Posted on 12 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अरविन्द कुमार सिंह ‘गोप’ की अध्यक्षता में आगामी 19 सितम्बर को उ0प्र0 ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण की साधारण सभा की बैठक होगी।
यह जानकारी आयुक्त ग्राम्य विकास, श्री प्रभात मित्तल ने आज यहां दी। उन्हांेने बताया कि बैठक योजना भवन के कक्ष संख्या-111 में आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसी के साथ 23 सितम्बर को उ0प्र0 विधानसभा की स्थायी समिति की बैठक न्यू बेरी रोड़ पर होगी, इस बैठक की भी अध्यक्षता ग्राम्य विकास राज्य मंत्री श्री गोप करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 12 September 2014 by admin
उ0प्र0 राज्य सूचना आयोग की सक्रियता से आर0टी0आई0 आवेदकों का हौसला बढ़ा है। आयोग ने आर0टी0आई0 एक्ट के कानून को अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए ठोस कदम उठाये हैं। आयोग के समस्त राज्य सूचना आयुक्तों द्वारा प्रतिदिन सूचना के अधिकार से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई की जा रही है। समस्त सूचना आयुक्तों को मामलों की सुनवाई किये जाने हेतु कार्य आवंटन किया जा चुका है। आयोग से प्राप्त सूचना के अनुसार राज्य सूचना आयुक्त श्री हाफिज उस्मान वित्त विभाग, खेलकूद, ग्रामीण अभियंत्रण दुग्ध विकास, नियोजन विभाग, अतिरिक्त ऊर्जा, समन्वय विभाग के आर0टी0आई0 के मामलों की सुनवाई कर रहे हैं।
सूचना आयुक्त श्री उस्मान ने बताया कि उनके द्वारा सहारनपुर, शामली, सम्भल, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, रामपुर जनपदों से संबंधित आर0टी0आई0 के मामलों की सुनवाई की जा रही है। उन्हेांने बताया कि उनके द्वारा अब तक 600 मामलों की सुनवाई की गयी और दोषी पाये गये संबंधित विभिन्न विभागों के जन सूचनाधिकारियों को 25-25 हजार रुपये के अर्थदण्ड तथा मानसिक उत्पीड़न किये जाने के कारण अलग से क्षतिपूर्ति अधिरोपित करते हुए दण्डित किया गया है। आर0टी0आई0 एक्ट को सक्रियता से लागू किये जाने की सक्रिय पहल सूचना आयोग द्वारा की जा रही है।
राज्य सूचना आयुक्त श्री उस्मान ने बताया कि सूचना का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत आवेदकों द्वारा विभिन्न विभागों से सूचनायें मांगे जाने पर यदि स्थानीय स्तर पर उनको सूचना नही दी जाती है तो मामला सूचना आयोग में आने पर आर0टी0आई0 के अभ्यर्थियों/वादियों को न्याय, मांगी गयी सूचनाओं को दिलाने के साथ-साथ दोषी विभागीय जनसूचना अधिकारियों को आर्थिक दण्ड, विभागीय कार्रवाई तथा मानसिक उत्पीड़न की क्षतिपूर्ति आर0टी0आई0 एक्ट-2005 में उल्लिखित प्रावधान के तहत दण्ड निर्धारित किया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 12 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति,, श्री राम नाईक ने भातखण्डे संगीत संस्थान सम विश्वविद्यालय, लखनऊ की कुलपति, प्रो0 श्रुति सडोलीकर काटकर का कार्यकल अग्रिम आदेशों तक 6 माह के लिये बढ़ा दिया है। प्रो0 श्रृति को नये/प्रतिस्थानी कुलपति के कार्यभार ग्रहण करने तक अथवा अग्रिम आदेशों तक, जो भी पहले हो, तक के लिए एतद्द्वारा विस्तारित किया गया है। इस अवधि में प्रो0 श्रुति सडोलीकर काटकर कुलपति के पद के कार्याें एवं दायित्वों का निर्वहन करती रहेंगी।
उल्लेखनीय है कि भातखण्डे संगीत संस्थान सम विश्वविद्यालय, लखनऊ की कुलपति, प्रो0 श्रुति सडोलीकर काटकर कार्यकाल आज समाप्त हो रहा है। पिछले चार माह के दौरान अध्यक्ष/कुलाधिपति के बदलते रहने के कारण नये कुलपति के चयन/नियुक्ति की प्रक्रिया गतिशील नहीं हो सकी। नये कुलपति के लिये खोज एवं चयन समिति के गठन की प्रक्रिया जारी है।
इस आशय की जानकारी आज यहां राज्यपाल की प्रमुख सचिव, सुश्री जूथिका पाटणकर ने दी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 September 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि क्या जहां सांसद नहीं जीतेगे वहां जनसुविधाऐ नहीं बहाल होनी चाहिए। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि प्रदेश में 71$2 सांसद भाजपा के है तो 224 सीटे जीतने में सपा ने भी तो कामयाबी हासिल किया, क्या किया बिजली के लिए, सिवाय इसके कि पहले पिछली सरकार अब केन्द्र सरकार को दोषा रोपित करने के ? मुख्यमंत्री बाताये कि अनपरा की आज जो युनिट पांच बंद हुई है क्या वो कोयले की कमी से बंद हुई है।
बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते है कि सबसे अधिक सांसद जिताने के बाद प्रदेश को क्या बिजली मिली, कोयला अधिक मिला। मुख्यमंत्री का यह कथन अपने आप स्पष्ट करता है कि प्रदेश में हुए लोकसभा चुनावों में हार का बदला, समाजवादी सरकार खुन्नस में जतना से ले रही है। क्या अधिक सांसद जितने के कारण ही विकास योजनाएं बननी चाहिए, जहां सांसद नहीं जीते है वहां के लोग विकास और बिजली से मरहुम रहे।
उन्होंने कहा कि बिजली को लेकर कोयला नहीं मिलने, कोयला गिला मिलने की बात मुख्यमंत्री कर रहे है, तो क्या केन्द्र सरकार कोयला उत्तर प्रदेश में सुखाकर भेजे। फिर यह तो संभव है नहीं कि पहले कोयला भिगाया जाता होगा, फिर उत्तर प्रदेश के लिए भेजा जाता होगा, वास्तव में बिजली के मोर्चा पर नाकाम अखिलेश सरकार कुत्र्तको से बचाव में जुटी है। मुख्यमंत्री कहते है कि वे चाहते है कि ज्यादा से ज्यादा बिजली उत्तर प्रदेश में पैदा हो, पर दादरी परियोजना का क्या हुआ। नए बिजली घर प्रदेश में लगें इस हेतु क्या प्रयास किये गये। पिछली सरकार में किए गए करारों को बार-बार विस्तार देने की बजाय, सरकार ने यह असलियत जानने की कोशिश क्यो नहीं कि की जिन्हें समय विस्तार दिया जा रहा है, वे काम भी कर रहे है, अथवा नहीं ?
श्री पाठक ने कहा कोयले के संकट की बात तो अब आ रही है करार तो 2010 का है, नए बिजली घर लगाने पर काम नहीं हुआ। सोलर प्लांट लगने में प्रगति नहीं है। जो बिजली घर है रख रखाव ठीक से न होने के कारण वे पर्याप्त मात्रा में बिजली पैदा कर नहीं पा रहे। मुख्यमंत्री खुद कहते है कटियाबाजी बड़ी समस्या है। केन्द्र और राज्य बातचीत करेंगे नहीं, संकट का आरोप-प्रत्यारोप की बजाय निदान तो करना पड़ेगा, आखिर इन आरोप-प्रत्यारोप में पिस तो प्रदेश की जनता ही रही हंै।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 September 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि बुद्धि दांव लगा भाजपा का चित करने में जुटे यादव परिवार को गढ़ बचाने के लिए पसीना छुट रहा है। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि बहस की चुनौती देते नेता सच को न देखना चाहते है, न सुनना चाहते है, आखिर कानून व्यवस्था के लिए लगातार चुनौती बन रहे सपाईयो पर नियत्रंण क्यो नहीं हो पा रहा है। विकास के दांवो की सचाई बंया करती बदहाल सड़के बता रही है। कि कैसे विकास हो रहा है। बाढ़ में आपदा सामग्री बटने में भी घोटाले की बाते आ रही है।
बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि परिवार के सदस्य को जिताने के लिए पूरे यादव परिवार की बैचेनी स्पष्ट बता रही है कि मैनपुरी के परिणाम कैसे होने वाले है। आज मुख्यमंत्री मैनपुरी में प्रचार करते समय कल कारखानों का के ना चलने की बात कह रहे थे पर व ये क्यों नहीं जबाव देते कि कानून व्यवस्था कितना बड़ा कारण है, राज्य में कल कारखानों का न चलने का। बार-बार उपलब्धियों का ठीक से प्रचार न होने की बात वो मंचो से करते है, तो क्या अब उनकी उपलब्धियों का प्रचार भारतीय जनता पार्टी करें ? सरकार में है सरकार के पास पूरा सूचना तंत्र है पार्टी के पास 224 विधायक है फिर भी यदि सरकार और पार्टी नाकाम है उन्हें विचार करना चाहिए कि कैसे ठीक हो।
उन्होंने कहा जनादेश का अपमान कर रहे है मुख्यमंत्री। क्या झूठ बोलकर चुनाव जीता जा सकता है, फिर यही सवाल तो 2012 में उन पर भी लागू होता है, और यदि 100 दिन की नरेन्द्र मोदी की सरकार जनता को ठगने का काम कर रही है, तो अपनी 900 दिन की सरकार पर भी नजर डाल लें। मुख्यमंत्री कहते है कि जनता को एहसास होने लगा है कि भाजपा को जीताकर उसने गलती करी, जबकि सचाई ये है कि जनता को पता लग गया है कि प्रदेश में सपा सरकार बनवाकर वो गलती कर चुकी है। भाजपा से वादे नही पुरी करने की बात कहते मुख्यमंत्री यह तो बता दें कि उन्होंने भ्रष्टाचार से लड़ने, किसानों को राहत देने, वैट की दरें पड़ोसी राज्यों के सामान किये जाने की जो बाते कही थी उनका क्या हुआ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 11 September 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि वर्षो तक सत्ता पर काबिज रहने वाले कांग्रेसियों को सत्ता से बेदखल होते ही यह अहसास क्यों होता है कि मजहबी आरक्षण संविधान विरोधी है। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कह रहे है कि मजहबी आरक्षण और वाटला हाउस कांण्ड की तरफदारी चुनावो में भारी पड़ी, वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र में फिर कांग्रेस मजहबी आरक्षण का दांव खेलने में जुटी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उपचुनावों में बेहतर प्रदर्शन का दावा करते कांग्रसे के लोग सपा के सामने सर्मपण की स्थिति में चुनाव लड़ रहे है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता बेनी प्रसाद वर्मा के बक्तव्य पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री पाठक ने कहा कि भाजपा शुरू से ही मजहबी आरक्षण को संविधान विरोधी करार देते हुए महजबी आरक्षण का विरोध करती रही है। वाटला हाउस कांड पर भी तत्कालीन सरकारकी नीतियो का हम विरोध करते रहे है। अब कांग्रेस के लोग भी भाजपा के तर्को से अपनी सहमति जता रहे है। बेनी प्रसाद वर्मा मनमोहन सरकार में मंत्री थे उन्हें कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के निर्णय का विरोध करना चाहिए था, अब पछताये होत क्या…… फिर लगातार तुष्टिकरण की राजनीति में जुटी कांग्रेस यदि उत्तर प्रदेश में मुसलमानों के तुष्टिकरण में जुटी है पंजाब में सिखो के तुष्टीकरण की कार्यवाही में लगी है। केरल में ईसाईयों के पाले में खड़ी होती है तो उसी कांग्रेस में तो बेनी बाबू भी हैं।
श्री पाठक ने कहा नरेन्द्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की कार्यशैली पर उठते सवालों के बीच, कांग्रेस नेता अपने आलाकमान के बचाव में खडे होने में जुटे है। जब मोदी सरकार अपने संवैधानिक दायित्यो को समझते हुए आपदा के समय त्वरित कदम उठाती है तो तारिफ तो होगी ही, फिर यदि कांग्रेस के भी कुछ नेता सही बात कह रहे तो इसमें अनुचित क्या ?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नरेन्द्र भाई मोदी ने शपथ लेने के पहले ही जब नेता चुनने का अवसर था तो उन्होंने कहा था कि हम जब चुनाव लड़ रहे थे तो भाजपा के प्रधानमंत्री पद के नेता के रूप में थे पर अब हम सबके प्रधानमंत्री है। विकास के मुद्दे पर सब मिलकर काम करेंगे, देश को प्रगति के पथ पर ले जायेगे। सबका साथ सबका विकास के ध्येय वाक्य के साथ हम आगे बढ़ रहे है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 11 September 2014 by admin
सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा नवनिर्मित एस्ट्रो-टर्फ स्पोर्ट फील्ड का भव्य उद्घाटन आज प्रख्यात फुटबाल खिलाड़ी एवं भारतीय फुटबाॅल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया के हाथों सम्पन्न हुआ। शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की अनूठी छटा एवं छात्रों व शिक्षकों की खचाखच भीड़ से घिरे बाइचुंग भूटिया द्वारा सम्पन्न उद्घाटन समारोह का दृश्य देखने लायक था। पद्मश्री एवं अर्जुन अवार्डी बाइचुंग भूटिया के विद्यालय आगमन का उल्लास छात्रों के चेहरे पर सहज ही देखा जा सकता था तथापि सभी छात्र श्री भूटिया से मिलने, उनसे हाथ मिलाने एवं बातचीत करने को उत्सुक दिखे। इससे पहले, सी.एम.एस. के विशेष आमन्त्रण पर पधारे पद्मश्री एवं अर्जुन अवार्डी श्री बाइचुंग भूटिया ने अपरान्हः 1.30 बजे सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) के नवनिर्मित एस्ट्रो-टर्फ स्पोर्ट फील्ड का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री भूटिया ने एस्ट्रो-टर्फ स्पोर्ट फील्ड का बारीकी से मुआयना किया एवं छात्रों से मिले व बातचीत की। विदित हो कि बाइचुंग भूटिया भारतीय फुटबाल जगत के स्तम्भ माने जाते हैं, जो लगातार 16 वर्षों तक भारतीय फुटबाल टीम के सफलतम खिलाडि़यों में शामिल रहे एवं देश में फुटबाल को लोकप्रिय बनाने में उनका काफी योगदान रहा है। श्री भूटिया पद्मश्री एवं अर्जुन अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं।
उद्घाटन समारोह का शुभारम्भ सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) के छात्रों द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना गीत से हुआ, जिसके माध्यम से विश्व एकता व विश्व शान्ति का संदेश सारी दुनिया में प्रवाहित हुआ। इसके साथ ही, पद्मश्री एवं अर्जुन अवार्डी बाइचुंग भूटिया के सम्मान में छात्रों द्वारा प्रस्तुत ‘स्वागत गीत’ ने भी सभी का मन मोह लिया। इस अवसर पर विद्यालय के खेल कैप्टन द्वारा प्रस्तुत ‘स्पोर्ट्स प्लेज’ की प्रस्तुति काफी प्रभावशाली रही जबकि विभिन्नता में एकता का संदेश देते तीन रंगों के गुब्बारों का दृश्य भी देखने लायक था। इस अवसर पर सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) के छात्र-खिलाडि़यों ने नवनिर्मित एस्ट्रो-टर्फ स्पोर्ट फील्ड पर फुटबाल मैच (सेवन ए साइड) खेला, जिसमें श्री भूटिया ने विशेष रुचि दिखाई।
इसके उपरान्त श्री भूटिया सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) के लिए रवाना हुए, जहाँ उन्होंने सी.एम.एस. के एक और नवनिर्मित एस्ट्रो-टर्फ स्पोर्ट फील्ड का उद्घाटन किया। यहाँ पर भी सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) के छात्र-खिलाडि़यों ने नवनिर्मित एस्ट्रो-टर्फ स्पोर्ट फील्ड पर फुटबाल मैच (सेवन ए साइड) खेला और श्री भूटिया के समक्ष अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया। दरअसल, दोनों ही स्थानों पर श्री भूटिया के स्वागत के लिए छात्रों, शिक्षकों व अन्य खेल प्रेमियों की खचाखच भीड़ उपस्थित थी और श्री भूटिया ने भी छात्रों को निराश नहीं किया और दिल खोलकर सभी से मिले व बातचीत की।
सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) के एस्ट्रो-टर्फ स्पोर्ट फील्ड का उद्घाटन करने के उपरान्त
श्री भूटिया एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू हुए और दिल खोलकर अपने विचार रहे। इस अवसर पर श्री भूटिया ने सी.एम.एस. की मेहमान नवाजी की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल अपने छात्रों को पढ़ाई-लिखाई के साथ ही खेलकूद में अग्रणी बनाने हेतु प्रयासरत है, इसकी मुझे प्रसन्नता है और इसके लिए मैं डा. जगदीश गाँधी को हार्दिक बधाई देता हूँ। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एस्ट्रो-टर्फ की सुविधा मिलने पर छात्रों की खेल प्रतिभा और निखरेगी एवं वे अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं हेतु तैयार हो सकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मेरा अभिभावकों व शिक्षकों से यही कहना है कि यदि बच्चें में खेल के प्रति विशेष प्रतिभा हो तो उसे रोके-टोंके नहीं अपितु और आगे बढ़ने की प्रेरणा दें।
प्रेस कान्फ्रेन्स में उपस्थित सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि श्री भूटिया जैसे महान खिलाड़ी का सी.एम.एस. में आगमन हमारे लिए सौभाग्य का विषय है। श्री भूटिया के प्रति हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित करते हुए डा. गाँधी ने कहा कि पद्मश्री एवं अर्जुन अवार्डी बाइचुंग भूटिया का सी.एम.एस. आगमन विद्यालय के उदीयमान खिलाडि़यों में नये उत्साह का संचार करेगा ही, साथ ही लखनऊ के अन्य युवा खिलाडि़यों के लिए भी प्रेरणास्रोत साबित होगा। उन्होंने कहा कि प्रेम व सौहार्द का वातावरण तैयार करने में खेलों की अहम भूमिका है क्योंकि इससे किशारों व युवाओं में सहयोग व आपसी सद्भाव की भावना का विकास होता है। डा. गाँधी ने कहा कि हमारा मानना है कि विभिन्न संस्कृतियों, वेशभूषा व भाषा के बावजूद खेलों की अपनी ही एक भाषा होती है जिसे सभी विश्ववासी समझते हैं। अतः खेलों से ही विश्व में एकता स्थापित की जा सकती है।
सी.एम.एस. गोमती नगर कैम्पस की वरिष्ठ प्रधानाचार्या सुश्री मंजीत बत्रा ने इस अवसर पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सी.एम.एस. के अनेकों मेधावी छात्रों ने शैक्षिक क्षेत्र के अलावा खेलों में भी प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया है और सी.एम.एस. भी अपने छात्रों की खेल प्रतिभा को निखारने-संवारने हेतु संकल्पित है। इसी कड़ी में विद्यालय के दो कैम्पसों में एस्ट्रो-टर्फ स्पोर्ट फील्ड का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा भी सी.एम.एस. अपने छात्रों को विभिन्न खेल स्पर्धाओं हेतु विश्व स्तरीय आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है, जिसमें स्वीमिंग पूल, सुविधा सम्पन्न मैदान एवं सर्वश्रेष्ठ खेल प्रशिक्षक शामिल हैं। सुश्री बत्रा ने आगे कहा कि आज के युग में बच्चों को ‘गुड’ और ‘स्मार्ट’ बनाना जरूरी है, अतः पढ़ाई और खेलकूद दोनो ही छात्रों के पूर्ण विकास के लिए आवश्यक है। इसी प्रकार छात्रों के बौद्धिक विकास के लिए शारीरिक विकास का होना अति आवश्यक है और यह खेलों द्वारा ही सम्भव है।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने कहा कि सी.एम.एस. की लालसा है कि विद्यालय के छात्र शैक्षिक क्षेत्र में नाम रोशन करने के साथ ही खेल के क्षेत्र में भी अपनी धमक विश्वस्तर पर पहुंचाए, इसीलिए सी.एम.एस. अपने छात्रों को विभिन्न खेल स्पर्धाओं हेतु विश्व स्तरीय आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि छात्रों की खेल प्रतिभा को निखारने हेतु सी.एम.एस. द्वारा विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं जिनमें अन्तर्राष्ट्रीय फुटबाल टूर्नामेन्ट ‘काॅनकार्ड’, अन्तर्राष्ट्रीय खेल ओलम्पियाड ‘एक्सपो’ एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल क्रिकेट प्रीमियर लीग ‘आई.एस.सी.पी.एल.’ प्रमुख हैं। इन अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के माध्यम से देश-विदेश के खिलाडि़यों से प्रतिस्पर्धा कर सी.एम.एस. छात्रों को अपनी प्रतिभा निखारने का अभूतपूर्व अवसर प्राप्त होता है। इन्हीं प्रयासों के तहत अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं की सर्वश्रेष्ठ तैयारी कराने के लिए ही सिटी मोन्टेसरी स्कूल के गोमती नगर, प्रथम कैम्पस एवं सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजेन्द्र नगर (यू.पी.आई.एस.) कैम्पस में एस्ट्रो-टर्फ स्पोर्ट फील्ड का निर्माण कराया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 11 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, श्री राम नाईक ने आज लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय हाल में जियोलाॅजी विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी ‘क्लाइमेट चेन्ज एण्ड इनवाॅयरमेण्टल ससटेनेबिलिटीः रिकार्ड फराॅम पोल्स टू टाॅपिक’’ का उद्घाटन किया। संगोष्ठी में डा0 हरवंश सिंह, महानिदेशक, जियोलाॅजिक्ल सर्वें आफ इण्डिया, डा0एस0बी0 निम्से, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय सहित अनेक वरिष्ठ वैज्ञानिक, विशेषज्ञ, अध्यापक व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
राज्यपाल ने उद्घाटन सत्र में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि 21वीं सदी जलवायु परिवर्तन जैसी प्रमुख पर्यावरणीय चुनौती का सामना कर रही है। ऐसे में संगोष्ठी का विषय बहुत सामयिक है। संगोष्ठी से निकले निष्कर्ष निश्चित रूप से हमारे नीति-निर्धारकों, वैज्ञानिकों एवं आम जनता के लिये लाभदायक होंगे। जलवायु परिवर्तन का मुद्दा आम आदमी से जुड़ा है। जलवायु परिवर्तन का प्रत्येक देश पर व्यापक आर्थिक और सामाजिक असर पड़ रहा है। जलवायु परिवर्तन सहित विकास की चुनौती से निपटने के लिये अकादमिक संस्थाएं एवं सरकारें विकास और जलवायु के बीच संतुलित नीति बनाये। उन्हांेने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा एवं प्राकृतिक संसाधन के उपयोग के प्रति जागरूकता को और गतिमान बनाने की जरूरत है।
श्री नाईक ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति हमारे अथर्वेद में भी कहा गया है कि निर्मल धरती को बिना नुकसान पहुंचाये उसको उपयोग में लायें। प्राकृतिक संसाधन का दोहन आवश्यकता के अनुरूप होना चाहिये। प्राकृतिक संसाधन के संतुलित उपयोग और संवर्धन से पर्यावरण का संरक्षण और सुरक्षा हो सकती है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के लिये संतुलित निष्कर्ष निकालना वास्तव में हमारे विद्वानांे के लिये एक चुनौती है।
राज्यपाल ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय मेे वे पहली बार आये हैं। पूर्व में सभी विश्वविद्यालयों को प्रवेश, परीक्षाफल, दीक्षान्त समारोह व अन्य समस्याओं के संबंध में पत्राचार कर चुके हैं। शिक्षा के स्तर में सुधार लाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि महामहिम के शब्द को सम्बोधन में लाने के बजाय माननीय या आदरणीय जैसे शब्दों का प्रयोग करना चाहिये।
डा0 हरवंश सिंह, महानिदेशक, जियोलाॅजिक्ल सर्वें आफ इण्डिया ने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक सामयिक विषय है। हमारे वैज्ञानिकों को इस दिशा में तय करना होगा कि इस मुद्दे पर क्या होना चाहिये। उन्होंने कहा कि यह एक सामाजिक मुद्दा है जिससे हर व्यक्ति का जुड़ाव जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति को नुकसान होने से वास्तव में मानव जाति का नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों पर बर्फ का तेजी से पिघलना चिन्ता का विषय है।
कुलपति, डा0 एस0बी0 निम्से ने अपने विचार रखते हुए का कि संगोष्ठी के निष्कर्ष लाभदायक होंगे। उन्होंने विभाग के इतिहास और उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। राज्यपाल ने इस अवसर पर एक पत्रिका का भी लोकार्पण किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 September 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज यहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री भारत रत्न
पं. गोविन्द बल्लभ पंत की जयन्ती के अवसर पर विधान भवन के सामने स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर अपने विचार व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि पं. गोविन्द बल्लभ पंत के बताए मार्ग पर चलकर ही देश एवं प्रदेश का समग्र विकास किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. गोविन्द बल्लभ पंत द्वारा स्वाधीनता संग्राम में दिए गए योगदान को सदैव याद किया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने हमेशा जन कल्याण के लिए काम किया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, विधायक श्री शारदा प्रताप शुक्ला, श्री सुभाष पासी तथा श्रीमती चन्द्रा रावत सहित अन्य जनप्रतिनिधि, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल, सचिव, सचिवालय प्रशासन श्री अरविन्द नारायण मिश्रा सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 11 September 2014 by admin
आज दिनांक 10 सितम्बर, 2014 को नई दिल्ली में ‘वस्तु तथा सेवा कर’ ;ळववके ंदक ैमतअपबम ज्ंग अथवा ळैज्द्ध की नई प्रणाली लागू करने हेतु ‘राज्यों के वित्त मंत्रियों की प्राधिकार समिति’, ने चैदहवें वित्त आयोग के समक्ष विशेष आमंत्रित बैठक में राज्यों का पक्ष रखा।
राज्य योजना आयोग, उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष श्री नवीन चन्द्र बाजपेई ने इस अत्यन्त महत्वपूर्ण बैठक में मा0 मुख्य मंत्री जी के आदेश पर उत्तर प्रदेश की ओर से भाग लिया।
प्रदेश सरकार की ओर से श्री बाजपेई द्वारा कई महत्वपूर्ण मुद्दे प्रदेश के वित्तीय हितों के संदर्भ में केन्द्रीय वित्त आयोग के समक्ष इस अनुरोध के साथ रखे गये कि आयोग शीघ्र ही सरकार को भेजी जाने वाली अपनी रिपोर्ट में शामिल करें।
श्री बाजपेई ने वित्त आयोग को अवगत कराया कि पेट्रोलियम तथा उसके उत्पाद व तम्बाकू तथा उसके उत्पाद से प्रदेश को प्रतिवर्ष लगभग रू0 14000.00 करोड़ की आय होती है, इस दृष्टि से पेट्रोलियम तथा तम्बाकू प्रदेश की राजस्व आय की प्रमुख स्त्रोत हैं अतः उत्तर प्रदेश उन्हें ‘वस्तु तथा सेवा कर’ की नवीन प्रस्तावित प्रणाली में शामिल करने पर सहमत नहीं हैं। उत्तर प्रदेश का यह स्पष्ट दृष्टिकोण है कि इन वस्तुओं को ‘वस्तु तथा सेवा कर’ की व्यवस्था से बाहर रखा जाये ताकि प्रदेश की वित्तीय स्थिति पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
‘वस्तु तथा सेवा कर’ के लागू होने के प्रारम्भिक चरण में यह स्पष्ट संभावना है कि इससे प्रदेश को वित्तीय घाटे का सामना करना पड़ सकता है। ऐसी दशा स्थिति में, श्री बाजपेई द्वारा यह सुझाव रखा गया कि, चैदहवें वित्त आयोग अपनी रिपोर्ट में यह संस्तुति दें कि प्रदेश को होने वाले ऐसे वित्तीय घाटे की प्रतिपूर्ति कम से कम आगामी 10 वर्षों तक केन्द्रीय सरकार द्वारा की जाये।
श्री बाजपेई द्वारा प्रदेश की ओर से यह भी सुझाव दिया गया कि ‘वस्तु तथा सेवा कर’ की प्रणाली लागू होने के फलस्वरूप राज्यों को होने वाले वित्तीय घाटे की प्रतिपूर्ति के लिए बनाये जाने वाले ‘कम्पेन्शेसन फण्ड’ का सम्पूर्ण प्रबन्धन जिसमें घाटे का आंकलन तथा घाटे की प्रतिपूर्ति के लिए वित्तीय स्वीकृति आदि बिन्दु शामिल होे के लिए जो नई संस्था बनाई जानी प्रस्तावित है उसे संवैधानिक दर्जा दिया जाना उचित होगा। इस हेतु ‘वस्तु तथा सेवा कर’ से संबंधित संविधान संशोधन के माध्यम से ही उसकी उपयुक्त व्यवस्था की जाय ताकि प्रदेश को वित्तीय प्रतिपूर्ति के क्लेम में बिना किसी कठिनाई के निर्णीत किये जाने की गारन्टी राज्य सरकार को मिल सके।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए श्री बाजपेई द्वारा चैदहवें वित्त आयोग से यह भी मांग की गई कि ‘वस्तु तथा सेवा कर’ की नई प्रणाली लागू करने के लिए प्रदेश को सक्षम बनाने हेतु सूचना प्रौद्योगिकी के यथोचित उपयोग, उपयुक्त साफ्टवेयर्स तथा नेटवर्किंग के निर्माण और कम्प्यूटर हार्डवेयर की व्यवस्था करने के लिए भी प्रदेश को समुचित वित्तीय सहायता प्रदान की जाये। चैदहवें वित्त आयोग से श्री बाजपेई द्वारा यह अनुरोध किया गया कि इस नई कर व्यवस्था को लागू करने हेतु कार्मिकों को प्रक्रिया प्रशिक्षण, साफ्टवेयर प्रशिक्षण इत्यादि की व्यवस्था हेतु समुचित वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए भी चैदहवें वित्त आयोग द्वारा यथोचित संस्तुति उनकी रिपोर्ट में की जाये।
चैदहवें वित्त आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों द्वारा इन बिन्दुओं पर गम्भीरतापूर्वक समुचित विचार करने का आश्वासन दिया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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