराम त्रिपाठी,  कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामदास वर्मा, डा0 बी.एल.चैबे, ठाकुर प्रसाद तिवारी, परवेज अहमद, सैय्यद जमाल अहमद, विधायक अजय कुमार लल्लू, चन्द्रशेखर सिंह, अजय सिंह, अनुज कुमार सिंह, आलोक प्रसाद, राघवेन्द्र सिंह राकेश, सुरेन्द्र यादव, अफसर अहमद, अम्बिका सिंह, राम जियावन आदि ने सम्बोधित करते हुये बस्ती की बंद चीनी मिलों को चलाने के लिये निर्णायक संघर्ष का आवाहन किया। (फोटो संलग्न है)

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने निर्देश दिए

Posted on 18 October 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने निर्देश दिए हैं प्रदेश के औद्योगिक विकास के साथ-साथ हस्तशिल्प को बढ़ावा देने, हस्तशिल्पियों के जीवन स्तर में सुधार लाने तथा प्रदेश के परम्परागत हस्तशिल्प उद्योग को नया आयाम एवं संरक्षण प्राप्त कराने के लिए हस्तशिल्पों के प्रोत्साहन हेतु ‘‘उत्तर प्रदेश हस्तशिल्प प्रोत्साहन नीति-2014’’ बनाई जाय। प्रस्तावित नीति के अनुसार प्रदेश के समस्त जिलों में वास्तविक सर्वेक्षण कराया जायेगा तथा हस्तशिल्पियों का पंजीयन कराकर उन्हें पहचान-पत्र दिलाया जायेगा। कुशल हस्तशिल्पियों कोे चिन्हांकित कर उन्हें मास्टर क्राफ्टमैन के रूप में पंजीकृत किया जायेगा और उनके माध्यम से नये क्राफ्टमैन विकसित किये जायेंगे। एक अभियान चलाकर हस्तशिल्पियों को बैंकों से ‘‘ आर्टीजन क्रेडिट कार्ड’’ की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। हस्तशिल्पियों द्वारा ‘‘ आर्टीजन क्रेडिट कार्ड’’ से प्राप्त बैंक ऋण के लिए ब्याज अनुदान की एक नयी योजना चालू की जायेगी। हस्तशिल्पियों की आवश्यकतानुसार वैकल्पिक कच्चे माल विकसित करने के लिए अनुसंधान एवं तकनीकी संस्थाओं का सहयोग लिया जायेगा। हस्तशिल्प उत्पादन, कौशल विकास, कच्चे माल की उपलब्धता, उत्पादों के लिए वेयर हाउस की सुविधा आदि की सुसज्जित इन्टीगे्रटेड पार्क की स्थापना निजी क्षेत्र के सहयोग से की जायेगी। हस्तशिल्प उत्पादों के प्रदर्शन एवं विपणन के लिए सूचना तकनीकी का प्रयोग करते हुए ‘‘उ0प्र0 हस्तशिल्प’’ का पोर्टल विकसित किया जायेगा।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में ‘‘उत्तर प्रदेश हस्तशिल्प प्रोत्साहन नीति-2014’’  तैयार किये जाने हेतु बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प को पर्यटन से जोड़ते हुए हस्तशिल्प बाहुल्य स्थानों को पर्यटन केन्द्रों के रूप में विकसित किया जायेगा। हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित माल के प्रदर्शन एवं विपणन हेतु लखनऊ में एक उच्चस्तरीय हैण्डीक्राफ्ट मार्ट की स्थापना करायी जायेगी। लखनऊ के अलावा प्रदेश के अन्य जनपदों, मण्डलों एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर निजी क्षेत्र में अथवा पी0पी0पी0 मोड में हैण्डीक्राफ्ट मार्ट की स्थापना की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विशिष्ट हस्तशिल्पों को अन्तर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने हेतु भौगोलिक सूचकांक दिलाया जायेगा। विभिन्न प्रचलित योजनाओं में हस्तशिल्पियों के लिए उच्चकोटि की अवस्थापना सुविधाओं के विकास को प्राथमिकता दी जायेगी। हस्तशिल्प उत्पादन में वृद्धि के लिए टूल्स एवं तकनीकी विकास को बढ़ावा दिया जायेगा। अत्याधुनिक तकनीकी विकास से सुसज्जित कामन फैसेलिटी सेन्टर विकसित किये जायेंगे। उत्पादों की डिजायनों में विविधता एवं पैकेजिंग को बाजारोन्मुखी बनाने की व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जायेगा। हस्तशिल्पियों के कौशल विकास हेतु विशेष प्रयास यथा-प्रशिक्षण एक्सपोजर विजिट आदि का आयोजन कराया जायेगा।
श्री रंजन ने कहा कि हस्तशिल्प उत्पादों के प्रचार-प्रसार एवं ब्राण्ड प्रमोशन के लिए प्रयास किये जायेंगे। प्रदेश के हस्तशिल्प के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु एक ‘‘ काॅफी टेबल बुक’’ तैयार की जाय, जो देश एवं प्रदेश के पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों में प्रदर्शित की जायेगी। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प विशेष के लिए क्राफ्ट -विलेज निजी क्षेत्र के सहयोग से विकसित किये जायेंगे। प्रदेश के हस्तशिल्पियों का हस्तशिल्प क्षेत्र से जुड़े डिजाईनरों, व्यवसायिओं एवं निर्यातकों से इन्टरफेस कराकर हस्तशिल्प विपणन को बढ़ावा दिया जायेगा। अन्तर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय हस्तशिल्प मेलों, लोक-कला मेलों में प्रदेश के हस्तशिल्प उत्पादों का अधिकाधिक प्रदर्शन करते हुए सहभागिता सुनिश्चित करायी जायेगी। प्रदेश के हस्तशिल्पियों के लिए बायर-सेलर मीट एवं कार्यशाला का आयोजना कराया जायेगा। हस्तशिल्प का कार्य परम्परागत रूप से पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ने वाला व्यवसाय होता है। परिवार के नये पीढ़ी के लोग लगातार सम्पर्क एवं उनके साथ कार्य करते रहने के कारण स्वतः दक्ष हो जाते है। आधुनिकी लाने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। अतः हस्तशिल्पियों को उच्च स्तर के प्रशिक्षण की व्यवस्था करायी जायेगी। हस्तशिल्पियों के लिए प्रदेश सरकार के सामान्य सुविधा एवं प्रशिक्षण केन्द्र (कामन फैसिलिटी सेन्टर) को आधुनीकृत करते हुए पेशवर तरीके से संचालित कराया जायेगा। इसके अतिरिक्त निजी क्षेत्र में भी हस्तशिल्प से सम्बन्धित सामान्य सुविधा एवं प्रशिक्षण केन्द्रों को प्रोत्साहित किया जायेगा। हस्तशिल्प पुरस्कार योजना का दायरा बढ़ाया जायेगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित हस्तशिल्प पेंशन योजना को और उदार बनाया जाय। हस्तशिल्पियों को सामूहिक  स्वास्थ्य बीमा योजना से अधिक से अधिक आच्छादित किया जायेगा। हस्तशिल्पियों की समस्याओं के निराकरण एवं उनके विकास व उत्थान के लिए एक आर्टीजन वेलफेयर बोर्ड का गठन किया जायेगा जिसमें हस्तशिल्प के व्यवसाय में लगे हुए व्यापारियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जायेगी। बच्चों को प्रदेश की हस्तशिल्प के गौरवशाली इतिहास एवं वर्तमान प्रास्थिति के महत्व की जानकारी देने के लिए पाठ्य पुस्तकों में हस्तशिल्प का एक चैप्टर शामिल किया जायेगा। प्रदेश में हस्तशिल्प संग्रहालय की स्थापना की जायेगी। प्रदेश में एक डिजाईन विश्वविद्यालय की स्थापना की जायेगी। उ0प्र0हस्तशिल्प विपणन एवं विकास निगम के माध्यम से हस्तशिल्प उत्पादों के व्यवसाय को बढ़ावा दिया जायेगा। सूक्ष्म, लघु एंव मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग, उत्तर प्रदेश शासन नीति के क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण के लिए नोडल विभाग होंगे। इस नीति के क्रियान्वयन के लिए सभी सम्बन्धित विभागों द्वारा आवश्यकतानुसार शासनादेश निर्गत किये जायेंगे। यदि नयी नियमावली बनायी जानी है तो उसे शीघ्र तैयार किया जायेगा। यदि पुरानी किसी नियमावली में किसी संशोधन की आवश्यकता होगी तो उसेे संशोधित किया जायेगा।
बैठक में प्रमुख सचिव, लघु उद्योग श्री महेश कुमार गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चैधरी ने बताया कि

Posted on 18 October 2014 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चैधरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के केन्द्रीय कार्यकारी मंडल की हो रही बैठकों का जो एजेण्डा सामने आया है, उससे यही लगता है कि प्रदेश कों शांति और विकास का जो माहौल बना है, उसे बिगाड़ने की साजिशों को अंतिम रूप दिया जाना हैं। सामाजिक सद्भाव में बिगाड़ने के लिए ही इसके एजेण्डा में धर्मान्तरण इसाई मिशनरियों की घुसपैठ जैसे मुद्दे रखे गए है।
समाजवादी पार्टी ही प्रदेश में सांप्रदायिकता के खिलाफ मोर्चा लेती रही है।      श्री मुलायम सिंह यादव ने “देश संविधान से चलेगा, आस्था से नहीं“ का एलान कर धर्मनिरपेक्षता को मजबूत करने का काम किया है। समाज के दबे-कुचले गरीब, किसान और अल्पसंख्यक श्री मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व के प्रति भरोसा रखते हैं कि उनके रहते कोई भी अल्पसंख्यकों का बाल बांका नहीं कर सकता है। समाजवादी पार्टी की सरकार मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में लोकतंत्र और समाजवाद के साथ विकास की दिशा में कार्य कर रही है। यह काम सामाजिक सौहार्द में सम्भव है।
समाजवादी सरकार ने प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में जो कदम उठाए हैं उससे बौखलाए भाजपा-आरएसएस के लोग कभी लवजिहाद तो कभी कानून व्यवस्था और कभी धर्मान्तरण के मुद्दे उठाकर जनता को भ्रमित करने की साजिशों में लग गए है। लखनऊ में उनका जमावड़ा नफरत फैलाने की मंशा से हो रहा है। साजिश रचनेवाले ये तब बेनकाब हो गए जब मेरठ और बदायूॅ के जरिए सरकार को बदनाम करनेवालों की कलई खुल गई है।
समाज और राजनीति में आरएसएस और भाजपा की भूमिका हमेशा विघटनकारी की रही है। विभिन्न समुदायों के बीच विद्वेष और नफरत की भावना पैदा करने में इनको महारत है। चूॅकि उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक ताकतों को अपने बुरे दिन आने का भरोसा हो चला है। वे अब नई चालें चलकर समाज को तोड़ने की साजिशें करना चाहते हैं। लेकिन समाजवादी सरकार के रहते वे कभी भी अपने कुत्सित इरादों में सफल नहीं हो सकेगें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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आज जन पैरवी मंच व आपदा निवारक मंच द्वारा प्रेस क्लब में पीडि़त परिवारों की प्रेसवार्ता आयोजित की गई।

Posted on 16 October 2014 by admin

आज जन पैरवी मंच व आपदा निवारक मंच द्वारा प्रेस क्लब में पीडि़त परिवारों की प्रेसवार्ता आयोजित की गई। दरअसल बुन्देलखण्ड में लगातार किसानों की त्रासदी जारी है, जिसका विकृत रूप पहले कर्ज फिर आत्महत्या के रूप में सामने आ रहा है। इस वर्ष सैकड़ों की संख्या में किसान आत्महत्या कर चुके हैं, और ये घटनाऐं प्रशासनिक असंवेदनशीलता और प्रभावी कार्यक्रम के अभाव में लगातार जारी है। सूखा, अनिश्चित बारिश, फसल¨ं के लगातार नुकसान, सिंचाई सुविधा का अभाव, खेती और दूसरे कार्यों के लिये लिये गये कर्ज, सामाजिक स्थिति का पतन और परिवार के भविष्य की चिन्ता ने किसानों को आत्महत्या के लिये मजबूर कर दिया है। सभी जिले लगातार सूखे से प्रभावित हैं। जिसकी वजह से भुखमरी, आत्महत्या, पलायन और यहाँ तक कि अपनी औरतों और बच्चों को गिरवी रखने जैसी शर्मनाक घटनायें सामने आई हैं।
क्षेत्र के अधिकाँश किसान, खेतिहर और मजदूर स्थित में सुधार न होने के कारण लगातार कर्जदार होते चले गये, जिसके कारण उनके लिये इस गरीबी के दुष्चक्र से बाहर आना मुश्किल हो गया है। इन परिस्थितियो के बावजूद अभी तक पीडि़त परिवारों को कोई राहत नहीं मिली है। बढ़ती आत्महत्याओं के लिए अनेक दीर्घकालीन चक्रीय कारण दोषी हैं, और इसके लिए एक दीर्धकालीक योजना की जरूरत है। लेकिन अभी तात्कालिक आवश्यकता आपदा पीडि़त परिवारांे को तत्काल राहत देते हुए उन्हे पलायन और आत्मह्त्या जैसे आत्मघाती कदम उठाने से रोकने की है।
अजय श्रीवास्तव (साई ज्योति संस्थान, ललितपुर) ने कहा कि सूखे की लगातार विभीषिका से जूझ रहे बुन्देलखण्ड को राह्त देने के लिये 2009 में “बुन्देलखण्ड राहत पैकेज” की घोषणा की गई। जिसमें कुल 7266 करोड में से 3506 करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश को आवंटित किये गये। इसको तीन वर्षों से अमल में लाया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत जल संसाधनों के विकास, आजीविका को बढावा देने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के विकास के प्रावधान किये गये हैं। इसमें सर्वाधिक प्राथमिकता जल प्रबंधन, नई सिंचाई परियोजनाओं और पुरानी सिंचाई परियोजनाओं के संरक्षण पर दिया गया है। यह सभी कार्य मार्च २०१२ तक सम्पन्न कर लिये जाने थे, लेकिन हालातों की गम्भीरता को देखते हुये इसे २०१७ तक विस्तारित कर दिया गया। दुर्भाग्य से सरकार और जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता की वजह से “बुन्देलखण्ड राहत पैकेज” केवल 43ण्89 प्रतिशत ही इस्तेमाल किया जा सका और इस बदहाल स्थिति के बावजूद बुन्देखण्ड में अभी भी सरकारी विभाग, सेवा प्रदाता, वित्तीय संस्थान, पंचायतीराज संस्थायें एवँ सम्बन्धित विभाग संतोषजनक्तरीके से काम नहीं कर रहें हैं।
प्रेसवार्ता को प्रमुख रूप से सोनू सहारियासे सोनू सहारिया, कलावती, गिरजा देवी, (जिनके पति ने आत्महत्या की है) द्रौपदी देवी, (जिनके पति ने आत्महत्या की है) जयराम आदि के साथ बाला प्रसाद, सरीला, हमीरपुर, जगजीवन राम इंगोहटा, हमीरपुर, सुश्री रजनी देवी-मनीपुर,नरैनी-बांदा, त्रिभवन सिंह तेंदुरा-अर्तरा- बांदा, जयराम तेंदुही अर्तरा-बांदा, बलराम अर्तरा-बांदा, सुश्री कलावती मड़वारी, ललितपुर, सोनू डुंगारिया ललितपुर आदि पीडि़त परिवारीजनों अपने सम्बन्धियों की आत्महत्या का हाल बयान किया ।
कार्यक्रम में एक्शनएड, विद्या धाम समिति बांदा, साई ज्योति संस्थान ललितपुर, समर्थ फाउन्डेशन हमीरपुर, एम-लखनऊ आदि संगठनों के लोग शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन राजा भैया (संयोजक, आपदा निवारक मंच) ने किया।
सभी साथियों की तरफ से निम्नलिखित मांग की गई।
1ण्    सरकार द्वार वर्तमान आपदा से हुये नुकसान का तुरन्त आकलन किया जाये
2ण्    नुकसान के वास्तविक आकलन होने तक तत्काल अंतरिम सहायता प्रदान की जाये।
3ण्    मनरेगा के अन्तर्गत, आपदा प्रभावित क्षेत्रो में रोजगार और आय के लिये तत्काल कार्य आरम्भ कराया जाये।
4ण्    प्रभावित परिवारों को तत्काल बी०पी०एल० कार्ड प्रदान किया जाये।
5ण्    सार्वजनिक वितरण प्रणाली, समेकित बाल विकास योजना, मध्यान्न भोजन योजना जैसे सामाजिक कल्याण योजनाओं को तुरन्त पीडि़त परिवारों तक पहुंचाया जाये।
6ण्    पलायन करने वाले परिवारों के कौशल प्रशिक्षण द्वारा स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान किया जाये।
7ण्    आपदा पीडि़त किसान परिवारों को विशिष्ट अनुदान द्वारा खेती के अनाजों पर सब्सिडी प्रदान की जाये।
8ण्    आजीविका के वैकल्पिक साधनों यथा पशुपालन, मछलीपालन, कुक्कुट पालन आदि का विकास किया जाये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने बताया है

Posted on 16 October 2014 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने बताया है कि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने समाजवादी मजदूर सभा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर श्री रामगोपाल पुरी, एम-66 किदवई नगर, कानपुर को नामित किया है।
श्री रामगोपाल पुरी से अपेक्षा की गई है कि पार्टी के संविधान के अनुसार मजदूर सभा की राज्य कार्यकारिणी गठित कर अनुमोदन हेतु 15 दिन के अन्दर प्रस्तुत करेगें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मृदा स्वास्थ्य एवं उर्वरता मंे सुधार से ही फसल उत्पादकता मंे वृद्धि संभव- डा. सोलोमन

Posted on 16 October 2014 by admin

दुनियाँ मंे हर जीव को आराम चाहिए लेकिन मृदा बिना आराम किए सतत अपनी उर्वरा गुण फसल को प्रदान करते हुए उत्पादन मंे अहम योगदान देते रहती है। आज समय आ गया है कि हम मृदा की खराब होती उर्वरा एवं स्वास्थ्य पर गंभीर हों तथा इसमंे सुधार के लिए संस्तुत तकनीक के प्रग्रहण को सुनिश्चित करें। यह विचार आज भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. सुशील सोलोमन ने मृदा उर्वरता एवं फसल उत्पादकता मंे वृद्धि हेतु समेकित पोषक प्रबन्धन विषय पर आठ दिवसीय आदर्श प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए व्यक्त किये। डा. सोलोमन ने कहा कि मृदा की उर्वरता मंे लगातार कमी हो रही है तथा मृदा मंे कार्बन की मात्रा कुछ क्षेत्रों मंे निम्न स्तर (0.25ः) तक पहुँच गयी है जो गन्ना उत्पादन के साथ अन्य फसलों कि उत्पादकता के लिए बिल्कुल निराशाजनक स्थिति है। आज आवश्यकता है कि कृषकों को रासायनिक उर्वरकों के साथ कार्बनिक पदार्थ, जैविक खाद, हरी खाद, फसल अवशेषों को खेतों मंे प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जाए। शोध संस्थानों ने सामेकित पोषक प्रबधंन तकनीक का विकास तो कर लिया है, परन्तु इन तकनीकों का कृषको द्वारा भरपूर प्रयोग नही हो रहा है जिस कारण मृदा उर्वरता मंे लगातार कमी हो रही है तथा स्वास्थ्य भी चिंता जनक स्थिति मंे पहुँच गयी है। आज आवश्यक है कि राज्यों के कृषि विकास विभागों मंे कार्यरत अधिकारियों को सबसे पहले इन तकनीकों पर प्रशिक्षित कर उन्हे कृषकों के बीच तकनीकों को लोकप्रिय करने के लिए प्रेरित किया जाए। इसी संदर्भ मंे इस 8 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (अक्टूबर 13-20, 2014) का आयोजन किया जा रहा है जिसमंे उत्तर प्रदेश कृषि विभाग, गन्ना विकास विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों के प्रशिक्षणार्थीं भाग ले रहे है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रसार निदेशालय, कृषि एवं सहकारिता विभाग, कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रयोजित किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक डा. सुधीर कुमार शुक्ला, प्रधान वैज्ञानिक ने बताया कि इस प्रशिक्षण मंे समेकित पोषक प्रबधंन से सम्बधिंत सभी विषयों सहित गन्ना खेती मंे मशीनीकरण, बारानी खेती, वर्मी कम्पोस्टिंग, कीट एवं रोगों का जैविक प्रबधंन, सूक्ष्म पोषक तत्व तथा कमी के लक्षण जैविक खेती की संभावनाएं एवं तकनीक पर चर्चा की जाएगी। संस्थान के मीडिया प्रभारी एवं प्रधान वैज्ञानिक ने बताया कि गन्ना उत्पादन के  लिए मृदा स्वास्थ्य प्रबधंन तथा समेकित पोषक तत्व प्रबंधन वर्तमान समय मंे एक ज्वालंत विषय है जिस पर संस्थान विभिन्न तकनीकों का विकास किया है तथा इन तकनीकों को खेतों तक पहुँचानें के लिए संस्थान गम्भीर प्रयास कर रहा है इसी श्रृंखला मंे चीनी मिलो के गन्ना विकास कार्यकर्ताओं, गन्ना विकास विभाग के अधिकारियों तथा प्रगतिशील किसानों के लिए अनेको प्रशिक्षण कार्यक्रम के साथ विचार विमर्श सत्र का आयोजन किया जाता है। संस्थान द्वारा चीनी मिल क्षेत्रों मंे मिट्टी जांच अभियान चलाकर मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाने पर कार्य किया जा रहा है। उत्पादन तकनीकों पर तकनीकी सूचनाओं को किसानों तक जल्द पहुँचाने के लिए प्रचार प्रसार एवं सूचना के आधुनिक तकनीकों का प्रयोग आज के वर्तमान संदर्भ मंे अपरिहार्य हो गया है, इस विषय पर प्रशिक्षणार्थीयों को सैद्धान्तिक एवं प्रयोगिक जानकारी देने के लिए विशेष सत्र का भी आयोजन किया जाएगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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‘लमही’ सम्मान तारिक छतारी को मिलेगा

Posted on 16 October 2014 by admin

हिन्दी की प्रतिष्ठित पत्रिका ‘लमही’ की ओर से वर्ष 2013 के लिए ‘लमही सम्मान’ उर्दू के मशहूर अफसाना निगार तारिक छतारी को प्रदान किये जाने का निर्णय वरिष्ठ अफसाना निगार सलाम बिन रजाक की अध्यक्षता में समालोचक इलियास शौकी और प्रोफेसर सगीर अफराहीम की निर्णायक समिति ने लिया है।
‘लमही’ पत्रिका के प्रधान सम्पादक एवं सम्मान संयोजक विजय राय ने आज यहां बताया है कि प्रतिवर्ष कथा साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया जाने वाला ‘लमही सम्मान’ लगातार दो वर्ष हिन्दी कथाकार को और उसके बाद एक वर्ष उर्दू के अफसाना निगार को दिया जाता है। तारिक छतारी से पूर्व उर्दू के लिये ये सम्मान साजिद रशीद को प्रदान किया गया था। श्री राय ने बताया इस बार लमही सम्मान 09 नवम्बर को अलीगढ़ में प्रदान किया जायेगा। इस सम्मान में 15 हजार रुपये, अंगवस्त्रम् और प्रतीक चिन्ह प्रदान किया जाता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मुख्यमंत्री ने आई.टी. सिटी, आई.आई.आई.टी. तथा मेदान्ता-अवध सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का शिलान्यास किया

Posted on 16 October 2014 by admin

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज सी.जी. सिटी चक गंजरिया में आई.टी. सिटी, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.आई.टी.) तथा मेदान्ता-अवध सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से जहां बड़ी संख्या में रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे, वहीं उत्तर प्रदेश का महत्व भी बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रदेशों की सरकारें अपने राज्यों के विकास के लिए निवेश आकर्षित करने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन पिछले ढाई साल में उत्तर प्रदेश में इस दिशा में जो प्रयास किए गए वैसे प्रयास इतने बड़े पैमाने पर कहीं और नहीं किए गए। उन्होंने भरोसा जताया कि आज जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है ये अगले ढाई साल में बनकर तैयार हो जाएंगी और इनका लाभ जनता को मिलने लगेगा। उन्होंने कहा कि लखनऊ की गरिमा एवं जरूरत के हिसाब से जहां राज्य सरकार मेट्रो जैसे आधुनिक सार्वजनिक यातायात के साधन के लिए काम कर रही है, वहीं डेयरी प्लाण्ट भी स्थापित कराए जा रहे हैं। साइकिल को वैट के दायरे से बाहर किया गया।
उत्तर प्रदेश को एक बड़ा प्रदेश बताते हुए श्री यादव ने कहा कि जब तक यहां शिक्षा, स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाओं के विकास के आँकड़े ठीक नहीं होेंगे, तब तक देश की छवि ठीक नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार ने इतने कम समय में जितने फैसले लिए हैं उतने फैसले किसी अन्य राज्य की सरकारों ने नहीं लिए हैं। 15 लाख छात्र-छात्राओं को निःशुल्क लैपटाॅप का वितरण किया गया। इतने बड़े पैमाने पर लैपटाॅप खरीदने और वितरण में किसी भी स्तर से भ्रष्टाचार की शिकायत नहीं मिली। इसी प्रकार किसानों को मुफ्त सिंचाई की सुविधा प्रदान की गई। प्रदेश के सभी जनपद मुख्यालयों को फोरलेन की सड़कों से जोड़ने जैसी कई अन्य योजनाएं तेजी से चलाई जा रही हैं। उन्हांेने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने वित्तीय संसाधनों से प्रदेश की राजधानी को देश की राजधानी से जोड़ने का प्रयास कर रही है। राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्याें का असर आने वाले समय में दिखाई पड़ेगा। उन्होंने एच.सी.एल. आई.टी. कम्पनी के संस्थापक श्री शिव नाडर एवं मेदान्ता अवध हाॅस्पिटल के संस्थापक डाॅ0 नरेश त्रेहन के कार्याें की प्रशंसा करते हुए कहा कि इनके प्रयासों से उत्तर प्रदेश की जनता को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।
विधानसभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद ने आज के दिन को प्रदेश के इतिहास का महत्वपूर्ण दिन बताते हुए कहा कि प्रदेश में निवेश का कार्य निश्चित रूप से सराहनीय है। इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार की नीतियों की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि आगे अन्य क्षेत्रों में भी निवेश के प्रस्ताव प्राप्त होंगे।
इस मौके पर नगर विकास मंत्री श्री मो0 आजम खां ने कहा कि उत्तर प्रदेश दुनिया में अनोखा प्रदेश है। जहां तमाम विविधताओं और विषमताओं के बावजूद विकास का कार्य हो रहा है। उन्होंने प्रदेश के पिछड़ेपन के लिए पिछली राज्य सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने सभी क्षेत्रों में गरीबों, महिलाओं एवं किसानों के लिए पर्याप्त काम किए हैं। उन्होंने निःशुल्क लैपटाॅप वितरण, बेरोजगारी भत्ता, कन्या विद्याधन योजना, पढे़ बेटियां-बढे़ बेटियां आदि योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि मेदान्ता अवध हाॅस्पिटल के बनने से गरीबों को भी इलाज में सुविधा मिलेगी, वहीं आई.टी. सिटी की स्थापना से नौजवानों को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों में शिव नाडर संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम को सम्बोधित करने वालों में सांसद श्रीमती जया बच्चन, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन, तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री शिवाकान्त ओझा, राजस्व परिषद के अध्यक्ष श्री जावेद उस्मानी प्रमुख सचिव श्री आवास श्री सदाकान्त भी शामिल थे।
इस मौके पर मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने बताया कि आई0आई0आई0टी0 की स्थापना से प्रदेश के नौजवानों को विश्वस्तरीय तकनीकी ज्ञान उपलब्ध होगा। पास में ही स्थापित हो रहे आई.टी. सिटी तथा 05 हजार लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए स्थापित हो रहे प्रशिक्षण संस्थान से प्रदेश के नौजवानों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। इसी प्रकार मेदान्ता अवध हाॅस्पिटल की स्थापना से प्रदेश और इसके आस-पास के लोगों को विश्वस्तरीय इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इस पूरे क्षेत्र में कई परियोजनाएं आकार ले रही हैं, जिसमें अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम, विश्वस्तरीय कैंसर संस्थान आदि शामिल हैं।
डाॅ0 नरेश त्रेहन ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि तत्कालीन के0जी0एम0सी0 से मेडिकल की शिक्षा ग्रहण करने के दौरान ही उत्तर प्रदेश और विशेष रूप से लखनऊ के लिए कुछ करने की योजना बना ली थी, जिसे अब पूरा करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि तकनीक और सुविधा की कमी के कारण काफी लोगों को असमय जान गंवानी पड़ती है। राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे सहयोग की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां स्थापित होने वाले हाॅस्पिटल से उत्तर प्रदेश की जनता और विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को लाभ होगा। मेदान्ता-अवध संस्थान द्वारा विकसित देशों की अपेक्षा उनसे बेहतर गुणवत्ता के साथ बहुत कम दर पर सेवा प्रदान की जाएगी। यहां स्थापित होने वाले हाॅस्पिटल में 25 हजार लोगों को सीधे रोजगार प्राप्त होगा। एक हजार बेड वाले इस हाॅस्पिटल में 30 आॅपरेशन थियेटर, 300 क्रिटिकल केयर बेड एवं 20 से अधिक विशिष्ट रोगों के इलाज की व्यवस्था होगी। यहां उत्तर प्रदेश ही नहीं सम्पूर्ण भारत एवं विदेशों से आने वाले मरीजों को गहन चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी।
इस मौके पर एच0सी0एल0 के संस्थापक श्री शिव नाडर ने कहा कि एक सीमा के बाद इंजीनियरों के वेतन में वैसी बढ़ोत्तरी नहीं होती, जैसी होनी चाहिए। इसीलिए उनकी संस्था यहां लखनऊ में राज्य सरकार के सहयोग से एक ऐसी व्यवस्था लागू करने जा रही है, जिससे आई0टी0 क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को एक ही परिसर में आवास एवं कार्य की सुविधा मिलेगी। इससे लोगोें का मकान, यातायात एवं प्रशिक्षण का खर्च बचेगा। उन्होंने कहा कि चक गंजरिया में स्थापित होने वाली आई0टी0 सिटी विश्व की अपने ढंग की अनोखी सिटी होगी, जहां एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मंत्रिमण्डल के सदस्य, सांसद श्रीमती डिम्पल यादव, जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं अन्य आमंत्रित अतिथि शामिल थे।

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सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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sa@upnewslive.com

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मुख्यमंत्री ने उर्दू के वरिष्ठ पत्रकार श्री नाफे किदवाई के निधन पर शोक व्यक्त किया

Posted on 16 October 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने उर्दू के वरिष्ठ पत्रकार श्री नाफे किदवाई के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
आज यहां जारी एक सन्देश में मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है।
ज्ञातव्य है कि श्री किदवाई का कल यहां लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया था। वे 56 वर्ष के थे। श्री किदवाई ने उर्दू दैनिक कौमी आवाज और रोजनामा उर्दू राष्ट्रीय सहारा सहित विभिन्न समाचार पत्रों से सम्बद्ध रहने के साथ-साथ स्वतंत्र पत्रकार के रूप में भी अपनी सेवाएं उपलब्ध कराईं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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राज्य में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं मौजूद: मुख्यमंत्री

Posted on 16 October 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि राज्य में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं मौजूद हैं और इनको बढ़ावा देकर प्रदेश को तेजी से आर्थिक तरक्की के रास्ते पर ले जाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आगरा-लखनऊ-वाराणसी को हेरिटेज आर्क के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही, महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों के आस-पास सड़कों के निर्माण के लिए अलग से फण्ड की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रथम फेज में ताजमहल के तीन कि.मी. दायरे में विश्वस्तरीय पर्यटक सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री आज यहां शास्त्री भवन में उ0प्र0 पर्यटन प्रोत्साहन परिषद की पहली बैठक में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। लखनऊ की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां की गंगा-जमुनी तहजीब एवं ऐतिहासिक स्थलों की पर्यटन में महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए ऐतिहासिक भवनों पर प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही, रूमी दरवाजा, घण्टाघर, इमामबाड़ा आदि स्थलों के आस-पास उच्चस्तरीय बुनियादी सुविधाएं विकसित करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लखनऊ नगर को हेरिटेज सिटी के रूप में जाना जाता है, लेकिन राज्य सरकार इसे ग्रीन शहर के रूप में भी विकसित करने के लिए काम कर रही है।
श्री यादव ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सूचीबद्ध कम्पनियों से बुनियादी सुविधाओं के विकास एवं सेवाओं के आधुनिकीकरण हेतु सुझाव मांगे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी बैठक में फिक्की से उ0प्र0 टैªवेल मार्ट के लिए एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बुन्देलखण्ड, अवध एवं सूफी-सर्किट आदि क्षेत्रों के लिए अलग-अलग योजनाएं तैयार कर इन्हें लागू किया जाएगा। पर्यटन से जुड़े सभी विभागों को आपस में समन्वय स्थापित कर अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों एवं संस्थाओं से सुझाव लेकर कार्य करने के लिए कहा गया है। इससे जहां प्रदेश में रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे, वहीं प्रदेश की तरक्की का रास्ता भी खुलेगा। उन्होंने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला पर्यटन प्रोत्साहन परिषद गठित करने के निर्देश सभी जिलों को दिए गए हैं। इस परिषद में कम से कम 60 प्रतिशत सदस्य निजी क्षेत्र से होंगे। आगरा में थीम पार्क के विकास की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि यहां एक मुगल संग्रहालय की भी स्थापना की जाएगी, जिसके माध्यम से लोगों को मुगल कालीन इतिहास एवं परम्परा की विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। उन्हांेने कहा कि इलाहाबाद में कुम्भ के दौरान विश्व में एक ही स्थान पर सर्वाधिक लोग एकत्रित होते हैं। इसको दृष्टिगत रखते हुए यहां की बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए अलग से योजना तैयार की गई है।
श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विश्व प्रसिद्ध इमारतें, ऐतिहासिक-सांस्कृतिक विरासतें, धार्मिक-पौराणिक स्थल, प्राकृतिक एवं वन्य जीव संरक्षित अभयारण्य बड़ी संख्या में मौजूद हैं, जो देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि आगरा स्थित ताजमहल विश्व में भारत की पहचान है। इसलिए आगरा सहित प्रदेश में मौजूद विभिन्न पर्यटक स्थलों के बारे में पूर्ण सूचनाएं उपलब्ध कराकर पर्यटकों का रुख उत्तर प्रदेश की ओर किया जा सकता है। उन्हांेने स्मारकों एवं पर्यटक स्थलों के आस-पास का वातावरण अच्छा बनाने पर बल देते हुए कहा कि सुगम यातायात के लिए इन स्थलों तथा नगरों की  व्यवस्था भी सुधारनी होगी। स्मारकों के सुन्दरीकरण पर भी उन्होंने बल दिया। उन्होंने कहा कि इटावा की लायन सफारी तथा अन्य प्राकृतिक पर्यटन स्थलों में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने की अनेक सम्भावनाएं मौजूद हैं, जिसके लिए हमें विशेष प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन सम्भावनाओं के विकास के लिए फण्ड की कमी नहीं होने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि आगरा एवं वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु एविएशन टरबाइन फ्यूल पर वैट की दर 21 प्रतिशत के स्थान पर 04 प्रतिशत करने पर विचार किया जाएगा। बैठक में वृहद प्रचार-प्रसार, पर्यटक स्थलों के  सुदृढ़ीकरण व सुन्दरीकरण एवं टूरिज्म इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट की योजनाओं पर भी विचार किया गया। प्रदेश के पर्यटन आकर्षणों को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने के लिए फिक्की के सहयोग से उ0प्र0 ट्रेवल मार्ट का आयोजन 05 वर्षाें के लिए किया जाएगा। मुख्य पर्यटन स्थलों पर वाई-फाई की सुविधा तथा लखनऊ पेनोरामा की स्थापना इत्यादि पर भी विचार किया गया।
इस मौके पर सुप्रसिद्ध फिल्मकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता श्री मुजफ्फर अली ने बताया कि लखनऊ की गंगा-जमुनी तहजीब और यहां की विविधता पर उनके स्तर से पहले ही काफी काम किया गया है। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संजीदगी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश के अन्य पर्यटक स्थलों को दुनिया के नक्शे पर लाने के लिए वे और गम्भीरता से सहयोग प्रदान करेंगे, जिससे अवध की संस्कृति का व्यापक प्रचार-प्रसार हो।
उल्लेखनीय है कि बैठक में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की अन्तर-प्रदेशीय वायु सेवा नीति, हेरिटेज पर्यटन नीति, पर्यटन निगम की इकाईयों को लीज पर देने, कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, ताज अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, ताजगंज का पर्यटन विकास, विश्व बैंक सहायतित प्रो-पुअर परियोजना, मेगा टूरिज्म सर्किट एवं टूरिज्म डेस्टिनेशन, बटेश्वर हेरिटेज कंजर्वेशन प्रोजेक्ट के माध्यम से नवीन पहल आदि बिन्दुओं पर भी व्यापक विचार-विमर्श किया गया।
इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार, विभागीय वेब साइट का अपग्रेडेशन, पर्यटन स्थलों पर आधारित मोबाइल एप्स का निर्माण, प्रदेश के बाहर विभिन्न महानगरों में यहां की पाक कला पर आधारित फूड फेस्टिवल के आयोजन के साथ-साथ वन्यजीव/पर्यावरणीय पर्यटन, दुधवा नेशनल पार्क, कतरनिया घाट, लायन सफारी के माध्यम से भी पर्यटकों को आकर्षित करने पर विचार किया गया। बैठक में उत्तर प्रदेश टैªवेल मार्ट तथा फिक्की के मध्य जिस एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये गये उसका उद्देश्य पर्यटकों को उनकी जरूरतों के हिसाब से सम्पूर्ण टूरिस्ट पैकेज, अन्य जरूरी सूचनाएं इत्यादि उपलब्ध कराना है। आगामी 15 नवम्बर को इसका अनावरण किया जाएगा, जबकि नवम्बर व दिसम्बर, 2014 में यू.पी.टी.एम. के प्रचार-प्रसार हेतु देश के विभिन्न शहरों में रोड-शो आयोजित किए जाएंगे। वर्ष 2015 में 22, 23 व 24 फरवरी को लखनऊ में प्रथम यू.पी.टी.एम. का आयोजन किया जाएगा। बैठक को पर्यटन मंत्री श्री ओम प्रकाश सिंह तथा मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने भी सम्बोधित किया।
उत्तर प्रदेश पर्यटन प्रोत्साहन परिषद में सरकारी पदाधिकारियों के अतिरिक्त स्वैच्छिक संस्थाओं के पदाधिकारी एवं गणमान्य लोग शामिल किए गए हैं। इनमें नीमराना होटल समूह के श्री अमन नाथ, चम्बल सफारी, बटेश्वर, आगरा के श्री राम प्रताप सिंह, प्रतिनिधि आई.ए.टी.ओ. श्री प्रतीक हीरा, प्रतिनिधि आई.ए.टी.ओ. (बौद्ध परिपथ) श्री एस.के. सिंह, प्रतिनिधि टी.ए.ए.आई. यू.पी. चेप्टर श्री सुनील सत्यवत्ता, सचिव उ0प्र0 हेरिटेज हाॅस्पिटेलिटी एसोसिएशन श्री पी.एन.डी. सिंह, क्षेत्रीय निदेशक, टी.सी.एस. लखनऊ श्री जयन्त कृष्णा, सुप्रसिद्ध फिल्मकार श्री मुजफ्फर अली, साहित्यकार (ट्रैवेल राइटिंग) श्री निराद ग्रोवर, साहित्यकार श्री योगेश प्रवीन (लखनऊ), सुश्री निधि यादव, श्री शर्वेन्द्र विक्रम सिंह, श्री डी.के. वर्मन (आगरा), यूनिवर्सल लखनऊ के श्री चन्द्र प्रकाश, टूरिज्म गिल्ड आगरा से श्री विशाल भारती, श्रीमती अमृतादास (लखनऊ), अध्यक्ष, यू.पी. होटल एण्ड रेस्टोरेन्ट एसोसिएशन श्री सुरेन्द्र जायसवाल, हबीबुल्लाह स्टेट हजरतगंज लखनऊ से श्री वजाहत हबीबुल्लाह, श्री अरूण चावला (फिक्की), श्री एल.के.झुनझुनवाला (फिक्की), राहुल चक्रवर्ती (फिक्की) नार्थ ईस्ट एअरलाइन्स सुश्री कैप्टन शोभा मणि तथा श्री अमित गुप्ता (फिक्की) शामिल हैं। इसके अलावा पर्यटन राज्य मंत्री श्री मूलचन्द्र चैहान, चेयरमैन, उ0प्र0 राज्य पर्यटन विकास निगम लि0 श्री सुदीप सेन, सलाहाकार पर्यटन विभाग श्री रफीक अंसारी, औद्योगिक एवं अवस्थापना विकास आयुक्त, वित्त, नियोजन, वन, कर निबन्धन एवं परिवहन विभागों के प्रमुख सचिव/सचिव, मुख्य वन संरक्षक, सचिव/महानिदेशक पर्यटन श्री अमृत अभिजात तथा विशेष सचिव डाॅ0 शशांक विक्रम भी इस परिषद के सदस्य हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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